शनिवार, 18 मई 2019

दीदी के भतीजे ने मोदी को भेजा नोटिस

ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी ने पीएम नरेंद्र मोदी को भेजा मानहानि नोटिस


पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे और तृणमूल कांग्रेस के नेता अभिषेक बनर्जी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपने वकील की मदद से मानहानि का नोटिस भेजा है। अभिषेक बनर्जी ने पीएम मोदी पर 15 मई को डायमंड हार्बर में जनसभा के दौरान आपत्तिजनक टिप्पणी करने की बात कही है। लोकसभा चुनाव 2019 को लेकर भारतीय जनता पार्टी और तृणमूल कांग्रेस के बीच तल्खी की दिशा में यह नई खबर सामने आई है।


कोलकाता में अमित शाह के रोड शो में हिंसा के बाद चुनाव आयोग ने दखल देते हुए पश्चिम बंगाल में अंतिम दौर के मतदान के लिए चुनाव प्रचार को छोटा कर दिया था। टीएमसी में नंबर दो माने जाने वाले सांसद अभिषेक बनर्जी डायमंड हार्बर सीट से दोबारा चुनाव लड़ रहे हैं, जहां उनका मुकाबला भाजपा के नीलांजन रॉय के खिलाफ है। अभिषेक बनर्जी पर तीखा हमला करते हुए पीएम मोदी ने कहा था कि वह इस बार चुनाव हार जाएंगे और चुनाव परिणाम घोषित होने के बाद, उनके कार्यालय पर ताला लग जाएगा।


डायमंड हार्बर में मोदी ने कहा था, 'पश्चिम बंगाल में बुआ-भतीजा की सरकार चल रही है।' लोकसभा चुनाव के आखिरी चरण में 19 मई को पश्चिम बंगाल की 9 सीटों - दम दम, बरसात, बशीरहाट, जयनगर, मथुरापुर, जादवपुर, डायमंड हार्बर, दक्षिण और उत्तरी कोलकाता पर मतदान होने हैं। 23 मई को लोकसभा चुनाव के परिणाम घोषित किए जाएंगे।


 


माया के खिलाफ आयोग पहुंची भाजपा

मायावती के ट्वीट के खिलाफ चुनाव आयोग पहुंची बीजेपी


भारतीय जनता पार्टी ने बीएसपी प्रमुख मायावती के खिलाफ आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन के आरोप में सीईओ लखनऊ को पत्र लिखा है। भाजपा का आरोप है कि मायावती ने लोकसभा चुनाव के 7वें चरण के लिए चुनाव प्रचार खत्म होने के बाद भी मतदाताओं को प्रभावित करने के लिए ट्वीट पोस्ट किए। मायावती ने अपने ट्वीट्स में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर वादाखिलाफी का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि क्या वाराणसी 1977 का रायबरेली दोहराएगा?


मायावती ने ट्वीट किया, 'पीएम श्री मोदी का गुजरात मॉडल यूपी के पूर्वांचल की भी अति-गरीबी, बेरोजगारी व पिछड़ेपन को दूर करने में थोड़ा भी सफल नहीं हो सका, जो घोर वादाखिलाफी है। मोदी-योगी की डबल इंजन वाली सरकार ने विकास के बजाए केवल जाति व सांप्रदायिक उन्माद, घृणा व हिंसा ही देश को दिया है, जो अति-दुःखद।


एक और ट्वीट में उन्होंने कहा, 'पूर्वांचल के साथ यह वादाखिलाफी व विश्वासघात तब हुआ है जब पीएम व यूपी के सीएम इसी क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं। योगी को तो गोरखपुर ने ठुकरा दिया है तो क्या ऐसे में पीएम श्री मोदी की जीत से ज्यादा वाराणसी में उनकी हार ऐतिहासिक नहीं होगी? क्या वाराणसी 1977 का रायबरेली दोहराएगा?'


 


