गुरुवार, 8 अगस्त 2019

चैन-सुकून से जी सकेंगे कश्मीरी:मोदी

अनुच्‍छेद 370 ने अलगाववाद, आतंकवाद, परिवारवाद  के सिवा कुछ नहीं दिया: पीएम मोदी


नई दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश को संबोधित किया। पीएम ने कहा कि मैं जम्मू-कश्मीर और, लद्दाख के अपने भाइयों और बहनों से आह्वान करता हूं। आइए, हम सब मिलकर दुनिया को दिखा दें कि इस क्षेत्र के लोगों का सामर्थ्य कितना ज्यादा है, हौसला,जज्बा कितना ज्यादा है।


पीएम मोदी ने कहा कि अनुच्छेद 370 से मुक्ति एक सच्चाई है, लेकिन सच्चाई ये भी है कि इस समय ऐहतियात के तौर पर उठाए गए कदमों की वजह से जो परेशानी हो रही है, उसका मुकाबला भी वही लोग कर रहे हैं। कुछ मुट्ठी भर लोग जो वहां हालात बिगाड़ना चाहते हैं, उन्हें जवाब भी वहां के स्थानीय लोग दे रहे हैं। जम्मू-कश्मीर के साथियों को भरोसा देता हूं कि धीरे-धीरे हालात सामान्य हो जाएंगे और उनकी परेशानी भी कम होती चली जाएगी। पीएम बोले कि अनुच्‍छेद 370 और 35ए ने जम्मू कश्मीर को अलगाववाद, आतंकवाद, परिवारवाद और व्यवस्थाओं में बड़े पैमाने में फैले भ्रष्टाचार के अलावा कुछ नहीं दिया। जल्द ही जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में केंद्रीय और राज्य के रिक्त पदों को भरने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। इससे स्थानीय नौजवानों को रोजगार के अवसर उपलब्ध होंगे।पीएम मोदी ने कहा कि जम्मू-कश्मीर के केसर का रंग हो या कहवा का स्वाद, सेब का मीठापन हो या खुबानी का रसीलापन, कश्मीरी शॉल हो या फिर कलाकृतियां, लद्दाख के ऑर्गैनिक प्रॉडक्ट्स हों या हर्बल मेडिसिन, इसका प्रसार दुनिया भर में किए जाने का जरूरत है।


क्रिकेट ट्रांसजेंडर नीति की घोषणा:ऑस्ट्रेलिया

क्रिकेट ऑस्‍ट्रेलिया का ऐतिहासिक फैसला, ट्रांसजेंडर्स को दिया बड़ा तोहफा


सीडनी। क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया (सीए) ने गुरुवार को अंतरराष्ट्रीय स्तर और सामुदायिक क्रिकेट में ट्रांसजेंडर और लिंग विविध लोगों को शामिल करने के लिए एक ट्रांसजेंडर नीति की घोषणा की है। एक मीडिया विज्ञप्ति में, सीए ने घोषणा की कि उसने लिंग पहचान के साथ क्रिकेट में भाग लेने वाले खिलाड़ियों का समर्थन करने के लिए सामुदायिक क्रिकेट के लिए एक एलीट क्रिकेट नीति और दिशा निर्देश विकसित किए हैं। इस नीति के तहत अब ट्रांसजेंडर भी क्रिकेट खेल सकेंगे।


