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मंगलवार, 29 जून 2021

काले कलूटे जामुन का लंदन को निर्यात किया: दवा

अकांशु उपाध्याय                 
नई दिल्ली। दुनियाभर के लोगों में स्वास्थ्य के प्रति बढती जागरुकता और मधुमेह रोधी गुणों के कारण देश से पहली बार काले कलूटे जामुन के लंदन को निर्यात किया गया है। उत्तर प्रदेश से लंदन में जामुन की पहली सफल खेप के निर्यात ने निर्यातकों और किसानों को इस स्वदेशी फल की खेती एवं व्यापार की संभावनाओं को बढ़ा दिया है। 
पहली बार बिठूर (कानपुर) में उत्पादित जामुन के फलों का निर्यात कृषि एवं प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण (एपीडा) पंजीकृत निर्यातक द्वारा जून के पहले सप्ताह में किया गया और निर्यात जारी रखा जा रहा है जो टनों में है। हाल के वर्षों में भारतीयों और विदेशों में जामुन के फलों की लोकप्रियता में अपार वृद्धि हुई है। 
कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण (एपीडा) के सहायक महाप्रबंधक डॉ. सी बी सिंह ने बताया कि उत्तर प्रदेश के जामुन का लंदन के बाजार में स्वागत हो रहा है और आम के अलावा इस फल के निर्यात की भी काफी संभावनाएं हैं। निर्यातकों को गुणवत्ता वाले फल और पैकेजिंग प्रौद्योगिकी के कारण दूर के बाजारों में शिपमेंट भेजने में सफलता मिली। जामुन की मांग को देखते हुए यूरोप और मध्य पूर्व देशों में उच्च गुणवत्ता वाले जामुन के फलों के निर्यात की अच्छी संभावनाएं है।
जामुन मधुमेह रोधी गुणों के कारण तेजी से लोकप्रिय हो रहा है। इसमें विटामिन सी और एंटीऑक्सिडेंट के साथ ही बड़ी संख्या में बायोएक्टिव यौगिक भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं| इनका मानव स्वास्थ्य के लिए लाभप्रद होने के प्रमाण वैज्ञानिक प्रयोगों पर आधारित है। अविश्वसनीय बायोएक्टिव यौगिक हृदय, स्वास्थ्य, पाचन और मसूड़ों के स्वास्थ्य सुधार में सहायता करते हैं। जामुन के कई स्वास्थ्य लाभों के कारण इसके शौकीन कुछ लोग गूदे का आनंद तो लेते ही हैं और स्वास्थ्य सप्लीमेंट के रूप में उपभोग करने के लिए गुठली का पाउडर बनाकर रख लेते हैं। पहले जामुन की निर्यात संभावनाओं से अनभिज्ञ निर्यातक अब इस अनोखे फल को यूरोपीय देशों में निर्यात करने की योजना बना रहे हैं जहां लोग इस तरह के दुर्लभ और विदेशी उत्पाद के लिए प्रीमियम मूल्य का भुगतान करने को तैयार हैं। अधिकांश यूरोपीय बाजारों में जामुन एक दुर्लभ फल है नतीजतन अगर इस फल के व्यवस्थित निर्यात को प्रोत्साहित किया जाता है तो उत्पादक और निर्यातक उचित लाभ कमा सकेंगे।

शुक्रवार, 18 जून 2021

सेहत को दुरुस्त रखने के लिए करी पत्तें का जूस

सांभर, कढ़ी और चटनी जैसी चीजों का स्वाद बढ़ाने के लिए आपने करी पत्ते का छौंक तो कई बार लगाया होगा। खास कर दक्षिण भारतीय खाना तो इसके बगैर अधूरा-सा ही लगता है। लेकिन क्या आपने कभी सेहत को दुरुस्त रखने के लिए करी पत्ते या इसके जूस का सेवन किया है ? दरअसल करी पत्ता केवल स्वाद के लिए ही इस्तेमाल नहीं किया जाता है। ये सेहत को भी कई तरह से फायदे पहुंचाता है। इसमें मौजूद आयरन, जिंक, कॉपर, कैल्शियम, विटामिन ‘ए’ और  ‘बी’, अमीनो एसिड, प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट और फोलिक एसिड जैसे पोषक तत्व सेहत को दुरुस्त रखने में मदद करते हैं।आइए मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार जानते हैं कि करी पत्ते का जूस किस तरह से तैयार किया जाता है और ये सेहत को क्या-क्या फायदे पहुंचाता है।
करी पत्ते का जूस तैयार करने के लिए पंद्रह-बीस करी पत्तों को धोकर साफ़ कर लें। इनको मिक्सर में डालकर साथ में दो चम्मच पानी डालकर बारीक पीस लें। जब ये पेस्ट की तरह से बन जाये तो इसको मिक्सर जार में ही रहने दें और इसमें एक गिलास पानी डालकर फिर से मिक्सर चला दें। अब इसको चाय की छन्नी से गिलास में छान लें और इसका सेवन करें। करी पत्ते का जूस बनाने के लिए पंद्रह-बीस करी पत्तों को साफ पानी से धोकर एक गिलास पानी में तेज गैस पर उबलने रख दें। पांच मिनट तक उबालने के बाद इसको छन्नी से छान लें। अब इसमें एक चम्मच शहद और एक चम्मच नींबू का रस मिलाएं और ठंडा या गर्म जैसे भी चाहें इसका सेवन करें।
करी पत्ते के जूस का सेवन करने से एनीमिया की दिक्कत दूर होती है। 
इसमें काफी मात्रा में आयरन और फोलिक एसिड होता है। जो एनीमिया को दूर करने में मदद करता है।
शरीर से विषाक्त तत्वों को निकालकर बॉडी को डिटॉक्स करने का काम भी करी पत्ते का जूस बखूबी करता है। इसके साथ ही ये एक्स्ट्रा चर्बी को हटाने में भी काफी मदद करता है। वजन कम करने में करी पत्ते का जूस काफी मदद करता है। जो लोग जूस पीना पसंद नहीं करते हैं वो इसके पत्तों का सेवन भी खाने के साथ कर सकते हैं। ये चर्बी को घटाता है और इसमें मौजूद फाइबर बॉडी से टॉक्सिन बाहर करता है। आंखों की रोशनी बढ़ाने में भी करी पत्ते का जूस मदद करता है। इसमें मौजूद एंटी-ऑक्सीडेंट इसमें मददगार साबित होते हैं। साथ ही ये मोतियाबिंद जैसी दिक्कत भी जल्दी नहीं होने देते हैं। आप चाहें तो जूस की जगह पत्तों का सेवन भी कर सकते हैं।
करी पत्ते के जूस का सेवन करने से पाचन तंत्र को मजबूती मिलती है। इसके साथ ही पेट में गैस, अपच जैसी दिक्कत को दूर करने में भी ये अच्छी भूमिका निभाता है। ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करके डाइबिटीज के पेशेंट को राहत देता है। इसमें एंटी-डायबिटिक एंजेट की मौजूदगी शरीर में इंसुलिन की एक्टिविटी पर असर डालती है और ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करती है। साथ ही साथ करी पत्ते में मौजूद फाइबर भी डायबिटीज पेशेंट को फायदा पहुंचाता है। इस लेख में दी गई जानकारियां और सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं। इनकी पुष्टि नहीं करता है।इन पर अमल करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से संपर्क करें।

