रविवार, 14 अप्रैल 2019

जनहित और जागृति( संपादकीय)

जनहित और जागृति
संपादकीय
लोकतांत्रिक व्यवस्था स्वयं में एक संपूर्ण व्यवस्था है! जहां जनता के हितों को ध्यान में रखकर सभी निर्णय निर्धारित किए जाते हैं ! जिसकी वजह से विधिवत ढंग से सभी विभागों को अधिनियम की एक श्रृंखला में पिरोया गया है ! अधिनियमो का निर्माण जनता के संपूर्ण हितों को ध्यान में रखकर किया गया है, जो स्वयं प्रभावी ढंग से कार्यरत भी हैं ! इस संपूर्ण व्यवस्था के उपरांत भी गणराज्य में समस्याओं का अंबार हैं! जिसमें मूल आवश्यकताओं की प्राथमिकता के आधार पर समीक्षा नहीं की जाती है! इसकी ठीक-ठीक जानकारी भी किसी के पास नहीं है !जिसका दंड निर्दोष जनता को भुगतना पड़ता है !जनता मूल आवश्यकताओ कि अधिकारी होने के बाद भी इस अधिकार से वंचित क्यों है ?यह एक बहुत गंभीर सवाल है ,जिस पर मंथन और चिंतन की अत्यंत आवश्यकता है! मान लिया जाए लोकतंत्र में संघीय शक्तियों की जागृति पूरी तरह कार्य नहीं कर पा रही है, जिसकी वजह से वास्तविक जागरण जनता से अभी भी दूर है ! प्रेस और मीडिया निश्चित विषयों पर अध्ययन कर रहे हैं ,और बहुत सारी समस्याओं का चित्रण भी करते रहते हैं! लेकिन उसके उपरांत भी प्रेस और मीडिया को विषयात्मक परिभाषा व निरंतर गहन अध्ययन करने की सख्त आवश्यकता बनी रहती है! जिसके परिणाम अपेक्षाकृत सिद्ध होते रहते हैं !परंतु यथावत स्थिति के विपरीत जन जागरण का अधिक प्रभाव समय की आवश्यकता प्रतीत हो रहा है ! इस विषय पर हम सबको नीजी दृष्टिकोण के द्वारा आयामों का आकलन करना चाहिए! यह बात भी बिल्कुल सही है ,प्रत्येक व्यक्ति अपनी ही समस्या को प्राथमिकता देने का प्रयास करता रहता है !जबकि कई समस्याओं का संबंध एक ही विषय से होता है! संभवतः परिणाम भी विषय सगंत रहते हैं! परंतु सच यह है कि हमारा जनसंचार अत्याधिक सीमित है जिसका उपयोग हम अपने निजी कार्य, रोजमर्रा के कार्य और सीमित व्यापार से अधिक नहीं कर पा रहे हैं! जनसंचार के माध्यम गति का उपयोग कुल आबादी का 7% भाग ही कर पा रहा है हम संसार की वास्तविकता से पिछड़ रहे हैं !जिसके परिणाम स्वरुप हमें स्थिरता की परिधि के बाहर आना होगा! विश्व में भारत का अग्रणी बना रहना और विश्व में भारतीयों की मनस्वी धारणा समय-समय पर चरितार्थ होती रहती है! जिसका एक माध्यम संचार है और संचार के सामान्य ज्ञान को बढ़ाने का प्रयास हमें करना चाहिए!universalexpress.page


महापुरुषों को सीमाओं में नहीं बांधना चाहिए

महापुरुषों को सीमाओं में नहीं बांधना चाहिए 


लोनी - भारत रत्न बाबा साहब डॉ भीमराव अम्बेडकर के 128 वे जन्मोत्सव पर बलराम नगर कालोनी में आयोजित सभा को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित करते हुए भाजपा नेता ईश्वर मावी ने कहा कि महापुरुषों को दलों की सीमा में नहीं बांधना चाहिए महापुरुष सभी दलों व व्यक्तियों के लिए सम्मानित होते हैं।
बलराम नगर कॉलोनी में डॉ बी आर अंबेडकर जन शिक्षा कल्याण समिति द्वारा आयोजित कार्यक्रम में भाजपा नेता ईश्वर मावी बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए यहां समिति के अध्यक्ष सोहन सिंह जसवंत सिंह कृष्ण पाल विजय कुमार रविंद्र कुमार राजू गुर्जर हेमलता चौधरी व अरविंद कुमार आदि ने फूल माला पहनाकर मुख्य अतिथि ईश्वर मावी का जोरदार स्वागत किया। इस अवसर पर भाजपा नेता ईश्वर मावी ने बाबा साहब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर के चित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की यहां आयोजित सभा को संबोधित करते हुए भाजपा नेता ईश्वर मावी ने कहा कि बाबा साहब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर ने शिक्षित बनो संगठित रहो वह संघर्ष करो का सूत्र दिया।
इस अवसर पर सैकड़ों लोग उपस्थित रहे।universalexpress.page


अंत्योदय से भारत उदय' साकार कर रही है भाजपा

'अंतोदय से भारत उदय' साकार कर रही है भाजपा सरकार


लोनी !लोनी के बुद्ध नगर में भाजपा अनुसूचित मोर्चा के कार्यकर्ताओं द्वारा भारत रत्न डॉ. भीमराव जी राम जी आंबेडकर की 128वीं जयंती धूमधाम से मनाई। क्षेत्रीय विधायक नंदकिशोर गुर्जर व पार्टी पदाधिकारियों ने बाबा साहेब के तस्वीर पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित की। इस दौरान विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने कहा कि संविधान निर्माता बाबा साहेब ने आमजनमानस को एकसमान संवैधानिक अधिकार देकर देश में लोकतंत्र की नींव रखी है। आज हम बाबा साहेब के कारण ही जाति उन्मूलक समाज की स्थापना कर पाए है। डॉ. अंबेडकर जी ने जाति और अन्य पूर्वाग्रहों से मुक्त आधुनिक भारत के निमार्ण के लिए आजीवन संघर्षरत रहे, वे एक ऐसा समाज चाहते थे जहां महिलाओं व कमजोर वर्गों को समान अधिकार प्राप्त हों। आज देश का कोई भी नागरिक देश के सर्वोच्च पद को हासिल कर सकता है वरना पहले राजा का बेटा ही राजा बनने का अधिकार रखता था। आज बाबा साहेब के मूलमंत्र को देश व प्रदेश की सरकार पूरा कर रही है। बिना भेदभाव के बाबा साहेब के अंतोदय से भारत उदय के सपने को साकार कर रही है। देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने बाबा साहेब से जुड़े स्मृतियों को संजो कर अम्बेडकर पंच तीर्थ का निर्माण किया है जो आजतक किसी सरकार ने नहीं किया। मोदी जी ने दलित, शोषित और वंचितों को सशक्त करने का कार्य किया है। वहीं बाबा साहब के नाम पर दूसरी पार्टी सिर्फ अपना राजनीतिक हितों को साधती रहीं। इस दौरान सेक्टर प्रभारी डॉ. टी.एस पाल, किसान जिलाउपाध्यक्ष गल्लू प्रधान निठोरा, हाजी मोहम्मद अली, चंद्रपाल जाटव, डॉक्टर रोहित, डॉक्टर मिथिलेश सिंह आदि उपस्थित रहें।
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बैठकर जयंती की शुभकामनाएं


