गुरुवार, 13 जून 2019

भोपाल में पांचवी आठवीं को बनाया दोबारा बोर्ड

5वीं और 8वीं कक्षा के विद्यार्थियो को इस साल से देना होगी बोर्ड परीक्षा।


शेख नसीम 


भोपाल ! मध्य प्रदेश सरकार ने मध्य प्रदेश के सभी सरकारी स्कूलो की 5वीं और 8वीं कक्षा को फिर से बोर्ड कर दिया हैं। मध्य प्रदेश सरकार ने 2 मार्च 2019 को 5वीं और 8वीं को बोर्ड परीक्षा करने का नोटिफिकेशन जारी कर दिया था।


अब 2019-20 की सभी सरकारी स्कूलो की 5वी और 8वी की परीक्षा बोर्ड स्तर पर होगी और सभी सरकारी स्कूलो के 5वी और 8वी के विद्यार्थियो को बोर्ड परीक्षा के हिसाब से तैयारी करनी होगी।


गौरतलब हैं की 2009 तक 5वी और 8वी कक्षा की परीक्षा बोर्ड हुआ करती थी लेकिन 2010 में नो डिटेंशन पॉलिसी लागू होने के बाद 5वी और 8वी की बोर्ड परीक्षा खत्म कर दी। इस पॉलिसी के तहत ये तय हुआ की 8वी तक किसी बच्चे को फ़ेल नहीं करना है। इस पॉलिसी से सबसे बड़ा नुकसान ये हुआ था की शिक्षा की गुणवत्ता घट गई थी और बच्चे पढ़ने में दिलचस्पी नहीं दिखा रहे थे।


ए एन-32 में सवार सभी 13 लोगों की मौत

एएन-32 क्रैश में सभी 13 लोगों की मौत, वायुसेना ने परिवार को दी खबर


असम के जोरहाट एयरबेस से उड़ान भरने के बाद क्रैश हुए भारतीय वायुसेना के एएन-32 एयरक्राफ्ट में सवार सभी 13 लोगों की मौत हो गई है। भारतीय वायुसेना ने गुरुवार को इसकी जानकारी दी। वायुसेना के ट्विटर हैंडल से ट्वीट कर बताया गया कि गुरुवार को सर्च टीम मलबे के पास पहुंची। वहां 13 लोगों के शवों को कोई सुराग नहीं मिले हैं। ऐसी आशंका जताई जा रही है कि इस क्रैश में ही सभी 13 लोगों की मौत हो गई। वायुसेना ने सभी 13 लोगों के परिवार को भी इसकी जानकारी दे दी है।


बता दें कि 3 जून को भारतीय वायुसेना का एएन-32 एयरक्राफ्ट असम के जोरहाट से उड़ान भरने के 35 मिनट बाद लापता हो गया था। इस एयरक्राफ्ट में 13 लोग सवार थे, जिसमें 8 क्रू मेंबर थे। यह अरुणाचल प्रदेश के मेचुका में एडवांस लैंडिंग ग्राउंड तक जा रहा था। मेचुका अरुणाचल प्रदेश के सियांग जिले का एक छोटा सा शहर है।


अरुणाचल प्रदेश सरकार की ओर से उस इलाके का मैप जारी किया गया है, जहां एएन-32 विमान का मलबा मिला है। मलबा 12 हजार फीट नीचे पड़ा है। राज्य सरकार की ओर से जारी किए गए मैप में एएन-32 विमान के क्रैश साइट को साफ देखा जा सकता है। भारतीय वायुसेना की ओर से बताया गया कि लापता विमान के बाकी मलबे को तलाशने के लिए बुधवार को भी सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है। एएन-32 के मलबे को खोजने के लिए MI17S और एडवांस्ड लाइट हेलिकॉप्टर को लगाया गया है।


एएन-32 के बाकी मलबे को खोजने के लिए वायुसेना ने बुधवार सुबह ही अपने गरुड़ कमांडो और वायुसेना के सैनिकों को मलबे वाली जगह पर उतारकर तलाशी अभियान शुरू कर दिया है। अंग्रेजी अखबार 'इंडियन एक्सप्रेस' की एक रिपोर्ट के मुताबिक, वायुसेना के एक अधिकारी ने बताया कि मंगलवार शाम मलबा दिखाई देने के बाद ही सेना ने मलबे वाले स्थान पर चीता और एडवांस लाइट हेलिकॉप्टर को उतारने की कोशिश की थी, लेकिन घने पहाडी जंगल होने के चलते हेलिकॉप्टर को वहां नहीं उतारा जा सका।


 


