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बुधवार, 15 सितंबर 2021

बारिश के चलते देश के कई राज्यों में तबाही मचीं

अकांशु उपाध्याय         
नई दिल्ली। भारी बारिश के चलते देश के कई राज्यों में तबाही मची हुई है। लगातार नदियों का जलस्तर बढ़ रहा है। लोगों के घरों में पानी घुस गया है। भारी बारिश की वजह से आई बाढ़ ने लोगों का जीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। काफी संख्या में लोगों की जान भी चली गई है। पहाड़ी इलाकों से तो भूस्खलन की घटनाएं लगातार सामने आ रही हैं। वहीं ओडिशा में तो स्थिति प्रत्येक दिन बिगड़ रही है। यहां पर भारी बारिश के चलते लोगों की मुश्किलें बढ़ गई है।
भारतीय मौसम विभाग ने अगले पांच दिनों के मौसम का पूर्वानुमान करते हुए बताया है कि बंगाल की खाड़ी में उत्पन्न हुए डिप्रेशन की वजह से उत्तरी छत्तीसगढ़ और उत्तरी ओडिशा पर बना डिप्रेशन अगले छह घंटों में पश्चिम, उत्तर-पश्चिम के राज्यों की ओर बढ़ जायेगा। जिसकी वजह से छत्तीसगढ़ और उसके पड़ोसी राज्यों में बारिश होगी।मौसम विभाग ने 15 तारीख के लिए जो पूर्वानुमान किया है उसके अनुसार छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश और गुजरात में भारी बारिश की संभावना है. इन राज्यों के लिए विभाग ने रेड अलर्ट जारी किया है. जबकि उत्तर प्रदेश, दिल्ली, हरियाणा और पंजाब के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है, यानी यहां कुछ इलाकों में मध्यम से भारी बारिश हो सकती है। झारखंड के लोगों को 15 तारीख से बारिश से राहत मिल सकती है, हालांकि पिछले 48 घंटों से यहां लगातार बारिश हो रही है. वहीं 16 सितंबर को उत्तर भारत के अधिकतर राज्यों में बारिश की संभावना है। मौसम विभाग ने येलो अलर्ट जारी किया है, जबकि मध्यप्रदेश, गुजरात के लिए आरेंज अलर्ट जारी किया गया है। नॉर्थ ईस्ट के राज्यों में बारिश की संभावना है और मौसम विभाग ने येलो अलर्ट जारी किया है।17 सितंबर से मौसम में सुधार होगा और उत्तर भारत के कुछ राज्यों को छोड़कर अधिकतर राज्यों में मौसम खुशनुमा रहेगा। 18 सितंबर को ओडिशा में बारिश का येलो अलर्ट जारी किया गया है। इधर पिछले 24 घंटों से गुजरात के राजकोट और जामनगर जिलों में लगातार बारिश हो रही है जिसकी वजह से यहां जल प्रलय जैसी स्थिति है। अबतक 200 लोगों को रेसक्यू किया गया है। अधिकारियों ने यह जानकारी दी है कि बाढ़ के कारण जामनगर में एक राष्ट्रीय राजमार्ग के अलावा सौराष्ट्र क्षेत्र के राजकोट, जामनगर और जूनागढ़ जिलों से गुजरने वाले 18 राज्य राजमार्गों को बंद कर दिया गया है।
उत्तर प्रदेश के कई इलाकों में पिछले 24 घंटे से बारिश हो रही है. मौसम विभाग ने बताया है कि अगले 24 घंटे में सीतापुर, मुरादाबाद, सहारनपुर, बिजनौर, एटा, बरेली, बलिया, कन्नौज, जालौन, प्रतापगढ़, बांदा, वाराणसी, बागपत और हापुड़ जिलों में बारिश की सूचना है।

सार्वजनिक मेलों और प्रदर्शनियों के लिए अनुमति दी

अकांशु उपाध्याय     
नई दिल्ली। दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण विभाग (डीडीएमए) ने एक आदेश जारी कर, बृहस्पतिवार से दिल्ली में सार्वजनिक मेलों और प्रदर्शनियों के लिए अनुमति दे दी है। कोविड-19 वैश्विक महामारी की दूसरी लहर के मद्देनजर लगे लॉकडाउन के कारण दिल्ली में सार्वजनिक मेलों और प्रदर्शनियों पर रोक लगा दी गई थी। प्राधिकरण ने बुधवार को जारी किए गए एक आदेश में कहा कि शहर में 16 सितंबर से व्यापार से लेकर उपभोक्ता प्रदर्शनियों को अनुमति दी जाएगी।
‘बैंक्वेट हॉल’ में ऐसी प्रदर्शनियों और मेलों को आयोजित करने की अनुमति होगी। आदेश में कहा गया है कि आठवीं कक्षा तक के छात्रों के लिए दिल्ली के स्कूल अभी बंद रहेंगे। प्राधिकरण ने कहा कि वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय द्वारा निर्धारित मानक संचालन प्रक्रिया का सभी हितधारकों द्वारा सख्ती से पालन करने पर ही प्रदर्शनियों और मेलों की अनुमति दी जाएगी। प्राधिकरण द्वारा पहले जिन अन्य गतिविधियों पर रोक लगाई या जिनकी अनुमति दी गई, वे आदेश 30 सितंबर और एक अक्टूबर की मध्यरात्रि तक जारी रहेंगे।

एनटीए ने जेईई मेन 2021 के नतीजे जारी किए

अकांशु उपाध्याय       
नई दिल्ली। नेशनल टेस्ट एजेंसी (एनटीए) ने जेईई मेन 2021 के नतीजे जारी कर दिए। जिसमें कुल 44 उम्मीदवारों को 100 फीसदी अंक मिले हैं।
शिक्षा मंत्रालय के अधिकारियों की ओर से मंगलवार देर रात यह जानकारी दी गई है। कुल 44 उम्मीदवारों को सौ फीसदी अंक मिले हैं जबकि 18 उम्मीदवारों को टॉप रैंक मिला है। 
उन्होंने कहा कि टॉप करने वाले 18 उम्मीदवारों में आंध्र प्रदेश से चार, राजस्थान से तीन, दिल्ली से दो, उत्तर प्रदेश से दो, तेलंगाना से दो, महाराष्ट्र से एक, पंजाब से एक, चंडीगढ़ से एक, बिहार से एक और कर्नाटक से एक छात्र शामिल है।

