शुक्रवार, 16 अगस्त 2019

राजधानी दिल्‍ली पर बाढ का खतरा

खतरनाक हुई यमुना, जल स्तर बढ़ने से बाढ़ का खतरा


संवाददाता अरविन्द मिश्रा


नई दिल्‍ली। हथनी कुंड बैराज से एक लाख 43 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया था। इसके बाद जल स्तर में वृद्धि हो रही है. पुरानी दिल्ली लोहे के पुल पर यमुना का जल स्तर गुरुवार को 202.86 मीटर रिकॉर्ड किया गया। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली पर बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है। यमुना नदी के बढ़ते जल स्तर के बीच हथनी कुंड बैराज से पानी छोड़े जाने के बाद यमुना का जल स्तर चेतावनी लेवल के करीब पहुंच गया है। दो दिन पहले हथनी कुंड बैराज से एक लाख 43 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया था। इसके बाद जल स्तर में वृद्धि हो रही है। पुरानी दिल्ली लोहे के पुल पर यमुना का जल स्तर गुरुवार को 202.86 मीटर रिकॉर्ड किया गया।


दिल्लीः खतरनाक हुई यमुना, जल स्तर बढ़ने से बाढ़ का खतरा। हथनी कुंड बैराज से एक लाख 43 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया था। इसके बाद जल स्तर में वृद्धि हो रही है। पुरानी दिल्ली लोहे के पुल पर यमुना का जल स्तर गुरुवार को 202.86 मीटर रिकॉर्ड किया गया।


राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली पर बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है। यमुना नदी के बढ़ते जल स्तर के बीच हथनी कुंड बैराज से पानी छोड़े जाने के बाद यमुना का जल स्तर चेतावनी लेवल के करीब पहुंच गया है। दो दिन पहले हथनी कुंड बैराज से एक लाख 43 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया था। इसके बाद जल स्तर में वृद्धि हो रही है। पुरानी दिल्ली लोहे के पुल पर यमुना का जल स्तर गुरुवार को 202.86 मीटर रिकॉर्ड किया गया।


204.5 मीटर है चेतावनी स्तर---फ्लड डिपार्टमेंट से मिली जानकारी के मुताबिक यमुना नदी में चेतावनी के लिए जल स्तर 204.5 मीटर है। खतरे का निशान 205.33 मीटर है.गौरतलब है कि हथनीकुंड बैराज से छोड़े गए पानी के अगले 72 घंटों में दिल्ली पहुंचने की संभावना जताई गई थी। तब दिल्ली पर बाढ़ के खतरे की संभावना व्यक्त की गई थी।


निचले इलाकों में चेतावनी जारी----सूत्रों की मानें तो प्रशासन ने हरियाणा और दिल्ली को अलर्ट भी भेज दिया है। निचले इलाकों में प्रशासन ने यमुना से दूर रहने की चेतावनी भी जारी कर दी है। यमुनानगर के कैचमेंट एरिया में लगातार हो रही बारिश से भी यमुना नदी में उफान आया है। बता दें कि देश के कई राज्य इस समय बाढ़ की विभीषिका से जूझ रहे हैं। पूरब से पश्चिम और उत्तर से दक्षिण तक नदियों की विकराल लहरें तांडव मचा रही हैं। देश में बाढ़ के कारण अब तक दो सौ से अधिक लोग काल के गाल में समा चुके हैं।


क्षेत्र अधिकारी-इंस्पेक्टर के खिलाफ तहरीर

महिला दरोगा के जहर खाने के मामले में 
सीओ व इंस्पेक्टर के खिलाफ भाई ने दी
तहरीर, जांच शुरू


लखनऊ। मुजफ्फरनगर में महिला थाने में तैनात दरोगा के जहर खाने के मामले में थाना प्रभारी सहित पूरे महिला थाने को लाइन हाजिर कर दिया गया है।बताते चलें कि मंगलवार कोर्ट सिविल लाइन स्थित थाना परिसर में सब इंस्पेक्टर सीमा यादव ने जहरीला पदार्थ खा लिया था जिसके बाद पहले उसे जिला अस्पताल और फिर मेरठ मेडिकल कालेज में भर्ती कराया गया, जहां उसका इलाज चल रहा है।महिला दरोगा द्वारा जहर खाते जाने से पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया तथा तरह तरह की चर्चा शुरू हो गई। सीमा यादव के भाई लोकेश ने एसएसपी को तहरीर देकर आरोप लगाया है कि उसकी बहन का थाना प्रभारी व सीओ सिटी हरीश भदौरिया उत्पीड़न कर रहे थे, ये लोग नियम विरुद्ध कार्य न करने पर उसकी बहन को झूठे मामले में फंसाकर जेल भेजने की धमकी दे रहे थे। लोकेश ने दोनों पर सीमा यादव का उत्पीड़न करने के मामले में लाखों की रिश्वत लेने का भी आरोप लगाया है।
लोकेश की शिकायत के बाद एसएसपी ने महिला थाने की प्रभारी प्रीति रानी सहित 8 सब इंस्पेक्टर व 30 सिपाहियों को लाइन हाजिर कर दिया। मामले की जांच एसपी (सिटी) को सौंपी गई है।


बल्ले से बोल सीधे घुस गई हेलमेट में..

बल्ले से निकल बाल सीधे घुस गई हेलमेट में


श्रीलंका और न्यूजीलैंड के बीच टेस्ट सीरीज चल रही है, जिसमें कुछ ऐसा हुआ जिसने हर किसी को हैरान कर दिया। कुछ लोग इस मोमेंट पर खूब हंस रहे हैं। कीवी गेंदबाज ट्रेंट बोल्ट ने स्वीप करते हुए बॉल को खेला। लेकिन बॉल बल्ले का एज लेते हुए हेलमेंट के अंदर चली गई।


गेंद को पकडऩे के लिए फील्डर उनके पीछे दौड़ पड़े। बोल्ट दूर भागे और बॉल निकालने की कोशिश करने लगे, लेकिन वो ऐसा नहीं कर सके. श्रीलंका के खिलाड़ी देखते हंसते रहे और फिर खुद ही बॉल को निकाल लिया और माहौल मजाक-मस्ती में बदल गया। स्पिनर लसिथ एमबुलदेनिया ने बॉल डाली, जिस पर ट्रेंट बोल्ट बड़ा शॉट खेलने में कामयाब नहीं हो पाए और बॉल हलमेट के अंदर चली गई। ये घटना 82वें ओवर में हुई. बोल्ट ने 18 रन की पारी खेली और सुरंगा लकमल की गेंद पर आउट हो गए।


राजनाथ ने अंत में दी श्रद्धांजलि (स्मरण)