बुधवार, 26 मई 2021

खाली पेट चाय नहीं पीना चाहिए, जानिए नुकसान

देखा जाए तो भारत में अधिजकर लोगों के दिन की शुरुआत एक कप चाय से ही होती है। बिना चाय की चुस्की लिए लोगों का दिन शुरू नहीं होता है। चाय लोगों के जिदंगी का एक हिस्सा बन गया है। कई लोगों को एक टाइम की चाय ना मिले तो ना जानें उन्हें क्या-क्या होने लगता है कभी सिरदर्द तो कभी पैर दर्द। चाय की जैसे लोगों को लत लग गई है। जो कभी-कभी बहुत बड़ी परेशानी बन जाती है। अगर आप भी चाय के ऐसे ही दिवाने हैं जान लें कितने गलत तरीके से पीते हैं आप चाय ?

चाय में कैफीन होता है। अगर आप सुबह उठते ही सबसे पहले चाय पीते हैं, तो इसका आपके ब्लड प्रेशर पर असर पड़ता है। इसलिए खाली पेट चाय नहीं पीना चाहिए। दरअसल रात भर की नींद के दौरान आपके शरीर में कई तरह की क्रियाएं होती हैं, साथ ही कई हार्मोनल बदलाव होते हैं। ऐसे में अगर सुबह उठते ही चाय पीने की आदत शरीर के लिए अच्छी नहीं है। कैफीन की मात्रा शरीर में कॉर्टिसोल यानी स्‍टेरॉयड हार्मोंस को बढ़ा देती है, जिससे शरीर को कई प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। इनमें दिल से संबंधित समस्याएं, डायबिटीज़ और वजन का बढ़ना जैसी परेशानियां होती हैं।

कुछ लोगों की आदत होती है की वो खाना खाने के बाद की चुस्की जरूर लेते हैं। ये आदत आपकी सेहत के लिए बहुत ही खराब है। आपका चाय पीने का ये तरीका गलत है। ऐसा करने से शरीर को खाने के पौष्टिक तत्व सही तरीके से नहीं मिल पाता है। इसलिए आपकी या आपके किसी रिश्तेदार या दोस्त की ये आदत है तो अभी से बंद कर दें ये काम।

इसके अलावा कई लोगों की आदत होती है कि वो बिना ब्रश किए या पानी से कुल्ला करके ही चाय पी लेते हैं। ये आदत आपके मुंह के लिए खतरनाक हो सकती है। दरअसल जब आप सुबह सबसे पहले चाय पीते हैं, तो मुंह में मौजूद बैक्टीरिया चाय में मौजूद शुगर को तोड़ते हैं और मुंह का एसिडिक लेवल बढ़ा देते हैं।

गुरुवार, 20 मई 2021

खून में ऑक्सीजन की कमी, खान-पान से पूरा करें

कोरोना वायरस से संक्रमित ज्यादातर लोगों में ऑक्सीजन की कमी देखी जा रही है। हालात ज्यादा बदतर न हों, इसके लिए ऐसा तरीका तलाशा जाए, जिससे ब्लड में ऑक्सीजन की कमी को पूरा किया जा सके। विशेषज्ञों के मुताबिक, इन परिस्थितियों में ऑक्सीजन युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन करना बेहतर विकल्प है।

अगर आप अपने खून में ऑक्सीजन का स्तर बढ़ाने के लिए कोई डाइट प्लान बना रहे हैं, तो ध्यान रखें कि आपके भोजन में 80 प्रतिशत अल्कलाइन से भरपूर खाद्य पदार्थ हों। यह आपके रक्त में ऑक्सीजन का स्तर बढ़ाने में बहुत मदद करेंगे। विशेषज्ञों की मानें, तो इनसे मिलने वाली ऑक्सीजन प्राप्त करने के बाद आप पहले से कहीं ज्यादा तरोताजा और स्वस्थ महसूस कर सकते हैं। ब्लड में ऑक्सीजन की आपूर्ति को बढ़ाने के लिए आपको अपने आहार में कौन से खाद्य पदार्थ शामिल करने चाहिए, जानने के लिए पढ़ें हमारा ये आर्टिकल।

​अल्कलाइन युक्त आहार

  • रक्तप्रवाह में ऑक्सीजन के स्तर को बढ़ाता है।
  • लैक्टिक एसिड के निर्माण को रोकता है।
  • यह आपके शरीर में विभिन्न कार्यों को प्रोत्साहित करने में मदद करता है।
  • शरीर के पीएच लेवल को सामान्य रखने में मदद करता है।
  • यह आपके शरीर के अंगों को ठीक से काम करने में मददगार है।

​खूब खाएं नाशपाती, पाइनएप्पल और किशमिश

इन खाद्य पदार्थों के सेवन से ऑक्सीजन लेवल बढ़ाया जा सकता है। इन सभी खाद्य पदार्थों की पीएच वैल्यू 8.5 है। इसके साथ ही ये विटामिन ए , बी और सी के साथ एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर हैं। इनकी मदद से खून को नियंत्रित कर बदले में ब्लड प्रेशर को कम किया जा सकता है।

​ऑक्सीजन की कमी पूरी करेगा नींबू

नींबू ऑक्सीजन युक्त भोजन में से एक है। आमतौर पर यह अम्लीय होता है, लेकिन इसके सेवन के बाद शरीर में जाकर ये अल्कलाइन में बदल जाते हैं। खांसी, सर्दी, फ्लू , हार्ट बर्न और वायरस से संबंधित बीमारियों में इसका सेवन करने पर बहुत राहत मिलती है। लिवर के लिए ये सबसे अच्छा टॉनिक माना गया है।