138 देशों में 9,657 जानकारियों को शामिल किया

अकांशु उपाध्याय     
नई दिल्ली। भारत में उच्च इंटरनेट पहुंच दर, सोशल मीडिया के बढ़ते इस्तेमाल और उपयोगकर्ताओं में इंटरनेट साक्षरता की कमी के कारण कोविड-19 के संबंध में सोशल मीडिया पर सबसे अधक गलत जानकारी दी गई। एक नए अध्ययन में यह दावा किया गया है। अध्ययन का शीर्षक ‘प्रिवलेंस एंड सोर्स एनलाइसिस ऑफ कोविड-19 मिसइंर्फोमेशन इन 138 कंट्रीज’ था, जो ‘सेज इंटरनेशनल फेडरेशन ऑफ लाइब्रेरी एसोसिएशंस एंड इंस्टीट्यूशंस’ पत्रिका में प्रकाशित हुआ।
अध्ययन में 138 देशों में प्रकाशित 9,657 गलत जानकारियों को शामिल किया गया। विभिन्न देशों में गलत सूचना के प्रसार और स्रोतों को समझने के लिए 94 संगठनों ने इनके तथ्यों की जांच की। अध्ययन में कहा गया, ”सभी देशों में से, भारत में सोशल मीडिया पर सबसे अधिक 18.07 प्रतिशत गलत जानकारी दी गई, जिसका कारण शायद देश की उच्च इंटरनेट पहुंच दर, सोशल मीडिया के इस्तेमाल में वृद्धि और उपयोगकर्ताओं में इंटरनेट साक्षरता की कमी है।”
परिणामों के आधार पर, अध्ययन में कहा गया है, ऐसा माना जाता है कि कोविड-19 संबंधी गलत सूचना के प्रसार का वैश्विक महामारी की स्थिति के साथ संबंध हो सकता है। अध्ययन में कहा गया, ”सोशल मीडिया सबसे अधिक 84.94 प्रतिशत गलत जानकारी फैलाता है और इंटरनेट कोविड-19 संबंधी गलत जानकारी देने के लिए 90.5 प्रतिशत जिम्मेदार है।
इनके अलावा, सोशल मीडिया मंचों में केवल फेसबुक के जरिए ही 66.87 प्रतिशत गलत जानकारी दी गई ।” इससे पहले, विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी चेतावनी दी थी कि कोविड-19 के संबंध में गलत जानकारी फैल रही है और यह लोगों को खतरे में डाल रही है। डब्ल्यूएचओ ने लोगों से आग्रह किया था कि वे जो कुछ भी सुनते हैं, उसकी विश्वसनीय स्रोतों से दोबारा जांच करें।

24 से शुरू होगा आईफोन 13 प्रो मैक्स का ऑर्डर

अकांशु उपाध्याय     
नई दिल्ली। भारत में प्रीमियम मोबाइल फोन एप्पल के दीवाने 24 सितंबर से आईफोन 13, आईफोन 13 मिनी, आईफोन 13 प्रो और आईफोन 13 प्रो मैक्स हासिल कर सकेंगे, जिनकी शुरुआती कीमत 69,900 रुपये से शुरू है। एप्पल ने एक बयान में कहा, ”ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, चीन, जर्मनी, भारत, जापान, ब्रिटेन, अमेरिका और 30 से अधिक अन्य देशों तथा क्षेत्रों के ग्राहक आईफोन 13 प्रो और आईफोन 13 प्रो मैक्स का प्री-ऑर्डर दे सकते हैं, जिसकी आपूर्ति 24 सितंबर शुक्रवार से शुरू होगी।”
एप्पल ने कहा कि ग्राहक आईफोन 13 प्रो को 1,19,900 रुपये (से लेकर) में और आईफोन 13 प्रो मैक्स को 1,29,900 रुपये (से लेकर) में ऐपल के ऑनलाइन स्टोर से खरीद सकते हैं। आईफोन 13 की कीमत 79,900 रुपये और आईफोन 13 मिनी की कीमत 69,900 रुपये है।
एप्पल ने हाल में बताया था कि भारत और लैटिन अमेरिकी जैसे बाजारों में उसने दो अंकों की मजबूत वृद्धि हासिल की है। इसके साथ ही जून तिमाही में कंपनी की आय बढ़कर 81.4 अरब अमेरिकी डॉलर हो गई, जो एक रिकॉर्ड है।
एप्पल ने जून 2021 तिमाही में 21.7 अरब डॉलर की शुद्ध आय हासिल की, जबकि एक साल पहले की समान अवधि में यह आंकड़ा 11.2 अरब डॉलर था। इस दौरान कंपनी की कुल बिक्री 59.6 अरब अमेरिकी डॉलर से बढ़कर 81.4 अरब अमेरिकी डॉलर हो गई। ये वैश्विक आंकड़े हैं और अलग-अलग देशों के आधार पर वित्तीय आंकड़े पेश नहीं किए।