मतगणना केंद्र पर गुटका-मोबाइल प्रतिबंध

मतगणना कार्मिकों का दो दिवसीय प्रथम प्रशिक्षण हुआ समाप्त।


मतगणना केन्द्र के भीतर पान, गुटखा, मोबाइल आदि रहेगा पूर्ण प्रतिबन्धित-डीएम।


सुलतानपुर ! सुलतानपुर लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र के अन्तर्गत पॉचों विधान सभा की मतगणना 23 मई को पूर्वान्ह 08 बजे से शुरू किये जाने हेतु मतगणना कार्मिकों के दो दिवसीय प्रथम प्रशिक्षण विकास भवन सभागार में आज समाप्त हो गया। जिला निर्वाचन अधिकारी/डीएम दिव्य प्रकाश गिरि ने मतगणना कार्मिकों को सम्बोधित करते हुए कहा कि मतगणना में निष्पक्षता एवं पूरी पारदर्शिता होनी चाहिये। इसलिये सभी मतगणना कार्मिक पूर्ण रूप से प्रशिक्षित हो लें, यदि कहीं संशय हो तो पुनः मास्टर ट्रेनर से पूर्ण जानकारी प्राप्त कर लें।
जिला निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि मतगणना कार्य शुरू किये जाने पर सबसे पहले कन्ट्रोल यूनिट(सी0यू0) का नम्बर एवं सील को उपस्थित अभिकर्ताओं को अवश्य दिखाकर किया जायेगा। उन्होंने कहा कि सी0यू0 में रिकार्ड मत ही मान्य होगा। यह कार्य बहुत ही आसान है, परेशान होने की कोई जरूरत नही है। उन्होंने कहा कि यदि कहीं कठिनाई आती है, तो मौके पर उपस्थित माइक्रो आब्जर्वर अथवा एआरओ को अवगत करायें उसका समाधान तत्काल होगा। उन्होंने कहा कि मतगणना केन्द्र के भीतर पान, गुटखा आदि सहित मोबाइल कोई भी मतगणना कार्मिक अपने साथ लेकर नहीं जा सकेगा।
मुख्य विकास अधिकारी/नोडल-प्रभारी अधिकारी(म0का0) मधुसूदन हुल्गी ने प्रशिक्षण के दौरान कहा कि कोई भी मतगणना कार्मिक किसी प्रकार का टेंशन न लें, जो-जो प्रारूप भरने के लिये दिये जायेंगे, उसका प्रशिक्षण अवश्य प्राप्त कर लें। उन्होंने कहा कि प्रशिक्षण में जितना ही आप लोग ध्यान देंगे उतना ही मतगणना के समय आपको फायदा मिलेगा। उन्होंने कहा कि जहां उन्हें समझनें में दिक्कत आ रही वह अपने नोट बुक में नोट कर लें और मास्टर ट्रेनर से बार-बार प्रयास कर सीख लें।
अपर जिलाधिकारी(प्रशा0)/उप जिला निर्वाचन अधिकारी हर्ष देव पाण्डेय ने प्रशिक्षण के दौरान कन्ट्रोल यूनिट को प्रदर्शित करते हुए प्रत्याशियों को मिले मतों की गणना से सम्बन्धित प्रत्येक बिन्दुओं की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि निर्धारित अभिकर्ता अपने टेबुल के सामने ही निर्धारित स्थल पर रहेगा। यदि कोई अभिकर्ता किसी प्रकार की कठिनाई उत्पन्न करता है, तो उसकी शिकायत एआरओ से तुरन्त करें। मतगणना स्थल पर अधिकृत अभिकर्ता ही रहेगा।
प्रशिक्षण में जिला विकास अधिकारी/स्टेट मास्टर ट्रेनर डॉ0 डी0आर0विश्वकर्मा ने बताया कि प्रत्येक विधान सभा में 14 टेबल पर मतगणना कार्य तथा एक टेबल पर एआरओ के लिये लगायी जायेगी। मतगणना टेबल पर एक माइक्रो आब्जर्वर, एक मतगणना प्रेक्षक, एक मतगणना सहायक, एक चतुर्थ श्रेणी कर्मी तैनात होंगे। उन्होंने सी0यू0 से मतगणना किये जाने सम्बन्धी प्रत्येक बिन्दुओं की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि कोई भी ऐसा कार्य न करें, जिस पर संदेह की स्थिति बने। निष्पक्षता एवं समय का विशेष ध्यान रखा जाये।
प्रशिक्षण में मास्टर ट्रेनर सत्यदेव पाण्डेय ने सी0यू0 (कन्ट्रोल यूनिट) के विषय में विभिन्न जानकारियां दी। उन्होंने बताया कि मतगणना के उपरान्त प्रारूप 17 सी भाग दो प्रत्येक टेबल कार्मियों को भर कर अपने सहायक निर्वाचन अधिकारी के टेबल पर प्रस्तुत की जायेगी। उन्होंने बताया कि मतगणना सुपरवाइजर की टेबल के सामने निर्धारित स्थल पर अधिकृत गणना एजेण्टों, जिनके पास पहचान पत्र हों, वही रहेंगे। मान्यता प्राप्त राष्ट्रीय दलों के अभिकर्ता, मान्यता प्राप्त राज्यीय दलों के अभिकर्ता, मान्यता प्राप्त अन्य राज्यीय दलों के अभिकर्ता, जिन्हें आयोग द्वारा प्रतीक चिन्ह आरक्षित किया है। प्रशिक्षण में बताया गया कि पंजीकृत अन्य दलों के अभिकर्ता, निर्दलीय उम्मीदवारों के अभिकर्ता रहेंगे।
मास्टर ट्रेनर श्री पाण्डेय ने बताया कि मतगणना सुपरवाइजर कन्ट्रोल यूनिट कैरिंग बाक्स की सील गणना एजेण्टों को दिखाने उपरान्त ही बाक्स खोलेंगे तथा कन्ट्रोल यूनिट के परिणाम खण्ड/रिजल्ट सेक्शन को खोलने से पूर्व उस पर लगी सील उम्मीदवारों/गणना एजेण्टों को दिखाने के उपरान्त परिणाम खण्ड खोलेंगे। मास्टर ट्रेनर सुनील सिंह ने बताया कि प्रत्येक विधान सभा में पॉच-पॉच वीवी पैट की पर्चियों का मिलान किये जाने सम्बन्धी विभिन्न जानकारी दी। मास्टर ट्रेनर सर्वेश कुमार द्वारा पीपीटी का प्रजेंटेशन स्क्रीन पर करके प्रशिक्षणार्थियों को मतगणना सम्बन्धी विभिन्न बिन्दुओं की जानकारी दी गयी। प्रशिक्षकों को प्रशिक्षण के दौरान जिला अर्थ एवं संख्या अधिकारी द्वारा उन्हें परिचय पत्र दिये गये।
इस मौके पर जिला प्रशिक्षण अधिकारी ए0के0 दूबे, जिला अर्थ एवं संख्या अधिकारी पन्नालाल सहित अन्य अधिकारी, मास्टर ट्रेनर/शिक्षक, डॉ0 जनार्दन राय व द्वितीय दिवस के प्रशिक्षण में आये समस्त माइक्रो आब्जर्वर, मतगणना पर्यवेक्षक, मतगणना सहायक व चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी दोनों पालियों में उपस्थित रहे।