क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया की नीति लिंग पहचान के आधार पर अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद के साथ जुड़ी हुई है। ये नीति ट्रांसजेंडर और अलग-अलग लिंग वाले क्रिकेटरों को मार्गदर्शन प्रदान करती है कि वे खेल के उच्चतम स्तर पर किस तरह से प्रतिस्पर्धा कर सकते हैं।नीति में कहा गया है कि ताकत, सहनशक्ति या काया के प्रासंगिक पहलुओं पर विचार करने के लिए नीति के तहत कोई भी खिलाड़ी जो महिला क्रिकेट में भाग ले रहा है, उसे यह स्थापित करने में सक्षम होना चाहिए कि सीरम में टेस्टोस्टेरोन की उनकी मात्रा लगातार 10 नैनोमीटर प्रति लीटर से कम हो और ये कम से कम 12 महीने के लिए होना चाहिए।अतिरिक्त उपाय के रूप में, निष्पक्ष और सार्थक प्रतियोगिता सुनिश्चित करने के लिए एक विशेषज्ञ पैनल के लिए एक रेफरल प्रक्रिया स्थापित की गई है। क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के सीईओ केविन रॉबर्ट्स ने इस बारे में अधिक जानकारी देते हुए बताया, 'ये समझ नहीं आता है कि आज भी लोगों के साथ उनकी पहचान के कारण भेदभाव किया जाता है, उन्हें परेशान किया जाता है या बाहर रखा जाता है और यह सही नहीं है। आज हम हर स्तर पर खेल में एक अलग लिंग पहचान वाले लोगों को शामिल करने जा रहे हैं। ताकि हमारे सभी लोगों को ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट और संस्कृति के बारे में पता चल सके।


भारत के मुसलमानो की चिंता न करे:पाक

पाकिस्तान और इमरान खान भारत के मुसलमानों की चिंता न करें।
हिन्दुओं की कॉलोनियों में मुसलमान स्वयं को सबसे ज्यादा सुरक्षित समझता है। 
सूफियों की चौखट पर हिन्दू भी सिर झुकाता है।

संविधान के अनुच्छेद 370 में बदलाव करने और जम्मू कश्मीर राज्य को केन्द्र शासित प्रदेश बनाने के फैसले के बाद पड़ौसी देश पाकिस्तान और प्रधानमंत्री इमरान खान बौखलाए हुए हैं। भारत पर उनके प्रतिबंध लगाने के साथ ही भारत के मुसलमानों की जान को खतरा बताया जा रहा है। इमरान खान ने पाकिस्तान की संसद में कहा कि नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार मुसलमानों पर जुल्म कर रही है। इसमें कोई दो राय नहीं कि अब जम्मू कश्मीर में पाकिस्तान परस्त नेताओं की खैर नहीं। जो नेता कल तक कश्मीर में पाकिस्तान के झंडे लहराने को उचित मानते थे, उन पर अंकुश लगेगा। लेकिन जम्मू कश्मीर सहित देशभर में रहने वाले किसी भी मुसलमान को कोई परेशानी नहीं है। इमरान खान कुछ भी बकवास कर लें, लेकिन सच्चाई यह है कि हिन्दुओं की कॉलोनियों में रहने वाले दो-चार मुस्लिम परिवार स्वयं को सबसे ज्यादा सुरक्षित समझते हैं। यह स्थिति भारत के किसी एक राज्य की नहीं बल्कि पूरे देश की है। अनेक मुस्लिम परिवार तो मुस्लिम बस्तियों को छोड़ कर हिन्दुओं की कॉलोनियों में मकान खरीद रहे हैं। जब हिन्दुओं की कॉलोनियों में मुसलमान स्वयं को सुरक्षित समझ रहा है तो जुल्म की बात कहां से आती है? भारत में रहने वाले मुलसमान को भी पता है कि पाकिस्तान और इमरान खान झूुठ बोल रहे हैं, इसलिए अब भारत के मुसलमानों को आगे आना चाहिए। यदि अब भी मुसलमान चुप रहा तो फिर कट्टरपंथी सोच वाले लोग हावी हो जाएंगे। जहां तक हिन्दू की प्रवृत्ति का सवाल है तो हिन्दू तो सूफी संतों की दरगाहों पर भी सिर झुकाता है। अजमेर में सूफी संत ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह है। दरगाह के आसपास अधिकांश दुकानें हिन्दुओं की है। अनेक दुकानदार दुकान खोलने से पहले दरगाह की सीढिय़ों पर चाबियों को रखता है ताकि कारोबार अच्छा हो। दरगाह के खादिम मानते हैं कि मुसलमान से ज्यादा हिन्दू परिवार जियारत के लिए आ रहे हैं। मुस्लिम समुदाय में ऐसे लोग भी मिल जाएंगे जो सूफी संतों की मजार पर सिर नहीं झुकाते, लेकिन यहां आने वाले सभी हिन्दू पूरी शिद्दत के साथ मजार पर सिर झुकाते हैं। जितने सम्मान और सुकून के  साथ मुसलमान भारत में रह रहा है उनका सम्मान तो किसी मुस्लिम राष्ट्र में भी नहीं है। 1947 में विभाजन के बाद पाकिस्तान में हिन्दुओं के साथ भेदभाव किया, लेकिन भारत में हिन्दुओं से ज्यादा अधिकार मुसलमानों को मिले हैं। यही वजह है कि भारत में पाकिस्तान से भी ज्यादा मुसलमान रह रहे हैं। जम्मू कश्मीर में शांति रहे इसके लिए भारत को हर कदम उठाने का अधिकार है। इमरान को अपने पाकिस्तन की चिंता करनी चाहिए। 
एस.पी.मित्तल


