रविवार, 7 अप्रैल 2019

लोनी नगर के भ्रष्टाचार पर टिकी सबकी नजर

लोनी नगर के भ्रष्टाचार पर टिकी सबकी नजर
लोनी ! नगर पालिका परिषद लोनी के भ्रष्टाचार का सच जनता के सामने दर-परत-दर खुलता जा रहा है !जनता इस बात में जितनी ज्यादा रुचि ले रही है ,उसका भ्रष्टाचारियों पर सीधा प्रभाव पड़ता देखा जा रहा है! वहीं यह खुला भ्रष्टाचार अब प्रशासन की आंखों में भी रड़कने लगा है !जिस प्रकार झूठ का स्वयं का अस्तित्व नहीं होता है ,ठीक उसी प्रकार अपराध का परिणाम प्रत्येक दशा में मिलना ही होता है !आप सभी सोशल साइट्स ,यूट्यूब चैनल और समाचार पत्र के माध्यम से यह बात सभी भली-भांति जानते हैं कि नगरपालिका के विकास कार्यों पर खर्च होने वाले रुपयों की खुलेआम कमिशन खोरी की जा रही है !जिसमें चेयरमैन और अधिशासी- अधिकारी बराबर के दोषी हैं ,यह बात नगर पालिका के पंजीकृत ठेकेदार और कर्मचारी ही कह रहे हैं, इसकी पुष्टि कर रहे हैं! हालांकि, चेयरमैन और अधिशासी-अधिकारी के विरुद्ध अभी तक कोई संवैधानिक कार्यवाही सार्वजनिक नहीं हुई है! क्योंकि आदर्श आचार संहिता और निकटवर्ती मतदान की व्यस्तता के चलते अभी तक अपेक्षाकृत कार्रवाई नहीं हो पाई है! यदि इसे जिला प्रशासन की उदारता समझा जाए तो यह पूरी तरह अनुचित है !भ्रष्टाचार में लिप्त और जिम्मेदार लोगों को इसके निर्धारित परिणाम का सामना करना ही होगा !संपूर्ण प्रक्रिया अपनी निर्धारित गति से, अपने निर्धारित लक्ष्य की तरफ बढ़ रही है !जनता के अधिकार से जुड़ा हुआ मामला है !पूरे नगर में किसी प्रकार की कोई जल- निकासी नहीं है! जनता की मूल समस्याओं पर किसी का कोई ध्यान नहीं है !जो भी कार्य विकास के नाम पर किया जा रहा है सब भ्रष्टाचार की बैसाखी के सहारे चल रहा है !जिस सड़क को जनता बहुत अच्छा समझती है, यदि उस सड़क पर कुल लागत का 60 प्रतिशत भी खर्च किया गया होता तब परिणाम हैरान करने वाला होता ! लेकिन ऐसा इसलिए नहीं हो पा रहा है, क्योंकि चेयरमैन और अधिशासी-अधिकारी दोनों ही पूरी तरह भ्रष्टाचार में लिप्त है !जनता शायद इस बात को अब बेहतर ढंग से समझ रही है !जिसके बहुत ही बेहतर परिणाम भी होंगे!universalexpress.page


धूमधाम से मनाई महर्षि कश्यप जयंती

धूमधाम से मनाई ऋषि कश्यप जयंतीuniversalexpress.page
लोनी ! समय-समय पर समाज का मार्गदर्शन करने के लिए अनेकों महापुरुष संसार में अवतरित हुए हैं! जिनमें एक महऋषि कश्यप भी थे !उन्होंने समाज को उचित दिशा और दशा प्रदान करने का महत्वपूर्ण प्रयास किया है! उनका योगदान सदा सदा के लिए स्मरण रखा जाएगा!
गत सप्ताह इंदिरा पुरी स्थित शहीद भगत सिंह पार्क में कश्यप समाज के लोगों के द्वारा एक सभा का आयोजन किया गया! जिसकी अध्यक्षता रामकुमार कश्यप के द्वारा की गई, मुख्य अतिथि के रूप में जनरल वीके सिंह और मंच संचालन जितेंद्र कश्यप के द्वारा किया गया! महर्षि कश्यप के संदर्भ में बात करते हुए उनके जीवन पर प्रकाश डाला गया और उनके आदर्श को जीवन में आत्मसात करने की प्रेरणा दी गई! इस अवसर पर विधायक नंदकिशोर गुर्जर, चेयरमैन रंजीता धामा ,पूरन सिंह कश्यप, धर्मवीर कश्यप, रण सिंह कश्यप आदि सैकड़ों लोग उपस्थित रहेuniversalexpress.page