​तरबूज का सेवन जरूरी

तरबूज आमतौर पर सभी खाते हैं, लेकिन ज्यादातर लोग नहीं जानते कि इसे खाने से रक्त में ऑक्सीजन की कमी पूरी होती है। यह फल 9 पीएच वैल्यू के साथ सबसे ज्यादा अल्कलाइन है। इसमें मौजद फाइबर और पानी के कारण यह हल्का मूत्रवर्धक के रूप में काम करता है।

इतना ही नहीं, यह लाइकोपीन, बीटा कैरोटीन और विटामिन-सी का भी बेहतरीन स्त्रोत है। कोलन की सफाई के लिए हर व्यक्ति को इसका सेवन करना चाहिए।

​आहार में शामिल करें आम-पपीता

इस ग्रुप के खाद्य पदार्थों की पीएच वैल्यू 8.5 होती है। ये दोनों ही फल किडनी की सफाई करने के लिए कारगर साबित हुए हैं। पपीता कोलन (आंत) को साफ और मल त्याग को नियंत्रित करता है। खासतौर से जब इसे कच्चा खाया जाए, तो यह आंतों से हानिकारक पदार्थों को नष्ट करने का काम करता है।

​फ्रूट जूस और कीवी खाएं

कीवी और फ्रूट जूस का सेवन तो आमतौर पर आप करते ही होंगे, लेकिन ब्लड स्ट्रीम में ऑक्सीजन के स्तर को बढ़ाने के लिए इन्हें अपनी डाइट में जरूर शामिल करें। पबमेड PubMed में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार, ये सभी फ्लेवेनॉइड से भरपूर हैं।

इनमें नेचुरल शुगर होती है, जो भोजन के पचने पर अम्लीय यौगिक नहीं बनाती है। इन फलों में ऐसे गुण हैं, जो अल्कलाइन के निर्माण को बढ़ावा देते हुए शरीर को ऊर्जा से भर देते हैं।

​खुबानी का सेवन फायदेमंद

खुबानी में फाइबर भरपूर मात्रा में है, जिसकी पीएच वैल्यू 8 होती है। अच्छी बात ये है कि इसे पचाना आसान है। इनमें ऐसे बहुत से एंजाइम हैं, जिससे शरीर में हार्मोनल संतुलन बना रहता है। यदि आप रक्त में ऑक्सीजन का स्तर बढ़ाना चाहते हैं कि निश्चित रूप से खुबानी का सेवन आपके लिए फायदेमंद साबित होगा।

​गाजर और खजूर का सेवन करें

ब्लड में ऑक्सीजन की कमी को पूरा करने के लिए गाजर, खजूर, किशमिश , जामुन, पके केले, गाजर, लहसुन , अजवाइन खाना चाहिए। दरअसल, इन सभी खाद्य पदार्थों में भरपूर मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट पाए जाते हैं, इसलिए ये स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद हैं। इनकी पीएच वैल्यू 8 होती है। बता दें कि खजूर, लहसुन और जामुन इन तीनों में ऐसे गुण हैं, जिससे आप अपने ब्लड प्रेशर को कंट्रोल तक कर सकते हैं।

​आहार में शिमला मिर्च करें शामिल

इसकी पीएच वैल्यू 8.5 है। विटामिन ए से भरपूर शिमला मिर्च बीमारियों और तनाव पैदा करने वाले फ्री रेडिकल्स से लड़ने में हमारी मदद करती है। इतना ही नहीं, एंटीबैक्टीरियल गुण होने की वजह से यह एंडोक्राइन सिस्टम के लिए बहुत अच्छी है।

यहां बताए गए ऑक्सीजन युक्त खाद्य पदार्थों को अपने आहार का हिस्सा बनाना चाहिए। ये आपके ब्लड में ऑक्सीजन लेवल बढ़ाने में मदद करेंगे।

सोमवार, 17 मई 2021

हाइपरटेंशन से पीड़ित आमतौर पर जागरूक नहीं

हाइपरटेंशन, हाई ब्लड प्रेशर का ही दूसरा नाम है जो गंभीर हेल्थ कॉम्पलीकेशन जैसे कि दिल का दौरा, स्ट्रोक, डिमेंशिया, क्रोनिक किडनी डिजीज और विजन लॉस की वजह बन सकता है। हाइपरटेंशन से पीड़ित लोग आमतौर पर जागरूक नहीं होते हैं क्योंकि इस बीमारी के शुरुआती चरणों का पता लगाने के लिए कोई विशिष्ट लक्षण ही नहीं होते हैं।

इसलिए लोगों में जागरूकता फैलाने के लिए हर साल 17 मई को वर्ल्ड हाइपरटेंशन डे 2021 मनाया जाता है। इस दिन की शुरुआत द वर्ल्ड हाइपरटेंशन लीग (WHL) के जरिए की गई थी, जो स्वयं 85 राष्ट्रीय हाइपरटेंशन लीग और समाजों के संगठनों के लिए एक छाते का काम करते हैं। हाइपरटेंशन कार्डियोवस्कुलर डिजीज के लिए प्राथमिक जोखिम कारक है जिसे इसके अज्ञात लक्षणों की वजह से साइलेंट किलर के रूप में भी जाना जाता है। 