जैसलमे। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह राजस्थान के जैसलमेर पहुंचे जहां उनका स्वागत सेनाप्रमुख जनरल बिपिन रावत ने किया। वहीं, केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह मिलिट्री स्टेशन में इंटरनेश्नल आर्म स्काउट मास्टर प्रतियोगिता के समापन समारोह में शामलि हुए। उन्होंने सभी प्रतियोगियों को बधाई दी है।
राजनाथ सिंह ने यहां संबोधन के दौरान अटल बिहारी वाजपेयी को याद किया। उन्होंने कहा अलट बिहारी वाजपेयी की पुण्यतिथि पर पोखरण की धरती से श्रद्धांजलि देने का अवसर मिला है। सिंह ने प्रतियोगिता पूरी होने पर सभी आठ टीमों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि इंटरनेश्नल आर्म स्काउट मास्टर प्रतियोगिता में सभी को एक दूसरे से सीखने और काम करने का अवसर प्राप्त हुआ है। इस प्रकार के आयोजन से हमारे रिश्ते परसपर अच्छे होंगे। वैसे पहले से ही सभी देशों के साथ हमारे अच्छे संबंध हैं 


सिंह ने कहा रूस के साथ हमारे लंबे समय से गहरे और स्ट्रेटजिक रिलेशन रहे हैं। चीन के साथ बाइलिट्रल एक्सरसाइज में भाग लेते हैं। जिससे एक दूसरे को बेहतर तरीके से समझ बनाने में सहयोग मिलता है। सेंट्रल एशिया के सभी देशों के साथ हमारे हिस्टोरिकल रिलेशन रहे हैं। जिसमें सांस्कृतिक और व्यापारिक रिश्ते भी रहे हैं। हम आपसी सहयोग बढ़ाकर विश्व की कठिन चुनौतियों एवं खतरों का सामना करने में सक्षम बनेंगे। साथ ही भविष्य में संबंध बढ़ाने में और भी मौके मिलेंगे।


सड़क दुर्घटना में 5 की मौत 2 घायल

सिमडेगा । झारखंड के सिमडेगा में आज एक सड़क बाइक दुर्घटना में 5 लोगों की मौत हो गई। वही 2 लोग दुर्घटना में बुरी तरह से घायल बताए जा रहे हैं। सदर थाना क्षेत्र के जोकबहार पुरनाडीह के पास यह दो बाइकों में जबर्दस्‍त टक्‍कर हुई, जिसमे 5 लोगों की  मौत घटना स्थल पर ही हो गई। जानकारी के मुताबिक सदर थाना क्षेत्र के जोकबहार पुरनाडीह के पास दो बाइकों की टक्‍कर में 5 लोगों की मौत हो गई, वहीं 2 अन्य लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। मृतकों में गौतम बेसरा सलडेगा अहीर टोली, मार्शल डांग लम्बोई जलडेगा, दामोदर खेरवार, राफेल राम सलडेगा तथा डिब्रु खेरवार सरंगापानी गमहारटोली शामिल हैं। इस हादसे में निरोध बुढ़ सलडेगा और सूरज खेरवार कोलेबिरा घायल हो गए। जानकारी के मुताबिक एक मोटरसाइकिल पर चार लोग तथा दूसरे पर 3 लोग सवार थे। किसी ने भी हेलमेट नहीं पहना था। तेज गति में जा रही दाेनों बाइकों में टक्‍कर से एक साथ चार जानें चली गईं। प्राप्त जानकारी के अनुसार दामोदर, डिब्रु व सूरज तीनों एक बाइक पर थे। वहीं मार्शल, दामोदर, गौतम व निरोध दूसरे मोटरसाइकिल पर थे। सभी की उम्र 15 से 20 वर्ष के बीच की है। सभी स्वतंत्रता दिवस व रक्षाबंधन के मौके पर घूमने व मौज मस्ती के लिए निकले थे। इसी दौरान भीषण हादसा हुआ। जिसमें 5 लोगों की मौत हो गई। वहीं 2 लोग घायल हो गए।


एक देश,एक सविंधान (सपांदकीय)


एक देश, एक संविधान के बाद एक कानून के लिए तैयार रहें देशवासी। 
पाकिस्तान को अपने हाल पर छोड़ दिया नरेन्द्र मोदी ने। 
छोटे परिवार पर कांग्रेस नेता चिदम्बरम का समर्थन मिला। 
 जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 को हटाने के बाद से ही पाकिस्तान बिलबिलाया हुआ था। प्रधानमंत्री इमरान खान से लेकर सेनाध्यक्ष  बाजवा तक युद्ध की धमकी दे रहे हैं। ऐसे में उम्मीद थी कि स्वाधीनता दिवस के मौके पर 15 अगस्त को लाल किले से हमारे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पाकिस्तान को जवाब देंगे। लेकिन सवा घंटे के भाषाण में मोदी ने एक बार भी पाकिस्तान का नाम नहीं लिया। मोदी की यह नीति वाकई काबिले तारीफ है, क्योंकि कश्मीर में आतंकवाद को समाप्त करने के लिए भारत को जो करना चाहिए था वो कर दिया। अब पाकिस्तान अपने जख्मों  को लेकर दुनियाभर में घूमता फिरे। भारत पर हमले की हिम्मत फिलहाल पाकिस्तान में नहीं है, इसलिए वह चीन की मदद से संयुक्त राष्ट्र संघ का दरवाजा खटखटा रहा है। आजादी के बाद यह पहला मौका है कि कश्मीर मुद्दे पर भारत हमलावर हुआ है। अलबत्ता नरेन्द्र मोदी ने लालकिले की प्राचीर से यह संकेत दे दिया है कि अब देश को एक कानून के लिए तैयार रहना चाहिए। कश्मीर से अनुच्छेद 370 को हटाने के बाद एक देश, एक संविधान की मांग तो पूरी हो गई है, लेकिन अभी एक देश, एक कानून की मांग बाकी है। इस मांग को पूरा करने के लिए ही मोदी ने कहा कि छोटा परिवार रखना भी देशभक्ति है। यानि जो लोग बड़ा परिवार रखते हैं उनकी देशभक्ति पर सवालिया निशान लग सकता है। देश में यह बात पहले भी उठी है कि बढ़ती आबादी देश के संसाधनों को कम कर देती है। ऐसा नहीं कि देश में कृषि उत्पादन कम हुआ है, या फिर विकास के काम नहीं हुए, लेकिन लगातार बढ़ती आदि के कारण सब सुविधाएं कम पड़ जाती है। चूंकि आबादी को लेकर भी देश में अलग-अलग कानून बने हुए हें, इसलिए समाज में भेदभाव होता है। एक वर्ग को लगता है कि देश के कानून का पालन करने की जिम्मेदारी सिर्फ उसी पर क्यों है? क्या देश का कानून सब पर लागू नहीं होना चाहिए? दुनिया में संभवत: भारत ही ऐसा मुल्क होगा, जहां नागरिकों के लिए अलग अलग कानून है। सब जानते हैं कि छोटा परिवार खुशहाली का प्रतीक होता है तो फिर अधिक बच्चे क्यों पैदा किए जाते हैं? देश में लम्बे अर्से से बहस चल रही है कि हमारी सेना एकजुट होनी चाहिए। फिलहाल सेना जल, थल और वायु में विभाजित है। तीनों सेनाओं के अलग-अलग सेनाध्यक्ष है, ऐसे में कई बार तालमेल में मुश्किल होती है। 15 अगस्त को नरेन्द्र मोदी ने इस मांग को भी पूरा कर दिया। अब चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ की नियुक्ति की जाएगी। मोदी ने कहा कि इससे जहां सेना में एकरूपता आएगी, वहीं सेना का एक साथ विकास भी होगा। सैनिकों को सभी सुविधाएं समान रूप से मिलेंगी। एक संविधान, एक कानून, एक झंडा एक सेना होने से देश कितना मजबूत होगा, इसका अंदाजा लगाया जा सकता है। 
चिदम्बरम का समर्थन:
15 अगस्त को मोदी ने छोटे परिवार का जो प्रस्ताव रखा उसका समर्थन कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केन्द्रीय मंत्री पी चिदम्बरम ने भी किया है। चिदम्बरम ने एक समारोह में कहा कि छोटा परिवार आज भारत की जरूरत है। प्रधानमंत्री के इस आह्वन का समर्थन किया जाना चाहिए। 
एस.पी.मित्तल


