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शुक्रवार, 27 अगस्त 2021

बस्ती में 1 व्यक्ति ने पत्नी की गला दबाकर हत्या की

नरेश राघानी      

बाड़मेर। राजस्थान में बाड़मेर जिले के सेड़वा थाना क्षेत्र में भीलों की बस्ती में एक व्यक्ति ने अपनी पत्नी की गला दबाकर हत्या कर दी।

पुलिस सूत्रों ने बताया कि शुक्रवार सुबह पति-पत्नी के बीच आपस में बहस हो गई। गुस्साये पति भंवराराम ने पत्नी चंपादेवी (26) की गला दबाकर हत्या कर दी। पुलिस को सूचना मिलने पर घटनास्थल पहुंची और भंवराराम को गिरफ्तार कर लिया। मृतका के पीहर पक्ष ने पति, सास और ससुर पर हत्या का आरोप लगाया है। 

साबरमती आश्रम के मूल स्वरूप को खत्म किया

नरेश राघानी                
जयपुर। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अहमदाबाद के साबरमती आश्रम के मूल स्वरूप को खत्म कर इसे आधुनिक बनाने के केन्द्र और गुजरात सरकार के फैसले को गलत बताया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह गांधी की विरासत को मिटाने का प्रयास है। गहलोत ने ट्वीट किया कि केन्द्र सरकार एवं गुजरात सरकार द्वारा अहमदाबाद के साबरमती आश्रम के मूल स्वरूप को खत्म कर इसे आधुनिक बनाने का फैसला पूरी तरह गलत है।
भारत ही नहीं दुनियाभर में इस फैसले की आलोचना हो रही है। गहलोत के अनुसार इस फैसले से साबरमती आश्रम की सादगी एवं शुचिता खत्म हो जाएगी। उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी ने अपना पूरा जीवन सादगी के साथ आजादी की लड़ाई एवं मानवता की सेवा में लगा दिया। सादगी से जीवन जीने वाले महात्मा के आश्रम में अत्याधुनिक एवं लग्जरी अवसंरचना बनाना उनके जीवन की मौलिकता के विपरीत है। साबरमती आश्रम में बापू के विचारों और सिद्धांतों की परछाई है।
गहलोत ने कहा कि इसके मूल ढांचे से छेड़छाड़ कर सरकार महात्मा गांधी की विरासत को मिटाने का प्रयास किया जा रहा है। तमाम बुद्धिजीवियों ने केन्द्र सरकार को पत्र लिखकर इसपर विरोध जताया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं केन्द्र सरकार से पुन: अपील करता हूं कि साबरमती आश्रम के मूल स्वरूप से कोई छेड़छाड़ ना करें। इससे धनार्जन के प्रयास करने के बजाय इसे चिंतन-मनन का केन्द्र रहने दें।


गुरुवार, 26 अगस्त 2021

कई इलाकों में भूकंप के हल्के झटके महसूस किए

नरेश राघानी          
जयपुर। राजस्थान के सीमावर्ती बाड़मेर और सांचोर सहित कई इलाकों में बृहस्पतिवार सुबह भूकंप के हल्के झटके महसूस किए गए। 
मौसम केंद्र के अनुसार भूकंप का केंद्र बालोतरा के आसपास था। सुबह 11 बजकर 15 मिनट पर आए इस भूकंप की तीव्रता 4.0 थी । अधिकारियों के अनुसार भूकंप से किसी तरह के नुकसान का समाचार अभी नहीं मिला है।