बुधवार, 12 मई 2021

नारियल का पानी पीना सेहत के लिए लाभकारी

गर्मियों में नारियल का पानी पीना सेहत के लिए लाभकारी होता है। लेकिन क्या आप ये जानते हैं कि नारियल का दूध सेहत के लिए कितना लाभकारी है। ये आपको कई स्वास्थ्य समस्याओं से दूर रखने में मदद करता है। इसमें कई सारे पोषक तत्व होते हैं। आइए जानें नारियल दूध पीने के क्या फायदे हैं।
अधिकतर लोगों को लगता है कि नारियल के अंदर के पानी को नारियल दूध कहा जाता है। लेकिन ऐसा नहीं है नारियल दूध नारियल को कस के निकाला जाता है।नारियल के दूध में विटामिन सी, विटामिन ई, विटामिन बी 1, 3 , 5, 6 , आयरन,सेलेनियम,कैल्शियम, मैग्नीशियम और फास्फोरस होता है। इसका इस्तेमाल मिठाईयों और कई तरह के व्यंजनों में किया जाता है।हड्डियों को मजबूत बनाने के लिए – हड्डियों को मजबूत बनाने के लिए आप नारियल दूध का सेवन कर सकते हैं।इसमें कैल्शियम और फास्फोरस की मात्रा अधिक होती है। ये हड्डियों को मजबूत बनाने में मदद करता है।
कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल – नारियल के दूध में संतृप्त वसा होती है। ये कोलेस्ट्रोल को कंट्रोल करने में मदद करता है, इसमें लैरीक एसिड होता है। ये अच्छे कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाता है। इसलिए कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल करने के लिए आप अपनी डाइट में नारियल का दूध शामिल कर सकते हैं।
इम्यूनिटी के लिए – नारियल के दूध में एंटीफंगल और एंटीवायरल गुण होते हैं। ये शरीर में वायरस और बैक्टीरिया से लड़ने में मदद करते हैं। ये इम्यूनिटी बढ़ाने में मदद करते हैं।
मैग्नीनिशयम के लिए – नारियल के दूध में मैग्नीनिशयम की मात्रा अधिक होती है। ये मांसपेशियों के लिए अच्छा होता है।
वजन कम करने के लिए – नारियल का दूध फैटी एजेंट के लिए भी जाना जाता है, इसमें फाइबर होता है। इससे आपको अधिक समय तक भरा हुआ महसूस होता है। ये वजन कंट्रोल करने में मदद करता है। इसलिए वजन कम करने के लिए इसका सेवन सिमित मात्रा में कर सकते हैं।
बालों के लिए – घर में बने नारियल दूध से आप 5 मिनट मालिश करें और इसे 15 से 20 मिनट के लिए ऐसे ही छोड़ दें. ये बालों को मजबूत बनाता है। ये बाल बढ़ने में मदद करता है। ये बालों की समस्या जैसे दोमुंहे बाल, कमजोर बाल आदि को दूर करने में मदद करता है।
गठिया का इलाज – नारियल के दूध में सेलेनियम नाम का एंटीऑक्सीडेंट होता है। ये जोड़ों के दर्द और सजून की समस्या में राहत देता है। सजून के जोखिम को कम करने के लिए भी आप इसका इस्तेमाल कर सकते हैं।

बुधवार, 28 अप्रैल 2021

सेहत के लिए बहुत फायदेमंद हैं नारियल का तेल

नारियल हमारी सेहत के लिए बहुत फायदेमंद साबित होते है। त्वचा के लिए बहुत उपयोगी है। लेकिन हम उसके गुणों को नजरअंदाज कर देते हैं। चलिए आज हम आपको बताते हैं इसके इसके फायदे। आप जब भी बाहर जाने के लिए तैयार हों तब आप फाउंडेशन लगाने से पहले नारियल तेल को प्राइमर के तौर पर लगाए।  इसकी सिर्फ कुछ बूंदें अपने चेहरे पर थपका कर पूरे चेहरे पर फैला लें।
यह फाउंडेसन के लिए बेस का काम करेगा इसके साथ ही चेहरे को मॉइश्चाराइजर भी प्रदान करेगा। आप इसे चिक बोन पर थोड़ा ज्यादा लगा सकती हैं। जिससे यह हाईलाइट हो जाए। वहीं अगर बालों पर नियमित रूप से नारियल तेल का प्रयोग बालों की खूबसूरती को बढ़ाता है।
उन्हें अल्ट्रावॉयलेट किरणों से बचाता है और उन्हें नरम और सिल्की बनाता है। इसके अलावा प्रदूषित वातावरण से बचाता है। आपके बालों को प्रोटीन देता है और उन्हें मजहबूत, चमकदार और स्वस्थ बनाता है। ये बालों से दो मुंहे बालों वाली समस्या को पूरी तरह समाप्त करने का अद्भुत काम कर सकता है।
यदि आप अपनी त्वता से प्यार करते हैं तो नारियल तेल आपके लिए कुंजी है। यह आपकी त्वता को हाइड्रेटेड रखकता है और प्रदूषण से बचाता है। बदलते मौसम में त्वचा की भी रक्षा करता रहता है। यह एक प्राकृतिक मॉइस्चराइजर है।
इससे त्वचा को डिटॉक्सीफाय करता है, इसलिए नहाने के बाद नियमिल रूप से त्वचा पर नारियल तेल लगाएं.नारियल तेल में शक्कर मिलाएं और पूरे शरीर पर धीरे-धीरे रगड़ें और धो लें। आप पाएंगे अपनी त्वचा पर जादुई चमक।

सोमवार, 26 अप्रैल 2021

5 रोगों में फायदेमंद दालचीनी, गर्म पानी से सेवन

1 हृदय रोग – हृदय को स्वस्थ बनाए रखने और हृदय रोगों पर नियंत्रण रखने में दालचीनी सहायक होती है।क्योंकि यह हृदय की धमनियों में कोलेस्ट्रॉल को जमने से रोकती है। प्रतिदिन शहद और दालचीनी का गर्म पानी के साथ सेवन करें। आप दालचीनी और शहद के मिश्रण को रोटी के साथ भी खा सकते हैं। इसके अलावा दालचीनी को चाय में डालकर भी ले सकते हैं।
2 मोटापा – मोटापे के लिए दालचीनी का सेवन एक रामबाण उपाय है। यह शरीर में कोलेस्ट्रॉल को कम करती है, जिससे मोटापा नहीं बढ़ता। इसके लिए दालचीनी की चाय बहुत फायदेमंद है।एक चम्मच दालचीनी पाउडर को एक गिलास जल में उबालकर आंच से उतार लें। इसके बाद उसमें दो बड़े चम्मच शहद मिलाकर सुबह नाश्ता करने से आधा घंटा पहले पिए
3 जोड़ों में दर्द – जोड़ों में दर्द होने पर दालचीनी का प्रयोग आपको राहत देता है। इसके लिए प्रतिदिन दालचीनी का गर्म पानी में सेवन तो लाभप्रद है ही, इसके अलावा इस हल्के गर्म पानी की दर्द वाले स्थान पर मालिश करने से भी जोड़ों के दर्द में राहत मिलती है
4 सर्दी-खांसी – सर्दी, खांसी या गले की तकलीफों में दालचीनी बेहद असरकार‍क दवा के रूप में काम करती है। इसे पीसकर एक चम्मच शहद के साथ एक चुटकी मात्रा में खाने से जुकाम में लाभ मिलता है। आप गर्म या गुनगुने पानी में दालचीनी के पाउडर को शहद के साथ मिलाकर पी सकते हैं। दालचीनी के पाउडर को पिसी हुई काली मिर्च के साथ सेवन करने से भी राहत मिलती है
5 पेट के रोग – अपच, गैस, पेट दर्द और एसिडिटी जैसी समस्यों में भी दालचीनी का पाउडर लेने से आराम मिलता है। इससे उल्टी-दस्त की समस्या में भी लाभ होता है, और भोजन का पाचन भी बेहतर होता है।