कांग्रेस के गुलाम ने कहा,भाड़े के थे लोग

शोपियां में पैसे देकर कश्मीरियों को डोभाल के साथ खड़ा किया-कांग्रेस के गुलाम ने कहा। तो क्या कश्मीरी पैसे लेकर पत्थर फेंकते हैं? गुलाम को वामपंथियों को समर्थन मिला। 

अखबारों में एक फोटो प्रकाशित हुआ है। इस फोटो में देश के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल को केन्द्र शासित प्रदेश जम्मू कश्मीर के शोपियां में कुछ कश्मीरियों के साथ बिरयानी खाते दिखाया गया है। इस फोटो के पीछे यह दिखाने का प्रयास किया है कि अब आतंकवाद ग्रस्त कश्मीर में हालात सामान्य हो रहे हैं, लेकिन जम्मू कश्मीर के पूर्व सीएम और मौजूदा समय में राज्यसभा में प्रतिपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद ने इस फोटो पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि पैसे देकर किसी को भी साथ खड़ा किया जा सकता है। यानि अजीत डोभाल शोपियां में जिन कश्मीरियों के साथ खड़े हैं उन कश्मीरियों को पैसे दिए गए। कांग्रेस के गुलाम का यह बयान कश्मीरियों का तो अपमान है ही साथ ही सवाल उठता है कि क्या पैसे लेकर ही कश्मीरी हमारे सुरक्षा बलों पर पत्थर फेंकते थे? जब देश के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाकार के साथ खड़े होने और बिरयानी खाने के लिए कश्मीरी पैसे ले सकते हैं तो पत्थर फेंकने के लिए क्यों नहीं? असल में कश्मीर से अनुच्छेद 370 के हटने और केन्द्र शासित प्रदेश बनने से सबसे ज्यादा नुकसान गुलाम नबी आजाद जैसे नेताओं को हुआ है। अब तक ऐसे नेता कश्मीरियों की भावनाओं को भड़का कर अपनी नेतागिरी चमकाते रहे। चूंकि अब कश्मीर घाटी के हालात भी सामान्य हो रहे हैं, इसलिए गुलाम जैसे नेताओं को मिर्ची लगी हुई है। ऐसे नेता कश्मीर के हालात बिगडऩे के इंतजार में बैठे हैं। उधर अब्दुल्ला, महबूबा मुफ्ती जैसे नेताओं को तो पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है। अब यदि कांग्रेस के गुलाम भी कश्मीर में आग लगाने के लिए जाएंगे तो उन्हें भी गिरफ्तार किया जाएगा। गिरफ्तार नेताओं को यह समझ लेना चाहिए कि अब जम्मू कश्मीर में भारत के कानून लागू हो गए हैं, इसलिए पहले वाली छूट नहीं मिलेगी। 5 अगस्त की रात से तो जम्मू कश्मीर केन्द्र शासित प्रदेश बन गया है और इस समय सारी शक्तियां राज्यपाल सत्यपाल मलिक के पास हैं। 
गुलाम की सुरक्षा वापस ली जाए :
8 अगस्त को गुलाम नबी आजाद दिल्ली से श्रीनगर के हवाई अड्डे पर पहुंचे, लेकिन प्रशासन ने उन्हें धारा 144 लागू होने की वजह से श्रीनगर में जाने नहीं दिया। गुलाम को वापस दिल्ली भेजा जा रहा है। असल में गुलाम जैसे नेताओं को जो सुरक्षा मिली हुई है उसे तत्काल प्रभाव से वापस लिया जाना चाहिए। सुरक्षा उन नेताओं को दी जाती है जो देश हित में सोचते हैं और देश को ऐसे नेताओं की जरूरत होती है। जब गुलाम नबी का मकसद ही जम्मू कश्मीर में अशांति फैलाना है तो फिर उन्हें किस बात की सुरक्षा और सरकारी सुविधाएं दी जा रही है?
वामपंथियों का समर्थन :
गुलाम नबी ने कश्मीर के हालातों को लेकर जो बयान दिया है उसका समर्थन सीपीआई के महासचिव डी राजा ने भी किया है। डी राजा का कहना है कि सरकार को जम्मू कश्मीर के हालात तत्काल सुधारने चाहिए। उन्होंने अनुच्छेद 370 में बदलाव का भी विरोध किया। सीपीआई जैसे राजनीतिक दल मानते हैं कि कश्मीर समस्या का समाधान पाकिस्तान के साथ वार्ता कर किया जाना चाहिए। 
एस.पी.मित्तल