 अंबेडकर जयंती की शुभकामनाएं


भारत का संविधान तैयार करने वाले डॉ. भीमराव अंबेडकर की जयंती आज पूरा देश मना रहा है। उनके इस खास दिन को 'समानता दिवस' और 'ज्ञान दिवस' के रूप में भी मनाया जाता है। उनके जन्मदिन पर हर साल उनके लाखों अनुयायी उनके जन्मस्थल महू (मध्य प्रदेश), बौद्ध धम्म दीक्षास्थल दीक्षाभूमि, नागपुर और उनका समाधी स्थल चैत्य भूमि, मुंबई में उन्हें अभिवादन करने लिए इकट्टा होते है। विश्व के 55 से ज्यादा देशों में बाबा अंबेडकर की जयंती मनाई जा रही है।

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भाजपा की 20वीं लिस्ट जारी

भाजपा की 20वीं लिस्ट जारी


लोकसभा चुनाव 2019 के लिए भारतीय जनता पार्टी ने अपने उम्मीदवारों की एक और लिस्ट जारी की है, बीजेपी ने अपनी 20वीं सूची में 6 लोकसभा प्रत्याशियों के नामों का ऐलान किया है तो वहीं पश्चिम बंगाल में विधानसभा उपचुनाव के लिए एक उम्मीदवार के नाम की घोषणा की है।भारतीय जनता पार्टी की इस लिस्ट में हरियाणा के हिसार से बृजेंद्र सिंह को टिकट दिया गया है। गौरतलब है कि बृजेंद्र सिंह केंद्रीय इस्पात मंत्री बीरेंद्र सिंह के बेटे हैं, जिन्होंने आज ही अपने इस्तीफे का ऐलान किया है।universalexpress.page


 


कांग्रेस बना सकती है केंद्र में सरकार

तमिलनाडु ,केरल, आंध्र , तेलंगाना , कर्नाटक ,ओडिशा , पश्चिम बंगाल कुल 193 सीटें है
बीजेपी को 2014 में मोदी लहर के दौरान भी वह इन 193 सीटों में से सिर्फ 21 सीटें (कर्नाटक से 17) जीत सकीं!
अब कांग्रेस और जेडीएस ने 56% के कुल वोट शेयर के साथ कर्नाटक में गठबंधन किया है,मोदी लहर नहीं है और इन राज्यों में एडीएमके को छोड़कर कोई सहयोगी भी नहीं है।ADMK दो में विभाजित हो गया है और एक भी सीट नहीं जीत सकता है।
परिणाम स्वरूप बीजेपी इन 193 में से 5 से 10 से अधिक सीटें नहीं जीत सकते।
उत्तरप्रदेश - 80 सीटें।2014 में मोदी ने 71 सीटें जीतीं !
क्योंकि अन्य सभी दलों ने अलग-अलग चुनाव लड़ाइस बार सपा, बसपा और रालोद ने 44% की संयुक्त वोट हिस्सेदारी के साथ गठबंधन किया है।
2014 में मोदी लहर के दौरान भी बीजेपी को केवल 42% वोट मिले थे...
उसे इस बार 20 से 25 सीटें मिल सकती हैं।यदि कांग्रेस बहुत ज्यादा जोर लगाती है तो 15 सीट नही तो 8 सीट में संतोष करना पड़ेगा और सपा बसपा रालोद गठबंधन को 44% वोट के हिसाब से 35 से 40 सीट आएगी और भजपा के खाते में 22 से 25 सीट का अनुमान है यू पी में भाजपा को पूरा 50 सीट का नुकसान हो रहा है
राजस्थान ,एमपी ,छत्तीसगढ़ कुल 60 सीटें..
कांग्रेस ने इन तीनों राज्यों को 2 महीने पहले ही जीत लिया है।
भाजपा यहां कितना भी जोर मार ले 25-30 से अधिक सीटें हासिल नहीं करेगा भले ही वहां राज्य सरकार के खिलाफ वोट पडे।
उपरोक्त 11 राज्यों की 333 सीटों में से, बीजेपी ने 65 सीटों को भी पार नहीं किया!
शेष बची है केवल 207 सीटें.सरकार बनाने के लिए 271 चाहिए।
क्या बीजेपी के लिए 207 में से 206 सीटें जीतना संभव है?
क्या यह मजाक नहीं है?यदि आप शेष राज्यों का विश्लेषण करते हैं
असम (14), कश्मीर (6), दिल्ली (7), पंजाब (13), हरियाणा (10) इन 50 सीट को और जोड़ दिया जाए तो 20 सीट और अगर इसमे कम कर दिए जाएं तो सोचिए क्या होगा।
भाजपा को 207 में से इन 50 सीटों के चुनाव में 20 सीट ही जीत पाएंगे सीधा कांग्रेस के खाते में 30 सीट जाती नजर आ रही है।
महाराष्ट्र में 48, गुजरात मे 26 को भी जोड़ दिया जाए तो दोनो राज्यो में कुल 74 सीट होती है महाराष्ट्र और गुजरात दोनो राज्यो मे कितनी भी बुरी स्थिति में रहे कांग्रेस गठबंधन 25 सीट जीत कर आएगा।
अब 207 सीट में से 50 +74 =124 कम करते है तो 207 -124= 83 सीट शेष रहती है
भाजपा गठबंधन को 206 सीट जितनी है शेष रही सीट 83 सीट में से नार्थ ईस्ट सिक्किम (1), मिजोरम (1), त्रिपुरा (2), मेघालय (2), मणिपुर (2), अरुणाचल प्रदेश (2), इन 10 सीटो पर अफ्सपा एक्ट हटाने का फायदा काँग्रेस को मिल रहा है यहां से कितने भी बुरे हालात हो 5-7 सीट कांग्रेस गठबंधन और झारखंड 14 में से कम से कम 5 सीट कांग्रेस गठबंधन जीतेगा मतलब साफ है कि सबसे बुरे हालात में इन 24 सीटों में भाजपा को 14 और कांग्रेस को 10 सीट मिल रही है अब इन शेष रही 83 सीट में 83 -24=59 सीट ही शेष रही। इन 59 सीटो में बिहार की 40 सीटे भी है बिहार में कांग्रेस गठबंधन कितने भी बुरे हालात हो 20 सीट तो जीतेगा ही। शेष रही 19 सीटो में 6 केंद्र शाषित प्रदेश की 6 सीट में से 3 सीट हम जीत रहे है
भाजपा गठबंधन 23 + 69+14 +46+ 20 + 22= 194 सीट से ज्यादा नही आएगी।
अब फाइनल रिजल्ट भाजपा गठबंधन को 194 से ज्यादा सीट किसी भी हालात में नही मिलेगी।
कांग्रेस गठबंधन को 540 - 194 = 346 सीट मिलेगी!
इस 346 सीट में से सपा-बसपा-रालोद(40) भी साथ न दे तो भी 346 - 40 =306 सीट जीत कर कांग्रेस गठबंधन सरकार बनाएगा।
तो मोदी को 194 सीटें (सबसे अच्छा मामला) और 135 सीटें (सबसे खराब स्थिति) में मिल सकती हैं।
मोदी भक्तो को स्वीकार करना होगा कि भाजपा और आरएसएस को पछाड़ने वाले मोदी भक्त हार रहे है और बेरोजगार युवाओ, किसानों, मजलुमो की आवाज़ जीत रही है कांग्रेस कार्यकर्ता सजग रहे आज की तारीख मे हम जीत रहे है और देश के अगले प्रधानमंत्री राहुल गांधी जी होंगे।
मीडिया पंडितों को यह बताना चाहिए कि अगली सरकार बनाने के लिए कौन से राज्य और कितनी सीटें बीजेपी जीतने वाली हैं !universalexpress.page