गृह मंत्रालय ने दिल्ली सरकार को चेताया

गृह मंत्रालय ने चेताया  विदेशियों के ना बनाएं कागज


नई दिल्ली। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने दिल्ली में सत्तासीन आम आदमी पार्टी सरकार को आगाह किया है कि राजधानी में बांग्लादेशियों द्वारा आधार व पैन कार्ड जैसे कागजात बनाने के विषय में सतर्क रहें। बांग्लादेश सहित किसी भी देश के नागरिक ने यदि अवैध तरीके से आधार या पैन कार्ड दिल्ली में बनवा लिए हैं तो उन्हें रद करने की प्रक्रिया तुरंत शुरू की जाए।
गृह मंत्रालय (फॉरेनर डिविजन) ने दिल्ली सरकार के गृह विभाग को पत्र लिखा है, जिसमें जगन्नाथ महापात्र का जिक्र किया गया है। महापात्र ने गृह मंत्रालय में शिकायत दर्ज कराई है। इसमें कहा है कि दिल्ली में बड़ी संख्या में बांग्लादेशियों ने आधार व पैन कार्ड बनवा लिए हैं। गृह मंत्रालय ने इस का संज्ञान लिया है। मंत्रालय ने दिल्ली सरकार को आगाह किया है।
वर्तमान नियमों के अनुसार विदेशी नागरिकों को भारत में रहने की सीमा तय की जा सकती है। सीमा समाप्त होते ही उन्हें वापस भेजने का प्रावधान है। इस कार्य के लिए केंद्र सरकार के अलावा राज्य सरकार व केंद्र शासित राज्यों के पास भी पर्याप्त अधिकार हैं। गृह मंत्रालय ने पत्र में अवैध रूप से रह रहे विदेशियों पर नजर रखने के लिए राज्य सरकार को आगाह किया जा रहा है। पत्र में साफ किया गया है कि बांग्लादेशियों के साथ-साथ किसी अन्य देश के नागरिक के अवैध रूप से रहने या आधार कार्ड बनाने की स्थिति में उसे भी तुरंत रद कर दिया जाए।


भाजपा विरोधी दल आयेगे एक मंच पर

चंद्रबाबू नायडू ने की राहुल गांधी से मुलाकात, तमाम भाजपा विरोधी दलों को एक साथ लाने पर चर्चा