उज्जवला योजना की समीक्षा बैठक:गढ़वा

संवाददाता-विवेक चौबे



गढ़वा । जिले के कांडी प्रखंड मुख्यालय के सभागार में गुरुवार को बीडीओ सह एमओ-गुलाम समदानी की अध्यक्षता में प्रखंड की उज्जवला योजना की समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में मौजूद सभी डीलर व पंचायत स्तर पर चयनित उज्ज्वला दीदी व गैस एजेंसी के लोगों को संबोधित करते हुए बीडीओ सह एमओ गुलाम समदानी ने कहा कि सभी लोग आपस में समन्वय बनाकर जल्द से जल्द सभी योग्य परिवारों को गैस का वितरण करना सुनिश्चित करें। उन्होंने बैठक में उपस्थित डीलर व उज्जवला दीदी से बारी-बारी से खड़ा कर गैस दिलाने में हो रही परेशानी को जाना व गैस एजेंसी के लोगों से कमी को दूर करने की बात कही। बैठक में उपस्थित बीस सूत्री अध्यक्ष-राम लला दुबे ने कहा कि उज्ज्वला योजना केन्द्र व राज्य की महत्वाकांक्षी योजना है। इस योजना में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जायेगी। इस योजना के लाभ से वंचित परिवारों को चिन्हित कर, उन्हें इसका लाभ दिलाने में सभी डीलर व उज्ज्वला दीदी अपनी भूमिका ईमानदारी से निभाएं।बैठक में नवल इंडेन गैस एजेंसी के प्रोपराइटर राजकुमार यादव , भारत गैस एजेंसी के अंजनी शर्मा , एचपी उज्वला गैस एजेंसी मझिआंव के मो. शादाब आलम , डीलर-ब्रजमोहन मिश्रा , प्रमोद सिंह , रामलखन चंद्रवंशी , अनिता देवी , शारदा देवी , भरत मेहता, सहित अन्य लोग उपस्थित थे।


असुविधाओं की भरमार: प्रशासन मौन

संवाददाता - योगेन्द्र द्विवेदी


अलवर। गोविंदगढ राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय  की स्थापना सन 1998 में हुई थी और उसके बाद से ही यहां पर सुविधाओं का अभाव रहा है।


