रविवार, 11 अगस्त 2019

योगी गए तीन दिवसीय रूस यात्रा पर

लखनऊ । उत्तर प्रदेश में इन्वेस्टर्स समिट के बाद अब सीएम योगी आदित्यनाथ विदेश में भी औद्योगिक एवं व्यापारिक प्रोत्साहन करने के लिए तैयार हैं। इसी क्रम में सीएम योगी आदित्यनाथ आज तीन दिन के रूस के दौरे पर रवाना हो गए।मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 11 से 13 अगस्त तक रूस में होने वाले औद्योगिक एवं व्यापारिक प्रोत्साहन के लिए रूस में होने वाले कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे। इसमें सीएम योगी आदित्यनाथ उत्तर प्रदेश में डेयरी, फूड प्रोसेसिंग, ऊर्जा और कृषि क्षेत्र में निवेश की संभावनाओं पर बातचीत होगी और साथ ही प्रदेश में निवेश को लेकर कई समझौतों पर काम भी होगा। सीएम योगी आदित्यनाथ रूप में तीन एमओयू भी साइन करेंगे।प्रतिनिधिमंडल में वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल के साथ भाजपा शासित छह राज्यों के मुख्यमंत्री भी भाग लेंगे। इसमें उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ के साथ महाराष्ट्र के सीएम देवेंद्र फडवनीस, हरियाणा के सीएम मनोहर खट्टर, असोम के सीएम सर्बानंद सोनोवाल, गुजरात के सीएम विजय रूपाणी तथा गोवा के सीएम प्रमोद सावंत शिरकत करेंगे। रूस में होने वाले इस कार्यक्रम में मेटल, ऑयल, टिंबर, फूड प्रोसेसिंग आदि क्षेत्रों में प्रगति के लिए विशेष सेशन भी होंगे। गोयल के नेतृत्व में जा रहा प्रतिनिधिमंडल विभिन्न क्षेत्रों में रूस व भारत के सहयोग पर विचार-विमर्श करेगा। इसमें फिक्की व अन्य क्षेत्रों में कार्य कर रही कंपनियों के प्रतिनिधि भी शामिल होंगे।सीएम योगी आदित्यनाथ की इस यात्रा में उनके साथ तीन दर्जन से अधिक निवेशक और व्यापारी भी शामिल हैं। यह व्यापारी और निवेशक रूसी सरकार के लोगों के साथ मिलकर रूस और भारत दोनों जगह निवेश की संभावनाएं तलाशेंगे। योगी आदित्यनाथ के साथ जाने वाला प्रतिनिधिमंडल जिसमें अधिकारी भी शामिल हैं। वह यात्रा के दौरान निवेश के लिए आने वाले व्यापारियों खासकर विदेश से आने वाले व्यापारियों की समस्याओं के बारे में जानकर आने वाले समय में उन्हें दूर करने का प्रयास करेंगे। यह प्रतिनिधिमंडल 13 अगस्त को वापस लौटेगा। उसके बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस यात्रा के दौरान होने वाले समझौतों और आगे के निवेश की संभावनाओं के बारे में जानकारी भी देंगे।उद्यमियों और रूस के अधिकारियों के साथ छह सत्र होंगे। रूस के अमूर ओब्लास्ट प्रांत के साथ खाद्य एवं प्रसंस्करण, कृषि इंडस्ट्री, डेयरी और रिन्यूएबल एनर्जी सेक्टर को लेकर एमओयू साइन किए जाएंगे। इससे पहले लोकभवन में एक वीडियो कॉन्फ्रेन्सिंग हुई थी। इस दौरान रूस के प्रतिनिधिमण्डल ने रूस के सुदूर पूर्वी क्षेत्रों में व्यापार और उद्योग स्थापना की सम्भावनाओं के बारे में विस्तृत जानकारी दी।