मंगलवार, 24 अगस्त 2021

हादसा: कैंटर के टक्कर मारने से 2 सिपाही घायल हुए

नरेश राघानी                       
श्रीगंगानगर। राजस्थान में श्रीगंगानगर से भरतपुर जिले में पंचायती राज संस्थाओं के चुनाव की ड्यूटी में जा रहे पुलिस बल की एक बस में कल देर रात जयपुर- दौसा हाईवे पर आंधी थाना क्षेत्र में एक कैंटर के टक्कर मार देने से पुलिस के तीन हवलदार और दो सिपाही घायल हो गए।
पुलिस दल में शामिल उपनिरीक्षक रामप्रकाश ने बताया कि भरतपुर जिले में तीन चरणों में आगामी दिनों में होने वाले पंचायती राज संस्थाओं के चुनाव में ड्यूटी लगने पर श्रीगंगानगर जिले से 350 पुलिसकर्मी कल दोपहर कई बसों से रवाना हुए थे। इनमें एक निजी बस में करीब 45 पुलिसकर्मी थेउन्होंने बताया कि कल रात जयपुर-दौसा हाईवे पर एक होटल में खाना खाने के बाद बस दौसा के लिए रवाना हुई थी। दौसा से करीब 17 किमी पहले रात 12.30 बजे लघुशंका से निवृत्त होने के लिए बस को रुकवाया गया। चालक ने सड़क किनारे बस रोक दी, एक सिपाही बस से उतरा था और 2-3 सिपाही और उतरने वाले थे, तभी पीछे से कैंटर ने टक्कर मार दी। इससे बस का पिछला हिस्सा बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया और पीछे बैठे पुलिसकर्मियों को ज्यादा चोटें आईं। कैंटर को चालक मौके पर छोड़कर भाग गया।
घायल पुलिसकर्मियों को एंबुलेंस एवं अन्य वाहनों से दौसा के सरकारी अस्पताल भेजा गया। घायलों की हालत फिलहाल खतरे से बाहर बताई जा रही है। घायलों में श्रीगंगानगर पुलिस लाइन में तैनात हवलदार सुभाष, ताराचंद, राजेंद्र और सिपाही दलीप एवं कुलदीप शामिल हैं।
पुलिस सूत्रों के अनुसार तीनों हवलदारों के फ्रैक्चर हुए हैं जबकि सिपाहियों के भी काफी चोट आई हैं। कैंटर चालक पर आंधी थाना में लापरवाही और तेजी बरतने के आरोप में मामला दर्ज किया जा रहा है।
इधर श्रीगंगानगर में कल रात करीब एक बजे इस दुर्घटना की सूचना मिलने पर घायल पुलिसकर्मियों के परिजन दौसा रवाना हो गए। यहां के पुलिस अधिकारियों ने पुलिस बल के साथ गए अधिकारियों को घायल पुलिसकर्मियों का समुचित इलाज करवाने के निर्देश दिए।

शुक्रवार, 20 अगस्त 2021

लोकतंत्र को मजबूत व देश को अखंड रखा: सीएम

नरेश राघानी           

जयपुर। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि कांग्रेस ने देश में लोकतंत्र को मजबूत व देश को अखंड रखा है। देश में 70 साल में क्या हुआ, यह सवाल उठाने वाले भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेताओं पर एक तरह से निशाना साधते हुए उन्होंने यह कहा ? गहलोत शुक्रवार को ‘सूचना तकनीक से सुशासन’ थीम पर राजस्थान इनोवेशन विज़न (राजीव-2021) के वर्चुअल कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।

आजादी से पहले व आजादी के बाद देश के विकास में कांग्रेस नेताओं के योगदान व तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के बलिदान को याद करते हुए मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि हमारे देश के उन महान नेताओं ने आजादी के पहले और आजादी के बाद भी त्याग किए, बलिदान किए। जेलों में बंद रहे तब जाकर आजादी मिली थी।

बुधवार, 18 अगस्त 2021

आरोपी को 10 वर्ष कठोर कारावास की सजा सुनाईं

श्रीगंगानगर। राजस्थान के श्रीगंगानगर में लैंगिक अपराधों से बालकों का संरक्षण प्रकरण मामलों की विशेष अदालत (संख्या-1) के न्यायाधीश ने शादी कर लेने का झांसा देकर किशोरी का अपहरण कर दुष्कर्म करने के आरोपी को 10 वर्ष कठोर कारावास की सजा और 15 हजार का अर्थदंड लगाया है। विशिष्ट लोक अभियोजक गुरचरणसिंह रूपाणा एडवोकेट बताया कि सदर थाना में अपहरण और दुष्कर्म का यह प्रकरण 2015 को 16 वर्षीय पीड़ित किशोरी द्वारा जिला अस्पताल में उपचाराधीन रहते दिए गए बयान के आधार पर संदीप धानक (33) के खिलाफ दर्ज हुआ था।

अनुसंधान करने के पश्चात उसके विरुद्ध विभिन्न धाराओं के तहत है। पोक्सो एक्ट मामलों की विशेष अदालत में आरोप पत्र दाखिल किया। लगभग छह वर्ष तक इस प्रकरण की अदालत में सुनवाई हुई।विशिष्ट लोक अभियोजक के अनुसार अभियोजन पक्ष की ओर से कुल 13 गवाह, 22 दस्तावेज साक्ष्य और 14 वस्तुएं (आर्टिकल) साक्ष्य के रूप में प्रस्तुत किए गए।

