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शुक्रवार, 20 मई 2022

डाइट में जरूर शामिल करें किशमिश, जानिए फायदे

डाइट में जरूर शामिल करें किशमिश, जानिए फायदे   

सरस्वती उपाध्याय      

किशमिश खाने से बॉडी को तमाम तरह के फायदे मिलते हैं। ऐसे में आपको इसे अपनी डाइट में जरूर शामिल करना चाहिए। आइए जानते हैं कि इसको खाने से शरीर को क्या-क्या फायदे मिलते हैं। सभी जानते हैं कि किशमिश ऐसा ड्राई फ्रूट है, जिसके सेवन से कई बीमरियां आपसे दूर रहती हैं। यह आपकी बॉडी को जरूरी पोषक तत्व प्रदान करता है। खास बात यह है कि इसके एक नहीं बल्कि कई बड़े फायदे हैं। आसानी से मार्केट में मिल जाने वाली किशमिश कई प्रकार की होती हैं। बता दें कि सूखे हुए अंगूर को किशमिश कहा जाता है, जो काफी मीठी होती है। दरअसल, इसमें शुगर की मात्रा अधिक होती है। किशमिश, अंगूरों को ड्राई करके बनाया जाता है, इस प्रक्रिया में करीब 3-4 हफ्ते लगते है। भारत में इसे कई नामों से बुलाया जाता है, जैसे किशमिश, एंडुद्राक्षा, राइसिन, ऊलर धराक्षी आदि। भारत में इसका उत्पादन नासिक,सांगली,जालना, सोलापुर, सातारा, कर्नाटक में होता है। तो आइए जानते है किशमीश के 4 बड़े फायदे...

1. पाचन के लिए बेस्ट है किशमिश...
फास्ट फूड्स और समय पर न खाने के कारण लोगों का पाचन तंत्र बिगड़ जाता है, जिससे उन्हें काफी तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। ऐसे में किशमिश ऐसे लोगों के लिए फायदेमंद साबित हो सकता है। कब्ज में भी आप इसका सेवन कर सकते हैं।

2. वजन कंट्रोल रहेगा...
बाहर के खाने में फैट की मात्रा अधिक होती है, ऐसे में वजन बढ़ना आम बात है। किशमिश के कारण यह कंट्रोल में रहता है। इसमें पाया जाने वाला नेचुरल शुगर बॉडी में एनर्जी देता है,और हमे आलसी महसूस नहीं होने देता है। साथ ही इससे कोलेस्ट्रॉल भी कंट्रोल में रहता है।

3. खून बढ़ाने में मदद करती है किशमिश...

रिपोर्ट के मुताबिक, अधिकतर लोगों को खून के कमी की शिकायत होती है, जिसे एनीमिया कहा जाता है। अगर आप किशमिश का सेवन रोजाना करेंगे तो आपकी बॉडी में खून की कमी नहीं होगी।

4. हड्डियां होंगी मजबूत...
अधिकतर लोग दूध का सेवन नहीं करते हैं। ऐसे में आप किशमिश को अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं, क्योंकि इससे भी आपकी बॉडी में बेहतर मात्रा में कैल्शियम मिलता है। तो कोशिश करें, आप रोज 4-5 किशमिश का सेवन कर सकते हैं।

सोमवार, 16 मई 2022

पान का सेवन करना, बेहद फायदेमंद

पान का सेवन करना, बेहद फायदेमंद 

सरस्वती उपाध्याय          

भारत में पान का सेवन करते हुए आपने बहुत से लोगों को देखा होगा। वैसे तो पान खाने को बुरी आदत माना जाता है। लेकिन पान खाने से कुछ फायदे भी होते हैं। हमारे यहां मेहमानों को पान खिलाने की परंपरा सदियों से चली आ रही है। पान की पत्तियां खाने के लिहाज से थोड़ी कसैली होती हैं। हालांकि, इन पत्तियों में कई तरह के पोषक तत्व मौजूद होते हैं, जो सेहत को लाभ पहुंचाते हैं। रिपोर्ट के अनुसार, पान के पत्ते में टैनिन, प्रोपेन, एल्केलॉयड और फिनाइल पाया जाता है, जो शरीर में दर्द और सूजन को कम करने में मददगार होता है। आइए जानते हैं, पान के पत्ते खाने से होने वाले फायदों के बारे में...

पाचन क्रिया बढ़ाए...
पान के पत्तों को चबाना पाचन क्रिया के लिए बहुत फायदेमंद माना जाता है। कब्ज एसिडिटी जैसी समस्याओं से निजात पाने के लिए पान की पत्तियां चबानी चाहिए। अल्सर जैसी बीमारियों को ठीक करने में भी ये पत्तियां काफी फायदेमंद होती हैं।

मसूड़ों की सूजन में फायदेमंद...
यदि किसी व्यक्ति को मसूड़ों में सूजन या गांठ जैसी कोई समस्या हो जाती है, तो ऐसे व्यक्ति को पान की पत्तियां चबानी चाहिए। इन पत्तियों में पाए जाने वाले तत्व मसूड़ों की सूजन को कम करते हैं और मसूड़ों में उभरी हुई गांठों को भी ठीक करते हैं।

कंट्रोल में रखे डायबिटीज...
पान की पत्तियों का सेवन करने से शरीर में ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल में रहता है। इसलिए डायबिटीज को कंट्रोल करने के लिए पान की पत्तियां चबाना बेहद लाभकारी है।

दांतों के लिए फायदेमंद...
कुछ लोग पान में सुपारी, तंबाकू, कत्था, चूना, मिलाकर इसका सेवन करते है। लेकिन यदि पान से इन चीजों को निकाल दिया जाए, तो पान की पत्तियां चबाना दातों के लिए बहुत अच्छा होता है।

मंगलवार, 10 मई 2022

पुदीने की चाय का सेवन, बेहद फायदेमंद

पुदीने की चाय का सेवन, बेहद फायदेमंद 

सरस्वती उपाध्याय 
गर्मी के मौसम में एक ऐसी चाय है। जिससे आपको ठंडक का एहसास होगा। इतना ही नहीं समर के मौसम में होने वाले सिरदर्द में भी आपके लिए फायदेमंद है, तो आइए जानते हैं कि आखिर ये कौन-सी चाय है ? गर्मी के मौसम में कुछ लोग चाय से बहुत दूर भागते हैं। क्योंकि उन्हें लगता है कि इससे अच्छा कोल्ड ड्रिंक पी ली जाए, लेकिन बता दें कि ऐसे लोगों को अब चाय से दूर भागने की जरूरत नहीं है। क्योंकि, ऐसे लोगों के लिए पुदीने की चाय का सेवन करना, बहुत फायदेमंद है।
जैसा कि सभी जानते हैं कि गर्मियों में पुदीना बॉडी को ठंडक प्रदान करने का काम करता है, तो ऐसे में आप पुदीने की चाय भी पी सकते हैं। इससे न सिर्फ आपको गर्मी कम लगेगी बल्कि थकावट भी दूर होगी। तो आइए जानते हैं कि इस चाय को कैसे बनाएं और इसके क्या-क्या फायदे हैं ?

1. बॉडी को मिलेगी ठंडक...
पुदीने की चाय से आपकी बॉडी को ठंडक मिलेगी। बता दें कि पुदीने की पत्तियों में विटामिन-ए, विटामिन-सी और बी-कॉम्प्लेक्स, फॉस्फोरस, कैल्शियम होता है इसके अलावा इसमें एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं। इससे हीमोग्लोबिन के स्तर में सुधार होता है। साथ ही मस्तिष्क के स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद है।

2. गर्मी से होने वाला सिरदर्द भी होगा छूमंतर
गर्मी के मौसम में ज्यादातर लोगों को सिरदर्द की शिकायत भी होने लगती है। अगर आप ऐसी स्थिति में इस चाय का सेवन करेंगे तो आपको बहुत अधिक फायदे मिलेंगे। यानी इससे आपका सिरदर्द छूमंतर हो जाएगा। साथ ही थकान और कमजोरी भी महसूस नहीं होगी।

3. वजन भी कम होगा...
ऐसे लोग जो वजन कम करने में लगे हुए हैं, वह भी इस चाय का सेवन कर सकते हैं। इसका नियमित सेवन करने आपका वजन कम हो सकता है। दरअसल, पुदीना में कैलोरी की मात्रा बेहद कम होती है इसलिए यह वजन घटाने में सहायक है।
सबसे पहले आप 6-7 पुदीने के पत्ते धो लें। इसके बाद गैस पर थोड़ा पानी गर्म करें। इसे उबालने के बाद इसमें ये पत्ते डाल लें। कुछ देर बाद गैस बंद करके इसे कुछ देर के लिए ढक दें। थोड़ी देर बाद इसे छान कर आप पी सकते हैं।