रविवार, 25 अप्रैल 2021

कोरोना: नाक में सरसों या नारियल का तेल लगाएं

कोरोना महामारी में हर कोई बेहाल है। इसमें तमाम लोग लापरवाही भी बरत रहे हैं। जो बहुत ही घातक साबित हो रही है। ऐसे में अगर आपको संक्रमण से बचना है तो बस एक छोटा सा, सस्ता एवं भारतीय पारंपिरक नुस्खा अपनाना होगा। इसके कारण से आप काफी हद तक कोरोना से बच पाएंगे। बस आपको नाक में सरसों या नारियल का तेल लगाना है। चिकित्सा विज्ञान संस्थान, बीएचयू आयुर्वेद संकाय के कार्यवाहक डीन प्रो. केएन द्विवेदी बताते हैं कि सरसों को तेल सूक्ष्म वायरस के जीवन चक्र को बाधित करता है। इससे वायरस का मल्टी प्लीकेशन रूक जाता है। इसलिए नाक के अंदर सरसों का तेल लगाकर तेज सांस खींचें, जिससे तेल नाक के भीतर तक चला जाए। ऐसा दोनों नासारंध्रों से यह करें।
आयुष मंत्रालय के आयुष क्वाथ का मानकीकरण करने वाले प्रो. द्विवेदी बाते हैं कि सरसों तेल में इसेंशियल ऑयल्स होते हैं। जो दालचीनी से 10 गुना अधिक वायरस रोधक सक्षम होते हैं। इसके तत्व फंगश प्रतिरोधक, वायरस प्रतिरोधक भी है। वहीं नारियल तेल में मौजूद लॉरिक एसिड से वायरस के सेल वॉल रप्चर यानी फूट जाते हैं। सरसों एवं नारियल तेल दोनों ही वायरस को शरीर में घुसने से रोकने में सहायक माने जाते हैं।
नारियल के तेल में लॉरिक एसिड होती है। जो वायरस के सेल में मेंबरेन को क्रास करती है। सेल के भीतर जाती है और वह वहां लॉरेट साल्ट में बदल जाती है। वह वायरस के सेल वॉल को रप्चर यानी फोड़ देती है। जिससे वायरस का वहीं पर अंत हो जाता है। इस प्रकार दोनों वायरस के शरीर में घुसने से रोकने में वरदान साबित हो सकते हैं।

शनिवार, 24 अप्रैल 2021

कीवी फ्रूट से बना ड्रिंक जरूर ट्राय करें, फायदेमंद

अगर आप पाचन तंत्र को सुचारु बनाकर वजन को नियंत्रित रखना चाहतें हैं तो कीवी फ्रूट से बना ये ड्रिंक जरूर ट्राय करें। कीवी नाम का फल हल्का खट्टा मीठा और स्वाद से भरा होने के साथ सेहत के लिए भी बेहद फायदेमंद है। गर्मियों के मौसम में कीवी फल का सेवन जहां एक ओर ठंडक प्रदान करता है वहीं इसके सेवन से पाचन तंत्र को नियंत्रित करने के साथ वजन कम करने में भी मदद मिलती है। इस फल को स्वाभाविक रूप से पाचन को बढ़ावा देने के लिए जाना जाता है। कीवी में एक्टिनिडैन नामक एक एंजाइम होता है जो शरीर में प्रोटीन के पाचन में मदद करता है। कीवी में स्थायी वजन घटाने वाले तत्व मौजूद होते हैं। कीवी में कुछ घरेलू सामग्रियां मिलाकर गर्मियों के लिए ड्रिंक तैयार किया जा सकता है।  

शुक्रवार, 23 अप्रैल 2021

गेंदे के फूल को चेहरे पर लगाने से आता हैं गोरापन

गेंदे के फूल को अपने चेहरे पर लगाने से गोरापन आता है। गेंदा का फूल इसे हमें आसानी से मिल जाता है। गेंदे का इस्तेमाल ज्यादातर सजावट के लिए किया जाता है। बल्कि गेंदे के अंदर प्राचीन जड़ी बूटीयां हैं। जिससे कि कई हेल्थ बेनिफिट्स मिलते हैं उसके लिए इसका सबसे ज्यादा प्रयोग किया जाता है।
गेंदे के फूल में मौजूद कार्य और गंध तेल सेक्टर 4 पर अपना कमाल दिखाते हैं। जाने गेंदे के फूल के और क्या ने फायदे हैं अगर गेंदे के फूल को स्किन पर लगाये तो चेहरा चमक उठेगा। पर गेंदे के फूल के रस लगाने से स्किन साफ हो जाती है। और कील मुहासे जड़ से खत्म हो जाते हैं। अगर आप रेगुलर गेंदे के फूल का रस पीते है तो आप स्पर्मटोरिया से बच जाएंगे। अगर आप बवासीर से परेशान हैं तो गेंदे के फूल को काली मिर्च के साथ पीसकर पीने से पाइल्स से निजात मिल जाएगा।

शनिवार, 17 अप्रैल 2021

गर्मियों में खीरा शरीर को पहुंचा सकता है नुकसान

गर्मियों का मौसम शुरु हो चुका है और शुरुआत में ही गर्मी ने अपना कहर बरपाना शुरु कर दिया है। ऐसे में अपनी सेहत पर ज्यादा ध्यान देने की जरुरत है। गर्मियों में ज्यादा से ज्यादा पानी पीएं। और ऐसी चीजों को सेवन करें तो शरीर को हाइड्रेटेड रखें। ज्यादातर लोग गर्मियों में खीरे को खाने में शामिल करते है। इसकी न्यूट्रिशनल वैल्यू काफी ज्यादा होती है। खीरा गर्मी के मौसम में ये ठंडक देता है साथ ही आपको ऐंटीऑक्सीडेंट्स भी मिलते हैं। इसमें विटामिन के भरपूर मात्रा में खीरे में कैलोरी काउंट भी कम होता है। खीरा गर्मी के मौसम में सलाद के साथ, रायते में, कच्चा या सब्जी बनाकर भी खाया जाता है। कई लोग रात में खाने की मात्रा कम लेकर ज्यादा हिस्सा खीरा ले लेते हैं। लेकिन इतने गुणों वाला खीरा भी आपके शरीर को नुकसान पहुंचा सकता है। कुछ न्यूट्रिशनिस्ट का मानना है कि रात में खीरा खाना सही नहीं है। क्योंकि खीरे में 95 फीसदी पानी होता है। लेकिन इसे पचाना काफी मुश्किल होता है।