संवेदनशील क्षेत्रों का निरीक्षण:वाराणसी

वाराणसी। जिलाधिकारी सुरेन्द्र सिंह ने श्रावण मास के अन्तिम सोमवार एवं बकरीद पर्व को देखते हुए विभिन्न स्थलों का निरीक्षण किया। निरीक्षण करते हुए पुलिस लाईन, ताडीखाना तिराहा, विद्यापीठ एवं फातमान रोड पर बने मस्जिदों का भी दौरा किया । पुलिस लाईन के पास यातायात व्यवस्था एवं श्रद्धालुओं के आवागमन तथा नमाज अदायगी के दौरान के परेशानी न हो इसके लिये संबंधित मजिस्ट्रेट एवं पुलिस अधिकारियों को निर्देशित किया। ताड़ीखाना तिराहे के पास जमा गंदा पानी एवं कीचड़ के साफ-सफाई ठीक से कराने का निर्देश दिया । काशी विश्वनाथ मन्दिर का निरीक्षण करते हुए उन्होंने आवागमन हेतु अलग-अलग लाइने बनवाने तथा काशी विश्वनाथ मन्दिर में एक ही समय नमाजियों एवं श्रद्धालुओं की भीड़ को व्यवस्थिति करने के लिए एस0पी0 सुरक्षा तथा मन्दिर के अधिकारियों को निर्देशित किया।
इसके बाद विकास भवन सभागार में बकरीद पर्व के मद्देनजर अल्पसंख्यक समुदाय के साथ बैठक कर पर्व को शान्तिपूर्ण एवं गंगा जमुनी तहजीब के साथ मनाने को कहा तथा कोई भी कार्य ऐसा न किया जाय, जिससे किसी को दिक्कत हो। उन्होंने साफ-सफाई तथा कुर्बानी के अवशेषों को एक जगह एकत्रित कराने का भी निर्देश दिया। ताकि उसका निस्तारण भी ठीक ढंग से किया जा सके।बैठक में एस0एस0पी आनंद कुलकर्णी, अपर जिलाधिकारी नगर विनय कुमार सिंह, अपर पुलिस अधीक्षक नगर दिनेश सिंह सहित समस्त मजिस्ट्रेटगण एवं अल्पसंख्यक समुदाय के सम्मानित नागारिक भी उपस्थित रहे।


तीन-तलाक:नए कानून के तहत पहला मामला

प्रयागराज में दर्ज हुआ तीन तलाक नए कानून को लेकर पहला मुकदमा


प्रयागराज। एडीजी के निर्देश पर तीन तलाक बिल पास होने के बाद शनिवार को घूरपुर थाने में पहला मुकदमा पति एवं ससुराल वालों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया। महिला के पति ने उसे सउदी अरब से फोन द्वारा तीन 'तलाक' कहा। पुलिस मुकदमा दर्ज करके मामले की जांच शुरू कर दी है।  घूरपुर में महिला संरक्षण विधेयक 2019 एवं दहेज उत्तपीड़न की शिकार बनी सबीना बेगम निवासनी खीरी प्रयागराज की शादी मजहबी रीतिरिवाज से 2 अप्रैल 2018 में घूरपुर के पिपीरसा गांव निवासी अशरफ अली के साथ हुई थी। पीड़िता के पिता ने अपने सामर्थ के मुताबिक दहेज भी दिया था। लेकिन ससुराल पक्ष व सबीना बेगम के पति अशरफ अली उसे दहेज के लिए प्रताड़ित करने लगे। प्रताड़ित करते हुए अपाचे मोटर साइकिल और एक लाख रूपया नगद , सउदी जाने का बीजा की मांग करने लगे। उक्त मांगों लेकर सबीना को आए दिन प्रताड़ित करने लगे। आए दिन की प्रताड़ना से परेशान होकर सबीना के पिता ने सामाजिक स्तर पर मामले को सुलझाने का भी प्रयास किया लेकिन कोई सकारात्मक परिणाम नहीं निकला। 
  इस दौरान सबीना के पति ने सउदी से फोन द्वारा तीन तलाक बोल दिया। जिससे परेशान होकर पीड़िता ने अधिवक्ता से सम्पर्क किया। अधिवक्ता  पीड़िता को लेकर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक तथा एडीजी प्रयागराज से न्याय के लिए गुहार लगाया। मामले को गम्भीरता से लेते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्ष अतुल शर्मा ने तत्काल मुकदमा दर्ज करने का निर्देश दिया। घूरपुर पुलिस ने शनिवार को पीड़िता सबीना बेगम की तहरीर पर मुकदमा दर्ज करके जांच शुरू कर दी है।