शुक्रवार, 6 मई 2022

आम को पानी में भिगोना, बेहद फायदेमंद

आम को पानी में भिगोना, बेहद फायदेमंद   

सरस्वती उपाध्याय          
गर्मियों का मौसम आते ही आम का मौसम भी पूरे शबाब पर होता है। जैसे-जैसे गर्मियां बढ़ती हैं, बाजार में तरह-तरह के आम दिखाई देने लगते हैं। एक बार बाजार जाएं, तो दूर से ही आपको आम  की खुशबू खींच लेती है। खास बात है कि फलों का ये राजा गर्मियों में आपके शरीर को कूल रखने में काफी मदद करता है। इसलिए लोग आम को अलग-अलग तरीके से डाइट में शामिल करते हैं। हालांकि, इसे खाने से पहले लोग आम को कुछ देर के लिए पानी में भिगोकर रखते हैं। हालांकि ये नानी-दादी के जमाने का तरीका है, लेकिन ये आज भी कारगर है।
जानकार बताते हैं कि आम को खाने से पहले पानी में भिगोना हेल्थ के लिए बेहद फायदेमंद है।इससे आप एक नहीं, बल्कि कई समस्याओं से खुद को बचा सकते हैं। अक्सर लोगों को लगता है कि ऐसा करने के पीछे गंदगी या फिर आम पर लगे केमिकल्स भी वजह हो सकते है। जो काफी हद तक सही भी है, लेकिन इसके अलावा भी कई ऐसे कारण हैं, जिनसे आप अनजान हैं। अगर आप बाजार से आम लाने के बाद उसे तुरंत खाना शुरू कर देते हैं, तो ये आपकी सेहत के लिए हानिकारक हो सकता है। जानिए आम को 30 मिनट भिगोकर रखने के फायदे।
न्यूट्रीशनिस्ट रुजुता दिवाकर के अनुसार आम को खाने से पहले कम से कम 30 मिनट के लिए पानी में भिगोकर रखना चाहिए। इसके बाद खाना त्वचा के लिए बेहतर होगा। बचपन में आपने भी नोटिस किया होगा कि कई बच्चे जो आम ज्यादा खाते थे, उन्हें फोड़े निकलते थे। आज भी ऐसा कई लोगों के साथ होता है, कई लोगों को आम खाने से पिंपल्स, एक्ने या फिर अन्य स्किन प्रॉब्लम्स शुरू हो जाती हैं। इसके अलावा कब्ज, सिरदर्द या फिर पेट से जुड़ी दूसरी समस्याओं से दो-चार होना पड़ता है। ऐसे में पानी में इसे कुछ देर भिगोकर रखने से आम की गर्म तासीर से छुटकारा मिल सकता है‌।
आम के पेड़-पौधों में हानिकारक कीटनाशक और इंसेक्टिसाइड का इस्तेमाल किया जाता है। ये आपकी बॉडी के लिए जहरीले हो सकते हैं। अगर ये आपके शरीर में चले जाएं तो एलर्जी, स्किन इरिटेशन या फिर अन्य गंभीर समस्याएं हो सकती हैं। कई बार सिर दर्द, मतली जैसी समस्याएं भी बिना भिगोये आम खाने से होती हैं। इसलिए इसे पानी में डुबोकर कुछ देर के लिए छोड़ दें और फिर खाएं।
आम फैट बर्न करने में मददगार होता है। आम में फाइटो केमिकल्स स्ट्रॉन्ग होते हैं, ऐसे में जब हम इसे पानी सोखने के लिए रखते हैं, तो इनका कॉन्सन्ट्रेशन कम हो जाता है, और वे नेचुरल फैट बस्टर के रूप में कार्य करते हैं।

बॉडी टेम्परेचर को रखता है मेंटेन...
आम खाने से शरीर का तापमान बढ़ जाता है, जिसकी वजह से थर्मोजेनिक का प्रोडक्शन होता है। हालांकि, आम को थोड़ी देर पानी में भिगोने से इसे कम करने में मदद मिलेगी। दरअसल, थर्मोजेनिक प्रोडक्शन का बढ़ना एक्ने, कब्ज, सिर दर्द जैसी परेशानियों का कारण बन सकता है।
​फाइटिक एसिड से छुटकारा
फाइटिक एसिड एक तरह का न्यूट्रिशन है, जोआपकी बॉडी के लिए अच्छा और बुरा दोनों हो सकता है। इसे एक एंटी न्यूट्रीएंट माना जाता है, जो शरीर को आयरन, जिंक, कैल्शियम और अन्य मिनरल्स को अब्जॉर्ब करने से रोकता है।‌ जिसके कारण बॉडी में मिनरल्स की कमी होने लगती है। वहीं आम ही नहीं बल्कि अन्य फल, सब्जियां और नट्स में भी नेचुरल मॉलीक्यूल यानी फाइटिक एसिड होता है। फाइटिक एसिड बॉडी में हीट जेनरेट करता है, ऐसे में कुछ देर तक पानी में रखने से ये निकल जाता है।

गुरुवार, 5 मई 2022

शुगर: पता नहीं चलता, बॉडी में पानी की कमी

शुगर: पता नहीं चलता, बॉडी में पानी की कमी

सरस्वती उपाध्याय     
डायबिटीज के मरीजों को अपना विशेष ख्याल रखना होता है, क्योंकि पहले ही उनका जीवन दवाइयों के सहारे चलता है। ऐसे में अगर ब्लड शुगर बढ़ने के अलावा और कोई दिक्कत मरीजों को हो जाए तो उनकी परेशानी बढ़ सकती है। इन परेशानी में पानी की कमी भी हो सकती है। जैसा की सभी जानते हैं कि गर्मी का मौसम है और ऐसे में बॉडी में पानी की कमी नहीं होनी चाहिए, लेकिन कई बार डायबिटीज मरीजों को यह पता नहीं चल पाता है कि उनकी बॉडी में पानी की कमी हो रही है। तो आइए जानते हैं कि ऐसे कौन-से लक्षण हैं, जिनसे पता चलेगा कि आपकी बॉडी में पानी की कमी हो रही है।
पानी की कमी के चलते होता है डिहाईड्रेशन
जैसा ही सभी जानते हैं कि डायबिटीज मरीजों में पानी की कमी के चलते कई बर गंभीर परेशानियां हो सकती है।  बॉडी में पानी की कमी के चलते मरीजों को डिहाईड्रेशन होने लगता है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि ऐसा क्यों होता है। दरअसल, इसके पीछे कई वजहें होती हैं।
क्यों होता है डिहाईड्रेशन
सबसे पहले तो कम पानी पीने की आदत से भी बॉडी में डिहाईड्रेशन होने लगता है। इसकी वजह मरीजों की बॉडी में पानी की कमी होती है। ऐसे में मरीजों को दिनभर में कम से कम 7-8 गिलास पानी पीना चाहिए।
– कई बार मरीजों का ब्लड शुगर बढ़ रहता है, जिसके चलते भी डिहाईड्रेशन की समस्या होती है। तो ऐसे में मरीजों को अपना विशेष ख्याल रखना पड़ता है।
– खराब डाइट भी डिहाईड्रेशन की वजह हो सकती है। इसलिए मरीजों को अपनी डाइट पर खास ध्यान देना होता है, ताकी किसी भी प्रकार से आपकी बॉडी डिहाईड्रेट न रहे।
पानी की कमी होने के 5 बड़े लक्षण
1. अगर आपको बहुत अधिक प्यास लगने के साथ-साथ बार-बार टॉयलेट जाना पड़चा है तो आपकी परेशानी बढ़ सकती है। इससे आपकी बॉडी को नुकसान हो सकता है, क्योंकि बार-बार टॉयलेट जाने से आपकी बॉडी में पानी की कमी हो सकती है।
2. थकान बनी रहना दूसरा कारण है। अगर आपकी बॉडी से थकान जाने का नाम नहीं ले रही है तो आपको अलर्ट रहने की जरूरत है। यह भी शरीर में पानी की कमी का संकेत है‌।
3. इसके अलावा अगर आपके हाथ-पैर सुन्न हो जाते हैं तो भी आपको थोड़ा अलर्ट रहना होगा। क्योंकि इससे भी आपकी परेशानी बढ़ सकती है।
4. बार-बार वजन घटना या बढ़ना भी बॉडी में पानी की कमी का संकेत हो सकता है। इसे भी आप नजरअंदाज न करें।
5. कई बार मरीजों को दिखना भी कम शुरू हो जाता है। यदि आपको भी ऐसा महसूस हो रहा है तो अपने डॉक्टर से जरूर संपर्क करें।