शुक्रवार, 16 अप्रैल 2021

प्रदूषण को 30 फीसदी कम कर देता है तुलसी पौधा

कोरोना काल में लोगों का ऑक्सीजन लेवल कम हो रहा है। ऐसे में आप अपने शरीर में ऑक्सीजन लेवल बढ़ाने के लिए भिन्न-भिन्न प्रकार के उपाय करने चाहिए। शरीर को अपनी दैनिक क्रियाओं को सही प्रकार से करने के लिए 90-100 फीसदी ऑक्सीजन की जरूरत होती है।लेकिन अगर प्रदूषण की वजह से ऑक्सीजन का स्तर 90 फीसदी से नीचे चला जाता है तो इससे थकान, स्किन एलर्जी, आंखों में जलन, सर्दी-जुकाम जैसी प्रॉब्लम्स फील होने लगती हैं।
प्रदूषण की समस्या से पार पाने के लिए स्वच्छ वातावरण में रहना बहुत जरूरी है। इस लिहाज से घर में तुलसी का पौधा लगाना बहुत लाभकारी है। तुलसी का पौधा लगाने का सबसे बड़ा फायदा यह है कि यह आसपास के वातावरण के प्रदूषण के स्तर को 30 फीसदी तक कम कर देता है। जिससे आपको मिलने वाली वायु स्वच्छ और निर्मल हो जाती है। यदि तुलसी से बने काढ़े का नियमित रूप से सेवन किया जाए तो इससे प्रदूषण के असर को प्रभावी तरीके से कम किया जा सकता है। इसके लिए तुलसी के 10 पत्तों, जरा सी अदरक, गुड़ और दो कालीमिर्च डालकर एक गिलास पानी के साथ उबाल लें। जब यह पानी उबल कर एक चौथाई रह जाए तो इसे छान लें और पी लें।

मंगलवार, 13 अप्रैल 2021

बिमारियों को लेकर आता है गर्मियों का मौसम

मौसम कोई भी हो, लेकिन, उसके बदलते ही व्यक्ति का इम्यून सिस्टम कमजोर होने लगता है। ऐसे में थोड़ी-सी भी लापरवाही व्यक्ति की सेहत को परेशानी में डाल सकती है। फिलहाल, गर्मियों का मौसम शुरू हो चुका है और यह अपने साथ धूप, तेज तापमान के साथ कई अन्य बीमारियां भी लेकर आता है। जिनकी अनदेखी करने पर आप परेशान हो सकते हैं तो आइए, जानते हैं आखिर क्या हैं ये बीमारियां ?
डिहाइड्रेशन को निर्जलीकरण के नाम से भी पहचाना जाता है। इससे पीड़ित व्यक्ति के शरीर में पानी, शुगर और नमक के संतुलन में गड़बड़ी हो जाती है। डिहाइड्रेशन के दौरान व्यक्ति का मुंह सूखता है, थकान, प्यास का बढ़ना, पेशाब कम होना, सिर दर्द, रूखी त्वचा, कब्ज, और चक्कर आने जैसे लक्षण दिखाई देते हैं। हालत गंभीर होने पर व्यक्ति को प्यास अधिक लगती है और हार्ट रेट बढ़ने के साथ ब्लड प्रेशर लो हो जाता है। इस समस्या से बचने के लिए व्यक्ति को अधिक से अधिक मात्रा में पानी पीना चाहिए। इसके अलावा नींबू पानी, नारियल पानी, शिकंजी या अन्य तरल पदार्थों को अपनी रोजाना डाइट का हिस्सा बनाना चाहिए।

रविवार, 11 अप्रैल 2021

गर्मियों में ठंडक का अहसास, पाइनएप्पल रायता

मौसम चाहे कोई भी हो भोजन के साथ परोसा गया रायता उसका स्वादा दोगुना कर देता है। अगर आप अपनी रायते की गिनी चुनी रेसिपीज से बोर हो गई हैं तो ट्राई करें समर स्पेशल पाइनएप्पल रायता। इस रायते का खट्टा-मीठा स्वाद आपकी भूख और बढ़ा देगा। तो देर किस बात की आइए जानते हैं, कैसे बनाया जाता है ? यह टेस्टी रायता। गर्मियों में ठंडक का अहसास पाइनएप्पल रायता देगा।

मौसम चाहे कोई भी हो भोजन के साथ परोसा गया रायता उसका स्वादा दोगुना कर देता है। अगर आप अपनी रायते की गिनी चुनी रेसिपीज से बोर हो गई हैं तो ट्राई करें समर स्पेशल पाइनएप्पल रायता। इस रायते का खट्टा-मीठा स्वाद आपकी भूख और बढ़ा देगा। तो देर किस बात की आइए जानते हैं कैसे बनाया जाता है यह टेस्टी रायता।

पाइनएप्पल रायता बनाने के लिए सामग्री...

25 ग्राम पाइनएप्पल
60 ग्राम दही
1 हरी मिर्च
2 टहनी पुदीने की पतियां
स्वादानुसार काला नमक
1/2 टी स्पून चीनी
2 ग्राम काली मिर्च पाउडर

पाइनएप्पल रायता बनाने की वि​धि...
पाइनएप्पल रायता बनाने के लिए सबसे पहले पाइनएप्पल को टुकड़ों में काटकर स्क्यूर में लगाएं और हल्का सा ग्रिल कर लें ताकि यह नरम हो जाएं। अब एक बाउल में दही निकालकर उसे फेंट लें। इसके बाद ठंडे किए हुए पाइनएप्पल के टुकड़ों को दही में मिलाकर बाकी बची हुई सामग्री भी डाल दें। अब बारीक कटे पाइनएप्पल और पुदीने के पत्तों से रायते को गार्निश करके सर्व करें।


रविवार, 4 अप्रैल 2021

गर्मियों में सत्तू खाने-पीने के जानिए जबरदस्त फायदे

अभी अच्छे से गर्मियों की शुरुआत भी नहीं हुई है। लेकिन, सूरज देवता ने अभी से आग उगलना शुरु कर दिया है। गर्मी से लोगों के पसीने छुटने लगे हैं। ऐसे में लोगों ने अपने एसी और फैन की सफाई शुरु कर दी है। घर में रहकर गर्मी से बचा जा सकता है।

 लेकिन, हमारे शरीर को गर्मी से बचाने के लिए खान-पान पर ज्यादा ध्यान देना पड़ता है। गर्मियों में कुछ चीजें ऐसी हैं। जिनका सेवन किसी औषधि से कम नहीं है। जो गर्मी से निजात दिलाने के साथ शरीर में ऊर्जा बनाए रखने में भी मदद करती है। 