विदेश की यात्रा का मुहूर्त है:सिंह

राशिफल


मेष-जमीन जायदाद के कार्यों में सफलता मिल सकती है। मेहनत व परिश्रम के अच्‍छे फल प्राप्‍त हो सकते हैं। वैवाहिक समस्‍याओं का समाधान हो सकता है। पिता का सहयोग प्राप्‍त होगा।


वृषभ-जीवनसाथी से सुखदुख साझा करेंगे। बुजुर्गों के स्‍वास्‍थ्‍य को लेकर चिंतित रहेंगे। नई संस्‍थाओं से जुड़ने का अवसर प्राप्‍त हो सकता है। बीमा निवेश आदि में अच्‍छा लाभ हो सकता है।


मिथुन-भौतिक सुख सुविधाओं में बढ़ोतरी के योग बन रहे हैं। जीवन के प्रति रुख सकारात्‍मक रहेगा। बुजुर्गों का पूर्ण सहयोग प्राप्‍त हो सकता है। आर्थिक मामलों में भी किसी पर भरोसा न करें।


कर्क-प्रेम प्रसंग परेशानी का कारण बन सकते हैं। घर में मेहमानों का आगमन हो सकता है। आपकी रचनात्‍मक प्रतिभा खुलकर लोगों के सामने आएगी। भौतिक सुख साधनों में बढ़ोतरी होगी।


सिंह-विद्यार्थियों को उच्‍च शिक्षा के लिए विदेश जाने के अवसर मिल सकते हैं। वाहन के खराब होने से दिनचर्या अस्‍तव्‍यस्‍त हो सकती है। जीवनसाथी के साथ अच्‍छा तालमेल रहेगा। निवेश से बचें।


कन्या-पति पत्‍नी के बीच अच्‍छा तालमेल रहेगा। उच्‍चाधिकारियों के साथ मैत्रीपूर्ण संबंध रहेंगे। कला व साहित्‍य के क्षेत्र में रुझान बढ़ेगा। धर्म कर्म के प्रति रुचि बढ़ेगी। निवेश लाभदायक।


तुला-खर्च पर नियंत्रण रखें। मित्रों के बीच गलतफहमियां पैदा हो सकती हैं। सेहत में उतार चढ़ाव हो सकता है। प्रेम संबंधों में मजबूती आएगी। समाज में मान सम्‍मान में बढ़ोतरी होगी।


वृश्चिक-परिवार में किसी मांगलिक कार्य की रुपरेखा बन सकती है। नया वाहन, आभूषण क्रय करने की योजना बनेगी। किसी शादी, पार्टी में जाने के अवसर मिलेंगे। कार्यकुशलता में बढ़ोतरी होगी।


धनु-किसी पर भी आंख बंद कर भरोसा न करें। सहकर्मी कार्य में व्‍यवधान पैदा कर सकते हैं। जल्‍दबाजी में लिए हुए फैसले नुकसान दे सकते हैं। दांपत्‍य में मधुरता। सेहत उत्‍तम।


मकर-व्‍यापार में घाटा होने की संभावना है। कामकाम में मन नहीं लगेगा। अधिकारी आपके काम से संतुष्‍ट रहेंगे। मित्रों की सलाह लाभदायक रहेगी। वैवाहिक जीवन सुखमय रहेगा। यात्रा न करें।


कुंभ-जीवन के प्रति सकारात्‍मक रुख रहेगा। आध्‍यात्‍म व दर्शन के प्रति रुचि बढ़ेगी। वरिष्‍ठों की सलाह आपकी उन्‍नति में सहायक होगी। स्‍वादिष्‍ट व्‍यंजनों का आनंद लेंगे। भूमि, भवन के काम बनेंगे।