यूनिवर्सल एक्सप्रेस न्यूज डेली अपडेट

जनता को अंसमझंस से बाहर आना होगा


गाजियाबाद ! लोकसभा चुनाव की निर्धारित तिथि कुछ ही दूर हैं !लेकिन जनता अभी भी चुनाव से काफी दूर लग रही है! जनता द्वारा ही किसी एक प्रत्याशी की संसद भेजना है !जहां लोकसभा क्षेत्र के भाग्य का निर्माण होना है!गाजियाबाद के लोगों और क्षेत्र का विकास ध्यान में रखकर अपने प्रत्याशी का चुनाव करना जनता के हित-साधने का एकमात्र तरीका है! जनता को
असमंजस छोड़ना होगा ! अपने मन-विचार से कार्य क्षमता और व्यवहार शीलता का आंकलन करना चाहिए! राजनीति में आरोप-प्रत्यारोप और भाई भतीजा-वाद अभी खत्म नहीं हुआ है ! कई बार क्षेत्रवाद के चलते तो राजनेता, राजनीति के मायने ही बदल देते हैं ! जनता का एकमात्र यही अधिकार है जो उसको जनार्दन बना देता है! यदि हमें कोई अधिकार मिला हुआ है, उसका सदुपयोग करना हमारा दायित्व बनता हैं ! वायदे और बेकाबू की सच्चाई पर पहुंचने का प्रयास करें प्रत्याशी की अक्षमता और अपनी अपेक्षाओं की समीक्षा करनी चाहिए ! आपके मतदान से ही हम देश को प्रधानमंत्री प्रदान करेंगे !देश के सभी सांसदों का चुनाव होगा !ऐसी स्थिति में गाजियाबाद से हमें हमारा प्रतिनिधित्व करने वाला संसद में हमारी समस्याओं को प्राथमिकता से लेकर चल सकें! मैदान में खड़े सभी प्रत्याशियों के विषय में विचार अवश्य करना चाहिए ! हमारी तर्क शक्ति हमें कैसे संतुष्ट करती है ! यह हम सब को अपने दिमाग से ही करना होगा ! ज्यादातर लोग ऐसा करते भी हैं ,जो किसी दल अथवा पार्टी से सरोकार नहीं रखते हैं कुछ लोग दलगत विचारधारा के प्रति निष्ठावान होते हैं !जो ज्यादा गहमा-गहमी के पचड़े में नहीं फंसते हैं! जनता को चुनाव में खूब दिलचस्पी रख कर एक दूसरे का उत्साह बढाना चाहिए !


 


 


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संसद भवन में हमारी आवाज बन सके


बुधवार, 3 अप्रैल 2019

चेन्नई के खिलाफ रोहित शर्मा को अच्छे प्रदर्शन की दरकार



  • वानखेड़े स्टेडियम पर आज मुंबई और चेन्नई के बीच मुकाबला

  • आईपीएल के इस संस्करण में मुंबई 3 में से 1 मैच ही जीत पाई


रोहित शर्मा मुंबई इंडियंस के लिए कप्तानी की जिम्मेदारी बखूबी निभा रहे हैं। वे रणनीतिक रूप से बेहतरीन हैं। उनकी इस खासियत की गवाही मुंबई को मिले तीन आईपीएल खिताब भी देते हैं। वे खुद भी अच्छी फॉर्म में हैं, लेकिन उन्हें अपने गेंदबाजों से बेहतर प्रदर्शन की जरूरत है, खासकर स्पिनर्स से।