मंगलवार, 3 मई 2022

सहजन के पत्तों का इस्तेमाल, जानिए फायदे

सहजन के पत्तों का इस्तेमाल, जानिए फायदे   

सरस्वती उपाध्याय     
अक्सर हम अपनी दादी और नानी से सहजन के औषधीय गुणों के बारे में सुनते आ रहे हैं। सहजन की फली के अलावा, अगर आप इसके फूल और पत्तों की बात करें तो इन्‍हें भी सेहत के लिए काफी गुणकारी माना जाता है। सहजन एक ऐसा ही एक औषधीय पौधा है। जिसमें डायबिटीज के मरीजों में ब्लड शुगर को कंट्रोल रखने से लेकर कई तरह के गुण होते हैं। सहजन के पौधे आपको कहीं भी मिल सकते हैं‌‌।

सहजन के पत्तों से बनने वाला पाउडर आपको किसी भी स्टोर या ऑनलाइन पर आसानी से मिल सकता है। लेकिन अगर आप बाजार में मिलने वाले सूखे पाउडर पर विश्वास नहीं करते हैं, तो आपके लिए इसके छोटे-छोटे हरे पत्तों का इस्तेमाल करना ही बेहतर रहेगा।

डायबिटीज में वरदान है सहजन...
द हेल्थसाइट के अनुसार, डायबिटीज के मरीजों में वजन घटाने और ब्लड शुगर लेवल को कम करने के लिए सहजन का यूज किया जाता है। कई स्टडीज में इस बात का दावा किया गया है कि सहजन के पत्तों में एंटीऑक्सीडेंट क्लोरोजेनिक एसिड होता है, जो ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल रखने में सहायक है। अगर आप शुगर के मरीज हैं। तो आपको नॉर्मल चाय की बजाय सहजन के पत्तों के बनी चाय पीना शुरू कर देना चाहिए।

सहजन की चाय...
ब्लड शुगर लेवल मेंटेन रखने के लिए आपको ज्यादा कुछ नहीं करना है। बस आपको सहजन के कुछ ताजे पत्तों को धोकर धूप में सुखाना है और उसके बाद उन्हें पीसकर पाउडर बनाना है। इसे चाय की पत्ती की तरह इस्तेमाल करना है। रोजाना इस पाउडर की चाय पीने से आपका ब्लड शुगर कंट्रोल में रह सकता है।

वजन कम करती है सहजन की चाय...
सहजन की चाय में डाईयूरेटिक गुण होते हैं। जोकि बॉडी के सेल्स में अनावश्यक पानी को कम करता है। इसके एंटी-इन्फ्लेमेट्री गुण शरीर की सूजन कम करते हैं। फाइबर से भरपूर सहजन की चाय शरीर में फैट अब्जॉर्प्शन कम करती है. इन्सुलिन रेजिस्टेंस कम करके ये अनावश्यक फैट जमने से रोकती है।

ब्लड प्रेशर कम करने में भी फायदेमंद...
सहजन के हरे पत्तों से निकलने वाले अर्क में आइसोथियोसाइनेट और नियाज़िमिनिन होते हैं। ये ऐसे यौगिक हैं, जो आर्ट्रीज को मोटा होने से रोकने में मदद करते हैं, जिससे ब्लड प्रेशर बढ़ सकता है।

रविवार, 1 मई 2022

तरबूज के बीजों का इस्तेमाल, जानिए फायदे

तरबूज के बीजों का इस्तेमाल, जानिए फायदे 

सरस्वती उपाध्याय          
तरबूज के फायदों के बारे में तो आपने बहुत सुना होगा। आज जानें तरबूज के बीज के फायदों के बारे में जिन्हें आप हमेशा डस्टबिन में फेंक देते हैं। लेकिन तरबूज के बीज, उसका क्या करते हैं ? आप अगर कोई आपसे यह सवाल पूछे तो आपका जवाब भी यही होगा कि तरबूज के बीज फेंक देते हैं।
आज हम आपको तरबूज के छोटे-छोटे काले रंग के बीज के फायदों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसे जानने के बाद आप कभी भी तरबूज के बीज को डस्टबिन में नहीं फेंकेगे। तरबूज के बीज में कैलोरीज बिल्कुल नहीं होती है और इसमें जिंक, आयरन, फोलेट, पोटैशियम जैसे न्यूट्रिएंट्स होते हैं।
इसके लिए तरबूज के बीजों को सुखा लें और फिर इन्हें हल्का सा भूनकर स्नैक के तौर पर खा सकते हैं। तरबूज के बीज में कॉपर, मैंग्नीज और पोटैशियम होता है जो हड्डियों को मजबूत बनाने में मददगार है। साथ ही बोन डेंसिटी में भी सुधार करने में मदद करता है तरबूज का बीज। तरबूज के बीज को सुखाकर खाने से ऑस्टियोपोरोसिस का खतरा कम हो जाता है। डायबिटीज कंट्रोल करने में भी फायदेमंद माने जाते हैं, तरबूज के बीज।
इसका कारण यह है कि काले रंग के ये छोटे-छोटे बीज ब्लड शुगर लेवल को कम करने में मदद करता हैं इसलिए डायबिटीज के मरीजों के लिए यह एक अच्छा स्नैक ऑप्शन हो सकता है।
तरबूज के बीज में मैग्नीशियम पाया जाता है जो हाइपरटेंशन को कंट्रोल करने में मदद करता है। हाई ब्लड प्रेशर का सीधा संबंध हृदय रोग से होता है। नियमित रूप से इन बीजों का सेवन करने से ब्लड प्रेशर कंट्रोल में रहता है और हार्ट हेल्दी। मुंहासे और चेहरे पर बढ़ती उम्र के निशान दिखने जैसी समस्याओं को दूर कर सकता है तरबूज का बीज। इन्हें सुखाकर और भूनकर खाने से आपकी स्किन अंदर से हेल्दी और ग्लोइंग बन सकती है। साथ ही बीजों में पाए जाने वाले न्यूट्रिएंट्स बालों की क्वॉलिटी बेहतर बनाने में भी मदद करते हैं और हेयर फॉल की समस्या दूर होती है।

शुक्रवार, 29 अप्रैल 2022

'पनीर टिक्का रोल' बनाने की रेसिपी, जानिए

'पनीर टिक्का रोल' बनाने की रेसिपी, जानिए    

सरस्वती उपाध्याय      

हर कोई चाहता है कि सुबह का ब्रेकफास्ट टेस्टी होने के साथ हेल्दी भी हो। खासतौर पर नाश्ता ऐसा हो जो बच्चों को पसंद भी आए और उनके लिए स्वास्थ्यवर्धक भी हो। इन दोनों ही पैमानों पर पनीर टिक्का रोल खरा उतरता नजर आता है। प्रोटीन से भरपूर 'पनीर टिक्का रोल' खाने में जितना स्वादिष्ट होता है, सेहत के लिए भी उतना ही फायदेमंद होता है। इसे बनाने के लिए मैदा के बजाय गेहूं के आटे का इस्तेमाल किया जाता है। आप भी अगर रूटीन ब्रेकफास्ट कर बोर हो चुके हैं और इसमें अब कुछ बदलाव लाना चाहते हैं तो 'पनीर टिक्का रोल' रेसिपी बना सकते हैं। इस रेसिपी को बनाना आसान है और ये मिनटों में ही तैयार हो जाती है।

'पनीर टिक्का रोल' बनाने के लिए सामग्री...

पनीर – 100 ग्राम
दही – 3 टेबलस्पून
प्याज – 1
शिमला मिर्च – 1/2
टमाटर – 1
भुना जीरा पाउडर – 1/2 टी स्पून
हल्दी पाउडर – 1/2 टी स्पून
लाल मिर्च पाउडर – 1 टी स्पून
धनिया पाउडर – 1 टी स्पून
चाट मसाला – 1/2 टी स्पून
काली मिर्च पाउडर – 1/2 टी स्पून
तेल – 1 टेबलस्पून
नमक – स्वादानुसार

रोल बनाने के लिए...