शुक्रवार, 6 अगस्त 2021

परिस्थितियों के कारण राज्य को दर्जा मिलना चाहिए

नरेश राघानी                       
जयपुर। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा है कि प्रदेश की जटिल भौगोलिक परिस्थितियों के कारण राज्य को विशेष राज्य का दर्जा मिलना चाहिए। अशोक गहलोत गुरूवार को मुख्यमंत्री निवास पर वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से मुख्यमंत्री आर्थिक सुधार सलाहकार परिषद की दूसरी बैठक में यह बात कही।
उन्होंने कहा कि राजस्थान की भौगोलिक परिस्थितियां काफी जटिल हैं। ऎसे में यहां सर्विस डिलीवरी की लागत अन्य राज्यों के मुकाबले काफी अधिक आती है। इन हालात में राजस्थान को विशेष राज्य का दर्जा मिलना चाहिए, लेकिन केंद्र सरकार ने इस दिशा में अभी तक कोई सकारात्मक कदम नहीं उठाया है।
उन्होंने कहा कि तमाम चुनौतियों के बावजूद हमारा प्रयास है कि प्रदेश के सतत विकास के लिए आर्थिक सुधारों के साथ ही गवर्नेंस के मॉडल में भी बदलाव लएं। उन्होंने कहा कि पेट्रोल एवं डीजल पर करों के डिविजिबल पूल में से राज्यों को मिलने वाले हिस्से को भी लगातार कम किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इन मुद्दों सहित अन्य सभी मुद्दों का तत्काल समाधान आवश्यक है अन्यथा राज्यों के विकास पर नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में गत ढाई वर्ष में सरकारी क्षेत्र में 90 हजार से अधिक भर्तियां की गई हैं और 81 हजार भर्तियां प्रक्रियाधीन हैं। गुणवत्तापूर्ण शिक्षा की दिशा में अंग्रेजी माध्यम के 1200 विद्यालय शुरू किए हैं। उन्होंने कहा कि कोरोना की विषम परिस्थितियों के बावजूद प्रदेश के विकास के लिए हरसंभव प्रयास किये जा रहे हैं।

गुरुवार, 5 अगस्त 2021

तीसरी लहर की आशंका, सरकार ने तैयारी तेज की

नरेश राघानी                     
जयपुर। कोरोना की तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए राजस्थान सरकार ने तैयारी तेज कर दी है। ग्रामीण इलाकों के अस्पतालों व बच्चों के हाॅस्पिटल में चिकित्सा व्यवस्था मजबूत की जा रही है। आवश्यक संसाधन जुटाए जा रहे हैं। इसी बीच, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने राज्य सरकार के मुख्य सचिव निरंजन आर्य को एक पत्र लिखा है। जिसमें कहा गया है कि तीसरी लहर से बचना है तो मुहर्रम, ओणम, गणेश चतुर्थी, जन्माष्टमी, दुर्गापूजा सहित अन्य त्योहारों पर भीड़ रोकनी होगी। टेस्टिंग और ट्रेसिंग बढ़ानी हागी। केंद्रीय स्वस्थ्य व परिवार कल्याण मंत्रालय के सचिव राजेश भूषण ने पत्र में कोरोना की तीसरी लहर से बचने के लिए दिशा-निर्देश दिए हैं।