77ट्रेनें रद्द, 33 अन्य आंशिक रूप से बंद

तूफान 'वायु' का असर रेलवे पर भी, 77 ट्रेनें रद्द तो 33 अन्य आंशिक रूप से रोकी गईं


भारतीय रेलवे ने चक्रवात 'वायु' के चलते 77 ट्रेनों को रद्द कर दिया है। इसके अलावा 33 अन्य ट्रेनें आंशिक रूप से रोक दी गई हैं। यह जानकारी पश्चिमी रेलवे ने दी। यद्यपि, चक्रवात वायु ने अपना रास्ता बदल लिया है और अब गुजरात तट से इसके टकराने की संभावना नहीं है, लेकिन फिर भी एहतियात के तौर पर ये ट्रेनें रद्द की गई हैं।


रेलवे ने कहा, ''गुजरात को लेकर चक्रवात वायु के संबंध में जारी अलर्ट पर विचार करते हुए पश्चिमी रेलवे ने चक्रवात जोखिम वाले क्षेत्रों में एहतियात के तौर पर 77 प्रमुख ट्रेनों का परिचालन पूरी तरह और 33 अन्य प्रमुख ट्रेनों का परिचालन आंशिक रूप से रोकने का फैसला किया है।''


इसने कहा, ''इसके अतिरिक्त, पश्चिमी रेलवे अपने अधिकार क्षेत्र में आने वाले वेरावल, ओखा, पोरबंदर, भावनगर, भुज और गांधीधाम में चक्रवात जोखिम वाले क्षेत्रों में यात्रियों की सुरक्षा के लिए ऐहतियातन विभिन्न सुरक्षा कदम उठा रहा है।'' वेरावल-अमरेली, अमरेली-जूनागढ़, देलवाडा-वेरावल ट्रेनों को बुधवार और बृहस्पतिवार के लिए रद्द किया गया है।


 


किर्गिस्तान में प्रधानमंत्री मोदी का भव्य स्वागत

पीएम मोदी किर्गिस्तान पहुंचे, बिश्केक एयरपोर्ट पर भव्य स्वागत


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 13 और 14 जून को किर्गिस्तान की राजधानी बिश्केक में होने वाले शंघाई सहयोग संगठन एससीओ समिट में हिस्सा लेने के लिए किर्गिस्तान पहुंच गए हैं। इस बैठक में वैश्विक सुरक्षा और आर्थिक सहयोग को लेकर बात होगी। साथ ही साथ ये यात्रा मध्य एशियाई देशों के साथ भारत के संबंधों को मजबूती प्रदान करेगा। माना जा रहा है कि इस दौरान पीएम नरेंद्र मोदी की पाकिस्तान को छोड़कर कई देशों के राष्ट्राध्यक्षों के साथ द्विपक्षीय बातचीत होगी।


इसके अलावा किर्गिस्तान के राष्ट्रपति सूरोनबे जीनबेकोव के साथ भी पीएम मोदी द्विपक्षीय बातीच करेंगे। बिश्केक रवाना होने से पहले पीएम मोदी ने कहा कि किर्गिज गणराज्य में होने वाले एससीओ समिट में वैश्विक सुरक्षा और आर्थिक सहयोग पर विशेष जोर रहेगा। साथ ही साथ उन्होंने ये भी कहा कि एससीओ समिट की वजह से भारत और एशियाई देशों के बीच संबंध मजबूत होगें।


साल 1996 में रूस, चीन, ताजिकिस्तान, कजाकस्तान और किर्गिस्तान जैसे देशों ने आपसी तालमेल और सहयोग के लिए एक संगठन बनाया था जिसे उस वक्त शंघाई-5 के नाम से जाना जाता था। सितंबर 2014 में भारत ने शंघाई सहयोग संगठन की सदस्यता के लिए आवेदन किया था। साल 2015 में रूस के उफा में भारत को शंघाई सहयोग संगठन के सदस्य के तौर पर दर्जा मिलने का ऐलान हुआ था।


 