आज हम आपको गर्मी का सबसे उत्तम आहार सत्तू के गुणों के बारे में बता रहे हैं। लेकिन कई जगह सत्तू नहीं मिलता। अगर आपको भी मार्केट में सत्तू नहीं मिल रहा। गर्मी में सत्तू के सेवन से कई फायदे होते हैं। यह पेट फूलना, कब्ज और एसिडिटी और अपच जैसी समस्याओं के लिए भी फायदेमंद माना जाता है। इसमें प्रोटीन, कैल्शियम और कार्बोहाइड्रेट से बना होता है। जबकि, इसमें बाकी प्रोटीन होता है।

शुक्रवार, 2 अप्रैल 2021

भारत के लंगड़े आम का 300 साल पुराना इतिहास

लंगड़ा आम सबसे मीठा माना जाता है बता दे कि गर्मियों में आम खाने के जबरदस्त फायदे तो हैं ही जबकि आपको स्वाद में भी काफी शानदार लगता है। ज्यादातर लोगों की सबसे ज्यादा पसंद आम होता है। भारत की बात करें तो यहां 2000 किस्मो का उत्पादन किया जाता है।

आम की किस्म की बात करें तो दशहरी,हापुस, चौसा ,केसर तोता, परी सफेदा,सिंदूरी नीलम और लंगड़ा जैसे आमो को खाने का मजा चखा होगा,इनमें से लंगड़ा आम फेमस होने के पीछे 300 साल पुरानी घटना हैं।

आम खाने में मीठा और मुलायम होता है यह हरियाणा,हिमाचल प्रदेश, झारखंड मध्य प्रदेश, बिहार, गुजरात, पश्चिम बंगाल, राजस्थान में बहुत ज्यादा उगाया जाता हैं।

लंगड़ा आम बोलने की कहानी बनारस से चालू हुई बता दे कि तकरीबन 300 साल पहले एक व्यक्ति ने आम खाकर उसका बीज अपने घर के आंगन में लगा दिया, कुछ दिनों के बाद में आम का मीठा फल आया, यह व्यक्ति लंगड़ाकर चलता था इसीलिए इस गांव के लोगों ने लंगड़ा आम कहना चालू कर दिया धीरे धीरे यह आम लंगड़ा आम के नाम से फेमस हुआ।

मंगलवार, 30 मार्च 2021

बॉडी को डिटॉक्स करना चाहते हैं, 8 तरीके अपनाएं

त्योहार के मौके पर खान-पीने की बेतकल्लुफी तो होती ही है। हम रोजमर्रा जिन चीज़ों का सेवन नहीं करते त्योहार के दिन उन्हें भी खा लेते हैं। दोस्तों और मेहमानों के साथ मिलना-झुलना होता है तो कुछ तो अलग होगा ही। हम त्योहार के दिन खूब खाते हैं काफी कैलोरी इनटेक करते हैं। जिसका असर हमारी बॉडी पर कई दिनों तक रहता है। होली के दिन हम लोग खान-पान पर ज्यादा ध्यान देते हैं। मीठा, नमकीन, नॉनवेज सब कुछ इस दिन खाया जाता है जो हमारे पाचन को कई बार नुकसान भी पहुंचा सकता है। ऐसे में जरुरी है कि हम त्योहार के बाद बॉडी को डिटॉक्स करें। बॉडी को डिटॉक्स करने से मतलब है कि शरीर के टॉक्सिन को बाहर निकालना। होली के बाद आमतौर पर थकान, शरीर में दर्द, बेचैनी, हैंग ओवर, स्किन एलर्जी आदि समस्या हो जाती है, जिनसे बॉडी को नुकसान भी हो सकता है। इसलिए होली के बाद बॉडी का डिटॉक्सिफिकेशन जरूर करें। आइए जानते हैं कि बॉडी को डिटॉक्स कैसे कर सकते हैं।

शरीर को डिटॉक्स करने के लिए खूब पानी पिएं:
शरीर को डिटॉक्‍स करने के लिए पानी ज्यादा पीएं। ये पसीने और मूत्र के माध्यम से शरीर के विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करता है। यदि आप कुछ जड़ी-बूटियों और फलों के साथ अपने पानी में फ्लेवर जोड़ते हैं, तो वह न केवल पानी का स्वाद बढ़ाते हैं, बल्कि पोषक तत्वों को भी जोड़ने में मदद करते हैं।

नीबू पानी:
बॉडी को डिटॉक्स करने के लिए नीबू पानी पिएं। ये पाचन में सहायक होता है, साथ ही शरीर से विषाणुओं को बाहर निकालने में भी मदद करता है।

फलों का सेवन करें:
शरीर को डिटॉक्स करने के लिए आप अपने खाने में फलों को शामिल करें। फल बॉडी को डिटॉक्स करने का बेहतरीन माध्यम है।

ताज़ी सब्जियों के जूस का सेवन करें:
बॉडी को डिटॉक्स करने के लिए आप सब्जियों के जूस का सेवन करें। सब्जियों में आप गाजर और चुकंदर के जूस का सेवन करें। आप इस जूस में अदरक और काली मिर्च का भी सेवन कर सकते हैं जिससे जूस को बेहतर तरीके से पचाने में मदद मिलती है।

ग्रीन टी का सेवन करें:
ग्रीन टी में एंटी ऑक्सिडेन्ट होते हैं, जो शरीर की इम्युनिटी को मजबूत करते हैं। अगर आप इसमें थोड़ी काली मिर्च पाउडर एवं शहद मिलाकर पिएं, तो यह वजन कम करने में भी सहायक होती है।

खीरे का पानी:
खीरे के स्लाइस काटें एवं एक ग्लास पानी में पूरी रात डुबो कर रख दें। उसमें पुदीने के कुछ पत्ते भी तोड़कर डाल दें। सुबह इसे मिक्सी में चलाकर छानकर पी लें। ये एक तरफ जहां आपकी प्यास बुझाएगा, वहीं दूसरी तरफ आपको पेट भरा होने का एहसास कराएगा। यह शरीर से टॉक्सिन्स को निकालेगा।

गुरुवार, 18 मार्च 2021

पपीते के बीज को ना समझें बेकार, जानिएं गुण

पपीता का बीज भी खाया जा सकता है। स्वाद में जरा कड़वा और जरा चटपटा जरूर लगेगा। लेकिन, सीमित मात्रा में सेवन से बिगड़ती सेहत और कुछ पुरानी बीमारियां दूर की जा सकती हैं। आगे से आप पपीता के बीज बेकार जानकर फेंक ना दें। इसके पहले, जरा जान लीजिए, कि यह स्वास्थ्य के लिए कैसे फायदेमंद हैं?