गेहूं का आटा – 1 कप
घी – 3 टी स्पून
टमाटर सॉस – 2 टी स्पून
नमक – स्वादानुसार

पनीर टिक्का रोल बनाने की विधि...
पनीर टिक्का रोल बनाने के लिए सबसे पहले एक बाउल में पनीर के छोटे-छोटे टुकड़े कर लेें। अब इसमें लाल मिर्ची पाउडर, धनिया पाउडर, हल्दी, काली मिर्च पाउडर डालकर सभी को पनीर के साथ अच्छी तरह से मिक्स कर दें। इसके बाद इसमें भुना जीरा, चाट मसाला और स्वादानुसार नमक भी मिला दें।अब पनीर में दही डाल दें और उसे अच्छी तरह से मिक्स कर 10 मिनट के लिए ढककर अलग रख दें।

अब एक मिक्सिंग बाउल लें और उसमें आटा डालकर 1 टी स्पून घी और चुटकी भर नमक मिलाकर थोड़ा-थोड़ा पानी डालते हुए उसे अच्छे से गूंद लें। इसके बाद आटे को भी कुछ वक्त के लिए ढककर अलग रख दें। इस दौरान टमाटर, शिमला मिर्च और प्याज को लंबा और पतला काट लें। अब एक कड़ाही में तेल डालकर उसे गर्म करने के लिए मीडियम आंच पर रख दें, जब तेल गर्म हो जाए तो उसमें दही मसाले वाला पनीर डालकर पकाएं। 2 मिनट तक पकाने के बाद उसमें कटा प्याज, शिमला मिर्च और टमाटर डाल दें। इस मिश्रण को 1 मिनट तक पकाने के बाद गैस बंद कर दें।

अब आटे को लें और उसे एक बार और गूंद लें. इसके बाद उसकी लोइयां बना लें। अब एक लोई लें और उसे बड़ी रोटी की तरह बेल लें। इसके दोनों ओर घी लगाकर उसे तवे पर पराठे की तरह सेक लें। इसक बाद इस पराठे के ऊपरी हिस्से में सभी जगह टमाटर कैचअप लगा दें। इसके बाद पनीर टिक्का का तैयार मसाला इसके बीच में रखकर पराठे को रोल कर लें। इसी तरह सारी लोई के पराठे बनाकर रोल तैयार कर लें। ब्रेकफास्ट के लिए स्वादिष्ट पनीर टिक्का रोल बनकर तैयार हो चुका है।

गुरुवार, 28 अप्रैल 2022

गुलकंद का सेवन, गर्मी से पा सकते हैं राहत

गुलकंद का सेवन, गर्मी से पा सकते हैं राहत

सरस्वती  उपाध्याय 
गर्मी से राहत पाने के लिए लोग तरह-तरह की चीजों का सेवन करते हैं। लेकिन क्या आपने कभी गुलकंद का सेवन किया है। बता दें कि गुलकंद का सेवन करके आप गर्मी से तो राहत पा ही सकते हैं साथ ही कई तरह की दिक्कतों से भी निजात पा सकते हैं। गुलकंद (Gulkand) का सेवन दूध के साथ भी किया जा सकता है और इसको आप सीधे तौर पर भी खा सकते हैं।
वैसे विटामिन्स और मिनरल्स भरपूर होने के कारण जहां दूध को प्रोटीन का बेस्ट सोर्स माना जाता है। वहीं गुलाब के फूलों से बना गुलकंद खाना भी सेहत के लिए काफी फायदेमंद होता है।इसलिए दूध के साथ गुलकंद का सेवन करने से इसके फायदे और भी ज्यादा बढ़ जाते हैं। आइये thehealthsite के अनुसार जानते हैं गुलकंद के फायदों के बारे में।
एसिडिटी से मिलेगी राहत
पेट में गैस, कब्ज और एसिडिटी से निजात पाने के लिए दूध के साथ गुलकंद का सेवन काफी कारगर नुस्खा होता है। दूध में गुलकंद मिलाकर पीने से पेट की सभी समस्याओं से छुटकारा पाया जा सकता है। ये गट बैक्टिरिया को बढ़ाने में मददगार है और आंतों की कार्य प्रणाली को प्रॉपर तरह से काम करने के लिए भी मदद करता है। आप गुलकंद को सीधे तौर पर भी खा सकते हैं।

एनर्जी देता है
गुलकंद का सेवन करने से आपका एनर्जी लेवल बूस्ट होता है क्योंकि इसमें चीनी की मात्रा काफी होती है। जिससे आप दिन भर स्फूर्ति का अनुभव करते हैं। इतना ही नहीं गुलकंद खाने से आंखों की रोशनी भी तेज होती है।
अच्छी नींद लाने में मददगार है
आजकल की बिजी दिनचर्या में काम के प्रेशर की वजह से तनाव होना काफी आम बात हो गई है। हालांकि गुलकंद की तासीर ठंडी होने के कारण इसका सेवन करने से दिमाग की नसों को आराम मिलने लगता है और आपका स्ट्रैस चुटकियों में गायब हो सकता है। जिससे अच्छी और सुकून भरी नींद आना काफी आसान हो जाता है।
पिम्पल्स से पाएं निजात
गर्मी के मौसम में धूप, धूल और मिट्टी की वजह से चेहरे पर पिम्पल्स होना काफी कॉमन प्राब्लम होती है। ऐसे में गुलकंद का सेवन करने से आपको पिम्पल्स से छुटकारा मिलने लगता है। दरअसल गुलकंद एंटी-बैक्टिरियल और एंटी-वायरल तत्वों से भरपूर होता है, जो पिम्पल्स या एक्ने मार्क्स को कम करने में मदद करता है।

बुधवार, 27 अप्रैल 2022

दही-प्याज की सब्जी बनाने की रेसिपी, जानिए

दही-प्याज की सब्जी बनाने की रेसिपी, जानिए   

मो. रियाज        

गर्मी के दिनों में दही-प्याज की सब्जी खाना सेहत के लिहाज से बेहद फायदेमंद होता है। दही और प्याज दोनों की तासीर ही ठंडी होती हैै। ऐसे में दोनों का कॉम्बिनेशन तेजी से बढ़ते पारे के बीच शरीर को ठंडा रखने में बेहद मददगार होता है। समर सीजन में हम सभी रोजाना किसी न किसी रूप में दही खाते हैं जिससे शरीर स्वस्थ्य रहे। अगर आप रूटीन सब्जियों से बोर हो गए हैं तो इस बार दही-प्याज की सब्जी ट्राई कर सकते हैं। इसे बनाना आसान है और ये स्वाद से भरपूर रेसिपी है। इस रेसिपी की सबसे बड़ी बात है कि इसमें प्याज के अलावा अन्य किसी सब्जी की जरूरत भी नहीं पड़ती हैै।
कई बार ऐसा होता है कि घर में बनाने के लिए कोई सब्जी नहीं रहती है। ऐसी सूरत में भी दही-प्याज की सब्जी बनाई जा सकती है। ये झटपट तैयार हो जाती है। आप घर में हमारी बतायी रेसिपी की मदद से इसे आसानी से बना सकते हैं।

दही-प्याज की सब्जी बनाने के लिए सामग्री...