रोहित शर्मा को कप्तान बनाए जाने का समर्थन किया

अकांशु उपाध्याय    
नई दिल्ली। पिछले कुछ दिनों से लिमिटिड ओवर्स क्रिकेट में विराट कोहली की कप्तानी को लेकर सवालों का दौर चल रहा है। बीसीसीआई हालांकि कोहली के कप्तान बने रहने की बात कह चुका है। लेकिन भारतीय टीम के पूर्व खिलाड़ी मदन लाल ने कोहली की बजाए रोहित शर्मा को कप्तान बनाए जाने का समर्थन किया है। मदन लाला का दावा है कि इस कदम से विराट कोहली का दबाव कम होगा।
मदन लाल ने कहा कि रोहित शर्मा के पास कप्तानी का अच्छा अनुभव है। उन्होंने कहा, ''यह एक अच्छा विकल्प होगा। हम लोग फिलहाल बेहतर स्थिति में हैं। हम लोग भाग्यशाली हैं कि हमारे पास रोहित शर्मा हैं और जब भी विराट कोहली को लगे कि वह एक या दो फॉर्मेट में ध्यान केंद्रित करना चाहते हैं, उस वक्त रोहित आ सकते हैं और उनके पास काफी अनुभव है।
मिलने की बात कही है. पूर्व खिलाड़ी ने कहा, "मुझे लगता है कि इससे भारत को फायदा मिलेगा। मैंने पढ़ा है कि कोहली शायद वनडे और टी20 की कप्तानी छोड़ेंगे क्योंकि वह अपनी बल्लेबाजी पर ध्यान केंद्रित करना चाहते हैं जो अच्छी योजना है। मुझे नहीं पता यह महज अफवाह है या क्या है लेकिन विभाजित कप्तानी की योजना भारत को फायदा पहुंचाएगी। यह निर्भर करता है कि कोहली फिलहाल क्या सोच रहे है। भारत एक टीम के रूप में अच्छा कर रही है और यह हमने हाल ही में इंग्लैंड में देखा है। देखना होगा क्या होता है।
कोहली के टी20 वर्ल्ड कप के बाद लिमिटिड ओवर्स से कप्तानी छोड़ने का दावा किया गया था। लेकिन बीसीसीआई ने इन खबरों को खारिज कर दिया। बीसीसीआई ने कहा जब तक टीम विराट कोहली की अगुवाई में अच्छा प्रदर्शन कर रही है तब तक कप्तान बदलने का सवाल ही पैदा नहीं होता है।

बढ़ती हुई धार्मिक कट्टरता के प्रति चिंता जाहिर की

अकांशु उपाध्याय          
नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस ने समाज में बढ़ती हुई धार्मिक कट्टरता के प्रति जो चिंता जाहिर की है।  वो एक तरह से तमाम राजनीतिक दलों के लिए ये संदेश है कि वे देश की राजनीति को किस तरफ ले जा रहे हैं। लिहाज़ा ये नसीहत देने के लिए उन्हें स्वामी विवेकानंद के ऐतिहासिक व सबसे चर्चित भाषण का सहारा लेना पड़ा।
आमतौर पर न्यायाधीश अपने कोर्टरूम से बाहर सार्वजनिक रूप से अपने विचार व्यक्त करने से बचते हैं लेकिन चीफ जस्टिस रमन्ना की तारीफ इसलिये की जानी चाहिए कि उन्होंने समाज के ऐसे ज्वलंत मुद्दे पर मुखरता से अपनी बात कही है जो सांप्रदायिकता एक सभ्य समाज के लिए आज नासूर बनती जा रही है।
दरअसल,रमन्ना ने रविवार को हैदराबाद के विवेकानंद इंस्टीट्यूट ऑफ ह्यूमन एक्सीलेंस के 22वें स्थापना दिवस समारोह को वर्चुअल तरीके से संबोधित करते हुए ये चिंता जाहिर की है। महान दार्शनिक स्वामी विवेकानंद के 128 साल पहले शिकागो की धर्म-संसद में दिए गए ऐतिहासिक भाषण को याद करते हुए उन्होंने कहा कि ऐसे समय में जब आज धार्मिक कट्टरवाद उफान पर है। स्वामी विवेकानंद के पुनरुत्थानशील भारत के सपने को सामान्य भलाई और सहिष्णुता के सिद्धांतों तथा धर्म को अंधविश्वासों व कट्टरता से ऊपर रखकर ही प्राप्त किया जा सकता है।
दर्शन का विज्ञान कहता है कि एक महान दार्शनिक भले ही एक अच्छा भविष्यवक्ता न हो लेकिन वह आने वाले समय में होने वाली बड़ी घटनाओं का अहसास पहले ही कर लेता है।  विवेकानंद की गिनती भी संसार के ऐसे महान दार्शनिकों में होती है जिन्हें 54 वर्ष पहले यानी 1893 में ही ये आभास हो गया था कि एक दिन धर्म व साम्प्रदायिकता के आधार पर भारत का भी विभाजन हो सकता है। साथ ही उनके विदा होने के बाद 1947 में वही हुआ भी। शायद इसीलिये धर्म संसद में दिए गए अपने भाषण में उन्होंने भविष्य के ऐसे खतरों का उल्लेख किया था।
प्रधान न्यायाधीश ने अपने भाषण में कहा कि “उस समय विवेकानंद ने अपने संबोधन में समाज में निरर्थक सांप्रदायिक मतभेदों से देश व सभ्यता को होने वाले खतरे का विश्लेषण किया था। साथ ही भारत के समतावादी संविधान के निर्माण का कारण बने स्वतंत्रता संग्राम के दौरान हुए सांप्रदायिक संघर्ष से बहुत पहले ही उन्होंने धर्मनिरपेक्षता की ऐसी वकालत की थी मानो उन्हें आने वाले समय का पूर्वाभास हो चुका था। विवेकानंद द्वारा की गई धर्म की व्याख्या का जिक्र करते हुए रमन्ना ने कहा- विवेकानंद का दृढ़ विश्वास था कि धर्म का असली सार भलाई और सहिष्णुता में है। धर्म को अंधविश्वास और कट्टरता से ऊपर होना चाहिए। सामान्य भलाई और सहिष्णुता के सिद्धांतों के माध्यम से दोबारा उठ खड़े होने वाले भारत के निर्माण का सपना पूरा करना है तो हमें आज के युवाओं के अंदर स्वामी जी के आदर्शों को स्थापित करने का काम करना चाहिए।
अमेरिका के शिकागो में दिए गए विवेकानंद के उस भाषण ने ही सम्पूर्ण विश्व को भारत के वेद दर्शन को समझने की लालसा पैदा की थी और उस एक भाषण ने ही दुनिया के धार्मिक नक्शे पर भारत की अमित छाप छोड़ी। वेदांत के संबंध में विवेकानंद के अद्भुत ज्ञान-भंडार का उल्लेख करते हुए रमन्ना ने कहा, “स्वामी विवेकानंद के संबोधन ने पूरे विश्व का ध्यान पुरातन भारत के वेदों के दर्शन की तरफ आकर्षित किया था।
उन्होंने व्यावहारिक वेदांत को लोकप्रिय बनाया, क्योंकि यह सभी के लिए प्रेम, करुणा और समान सम्मान का उपदेश देता है। रमन्ना ने ये भी कहा कि स्वामी विवेकानंद की शिक्षाएं और सिद्धांत आने वाले सभी काल के लिए बेहद प्रासंगिक हैं। लेकिन बड़ा सवाल है कि धार्मिक कट्टरता को बढ़ाने वाली ताकतें क्या चीफ जस्टिस की बातों से ले पायेंगी कोई नसीहत।