पपीता याने सेहत को चुस्त-दुरुस्त बनाए रखने के लिए स्वादिष्ट फल। ज्यादातर लोगों को पसंद आने वाला पपीता का गुण किसी से छिपा नहीं है। लेकिन यह तो हुई पपीता की बात, अब जान लीजिए पपीता के उस बीज के बारे में, जिसे ऐसे ही फेंक दिया जाता हैं। यह सोच कर कि यह किसी काम के नहीं हैं। लेकिन बीज में ऐसे तत्वों के होने की जानकारी सामने आई है। जिनकी मदद से त्वचा के अलावा कई गंभीर बीमारियों को रोका जा सकता है। साथ ही कुछ पुरानी बीमारियां भी खत्म की जा सकती है।

मंगलवार, 9 मार्च 2021

जानिए, किशमिश के गुण और खाने के सही तरीके

किशमिश में आयरन, पोटैशियम, कैल्शियम और मैग्नीशियम की भरपूर मात्रा होती है। इसके अलावा किशमिश फाइबर का भी अच्छा सोर्स है। डाइट एक्सपर्ट डॉ. आशुतोष गर्ग के मुताबिक, इसमें कई पोषक तत्व होते हैं। इसके कई बीमारियों को जड़ से दूर किया जा सकता है। अगर आप रोजाना सिर्फ 10 किशमिश के दानों को रात में भिगाकर सुबह खाएं, तो इससे कई तरह के रोगों और बीमारियों से बचाव रहेगा। साथ ही आपकी सेहत भी बेहतर होगी। इस रिपोर्ट में हम आपको बताएंगे कि किशमिश को किस तरह खाना होता है। लाभप्रद और क्या हैं इसके फायदे क्या होंगे।
आयुर्वेद के अनुसार रोज किशमिश खाने के बजाय इसका पानी पीने से ज्यादा फायदा मिल सकता है। दरअसल, किशमिश में काफी मात्रा में शुगर होती है। और इसे रातभर भिगोकर रखने से इसका शुगर कंटेट कम हो जाता है। और न्यूट्रीशन वैल्यू बढ़ जाती है।
1-दांत और हड्डियों के लिए
दांत और हड्डियों को मजबूत बनाए रखने के लिए कैल्शियम की जरुरत होती है। ऐसे में किशमिश का सेवन दांतों और हड्डियों के लिए भी किया जा सकता है। बता दें कि 100 ग्राम किशमिश के अंदर करीब 50 एमजी कैल्शियम होता है। जो आपके दांत और हड्डियों को मजबूत बनाने का कार्य करती है।
2-डायजेशन में सुधार
कब्ज़ की परेशानी से राहत का एक घरेलू नुस्खा है। भिगोए हुए किशमिश का सेवन।  इसके अलावा अगर आप नियमित किशमिश खाते हैं। तो आपको पाचनतंत्र से जुड़ी सभी परेशानियों से आराम मिलता है।
3-झुर्रियां होंगी दूर
किशमिश खाने से आपकी उम्र बढ़ जाती है। लेकिन, इसके साथ ही ये आपकी त्वचा में आई झुर्रियों को भी हटा देती है।
5-हमेशा रहेंगे जवान
अगर हमेशा जवान रहना चाहते हैं। तो किशमिश के पानी को पीना शुरू कर दें. रात को पानी में किशमिश डालकर उबाले और रोज सुबह किशमिश के पानी को पीने से आप हमेशा जवान बने रहेंगे।
5-बढ़ेगी रोगों से लड़ने की क्षमता
रात में भीगे हुए किशमिश को खाने और इसका पानी पीने से आपके शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। इसमें मौजूद एंटीऑक्सिडेंट्स के कारण इम्यूनिटी बेहतर होती है। जिससे बाहरी वायरस और बैक्टीरिया से हमारा शरीर लड़ने में सक्षम होता है। और ये बैक्टीरिया शरीर में प्रवेश नहीं कर पाते हैं।
6-वजन कम करने में मददगार
फैट फ्री और लो-शुगर ड्राई फूड होने के कारण इसका सेवन वजन कम करने में भी काफी मददगार है। इसके साथ ही इसे खाने से शरीर में कैलोरी भी नहीं बढ़ती, जिससे वजन कंट्रोल में रहता है। इसके अलावा किशमिश का सेवन शुगर क्रेविंग की समस्या को भी दूर करता है।
7- गले के इंफेक्शन में मददगार
किशमिश में एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं। इसे चबाने से मुंह की दुर्गंध नहीं रहती और गले के इंफेक्शन में भी राहत मिलती है।
8-खून की कमी को करे दूर
किशमिश में आयरन भरपूर मात्रा में पाया जाता है। जोकि लाल रक्त कोशिकाएं बनाने में अहम भूमिका निभाता है। रोजाना पानी में भिगोकर किशमिश खाने और इसका पानी पीने से शरीर में खून की कमी दूर होती है। 
9- बॉडी डिटॉक्स
शरीर में जमा विषैले तत्वों को बाहर निकालने के लिए भिगोई हुई किशमिश का सेवन करना चाहिए। किशमिश का पानी पीने से भी बॉडी क्लिंज में मदद होती है।
10- नींद की समस्या से होगा छुटकारा
किशमिश का यह ऐसा फायदा है। जिसके बारे में बेहद कम लोग जानते हैं। अगर कोई ऐसा व्यक्ति हो जिसे नींद ना आने की समस्या हो, तो उसके लिए भिगोए हुए किशमिश किसी वरदान से कम नहीं है। किशमिश के अंदर मौजूद तत्व आपको अच्छी नींद दिलाने के काम भी आ सकते हैं।
किशमिश के औषधीय गुण
25 ग्राम किशमिश में लगभग 78 कैलोरीज और 0.83 ग्राम प्रोटीन होता है। साथ ही इसमें एंटीऑक्सीडेंट, विटामिन बी, आयरन, पोटेशियम, कैल्शियम, मैग्नीशियम और फाइबर भी पाया जाता है। चलिए जानते हैं। किशमिश को पानी में भिगोकर खाना सेहत के लिए कितना फायदेमंद होता है।

चेन्नई सुपर किंग्स ने ग्लीसन को टीम में शामिल किया

चेन्नई सुपर किंग्स ने ग्लीसन को टीम में शामिल किया  इकबाल अंसारी  चेन्नई। देश में इन दिनों आईपीएल की धूम मची हुई है। गत चैम्पियन चेन्नई सुपर...