दही – 250 ग्राम
प्याज – 1
जीरा – 1/2 टी स्पून
धनिया पाउडर – 1 टी स्पून
कसूरी मेथी – 1/4 टी स्पून
हरी मिर्च कटी – 4
हल्दी – 1/4 टी स्पून
फीकी बूंदी – 1/2 कटोरी
गरम मसाला – 1/4 टी स्पून
नमक – स्वादानुसार 4

दही-प्याज की सब्जी बनाने की विधि...
दही और प्याज की सब्जी बनाने के लिए सबसे पहले एक बर्तन में दही डालें और उसे मथ लें. इसके बाद एक कड़ाही में तेल डालकर उसे मीडियम आंच पर गर्म करने के लिए रख दें। तेल जब गर्म हो जाए तो उसमें जीरा डालकर तड़का लगाएं। इसके पूर्व प्याज को स्लाइस में काटकर रख लें। जब जीरा तड़कने लगे तो उसमें प्याज डालकर 2 से 3 मिनट तक भूनें। जब प्याज का रंग ब्राउन हो जाए तो उसमें बारीक कटी हरी मिर्च डाल दें और फ्राई करेंं।

लगभग एक मिनट के बाद प्याज के मिश्रण में दही डाल दें और इसे 5-6 मिनट तक पकने दें। इसके बाद सब्जी में हल्दी पाउडर, धनिया पाउडर और स्वादानुसार नमक डालकर करछी की सहायता से सब्जी में अच्छी तरह से मिक्स कर दें। इसके बाद सब्जी में फीकी बूंदी, गरम मसाला और कसूरी मेथी डालकर मिलाएं। कुछ देर तक इसे चलाते हुए पकाएं फिर गैस बंद कर दें। इस तरह आपकी स्वादिष्ट दही प्याज की सब्जी बनकर तैयार हो चुकी है। इसे रोटी या चावल के साथ सर्व करें।

मंगलवार, 26 अप्रैल 2022

मखाने का रायता बनाने की रेसिपी, जानिए

मखाने का रायता बनाने की रेसिपी, जानिए  

मो. रियाज 

मखाने का रायता सिर्फ स्वादिष्ट ही नहीं होता बल्कि ये सेहत के लिए भी बेहद फायदेमंद होता है। गर्मियों का सीजन शुरू होते ही हर कोई दही को किसी न किसी रुप में अपनी डेली डाइट में शामिल कर लेता है। समर सीजन में दही शरीर को हेल्दी रखने में काफी मददगार होता है, वहीं मखाने के फायदों को कौन नहीं जानता है. अगर मखाने और दही का कॉम्बिनेशन एक ही रेसिपी में मिल जाए तो क्या कहना ? आज हम आपको ऐसे ही एक कॉम्बिनेशन मखाने के रायते को बनाने का तरीका बताने जा रहे हैं। इस रेसिपी को बनाना काफी आसान है और ये डाइजेशन को भी दुरुस्त रखने में मदददगार होती है।

मखाने का रायता बनाने के लिए सामग्री...
दही – 1 कप
मखाने – 2 कप
रायता मसाला – 1 टी स्पून
लाल मिर्च पाउडर – स्वादानुसार
चाट मसाला – 1/2 टी स्पून
गरम मसाला – 1/4 टी स्पून
देसी घी – 1 टी स्पून
हरा धनिया कटा – 1 टेबलस्पून
नमक – स्वादानुसार

मखाने का रायता बनाने की विधि...
मखाने का रायता बनाने के लिए सबसे पहले एक कड़ाही में घी डालकर उसे मीडियम आंच पर गर्म करने के लिए रख दें। जब घी पिघल जाए तो उसमें मखाने डालकर भून लें। जब मखानों का रंग हल्का सुनहरा हो जाए तो गैस बंद कर दें और मखानों को एक प्लेट में निकालकर अलग रख दें। जब मखाने ठंडे हो जाएं तो उन्हें मिक्सर में डालकर दरदरा पीस लें‌। अब एक बर्तन लें और उसमें दही डालकर अच्छी तरह से फेंट लें।

जब दही को फेंट लें उसके बाद उसमें रायता मसाला, चाट मसाला, गरम मसाला, लाल मिर्च पाउडर और स्वादानुसार नमक (सेंधा नमक भी इस्तेमाल किया जा सकता है)। डालकर दही में चम्मच की मदद से मिक्स कर दें। अब दही के मिश्रण में दरदरे पिसे मखाने डाल दें और मिला दें। अगर बनने के बाद रायता गाढ़ा लग रहा है तो अपनी आवश्यकता के अनुसार उसमें पानी डाल दें। आपका स्वादिष्ट मखाने का रायता बनकर तैयार हो गया है। इसे हरा धनिया पत्ती डालकर गार्निश करें।

रविवार, 24 अप्रैल 2022

सूजी का 'नमकीन हलवा' बनाने की रेसिपी, जानिए

सूजी का 'नमकीन हलवा' बनाने की रेसिपी, जानिए     

सरस्वती उपाध्याय        
सूजी का मीठा हलवा तो आपने कई बार खाया होगा, इसे पसंद करने वाले लोग भी काफी हैं। लेकिन क्या आपने कभी सूजी का नमकीन हलवा टेस्ट किया है ? जी हां, सूजी के मीठे हलवे की तरह ही नमकीन हलवा भी काफी पसंद किया जाता है। ब्रेकफास्ट में अगर आप रूटीन चीजों को खा-खाकर बोर हो गए हैं तो सूजी का नमकीन हलवा ट्राई कर सकते हैं। ये रेसिपी बनने में आसान होती है और पेट के लिहाज से भी फायदेमंद होती है। गर्मियों में इस रेसिपी को ट्राई किया जा सकता है। आपने अगर अब तक सूजी का नमकीन हलवा नहीं बनाया है तो हमारी बताई रेसिपी की मदद से आप इसे झटपट तैयार कर सकते हैं। इसका स्वाद भी काफी लाजवाब होता है।

सूजी का नमकीन हलवा बनाने के लिए सामग्री...

सूजी – 1 कटोरी।
शिमला मिर्च – 1।
हरी मिर्च कटी – 5।
धनिया पाउडर – 1 टी स्पून।
हल्दी पाउडर – 1/2 टी स्पून।
कसूरी मेथी – 1/2 टी स्पून।
कड़ी पत्ते – 20।
जीरा – 1/2 टी स्पून।
लाल मिर्च पाउडर – 1/4 टी स्पून।
राई – 1/2 टी स्पून
अमचूर – 1 टी स्पून।
हींग – 1 चुटकी।
गरम मसाला – 1/4 टी स्पून।
देसी घी – 1/2 कटोरी।
नमक – स्वादानुसार।
सूजी का नमकीन हलवा बनाने के लिए सबसे पहले सूजी लें और उसे एक कड़ाही में डालकर हल्का सा भून लें। इसके बाद उसे एक बाउल में निकालकर अलग रख दें। अब कड़ी पत्ते, शिमला मिर्च, हरी मिर्च लेकर उनके बारीक-बारीक टुकड़े कर लें। अब एक कड़ाही में घी डालकर उसे धीमी आंच पर गर्म करने के लिए रख दें। जब घी पिघल जाए तो उसमें राई, जीरा और हींग डालकर चटकने दें। इसके बाद इसमें हरी मिर्च, शिमला मिर्च और कड़ी पत्ते डाल दें।
इन सभी को कुछ देर तक पकाने के बाद इसमें धनिया पाउडर, लाल मिर्च पाउडर, अमचूर, हल्दी सहित अन्य मसाले डालकर 2 मिनट तक फ्राई करें। इसके बाद मसाले के इस मिश्रण में भून कर रखी सूजी को डाल दें और करछी की मदद से अच्छे से मिक्स कर दें। इसे एक मिनट तक पकाने के बाद इसमें 4 कटोरी पानी डालें और तब तक पकाएं जब तक कि हलवा घी ना छोड़ने लग जाए। इसके बाद गैस बंद कर दें। नाश्ते के लिए आपका स्वादिष्ट सूजी का नमकीन हलवा बनकर तैयार है। इसे हरा धनिया पत्ती से गार्निश कर सर्व करें।

शनिवार, 23 अप्रैल 2022

स्वादिष्ट: 'समोसा रोल' बनाने की रेसिपी, जानिए

स्वादिष्ट: 'समोसा रोल' बनाने की रेसिपी, जानिए    


मो. रियाज       

स्ट्रीट फूड के तौर पर समोसे को काफी पसंद किया जाता है, यही वजह है कि इसकी सबसे ज्यादा डिमांड रहती है। पारंपरिक समोसा तो आपने कई बार खाया होगा, लेकिन क्या कभी समोसा रोल ट्राई किया हैै ? दिन के वक्त भूख लगने पर समोसा रोल एक परफेक्ट स्नैक्स हो सकता है। समोसे का नाम सुनकर तो बच्चे और बड़े दोनों के मुंह में ही पानी आ जाता है। अक्सर दिन के वक्त बच्चों की कुछ अच्छा खाने की डिमांड बनी रहती है। ऐसी सूरत में आप उन्हें समोसा रोल बनाकर खिला सकते हैं। 

इसका स्वाद काफी शानदार होता है और इसे बनाना भी काफी सरल है। आपने अगर अब तक इस रेसिपी को ट्राई नहीं किया है तो हम इसे बनाने की विधि आपको बताने जा रहे हैं। जिसकी मदद से आप झटपट समोसा रोल बना सकते हैं।