हथनी कुंड और बीसलपुर बांध सीमा के पार


17 अगस्त तक भर जाएगा एक करोड़ लोगों की प्यास बूझाने वाला बीसलपुर बांध। 
पांच घंटे में एक मीटर पानी की आवक। जल स्तर 313 मीटर के पार। 
315.50 मीटर है भराव क्षमता। टोंक में प्रशासन ने अलर्ट किया।
जयपुर। राजस्थान के बीसलपुर बांध का जलस्तर 312.25 मीटर मापा गया। पानी की आवक को देखते हुए उम्मीद है कि रात आठ बजे तक बांध का जल स्तर 313 मीटर पार कर जाएगा। अगले दो दिन में यानि 17 अगस्त तक बांध में भराव क्षमता के अनुरूप 315.50 मीटर पानी आ जाएगा। इस स्थिति को ध्यान में रखते हुए ही टोंक प्रशासन ने बनास नदी के किनारे रहने वाले लोगों को अलर्ट कर दिया है। बांध के भरने पर चैनल गेट खोले जाएंगे जिसकी वजह से बीसलपुर के बाद बनास नदी में पानी का बहाव होगा। बीसलपुर बांध के जलस्तर पर निगरानी रखने वाले सहायक अभियन्ता मनीष बंसल ने बताया कि तीन नदियों के संगम त्रिवेणी पर सात मीटर के गेज है। चूंकि बांध के भराव क्षेत्र चित्तौड़ और भीलवाड़ा में मूसलाधार वर्षा जारी है इसलिए बांध में पानी की आवक तेज गति से हो रही है। मालूम हो कि बनास नदी को टोंक जिले के बीसलपुर बांध में दो पहाडिय़ों के बीच रोक कर बांध का निर्माण किया गया है। इसलिए बांध की जिम्मेदारी टोंक प्रशासन के पास है। यदि चैनल गेट खोले जाते हैं तो पिछले तीन वर्ष में यह पहला मौका होगा जब बीसलपुर के आगे बनास नदी का पानी देखने को मिलेगा। वर्ष 2016 में तब बांध पूरा भरा था, तब चैनल गेट खोले गए थे। 
अजमेर की सप्लाई पर निर्णय नहीं:
बीसलपुर बांध से अजमेर, जयपुर, दौसा और टोंक जिले की करीब एक करोड़ आबादी की प्यास बुझाई जाती है। अजमेर जिला तो पूरी तरह इसी बांध पर निर्भर है। चूंकि गत वर्ष बांध में 310.24 मीटर की पानी आया, इसलिए सबसे ज्यादा अजमेर पर असर पड़ा। कमजोर राजनीतिक नेतृत्व के कारण शहरी क्षेत्र में तीन दिन में एक बार मात्र 45 मिनट के लिए पेयजल की सप्लाई की गई, जबकि जयपुर को प्रतिदिन सप्लाई जारी रखी। अब जब बांध में पर्याप्त मात्रा में पानी आ गया है, तब भी सप्लाई के अंतराल को अजमेर में कम नहीं किया जा रहा है। जलदाय विभाग के अधीक्षण अभियंता सीएल जाटव ने बताया कि बांध से पानी की आवक बढ़ाने और सप्लाई करने का निर्णय राज्य सरकार में उच्च स्तर पर होता है। अब कोई ताजा निर्देश प्राप्त नहीं हुए हैं। इसलिए अजमेर के शहरी क्षेत्रों में पहले की तरह पेयजल सप्लाई रहेगी। 
एस.पी.मित्तल