टीम चुनते समय भावनाओं में नहीं बहें


शायद टीम चयन में उन्हें भावनाओं को अलग रखना होगा। यही वह जगह है जहां चेन्नई सुपरकिंग्स (सीएसके) अन्य टीमों से अलग नजर आती है। अगर टीम संतुलन के लिए किसी खिलाड़ी की जरूरत होती है तो सीएसके फाफ डुप्लेसिस जैसे दिग्गजों को भी बाहर कर देती है। नॉकआउट की हड़बड़ाहट को दूर रखने के लिए मुंबई इंडियंस को अगले कुछ मैच में बड़ी जीत की दरकार है।


10 दिन में ही सब पर भारी दिख रही चेन्नई की टीम


टूर्नामेंट के इस सीजन को शुरू हुए अभी महज दस ही दिन हुए हैं और अन्य टीमों ने सीएसके की ओर देखना शुरू कर दिया है कि ये टीम आखिर क्या चीज सही कर रही है। अगर आप खिलाड़ी दर खिलाड़ी चेन्नई की टीम पर नजर डालें, उनके मौजूदा रिकॉर्ड देखें और उनके करियर को देखें तो पाएंगे कि ये खिलाड़ी और ये टीम ऐसी नहीं है जो अजेय हो या जिसे हराया नहीं जा सके।


धोनी की कप्तानी की बात निराली


मगर एलेक्स फर्ग्युसन की मैनचेस्टर यूनाइटेड की तरह ही महेंद्र सिंह धोनी की सीएसके भी जीत के लिए कोई न कोई रास्ता तलाश ही लेती है। मैंने जान-बूझकर इन नामों का जिक्र किया है। मैं पहले भी कहता रहा हूं कि किसी टी-20 टीम में एक कप्तान दो खिलाड़ियों के बराबर की अहमियत रखता है।


वोट ही नहीं, नोट, राशन और ईंधन भी मांग रहे आप उम्मीदवार, दिलीप पांडेय का अनूठा अंदाज


पूर्वी दिल्ली।। लोकसभा चुनाव में ताल ठोंक रहे आम आदमी पार्टी के उत्तर-पूर्वी दिल्ली उम्मीदवार वोट के साथ नोट ही नहीं, राशन व ईंधन भी मांग रहे हैं। दिलीप पांडेय ने क्राउड फंडिंग का अनूठा अंदाज आजमाया है। कोशिश दैनिक इस्तेमाल में आने वाली हर चीज इकट्ठा करने की है जिसे आम मतदाता आसानी से देने को तैयार हो जाते हैं। बाद में पार्टी कार्यालय व कार्यकर्ताओं के बीच इसका इस्तेमाल कर लिया जाता है। दूसरी तरफ दक्षिणी व पूर्वी दिल्ली में भी पार्टी उम्मीदवार अपने तरीके से चुनाव खर्च जुटा रहे हैं। दरअसल, पर्याप्त फंड न होने से आप ने अपने उम्मीदवारों से कह रखा है कि वह अपने स्तर पर भी चुनाव खर्च का इंतजाम करें। इसके तहत आप उम्मीदवारों ने अपने-अपने स्तर पर इसकी रणनीति तैयार की है। सबसे दिलचस्प तरीका उत्तरपूर्वी दिल्ली में दिखा है। यहां पैसे के अलावा मतदाता से सीधे जज्बाती ताल्लुकात बनाने की भी कोशिश आप उम्मीदवार की है। मसलन, अगर कोई परिवार नकदी में चंदा नहीं दे पाता तो उससे दूध, साइकिल, गैस चूल्हा, कंबल जैसी दैनिक इस्तेमाल में आने वाली जिस भी वस्तु को दे देता है, उसे ले लिया जाता हैबाद में उसका इस्तेमाल पार्टी कार्यालय में होता है। पार्टी रणनीतिकार मान रहे हैं कि जो वोटर नोट समेत दूसरी कोई वस्तु खुशी- खुशी देने को तैयार है, वह वोट भी दे सकता है। पूर्वी व दक्षिणी दिल्ली में भी चल रही कोशिश पूर्वी दिल्ली से आप उम्मीदवार आतिशी भी क्राउड फंडिंग पर काम कर रही हैं। लोगों से पैसा लेने के साथ वह अपने कॉलेज की एल्युमनी एसोसिएशन से भी मदद मांग रही हैं। जबकि दक्षिणी दिल्ली से उम्मीदवार राघव चड़ा भी अपने स्कूल के एल्युमनी एसोसिएशन से संपर्क किया हैइसके अलावा चार्टर्ड अकाउटंस की संस्था से भी मदद की उन्हें उम्मीद है।