समोसा रोल बनाने के लिए सामग्री...
मैदा – 3 कप।
आलू उबले – 5-6।
जीरा – 1/2 टी स्पून।
अजवाइन – 1 टी स्पून।
अमचूर पाउडर – 1/2 टी स्पून।
हरी मिर्च कटी – 2-3।
गरम मसाला – 1 टी स्पून।
कॉर्न फ्लोर – 1 टेबलस्पून।
हरा धनिया कटा – 2 टेबलस्पून।
हींग – 1 चुटकी।
तेल।
नमक – स्वादानुसार।

शनिवार, 16 अप्रैल 2022

स्वादिष्ट: 'क्रीम रोल' बनाने की रेसिपी, जानिए

स्वादिष्ट: 'क्रीम रोल' बनाने की रेसिपी, जानिए    

मो. रियाज                
बच्चों के साथ-साथ बड़ों को भी क्रीम रोल बहुत पसंद आता है। लेकिन यह तभी खाने को मिलता है, जब हम इसे बेकरी से लेकर आते हैं। कई बार फ्रेश क्रीम रोल भी शॉप पर नहीं मिलते हैं। लेकिन अगर आप चाहें तो क्रीम रोल घर पर भी बना सकती हैं। सोचने में जरूर लगता है कि घर पर क्रीम रोल बनाना बहुत टेंशन वाला काम हो जाएगा। लेकिन ऐसा नहीं है। आप आराम से क्रीम रोल घर पर बना सकती हैं। यहां क्रीम रोल की रेसिपी दी जा रही है। जिसे फॉलो कर आप क्रीम रोल बना सकते हैं।

क्रीम रोल बनाने की रेसिपी...

सामग्री...

मैदा – 2 कप + 3-4 टेबलस्पून छिड़कने के लिए।
नीबू का रस – 1 टेबलस्पून।
चीनी – 2 टेबलस्पून।
अनसॉल्टेड बटर – 8-10 टेबलस्पून।
नमक – ¼ टीस्पून।
पानी आवश्यकतानुसार।
क्रीम फिलिंग के लिए।
हैवी व्हिपिंग क्रीम – ½ कप।
पिसी चीनी – 4-5 टेबलस्पून।
वेनिला अर्क – 1 टीस्पून।
एक बाउल में मैदा, नमक और चीनी डालकर अच्छी तरह मिलाएं।
नीबू का रस, चार टेबलस्पून कसा हुआ बटर डालें और बटर को हाथों की मदद से आटे में मिलाएं। 
ठंडा पानी डालते हुए गूंथ लें और आटे को क्लिंग रैप के ऊपर रखें और इसे ढककर आधे घंटे के लिए अलग रख दें।
अब आटे को बराबर भागों में बांट लें और बेलन का उपयोग करके एक आयत का आकार बनाने के लिए आटा रोल करें।
बेले हुए आटे की हर परत पर स्पैचुला की मदद से बटन फैलाएं।
बेले हुए आटे को क्लिंग फिल्म से ढक दें और आधे घंटे के लिए अलग रख दें। आधा घंटे के लिए क्लिंग रैप को हटा दें और आटे को फिर से एक आयत आकार में बेल लें।
आयत के किनारों को ट्रिम करके उन्हें एक समान कर दें, फिर इसे लंबी और पतली स्ट्रिप्स में काट लें ताकि कोन के चारों ओर लपेटा जा सके।
स्टील कोन/मोल्ड्स के बाहरी हिस्से पर बटर लगाएं। टिप से शुरू करते हुए, आटे के स्ट्रिप्स को कोन के चारों ओर लपेटें। ध्यान रहें कि ये स्ट्रिप्स को थोड़ा ओवरलैप हो। ऐसा नहीं होने पर ये ओवन में अलग हो जाएंगे। आखिरी में पानी लगाएं और किनारों को सील कर दें।
कोन को एक अन्य बेकिंग ट्रे पर ऊपर रखें और 15-20 मिनट के लिए फ्रिज में रखें।
ओवन को 180 डिग्री सेल्सियस पर प्रीहीट करें। हर कोन को दूध से अच्छी तरह ब्रश करें। रोल्स को 20 से 25 मिनट के लिए बेक करें जब तक कि बाहर से गोल्डन-ब्राउन न हो जाए।
बेक होने के बाद ठंडा होने दें और फिर धीरे से उन्हें कोन से बाहर निकालें।
हैवी व्हिपिंग क्रीम, चीनी और वनिला को बीटर से तब तक फेंटें जब तक कि थिक और फ्लफी न हो जाए‌। अब हर कोन में क्रीम भरें।
चेरी के साथ टॉपिंग करें। क्रीम रोल तैयार है।
भरे हुए रोल 3 से 4 दिनों के लिए एक एयरटाइट कंटेनर में फ्रिज में रख सकते हैं।

गुरुवार, 24 मार्च 2022

डिहाइड्रेशन से बचने के लिए खाएं ये फूड्स, जानिए

डिहाइड्रेशन से बचने के लिए खाएं ये फूड्स, जानिए    

सरस्वती उपाध्याय                 

बढ़ती गर्मियों में सबसे ज्यादा समस्या डिहाइड्रेशन की होती है। ऐसे में हर किसी को अपने स्वास्थ्य के प्रति ज्यादा धान देने की आवश्यकता होती है। गर्मियों में हमें बड़ो से सलाह मिलती है कि अधिक से अधिक हाइड्रेटेड फूड्स खाने चाहिए। जिसमिने पानी की मात्रा ज्यादा हो। रोज कम से कम 8 गिलास पानी पीने की सलाह दी जाती है। गर्मियों में डिहाइड्रेशन से बचने के लिए आप इन्हे खाएं – तरबूज, टमाटर, खीरा, स्ट्रॉबेरी आदि जैसे फूड्स शामिल हैं। आइए जानें पानी (Water) से भरपूर फूड्स।

टमाटर में लगभग 90 प्रतिशत पानी होता है। करी में इसका इस्तेमाल आमतौर से किया जाता है। टमाटर विटामिन-ए से भरपूर होता है। ये हाई ब्लड प्रेशर के जोखिम को कम करता है। ये आंखों की रोशनी में सुधार करता है। ये त्वचा को हेल्दी बनाए रखने का काम करता है‌। खीरा पानी से भरपूर होता है‌‌। इसमें लगभग 90 प्रतिशत पानी होता है। इसमें पोटैशियम होता है। ये हीटस्ट्रोक को रोक सकता है। खीरा मस्तिष्क के लिए भी फायदेमंद है‌। दरअसल खीरे में फिसेटिन नामक एक एंटी-इंफ्लेमेटरी तत्व होता है। ये मस्तिष्क के बेहतर कामकाज में मदद करता है।

वह कहावत है ना सेब में लगभग 80 प्रतिशत पानी होता है। ये विटामिन और मिनरल से भरपूर होता है। ये मेटाबॉलिज्म को तेज करता है। ये हृदय को स्वस्थ बनाए रखने में मदद करता है। ये एक बहुत ही स्वादिष्ट और गर्मी के मौसम में सबसे अधिक पसंद किए जाने फलों में एक है। तरबूज में 90 प्रतिशत पानी होता है। ये हीटस्ट्रोक से लड़ने में मदद करता है। ये इम्युनिटी बढ़ाने में मदद करता है‌‌। ये फल हृदय रोगों को रोकने में भी मदद करता है।

मशरूम विटामिन-बी2 और डी जैसे पोषक तत्वों का एक अच्छा स्रोत है। इसमें लगभग 90 प्रतिशत पानी होता है। आप नियमित रूप से इस सब्जी का सेवन कर सकते हैं। ये थकान को कम करने में मदद करती है। स्ट्रॉबेरी पानी से भरपूर होती है। इसमें लगभग 90 प्रतिशत पानी होता है। ये फाइबर, विटामिन सी, फोलेट और मैंगनीज से भरपूर होती हैं‌। इसमें एंटीऑक्सीडेंट गुण भी होते हैं। ये सभी पोषक तत्व डायबिटीज, कैंसर और हृदय संबंधी समस्याओं जैसी बीमारियों से लड़ने में मदद करते हैं।