अधिकारी खा रहे काजू-बादाम, पुष्कर मंदिर


चार करोड़ रुपए के फंड के बाद भी विश्व के एक मात्र ब्रह्मा मंदिर की इमारत जर्जर। 
भगवान को सब्जी रोटी का भोग, अफसर खा रहे हैं काजू-बादाम। 
जब भाजपा की सीएम वसुंधरा ने कुछ नहीं किया तो कांग्रेस के अशोक गहलोत क्यों करें?
पिछले ढाई वर्ष से पुष्कर स्थित विश्व के एक मात्र ब्रह्मा मंदिर की देखरेख का काम राज्य सरकार द्वारा गठित प्रबंध कमेटी कर रही है। इस कमेटी का अध्यक्ष अजमेर के जिला कलेक्टर को बना रखा है और कमेटी में क्षेत्र के एसडीएम, तहसीलदार आदि सदस्य है। इसमें कोई दो राय नहीं कि सरकार की कमेटी के कब्जे के बाद ब्रह्मा मंदिर की आय कई गुना बढ़ गई। आय का अनुमान इसी से लगाया जा सकता है कि कमेटी के पास अब तक चार करोड़ रुपए जमा हो गए हैं। यह बात अलग है कि ब्रह्मा मंदिर में जब महंत रहे तब मंदिर की पंरपरा के अनुरूप बाहर से आने वाले साधु संतों का सत्कार और तीज त्यौहारों पर धार्मिक कार्यक्रम होते थे, लेकिन अब जिला कलेक्टर की अध्यक्षता वाली कमेटी का कब्जा है, इसलिए विश्व विख्यात ब्रह्मा मंदिर का प्रबंध सरकारी ढर्रे पर चल रहा है। मंदिर की इमारत जर्जर स्थिति में है, लेकिन सरकारी कारिंदों को कोई चिंता नहीं है। मंदिर परिसर की दीवारें जगह जगह से टूटी पड़ी है तथा छत का प्लास्तर श्रद्धालुओं पर गिर रहा है। इतना ही नहीं बरसात के मौसम में छतों से पानी भी टपक रहा है।  जगह-जगह गंदगी है तो मंदिर का सामान कबाड़ हो रहा है। हालात इतने खराब है कि मंदिर द्वारा संचालित गौशाला की सफाई तक नहीं हो रही है। वैसे तो गौशाला की गायों को रखने में सरकारी कारिंदों की कोई रुचि नहीं हंै। मुश्किल से दस गाय होंगी, जिनकी देखभाल भी नहीं हो पा रही है। ब्रह्मा मंदिर के अंतर्राष्ट्रीय महत्व और  आतंकियों की धमकी को देखते हुए मंदिर परिसर में सशस्त्र सुरक्षा बल तैनात है, लेकिन फिर भी सरकारी प्रबंध कमेटी सुरक्षा गार्डों के नाम पर मोटी राशि प्रतिमाह खर्च  कर रही है। सवाल उठता है कि जब चार करोड़ की राशि बैंक में जमा है तो फिर ब्रह्मा मंदिर की ऐतिहसिक इमारत की मरम्मत क्यों नहीं करवाई जाती? यदि कोई हादसा हो गया तो उसकी जिम्मेदारी किसकी होगी? क्या सरकार का उद्देश्य ब्रह्मा मंदिर से कमाई करने का कही है? महंत सोमपुरी के निधन के बाद जब सरकार ने मंदिर पर कब्जा किया तब कहा गया था कि मंदिर से प्राप्त होने वाली राशि को श्रद्धालुओं की सुविधाओं पर ही खर्च किया जाएगा, लेकिन पिछले ढाई वर्ष से सरकार ने मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं को सुविधा देने की कोई योजना नहीं बनाई। 
नेता और अफसर खा रहे है काजू बादाम:
महंत के कार्यकाल में मंदिर की परंपरा के अनुरूप रोजाना स्वादिष्ट व्यंजनों का भोग भगवान के लगाया जाता था, लेकिन सरकारी कारिंदे, अब सिर्फ सब्जी रोटी का भोग लगाते हैं। यानि सरकार ने भोग के मामले मेंभी धार्मिक परंपरा को खत्म कर दिया है। यह बात अलग है कि मंदिर में जब कोई मंत्री या बड़ा अधिकारी परिवार सहित दर्शन के लिए आता है तो उसे काजू बादाम का नाश्ता करवाया जाता है। चूंकि धनराशि खर्च करने का अधिकार भी कलेक्टर की अध्यक्षता वाली कमेटी के पास है, इसलिए मंत्रियों और अफसरों को खाने पिलाने में कोई कसर नहीं छोड़ी जाती। 
कांग्रेस के सीएम गहलोत क्यों करे?
इस समय राजस्थान में अशोक गहलोत के नेतृत्व में कांग्रेस की सरकार है, इसलिए ब्रह्मा मंदिर की व्यवस्थाएं सुधारने की जिम्मेदारी कांग्रेस सरकार की है। लेकिन सवाल उठता है कि अशोक गहलोत सुधार क्यों करें? असल में मंदिर पर सरकारी कब्जा करवाने का कृत्य तो भाजपा सरकार की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने किया था। यूं तो वसुंधरा राजे स्वयं को बेहद धार्मिक होने का दिखावा करती है, लेकिन आज ब्रह्मा मंदिर की दुर्दशा के लिए वसुंधरा राजे ही जिम्मेदार है। महंत सोमपुरी के निधन के बाद सरकारी कब्जे का फैसला वसुंधरा राजे ने ही किया। जब वसुंधरा राजे अपने कार्यकाल में मंदिर में धार्मिक गतिविधियों की रक्षा नहीं कर सकी तो अब कांग्रेस सरकार से उम्मीद करना बेमानी है। 
सृष्टि के रचियता है ब्रह्मा:
भारत की सनातन संस्कृति में माना जाता है कि सृष्टि के रचियता भगवान ब्रह्मा हैं। लेकिन आज उनके मंदिर की स्थिति ही जर्जर हो रही है। जिन ब्रह्माजी  ने इस सृष्टि को बनाया उनके मंदिर को मरम्मत की दरकार है। भारत की लालफीताशाही का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि मंदिर से कमाई तो की जा रही है, लेकिन श्रद्धालुओं को सुविधा नहीं दी जा रही है। जिन दान पात्रों से चार करोड रुपए एकत्रित किए गए उन दान पात्रोंको भी श्री सीमेंट जैसे संस्थान से मुफ्त में लिया गया है। 
रिटायर कर्मचारी के भरोसे मंदिर:
विश्व विख्यात ब्रह्मा मंदिर अजमेर तहसील के रिटायर कर्मचारी सत्यनारायण पारीक के भरोसे हैं। पारीक गत वर्ष 31 मई को रिटायर हो गए, लेकिन ब्रह्मा मंदिर का मोह नहीं छोड़ा। रिटायरमेंट के बाद संविदा कर्मी के तौर पर पारीक ने नियुक्ति पा ली। सवाल उठता है कि पारीक का मंदिर प्रबंधन में इतना मोह क्यो हैं? कमेटी ने पारीक को मंदिर परिसर में एक कमरा दे रखा है जिसमें बैठ कर पारीक दिनभर पंचायत करते हैं। पारीक के व्यवहार को लेकर कई बार शिकायतें हो चुकी है, लेकिन कमेटी कोई सुनवाई नहीं करती। 
एस.पी.मित्तल


भारत रत्न 'अटल' की प्रथम पुण्यतिथि मनाई

अश्वनी उपाध्याय


भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी की प्रथम पुण्यतिथि पर याद किया "
गाजियाबाद । भारतीय जनता पार्टी के पूर्व लोनी नगरपालिका अध्यक्ष मनोज धामा ने अपने कैंप कार्यालय बेहटा हाजीपुर पर भारत रत्न परम श्रद्धेय पूर्व प्रधान मंत्री स्व: अटल बिहारी वाजपेयी की प्रथम पुण्यतिथि पर श्रद्धा सुमन अर्पित किये ।
इस अवसर पर भाजपा कार्यकर्ताओ ने अटल के चित्र के समक्ष माला व पुष्प अर्पित किये तथा उनकी आत्मा की शांति के लिये दो मिनट का मौन किया।
इस अवसर पर मनोज धामा ने सभी के समक्ष अपने विचारों से पूर्व प्रधान मंत्री अटल को याद किया तथा बताया कि किस प्रकार से संघर्ष की राजनीति करते हुये उन्होंने 1998 से लेकर 2004 तक एनडीए की सरकार का नेतृत्व किया । माननीय अटल बिहारी वाजपेयी तीन बार देश के प्रधानमंत्री बने। एक बार 1996 मे तो केवल मात्र 13 दिनों तक उनकी सरकार चली । पुन: 1998 मे प्रधान मंत्री बने । फिर 1999 से लेकर 2004 तक उन्होने अपना कार्यकाल पूरा किया । 
मनोज धामा जी ने बताया कि गत वर्ष 16 अगस्त को राजनीति के चमकते सितारा ने हम सभी के बीच से विदा ली। वो दिन भाजपा परिवार के लिये बेहद ही दु:खद रहा है ।हम सभी को आज भी उनकी कमी महसूस होती है। भाजपा परिवार के प्रत्येक कार्यकर्ता को उनके जीवन से प्रेरणा लेनी चाहिए कि किस प्रकार से एक छोटा सा कार्यकर्ता शीर्ष नेतृत्व तक पँहुच सकता है। लेकिन उसके लिये हमे अपना जीवन तपाना पडता है। कठिन संघर्ष करना पडता है तब जाकर हम लोग देश की सेवा कर पाते हैं।
पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष ने कहा कि स्व: अटल बिहारी वाजपेयी जी भारतीय राजनीति के युगपुरूष थे। जिन्होंने देश मे मूल्यों व आदर्शों की राजनीति को बढावा दिया। उनका "सबका साथ- सबका विश्वास"का भाव आज भी हम सबके लिये प्रेरणा है। सन 2014 मे पूर्व पीएम अटलजी को देश के सर्वोच्च सम्मान "भारत रत्न" से सम्मानित किया गया।
उनके कार्यकाल मे सर्वसमाज के उद्धार के लिये अनेकों योजनाएं परवान चढी जिसमें "सर्वशिक्षा अभियान, संचार को बढावा, स्वर्ण चतुर्भुज सडक योजना सहित सैकड़ों योजनाएं उनके कार्यकाल मे चली ।स्व:अटल बिहारी वाजपेयी जी की सरकार मे ही मई 1998 मे पोखरण मे परमाणु परीक्षण किया गया। इस परमाणु परीक्षण के साथ ही हम लोग विश्व मे परमाणु शक्ति वाले देशों मे शुमार हुये । कई देशों के विरोध के बावजूद अटलजी की सरकार ने परीक्षण का साहसिक फैसला किया ।
इस अवसर पर भाजपा जिलाध्यक्ष बसंत त्यागी ,संगम विहार मंडल अध्यक्ष रूपेन्द्र चौधरी,सभासद अमित तोमर, रोहित भारदुाज,सतीश जैन, देवेन्द्र पाल,सतपाल शर्मा, बबलू खलीफा, इन्द्रजीत,मुकेश पाल, सतेन्द्र शर्मा, अनुज त्यागी, कमल प्रकाश, दिनेश कठेरिया, राजीव शर्मा, अरूण मिश्रा,अकिंत अवस्थी ,संजय चौधरी ,ओमपाल सिंह ,योगेन्द्र पांचाल, प्रवीन ढिंगिया, जोंटी वाल्मीकि सहित सैकड़ों की संख्या मे भारतीय जनता पार्टी के देवतुल्य कार्यकर्ता उपस्थित रहे।


