सोमवार, 8 जुलाई 2019

विद्युत विभाग के जेई,सरकारी नियंत्रण से बाहर

विद्युत विभाग के जेई से तंग आकर एक व्यक्ति ने मांगी इच्छा मृत्यु
-मीरापुर ने तैनात जेई पर अवैध रूप से पैसे बांधकर अवैध वसूली करने का आरोप
-राजस्व विभाग व विद्युत विभाग के के कर्मचारियों पर लूटपाट व घर में घुसकर मारपीट करने का आरोप
मुजफ्फरनगर। विद्युत विभाग के जेई के उत्पीड़न से तंग आकर एक व्यक्ति ने राष्ट्रपति को पत्र भेजकर इच्छा मृत्यु दिए जाने की मांग की है। मीडिया सेंटर में आयोजित प्रेस वार्ता में मीरापुर कस्बे की मोहल्ला पंजाबी कालोनी निवासी नीरज पुत्र सुखबीर सिंह ने राष्ट्रपति को भेजे पत्र में इच्छा मृत्यु की मांग की है। राष्ट्रपति को भेजे गए पत्र में नीरज ने बताया कि मीरापुर में पीपल के पास आटा चक्की चलाता है ने बताया कि करीब एक वर्ष पूर्व मीरापुर बिजली घर घर पर तैनात जेई विनीत सैनी पीड़ित पर अवैध रूप से महीना बांधकर पैसों की अवैध वसूली करना चाहता था तथा न देने पर पीड़ित को झूठे मामले में फंसाने की धमकी दे रहा था पीड़ित ने बताया कि जेई विनीत सैनी व उसके साथ आए अन्य के लाइनमैनो ने एक वर्ष पूर्व आकर कहा कि तुम बिजली चोरी करते हो जिसके बाद वे लोग चले गए तथा प्रार्थी पर दो लाख देने का दबाव बनाने लगे जब पीड़ित ने कहा कि आपको किस बात के पैसे दू तो जई ने कहा कि हमने तुम्हारे खिलाफ करीब पांच लाख रुपए जुर्माने का एस्टीमेट बनाकर भेजा है अगर यह प्रकरण खत्म करना चाहते हो तो दो लाख रुपए दे दो नहीं तो जेल भिजवा दूंगा। आरोप लगाया कि विगत 6 जुलाई को अपने घर से अपनी बीमार मां के पास जाने की तैयारी कर रहा था पीड़ित की मां मेरठ स्थित एक अस्पताल में भर्ती थी पीड़ित पड़ोस के ही कई आदमियों से बीस हजार रुपए लेकर मेरठ दुकान जाने की तैयारी कर रहा था तभी जेई विनीत सैनी व राजस्व विभाग के अमीन अजय गर्ग के साथ के साथ आ धमके तथा जबरन घर में घुस आए तथा पीड़ित को छोड़ते हुए बाहर खडी अपनी गाड़ी में डालकर ले गए और अन्य साथियों ने पीड़ित के साथ मारपीट शुरू कर दी तथा पीड़ित की जेब में रखे बीस हजार रुपए भी छीन लेने का व यही कागज पर जबरन साइन करा कर पीड़ित को वापस घर छोड़कर चले जाने का आरोप लगाया। प्रेसवार्ता में नीरज कुमार, धीरज कुमार, श्याम कुमार आदि मौजूद रहे।


इंडिया-न्यूजीलैंड के बीच सेमीफाइनल,मैच में बारिश ?

इंडिया-न्‍यूजीलैंड का सेमीफाइनल मैच बारिश से धुला तो क्‍या होगा?