बुधवार, 23 मार्च 2022

आयरन का अधिक मात्रा में सेवन करना नुकसानदायक

आयरन का अधिक मात्रा में सेवन करना नुकसानदायक  

सरस्वती उपाध्याय                

आयरन एक महत्वपूर्ण पोषक तत्व है। हालांकि, इसका अधिक मात्रा में सेवन करने से आपके स्वास्थ्य और शरीर को नुकसान हो सकता है। आयरन के अधिक सेवन के दुष्प्रभावों को जानने के लिए पढ़ें। किसी भी चीज का अधिक मात्रा में सेवन करना आपके स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है। इसके परिणामस्वरूप कई स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं। आयरन के साथ भी यह समस्या है। यह एक आवश्यक खनिज है, जो आपके शरीर को ऊर्जा, चयापचय को बढ़ावा देने के साथ-साथ उचित प्रतिरक्षा और श्वसन कार्यों के लिए भी आवश्यक है। तो इसका सीधा सा मतलब है कि आपको रोजाना आयरन की जरूरत है। जबकि ज्यादातर महिलाएं आयरन की कमी से जूझती हैं और उन्हें आयरन सप्लीमेंट लेने पड़ते हैं। पर क्या आप जानती हैं कि इनकी ओवरडोज़ भी आपकी सेहत को नुकसान पहुंचा सकती है। नहीं। तो ज्यादा आयरन के साइड इफैक्ट्स के लिए इसे पढ़ें। 

सेवन करना भी एक अच्छा विचार नहीं है। हां, सिर्फ इसलिए कि आयरन महत्वपूर्ण है, इसका मतलब यह नहीं है कि आप इसका अधिक मात्रा में सेवन करें। क्योंकि आयरन के अधिक सेवन से कुछ दुष्प्रभाव हो सकते हैं।किसी भी पोषक तत्व के सेवन का गोल्डन रूल उसकी सही मात्रा है। हरि लक्ष्मी, सलाहकार आहार विशेषज्ञ और पोषण विशेषज्ञ, मदरहुड अस्पताल, अलवरपेट, चेन्नई ने हेल्थशॉट्स से इस बारे में बात की। वे बता रहे हैं बहुत अधिक आयरन के सेवन के दुष्प्रभाव।

आयरन स्वस्थ आहार का एक अनिवार्य हिस्सा है। यह हीमोग्लोबिन का एक महत्वपूर्ण तत्व बनाता है जो लाल रक्त कोशिकाओं में पाया जाता है। हीमोग्लोबिन का स्तर अत्यंत महत्वपूर्ण है क्योंकि यह हमारे शरीर में कोशिकाओं को ऑक्सीजन की आपूर्ति निर्धारित करता है। उन्होंने आगे कहा, “हालांकि आयरन उपयोगी है और शरीर के कई बुनियादी कार्यों में एक आवश्यक भूमिका निभाता है, लेकिन अधिक मात्रा में सेवन करने पर यह हानिकारक हो सकता है। वास्तव में, पाचन तंत्र अवशोषित आयरन की मात्रा को कसकर नियंत्रित करता है, जिससे अतिरिक्त आयरन अवशोषण विषाक्त हो सकता है‌।

हेपसीडिन हार्मोन आयरन के अवशोषण को नियंत्रित करता है और शरीर में संग्रहित आयरन को संतुलित स्तर पर रखने के लिए जिम्मेदार होता है। लेकिन जब आप अत्यधिक मात्रा में आयरन का सेवन करती हैं, तो यह आपको नुकसान करने लगता है। जब आप लंबे समय तक या एक ही डोज में आयरन की उच्च खुराक लेते हैं, तो आयरन की विषाक्तता होती है। इसके लक्षणों में मतली, पेट दर्द, उल्टी और दस्त शामिल हो सकते हैं। समय के साथ शरीर में जमा अतिरिक्त आयरन लिवर और मस्तिष्क जैसे अंगों को भी नुकसान पहुंचा सकता है। उस मामले में, तत्काल चिकित्सा ध्यान देने की आवश्यकता है।

 यह एक अनुवांशिक विकार है, जहां शरीर बहुत अधिक आयरन को अवशोषित करता है जिसके परिणामस्वरूप आयरन ओवरलोड हो जाता है। लक्ष्मी के अनुसार “इस स्थिति वाले लोगों को अपने आयरन के सेवन के बारे में बेहद सावधान रहने की जरूरत है, क्योंकि इससे कुछ गंभीर स्वास्थ्य प्रभाव हो सकते हैं। लीवर में आयरन जमा होने से सिरोसिस हो सकता है और अगर यह अग्न्याशय में जमा हो जाए, तो इससे मधुमेह भी हो सकता है। यदि आपकी यह स्थिति है, तो आयरन युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन कम करें और विटामिन सी से भरपूर खाद्य पदार्थों को आयरन युक्त चीजों के साथ मिलाने से भी बचें। यदि इसे अनुपचारित छोड़ दिया जाए, तो यह स्थिति गठिया, यकृत की समस्याओं, कैंसर और हृदय की समस्याओं जैसी बीमारियों के जोखिम को बढ़ा देती है।

ऐसे अध्ययन हैं, जो बताते हैं कि शरीर में अतिरिक्त आयरन आपको बैक्टीरिया के संक्रमण के लिए भी अतिसंवेदनशील बना सकता है। इसलिए, जिन रोगियों में संक्रमण का खतरा अधिक होता है, उन्हें अपने आयरन के सेवन को नियंत्रित करना चाहिए। आयरन की अधिक खपत प्रारंभिक अवस्था में लक्षण नहीं दिखाती है इसलिए सावधान रहें और इसे कम मात्रा में सेवन करें।

गुरुवार, 3 मार्च 2022

'भांग मसाला' मिल्क बनाने की रेसिपी, जानिए

'भांग मसाला' मिल्क बनाने की रेसिपी, जानिए      

सरस्वती उपाध्याय        
मार्च के माह में आने वाली होली का त्यौहार बहुत मनाया जाने वाला है। ये रंगों और मस्ती से भरा त्यौहार है। इसमें लोग एक दूसरे को रंग लगाते हैं और स्वादिष्ठ खाने से मेहमानों का स्वागत करते हैं। ऐसे में गुरुवार को हम आपके लिए घर पर भांग मसाला मिल्क बनाने की आसान रेसिपी लेकर आए हैं। वैसे तो होली के त्यौहार में भांग पीने का रिवाज है। लेकिन भांग आपकी और बच्चों की सेहत को नुकसान पहुंचा सकती है।
इसलिए भांग मसाला मिल्क की ये आसान रेसिपी।आपके लिए होली सेलिब्रेसन के दौरान बेहतरीन साबित हो सकती है। इस ड्रिंक से आपके मुंह का स्वाद भी अच्छा बना रहता है और आप पूरे समय ताजगी से भरा महसूस भी करेंगे, तो चलिए जानते हैं। 
भांग मसाला मिल्क बनाने की रेसिपी।
भांग मसाला मिल्क बनाने की सामग्री...
20 ग्राम काजू।
20 ग्राम बादाम।
20 ग्राम पिस्ता।
1 चम्मच इलायची पाउडर।
2 चम्मच भांग पाउडर।
50 ग्राम चीनी।
1/8 चम्मच केसर।
1 लीटर दूध।
रेसिपी...
इसको बनाने के लिए आप सबसे पहले एक ब्लेंडर में काजू, बादाम, पिस्ता और इलायची पाउडर डालें।
इसके साथ ही आप इसमें एक चम्मच चीनी, 1/8 चम्मच केसर और भांग पाउडर को अच्छी तरह से पीसकर एक स्मूद पेस्ट बना लें। 
फिर आप एक बर्तन में दूध को अच्छी तरह उबाल लें।
इसके बाद इसमें काजू, पिस्ता, भांग और इलायची का पेस्ट को अच्छे से मिला लें।
फिर आप इसमें लगभग 50 ग्राम चीनी डालें और अच्छी तरह मिला दें।
इसके बाद जब दूध में उबाल आ जाए तो आप इसको कम आंच पर कुछ मिनट पकाकर गैस बंद कर दें।
फिर आप इसको एक सर्विंग गिलास में डालें और बादाम के टुकड़ों से गार्निश करके सर्व करें।

बुधवार, 2 मार्च 2022

बादाम मिल्क पीने से बढ़ती है क्षमता, जानिए

बादाम मिल्क पीने से बढ़ती है क्षमता, जानिए     


सरस्वती उपाध्याय      

बादाम मिल्क पीने से रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। कोरोना महामारी के दौरान जब इम्युनिटी पावर बढ़ाने को लेकर बात हो रही थी तो ये ड्रिंक काफी फायदेमंद है।
आंखों के लिए फायदेमंद: दूध में मौजूद कैल्शियम और विटामिन डी के साथ जब बादाम में मौजूद राइबोफ्लोविन मिला दिया जाए तो ये आंखों के लिए बेहद लाभदायक हो जाता है है। बादाम दूध। पीने से मोतियाबिंद का खतरा भी काफी कम हो जाता है।