जनसंख्या नियंत्रण का होगा प्रचार-प्रसार

अकांशु उपाध्याय


गाजियाबाद । डासना देवी मंदिर के महंत और क्रान्तिकारी सन्यासी यति नरसिंहानंद सरस्वती के द्वारा जनसंख्या नियंत्रण को लेकर धरना प्रदर्शन करते हुए अपनी आवाज को बुलंद किया है और उनकी आवाज इतनी बुलंद हुई कि उसे देश के प्रधानमंत्री ने सुना समझा और उस पर संज्ञान लिया। जनसंख्या समाधान फाउंडेशन के द्वारा आयोजित कार्यक्रम में नरसिंह आनंद सरस्वती के द्वारा राष्ट्रीय अध्यक्ष अनिल चौधरी का स्वागत किया गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा जनसंख्या विस्फोट के विषय को स्वीकार करते हुए इससे पडने वाले दुष्प्रभाव के विषय में भी जानकारी दी। देश की जनसंख्या को लेकर अपने विचार व्यक्त करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले की प्राचीर से संपूर्ण देश को यह संदेश दिया है। यदि देश की जनसंख्या समय रहते नियंत्रित नहीं की गई। इसके भयानक परिणाम संपूर्ण देश को भुगतने होंगे। इसलिए इस विषय पर चिंतन करने की आवश्यकता है। जनसंख्या नियंत्रण करना हमारी प्राथमिकता में है। जिसके बाद यह निर्णय लिया गया है कि वह और उनके देश भर में फैले सभी अनुयाई 11 अक्टूबर से देशभर में पदयात्रा करके जनसंख्या नियंत्रण का प्रचार प्रसार करेंगे।


भाजपा नेता पवन मावी की गिरफ्तारी की मांग

सचिन विशौरिया


हो सकती है विपक्ष के दबाव में पवन मावी पर कार्यवाही


गाजियाबाद । लोनी का राजनीतिक माहौल एक बार फिर गरम हो गया है। जहां समाजवादी पार्टी के नेताओं से भिड़े भाजपा जिला पंचायत अध्यक्ष पवन मावी के द्वारा बताया गया वाकया इस प्रकार है कि कुछ दिन पहले समाजवादी के नेता लोनी के अपने किसी कार्यक्रम में आए थे। जहां उनकी गाड़ी का तेल खत्म होने के कारण बंद हो गई थी। जिसमें समाजवादियों ने लोनी की दुर्दशा को लेकर सोशल मीडिया पर कमेंट करना शुरू कर दिया। जिसका जवाब देते हुए जिला पंचायत अध्यक्ष पवन मावी ने सोशल मीडिया पर ही सपाइयों को उनका जवाब दिया। पवन मावी कि इस जवाबदेही से रुष्ट होकर समाजवादी पार्टी के नेताओं ने एकत्रित होकर गाजियाबाद कप्तान को शिकायत पत्र देकर, गिरफ्तारी की मांग की है।


भाजपा के ढुलमुल रवैए से सफल रैली?