लोकसभा चुनाव सूत्रों ने बताया कि नायडू ने गांधी से यह भी कहा कि अगर भाजपा को पर्याप्त सीटें नहीं मिलती और फिर भी सरकार बनाने का दावा करती है तो ऐसी स्थिति में रणनीति तैयार रखो।


तेलुगु देशम पार्टी के प्रमुख चंद्रबाबू नायडू ने शनिवार (18 मई) को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात की और चुनाव नतीजे घोषित होने के बाद भगवा पार्टी को सत्ता से बाहर रखने के लिए भाजपा विरोधी मोर्चे को मजबूत बनाने पर चर्चा की। कांग्रेस प्रमुख से मुलाकात करने से पहले नायडू ने भाकपा नेता सुधाकर रेड्डी और डी राजा से भी मुलाकात की। नायडू भाजपा विरोधी मोर्चा बनाने की कोशिशों का नेतृत्व कर रहे हैं।
नायडू का शनिवार को दिन में दिल्ली में राकांपा प्रमुख शरद पवार और एलजेडी नेता शरद यादव से मुलाकात का कार्यक्रम है। आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री का शाम में लखनऊ में बसपा प्रमुख मायावती और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव से भी मुलाकात करने का कार्यक्रम है। सूत्रों ने बताया कि गांधी के साथ एक घंटे तक चली बैठक में नायडू ने 23 मई को लोकसभा चुनाव के नतीजे घोषित होने के बाद भाजपा के खिलाफ सभी दलों को एक साथ लाने की जरुरत पर चर्चा की।
सूत्रों ने बताया कि नायडू ने गांधी से यह भी कहा कि अगर भाजपा को पर्याप्त सीटें नहीं मिलती और फिर भी सरकार बनाने का दावा करती है तो ऐसी स्थिति में रणनीति तैयार रखो। उन्होंने बताया कि नायडू इस मुद्दे पर तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी के साथ भी फोन पर संपर्क में हैं। नायडू ने शुक्रवार को कहा था कि न केवल तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) बल्कि भगवा पार्टी के खिलाफ किसी भी पार्टी का महागठबंधन में स्वागत है।


उन्होंने इस मुद्दे को लेकर आप संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के साथ ही माकपा नेता सीताराम येचुरी से भी मुलाकात की। बता दें कि देश में 17वीं लोकसभा के गठन के लिए छह चरणों का मतदान संपन्न हो चुका है। 19 मई को सातवें चरण का मतदान है। मतगणना 23 मई को होगी। इस दिन यह पता चल जाएगा कि जनता के किसके पक्ष में अपना जनादेश दिया है।