दिल की बीमारी रहेगी दूर: बादाम में गुड कोलेस्ट्रॉल प्रचुर मात्रा ने पाया जाता है जिसे साइंस की भाषा में एचडीएल कहते साथ ही मिल्क बदाम बैड कोलेस्ट्रॉल को भी घटाने में मददगार होता है। दूध में मौजूद विटामिन डी और बादाम के न्यूट्रिएंट्स दिल के लिए बेहद फायदेमंद होते हैं।

ब्रेन के लिए अच्छा: बादाम में ट्रिप्टोफैन पाया जाता है जिससे नींद काफी अच्छी आती है। अगर आप रात के समय मिल्क बादाम का सेवन करते हैं हो कम नींद आने की समस्या दूर हो जाती है। अच्छी नींद से टेंशन में कमी आती है जो ब्रेन के लिए लाभदाल होती है।

हड्डियों के रखे हेल्दी: अगर आपको अपनी हड्डियां मजबूत रखनी है तो कैल्शियम और विटामिन डी का सेवन जरूर करना चाहिए। बादाम और दूध के मिश्रण में ये दोनों न्यूट्रिएंट्स मिलेंगे जो बोन हेल्थ के लिए लाभदायक होते हैं।

सोमवार, 28 फ़रवरी 2022

लगातार 'ग्रीन-टी' का सेवन करना नुकसानदायक

लगातार 'ग्रीन-टी' का सेवन करना नुकसानदायक     

मो. रियाज         

आमतौर पर ज्यादातर लोग मानते हैं कि ग्रीन-टी का सेवन करने से वजन कम किया जा सकता है। लेकिन अगर आप भी लगातार ग्रीन-टी का सेवन कर रहे हैं तो थोड़ा सावधान रहे। क्योंकि, ज्यादा ग्रीन-टी पीने से कई प्रकार की बीमारियां आपको घेर सकती हैं। इसमें सिरदर्द, सुस्ती, सुस्ती, चिंता और चिड़चिड़ापन शामिल है, तो चलिए डिटेल्स में जानते है। इसके अलावा ग्रीन-टीन पीने से किस प्रकार के नुकसान हो सकते है।

ज्यादा ग्रीन-टी पीने से नींद की समस्या होगीं: माना जाता है कि ग्रीन का ज्यादा सेवन करने से आपको नींद नहीं आने की परेशानी हो सकती है। सभी जानते हैं कि एक फिट बॉडी और अच्छी सेहत के लिए अच्छी और भरपूर नींद लेना बहुत जरूरी होता है। इसलिए ग्रीन-टी का सेवन सही मात्रा में करना चाहिए।

बढ़ सकता हैं ब्लड प्रेशर: ब्लड प्रेशर की समस्या भी ज्यादा ग्रीन-टी पीने से बढ़ सकती है। माना जाता है कि ग्रीन-टी में मौजूद कैफीन हमारी नर्वस सिस्टम को प्रोएक्टिव करने का काम करता है। इसके ज्यादा सेवन से कई समस्या का सामना करना पड़ सकता है। जिससे आपको हाई ब्लड प्रेशर की समस्या भी हो सकती है।

हो सकती हैं आयरन की कमी: इसके अलावा आप अधिक मात्रा में ग्रीन-टी का सेवन करते हैं तो आपके शरीर में आयरन की कमी हो सकती है। इसके अलावा आपको भूख लगना भी कम हो जाती है। जिसके चलते आपका शरीर कमजोर भी हो सकता है। ऐसे में आप कई बीमारियों को बुलावा देते हैं।

खाली पेट ग्रीन-टी पीने से होती हैं ये दिक्कत: अगर आप भी खाली पेट ग्रीन-टी पीते हैं तो जरा सावधान हो जाइए। क्योंकि इससे आपको एसिडिटी की समस्या हो सकती है। माना जाता है कि कुछ खाने के बाद ही ग्रीन-टी का सेवन करना चाहिए। रिपोर्ट के मुताबिक, ग्रीन-टी में मौजूद कैफीन से घबराहट, चक्कर, डायबिटीज, कब्ज, जैसी कई समस्याएं हो सकती हैं।

रविवार, 27 फ़रवरी 2022

इंसान के शरीर के लिए महत्वपूर्ण हैं 'विटामिन-सी'

इंसान के शरीर के लिए महत्वपूर्ण हैं 'विटामिन-सी'    

सरस्वती उपाध्याय       

शरीर को स्वस्थ रखने में पोषक तत्वों की संतुलित मात्रा अहम भूमिका निभाती है। इन्हीं पोषक तत्वों में से एक है विटामिन- सी। विटामिन- सी एक तरह का एंटी-ऑक्सीडेंट है, जो शरीर को मुक्त कणों से बचाने से लेकर रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करने में काफी मदद कर सकता है। इसी कारण विटामिन-सी इंसान के शरीर के लिए बेहद महत्वपूर्ण है। आइए जानते हैं कि विटामिन- सी की कमी को दूर करने में कौन से खाद्य पदार्थों का सेवन मदद कर सकता है।

नींबू: नींबू विटामिन- सी का सबसे बेहतरीन स्त्रोत है, इसलिए अगर आपके शरीर में विटामिन- सी की कमी है तो अपनी डाइट में किसी भी तरह से नींबू को शामिल करें। इससे आपको कई तरह के अन्य स्वास्थ्य लाभ भी मिल सकते हैं। उदाहरण के लिए स्कर्वी से सुरक्षा (विटामिन- सी की कमी से होने वाली समस्या) और रक्तचाप का नियंत्रित रहना आदि। बता दें कि 100 ग्राम नींबू में लगभग 41.4 मिलीग्राम विटामिन- सी पाय जाता है।

थाइम: थाइम एक तरह की हर्ब है, जिसका इस्तेमाल न सिर्फ खाने में बल्कि ब्लड प्रेशर को बेहतर तरीके से संचालित करने, रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करने, बेहतर ब्लड सर्कुलेशन और हृदय को स्वस्थ रखने के लिए किया जा सकता है। इसका मुख्य कारण यह है कि थाइम विटामिन- सी समेत कैल्शियम, आयरन, फाइबर और मैग्नीशियम जैसे जरूरी पोषक तत्वों से समृ्द्ध होती है। बता दें कि 100 ग्राम थाइम में लगभग 160.1 मिलीग्राम विटामिन- सी मौजूद होता है।

स्ट्रॉबेरी: स्ट्रॉबेरी विटामिन- सी के साथ-साथ एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-फंगल और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों से भी समृद्ध होती है, जो आपको कई प्रकार के संक्रमण और बीमारियों से बचा सकते हैं। इसी के साथ स्ट्रॉबेरी का सेवन शरीर को कैंसर, स्ट्रोक, हृदय रोग और मधुमेह जैसी कई गंभीर बीमारियों से बचाकर रखने में भी सक्षम है। अगर आप अपनी डाइट में 100 ग्राम स्ट्रॉबेरी शामिल करते हैं तो इससे आपको लगभग 58.8 मिलीग्राम विटामिन- सी मिल सकता है।

ब्रोकली: ब्रोकली फूलगोभी की तरह दिखने वाली हरे रंग की पौष्टिक सब्जी होती है। ब्रोकली में विटामिन- सी के साथ-साथ प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, फाइबर, कैल्शियम, जिंक, पोटेशियम, मैग्नीशियम और फास्फोरस जैसे कई तरह के पोषक तत्व मौजूद होते हैं। 100 ग्राम ब्रोकली में लगभग 91.8 मिलीग्राम विटामिन- सी मौजूद होता है। ब्रोकली के फायदों की बात की जाए तो इसका सेवन कई तरह से शरीर को सुरक्षा प्रदान करने में सहयोगी है।वैसे तो मेडिकल शॉप पर आपको कई तरह विटामिन- सी के सप्लीमेंट्स मिल जाएंगे, लेकिन बिना डॉक्टरी की सलाह के उनका सेवन न करें क्योंकि डॉक्टर आपकी उम्र और शारीरिक क्षमता को ध्यान में रखते हुए आपको सही सप्लीमेंट्स देंगे, जो आपके लिए प्रभावी होंगे।

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