राहुल ने कॉलेज छात्रों से मिले आरक्षण का किया वादा

 राहुल ने कॉलेज छात्राओं से, किया आरक्षण वादा


कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने पिछले दिनों चेन्नई की स्टेला मॉरिस कॉलेज की छात्राओं से संवाद किया। संवाद के दौरान कांग्रेस अध्यक्ष ने छात्राओं द्वारा खुद को "राहुल सर" के बजाय सिर्फ "राहुल" कहने की बात पर कॉलेज परिसर तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा। यह एक तरफा 'मन की बात' नहीं थी। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी छात्राओं के सवालों का जवाब दे रहे थे। साथ ही, देश की वर्तमान परिस्थितियों एवं भविष्य के बारे में छात्राओं के विचार भी जान रहे थे।


पूरे समय कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से बातचीत के दौरान छात्राओं में काफी उत्साह देखने को मिला और छात्राओं ने आगामी चुनाव में विजय के साथ-साथ राहुल गांधी को प्रधानमंत्री बनने की भी शुभकामनाएं दी। बातचीत में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने संसद में महिला आरक्षण बिल और नौकरियों में महिलाओं को 33% आरक्षण को समय की आवश्यकता बताया। कुल मिलाकर, छात्राओं के साथ कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी का यह संवाद ऊर्जा, अपनेपन, विश्वास और उम्मीदों से भरा हुआ रहा।


शनिवार, 13 अप्रैल 2019

शोभा यात्रा का विधायक कार्यालय पर किया गया स्वागत

 शोभायात्रा का विधायक कार्यालय पर स्वागत किया गया 


लोनी ! विधायक प्रतिनिधि पंडित ललित शर्मा ने किया सुंदर सुंदर झांकियों पर पुष्प वर्षा कर जल एवं फल की सेवा की इस मौके पर प्रमुख रूप से यात्रा का नेतृत्व कर रहे श्याम सुंदर शर्मा, राष्ट्रीय ब्राह्मण महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष पंडित प्रवेश दत्त भारद्वाज ,किसान यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष सचिन शर्मा ,व्यापार मंडल के अध्यक्ष अरविंद गोयल , वरिष्ठ पत्रकार सुबोध गुप्ता , वरिष्ठ पत्रकार प्रमोद गर्ग ,भाजपा नेता ललित बैसला ,दीपेश शर्मा , तनु शर्मा , डिम्पी ठाकुर , संजय यादव ,रोहित चौधरी ,सुमित शर्मा ,नीरज गुर्जर ,सतेंदर बैसला  आदि सैकड़ों की तादात में रामभक्त उपस्थित रहे!universalexpress.page


राम पार्क एक्सटेंशन में प्याऊ का उद्घाटन

राम पार्क एक्सटेंशन में प्याऊ का उद्घाटन


लौनी! राम पार्क एक्सटेंशन नियर सिद्घ बाबा मंदिर के पास  संदीप गुप्ता और  राजीव गुप्ता स्थित रेस्टोरेंट राजलक्ष्मी फास्ट फूड एंड स्वीट कॉर्नर और आम जनता के हित मे शीतल प्याउ के लिए संदीप गुप्ता जी ने अपने दादा स्वर्गीय लाल नन्हे मल जिंदल और अपने पिता स्वर्गीय सतीश कुमार गुप्ता  की स्मृति में एक शीतल पेय सतीश गुप्ता प्याउ लगवाया जिससे प्रतिदिन सैकडो लोग लाभविंत होगे जिसका उद्घाटन लोनी विधायक नंदकिशोर गुर्जर के सुपुत्र हितेश गुर्जर ने और भारत रक्षा मंच के प्रांतीय महामंत्री  प्रदीप गोस्वामी और भारत रक्षा मंच के लोनी शाखा अध्यक्ष चंद्रपाल भगत  ने किया और भारत रक्षा मंच द्वारा आयोजित स्वास्थ्य शिविर का भी निरीक्षण किया और जिसमें भारत रक्षा मंच से श्री राकेश मिश्रा डॉक्टर आर बी सिंह डॉ विजय कुंद्रा सुरेंद्र तिवारी पवन मौर्य सुशील तिवारी और भाजपा नेता नवीन गुसाई संदीप शर्मा और संघ से श्री अनिल पांडे और  विश्वनाथ त्यागी एवं अमरचंद राणा  चोखे लाल गुप्ता हरिराम खारी आजाद खारी और बहुत से गणमान्य और सम्मानित लोग मौजूद रहे!universalexpress.page