मंगलवार, 14 सितंबर 2021

दिक्कतों से संबंधित शिकायतों का संज्ञान लिया

अकांशु उपाध्याय      
नई दिल्ली। राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने किसान आंदोलन के कारण लोगों, औद्योगिक इकाइयों और कंपनियों को हो रही दिक्कतों से संबंधित शिकायतों का संज्ञान लेते हुए दिल्ली, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, राजस्थान और केंद्र सरकार को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है। आयोग ने कहा है कि उसे इस संबंध में अनेक शिकायतें मिली हैं जिनमें आरोप लगाया गया है कि आंदोलन के कारण रास्तों के बंद होने से छोटी बड़ी 900 से अधिक औद्योगिक इकाइयों पर प्रभाव पड़ा है। 
आंदोलन के कारण सड़क मार्ग भी प्रभावित हुआ है जिससे आम लोगों, रोगियों और शारीरिक रूप से अक्षम लोगों तथा वरिष्ठ नागरिकों को विशेष रूप से परेशानी हो रही है। आयोग को यह भी रिपोर्ट मिली है कि आंदोलनों स्थलों के पास बैरिकेड लगे होने के कारण लोगों को बहुत लंबी दूरी तय करनी पड़ती है। शिकायतों का संज्ञान लेते हुए आयोग ने उत्तर प्रदेश, दिल्ली, हरियाणा और राजस्थान के मुख्य सचिवों तथा पुलिस महानिदेशकों को इस संबंध में की गई कार्रवाई का ब्यौरा देने को कहा है।
आयोग को मिली शिकायतों में यह भी आरोप लगाया गया है कि आंदोलन स्थलों पर कोरोना प्रोटोकॉल का पालन नहीं किया जा रहा है साथ ही आसपास रहने वाले लोगों को रास्ते बंद होने के कारण अपने घरों में ही कैद होना पड़ रहा है। आयोग का मानना है कि विरोध प्रदर्शन मानव अधिकार का मुद्दा है लेकिन साथ ही इसके कारण अन्य लोगों के मानवाधिकार प्रभावित होने पर भी ध्यान दिए जाने की जरूरत है।
आयोग ने इन राज्यों से किसान आंदोलन के कारण औद्योगिक और व्यवसायिक कामकाज पर हुए प्रतिकूल प्रभाव का आकलन करने और यातायात सेवाओं के बाधित होने के कारण आम लोगों पर पड़े बोझ तथा खर्च पर 10 अक्टूबर तक रिपोर्ट देने को कहा है। आयोग ने राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण से भी आंदोलन स्थलों पर कोरोना प्रोटोकॉल के पालन के बारे में रिपोर्ट मांगी है। उसने आंदोलन स्थल पर एक मानवाधिकार कार्यकर्ता के साथ सामूहिक दुष्कर्म से संबंधित मामले में मुआवजे के बारे में भी जानकारी देने को कहा है।
इसके अलावा दिल्ली विश्वविद्यालय के दिल्ली स्कूल ऑफ सोशल वर्क से भी आंदोलन के कारण लोगों की आजीविका और उनके जीवन पर हुए असर के बारे में सर्वेक्षण करवाने को भी कहा गया है।

स्थानों पर जाने की अनुमति देने का अनुरोध किया

अकांशु उपाध्याय        
नई दिल्ली। दिल्ली उच्च न्यायालय ने मंगलवार को आम आदमी पार्टी की सरकार को उस प्रतिवेदन पर फैसला लेने का निर्देश दिया। जिसमें श्रद्धालुओं को कोविड-19 संबंधी नियमों का सख्ती से पालन करते हुए धार्मिक स्थानों पर जाने की अनुमति देने का अनुरोध किया गया है।
मुख्य न्यायाधीश डी एन पटेल और न्यायमूर्ति ज्योति सिंह की पीठ ने गैर सरकारी संगठन ‘डिस्ट्रेस मैनेजमेंट कलेक्टिव’ की याचिका पर सुनवाई करते हुए आदेश दिया, ”हम संबंधित प्रतिवादी प्राधिकारियों को मामले में लागू कानून, नियमों, नियमनों और सरकारी नीति के अनुसार 25 जुलाई 2021 के प्रतिवेदन पर फैसला करने का निर्देश देते हैं।
याचिकाकर्ता की ओर से पेश वकील ने कहा कि कोविड-19 के मामलों में ”अच्छी-खासी कमी” को देखते हुए प्राधिकारियों ने मॉल, जिम और स्पा समेत कई स्थानों को खोलने की अनुमति दे दी लेकिन दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के 30 अगस्त के ताजा आदेश में भी धार्मिक स्थानों को नहीं खोला गया।
उन्होंने कहा, ”धार्मिक स्थान खुल सकते हैं लेकिन आम जनता को आने की अनुमति नहीं है…मैंने श्रद्धालुओं को आने की अनुमति देने का प्रतिवेदन 40 दिन पहले भेजा था।” दलीलों पर सुनवाई के बाद अदालत ने कहा, ”हम उन्हें इस मुद्दे पर फैसला करने का निर्देश दे रहे हैं।”
वकील रॉबिन राजू के जरिए दायर की याचिका में याचिकाकर्ता ने कहा कि ”ऑनलाइन पूजा करने की सेवा देने से वैसा अनुभव नहीं मिल सकता जो” जो शारीरिक रूप से जाकर दर्शन करने में मिलता है और श्रद्धालुओं पर जारी पाबंदी से ”ऐसा लगता है कि प्राधिकारी धार्मिक स्थलों को केवल पूजा स्थलों के तौर पर देखते हैं न कि जरूरत के तौर पर।” साथ ही याचिका में कहा गया है कि धार्मिक स्थलों पर श्रद्धालुओं के आने पर पाबंदी लगाना गैर कानूनी और मनमाना है तथा यह भारत के संविधान के अनुच्छेद 25 का उल्लंघन है।