मंगलवार, 3 अगस्त 2021

सरकार ने एक बार फिर ब्यूरोक्रेसी में बदलाव किया

नरेश राघानी                            
जयपुर। राजस्थान में जारी सियासी खींचतान के बीच गहलोत सरकार ने एक बार फिर ब्यूरोक्रेसी में बड़ा बदलाव किया है। गहलोत सरकार ने राजस्थान प्रशासनिक सेवाओं के 283 अधिकारियों के तबादलों के बाद सोमवार रात को फिर से 38 आरएएस अधिकारियों को बदल दिया है। कार्मिक विभाग ने देर रात तबादला सूची जारी की है। तबादला सूची में जनप्रतिनिधियों की मांग का भी खासा ध्यान रखा गया है। रिक्त पदों पर अधिकारी लगाए गए हैं।  इनमें बड़ी संख्या में उपखंड अधिकारी और अतिरिक्त जिला कलेक्टर बदले गए हैं।  राज्य सरकार इन दिनों जनप्रतिनिधियों की मांगों के अनुरूप ही अफसरों के तबादले कर रही है। 
इस तबादला सूची में आरएएस अधिकारी पुष्पा हरवानी को उपखंड अधिकारी दीगोद, हनुमान सिंह राठौड़ को गढ़ी, दौलतराम को जैसलमेर, प्यारेलाल को अलवर, अशोक कुमार गुप्ता को लूणकरणसर, दीपांशु सांगवान को सूरजगढ़ और पंकज बड़गूजर को उपखंड अधिकारी मुंडावर लगाया गया है। 
इसी तरह से सूरजभान विश्नोई को उपखंड अधिकारी सायला, लाखाराम को धोरीमन्ना और संदीप कुमार को आसींद लगाया गया है। योगेश कुमार को उपखंड अधिकारी मलारना डूंगर, छोटूलाल शर्मा को आनंदपुरी, भूपेंद्र कुमार यादव को दूदू, अभिलाषा को गढ़साना, विनीत कुमार सुखाड़िया को एसडीएम गलियाकोट और देवी सिंह को एसडीएम सीमलवाड़ा लगाया गया है। 
वरिष्ठ आरएएस अधिकारी रघुनाथ खटीक को भरतपुर अतिरिक्त जिला कलेक्टर पद पर तैनात किया गया है। गजेंद्र सिंह राठौड़ को अतिरिक्त संभागीय आयुक्त अजमेर, उम्मेद सिंह को अतिरिक्त निदेशक एवं संयुक्त सचिव सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग, नरेंद्रपाल सिंह को उपायुक्त उपनिवेशन विभाग जैसलमेर, प्रह्लाद सहाय नागा को रजिस्टार कृषि विश्वविद्यालय जोबनेर जयपुर और गोविंद सिंह राणावत को रसद अधिकारी उदयपुर ग्रामीण लगाया गया है।
इसके अलावा सुभाषचंद्र शर्मा प्रथम को संपदा अधिकारी मुस्लिम युवक रोड जयपुर, उत्तर सिंह शेखावत को सीईओ जिला परिषद परियोजना अधिकारी सवाई माधोपुर, डॉ. राजेश गोयल को एडीएम भीलवाड़ा, जब्बर सिंह को उपायुक्त उपनिवेशन विभाग जैसलमेर, कुंतल विश्नोई को उप निदेशक सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग जयपुर, राजेंद्र सिंह शेखावत प्रथम को रजिस्टार भूमि अर्जन पुनर्वासन प्राधिकरण राजस्व मंडल अजमेर और अनिल कुमार को सचिव संगीत नाटक अकादमी जोधपुर में पदस्थापित किया गया है। सुनील शर्मा प्रथम को एडीएम विराटनगर, सांवरमल रेगर को सहायक निदेशक लोक सेवक प्रशासनिक सुधार जैसलमेर में पोस्टिंग दी गई है।
दरअसल, राज्य सरकार ने जनप्रतिनिधियों की मांग के मद्देनजर ही अफसरों के तबादले किए हैं। हाल ही में राजस्थान के कांग्रेस प्रभारी अजय माकन के दौरे के दौरान जनप्रतिनिधियों ने अफसरों के कामकाज के रवैए पर सवाल उठाए थे। विधायकों का कहना है कि अफसर उनकी सुनते नहीं हैं। वे उनकी मांगों के प्रति गंभीर नहीं हैं। 

गुरुवार, 22 जुलाई 2021

राजस्थान: बीकानेर में भूकंप के झटके महसूस किएं

नरेश राघानी               
जयपुर। बता दें कि बीते 12 फरवरी की सुबह भी बीकानेर में भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। तब भी भूकंप के कारण किसी तरह के नुकसान होने की कोई बात सामने नहीं आई थी। इस बार भी नुकसान की बात अब तक सामने नहीं आई है। गौरतलब है कि दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में भी बीते साल में भूकंप के कई बार हल्के झटके महसूस किए जा चुके हैं। लॉकडाउन के दौरान दिल्ली में पांच बार भूकंप के झटकों से हिल चुकी थी। बता दें कि पृथ्वी के अंदर 7 प्लेट्स हैं। जो लगातार घूमती रहती हैं। 
जहां ये प्लेट्स ज्यादा टकराती हैं। वह जोन फॉल्ट लाइन कहलाता है। बार-बार टकराने से प्लेट्स के कोने मुड़ते हैं। जब ज्यादा दबाव बनता है तो प्लेट्स टूटने लगती हैं और नीचे की एनर्जी बाहर आने का रास्ता खोजती है। फिर इस डिस्टर्बेंस के बाद भूकंप आता है।

बुधवार, 21 जुलाई 2021

988 पदों की भर्ती के लिए आवेदन आमंत्रित किएं

नरेश रघानी                
जयपुर। राजस्थान लोक सेवा आयोग (आरपीएससी) ने राज्य सिविल सेवा और अधीनस्थ सेवा पदों सहित राजस्थान प्रशासनिक सेवा (आरएएस) के 988 पदों की भर्ती के लिए ऑनलाइन आवेदन आमंत्रित किए हैं। योग्य व इक्छुक उम्मीदवार जो इन पदों पर आवेदन करना चाहते हैं उनसे अनुरोध है की इस सरकारी रोजगार में आवेदन करने से पहले सारी जानकारियां ले उसके बाद ही अपनी योग्यता के अनुसार आवेदन करे।
नोटिफिकेशन का लिंक निचे दिया गया है। डिग्री या इसके सामान उपाधि होने पर भी स्वीकृति है अधिक जानकारी पाने के लिए प्रकाशित नोटिफिकेशन देखे।