ब्रिटेन के उच्चायुक्त ने दी जलियां वाले बाग के शहीदों को श्रद्धांजलि


ब्रिटेन के उच्‍चायुक्‍त ने दी जलियांवाला बाग के शहीदों को श्रद्धांजलि


अमृतसर ! जलियांवाला बाग जनसंहार की 100वीं बरसी पर शहीदों को श्रद्धांजलि देने के लिए भारत में ब्रिटेन के उच्‍चायुक्‍त सर डोमिनिक एस्क्विथ भी पहुंचे। अमृतसर में जलियांवाला बाग गोलीकांड के पीड़ि‍तों की याद में बनवाए गए स्‍मारक पर पुष्‍पचक्र अर्पित कर उन्‍होंने शहीदों को श्रद्धांजलि दी।इसके बाद उन्‍होंने विज‍िटर बुक में जो भी लिखा, वह भी गौर करने वाला है। उन्‍होंने लिखा, 'आज से 100 साल पहले जलियांवाला बाग में जो भी हुआ था, वह ब्रिटिश इतिहास में शर्मनाक घटना थी। जो कुछ भी हुआ, हमें उसका गहरा दुख है। मुझे खुशी है कि आज भारत और ब्रिटेन 21वीं सदी में आपसी साझेदारी बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।यहां उल्‍लेखनीय है कि ब्रिटेन ने हालांकि इस घटना को लेकर औपचारिक तौर पर माफी नहीं मांगी है, जिसकी मांग समय-समय पर उठती रही है, पर ब्रिट‍िश प्रशासन कई अवसरों पर इसे लेकर खेद जता चुका है। प्रधानमंत्री थेरेसा मे ने हाल ही में ब्रिटिश संसद में 'जालियांवाला बाग नरसंहार' पर खेद जताया था और कहा था कि इस हत्याकांड के कारण लोगों को हुई पीड़ा का उन्‍हें अफसोस है।universalexpress.page


जेटली ने राहुल की डिग्री पर उठाए सवाल


जेटली ने राहुल की डिग्री पर उठाए सवाल


केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी की डिग्री को कांग्रेस द्वारा मुद्दा बनाए जाने के बाद वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पर निशाना साधा है। जेटली ने शनिवार को लिखे फेसबुक ब्लॉग में राहुल गांधी की पढ़ाई पर सवाल उठाए। उन्होंने पूछा- 'कांग्रेस अध्यक्ष ने मास्टर डिग्री (एमए) की पढ़ाई नहीं की, फिर वो बताए कि उन्होंने एमफिल की डिग्री कैसे पूरी की।दरअसल, राहुल गांधी के हलफनामे को लेकर सोशल मीडिया में बहस हो रही है। राहुल गांधी ने 2004 और 2009 में बताया था कि उन्होंने ट्रिनिटी कॉलेज से डेवलपमेंट इकोनॉमिक्स में एमफिल किया है, जबकि 2014 में कहा कि एमफिल डेवलपमेंट स्टडीज में किया गया है। कोई ये भी बता रहा है कि एमफिल में राहुल गांधी ने एक विषय में पास होने लायक नंबर भी नहीं ला पाए। जेटली ने अपने ताजा ब्लॉग में इसी को लेकर राहुल गांधी पर हमला बोला है।इंडियाज़ ओपोजिशन इज ऑन ए रेंट ए कॉज कैंपेन हेडिंग के साथ अरुण जेटली ने लिखा- 'आज बीजेपी कैंडिडेट (स्मृति ईरानी) की शैक्षणिक योग्यता पर बातें हो रही हैं। लेकिन इस दौरान राहुल गांधी की शैक्षणिक योग्यता को भुला दिया जा रहा है। राहुल गांधी की शैक्षणिक योग्यता को लेकर ऐसे कई सवाल हैं, जिनका जवाब नहीं मिला। बेशक उन्होंने बिना मास्टर डिग्री के एमफिल की पढ़ाई जो पूरी की है!universalexpress.page


 


जनता दल पार्टी के जिला अध्यक्ष हुए जनता से रूबरू

जनसत्ता दल पार्टी के जिला अध्यक्ष हुए जनता से रूबरू


कौशांबी ! संसदीय क्षेत्र कौशांबी के विधानसभा बाबागंज जनसत्ता दल पार्टी के प्रमुख कार्यालय डेरवा से 45 ग्राम पंचायतों में हो रहा है जनसत्ता दल पार्टी प्रत्याशी पूर्व सांसद शैलेन्द्र कुमार का चुनाव प्रचार,डेरवा कार्यालय प्रभारी सीपी सिंह के देखरेख में चल रहा है चुनाव प्रचारडेरवा कार्यालय से चुनाव प्रचार के लिए निकलते हैं कार्यकर्ता घर घर जाकर के जनसत्ता पार्टी के कार्यकर्ता कर रहे हैं चुनाव प्रचारजनसत्ता दल पार्टी के कार्यकर्ता प्रत्याशी शैलेन्द्र कुमार को भारी बहुमत से जिताने के लिए कर रहे मतदाताओं से अपील राजाभैया की पार्टी जनसत्ता दल के प्रत्याशी शैलेन्द्र कुमार को मिल रहा व्यापारियों का साथजनसत्ता दल के प्रमुख कार्यालय डेरवा पहुंचे जनसत्ता दल के जिला अध्यक्ष कन्नौज अजय सिंह तीसरी बार प्रमुख कार्यालय डेरवा का इंचार्ज हैं डॉ सीपी सिंहडॉ सीपी सिंह की देखरेख में चल रहा है चुनाव प्रचार राजा भैया की पार्टी जनसत्ता दल को मिल रहा है प्रचंड बहुमत डॉ सीपी सिंह, ठाकुर जितेंद्र सिंह, योगेश सिंह, रामफेर पांडे के देखरेख में चल रहा है कौशांबी जनसत्ता दंल का सांसदीय कार्यालय डेरवाभारी बहुमत से जनसत्ता दल के प्रत्याशी पूर्व सांसद शैलेन्द्र कुमार बनेंगे कौशांबी के सांसद- बबलू शुक्लावर्तमान सांसद को कौशांबी की जनता सिखाएगी सबक- बबलू शुक्लाविश्वास और सिद्धांत की राजनीति करते हैं राजाभैया-बबलू शुक्ला कई ग्राम प्रधानों से जनसंपर्क किए जिला पंचायत सदस्य बबलू शुक्लाग्राम प्रधानों से जिला पंचायत सदस्य बबलू शुक्ला ने जनसत्ता दल के प्रत्याशी शैलेन्द्र कुमार के लिए मांगा समर्थनजनसत्ता दल के प्रत्याशी पूर्व सांसद शैलेन्द्र कुमार को संसदीय क्षेत्र कौशांबी के मतदाताओं का साथ-बबलू शुक्लाजनता के बीच में रहते हैं पूर्व सांसद प्रत्याशी जनसत्ता दल शैलेन्द्र कुमारअन्य दलों के प्रत्याशियों का चुनाव के बाद बंद हो जाएगा मोबाइल-बबलू शुक्ला जनता के सुख दुख में खड़े रहते हैं पूर्व सांसद प्रत्याशी जनसत्ता दल शैलेन्द्र कुमार!