राणा ओबराय
क्या सांसद बीरेंद्र सिंह प्रदेश भाजपा के ढुलमुल सहयोग से कर पायेंगे सफल रैली
चण्डीगढ़। भाजपा अर्थात बीरेंद्र सिंह द्वारा आयोजित जींद रैली कितनी सफ़ल हो पायेगी यह तो आज की रैली ही बतायेगी। परन्तु इस रैली से एक खास बात साबित होगी जो हरियाणा में पुनः होने वाले विधानसभा चुनाव में बीरेंद्र सिंह को स्थापित करेगी।क्योंकि हरियाणा प्रदेश भाजपा का जींद रैली को प्रचार प्रसार कम है।
हरियाणा में भाजपा के दिग्गज नेता पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं सांसद चौधरी बिरेंदर सिंह और उनका आईएएस बेटा बृजेन्द्र सिंह जिनका राज्य में अपना अलग से भी जनाधार है उसी हालात में अपने गृह जिले जींद में प्रदेश स्तर की रैली कर रहे हैं। जिस तरह 18 अगस्त को हरियाणा में कांग्रेस के दिग्गज नेता व पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा जिनका अपना भी खुद का जनाधार है अपने गृह जिले रोहतक में प्रदेश स्तर की रैली कर रहे हैं। इन दोनों रैलियों के आयोजन के पीछे कारण और हालात एक जैसे हैं दोनों की रैली कहीं न कहीं व्यक्तिगत ही हैं। रोहतक रैली अर्थात चौधरी भूपेंद्र सिंह हुड्डा की रैली की चर्चा फिर करेंगे आज जींद में आ रहे केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को लेकर चर्चा करते हैं। पूर्व केंद्रीय मंत्री चौधरी बीरेंद्र सिंह की आज की रैली के आयोजन के पीछे दो तीन महत्वपूर्ण कारण हैं। एक तो विधानसभा का चुनाव और उसमें टिकटों के बंटवारे के समय अपनी हिस्सेदारी सुनिश्चित करना है तो एक छुपा हुआ मकसद हरियाणा में भाजपा में बहुत पावरफुल हो चुके मुख्यमंत्री मनोहर लाल को चुनौती देना और अपने आका को यह बताना भी है कि रैली में मुख्यमंत्री के लोगों ने कोई रुचि नहीं ली।यह सारा शक्ति परीक्षण उनका अपना है। रैली की सफलता के लिए की गई करें कि गए जनसंपर्क में भी सारा प्रबंधन मेहनत समायोजन चौधरी बिरेंदर सिंह और उनके नजदीकी लोगों का रहा इसमें मुख्यमंत्री के नाम पर राजनीति करने वाले भाजपा के ज्यादातर भाजपा नेताओं ने दूरी बनाए अपने की नीति को प्रतिपालित किया। देखा जाए तो यह रैली हरियाणा में भाजपा को कमजोर करने का काम भी कर सकती है। आप जान लें कि भाजपा चौधरी नेता चौधरी बिरेंदर सिंह सोनीपत जींद और हिसार जिलों के अलावा पूरे हरियाणा में कहीं-कहीं अपने समर्थक कार्यकर्ताओं के लिए टिकट चाहते हैं और अब अपना राजनीतिक वजूद बचाने के लिए उसी तरह संघर्ष कर रहे हैं जैसे कांग्रेस में भूपेंद्र सिंह हुड्डा। चौधरी बिरेंदर सिंह की चिंता यह है कि बेशक वे केंद्र में मंत्री रहे अब उनका बेटा सांसद बन गया है उनकी पत्नी विधायक है परंतु वे हरियाणा में मुख्यमंत्री पद के दावेदार रहे हैं ।आज जिस तरह हरियाणा में 75 पार और मुख्यमंत्री मनोहर लाल पूरे हरियाणा में छाए हुए हैं, उसमें वे अपना वजूद तलाश करते नजर आ रहे हैं। उन्हें पता है कि मुख्यमंत्री टिकटों के मामले में उन्हें कहीं भी सहयोग नहीं करने वाले हैं। आप अनुमान लगा सकते हैं कि जिन सीटों पर चौधरी बिरेंदर सिंह अपना हस्तक्षेप असर और हक मानते हैं वहीं मुख्यमंत्री ने इधर-उधर से जुगाड़ कर अपनी ऐसी गोटिया पहले ही फिट कर दी हैं जिन्हें टिकट बंटवारे के समय दरकिनार करना बहुत कठिन हो जाएगा। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह चौधरी बिरेंदर सिंह को भाजपा में लेकर आए थे ।उन्होंने बहुत बार चौधरी बिरेंदर सिंह के हितों का ध्यान रखा है ।यहां तक कि जब वे भाजपा में शामिल हुए और 2014 का चुनाव आया तो उस समय भी विधानसभा की टिकटों में उन्हें ज्यादा तो नहीं परंतु कुछ टिकटें अलग से दी गई थी। यह अलग बात है कि उनमें से विधायक केवल उनकी पत्नी प्रेमलता उचाना ही बन पाई ।बता दें कि चौधरी विरेंद्र विरेंद्र सिंह के पुत्र बृजेंद्र सिंह को हिसार से लोकसभा की टिकट दिलाने में भी श्री अमित शाह की ही अहम भूमिका थी। परंतु जिन लोगों ने चौधरी विजेंद्र सिंह का केंद्रीय मंत्रिमंडल से यह तर्क देकर त्यागपत्र दिलवाया कि परिवारवाद और व्यक्तिवाद के आरोपों से बचने के लिए ऐसा करना जरूरी है। कहां गया कि लोग कहेंगे कि वीरेंद्र सिंह के परिवार के 3 सदस्य हैं और तीनों भाजपा के विधायक सांसद और मंत्री है। चौधरी बिरेंदर सिंह जींद रैली के मंच से अमित शाह को यह समझाने की कोशिश करेंगे कि आज की रैली में किन-किन लोगों ने सहयोग नहीं किया और निज हित पूर्ति के लिए उन्हें और भाजपा दोनों को कमजोर करने का षडयंत्र रचा है। आज की जींद रैली इस बात को भी तय करने वाली है कि नौ नौ विधानसभाओं का प्रतिनिधित्व करने वाले हरियाणा के भाजपा के लोकसभा सदस्य तथा राज्यसभा सदस्यों को टिकट वितरण में कुछ हिस्सेदारी मिलने वाली है या नहीं ,जिन्हें मुख्यमंत्री मनोहर लाल उतना तवज्जो नहीं देते जितनी उनकी अपेक्षा है । भाजपा को यह समझ में आ जाएगा कि सांसदों आदि की यह महत्वाकांक्षा तो है ही ,आने वाले समय में हक के नाम पर बड़ा गतिरोध बन गया तो कोई आश्चर्य नहीं होगा ।ऐसा इसलिए भी होता दिख रहा है कि अब भ्रम फैल गया है कि विधानसभा चुनाव में जिस किसी को टिकट दिया जाएगा वहीं एमएलए बन जाएगा। यह मान्यता भी आम हो गई है कि टिकटों में मुख्यमंत्री मनोहर लाल ही निर्णायक साबित होने वाले हैं ।
उन्होंने शतरंज के मोहरे बड़ी चतुराई से ऐसे फिट कर दिए हैं कि देखते ही बनता है। आज की जींद रैली हरियाणा में भाजपा की चिंता बढ़ाने वाली हो सकती है। आज की रैली के बाद पूरे राज्य में यह चर्चा भी आम हो जाएगी कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल अपने मंत्री मनीष ग्रोवर राव नरबीर सिंह प्रदेश अध्यक्ष सुभाष बराला राजीव जैन संजय भाटिया नायब सैनी सैनी कृष्ण लाल पंवार कृष्ण बेदी आदि पर ही भरोसा करते हैं। उनसे ही अंदर की मंत्रणा करते हैं हर किसी से नहीं। वैसे भारतीय जनता पार्टी के नेता जींद की आज की रैली मैं 2 वर्ष पहले इसी मैदान पर हुई एक फ्लॉप बाइक रैली को जरूर भूलना चाहेंगे।


कांग्रेस नेता के घर 'आप' की पत्थरबाजी

वरूण कुमार


गुरदासपुर। पंजाब कांग्रेस के सीनियर नेता सुनील जाखड़ के घर आप नेता द्वारा पत्थर बाज़ी और पेट्रोल छिड़क कर आग लगाने का आरोप लगा है| सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक इस मामले में पुलिस ने आप के ब्लॉक प्रधान रमेश सोनी को हिरासत में लिया है| इस व्यक्ति ने जाखड़ की कोठी पर पथराव किया और कोठी के अंदर पेट्रोल छिड़क कर आग लगाने की कोशिश की| फिलहाल कोई बड़ा हादसा नहीं हुआ और पुलिस इस मामले में पूछताछ कर रही है|


दो बहनों की गला रेतकर हत्या:चंडीगढ़

विनोद कुमार


चंडीगढ़। स्वतंत्रता दिवस के मौके पर हजारों पुलिसकर्मियों की तैनाती के बावजूद सेक्टर 22 में दो बहनों की गला रेत कर हत्या कर दी गई है । दोनों बहनों की पहचान अबोहर की रहने वाली राजवंत कौर व मनप्रीत कौर के तौर पर हुई है। दोनों बहने सेक्टर 22 के मकान नंबर 2598 में पिछले 4 सालों से बतौर पीजी रहती थीं। वे जीरकपुर की फैक्ट्री में काम करती थी। सूत्रों के अनुसार  उनके पीजी में कोई दाखिल हुआ। दाखिल होने के बाद अज्ञात ने दोनों बहनों की बेरहमी से गला रेत कर हत्या कर दी। सुबह जब परिजनों द्वारा  दोनों बहनों को फोन किया जा रहा था तो उनमें से किसी ने भी फोन नहीं उठाया। जिसके बाद परिजनों द्वारा चंडीगढ़ में रहने वाला अपने किसी रिश्तेदार को कॉल कर दोनों बहनों को देखने के लिए जाने को कहा। जब वह रिश्तेदार उन्हें देखने के लिए पीजी गया तो दरवाजे पर बाहर से ताला लगा हुआ था। ताला तोड़कर अंदर जाकर देखा तो वह घबरा गया। अंदर दोनों बहनों की लाशें पड़ी थी। चारों तरफ खून फैला हुआ था। इसकी सूचना पुलिस को दी गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने दोनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए शव गृह में रखवा दिया है तथा  परिजनों को सूचना दे दी गई है।