सोमवार, 19 जुलाई 2021

घर में आग लगने से परिवार के 4 लोगों की मौंत हुईं

नरेश राघानी                        
जोधपुर। राजस्थान के जोधपुर शहर में घर में आग लग जाने से एक ही परिवार के चार लोगों की मौत हो गई।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, पाल रोड स्थित सुभाष नगर में रविवार शाम सुभाष चौधरी के मकान में आग लगने से बुजुर्ग दंपति सुभाष चौधरी (81) एवं नीलम चौधरी (76) उनकी बड़ी बेटी पल्लवी (50) और छोटी बेटी लावण्या (40) की जलने से मृत्यु हो गई।
परिवार में बुजुर्ग दंपति की एक बेटी दिव्यांग थी और दूसरी बेटी एक स्कूल में अध्यापिका थी। फिलहाल आग लगने के कारणों का पता नहीं चल पाया है।
पड़ोसियों ने घर में धुंआ देख पुलिस को सूचना दी और दमकल गाड़ी ने आग पर काबू पाया। आग घर के एक कमरे में लगी।
पुलिस मामले में जांच कर रही है और एफएसएल टीम मौके पर पहुंची।
बताया जा रहा है कि बुज़ुर्ग मां-बाप एवं दिव्यांग बहन की पल्लवी ही देखभाल करती थी। घटना के बाद प्रशासन एवं पुलिस के बड़े अधिकारी मौके पर पहुंचकर जायजा लिया।

शुक्रवार, 16 जुलाई 2021

‘केंद्रीकरण व वैक्सीन' राष्ट्रवाद समर्थन की आलोचना

नरेश राघानी                
जयपुर। पूर्व केंद्रीय वित्तमंत्री पी. चिदंबरम ने कोरोना महामारी के समय ‘केंद्रीकरण व वैक्सीन राष्ट्रवाद ‘ समर्थक नीतियों की आलोचना करते हुए शुक्रवार को सवाल किया कि क्या भारतीय लोकतंत्र कोरोना महामारी से उपजी चुनौती के लिए तैयार था और क्या इसने अपने लोगों के जीवन और आजीविका की रक्षा की। वह यहां राजस्थान विधानसभा में ‘वैश्विक महामारी तथा लोकतंत्र के समक्ष चुनौतियां’ विषय पर आयोजित एक दिवसीय संगोष्ठी को संबोधित कर रहे थे। संगोष्ठी का आयोजन राष्ट्रमण्डल संसदीय संघ की राजस्थान शाखा के तत्वावधान में किया गया।
चिदंबरम ने कहा, “क्या भारतीय लोकतंत्र ने महामारी की चुनौती का सामना किया और अपने लोगों, विशेष रूप से गरीबों और बच्चों के जीवन व आजीविका तथा हितों की रक्षा की।” उन्होंने कहा कि महामारी पर तो सार्वभौमिक टीकाकरण से काबू पाया जा सकता है या दवाओं की खोज से बीमारी को ठीक किया जा सकता है लेकिन इस एक प्रश्न के उत्तर की निरंतर खोज की आवश्यकता है।
कांग्रेस नेता ने कहा कि हर राजनीतिक व्यवस्था यह दावा करती है कि यह लोगों की जरूरतों को पूरा करने के लिए सबसे उपयुक्त है, लेकिन “इस महामारी ने इस आत्मश्लाघा की कमियों को उजागर कर दिया। एक सच्ची संसदीय लोकतांत्रिक प्रणाली में, प्रधानमंत्री हर दिन संसद और जनता के लिए जवाबदेह होते हैं।
हालांकि, किसी भी कमजोर लोकतंत्र में शासक अपनी जिम्मेदारी से बचने के अनेक रास्ते निकाल लेते हैं।” उन्होंने कहा कि किसी भी प्रतिकूल स्थिति से दो चार होने पर कमजोरियां समय के साथ सामने आ ही जाती हैं लेकिन इस महामारी ने कमजोरियों को बेरहमी से उजागर किया और कोई बहाना बनाने या छिपाने की गुंजाइश नहीं छोड़ी।
चिदंबरम ने महामारी के समय केंद्रीयकरण सहित सात चुनौतियों को रेखांकित किया। उन्होंने टीकों की आपूर्ति का आदेश नहीं देने को केंद्रीयकरण के खतरे का एक रूप करार दिया। उन्होंने कहा कि गरीबी उन्मूलन और असमानता को कम करना लोकतांत्रिक देशों के बीच स्वीकृत लक्ष्य हैं और एक अध्ययन के अनुसार, पिछले दो साल में 23 करोड़ लोगों को गरीबी की ओर धकेला गया।
उन्होंने कहा कि स्कूली शिक्षा का अभाव महामारी का सबसे विनाशकारी प्रभाव रहा है। केंद्र और राज्यों की सरकारों के पास इस तबाही का कोई जवाब नहीं था और वे बस मूकदर्शक बनकर खड़ी रहीं। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र के लिए चुनौतियां अकेले राष्ट्रीय स्तर पर नहीं हैं।
महामारी ने ‘वैक्सीन राष्ट्रवाद’ की एक असामान्य घटना को जन्म दिया है। चिदंबरम ने कहा,”मैं जो बनाता हूं वह मेरा है, जो मैं खरीद सकता हूं वह मेरा है’ यह ‘वैक्सीन राष्ट्रवाद’ है।” उन्होंने कहा कि देश अपने टीके को बढ़ावा देने के लिए अन्य टीकों के उपयोग की अनुमति नहीं दे रहे हैं।
इस ‘वैक्सीन राष्ट्रवाद’ ने महामारी के खिलाफ लड़ाई में वैश्विक भागीदारी को नुकसान पहुंचाया है। कार्यक्रम में राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी, विधानसभा में विपक्ष के नेता गुलाब चंद कटारिया ने भी अपने विचार रखे।