50 लाख रुपए मुआवजा देने की मांग को ठुकराया

अकांशु उपाध्याय       
नई दिल्ली। 60 साल से कम आयु में मरने वाले वकीलों के परिवार को 50 लाख रुपए मुआवजा देने की मांग सुप्रीम कोर्ट ने ठुकरा दी है। कोर्ट ने याचिका दाखिल करने वाले वकील को कड़ी फटकार लगाते हुए कहा कि उसने प्रचार के उद्देश्य से ऐसी याचिका दाखिल की है। जजों ने यह भी कहा कि अगर कोई काले कोट में है, इसका मतलब यह नहीं कि उसकी जान दूसरों से ज्यादा कीमती है। कोर्ट ने याचिका को बेकार बताते हुए याचिकाकर्ता पर 10 हज़ार रुपए का हर्जाना भी लगाया।
मामले पर याचिका वकील प्रदीप कुमार यादव ने दाखिल की थी। उनका कहना था कि वकील सिर्फ अपने पास आने वाले मुकदमों से ही आय अर्जित करते हैं। उनकी आमदनी का कोई दूसरा साधन नहीं होता। वकील समाज की सेवा के लिए 24 घंटे तत्पर रहते हैं लेकिन उन्हें कई तरह की परेशानियां उठानी पड़ती हैं। यहां तक कि अधिकतर मकान-मालिक अपने यहां किसी वकील को किराएदार नहीं रखना चाहते।
याचिकाकर्ता ने यह भी कहा था कि हर साल जिला अदालतों से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक लाखों मुकदमे दाखिल होते हैं।  हर मुकदमे के दाखिल होते समय अधिवक्ता कल्याण कोष के लिए भी लगभग ₹25 का स्टांप लगाया जाता है। पर जब कोई वकील दिक्कत में होता है, तो इस कोष का उसे कोई लाभ नहीं मिल पाता। अलग-अलग बार एसोसिएशन और बार काउंसिल वकील की सहायता के लिए सामने नहीं आते। इसलिए, इस फंड का सही उपयोग यही होगा कि 60 साल से कम उम्र में कोई वकील मरे, तो उसके लिए 50 लाख रुपए मुआवजा मिले। वकील की मौत कोरोना या दूसरे किसी भी कारण से हो, परिवार को मुआवजा दिया जाना चाहिए।
आज यह मामला जस्टिस डी वाई चंद्रचूड़, विक्रम नाथ और भी बी वी नागरत्ना की बेंच में लगा। जज याचिका से बिल्कुल भी आश्वस्त नजर नहीं आए। बेंच के अध्यक्ष जस्टिस चंद्रचूड़ ने नाराजगी जताते हुए कहा, अब समय आ गया है कि हमें इस तरह के फर्जी पीआईएल को रोकने के लिए कुछ करें। आपकी याचिका में एक भी बात ऐसी नहीं है जिस पर विचार करने की जरूरत है। आप समझते हैं कि आप कहीं से भी कट और पेस्ट कर याचिका दाखिल कर देंगे और जज उसे नहीं पढ़ेंगे, तो ऐसा नहीं होता है। कोर्ट ने आगे कहा कहा कि पिछले दिनों बड़ी संख्या में लोगों की जान गई है। सब के जीवन का समान महत्व है। वकीलों को अपवाद की तरह नहीं देखा जा सकता है।

श्रम विभाग: मजदूरों के लिए कई योजनाएं शुरू की

अकांशु उपाध्याय       
नई दिल्ली। हैल्लो दोस्तों आज हम आप लोगो को इस आर्टिकल में  श्रमिक कार्ड/मजदूर कार्ड/लेबर कार्ड बनवाने के फायदे एवं उनको कैसे बनवाया जाता है।इसकी जानकारी लेकर आये है। लॉक डाउन के समय आज कल सभी राज्य लेबर रजिस्ट्रशन करा रहे है। यदि आप भी मजदूरी करते है तो आप घर बैठे ही श्रमिक कार्ड बनवाने हेतु ऑनलाइन पंजीयन करा सकते है। मजदूर कार्ड के फायदे एवं एवं उनको बनवाने की प्रक्रिया को आप जानना चाहते है तो कृपया इस पोस्ट को अंत तक अवश्य पढ़ें।
श्रमिक कार्ड असंगठित क्षेत्र में काम करने वाले मजदूर श्रमिक कार्ड का लाभ ले सकते है। देश में श्रम विभाग द्वारा मजदूरों के लिए कई योजनाएं शुरू की गयी है। जिसका लाभ असंगठित क्षेत्रो में काम करने वाले मजदूर ले सकते है। श्रमिक कार्ड धारी मजदूरों को शासन के विभिन्न योजनाओं का लाभ मिलता है। श्रमिक कार्ड धारी मजदूरों को सरकार द्वारा वित्तीय मदद सीधे उनकी खाते में कर दिया जाता है। हर राज्य में मजदूर अपने राज्य के श्रम विभाग के वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन पंजीयन करा सकते है। श्रमिक कार्ड को लेबर कार्ड,मजदुर कार्ड आदि नाम से जाना जाता है।