जनता के सामने होगा भ्रष्टाचार का कच्चा चिट्ठा

विशेष रिपार्ट, लोनी॥ संपूर्ण भारत गणराज्य आम चुनाव में व्यस्त है। लोकतंत्र के महापर्व में सभी नागरिकों को बढ़-चढ़कर हिस्सा लेना चाहिएप्रत्येक नागरिक का दायित्व है कि वह अपने मताधिकार के प्रति जागरूक बने और जागरूक नागरिक बनने का प्रयास करते रहे। उत्तर प्रदेश की सबसे बड़ी नगरपालिका भ्रष्टाचार से किस प्रकार ओत-प्रोत है? यह बात अब किसी से छिपी नहीं है। कमीशन खोरी के खेल में नगर के मूल विकास को गर्त में धकेल दिया गया है। जितना धन नगर के विकास के लिए प्रस्तावित होता है, उस धन का आधा भाग भ्रष्टाचार द्वारा बदर-बाट कर लिया जाता है! ऐसी अवस्था में विकास की बात करना पूरी तरह बेईमानी होगीअधिशासी अधिकारी और चेयरमैन की काली करतूत का खामियाजा जनता को भुगतना पड़ रहा है! निर्दोष जनता आखिरकार किस बात का दंड भुगत रही है ?जनता के धन पर जो लोग हाथ साफ कर रहे हैं शायद वे इस बात से अनजान है कि जनता जनार्दन होती है! यूनिवर्सल एक्सप्रेस इस भ्रष्टाचार की एक-एक कड़ी से जनता को रूबरू कराएगा ही साथ-साथ दोषियों के विरुद्ध आवश्यक विधिक कार्रवाई को करने का प्रयास भी करता रहेगा! जिस प्रकार नगर पालिका में पंजीकृत ठेकेदार राजू गर्ग ने कमीशन खोरी का कच्चा चिट्ठा जनता के सामने बयान किया है। ठीक उसी प्रकार नगर पालिका में कार्यरत कर्मचारी भी इस भ्रष्टाचार की पोल खोलते नजर आ रहे हैं। यह एक कड़वा सच है ,नगर पालिका परिषद की परिभाषा बदलने का काम किया जा रहा है200 करोड़ से अधिक रुपये नगर पालिका में कार्यरत अधिशासी अधिकारी और भाजपा चेयरमैन ने हड़प कर लिया है। हालांकि अब किसी की तानाशाही नहीं चलेगी और दोषियों को जनता की पाई पाई का हिसाब देना ही होगा। सूत्रों की मानें तो सांसद जनरल वीके सिंह के द्वारा नगर पालिका के भ्रष्टाचार की जांच की लिखित कार्रवाई जिला प्रशासन से की गई थी। बाद में जांच वापस ले ली गई। वजह चाहे जो भी रही हो, जांच कराना एवं जांच को वापस लेना कई प्रश्नों को जन्म देता है! हालांकि इस रहस्य को उजागर करने का प्रयास किया जाएगा। जनता को यह बात समझनी होगी कि जो व्यक्ति अपराध से नाता रखता है। वह सभ्य समाज में नजरें उठाकर नहीं नजर उठाकर नहा रह सकता है। साथ साथ उसका अपराध बोध उसके चहर पर स्पष्ट दिखाई भी देता रहता हैजिस प्रकार चदन को छू लेने से सुगध साथ चली आती है ,ठीक उसी प्रकार गंदगी को दगी का छूने से दुर्गंध का साथआना लाजमी होता है!