रविवार, 11 जुलाई 2021

हादसा: 2 गाड़ियों के टकराने से 3 लोगों की मौत हुईं

नरेश राघानी                                
जयपुर। राजस्थान में झुंझुनूं जिले के मंडावा थाना क्षेत्र में दो गाड़ियों के आपस में टकरा जाने से तीन लोगों की मौत हो गई तथा दो अन्य घायल हो गए।
पुलिस के अनुसार हादसा शनिवार देर रात मंडावा थाना इलाके के गाड़जी का बास गांव के समीप हुआ। जिसमें झुंझुनूं से हेतमसर की तरफ से बोलेरो तथा मंडावा से कानसूजिया का बास की तरफ आ रही मार्शल गाड़ी आपस में टकरा गई। हादसे में हेतमसर निवासी तनवीर सिंह तथा कानसूजिया का बास निवासी इंद्राज जाट की मौके पर ही मौत हो गई। 
हादसे में कानसूजिया का बास निवासी विजेंद्र, तपेश तथा विनय घायल हो गए। जिन्हें अस्पताल पहुंचाया गया। लेकिन बाद में विजेंद्र ने भी दम तोड़ दिया। घटना की सूचना मिलने पर मंडावा थानाधिकारी महावीर सिंह मौके पर पहुंचे और वाहनों को सड़कों से हटाकर आवागमन दुरूस्त कराया। पुलिस ने आज तीनों शव पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिये।

शुक्रवार, 18 जून 2021

सड़क हादसें में 4 सवारियों की मौंत, 7 घायल हुएं

बीकानेर। जामसर के पास शुक्रवार सुबह एक सड़क हादसा हो गया। जिसमें चार सवारियों की मौत हो गई। जबकि सात घायल हो गए। घायलों को अब पीबीएम अस्पताल के ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया है। सूचना पर जामसर पुलिस मौके पर पहुंच गई। जहां थानाधिकारी गौरव खिडिय़ा ने घायलों को ट्रॉमा सेंटर भेजा। सभी घायल नोखा के निवासी हैं और हनुमानगढ़ गए हुए थे। वापसी में ये हादसा हो गया। अब तक सरोज (30 साल), प्रभु (35 साल) और मूलाराम (37 साल) की मौत होने की पुष्टि हो गई है, जबकि एक अन्य की मौत के भी पुष्ट समाचार है। घायलों में हेम सिंह (23 साल), तीजा देवी (32 साल), नेनूराम (78 साल), अश्विनी (12 साल), भूमिका (6 साल), महावीर शामिल हैं। 
शुक्रवार सुबह करीब पांच बजे बोलेरो केम्पर और बजरी से भरा एक ट्रेलर आमने-सामने टकरा गए। टक्कर इतनी जबर्दस्त थी कि बोलेरो में सवार करीब दस सवारियां गंभीर रूप से घायल हो गईं, बाद में तीन की मौके पर ही मौत हो गई। एक महिला ने बाद में दम तोड़ दिया। इसके अलावा छह घायलों को पीबीएम अस्पताल के लिए रवाना किया गया। इनमें भी दो-तीन की हालत गंभीर बताई जा रही है। घटना की जानकारी मिलने पर हेड कांस्टेबल कृष्णकुमार ने घायलों को जैसे-तैसे वाहनों से बीकानेर के लिए रवाना किया। घायल व मृतक नोखा के भाटों के बास के रहने वाले बताए जा रहे हैं।
ट्रक की टक्कर से बच्ची सहित दो की मौत हुईं।