उड़ान भरें एयर इंडिया के विमान से टकराया पक्षी

अकांशु उपाध्याय      
नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली के लिए उड़ान भर रहे एयर इंडिया के विमान से अचानक पक्षी टकरा गया। जिससे विमान के भीतर बैठे यात्रियों में अफरा-तफरी मच गई। आनन-फानन में फ्लाइट से सभी यात्रियों को सुरक्षित उतारा गया। बताया जा रहा है कि एयर इंडिया कि इस फ्लाइट में केंद्रीय राज्यमंत्री रेणुका सिंह भी सवार थी।
मंगलवार को छत्तीसगढ़ के रायपुर स्थित एयरपोर्ट पर एक बड़ा हादसा होने से बच गया। एयर इंडिया की फ्लाइट ने जैसे ही राजधानी दिल्ली के लिए रनवे से उड़ान भरी, वैसे ही आसमान में मंडरा रहा एक पक्षी विमान से टकरा गया। पक्षी के विमान से टकराते ही भीतर बैठे यात्रियों में अनहोनी की आशंका से अफरा तफरी मच गई। आनन-फानन में विमान को रनवे पर उतारा गया और भीतर बैठे यात्रियों को सुरक्षित तरीके से बाहर निकाला गया। बताया जा रहा है कि पक्षी से टकराने वाले एयर इंडिया के इस विमान में केंद्रीय जनजाति विकास राज्यमंत्री रेणुका सिंह भी सवार थी जो छत्तीसगढ़ से चलकर राजधानी दिल्ली जा रही थी। बताया जा रहा है कि मंगलवार को यह घटना सवेरे तकरीबन 10.00 बजे रनवे नंबर 24 पर हुई। एयर इंडिया के पायलट ने सूझबूझ दिखाते हुए पक्षी के विमान से टकराने के बाद फ्लाइट को नीचे उतारा और सभी यात्रियों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया। इसके बाद इंजीनियरों द्वारा एयर इंडिया के विमान की जांच की जा रही है कि कहीं उसमें कोई तकनीकी खराबी तो नहीं आई है। हादसा टलने से लोगों ने राहत की सांस ली है।

देश में संक्रमितों की संख्या-3,32,89,579 हुईं

अकांशु उपाध्याय         
नई दिल्ली। भारत में एक दिन में कोविड-19 के 25,404 नए मामले सामने आने के बाद देश में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 3,32,89,579 हो गई। वहीं, उपचाराधीन मरीजों की संख्या कम होकर 3,62,207 रह गई है। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से मंगलवार सुबह आठ बजे जारी किए गए अद्यतन आंकड़ों के अनुसार, संक्रमण से 339 और लोगों की मौत के बाद मृतक संख्या बढ़कर 4,43,213 हो गई।
उपचाराधीन मरीजों की संख्या कम होकर 3,62,207 हो गई है, जो कुल मामलों का 1.09 प्रतिशत है। पिछले 24 घंटे में उपचाराधीन मरीजों की संख्या में कुल 12,062 मामलों की कमी आई। मरीजों के ठीक होने की राष्ट्रीय दर 97.58 प्रतिशत है। आंकड़ों के अनुसार, देश में अभी तक कुल 54,44,44,967 नमूनों की कोविड-19 संबंधी जांच की गई है, जिनमें से 14,30,891 नमूनों की जांच सोमवार को की गई।
दैनिक संक्रमण दर 1.78 प्रतिशत है, जो पिछले 15 दिन से तीन प्रतिशत से कम बनी है। वहीं, साप्ताहिक संक्रमण दर 2.07 प्रतिशत है, जो पिछले 81 दिन से तीन प्रतिशत से कम है। देश में अभी तक कुल 3,24,84,159 लोग संक्रमण मुक्त हो चुके हैं और कोविड-19 मृत्यु दर 1.33 प्रतिशत है। आंकड़ों के अनुसार, देश में अभी तक कोविड-19 रोधी टीकों की कुल 75.22 करोड़ खुराक दी जा चुकी हैं। देश में पिछले साल सात अगस्त को संक्रमितों की संख्या 20 लाख, 23 अगस्त को 30 लाख और पांच सितंबर को 40 लाख से अधिक हो गई थी।

वहीं, संक्रमण के कुल मामले 16 सितंबर को 50 लाख, 28 सितंबर को 60 लाख, 11 अक्टूबर को 70 लाख, 29 अक्टूबर को 80 लाख और 20 नवंबर को 90 लाख के पार चले गए। देश में 19 दिसंबर को ये मामले एक करोड़ के पार, चार मई को दो करोड़ के पार और 23 जून को तीन करोड़ के पार चले गए थे।

सोमवार, 13 सितंबर 2021

सरकार की अपील, 20 को सुनवाई करेगा एससी

अकांशु उपाध्याय        

नई दिल्ली। उच्चतम न्यायालय ने सोमवार को कहा कि वह बंगाल में चुनाव बाद हुई हिंसा के दौरान बलात्कार और हत्या के जघन्य मामलों की अदालत की निगरानी में सीबीआई जांच का निर्देश देने वाले कलकत्ता उच्च न्यायालय के आदेश के खिलाफ पश्चिम बंगाल सरकार की अपील पर 20 सितंबर को सुनवाई करेगा।

न्यायमूर्ति विनीत सरन और न्यायमूर्ति अनिरुद्ध बोस की पीठ से पश्चिम बंगाल सरकार की ओर से पेश हुए वरिष्ठ अधिवक्ता कपिल सिब्बल ने घटनाओं की जांच के लिए गठित मानवाधिकार समिति के सदस्यों की ओर इशारा करते हुए कहा, ”क्या आप कल्पना कर सकते हैं कि इन लोगों को आंकड़े एकत्र करने के लिए नियुक्त किया गया है?