गोविंदगढ़ राजकीय महाविद्यालय में सितंबर 2017 में कैंटीन के लिए पीडब्ल्यूडी विभाग को राशि जारी की गई। लेकिन आज तक वहां पर कोई भी निर्माण कार्य नहीं किया गया है। साथ ही कॉलेज की चारदीवारी का कार्य भी अधूरा छोड़ा हुआ है। जिसके चलते कॉलेज परिसर में असामाजिक तत्वों का जमावड़ा बना रहता है। राज्य सरकार के निर्देश के अनुसार जहां कॉलेज परिसर में सीसीटीवी कैमरा अनिवार्य है। लेकिन कॉलेज प्रशासन के द्वारा चार-पांच बार पत्र भेजे जाने के बाद भी कैमरे नहीं लगाए गए हैं। कॉलेज प्रशासन के द्वारा कैमरों की राशि भी दी जा चुकी है। कॉलेज प्रशासन की तरफ से विभिन्न कार्यों के लिए पीडब्ल्यूडी विभाग को 2 करोड़ रुपए की राशि दी गई थी। जिस के कार्यों की जानकारी पीडब्ल्यूडी विभाग से कई बार मांगी जा चुकी है। लेकिन विभाग के द्वारा कोई भी जानकारी प्रदान नहीं की जा रही है,ना ही कार्य को पूरा किया जा रहा है। कॉलेज में लगे आरओ सिस्टम भी फेल हो चुके हैं।


प्रोफेसर दीपक चंदवानी से मिली जानकारी के अनुसार कॉलेज परिसर में लगे हुए पानी के स्रोत में टीडीएस 700 के करीब है जिससे आरओ सिस्टम फेल हो गए हैं।बच्चों को वही पानी पीना पड़ रहा है। इसकी जानकारी भी आगे दी जा चुकी है। लेकिन कार्यवाही नहीं हुई है। बहरहाल! यह कहना गलत नहीं होगा की बच्चे असुविधाओ में शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं।सत्यवती पांडे के अनुसार कॉलेज परिसर में सीसीटीवी कैमरा नहीं होने से बालिकाएं अपने आप को असुरक्षित महसूस करती है। क्योंकि कॉलेज परिसर के चारों तरफ बाउंड्री का कार्य अधूरा है।जिससे असामाजिक तत्वों का कॉलेज परिसर में आना-जाना रहता है।अजय राज के अनुसार कॉलेज परिसर में लगे आरओ सिस्टम खराब हो जाने के कारण बच्चों को दूषित पानी पीना पड़ रहा है। जिससे कि उनके स्वास्थ्य पर विपरीत प्रभाव पड़ रहा है। उपाध्यक्ष रविकांत शर्मा के अनुसार उनके द्वारा कई बार पत्र के माध्यम से कॉलेज प्रशासन के सबंध में उच्च अधिकारियों को कॉलेज मे स्‍थित असुविधाओं की जानकारी दी गई है। असुविधाओ के चलते छात्र-छात्राओं में रोष व्याप्त है।


संवेदनशील:पत्रकारों पर किया हमला

रेंजर द्वारा पिटाई किए जाने का वीडीओ वायरल


मीरजापुर।  वाराणसी से हनुमाना राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 7, सड़क की फोरलेन निर्माण कंपनी के प्रबंधक संजीव कुमार सिंह ने ड्रमंडगंज रेंजर भास्कर पांडेय के विरुद्ध अभद्रता एवं मार पीट करने का आरोप लगाते हुए थाने में तहरीर दी है।इस संबध में भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण भारत सरकार के उच्चाधिकारियों से उक्त रेन्जर की शिकायत मंगलवार को दर्ज कराई गयी है। आरोप यह है कि सड़क चौड़ीकरण हेतु अवश्यक वन भूमि, वन एवं पर्यावरण मंत्रालय भारत सरकार द्वारा प्राधिकरण को हंस्तान्त्रित कर दिया गया है किन्तु ड्रमंडगंज रेंजर भास्कर पाण्डेय द्वारा आपने निजी स्वार्थ सिद्धी के कारण कार्यदाई संस्था पर अनावाशक दबाव बनाने हेतु, वन विभाग द्वारा आवंटित भूमि पर पत्थर तोड़ने के लिए जिला अधिकारी, मीरजापुर के अस्थायी विस्फोट अनुज्ञा के उपरांत भी कार्य कर रहे ड्राईवर / आपरेटरों के साथ दुर्व्यवहार कर अनावाशक रूप से ड्रमंडगंज रेंजर कार्यालय में घंटो बन्धक बना लिया जाता है ।ताकि कार्यदाई संस्था के उच्च अधिकारिओं पर स्वार्थ सिद्धी हेतु दबाव बनाया जा सके, इसी क्रम में  04 अगस्त को जब कार्यदाई संस्था के प्रबंधक संजीव कुमार सिंह उनसे बात करने गए तो उनके साथ भी दुर्व्यवहार व मारपीट की गयी। जिसकी तहरीर हालिया थाना में दर्ज करायी गयी है |आरोप है कि जिस समय संजीव कुमार सिंह अपने साथ हुए मार-पिट की तहरीर थाने में दर्ज करा रहे थे। उसी समय मारपीट की घटना को दबाने हेतु उक्त रेंजर पुन: ड्रमंडगंज घाटी में सड़क निर्माण हेतु ड्रिल कर रहे संस्था के कर्मचारी दीपक दुबे को भी बन्धक बना कर। उस पर वन अधिनियमों के तहत फर्जी धाराएँ लगा रहे थे। पीड़ित का आरोप है कि इस प्रकार शासन द्वारा प्रदत अधिकारों का दुरूपयोग कर रेंजर भास्कर पाण्डेय द्वारा खुलेआम गुंडागर्दी व आतंक मचाया जा रहा है। राष्ट्रीय विकास के काम में अपने निजी स्वार्थो के कारण लगातार बाधा पहुंचाई जा रही है। उपरोक्त की शिकायत भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण, भारत सरकार द्वारा भी सम्बंधित विभाग के उचाधिकारियों से की गयी है।