मंगलवार, 15 जून 2021

अनियमितता के मामले की जांच कराये जाने की मांग

नरेश राघानी             

जयपुर। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने केन्द्र सरकार से अयोध्या में कथित राममंदिर जमीन खरीद में अनियमितता के मामले की जांच कराये जाने की मांग की हैं। गहलोत ने सोशल मीडिया के जरिए यह मांग करते हुए कहा कि केन्द्र सरकार को अविलंब इस मामले की जांच करानी चाहिए जिससे लोगों की आस्था एवं विश्वास बना रहे एवं देशवासियों की आस्था के साथ खिलवाड़ के दोषियों को सजा मिल सके। उन्होंने कहा कि राजस्थान की जनता ने आस्था के साथ राम मंदिर निर्माण में देशभर में सर्वाधिक योगदान दिया था। लेकिन निर्माण कार्य की शुरुआत में ही चन्दे के गबन की खबरों से आमजन की आस्था डिग गई है। कोई विश्वास नहीं कर पा रहा है कि मिनटों में कैसे जमीन का दाम दो करोड़ रुपये से 18 करोड़ रुपये हो गया।

गुरुवार, 10 जून 2021

अंधविश्वास: भोपा के कहने पर ऊंट की गर्दन काटीं

नरेश राघानी            

उदयपुर। राजस्थान के उदयपुर में अंधविश्वास की वजह एक इंसान वहशी बन गया। जिले के सूरजपोल इलाके में पुलिस क्वार्टरों के पीछे ही एक व्यवसायी ने एक भोपा के कहने पर ऊंट की गर्दन काट दी और तंत्र-मंत्र किया। राज्य पशु की बलि के बाद पुलिस ने जांच शुरू की और 4 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।

पुलिस ने 24 मई को ऊंट की गर्दन काटकर बलि देने का खुलासा कर मामले में दूध व्यवसायी राजेश उर्फ राजू पुत्र लालू राम निवासी बलीचा, गोवर्धन विलास, उसके एक साथी रघुनाथ उर्फ रघुवीर सिंह पुत्र प्रेम सिंह देवडा निवासी सवीना खेडा, भोपा शोभा लाल पुत्र मेंदु लाल व भोपा के पुत्र चंद्र प्रकाश उर्फ चेतन निवासी टेकरी को गिरफ्तार कर लिया है।

गुरुवार, 3 जून 2021

मंत्रिपरिषद की बैठक, सीएम के सामने भीड़े मंत्री

नरेश राघानी  
जयपुर। गहलोत सरकार के दो मंत्रियों के आपस में भिड़ने का मामला सूर्खियों में है। दरअसल राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत की अध्यक्षता में बुधवार को मंत्रिपरिषद की बैठक हुई, जिसमें कोरोना वैक्सीन के अलावा बोर्ड परीक्षाओं और निराश्रित बच्चों के लिए राहत पैकेज की घोषणा को लेकर चर्चा हुई। इस बीच वैक्सीन अभियान को लेकर सीएम गहलोत के सामने ही दो मंत्री आपस में भिड़ गए। बता दें कि कैबिनेट बैठक में फ्री वैक्सीन अभियान को लेकर राजस्थान के शिक्षा मंत्री व कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा और शहरी विकास मंत्री शांति धारीवाल आपस में भिड़ गए। इस दौरान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत बहस को देखते रहे। बताया जा रहा है कि दोनों के बीच विवाद इतना ज्यादा हो गया था कि बैठक के बाद बाहर निकलने पर दोनों नेता एक बार फिर एक दूसरे से बहस करने लगे थे।

शुक्रवार, 28 मई 2021

रामदेव के तेल में मिली मिलावट, फैक्ट्री की सीज

नरेश राघानी   

अलवर। बाबा रामदेव की परेशानियां कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। एलोपैथी पर बयान देकर फंसने के बाद अब रामदेव अपनी ही कंपनी के सरसों के तेल को लेकर मुश्किलों में घिर गए हैं। राजस्थान के अलवर में गुरुवार देर रात प्रशासन ने पंतजलि कंपनी के सरसों के तेल में मिलावट की आशंका के चलते खैरथल की सिंघानिया आयल मिल को सीज कर दिया है। इस कार्रवाई के दौरान खुद जिला कलेक्टर वहां मौजूद रहे साथ ही कार्रवाई की वीडियोग्राफी भी करवाई गई है।