खराबी आने के कारण टेकऑफ करने से रोका

अकांशु उपाध्याय      
नई दिल्ली। एयर इंडिया की एक फ्लाइट में रविवार को तकनीकी खराबी आने के कारण उसे टेकऑफ करने से रोका गया। इस फ्लाइट में केंद्रीय मंत्री शोभा करंदलाजे सवार थीं, जो कर्नाटक के बेंगलुरु से उड़ान भर रही थीं।
बेंगलुरु से हैदराबाद जा रही एयर इंडिया की इस फ्लाइट को शाम 6.45 बजे उड़ान भरनी थी। लेकिन फ्लाइट में कुछ तकनीकी खराबी आ गई। गनीमत की बात ये रही कि टेकऑफ से तुरंत पहले इस खराबी का पता चल गया। ऐसे में पायलट विमान को रन-वे से वापस पार्किंग बे में ले आया।
इसके बाद एयर इंडिया की दूसरी फ्लाइट को लगाया गया, जिसमें मंत्री और अन्य यात्रियों ने सफर किया।
शोभा करंदलाजे केंद्र सरकार में कृषि राज्य मंत्री हैं. मंत्री के दफ्तर की ओर से जारी बयान के मुताबिक, शोभा करंदलाजे ने एयरपोर्ट के लॉन्ज में ही दूसरे विमान का इंतज़ार किया और किसी तरह की विशेष सुविधा लेने से इनकार कर दिया।

गरजचमक के साथ बारिश होने की संभावना जारी

अकांशु उपाध्याय       
नई दिल्ली। कृषि मौसम विज्ञान विभाग, चौधरी चरणसिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय हिसार
हकृवि  -भारत मौसम विभाग अल्पअवधि मौसम पूर्वानुमान : 13/ 09/2021 दोपहर 12.30 बजे जारी --अगले तीन घण्टों में भिवानी, चरखीदादरी, जींद, रोहतक, करनाल, कैथल, कुरुक्षेत्र, पानीपत, सोनीपत, हिसार, सिरसा, फतेहाबाद, रोहतक ,  झज्जर महेंद्रगढ़, रेवाडी, फरीदाबाद, पलवल, मेवात, गुरुग्राम में व आसपास के क्षेत्रों में हवाओं व गरजचमक के साथ कहीं-कहीं बारिश होने की संभावना है।
देश भर में बने मौसमी सिस्टम 
बंगाल की उत्तर पश्चिमी खाड़ी और उससे सटे ओडिशा तट पर डीप डिप्रेशन बन गया है और आज 5:30 बजे यह 20.5 डिग्री उत्तर अक्षांश और 86.9 पूर्व देशांतर के करीब था।
अगले 48 घंटों के दौरान इसके पश्चिम उत्तर-पश्चिम दिशा में ओडिशा और छत्तीसगढ़ से मध्य प्रदेश की ओर बढ़ने की उम्मीद है। और कल 14 सितंबर तक कमजोर होकर डिप्रेशन में बदल सकता है।
कम दबाव का क्षेत्र अब दक्षिण गुजरात क्षेत्र के ऊपर है और संबंधित चक्रवाती परिसंचरण औसत समुद्र तल से 5.8 किमी ऊपर तक फैला हुआ है और ऊंचाई के साथ दक्षिण-पश्चिम की ओर झुक रहा है।
मॉनसून की ट्रफ रेखा दक्षिण गुजरात, खंडवा, बालाघाट, संबलपुर और ओडिशा तट पर गहरे दबाव के केंद्र के बीच से गुजर रही है।

सीएम उम्मीदवार के लिए अंतिम फैसला नहीं लिया

अकांशु उपाध्याय      
नई दिल्ली। मीडिया से बातचीत में सलमान खुर्शीद ने कहा है कि कांग्रेस आगामी उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव (यूपी चुनाव 2022) प्रियंका गांधी के नेतृत्व में लड़ेगी, हालांकि सीएम उम्मीदवार के लिए अभी अंतिम फैसला नहीं लिया गया है।
काग्रेंस पार्टी किसी के साथ गठजोड़ नहीं करेगी
उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस किसी भी पार्टी के साथ गठबंधन नहीं करेगी। हम पूरे विश्वास के साथ चुनाव लड़ेंगे।
सलमान खुर्शीद ने यह भी बताया कि कांग्रेस चुनाव जीतने के लिए क्या करने जा रही है। उन्होंने बताया कि पार्टी कार्यकर्ता स्थानीय लोगों की समस्या जानने के लिए हर विधानसभा क्षेत्र में जाएंगे। घोषणापत्र में आम लोगों की आवाज को शामिल किया जाएगा। इसके साथ ही खुर्शीद ने बताया कि कांग्रेस यूपी की सभी 403 विधानसभा सीटों पर उम्मीदवार उतारेगी।
आपको बता दें कि सलमान खुर्शीद कांग्रेस की चुनाव घोषणापत्र समिति के अध्यक्ष हैं। रविवार को खुर्शीद आगरा के तोरा गांव पहुंचे और लोगों से बातचीत कर उनकी समस्याएं जानीं। उनके साथ कांग्रेस पार्टी की राष्ट्रीय प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत भी थीं।
गौरतलब है कि प्रियंका गांधी लगातार यूपी में कांग्रेस को मजबूत करने की कोशिश कर रही हैं। प्रियंका गांधी इन दिनों यूपी दौरे पर हैं। रविवार को वह रायबरेली में चुनावी तैयारियों का जायजा लेने पहुंची थीं। लखनऊ के दो दिवसीय दौरे के दौरान प्रियंका गांधी ने संगठन के पदाधिकारियों और सचिवों से कांग्रेस छोड़ चुके पुराने नेताओं और कार्यकर्ताओं के बारे में सवाल किया।