जिला तरबतर,किसानों के चेहरे मुरझाए

लगातार हुई बारिश से कोरबा जिला हुआ तरबतर,खिले किसानों के मुरझाए चेहरे


कोरबा । दो दिन से मानसून की जोरदार मेहरबानी के कारण लगातार हुए बारिश ने जिले भर को तरबतर कर दिया है।और इस बारिश की वजह से जहां एक ओर किसानों के चेहरों में खुशी झलकने लगी है।वहीं गर्मी से भी निजात मिली है।लेकिन दूसरी ओर जिले के कई इलाकों में पानी घुस जाने की वजह से खासी परेशानी भी होने लगी है।कल से प्रारंभ हुई अनवरत झमाझम बारिश से शहरी सहित ग्रामीण इलाकों के नदी नालों में जमकर उफान आया है।और दर्जनों ग्रामो का संपर्क कट गया है।कई इलाकों में तो पुल-पुलिया भी क्षतिग्रस्त हो गए है।और पानी की वजह से जनजीवन खासा प्रभावित हुआ है।मौसम विभाग के अनुसार अगले 24 घंटो तक बारिश होने की संभावना जताई गई है।


ज्ञात हो कि जिले में ढंग की बारिश ना होने के कारण किसानी कार्य काफी पिछड़ गया था।और सूखे के हालात की वजह से अकाल की स्थिति निर्मित होने लगी थी।और खेतों में फसलों के साथ किसानों के भी चेहरे मुरझा गए थे।जिला प्रशासन ने भी अकाल से निपटने अपनी कमर कस ली थी।तथा प्रभावित किसानों को राहत देने के कार्य प्रारंभ किये जा चुके थे।लेकिन अब हुई बारिश से किसानो की बांछे खिल गई है।हालकि किसानी कार्य पिछड़ तो जरूर गया है।जिससे किसानों को प्रभाव जरूर पड़ा है।लेकिन भारी बारिश होने के फलस्वरूप अब खेतों को भरपूर पानी मिलने से अकाल के स्थिति से नकारा जा रहा है।देखना है आगे के हालात क्या बयां कर रहे है।