शिव की साधना कर रहे मोदी


प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी कर रहे हैं केदारनाथ की गुफा में तपस्या।
भगवान शिव का बल प्राप्त करेंगे।
आजाद भारत के इतिहास में यह पहला अवसर है, जब देश का कोई प्रधानमंत्री अपने देश की सनातन संस्कृति के अनुरूप बाबा केदारनाथ की गुफा में तपस्या कर रहा है। 18 मई को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने हिमालय पहाड़ पर बैठे बाबा केदारनाथ के दर्शन किए और गर्भगृह में पूजा अर्चना करने के बाद मंदिर की परिक्रमा की। मंदिर के जीर्णोद्धार कार्यों का जायजा लेने के बाद प्रधानमंत्री पहाड़ी पर बनी एक गुफा में तपस्या करने के लिए चले गए। कहा जा रहा है कि रात को भी प्रधानमंत्री इसी गुफा में रहेंगे और 19 मई को बद्रीनाथ के दर्शन करेंगे। सब जानते हैं कि इन दिनों देश में चुनावी माहौल गर्म है। लोकसभा चुनाव के अंतिम दौर का मतदान 19 मई को होगा और 23 मई को नतीजे आ जाएंगे। 23 मई को पता चल जाएगा कि नरेन्द्र मोदी दोबारा प्रधानमंत्री बनेंगे या नहीं। इस बार लोकसभा का चुनाव मोदी बनाम अन्य हुआ है। 18 मई को जब मोदी बाबा केदारनाथ का बल और आशीर्वाद पाने के लिए गुफा में तपस्या कर रहे थे, तब दिल्ली में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी राजनीतिक दलों के नेताओं के साथ मुलाकात कर मोदी को दोबारा से प्रधानमंत्री बनने से रोकने की रणनीति बना रहे थे। आंध्र प्रदेश के सीएम चन्द्रबाबू नायडु ने दिल्ली में डेरा जमा लिया है। नायडु राहुल गांधी के साथ मिल कर मोदी विरोधियों को एकजुट करने में लगे हुए हैं। मोदी ने पिछले दो माह में 150 से भी ज्यादा चुनावी रैलियां की। एक दिन में तीन चार रैलियां करने के बाद यह समझा जा रहा था कि प्रधानमंत्री मोदी कुछ दिन आराम करेंगे या फिर दिल्ली में बैठकर रणनीति बनाएंगे। लेकिन मोदी तो 18 मई को सुबह ही हिमालय पर्वत पर पहुंच गए। भगवान शिव के प्रतीक बाबा केदारनाथ के मंदिर में पूजा अर्चना करने के बाद मोदी पहाड़ पर कोई एक किलोमीटर चढ़े। गढ़वाली ड्रेस में मोदी ने एक हाथ में छड़ी और एक हाथ में छतरी ले रखी थी। मोदी के गुफा में पहुंचने तक वर्षा होती रही। सतरंगी छतरी को पहले तो सुरक्षाकर्मी लेकर चल रहे थे, लेकिन मोदी के साथ दुर्गम पहाड़ पर करताल नहीं मिलने की वजह से मोदी ने छतरी को सुरक्षाकर्मी से ले लिया। कुछ लोगों को इसमें भी मजाक नजर आएगा। हो सकता है ऐसे लोग टेबल को पीटे भी। लेकिन भारतीय सनातन संस्कृति में मोदी के इस कदम का खास महत्व है। आप चाहे कितना भी परिश्रम कर लें, लेकिन यदि आप ईश्वर का आशीर्वाद नहीं होगा तो आपको सफलता नहीं मिलेगी। 18 मई को मोदी ईश्वर का आशीर्वाद लेने के लिए ही तपस्या करने हिमालय की गोद में पहुंचे। मुझे पता है कि अनेक लोग मोदी के इस धार्मिक कार्य का मजाक उड़ाएंगे, लेकिन जो लोग भारत की सनातन संस्कृति में भरोसा रखते हैं उन्हें पता है कि ईश्वर का आशीर्वाद होने पर कठिन से कठिन कार्य सरलता के साथ हो जाता है। सनातन संस्कृति को मानने वालों को इस बात पर गर्व होना चाहिए कि नरेन्द्र मोदी अपने देश की संस्कृति पर इतना भरोसा करते हैं। जब भगवान शिव का आशीर्वाद होगा तो फिर लोकसभा चुनाव के परिणाम की चिंता किसे होगी? भोले बाबा सबकी सुनते हैं, लेकिन सवाल यह है कि भोले की शरण में पहुंचता कौन है? गीता में भगवान श्रीकृष्ण ने कहा कि मनुष्य को अपना कर्म करना चाहिए, फल की इच्छा नहीं। जो कर्म करता है उसे ही फल मिलता है। जो कर्म ही नहीं करेगा, उसे फल कहां से मिलेगा। जमीन से 12 हजार फिट की ऊंचाई पर तपस्या करना कोई आसान कार्य नहीं है। अनेक राजनेता तो थकान मिटाने के लिए विदेश जाते हैं, जबकि मोदी तो थके शरीर में बल प्राप्त करने के लिए भोले बाबा की शरण में है।
एस.पी.मित्तल


केदार साधना में लीन हुए पीएम मोदी

केदारनाथ धाम की गुफा में साधना में लीन हुए पीएम मोदी


लोकसभा चुनाव के लिए प्रचार के समाप्त होने के अगले दिन शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी केदारनाथ धाम पहुंचे, जहां उन्होंने मंदिर में विशेष पूजा की। गढ़वाली वस्त्र धारण किए पीएम मोदी ने केदारनाथ मंदिर में विशेष पूजा की। इसके बाद पीएम मोदी केदारनाथ धाम में बनी पवित्र गुफा में साधना में लीन हो गए हैं।


दो साल में चौथी बार केदारनाथ धाम पहुंचे पीएम मोदी ने मंदिर में भगवान शिव की पूजा अर्चना की। पीएम मोदी ने रुद्राभिषेक करने के बाद मंदिर की परिक्रमा की। पीएम मोदी 19 मई को बद्रीनाथ धाम जाएंगे, इसके बाद वे दिल्ली के लिए रवाना हो जाएंगे।


 


यूपी: गर्मी के चलते स्कूलों का समय बदला

यूपी: गर्मी के चलते स्कूलों का समय बदला  संदीप मिश्र  लखनऊ। यूपी में गर्मी के चलते स्कूलों का समय बदल गया है। कक्षा एक से लेकर आठ तक के स्कू...