मीन-रुके कार्यों को गति मिलेगी। संतान से सुख प्राप्‍त हो सकता है। खानपान में रुचि बढ़ेगी। विद्यार्थियों को अच्‍छे परिणाम मिल सकते हैं। मित्रों के साथ मनोरंजक यात्रा हो सकती है।


तनाव से निपटने के साधारण उपाय

व्यक्ति तनाव से निपटने के लिए आमतौर पर कार्य-अभिविन्यस्त और प्रतिरक्षा-अभिविन्यस्त या मनोभाव केंद्रित प्रक्रियाओं का पालन करता है।कार्य अभिविन्यस्त प्रक्रिया का उद्देश्य किसी विशेष तनाव कारक द्वारा अधिरोपित की गई समायोजी मांग का यथार्थवादिता से समाधान ढूंढना है। ये चेतन और तर्कसंगत स्तर पर तनावपूर्ण स्थितियों के वस्तुनिष्ठ मूल्यांकन पर आधारित होती हैं। तनाव से निपटने के इन तरीकों को तीन श्रेणियों में विभाजित किया गया है जैसे प्रारम्भ, प्रत्याहार और समझौता।


1. प्रारम्भ की स्थिति में कोई व्यक्ति प्रत्यक्ष रूप से स्थिति के सम्मुख आता है। वह साधानों के सम्भाव्य व व्यवहार्यता का मूल्यांकन करता है। तनावपूर्ण स्थिति का सामना करने के लिए वह सबसे ज्यादा आशाजनक कार्यवाही का चुनाव करता है और व्यवहार्यता बनाए रखता है, वहीं यदि ये क्रिया उपयोगी न लगे तो वह इस पद्धति को बदल लेता है। परिस्थितियों की आवश्यकता के अनुसार व्यक्ति नई जानकारियां जुटा कर, सामर्थ्य का विकास करके, वर्तमान योग्यताओं का सुधार करके, नए संसाधानों का प्रयोग करता है। उदाहरण के लिए प्रारम्भ की प्रतिक्रिया तब प्रकट होती है जब विद्यार्थी मुश्किल परीक्षा से पहले दोहराने की योजना बनाता है।
2. प्रत्याहार या अलगाव की स्थिति में यदि किसी व्यक्ति ने भूतकाल में अत्याधिक कठिन परिस्थिति का सामना किया हो एवं उसने उसका सामना करने के लिए अनुचित कूटनीति अपनाई हो, तब वह प्रथम अवस्था में अपनी असफलता को स्वीकार कर लेता है। वह शारीरिक व मनोवैज्ञानिक स्तर पर उस तनावपूर्ण स्थिति को छोड़ देता है। वह अपने प्रयत्नों को पुनर्निर्देशित करके उचित लक्ष्य की ओर कदम बढ़ाता है। प्रत्याहार के उदाहरण स्वरूप जब किसी दोस्त के बार-बार नकारने पर आप उससे सम्बन्ध-विच्छेद करके दूसरे लोगों से मित्रता करने के प्रयत्न करते हैं।
3. समझौते की स्थिति में, यदि व्यक्ति को लगता है कि मूलभूत लक्ष्य की प्रप्ति नहीं हो सकती, तो ऐसे में वह विकल्प के तौर पर दूसरे लक्ष्य को स्वीकार कर लेता है। इस तरह की प्रतिक्रिया तब प्रकट होती है जब व्यक्ति अपनी योग्यताओं का पुनर्मूल्यांकन करता है और अपनी अभिलाषाओं के स्तर को उसी के अनुसार कम कर लेता है। ये तनावपूर्ण स्थितियों की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए अपनाए गए समझौतापरक व्यवहार को दर्शाता है। उदाहरण स्वरूप एक विद्यार्थी किसी विशेष विषय में अच्छे अंक प्राप्त नहीं कर पाता परंतु वह अन्य विषयों में अच्छे अंकों को प्राप्त करता है और वह इस सत्य को स्वीकारने की कोशिश करता है।
मनोभाव केंद्रित या आत्मरक्षा-अभिविन्यस्त तरीकों से तनाव का सामना करना लाभकारी सिद्ध नहीं होता, क्योंकि व्यक्ति इसके द्वारा किसी समाधान पर नहीं पहुंचता, बस स्वयं को आश्वासन देने के तरीके ढूंढता है। आत्मरक्षक पद्धतियों का उदाहरण बुद्विसंगत व्याख्या करना है जैसे यह तर्क देना कि सभी विद्यार्थी इसीलिए असफल रहे, क्योंकि परीक्षा-पत्र काफी कठिन था। इसका अन्य उदाहरण है विस्थापन करना जैसे सख्त अध्यापक पर आ रहे क्रोध को अपने छोटे भाई को डांट या मार कर उतारना। यहां आपने क्रोध का विस्थापन किया है।यह समझना बहुत महत्वपूर्ण है कि तनाव से प्रभावशाली तरीके से निपटने के लिए व्यक्ति को स्वस्थ जीवनशैली को अपनाना चाहिए। सकरात्मक सोच, मनोभावों और क्रियाओं द्वारा सिर्फ तनाव से ही बेहतर तरीके से नहीं निपटा जा सकता है, वरन् इसके द्वारा हम जीवन में अत्यधिक प्रसन्न व हल्का महसूस करते हैं, एवं अधिक योग्य बनते हैं।