क्रिकेट वर्ल्‍ड कप 2019 के पहले सेमीफाइनल में इंडिया का सामना मंगलवार को न्‍यूजीलैंड से मैनचेस्‍टर के ओल्‍ड ट्रैफर्ड स्‍टेडियम में होगा। इंडिया और न्‍यूजीलैंड पहली बार इस टूर्नामेंट में भिड़ेंगे क्‍योंकि ग्रुप स्‍टेज में दोनों के बीच का मैच बारिश की वजह से धुल गया था। इस वजह से दोनों को एक-एक पॉइंट मिला था।


अब पहले सेमीफाइनल मैच पर भी बारिश का साया मंडरा रहा है। मैच वाले दिन बरसात की संभावना जताई गई है। हालांकि नॉकआउट मैचों के लिए आईसीसी ने रिजर्व डे रखे हैं। ऐसे में सेमीफाइनल और फाइनल मैच के दिन बारिश होने पर अगला दिन रिजर्व होगा। हालांकि फैंस के लिए बुरी खबर यह भी है कि इंडिया न्‍यूजीलैंड के सेमीफाइनल मैच के अगले दिन भी भारी बारिश होने का अनुमान है। साथ ही इस दौरान बादल छाए रहेंगे।


अब सवाल उठता है कि अगर रिजर्व डे के दिन भी बारिश हुई तो क्‍या होगा। फिर इंडिया और न्‍यूजीलैंड में से कौनसी टीम फाइनल में जाएगी। क्‍योंकि ग्रुप स्‍टेज की तरह यहां पर एक-एक पॉइंट देकर काम नहीं बन सकता है। फाइनल के लिए दोनों में किसी एक टीम का फैसला होना ही है। ऐसे में किस्‍मत और ग्रुप स्‍टेज में इंडिया का प्रदर्शन उसकी मदद कर सकता है। अगर बारिश की वजह से यह मैच नहीं हो पाता है तो इंडिया बिना मैच खेले ही फाइनल में चला जाएगा। इसकी वजह होगी ग्रुप स्‍टेज में मिले अंक।


इंडिया ने ग्रुप स्‍टेज के 9 में से 7 मैच जीते थे और केवल एक हारा था। वहीं न्‍यूजीलैंड को 9 में से केवल 5 में ही जीत मिली थी। तीन मुकाबला वह हार गया था। इंडिया और न्‍यूजीलैंड के बीच खेला गया मैच बारिश से रद्द हो गया था तो दोनों को एक-एक अंक मिला था। ऐसे में इंडिया का पलड़ा भारी है। वर्ल्‍ड कप से पहले वॉर्म अप मैच में दोनों टीमों का सामना हुआ था। इसमें कीवी टीम ने अपनी तेज गेंदबाजी की बदौलत इंडिया को बड़ी आसानी से हरा दिया था।


राष्ट्रहित का निर्णय (संपादकीय)

 राष्ट्रहित में निर्णय
देश की अखंडता,प्रगाढ़ता और एकता को सुदृढ़ करने के लिए भाषा ही सर्वसाधारण सुगम मार्ग है ! राष्ट्र की भाषा मे राष्ट्र का विकास निहित होता है ! राष्ट्र को विकास के मार्ग पर आगे बढ़ाने के लिए भाषा ही सबसे महत्वपूर्ण तथ्य है! केंद्र की नवनिर्मित मोदी नेतृत्व वाली सरकार के द्वारा दूसरे कार्यकाल मे अब तक लिए गए फैसलों में, हिंदी भाषा के विकास को एजेंडा बनाकर सरकार ने अपनी मंशा साफ कर दी है! प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के प्रति सेवा और समर्पण के भाव को स्पष्ट किया है! एक राष्ट्र-एक भाषा पर समेकित दृष्टिकोण का प्रभावी पक्ष रखा है! भाषा पर कार्य विधि को सुचारू करने के लिए ,लिया गया निर्णय कोई साधारण निर्णय नहीं है ! राष्ट्रहित में निहित परम आवश्यक निर्णय है! विभिन्न सभ्यताओं और विभिन्न भाषाओं में स्थापित राष्ट्र की भाषा और लिपि का एकीकरण राष्ट्र के विकास को गति प्रदान करता है! देश के कई राज्य इसमें अवरोध डालने का प्रयास कर सकते हैं !किंतु इसे राज्य के सीमित दायरे में नहीं रखा जा सकता है! हिंदी को व्यवहारिकता में प्रतिस्थापित करना अंतर्राष्ट्रीय भाषाओं के लिए आवश्यक है ! व्यवहार और व्यापार दोनों ही रास्तों को प्रशस्त करने में भाषा का महत्वपूर्ण योगदान है! विदेशी भाषाओं पर इसका सीधा प्रभाव पड़ेगा! हिंदी का वैश्विक स्तर पर मूल्यांकन होना आधुनिकता की आवश्यकता भी है !