मुठभेड़ के बाद दो शातिर बदमाश गिरफ्तार

गौतमबुद्ध नगर। दादरी में पुलिस ने मुठभेड़ के बाद दो इनामी बदमाशों को गिरफ्तार किया है। बदमाशों की पहचान लोकेश उर्फ रॉकी और गौरव के रूप में हुई है। शहर में लूट-पाट के एक मामले में शामिल दो बदमाशों को पुलिस ने बृहस्पतिवार देर रात को एक मुठभेड़ के दौरान गिरफ्तार कर लिया। पुलिस द्वारा चलाई गई गोली दोनों बदमाशों को लगी। उन्हें उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
एसपी (ग्रामीण) रणविजय सिंह ने बताया कि 11 अगस्त को दादरी में स्थित कॉब शोरूम में धावा बोल कर हथियारबंद बदमाशों ने शोरूम के प्रबंधक के साथ मारपीट की और वहां से 15 हजार रुपए नगद लूट लिये। एसपी ने बताया कि इस मामले की जांच के दौरान बदमाशों की पहचान लोकेश उर्फ रॉकी और गौरव के रूप में हुई थी। दोनों पर 25 -25 हजार रुपये का इनाम रखा गया था।पुलिस अधिकारी ने बताया कि पकड़े गए बदमाशों के पास से घटना में प्रयुक्त एक मोटरसाइकिल, 10 हजार रुपये नगद, एक पिस्तौल, एक देसी तमंचा और कई कारतूस बरामद हुए हैं। उन्होंने बताया कि पकड़े गए बदमाशों ने लूटपाट की कई वारदातें करना स्वीकार किया है।


परमाणु उपयोग प्रस्थिति पर निर्भर:सिंह

नई दिल्‍ली। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने पोखरण में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को श्रद्धांजलि दी पोखरण पहुंचे रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि हमारी नीति रही है कि हम परमाणु हथियार का पहले प्रयोग नहीं करेंगे। लेकिन आगे क्या होगा, यह परिस्थितियों पर निर्भर करता है।


बता दें, पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की पहली पुण्यतिथि पर राजनाथ पोखरण पहुंचे और श्रद्धांजलि देते हुए अटल जी के साहसिक फैसले का जिक्र किया। बता दें, मई 1998 में पोखरण में परमाणु परीक्षण किया गया था।उस समय वाजपेयी प्रधानमंत्री थे। इससे पहले केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने फेसबुक पोस्ट लिखकर पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने लिखा, 'अटलजी भारतीय राजनीति के ऐसे युगपुरूष थे, जिन्होंने मूल्यों एवं आदर्शों के साथ शुचिता और सुशासन की राजनीति को बढ़ावा दिया। उनका, सबका साथ सबका विश्वास का भाव आज भी हम सबके लिए प्रेरणा है। ‪अटलजी की प्रथम पुण्यतिथि पर मैं उन्हें नमन करते हुए अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं।


अनियंत्रित बोलेरो पुलिया में घुसी,दो की मौत

गुना। जिले में एक भीषण हादसा हुआ है, चाचौड़ा क्षेत्र के जयसिंह पुरा के पास एनएच 46 पर एक तेज रफ़्तार बोलेरो अनियंत्रित होकर पुलिया में जा घुसी। हादसे में दो लोगों की मौत हो गई जबकि चार लोगों घायल बताये जा रहे हैं। इस दर्दनाक हादसे में बोलेर में सवार शाजापुर जनपद पंचायत के सीईओ पुरुषोत्तम शर्मा की मौके पर ही मौत हो गई है।


जानकारी के मुताबिक चाचौड़ा क्षेत्र के जयसिंह पुरा के पास एनएच 46 पर शुक्रवार को एक बड़ा हादसा हुआ। शाजापुर जनपद पंचायत के सीईओ पुरूषोत्तम शर्मा गुना से शाजापुर की तरफ लौट रहे थे, तभी एक उनकी बोलेरो तेज रफ़्तार में अनियंत्रित होकर पुलिया से टकरा गई। टक्कर इतनी जोर की थी कि बोलेरो के आगे का हिस्सा बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। इस हादसे में गाड़ी में सवार मुख्य कार्यपालन अधिकारी पुरुषोत्तम शर्मा व उनके ड्राइवर जीतेंद्र सिंह की मौके पर मौत हो गई। दोनों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए चाचौड़ा भेजा गया है। टक्कर के बाद ड्राइवर गाड़ी में फंस गया वहीं, अधिकारी का शव जीप में लटक गया। सड़क से गुजर रहे लोगों और पुलिस ने शवों को वाहन से निकाला और पोस्टमार्टम के लिए चाचौड़ा भेजा।


रैली को संबोधित करेंगे अमित शाह

नई दिल्‍ली। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह आज हरियाणा के जींद से चुनावी जंग का आगाज करने जा रहे हैं। अमित शाह यहां बीजेपी की आस्था रैली को संबोधित कर चुनाव का बिगुल फूंकेंगे। इस रैली का आयोजन पूर्व केंद्रीय मंत्री चौधरी बीरेंद्र सिंह ने किया है। बीरेंद्र सिंह दीनबंधु सर छोटू राम के नाती और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के रिश्ते में भाई लगते हैं। उनकी पत्नी प्रेमलता जींद जिले के उचाना से बीजेपी की विधायक भी हैं। विधानसभा चुनाव को देखते हुए बीजेपी यहां रैली कर जाटों को लुभाने की पूरी कोशिश में है।


रैली में मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर अपनी पांच साल की सरकार का रिपोर्ट कार्ड भी पेश करेंगे। आशंका जताई जा रही है कि जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटने के बाद चल रही प्रतिक्रियाओं के बीच अमित शाह जींद की धरती से कोई बड़ा राजनीतिक संदेश भी दे सकते हैं। अमित शाह की इस रैली पर ना सिर्फ विपक्षी पार्टियां बल्कि पड़ोसी पाकिस्तान की भी नजर होगी। बता दें इसी साल हरियाणा में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं, जिसके चलते शाह जींद पहुंच रहे हैं। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और गृहमंत्री अमित शाह के दौरे के चलते एकलव्य स्टेडियम में मंच भी सज चुका है और गृहमंत्री की सुरक्षा के मद्देनजर न हर तरफ सुरक्षा व्यवस्था का खास ख्याल रखा गया है। इसके लिए सिर्फ जमीन पर ही नहीं बल्कि हवाई क्षेत्र पर भी जवानों की तैनाती की गई है और बीएसएफ के जवानों को हेलीकॉप्टर सुरक्षा में तैनात किया गया है। इसके लिए रैली एरिया के अलावा आसपास के इलाकों में भी सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं और सभी इलाकों पर खास नजर रखी जा रही है।