पंजाब में बहादुर अधिकारी नेहा शौरी की हत्या से हर कोई सन्न


चंडीगढ़।। पंजाब के खरड़ में हुई ड्रग्स ऑफिसर नेहा शौरी की हत्या ने सभी को दहलाकर रख दिया है। 10 साल पुरानी रंजिश के चलते एक शख्स ने जोनल लाइसेंसिंग अथॉरिटी के पद पर तैनात महिला अधिकारी नेहा शौरी की हत्या कर दी। नेहा नेसाल 2009 में ड्रग इंस्पेक्टर के पद पर रहने के दौरान आरोपी की दवा की दुकान का लाइसेंस कैंसल किया था, जिसके बाद से वह नेहा से रंजिश रखने लगा था। घटना के बाद देशभर से लोगों का सोशल मीडिया पर गुस्सा फूट पड़ा है और वे उनके लिए इंसाफ की मांग कर रहे हैं। बायोकॉन की चेयरपर्सन किरन मजूमदार शॉ ने लिखा, 'बेहद हैरान करने वाली घटना। आखिर कहां है कानून-व्यवस्था? नेहा को श्रद्धांजलि, जिन्होंने कानून का पालन करवाने में अपनी जान दे दी। पाकिस्तानी पत्रकार हामिद मीर ने नेहा को श्रद्धांजलि देते हुए लिखा, 'बहादुर और ईमानदार महिला अधिकारी नेहा को सलाम, जिन्होंने ड्रग माफिया से औरों की जान बचाने के लिए अपनी जान दे दी। पूर्व स्पेशल फोर्सेस अधिकारी और हाल ही में बीजेपी में शामिल हुए मेजर (रिटायर्ड) सुरेंद्र पूनिया ने लिखा, 'सरकारी अधिकारी नेहा की एक अनाधिकृत दवाइयां रखने वाली दुकान का लाइसेंस कैंसल करने पर हत्या कर दी गईबहादुर अफसर नेहा ने हजारों जिंदगियां बचाने के लिए अपनी जान दे दीनेहा, आप देश के युवाओं के लिए एक हीरो हो।' पंजाब सरकार में मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू ने पंजाब पुलिस के डीजीपी को टैग करते हुए लिखा, 'कृपया इस मामले की जांच करें और सुनिश्चित करें कि इंसाफ हो'


लड़खड़ाता दिख रहा है विपक्ष


हरिओम उपाध्याय, गाजियाबाद। लोकसभा चनाव 2019 की निर्धारित तिथि जैसे-जैसे निकट आ रही है वैसे-वैसे प्रत्याशियों की सांसे अटक रही है! कुछ प्रत्याशी आत्मविश्वास से लबालब है ,तो कुछ प्रत्याशियों के चेहरों पर उदासी छाई है !हार जीत तो अभी बहुत दूर की बात है! लेकिन भाजपा का उत्साह विपक्षियों पर स्पष्ट रूप से भारी पड़ रहा है। गत सप्ताह भाजपा प्रत्याशी जनरल वीके सिंह के द्वारा ग्रामीण क्षेत्र का दौरा किया गया! भाजपा की योजनाओं और उपलब्धियों को जनता के सामने रखा गया टीला, जावली ,राजपुर ,निस्तौली अफजलपुर आदि ग्रामीण क्षेत्रों में जनसंपर्क किया गया! इस अवसर पर विधायक नंदकिशोर गुर्जर, पवन मावी ,पृथ्वी सिंह कसाना ,अनूप बैसला, मनोज धामा ,डॉ विनोद बंसल ,चैन पाल सिंह, राघवेंद्र बैसला, चौधरी करतार सिंह, अनिल कसाना आदि लोग उपस्थित रहे !