चुनाव: जनता के बीच भ्रम फैलाने का काम किया

अकांशु उपाध्याय               
नई दिल्ली। बिन्दुखत्ता की जनता पिछले चार दशक से अधिक समय से राजस्व गांव की मांग कर रही है। भाजपा ने विधानसभा चुनावों में सरकार बनने पर बिन्दुखत्ता की जनता से राजस्व गाँव बनाने का वायदा किया था। लेकिन साढ़े चार साल से अधिक का समय बीत जाने के बाद भी यहां के विधायक और राज्य सरकार ने बिन्दुखत्ता राजस्व गाँव के सवाल पर कोई पहल लेना तो दूर रहा उल्टा राजस्व गाँव के सवाल पर जनता के बीच में भ्रम फैलाने का काम किया है।" बिन्दुखत्ता भूमि आंदोलन के दौर से ही बिन्दुखत्तावासियों के लिए संघर्षरत।
भाकपा (माले) के वरिष्ठ नेता बहादुर सिंह जंगी ने प्रेस बयान के माध्यम से यह बात कही।
उन्होंने कहा कि, "अगर भाजपा सरकार में थोड़ी भी राजनीतिक ईमानदारी होती तो बिन्दुखत्ता व अन्य खत्तों को राजस्व गांव बनाया जा सकता था। लेकिन भाजपा सरकार का खुली वादाखिलाफी  बिन्दुखत्ता और अन्य खत्तावासियों की जनता के साथ कर रही है।"
माले राज्य कमेटी सदस्य जंगी ने कहा कि,"भाजपा सरकार और विधायक बिन्दुखत्ता राजस्व गाँव के सवाल पर शर्मनाक चुप्पी साधे हुए हैं। उत्तराखंड की भाजपा सरकार के इस रवैये को लेकर बिन्दुखत्ता की जनता में काफी आक्रोश है। भाकपा माले इस आक्रोश को अभिव्यक्ति देने के लिए 15 सितंबर को शहीद स्मारक पर धरने के माध्यम से सरकार से बिन्दुखत्ता को राजस्व गाँव घोषित करने की मांग उठायेगी।

पेट्रोल की कीमतों में लगातार कोई बदलाव नहीं हुआ

अकांशु उपाध्याय           

नई दिल्ली। अंतर्राष्ट्रीय बाजार मे तेल कीमतों के करीब 10 दिनों के उच्चतम स्तर पर पहुंचने के बीच सोमवार को दिल्ली में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में लगातार आठवें दिन कोई बदलाव नहीं हुआ। पिछले रविवार को इन दाेनों की कीमतों में 15-15 पैसे प्रति लीटर की कमी की गयी थी। दिल्ली में आज इंडियन ऑयल के पंप पर पेट्रोल जहां 101.19 रुपये प्रति लीटर पर औैर डीजल 88.62 रुपये प्रति लीटर पर रहा। तेल विपणन कंपनी इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन के अनुसार, दिल्ली में पेट्रोल 101.19 रुपये प्रति लीटर पर और डीजल 88.62 रुपये प्रति लीटर पर रहा। तेल उत्पादक देश लीबिया में तेल उत्पादन करने वाली कंपनी के प्रमुख को निलंबित किये जाने के साथ ही प्रदर्शनकारियों के उत्पादन ठप करने की चेतावनी के कारण अंतररष्ट्रीय बाजार में तेल की कीमत में तेजी आयी है। आज सुबह सिंगापुर में कारोबार शुरू होने पर ब्रेंट क्रूड 0.7 फीसदी चढ़कर 73.40 डॉलर प्रति बैरल और अमेरिकी क्रूड 0.7 प्रतिशत की बढ़त के साथ 70.21 डॉलर प्रति बैरल पर चल रहा था।

नये मामलों में लगातार चौथे दिन गिरावट दर्ज की

अकांशु उपाध्याय         
नई दिल्ली। देश में कोरोना संक्रमण के नये मामलों में लगातार चौथे दिन गिरावट दर्ज की गयी है और पिछले 24 घंटे में 27,254 मामले सामने आये हैं तथा इस अवधि में मृतकों की संख्या भी अपेक्षाकृत काफी कम दर्ज की गयी है।
देश में रविवार को 53 लाख 38 हजार 945 लोगों को कोरोना के टीके लगाये गये और अब तक 74 करोड़ 38 लाख 37 हजार 643 लोगों का टीकाकरण किया जा चुका है।
इस दौरान 27,254 लोगों की कोरोना जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आयी जिससे संक्रमितों का आंकड़ा बढ़कर तीन करोड़ 32 लाख 64 हजार 175 हो गया है। इस दौरान 37,687 मरीजों के स्वस्थ होने के बाद कोरोनामुक्त होने वालों की तादाद तीन करोड़ 24 लाख 47 हजार 32 हो गयी है। कोरोना संक्रमण के नये मामलों की तुलना में इस बीमारी से स्वस्थ होने वालों की संख्या अधिक रही जिससे सक्रिय मामलों की दर घटकर 1.13 फीसदी रह गयी है। सक्रिय मामले 10,652 घटकर तीन लाख 74 हजार 269 रह गये हैं। सक्रिय मामलों के हिसाब से केरल अभी देश में पहले स्थान पर हैं हालांकि पिछले 24 घंटों में यहां सबसे अधिक 9537 सक्रिय मामले कम हुए हैं और इनकी संख्या अब 2,22,815 रह गयी है। वहीं 29,710 मरीजों के स्वस्थ होने से कोरोनामुक्त होने वालों की तादाद बढ़कर 41,30,065 हो गयी है, जबकि 67 और मरीजों की मौत होने से मृतकों की संख्या बढ़कर 22,551 हो गयी है।
महाराष्ट्र में सक्रिय मामले घटकर 51,244 रह गये हैं जबकि 46 और मरीजों की मौत होने से मृतकों की संख्या बढ़कर 1,38,142 हो गयी है। वहीं कोरोना मुक्त होने वालों के ताजा आंकड़े अभी अद्यतन नहीं किये गये हैं।

यूपी: लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे अखिलेश

यूपी: लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे अखिलेश  संदीप मिश्र  लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे। इसके ...