भारतीय संविधान का विषय-संगत होना सरकार की चुनौतियों को कम करने जैसा है ! राज्य सरकारों को कोई भी अवरोध नहीं करना चाहिए ! किसी प्रकार का संयस भी नहीं रखना चाहिए !जब राष्ट्र के हित में निर्णय लिया जाना होता है! वहां प्रत्येक देशवासी राष्ट्र में निहित होना चाहिए ! विश्व की सबसे बड़ी वर्णमाला हिंदी भाषा सबसे सुंदर भाषा है ! भृगु ॠषि और ईश्वरचंद विद्यासागर रचित व्याकरण से सुशोभित है! प्राचीनतम भाषा संस्कृत के उद्गम से उत्पन्न हिंदी भाषा सर्वोपरि और वास्तविक रूप से सर्वव्यापी है! हिंदी भाषा को विश्वव्यापी बनाने के लिए प्रधानमंत्री के इस निर्णय की भूरि-भूरि प्रशंसा की जाती है ! अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत को शीर्ष स्थान पर लेकर जाने की नींव रख दी गई है!
राधेश्याम 'निर्भयपुत्र'


कर्नाटक का संकट गहराता जा रहा है

  बेंगलुरु ! कांग्रेस कोटे के मंत्रियों के बाद अब जेडीएस कोटे के मंत्रियों ने भी अपना इस्तीफा सौंप दिया है! कर्नाटक में जल्द ही नया मंत्रिमंडल बनाया जा सकता है, कांग्रेस-जेडीएस सरकार को बाहर से समर्थन देने वाले बसपा विधायक महेश का कहना है कि मेरा समर्थन सरकार को जारी रहेगा!लेकिन, उन्हें SC/ST के लिए ज्यादा फंड चाहिए! 15 दिन पहले मायावती ने उन्हें कहा था कि वह गठबंधन के साथ ही रहेंगे!


कर्नाटक में सरकार संकट पर राज्य के मुख्यमंत्री एचडी कुमारास्वामी ने कहा, “मुझे वर्तमान राजनीतिक गतिविधि के बारे में किसी प्रकार की चिंता नहीं है। मैं राजनीति के बारे में कुछ भी चर्चा नहीं करना चाहता।


अधिकारियों की बेरुखी का दंश झेल रही जनता

अधिशासी अधिकारी शालिनी गुप्ता की बेरुखी का शिकार लोनी के व्यापारी



लोनी विधायक नंदकिशोर गुर्जर अपने आपको बताते हैं व्यापारी हितैषी क्या चंदे के रुपए से ही बनेंगी लोनी की सड़कें