अमित शाह के पास कोई कार नहीं, कुल संपत्ति 3881 करोड़ रुपये


गांधीनगर।। दुनिया की सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के पास कोई कार नहीं है। शाह की पत्नी सोनल के पास भी कार नहीं है। बीजेपी अध्यक्ष के हलफनामे के मुताबिक उनके पास कोई भी गाड़ी नहीं हैअमित शाह ने शनिवार को गांधीनगर सीट से लोकसभा चुनाव के लिए नामांकन दाखिल करते हुए अपनी संपत्ति का जिक्र किया। इसके तहत शाह के पास कुल चल-अचल संपत्ति 38. 81 करोड़ रुपये है। 2017 में राज्यसभा के नामांकन के लिए दाखिल हलफनामे में शाह ने अपनी संपत्ति 34.31 करोड़ रुपये बताई थी। ऐसे में 2017 से अब तक शाह की संपत्ति में कुल करीब 4.5 करोड़ की बढ़ोत्तरी हुई है। बीजेपी अध्यक्ष के हलफनामे के मुताबिक उनकी पत्नी सोनल शाह की कुल संपत्ति 4.36 करोड़ है। 2017 में सोनल की संपत्ति 3.88 करोड़ थीइसका मतलब यह है कि सोनल की संपत्ति में इस दौरान करीब 48 लाख रुपये की बढ़ोत्तरी हुई है। 23.55 करोड़ के गहने शाह के हलफनामे में इस बात भी जिक्र है कि उनके पास फिलहाल 23.55 करोड़ रुपये के गहने हैं। 2017 में शाह के पास 19 करोड़ के गहने थे। बीजेपी अध्यक्ष के मुताबिक फिलहाल उनकी 53 लाख रुपये सालाना कमाई है।


चौकीदार से सिर्फ दो लोग परेशान, एक कांग्रेस और दूसरे आतंकवादी : मोदी


 डिब्रूगढ़।। लोकसभा चुनाव से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बीजेपी के लिए चुनाव-प्रचार तेज कर दिया है। शनिवार को वह असम के डिब्रूगढ़ पहुंचे, जहां उन्होंने एक जनसभा को संबोधित किया। यहां उन्होंने असम के चाय उद्योग के बहाने कांग्रेस पर निशाना साधा।पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस को हर चायवाले से नफरत है और चायवालों का दर्द एक चायवाला ही समझ सकता है। उन्होंने कहा कि भारत ने दुश्मन के घर में घुसकर मारा, पूरा देश इससे खुश है मगर कांग्रेस के परिवार और आतंकियों के घर-बार में बेचैनी है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, '5 साल पहले आपने मुझे अपना आशीर्वाद दिया था, जिससे मैं असम और पूर्वोत्तर राज्यों के लिए विकास के कई काम कर पाया। 70 सालों में असम के 40 फीसदी घरों तक बिजली पहुंची थी, आज असम के हर घर में बिजली है। पांच साल पहले तक असम के महज 40 फीसदी घरों में ही गैस कनेक्शन पहुंचा था, 5 साल में हमने इसे बढ़ाकर 85 फीसदी तक पहुंचाया। एयर स्ट्राइक से सिर्फ कांग्रेस और आतंकियों को कष्ट उन्होंने जनसभा में आए लोगों से पूछा, टु गईलोकाद लोग अपने चौकीदार से लोग अपने चौकीदार से खुश हैं ना? आप खुश हैं, लेकिन दो लोग ऐसे हैं जो खुश नहीं है। एक है कांग्रेस का परिवार और दूसरा है आतंकियों का घरबार। आप जब वोट देंगे तो सबसे ज्यादा कष्ट इन्हीं को होगा। भारत ने पहली बार दुश्मन के घर में घुसकर मारा। आप खुश हैं ना? लेकिन कांग्रेस परेशान है। हमने जब एयर स्ट्राइक की तो भारत के साथ पूरी दुनिया खड़ी हो गई, लेकिन कांग्रेस की नींद उड़ गई। 'चायवालों का दर्द चाय वाले ने ही समझाप्रधानमंत्री मोदी ने कांग्रेस पर जो भी चाय से जुड़ा है इस ही निशाना साधते हुए कहा, 'इन लोगों को चौकीदारों से नफरत तो है ही, साथ ही इन्हें चायवालों से भी नफरत है। अपनी ओर इशारा करते हुए मोदी ने कहा, 'मुझे लगता था कि इन्हें सिर्फ एक चायवाले से नफरत है, लेकिन पश्चिम बंगाल हो या असम, जो भी चाय से जुड़ा है उस हर शख्स से इन्हें नफरत है। लेकिन चायवालों का दर्द एक चायवाला ही समझ सकता है। चाय बागान में काम करने वालों के हमने बैंक अकाउंट खुलवाए। चाय बागान में काम करने वाली प्रसूता माताओं के अकाउंट में 12 हजार रुपये दिए हैं। 