खाद्य तेल संगठन पहले से ही पंतजलि के सरसों के तेल पर आपत्ति जता चुका था। दरअसल पंतजलि के सरसों तेल के एक विज्ञापन में यह दिखाया गया है कि पंतजलि छोड़ बाकी सभी कंपनियों के कच्ची घानी तेल में मिलावट है। इसी विज्ञापन के बाद ही खाद्य तेल संगठन ने अपनी आपत्ति जताई थी। हालांकि अब बाबा रामदेव की पतंजलि ब्रांड के नाम से सरसों के तेल की पैकिंग और मिलावट किये जाने की सूचना के बाद प्रशासन ने फैक्ट्री पर छापेमारी कार्ऱवाई करते हुए देर रात ही सीज कर दिया है।
फैक्ट्री में पतंजलि की भारी मात्रा में पैकिंग सामग्री बरामद की गई है। हालांकि फैक्ट्री में बाबा रामदेव की पतंजलि का पैकिंग किये जाने की अनुमति होने की बात प्रबंधन की ओर से बताई गई है। इसके अलावा एक और ब्रांड श्री श्री ऑयल ब्रांड के भी रैपर वहां से मिले हैं। फैक्ट्री में मौजूद सरसों के तेल कच्ची घानी ओर स्पेलर से निकाले गए तेल के स्टॉक और मौजूद कच्चे सामान के खाद्य निरीक्षकों और आयुर्वेद निरिक्षकों की टीम ने सैम्पल लिए हैं। प्रशासन का कहना है कि सैंपल रिपोर्ट के आने के बाद ही आगे की कार्यवाही की जाएगी।
प्रशासन ने कंपनी प्रबंधन को चेतावनी दी है कि किसी भी सूरत में सामान के साथ छेड़छाड़ नहीं की जानी चाहिए। जो समान जहां है वैसा ही होना चाहिए। बता दें कि इस फैक्ट्री से भारी मात्रा में सरसों का तेल बाबा रामदेव की कंपनी पतंजलि को जाता है। जिसके बाद पतंजलि इस तेल पर अपना ठप्पा लगाकर बाजारों में सप्लाई करती है। जिला कलेक्टर नन्नू मल पहाड़िया का कहना है कि प्रशासन को जैसी ही सरसों के तेल में मिलावट की बात पता चली तो शिकायत के आधार पर त्वरित कार्रवाई करते हुए अलवर के एसडीएम योगेश डागुर के नेतृत्व में तीन सदस्यीय कमेटी का गठन किया गया। इस कमेटी ने फैक्ट्री पर कार्रवाई करते हुए उसे सीज कर दिया है ताकि समान इधर-उधर ना हो सके। उन्होंने कहा कि मामले की जांच जारी है। सैंपल की रिपोर्ट आने के बाद ही इस मामले में कार्रवाई की जाएगी।

मंगलवार, 25 मई 2021

गलत आंकड़े पेश करने का खेल बंद करें सरकार

नरेश रघानी  

जयपुर। राजस्थान में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय को आंकड़ेबाजी छोड़कर राज्यों को अधिकाधिक वैक्सीन उपलब्ध करने के बयान पर पलटवार करते हुए कहा है कि प्रदेश में जनता को गुमराह करना एवं ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना संक्रमित मौतों के वास्तविक आंकड़ों को छिपाकर कम आंकड़े पेश करने का खेल बंद करना चाहिए।

भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डा सतीश पूनियां ने सोशल मीडिया के जरिए राज्य सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि राजस्थान में न अस्पतालों की दशा सुधरी, न स्टाफ़ लगाया, न आक्सीजन प्लांट लगाये, बैड और दवा की कालाबाजारी होती रही, मरीज अस्पताल के दरवाजे पर मरते रहे, मौत के आंकड़े छुपाते रहे, पचास प्रतिशत वैक्सीनेशन राज्य सरकार की जिम्मेदारी थी, प्रदेश की जनता को गुमराह करते रहे। उन्होंने कहा कि प्रदेश की जनता आपकों कभी माफ़ नहीं करेगी। इसी तरह उपनेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र सिंह राठौड़ ने कहा कि केन्द्र सरकार को आंकड़ेबाजी छोड़ने का सुझाव देने से पहले मुख्यमंत्री ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना संक्रमित मौतों के वास्तविक आंकड़ों को छिपाकर कम आंकड़े पेश करने का खेल बंद करें तो मुनासिब होगा।

उल्लेखनीय है कि आज ही अशोक गहलोत ने कहा कि केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय को आंकड़ेबाजी छोड़कर राज्यों को अधिकाधिक वैक्सीन उपलब्ध करना सुनिश्चित करना चाहिए। यदि तीसरी लहर ने बच्चों को प्रभावित किया तो देश कभी माफ नहीं करेगा।

पायलट ने फ्लाइट अटेंडेंट को प्रपोज किया

पायलट ने फ्लाइट अटेंडेंट को प्रपोज किया  अखिलेश पांडेय  वारसॉ। अक्सर लोग अपने प्यार का इजहार किसी खास जगह पर करने का सोचते हैं। ताकि वो पल ज...