8 लाख रुपए का चंदा इकट्ठा कर बनाई जा रही लालबाग सब्जी मंडी में खड़ंजा की सड़क


हमें टैक्स तो चाहिए लेकिन विकास नहीं करेंगे शालिनी गुप्ता ई ओ लोनी


गाजियाबाद,लोनी !नगर पालिका अधिशासी अधिकारी शालिनी गुप्ता की बेरुखी का शिकार लोनी की जनता !जी हां लोनी की जनता अपनी शिकायत किस के पास करे? जब सरकार के नुमाइंदे ही बेरहम हो !आपको बताते चलें कि लोनी के लालबाग सब्जी मंडी के प्रधान मानसिंह आरती ने बताया कि पिछले काफी समय से प्रयास किया जा रहा है! सब्जी मंडी में खड़ंजा लगवाने के लिए जिसका कई बार दौरा अधिशासी अधिकारी शालिनी गुप्ता कर चुकी है वह वादा कर चुकी है! इस कार्य को पूरा कराने का लेकिन फोटो खिंचवाने और दौरा करने के सिवाय अधिशासी अधिकारी इस मामले में कोई संज्ञान नहीं ले रही हैं! मजबूरन बरसात के समय कीचड़ भरे हुए पानी को देखते हुए सब्जी मंडी के सभी व्यापारियों ने चंदा एकत्रित कर सरकारी रास्ते को बनवाने का निर्णय लिया !जबकि इस सरकारी रास्ते को बनवाने का नगर पालिका का है !


लेकिन नगर पालिका अधिकारी पूर्ण रूप से व्यापारियों के अहित में कार्य करने में जुटे हैं! यहां आपको बताते चलें कि अधिशासी अधिकारी शालिनी गुप्ता को लोनी के सभी व्यापारियों से टैक्स तो चाहिए !लेकिन उन लोगों को सुविधा देने के नाम पर नगर पालिका अधिकारी शून्य दिखाई देते हैं !बड़े शर्म की बात है कि पैसा तो नगरपालिका लेगी लेकिन काम नहीं करेगी ऐसे में लालबाग सब्जी मंडी में 8 लाख की लागत से काम करवाया जा रहा है !जिसकी सूचना होने के बाद भी नगर पालिका अधिकारियों की आंखों में कोई शर्म नहीं देखी जा सकती है यहां आपको बताते चलें की मंडी समिति के अध्यक्ष चौधरी मान सिंह भारतीय जनता पार्टी व्यापार प्रकोष्ठ के नेता भी हैं क्या भाजपा सरकार में भाजपा नेताओं की नहीं सुनेंगे!


लूट का तीसरा आरोपी भी किया गिरफ्तार

लूट के तीसरे अभियुक्त को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेजा


 


दो अभियुक्तों को पुलिस पहले जेल भेज चुकी है



औरैया,फफूंद । बीते 25 अप्रेल को दम्पति से हुई लूट में पुलिस ने तीसरे अभियुक्त को भी गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है । इससे पूर्व दो अभियुक्तों को पुलिस पहले ही जेल भेज चुकी है ।तीनों अभियुक्तों पर थाने में गम्भीर धाराओं में मामले दर्ज हैं ।
विगत 25 अप्रेल 2019 को कस्बा के मोहल्ला तिवारियांन निवासी कोटा डीलर ओम बाबू तिवारी अपनी पत्नी अपर्णा तिवारी व पुत्र के साथ औरैया से बाइक द्वारा घर वापस लौट रहे थे । देर शाम लगभग पौने आठ बजे औरैया- फफूंद मार्ग स्थित ग्राम गोपालपुर के समीप अपाचे बाइक पर सवार नकाबपोश तीन अज्ञात लुटेरों ने तमंचा दिखाकर उनकी पत्नी के हैंड बैग जिसमें दस हजार रुपए थे व गले मे पड़ी सोने की जंजीर तमंचे के बल पर मारपीट कर लूट लिये थे। पीड़ित ने तीन अज्ञात लुटेरों के विरुद्ध थाने में मुकदमा दर्ज कराया था। पुलिस अधीक्षक ने लूट का खुलासा करने के लिए प्रभारी निरीक्षक सुदीप मिश्रा के साथ टीमें गठित की थीं। जिन्होंने तीन दिन में दो लुटेरों अंकित यादव पुत्र शिव प्रकाश निवासी ग्राम अमउआहार थाना दिबियापुर तथा विजय प्रताप उर्फ राजा ठाकुर पुत्र विशुन सिंह निवासी अकबरपुर डांडा थाना फफूंद को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। इनका एक साथी अजय सिंह भदौरिया पुत्र मन्नी सिंह भदोरिया निवासी ग्राम चन्देलन पुर्वा थाना अजीतमल फरार चल रहा था । जिसकी तलाश में पुलिस बराबर लगी हुई थी । 6 जुलाई की शाम 5:15 बजे शाम को मुखबिर की सूचना पर कस्बे के मुरादगंज तिराहे से तीसरे लुटेरे अजय सिंह भदौरिया को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया । जिसके कब्जे से लूट के 1200 रुपये सहित ली गयी तलाशी में 250 ग्राम सफेद पावडर नशीला पदार्थ बरामद कर पुलिस ने उसे भी जेल भेज दिया है ।