रविवार, 24 नवंबर 2002

पत्नी के प्रेमी से दुखी होकर खेत मेंअ बनाईं ढाणी

पत्नी के प्रेमी से परेशान होकर खेत में बना ली ढाणी, फिर भी पत्नी को भगा ले गया आरोपी


सिरसा। हरियाणा के सिरसा जिले के ऐलनाबाद क्षेत्र के गांव भुर्टवाला निवासी व्यक्ति ने ऐलनाबाद थाना में अपनी पत्नी की गुमशुदगी की शिकायत दी है। शिकायत में पीड़ित ने गांव के ही एक व्यक्ति पर अपनी पत्नी को बहला फुसलाकर भगा ले जाने का आरोप लगाया है। पीड़ित ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि उसकी शादी करीब 12-13 साल पहले हुई थी और उसके दो बच्चे भी हैं।
उसकी पत्नी का गांव के ही एक युवक के साथ पिछले दो तीन सालों से प्रेम प्रसंग चल रहा है। इससे परेशान होकर उसने गांव से करीब सात किलोमीटर दूर ढाणी बना ली और वहां रहने लगा। लेकिन उस युवक ने पीछा नहीं छोड़ा। पीड़ित ने बताया कि 20 नवंबर की रात को वह अपनी पत्नी व बच्चों के साथ घर में सोया हुआ था। सुबह जब उठा तो उसकी पत्नी घर में नहीं थी, इसके साथ ही आरोपित युवक भी घर से गायब है। उसने शक जताया कि आरोपित युवक ही उसकी पत्नी को बहला फुसला कर लेकर गया है। फिलहाल ऐलनाबाद पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।                             


शनिवार, 14 सितंबर 2002

ड्रैगन का खतरा टला नहीं है ?

वॉशिंगटन डीसी। अमेरिका के अखबार न्यूजवीक ने जून में भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच गलवान में हुई झड़प को लेकर बड़ा खुलासा किया है। अखबार के मुताबिक, गलवान में 15 जून को हुई हिंसक झड़प में 30-35 नहीं बल्कि कुल 60 चीनी सैनिकों की मौत हुई थी। न्यूजवीक ने एक और सनसनीखेज दावा करते हुए कहा है कि गलवान में चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के इशारे पर हिंसा हुई थी, लेकिन ड्रैगन की आर्मी अपने मकसद को पाने में बुरी तरह नाकाम रही थी। रिपोर्ट्स के मुताबिक, गलवान में मिली बड़ी चोट के बाद राष्ट्रपति जिनपिंग बुरी तरह बौखला गए थे।


ड्रैगान का खतरा अभी टला नहीं है!


न्यूजवीक ने अपनी रिपोर्ट में भारत को चेतावनी देते हुए कहा है कि उसे चीन से सावधान रहने की जरूरत है। रिपोर्ट में कहा गया है कि ड्रैगन अपनी हार से बुरी तरह चिढ़ा हुआ है और बदला लेने के लिए योजना बना रहा है। गलवान में हुई अपनी हार से बौखलाए शी जिनपिंग अब नए सिरे से रणनीति बनाने में जुट गए हैं और आने वाले दिनों में वह फौज में बड़े बदलाव कर सकते हैं। माना जा रहा है कि चीनी राष्ट्रपति भारत के खिलाफ बड़े कदम उठा सकते हैं इसलिए आने वाले दिनों में बॉर्डर पर तनाव बढ़ सकता है।                 


नवरात्रि का नौवां दिन मां 'सिद्धिदात्री' को समर्पित

नवरात्रि का नौवां दिन मां 'सिद्धिदात्री' को समर्पित  सरस्वती उपाध्याय  मां दुर्गाजी की नौवीं शक्ति का नाम सिद्धिदात्री हैं। ये सभी प...