रुपेन्द्र शुक्ला
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राबड़ी के दावे पर प्रशांत किशोर का पलटवार


राबड़ी के दावे पर प्रशांत किशोर का पलटवार


बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री और लालू प्रसाद यादव की पत्नी राबड़ी देवी ने दावा किया कि चुनावी रणनीतिकार और जेडीयू उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर ने लालू से मुलाकात करके यह प्रस्ताव रखा था कि आरजेडी और नीतीश कुमार की जेडीयू का विलय हो जाए। अब प्रशांत किशोर ने इस पर प्रतिक्रिया दी है।उन्होंने ट्वीट किया, 'सार्वजनिक कार्यालय के दुरुपयोग और धन के दुरुपयोग के आरोपों में दोषी पाए जाने वाले लोग सच्चाई के संरक्षक होने का दावा कर रहे हैं। लालू जी जब चाहें, मेरे साथ मीडिया के सामने बैठ जाएं, सबको पता चल जाएगा कि मेरे और उनके बीच क्या बात हुई और किसने किसको क्या ऑफर दिया।इस पर तेजस्वी यादव ने कहा, 'मैं इसे पूरी जिम्मेदारी के साथ कहता हूं, नीतीश कुमार ने हमारे साथ वापस आने और सहयोगी बनने के कई प्रयास किए, उन्होंने कई अलग-अलग तरीकों की कोशिश की, वह भी एनडीए में लौटने के 6 महीने के भीतर।इस पर प्रशांत किशोर ने कहा था, 'तेजस्वी यादव आज भी लोगों के लिए आपकी पहचान और उपलब्धि बस इतनी है कि आप लालूजी के लड़के हैं। इसी एक वजह से पिता की अनुपस्थिति में आप आरजेडी के नेता हैं और नीतीशजी की सरकार में डिप्टी सीएम बनाए गए थे। पर सही मायनों में आपकी पहचान तब होगी, जब आप छोटा ही सही पर अपने दम पर कुछ करके दिखाएंगे।universalexpress.page


 


कांग्रेस ने एमपी सरकार को बनाया अपना एटीएम

कांग्रेस ने एमपी सरकार को बनाया अपना एटीएम


पीएम नरेंद्र मोदी ने आज तमिलनाडु के थेनी में चुनावी जनसभा को संबोधित किया। पीएम ने बाबा साहब अंबेदकर और जालियांवाला बाग के शहीदों को श्रद्धांजलि दी और साथ ही कहा कि मैं महान एमजीआर और जयललिता को भी श्रद्धांजलि देता हूं। भारत को उन दो प्रतिष्ठित नेताओं पर गर्व है जिन्होंने गरीबों के लिए काम किया।उन्‍होंने कहा कि मध्य प्रदेश सरकार कांग्रेस का एटीएम बन गई है। गरीबों और बच्चों के पैसे का इस्तेमाल चुनाव में किया जा रहा है। इसे तुगलक रोड घोटाले के रूप में जाना जाता है। उन्‍होंने कहा कि मैं कांग्रेस से पूछना चाहता हूं कि भोपाल गैस कांड के पीड़ितों को कौन न्याय दिलाएगा, 1984 दंगों के शिकार लोगों को कौन न्याय दिलाएगा। आज डीएमके और कांग्रेस लोगों को गुमराह करने के लिए साथ आ गए हैं।पीएम मोदी ने कहा कि आज भारत दुनिया में तेजी से अपनी पहचान बना रहा है। कांग्रेस, द्रमुक और उनके 'महामिलावटी' मित्र इसे स्वीकार नहीं कर सकते, इसलिए वे मुझसे नाखुश हैं। कुछ दिन पहले, डीएमके सुप्रीमो ने नामदार को प्रधान मंत्री के रूप में प्रोजेक्ट किया। लेकिन कोई इसे स्वीकार करने को तैयार नहीं था। उनके महामिलावटी मित्र भी नहीं, क्योंकि वे सभी पीएम बनना चाहते हैं।universalexpress.page


 


नेहरू, इंदिरा को गाली देते हो और उन्हें की कॉपी करते हो: राज


नेहरू, इंदिरा को गाली देते हैं और उनकी ही कॉपी करते हैं: राज ठाकरे


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तीखा हमला बोलते हुए महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के अध्यक्ष राज ठाकरे ने शुक्रवार को कहा कि 'प्रधान सेवक' शब्द सबसे पहले देश के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने दिया था। मनसे प्रमुख राज ठाकरे ने पीएम मोदी पर तंज कसे हुए यह भी कहा कि आप नेहरू और इंदिरा गांधी को गाली देते रहे, लेकिन आप अभी भी उनकी कॉपी करते हैं।राज ठाकरे ने कहा कि नई दिल्ली के तीन मूर्ति भवन में नेहरू मेमोरियल म्यूजियम में एक पट्टिका लगी हुई है, जिसपर पंडित नेहरू के हवाले से लिखा है। "इस देश की जनता हमें प्रधानमंत्री ना कहे, प्रथम सेवक कहे।" ठाकरे ने तालियों की गड़गड़ाहट के बीच कहा, "लेकिन उन्होंने (मोदी) सिर्फ 'प्रथम सेवक' को बदल कर 'प्रधान सेवक' कर दिया।"ठाकरे यहां कांग्रेस के नेतृत्व वाले 56 दलों के महागठबंधन के लिए एक सभा को संबोधित कर रहे थे। राज ठाकरे ने कहा, "आप नेहरू और इंदिरा गांधी को गाली देते रहे, लेकिन आप अभी भी उनकी कॉपी करते हैं। पिछले पांच सालों के दौरान आपने हर मुद्दे पर सिर्फ झूठ बोला है।universalexpress.page