मनपा अधिकारी करा रहे अवैध निर्माण

वसई विरार ! महानगर पालिका के वालिव प्रभाग क्रमांक जी मे वसई मुम्बई अहमदाबाद महामार्ग क्रमांक 8 पर गोल्ड्रेन चेरियट होटल के सामने वाली गली में जोली नामक इंद्रिस्ट्रीयल कंपनी के ऊपर लगभग 20 हजार फीट में बन रहे अवैध पत्रे का सेड बनाने के लिए मनपा अधिकारियों को मोटी रकम देकर अवैध निर्माण का कार्य किया जा रहा है ।वही निर्माण कर्ता वैभव भोईर का कहना है कि हम मनपा के अधिकारीयो को तीन सौ रुपये एस्क्वॉयर फिट के हिसाब से आर्थिक नजराना दिया है तो हमारे द्वारा किये जा रहे निर्माण पर मनपा अधिकारी कार्यवाही कैसे करेंगे ? जब मनपा के अधिकारी ही तीन सौ रुपये प्रति फूट पैसा लेते है तो तोड़क कार्यवाई कौन करेगा वहीं वैभव भोईर का कहना भी सही है कि मनपा के अधिकारी अगर पैसा नही लिए होते तो हो रहे अवैध पत्रे के सेट पर मनपा के अधिकारी तोड़क करवाई जरूर करते, जब तोड़क करवाई नही कर रहे है इससे साबीत होता है कि मनपा के आयुक्त बलिराम पवार , अतरिक्त आयुक्त रमेश मनाले, उपायुक्त किशोर गवस ने लाखों रुपये नजराना लेकर हो रहे अवैध पत्रे सेट को संरक्षण देकर रखा है ।वही विश्वश्त सूत्रों की माने तो अगर इन मनपा के अधिकारियों को निर्माण कर्त्ता आर्थिक नजराना नही देता है तो हो रहे अवैध बांध काम पर तोड़क करवाई कर दिया जाता है


परिसीमन में नहीं बढ़ेगी वार्ड की संख्या

 परिसीमन में नही बढ़ेगी वार्डो की संख्या.. ज्यादा जनसंख्या वाले वार्ड को पड़ोसी वार्डो से किया जाएगा मर्ज


कोरबा, कटघोरा ! नगर पंचायत से नगर पालिका में अपग्रेड होने के बाद माना जा रहा था कि कटघोरा निकाय के भीतर नए परिसीमन में वार्डो की संख्या बढ़ सकती है लेकिन ऐसा होना संभव नजर नही आ रहा है ! शासन से मिले नए निर्देशो के जनसँख्या के विभाजन को तरजीह दी जाएगी न कि नए वार्ड बनाये जाएंगे! सीएमओ नपा श्री पीसी कश्यप ने इस बात की जानकारी दी है ! इस संबंध में उनकी तरफ से प्रस्ताव तैयार कर लिया गया है! एक-दो दिन के भीतर शासन को यह प्रेषित कर दिया जाएगा!


पिछली सरकार में मिला था नपा का दर्जा.


उन्होंने बताया कि इस बात की पूरी संभावना थी कि नपा के मुताबिक वार्डो की बढ़ोत्तरी होगी! ऐसा इएलिये भी की 15 वार्डो से अधिक होने पर ही नगर पंचायत को नगरपालिका का दर्जा मिल पाता है! शहर की जनसंख्या और भौगोलिक विस्तार को देखते हुए पूर्ववर्ती डॉ रमन सिंह की सरकार ने कटघोरा को करीब 15 सालो बाद फिर से नगर पालिका का दर्जा दिया था! इसके बाद नए परिसीमन में वार्डो के बढ़ने की पूरी संभावना थी ! लेकिन शासन के नए निर्णय में वार्डो का विभाजन नही किया जाएगा!


वार्ड नही जनसंख्या का होगा विभाजन.


श्री कश्यप ने बताया कि उन्होंने वार्डो के सर्वे के बाद पाया कि वार्ड क्रमांक 8 की जनसंख्या दूसरे अन्य 14 वार्डो के मुक़ाबले दोगुनी है ! 2011 की जनगणना के आधार पर नया परिसीमन होना है! लिहाजा यहां की जनसंख्या 28 सौ के करीब थी! बात करे नगर पालिका निकाय में वार्डो कई जनसंख्या की तो यह 12 सौ से अधिकतम 1275 हो सकती है! वही 2011 के ही मुताबिक कटघोरा की जनसंख्या करीब 22 हजार थी जो अब 25 हजार से अधिक हो चुकी है ! यह बढ़ोत्तरी वार्ड क्रमांक 8 में सबसे ज्यादा दर्ज की गई थी!