स्वयं ही अपना उद्धार करें ( अध्यात्म)

आत्मचिंतन के क्षण 


लोगों की दृष्टि में स्वार्थ बुरा समझा जाता है, परन्तु स्वार्थ बुरा नहीं है। स्वार्थ का तात्पर्य है 'अपना लाभ-अपना भला-अपना हित करना।' दूसरे शब्दों में कहें तो यह हो सकता है कि 'अपना हित करने की भावना से प्रेरित होकर किसी प्रकार का शारीरिक अथवा मानसिक श्रम करना।' यदि हम शब्दकोष को उठाकर देखें तो हमें विदित होगा कि उसमें भी स्वार्थ अभिप्राय उपरोक्त ही बताया गया है। हम स्वस्थ रहें, प्रसन्न रहें, हमारा जीवन सुख-शान्तिमय व्यतीत हो-ऐसा कौन नहीं चाहता? यह भावना हमारे भले की, हित की है और अपना भला या हित करना कोई पाप नहीं है, बल्कि यह कहा जाए कि 'हमारा धर्म है' तो कोई अतिशयोक्ति न होगी। भगवान श्रीकृष्ण ने गीता में इस बात का स्पष्टीकरण कर दिया है- 'उद्धरेद त्मनात्मानं नात्मान मवसादयेत्।' अर्थात् 'मनुष्य को चाहिए कि वह अपने द्वारा अपना उद्धार (भला) करे।'


स्वार्थ का दुरुपयोग करने से अनेकों प्रकार के रोग मनुष्य को घेरे रहते हैं और मनुष्य जीवन भर बेचैनी का अनुभव करता हुआ दुर्गति को प्राप्त होता है। इतिहास के क्षेत्र में देखिए, सिकन्दर ने स्वार्थ का दुरुपयोग किया और छोटे-बड़े सभी राज्यों को पराजित कर सम्राट बन बैठा। इस स्वार्थ में सिकन्दर को क्या मिला? हत्या, शाप, परपीड़न और पाप! इसी पाप ने अन्त में सन्ताप का रूप धारण कर उसे दुर्गति के हवाले कर दिया और सिकन्दर के हाथ कुछ न आया।उसकी धन-दौलत माल-असबाब और उसकी सेना उसे निर्दयी काल के पंजे से न छुड़ा सकी। इसीलिए कहा है :-
“सिकन्दर जब गया दुनिया से, दोनों हाथ खाली थे।”


यदि हम सचमुच अपना हित साधन करना चाहते हैं तो हमें अपना दृष्टिकोण परिवर्तित करना होगा, निम्न-कोटि के स्वार्थ से ऊँचे उठकर उच्च कोटि का स्वार्थ अपनाना होगा। चलते-फिरते, उठते-बैठते, सोते-जागते, खाते-पीते, तात्पर्य यह है कि प्रत्येक कार्य करते समय हमें यही ध्यान रखना होगा कि हमारा हित, हमारा भला, हमारा स्वार्थ, हमारा सुख, हमारी शान्ति कहाँ निहित है?हमें अपने भीतर से उत्तर-मिलेगा, अन्य का भला करने में! इसलिए हर कार्य हमें अपनी भलाई करने के लिये ही करना चाहिए और प्रत्येक में हमारे स्वार्थ की छाप लगा देना चाहिए। हम जिधर दृष्टि फेरें, बस हमें अपना स्वार्थ ही स्वार्थ नजर आए।


पं श्रीराम शर्मा आचार्य


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