केदारेश्वर ज्योतिर्लिंग का आविर्भाव

केदारेश्वर तथा भीम शंकर ज्योतिर्लिंग का आविर्भाव


सूत जी कहते हैं, ब्राह्मणों भगवान विष्णु के जो नर नारायण नामक दो अवतार हैं और भारतवर्ष के बद्रिका आश्रम तीर्थ में तपस्या करते हैं। उन दोनों ने पार्थिव शिवलिंग बनाकर उसमें स्थित हो पूजा ग्रहण करने के लिए भगवान शंभू से प्रार्थना की। शिव जी के भक्तों के अधीन होने के कारण प्रतिदिन उनके बनाए हुए पार्थिव लिंग में पूजित होने के लिए आया करते थे। जब उन दोनों के पार्थिव पूजन करते बहुत दिन बीत गए ।तब एक समय परमेश्वर शिव ने प्रसन्न होकर कहा मैं तुम्हारी आराधना से बहुत संतुष्ट हूं। तुम दोनों मुझसे वर मांगो। उस समय उनके ऐसा कहने पर नर और नारायण ने लोगों के हित की कामना से कहा, देवेश्वर ।यदि आप प्रसन्न है और यदि मुझे वर देना चाहते हैं तो अपने सब रूप से पूजा ग्रहण करने के लिए यहीं स्थित हो जाए। उन दोनों बंधुओं के इस प्रकार अनुरोध करने पर कल्याणकारी महेश्वर हिमालय के उस केदार तीर्थ में स्वयं ज्योतिर्लिंग के रूप में स्थित हो गए। उन दोनों से पूजित होकर संपूर्ण दुख और भय का नाश करने वाले शिव शंभू लोगों का उपकार करने और भक्तों को दर्शन देने के लिए स्वयं केदारेश्वर के नाम से प्रसिद्ध हुआ रहते हैं ।वे दर्शन और पूजन करने वाले भक्तों को सदा अभीष्ट वस्तु प्रदान करते हैं। उसी दिन से लेकर जिसने भी भक्ति भाव से केदारेश्वर का पूजन किया उसके लिए स्वपन में भी दुर्लभ हो गया जो भगवान शिव का प्रिय भक्त वहां शिवलिंग के निकट शिव के रूप से अंगणी कड़ा चढ़ाता है। वह उपयुक्त स्वरूप का दर्शन करके समस्त पापों से मुक्त हो जाता है साथ ही जीवन मुक्त भी हो जाता है। जो बद्री वन की यात्रा करता है। उसे भी जीवन मुक्ति प्राप्त होती है। नर और नारायण के केदारेश्वर शिव के रूप का दर्शन करके मनुष्य मोक्ष का भागी हो जाता है। इसमें किसी प्रकार का नहीं है केदारेश्वर में भक्ति रखने वाली जो पुरुष वहां की यात्रा आरंभ करके उनके पास तक पहुंचने के लिए मार्ग में ही मर जाते हैं। वह भी मोक्ष पा जाते हैं। इसमें विचार करने की आवश्यकता नहीं है। केदार तीर्थ में पहुंचकर वहां प्रेम पूर्वक केदारेश्वर की पूजा करके वहां का जल पी लेने के पश्चात मनुष्य का जन्म नहीं होता। ब्राह्मणों इस भारतवर्ष में संपूर्ण जीवो को भक्ति भाव से भगवान नर नारायण की कथा केदारेश्वर शिव शंभू की पूजा करनी चाहिए। अब मैं भीमसंकर नामक ज्योतिर्लिंग का महत्व में बताता हूं ।