नए सिरे से तैयार होगा वोटर लिस्ट


निकाय चुनावों के लिए नए सिरे से वोटर लिस्ट बनेगी! इसका काम अगस्त-सिंतबर में होगा! उसके बाद वार्ड और निकायों का आरक्षण रोस्टर घोषित होगा ! फिर अक्टूबर में चुनाव कार्यक्रम जारी होगा ! साल 14-15 में चुनाव दो चरणों में हुए थे! सभी चुनाव 5 जनवरी 2020 से पहले कराए जाने हैं!दरअसल आने वाले दिसंबर-जनवरी में प्रदेश भर के नगरीय निकायों के लिए चुनाव होने है! निगम में महापौर व पालिका और नगरपंचायतो में अध्यक्ष का चुनाव किया जाएगा! प्रदेश में कुल 169 नगरीय निकाय है! इनमे 113 नगरपंचायत, 44 नगरपालिका परिषद और 12 नगरनिगम मौजूद है! शासन के मुताबिक सभी निकायों को निर्देशित कर दिया गया था कि 10 से 24 जून के भीतर वार्ड परिसीमन से जुड़े प्रस्ताव तैयार कर लिए जाए!


गौरतलब है कि नगर पंचायत कटघोरा को 20 साल बाद पुन: नगर पालिका बनाया गया था ! पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने 2014 स्वतंत्रता दिवस पर इसकी घोषणा की थी! आबादी कम होने के कारण 1994 में नगर पालिका से नगर पंचायत बना दिया गया था! इसके बाद से लगातार नगर पालिका बनाने की मांग की जा रही थी! 20 हजार से अधिक आबादी होने पर पुन: नगर पालिका का दर्जा कटघोरा को हासिल हुआ था!


आपको बता दे कि जिले का सबसे पुराना तहसील होने के साथ कटघोरा सबसे पुराना नगरीय निकाय भी है!अविभाजित मध्यप्रदेश सरकार ने वर्ष 1982 में कटघोरा को ग्राम पंचायत से नगर पालिका का दर्जा दिया था! नगर पालिका के लिए 20 हजार से अधिक आबादी जरूरी है. इसी वजह से 1994 में कटघोरा को नगर पंचायत बना दिया गया! वर्ष 2011 की जनगणना के अनुसार नगर पंचायत की आबादी 22784 हो चुकी थी और तब से जनप्रतिनिधि नगर पालिका का दर्जा देने की मांग कर रहे थे! फिलहाल जिले में पांच नगरीय निकाय है जिनमे एक नगरनिगम, दो नगरपालिका और दो नगर पंचायत शामिल है!


हमने सर्वे के बाद प्रस्ताव तैयार कर लिया है! संभवतः वार्ड आठ की जनसंख्या को मर्ज किया जा सकता है !हालांकि नए वार्डो का निर्माण नही किया जाएगा! प्रस्ताव एक-दो दिन में डीआरओ कार्यालय प्रेषित कर दिया जाएगा!


सत्या साहू


विश्व बाल श्रम निषेध दिवस मनाया गया

स्वयंसेवी संगठनों द्वारा विश्व बालश्रम निषेध  दिवस मनाया गया


बाल मजदूरी देश के समाज के लिए एक अभिशाप बन गया है क्योंकि इससें बच्चों का  भविष्य खराब होता है। बाल श्रम एक बहुत बड़ा कारण है जिसके कारण आज विश्व में कई देश विकसित नहीं हो पा रहे हैं।
एक बच्चे को 1000-1500 रुपए देकर बाल मजदूरी करवाने के कारण कई प्रकार के हानि होते हैं। इससे यह परिणाम निकलता है कि सबसे पहले तो वह बच्चा अशिक्षित रह जाता है, देश का आने वाला कल और अंधकार की और जायेगा, साथ ही बेरोजगारीऔर गरीबी और बढ़ेगा। अगर देश का आने वाला कल इतना बुरा होगा तो इसमें हम सभी का नुकसान ही तो है। इसीलिए 'इनायत फाउंडेशन' से आजम मिर्जा फैजान अहमद मोहम्मद सईद स्वालेह मिर्ज़ा शिखा चौहान और स्वयं सेवी संघ से अंकिता पाण्डेय आयुषी शर्मा हितेश दुबे द्वारा आम नागरिको को बाल मजदूरी के विषय में जागरूक किए। गरीब माता-पिता  को भी अपने बच्चों की शिक्षा में पूरा ध्यान देना चाहिए क्योंकि आज सरकार मुफ्त शिक्षा, खाना, और कुछ स्कूलों में दवाइयों जैसी चीजों की सुविधाएँ भी प्रदान कर रही है इन सब के बारे में अवगत कराया तथा गरीब बच्चों को स्लेट पेंसिल बांटे गए जिससे उन्हें पढ़ाई के प्रति रुचि बढ़े |


यूपी: गर्मी के चलते स्कूलों का समय बदला

यूपी: गर्मी के चलते स्कूलों का समय बदला  संदीप मिश्र  लखनऊ। यूपी में गर्मी के चलते स्कूलों का समय बदल गया है। कक्षा एक से लेकर आठ तक के स्कू...