सुरक्षा को लेकर नर्सिंगहोम होम एवं हॉस्पिटल गंभीर नहीं

सुरक्षा को लेकर नर्सिंग होम व हाॅस्टिल गंभीर नहीं 
गाजियाबाद । जनपद में प्राइवेट नर्सिंग होम व हाॅस्पिटल उधोग में सभी के विषय में अग्नि सुरक्षा और संरक्षण का महत्व है ।
भारत में मरीजों की सुरक्षा के सवाल पर कोलकाता में शोक की लहर दौड़ गई थी । अस्पताल के कर्मचारियों के बीच सुरक्षा उपयोग की अनिश्चितता के कारण रोगियों और साथ ही 90 से अधिक व्यक्तियों की मृत्यु हो गयी थी ।
यह संपूर्ण घटना सरकार के साथ- साथ स्वास्थ्य देखभाल प्रदाता के लिए आँख खोलने वाली बन गयी ? इसके बावजूद
जनपद के नर्सिंग होम व हाॅस्पिटलों के प्रबंधक व संचालक प्रदेश व देश में आग की घटित घटनाओं से सबक नही लेते हुए मरीज, तिमारदार, कर्मचारियों के साथ जीवन से खिलवाड़ कर रहे हैं ।
राष्ट्रीय सूचना अधिकार टास्क फोर्स के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुरेश शर्मा ने कहा है कि यदि नर्सिंग होम व हाॅस्पिटलों में प्रबंधक व संचालकों द्वारा आपातकाल से निपटने के लिए सुरक्षा व्यवस्था में सुधार नहीं किया गया तो एक जनहित याचिका उच्च न्यायालय इलाहाबाद में डाली जाएगी ।
जनपद में वर्षों से संचालित नर्सिंग होम व हाॅस्पिटलों में प्रबंधक व संचालकों द्वारा उत्तर प्रदेश अग्नि निवारण एवं अग्नि सुरक्षा नियमावली व नेशनल बिल्डिंग आफ इंडिया- 2005 के अनुसार अग्नि शमन व्यवस्थाएँ पूर्ण नहीं है । जिन्हें पूर्ण करना नियमानुसार अनिवार्य है । नियमों का पालन कराना स्वास्थ्य विभाग एवं अग्नि शमन विभाग के अधिकारियों की जिम्मेदारी है । जिसे न मालूम क्यों अधिकारीगण नहीं निभा रहे हैं ।
जब तक कोई भी प्रबंधक एवं संचालक अग्नि शमन विभाग से भवन अन्तिम अनापत्ति प्रमाण पत्र प्राप्त किये बिना , भवन का स्वीकृत मानचित्र के साथ सम्पूर्ण प्रमाण- पत्र प्राप्त किये बिना नर्सिंग होम व हाॅस्पिटलों का संचालन एवं भवन का उपयोग नहीं किया जा सकता है । नर्सिंग होम एक्ट -2004 का भी नर्सिंग होम व हाॅस्टिल के प्रबंधक एवं संचालक पालन नहीं कर रहे हैं । स्वास्थ्य विभाग एवं अग्नि शमन अधिकारियों द्वारा नियमों को ताक पर रख कर निजी स्वार्थ के चलते अवैध रूप से नर्सिंग होम व हाॅस्पिटलों को बढ़ावा दे रहे हैं । जबकि यहाँ पर मरीजों का खुलकर तिमारदारों का शोषण व इलाज भी बहुत अधिक महंगा होता है ।
नर्सिंग होम व हाॅस्पिटलों के मानक पूरे न होते हुए भी सुविधा शुल्क के चक्कर में प्रति वर्ष इनका नवीनीकरण भी अवैध रूप से संबंधित विभाग के कर रहे हैं ? । स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को सरकारी अस्पतालों, स्वास्थ्य सामुदायिक केन्द्रों को बढ़ावा और दवाइयाँ एवं रोगों से संबंधित डाॅक्टरों की समुचित व्यवस्था करवानी चाहिए , जिससे आम व गरीब मरीज भी अपना इलाज बहुत कम पैसों में करा सके । जब कि प्राइवेट नर्सिंग होम व हाॅस्पिटलों में इलाज में बहुत महंगा होता है और दवाइयाँ भी उनके ही मेडिकल स्टोर से खरीदनी पड़ती हैं । यदि नर्सिंग होम व हाॅस्पिटलों वालों को इलाज के लिए मरीज का इंश्योरेंस कार्ड से सुविधा मिल जाये फिर तो उनकी बल्ले ही बल्ले है । मजबूर होकर ही गरीब आदमी अपना इलाज नर्सिंग होम व हाॅस्पिटलों में करवाता है । यहाँ पर मरीजों से ओ पी डी में ही चार सौ रुपये से एक हजार रुपये तक वसूल कर लिये जाते हैं तथा दवाइयाँ रही अलग से ? इतना ही नहीं जो मरीज नर्सिंग नर्सिंग होम व हाॅस्पिटल भर्ती होता है तो प्राइवेट रूम को होटलों के रूमों से अधिक दरों पर दिये जाते हैं और जब उसे इलाज के उपरांत छुट्टी मिलती है तो उसके हाथ में बिल की जगह विवरण की शिल्प थमा दी जाती है । नर्सिंग होम व हाॅस्पिटलों में इलाज के नाम पर मरीजों व तिमारदारों का खुलकर शोषण किया जाता है ।जनहित राष्ट्रीय सूचना अधिकार टास्क फोर्स ट्रस्ट मांग करता है कि उत्तर प्रदेश सरकार को इस ओर ध्यान देना चाहिए ।
सुरेश शर्मा, राष्ट्रीय सूचना अधिकार टास्क फोर्स ट्रस्ट, निकट छतरी वाला शिव मंदिर, अपर बाजार मोदीनगर, गाजियाबाद,उत्तर प्रदेश ।