कामरूप देश में लोकहित की कामना से साक्षात भगवान शंकर ज्योतिर्लिंग के रूप में अवतरण हुए। उनका वह स्वरूप कल्याण का ब्राह्मणों पूर्व काल में एक महाकर्मी राक्षस हुआ था। जिसका नाम भीम था वह सदा धर्म का नाश करता और समस्त प्राणियों को दुख देता था। वह महाबली राक्षस कुंभकर्ण के वीर्य और करकटी के गर्भ से उत्पन्न हुआ था वह अपनी माता के साथ सहन पर्वत पर निवास करता था 1 दिन समस्त लोगों को दुख देने वाले भयानक पराक्रमी दुष्ट भीम ने अपनी माता से पूछा मां मेरे पिताजी कहां है। तुम अकेली क्यों रहती हो मैं यह सब जानना चाहता हूं। रावण कुंभकरण तेरे भाई सहित उस महाबली वीर को श्रीराम ने मार डाला मेरे पिता का नाम और माता का नाम पुष्प कथा उस कसीदा विराट मेरे पति थे। जिन्हें पूर्व काल में राम ने मार डाला मेरे माता-पिता एक दिन अगस्त मुनि के शिष्य सुदर्शन को अपना भोजन बनाने के लिए गए और वहां उन दोनों को भस्म कर दिया। मैं बहुत लंबे समय तक, इस पर्वत पर अकेली रहती थी। उसी समय महान बल पराक्रम से संपन्न राक्षस कुंभकर्ण जो रावण के छोटे भाई थे। यहां आए उन्होंने बलात मेरे साथ समागम किया। फिर भी मुझे छोड़ कर लंका चले गए। तत्पश्चात तुम्हारा जन्म हुआ। तुम भी पिता के समान ही महान बलवान और पराक्रमी हो अब तुम्हारा ही सहारा है। ........


प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण   (राष्ट्रीय संस्करण)
2019-8-9 • RNI.No.UPHIN/2014/57254
1.अंक-09(साल-01)
2.सोमवार,12अगस्‍त 2019
3.शक-1941,श्रावन शुक्‍लपक्ष द्वादशी,विक्रमी संवत 2076
4. सूर्योदय प्रातः 5:45,सूर्यास्त 7:06
5.न्‍यूनतम तापमान 28 डी.सै.,अधिकतम-33+ डी.सै., हवा में आद्रता रहेगी!
6. समाचार पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है! सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा!
7. स्वामी, प्रकाशक, मुद्रक, संपादक राधेश्याम के द्वारा प्रकाशित।


8.संपादकीय कार्यालय- 263 सरस्वती विहार लोनी गाजियाबाद 201102


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यूपी: गर्मी के चलते स्कूलों का समय बदला  संदीप मिश्र  लखनऊ। यूपी में गर्मी के चलते स्कूलों का समय बदल गया है। कक्षा एक से लेकर आठ तक के स्कू...