एटीएम तोड़कर,27 लाख निकाले:हडकंप

रायगढ़ । बीती मध्यरात्रि सर्किट हाउस केंद्रीय विद्यालय के पास स्टेट बैंक के एटीएम को तोड़कर अज्ञात चोरों द्वारा 27 लाख रुपए चोरी का मामला सामने आया इस मामले का खबर लगते ही पुलिस प्रशासन तुरंत हरकत में आया और पुलिस अधीक्षक राजेश अग्रवाल अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अभिषेक वर्मा नगर पुलिस अधीक्षक अविनाश ठाकुर सभी थाना प्रभारियों के साथ मौके पर पहुंचे और मौका मुआयना किया। डॉग स्क्वायड की टीम और फॉरेंसिक एक्सपर्ट की टीम दी मौके पर पहुंचकर जांच में जुट गई निश्चित तौर पर पुलिस ने इस मामले को गंभीरता से लिया और पुलिस का कहना यह है कि जल्द से जल्द चोरी का खुलासा एवं चोरों को पकड़ लिया जाएगा कहीं ना कहीं यह इलाका सुनसान होने के कारण इस प्रकार की घटना को अंजाम दिया गया और बीती रातभर तेज बारिश होने से भी आसपास के लोगों को इसका अंदाजा नहीं लग पाया।


आपको बताना चाहेंगे कि लगातार पुलिस प्रशासन द्वारा सभी बैंक प्रबंधकों के साथ बैठक कर सभी एटीएम में सुरक्षा व्यवस्था दुरुस्त करने के लिए कई बार कहा गया पर बैंक प्रबंधकों की लापरवाही के कारण ही इस प्रकार की घटनाएं सामने आ रही है रायगढ़ के कई सारे एटीएम ऐसे हैं जहां ना तो सीसीटीवी काम कर रहे हैं और ना ही वहां कोई सुरक्षा गार्ड है अगर बैंक प्रबंधन लापरवाही नहीं बरतता तो निश्चित तौर पर इस प्रकार की घटनाएं सामने नहीं आती।जिला पुलिस प्रशासन ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच शुरू कर दी है आसपास के लोगों से पूछताछ किया जा रहा है और हर पहलू पर बारीकी से जांच कर चोरों को पकड़ने का दावा पुलिस प्रशासन कर रही है।


प्रणव,नानाजी,भूपेन को भारत रत्‍न से नवाजा

 नई दिल्ली। राष्ट्रपति भवन में भारत रत्न समारोह की सीधी सूचनाआप तक पहुंचाई जा रही हैं । देश के पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को मिला भारत रत्न सम्मान। राष्ट्रपति भवन छोड़ने के बाद पहली बार राष्ट्रपति भवन पहुंचे। प्रख्यात गायक भूपेन हजारिका को मरणोपरांत भारत रत्न से नवाजा गया। उनके स्थान पर उनके बेटे ने ग्रहण किया भारत रत्न सम्मान। राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी, सामाजिक कार्यकर्ता नानाजी देशमुख (मरणोपरांत) और असम के प्रसिद्ध गायक भूपेन हजारिका (मरणोपरांत) को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद आज देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान, भारत रत्न से सम्मानित किया गया।


नौका डूबने से गई नो की जान,कई बचाए

पुणे। महाराष्ट्र के पुणे में एक बड़ा हादसा हो गया है। यहां सांगली जिले के पालुस ब्लॉक में भामनाल के पास एक नाव पलट गई है। बताया जा रहा है कि नाव में 27-30 गांव वाले सवार थे। अभी तक नौ शवों को बरामद कर लिया गया है। वहीं 16 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला जा चुका है। बाकी के बचे हुए लोग लापता है। जिन्हें ढूंढने की कोशिश की जा रही है। यह जानकारी पुणे मंडल के संभागीय आयुक्त दीपक म्हैसेकर ने दी। महाराष्ट्र पुलिस के विशेष पुलिस महानिरीक्षक (कानून एवं व्यवस्था), मिलिंद भारम्बे ने कहा, 'यह स्थानीय लोगों की एक बचाव नौका थी जो बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में फंसे लोगों को सुरक्षित स्थान पर ले जाने की कोशिश कर रहे थे। अभी तक नौ शवों की बरामदगी हो चुकी है। 10-12 लोगों के मरने की आशंका है। खोज और बचाव कार्य जारी है।


पायलट ने फ्लाइट अटेंडेंट को प्रपोज किया

पायलट ने फ्लाइट अटेंडेंट को प्रपोज किया  अखिलेश पांडेय  वारसॉ। अक्सर लोग अपने प्यार का इजहार किसी खास जगह पर करने का सोचते हैं। ताकि वो पल ज...