शुक्रवार, 12 अप्रैल 2019

अधिकारी सावधान नकली उंगली की जांच करें

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कांग्रेस ने जारी की प्रत्याशियों की एक और लिस्ट


कांग्रेस ने जारी की उम्मीदवारों की एक और लिस्ट


कांग्रेस ने लोकसभा चुनाव के लिए अपने सात उम्मीदवारों की एक और सूची जारी की है। इस लिस्ट में मध्य प्रदेश, पंजाब, जम्मू-कश्मीर और बिहार के उम्मीदवारों के नाम शामिल हैं।


पार्टी ने पूर्व केंद्रीय मंत्री मनीष तिवारी को पंजाब के आनंदपुर साहिब से अपना उम्मीदवार बनाया है। वहीं पश्चिमी यूपी प्रभारी और कांग्रेस महासचिव ज्योतिरादित्य सिंधिया को मध्य प्रदेश की उनकी पारंपरिक सीट गुना से ही उम्मीदवार घोषित किया है।


इसके अलावा बिहार के वाल्मिकीनगर से शास्वत केदार, जम्मू-कश्मीर के लद्दाख से रिगजीन स्पलबर, मध्य प्रदेश के विदिशा से शैलेंद्र पटेल, मध्य प्रदेश के राजगढ़ से मोना सुस्तानी, पंजाब के आनंदपुर साहिब से मनीष तिवारी और पंजाब के संगरूर से केवल सिंह ढिल्लन को टिकट दिया गया है !universalexpress.page


चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा को शाबाशी मिलनी चाहिए

चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा को शाबाशी मिलनी चाहिए।
नई दिल्ली ! लोकसभा चुनाव में 91 संसदीय क्षेत्रों में छुटपुट घटनाओं को छोड़ कर शांतिपूर्ण तरीके से मतदान सम्पन्न हो गया। 20 राज्यों की इन 91 सीटों में आतंक से ग्रस्त कश्मीर और नक्सलवाद से ग्रस्त राज्यों की सीटें भी शामिल थीं। देश में सात चरणों में मतदान होना है। पहले चरण का मतदान शांतिपूर्ण रहा है तो क्या मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा और उनकी टीम को शाबाशी नहीं मिलनी चाहिए? खेल का जैसे आगाज होता है समापन भी वैसा ही रहता है। सब जानते हैं कि इस विषम परिस्थितियों में लोकसभा का चुनाव हो रहा है। कोई भी दल जीत के लिए कोई कसर नहीं छोड़ रहा है, इसलिए मतदातन से पहले कुछ रिटायर नौकरशाहों ने एक बयान जारी कर चुनाव आयोग की निष्पाक्षता पर सवाल उठा दिए। अब जब पहले दौर का चुनाव निष्पक्ष और शांतिपूर्ण ढंग से सम्पन्न हो गया तो ऐसे नौकरशाहों की आशंकाएं भी निर्मूल साबित हो गई। असल में एक विशेष विचारधारा के लोगों को समय समय पर देश में असहिष्णुता नजर आ जाती है। ऐसे लोगों के चेहरे बदल जाते हैं। कभी स्वयं को प्रगतिशील लेखक और बुद्धिजीवी मानने वाले लोग आगे आ जाते हैं तो कभी शाहरुख खान, सलमान खान, नसीरुद्दीन शाह जैसे फिल्मी कलाकार। जोड़ तोड़ कर अवार्ड हथियाने वाली गैंग भी अवार्ड लौटाने की धमकी देती है। कभी देश की सर्वोच्च अदालत पर हमला किया जाता है तो कभी चुनाव आयोग जैसी संवैधानिक संस्था पर। इसमें कोई दो राय नहीं कि मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने आरोपों की परवाह किए बगैर पहले चरण का चुनाव शांतिपूर्ण तरीके से सम्पन्न करवा दिया और कोई आयुक्त होता तो शायद दबाव में आ जाता। झूठे आरोपों की वो व्यक्ति परवाह नहीं करता जो अपना काम ईमानदारी और बिना भेदभाव के करता है। सुनील अरोड़ा पश्चिम बंगाल में ममता दीदी की दादागिरी से भी नहीं डरे तो उन पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी दबाव भी नहीं देखा गया। आयोग ने बंगाल में निष्पक्ष चुनाव के लिए कई अफसरों को चुनाव ड्यूटी से हटाया तो दिल्ली में नमो टीवी पर राजनीति गतिविधियां की खबरों पर रोक लगाई। जबकि नमो टीवी तो भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमितशाह और केन्द्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली के शह पर चल रहा है।
राजस्थान के राज्यपाल कल्याण सिंह के बड़बोलेपन के लिए राष्ट्रपति को पत्र लिख दिया तो अली और बजरंगी बली की बात कहने वाले यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ को नोटिस जारी कर दिए। संविधान में चुनाव आयोग को जो अधिकार मिले हुए है उनका सुनील अरोड़ा भरपूर इस्तेमाल कर रहे हैं। ईवीएम पर हाथ का बटन दबाने पर कमल के फूल को वोट जा रहा है तथा अंगुली की स्याही मिट रही है जैसी बकवासों का जवाब देने की जरुरत चुनाव आयोग को नहीं है। देश में असहिष्णुता देखने वाले मतदान से पहले सुप्रीम कोर्ट चले गए। ईवीएम के बजाए मतपत्रों से मतदान करवाने तथा कुल मतदान की पचास प्रतिशत वीवीपेट की पर्चियों का मिलान करवाने के कुतर्कों को कोर्ट ने नहीं माना। हालांकि अब एक विधानसभा क्षेत्र के पांच मतदान केन्द्र की पर्चियों का मिलान होगा। चुनाव आयोग की इतनी निष्पक्षता और पारदर्शिता के बाद भी बसपा प्रमुख को ईवीएम पर संदेह हो रहा है। इससे ऐसा प्रतीत होता है कि पहले दौर के मतदान में सपा-बसपा का गठबंधन बेकार हो गया है। इसी प्रकार ममता बनर्जी को भी बंगाल में हार नजर आ रही है। चुनाव आयोग की प्रभावी भूमिका इससे ज्यादा और क्या हो सकती है कि जब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की फिल्म पर ही रोक लगा दी गई। अच्छा हो कि राजनीतिक दल निष्पक्ष चुनाव करवाने में चुनाव आयोग को सहयोग करें।
एस.पी.मित्तल