सुरक्षा व्यवस्था को देखते हुए पूरे एकलव्य स्टेडियम को ही छावनी में तब्दील कर दिया गया है और हर तरफ सुरक्षाकर्मियों की तैनाती की गई है। सुरक्षा के लिहाज से रैली की तरफ आने वाले रास्तों पर 20 नाके लगाए गए हैं, जहां वाहनों पर नजर रखी जाएगी और साथ ही इनकी वीडियोग्राफी भी की जाएगी। बता दें रैली स्थल और बाहर की व्यवस्था पर निगरानी के लिए 3 IPS, 30 DSP, 40 इंस्पेक्टर, 1300 पुलिस जवान, कमांडो और 200 महिला पुलिस कर्मियों की भी तैनाती की गई है। वहीं कार्यक्रम में किसी भी युवक और युवती को काले झंडों के साथ आने पर सख्त रोक लगाई गई है।


प्रशासन ने 'हमसफर'की बाउंड्री गिराई:रामपुर

रामपुर। समाजवादी पार्टी के नेता और रामपुर के सांसद आजम खान की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। अब उनके लक्जरी रिजॉर्ट 'हमसफर' की एक बाउंड्रीवॉल को प्रशासन ने गिरा दिया है। आरोप है कि ये दीवार अवैध कब्जा करके बनाई गई थी। समाजवादी पार्टी जब यूपी की सत्ता में थी उस वक्त आजम खान ने इस शानदार रिजॉर्ट को बनवाया था। आरोप है कि इस रिजॉर्ट की कुछ जमीन सरकारी है जिस पर अवैध कब्जा कर लिया गया था। अब प्रशासन ने कब्जा हटाने के लिए दीवार को गिरा दिया है।इस रिजॉर्ट का उद्घाटन खुद मुलायम सिंह यादव ने किया था। आरोप है कि इस रिजॉर्ट के लिए सिंचाई विभाग की जमीन पर अवैध कब्जा कर लिया गया। मोहम्मद अली जौहर यूनिवर्सिटी को लेकर आजम खान लगातार फंसते नजर आ रहे हैं। सबसे पहला विवाद दो शेरों की मूर्तियों का है। ये दोनों मूर्तियां रामपुर क्लब से चोरी हुई थीं। ये मूर्तियां उस दौर की हैं जब रामपुर में नवाबों का शासन था। ये दोनों मूर्तियां जौहर यूनिवर्सिटी में पाई गईं.दूसरा विवाद मदरसा आलिया की किताबों का है। 1774 में खोले गए इस मदरसे को आजम खान के ट्रस्ट ने लीज पर ले रखा है। यहां करीब 9 हजार प्राचीन किताबें थीं। साथ ही इस मदरसे का फर्नीचर भी बेशकीमती था। आरोप है कि ये किताबें और फर्नीचर जौहर यूनिवर्सिटी पहुंचा दिया गया। तीसरा विवाद जमीन से जुड़ा है। 78 हेक्टेयर में बनी इस भव्य यूनिवर्सिटी की 38 हेक्टेयर जमीन पर विवाद है। आरोप है कि इस जमीन को जबरन किसानों से ले लिया गया। यूनिवर्सिटी के लिए तीन बार सर्किल रेट कम कराए गए। सपा सरकार के दौरान इस यूनिवर्सिटी पर भारी भरकम सरकारी पैसा खर्च किया गया था।


योगी की सुरक्षा अभेद,कार्यालय बुलेट प्रूफ

 मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सुरक्षा होगी अभेद्य, लखनऊ कार्यालय को बनाया जाएगा 'बुलेटप्रूफ'


लखनऊ । उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सुरक्षा में सतर्कता बरतते हुए लखनऊ के लोकभवन स्थित मुख्यमंत्री कार्यालय को बुलेटप्रूफ बनाने के निर्देश दिए गए हैं।केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआइएसएफ) ने लोकभवन स्थित मुख्यमंत्री कार्यालय में बाहरी तरफ लगे शीशों को मुख्यमंत्री की सुरक्षा के लिए खतरा बताया है।इसलिए राजकीय निर्माण निगम को अब मुख्यमंत्री योगी के लखनऊ कार्यालय को बुलेटप्रूफ बनाने के निर्देश दिए गए हैं।
गृह विभाग के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि मुख्यमंत्री कार्यालय में सीसीटीवी कंट्रोल रूम बनाने और इनके जरिए पूरे परिसर पर नजर रखने की व्यवस्था भी होगी। जबकि लोकभवन में पब्लिक एड्रेस सिस्टम भी लगाए जाएंगे। मुख्यमंत्री कार्यालय के शीशों को बुलेटप्रूफ बनाने के साथ लोकभवन के पंचम तल पर एक एक्स-रे बैगेज स्कैनर भी लगाने को कहा गया है। कार्यालय की चहारदीवारी पर लेजर आधारित या इसी तरह का कोई अन्य इंट्रजन डिटेक्शन सिस्टम लगाया जाएगा।


बाढ़ पीड़ितों के लिए 500 घर बनाएंगे नाना

मुंबई। बॉलीवुड अभिनेता नाना पाटेकर महाराष्ट्र के बाढ़ पीड़ितो के लिये 500 घर बनाने जा रहे हैं। महाराष्ट्र में बारिश ने जमकर तबाही मचाई है। पश्चिमों महाराष्ट्र के जिलों में हजारों लोग बाढ़ से प्रभावित हैं। इस भयंकर स्थिति में कई लोगों के घर तहस-नहस हो गए। नाना पाटेकर उनकी मदद करने के लिए आगे आए हैं। नाना पाटेकर, नाम फाउंडेशन नाम का एनजीओ चलाते हैं। इस एनजीओ के माध्यम से वह बाढ़ पीड़ितों के लिए घर बनाएंगे। नाना पाटेकर ने एक कार्यक्रम में बाढ़ पीड़ितों से मुलाकात की। वहां पर उन्होंने 500 घर बनाने का ऐलान किया। नाना पाटेकर ने कहा , चिंता मत करिए. एक बार आपको छत मिल जाएगी तो सब कुछ ठीक हो जाएगा। सरकार ने हमें कुछ फंड दिया है। नाम फाउंडेशन पैसे इकट्ठा कर रहा है। जो भी काम हो सकता है हम कर रहे हैं। हम साथ मिलकर काम कर रहे हैं। कई लोग खुद आकर सहायता करने की पहल कर रहे हैं। नाना पाटेकर ने कहा , कई लोग आर्थिक मदद रूप से मदद कर रहे हैं। वह इसलिए आगे आ रहे हैं क्योंकि उन्हें विश्वास है. जब कभी भी किसी को कोई जरूरत होगी हम सभी मदद करने के लिए उनके साथ खड़े होंगे। जब मैं शिरोल आया तो वहां पर मुझे स्थिति का पता चला। इसलिए हमने 500 घर बनवाने का फैसला किया है।


कप्तान तेंदुलकर ने सोलर प्लांट का शुभारंभ किया

कप्तान तेंदुलकर ने सोलर प्लांट का शुभारंभ किया पंकज कपूर  रुद्रपुर। भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान और भारत रत्न से सम्मानित सचिन तेंदुलक...