सुप्रीम कोर्ट ने चुनाव आयोग को और मजबूत किया

 सुप्रीम कोर्ट ने चुनाव आयोग को और मजबूत किया।

नई दिल्ली! सुप्रीम कोर्ट ने अपने अंतरिम आदेश में बैंकों और राजनीतिक दलों को निर्देश दिए है कि चुनावी बॉन्ड की जानकारी 30 मई तक चुनाव आयोग को उपलब्ध करवाई जाए। कोर्ट के इस आदेश से आयोग को अब यह पता चल जाएगा कि किस उद्योगपति अथवा दलाल ने किस राजनीतिक दल को कितना चंदा दिया है। इस फैसले से सबसे ज्यादा परेशानी सत्तारूढ़ भाजपा को हो सकती है, क्योंकि 80 प्रतिशत चुनावी बॉन्ड भाजपा को ही मिले है। कोर्ट ने केन्द्र सरकार का यह तर्क खारिज कर दिया कि बॉन्ड से राजनीतिक दल को चंदा देने वालों को परेशानी हो सकती है। जो दल सत्ता में आएगा तो दानदाताओं से नाराजगी निकाल सकता है। सरकार ने कहा कि राजनीतिक दलों को चंदा देने की गोपनीयता बनी रहनी चाहिए। लेकिन कोर्ट का कहना रहा कि जब चुनाव को पारदर्शी और कालेधन से रहित बनाना है तो फिर यह पता ही चलना चाहिए कि किस कारोबारी ने किस राजनीकि दल को कितना चंदा दिया है। कोर्ट ने ताजा आदेश से अब बैंकों को 15 अप्रैल तक के चुनावी बॉन्ड की जानकारी चुनाव आयोग को देनी होगी। मालूम हो कि सरकार ने एसबीआई जैसी कुछ बैंकों को चुनावी बॉन्ड बेचने के लिए अधिकृत किया था। ये बॉन्ड एक हजार रुपए से लेकर दस लाख रुपए तक के हैं। जिन कारोबारियों ने बैंकों से बॉन्ड खरीद कर राजनीतिक दलों को दिए हैं, अब उनकी पहचान चुनाव आयोग में हो जाएगी। कोर्ट के ताजा फैसले से सरकार को धक्का लगा है।
राहुल के विरुद्ध अवमानना याचिका !
भाजपा की सांसद मीनाक्षी लेखी ने कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी के विरुद्ध सुप्रीम कोर्ट में अवमानना याचिका प्रस्तुत की है। याचिका में कहा गया कि दस अप्रैल को जब राफेल विमान सौदे पर पुनर्विचार याचिका स्वीकार की तो सुप्रीम कोर्ट ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के बारे में कोई टिप्पणी नहीं की थी, लेकिन इसी दिन कोर्ट का हवाला देते हुए राहुल गांधी ने कहा कि अब तो सुप्रीम कोर्ट ने भी मोदी को चोर मान लिया है। राहुल ने यह भी कहा कि कोर्ट ने मान लिया है कि मोदी ने तीस हजार करोड़ रुपए चुरा कर अनील अंबानी की जेब में डाले हैं। चूंकि राहुल ने यह बात सुप्रीम कोर्ट का हवाल देकर कही है, इसलिए कोर्ट की अवमानना है। लेखी ने कहा कि आज भी कोर्ट का पुराना वाला फैसला ही विधि सम्मत है, जिसमें राफेल विमान सौदे की प्रक्रिया को पारदर्शी माना गया है। राहुल गांधी लगातार इस मुद्दे पर झूठ बोल रहे हैं। लेखी की याचिका पर 15 अप्रैल को सुनवाई होगी।



एस.पी.मित्तलuniversalexpress.page


अजमेर के मेयर की याचिका प्रीमेच्योर

 अजमेर के मेयर की याचिका प्री-मैच्योर



जयपुर !जयपुर स्थित हाईकोर्ट में न्यायाधीश संजीव प्रकाश शर्मा की अदालत में अजमेर के मेयर धर्मेन्द्र गहलोत की याचिका पर सुनवाई हुई। सरकार के अतिरिक्त महाधिवक्ता अनिल मेहता ने अंतरिम जवाब प्रस्तुत करते हुए कहा कि सरकार ने मेयर को जो नोटिस दिया है उस पर जांच जारी है। सरकार ने अभी तक कोई निर्णय नहीं लिया है। जांच प्रक्रिया के दौरान ही याचिका प्र्रस्तुत कर दी गई है जो प्री-मैच्यौर (अपरिपक्व) की श्रेणी में आती है। ऐसे याचिका खारिज किए जाने योग्य है। मेयर ने याचिका में जांच अधिकारी तथा अजमेर के तत्कालीन सिटी मजिस्ट्रेट अशोक नाथ योगी को भी पक्षकार बनाया है, लेकिन योगी को अभी तक भी सम्मन तामिल नहीं हुए। मेहता के कथन के बाद न्यायाधीश शर्मा ने आगामी सुनवाई के लिए 8 मई तारीख निर्धारित की। उल्लेखनीय है कि 13 व्यावसायिक नक्शों को नियम विरुद्ध मानते हुए स्वायत्त शासन विभाग ने नगर पालिका अधिनियम की धारा 39 में मेयर को नोटिस दिया। इस नोटिस में मेयर को भी दोषी माना गया है। चूंकि इसी धारा में निलंबन भी हो सकता है, इसलिए मेयर ने हाईकोर्ट में याचिका प्र्रस्तुत कर धारा 39 की कार्यवाही पर रोक लगाने की मांग की। हालांकि मेयर ने नोटिस का जवाब दे दिया है, लेकिन फिलहाल न तो सरकार ने निलंबन किया है और न ही कोर्ट ने स्टे दिया है। इस बच इसी प्रकरण में मुख्य आरोपी निगम के उपायुक्त गजेन्द्र सिंह रलावता सहित चार इंजीनियरों को चार्जशीट थमा दी है। universalexpress.page


कुएं में मिला नवजात शिशु का शव, मचा हड़कंप

कुएं में मिला नवजात शिशु का शव, मचा हड़कंप  दुष्यंत टीकम  जशपुर/पत्थलगांव। जशपुर जिले के एक गांव में कुएं में नवजात शिशु का शव मिला है। इससे...