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सोमवार, 3 मई 2021

सिमी ने नये अंदाज में ममता को जीत की बधाईं दी

कोलकाता। पश्च‍िम बंगाल में ममता बनर्जी ने बंगाल की जनता पर अपने भरोसे का ट‍िकट एक बार फिर जीत लिया है। इस लक्ष्य तक पहुंचने के लिए ममता ने बहुत मेहनत की उन्होंने चुनावी रैलियां की और इस बीच उनके पैर में चोट भी लगी। फिर भी उन्होंने अपने कोशिशें जारी रखीं। वहीं दूसरी ओर अमेर‍िका के राष्ट्रपति जो बाइडेन को भी चुनावों के दौरान पैर में चोट लगी थी। चोट के बावजूद वे आगे बढ़ते रहे और जीत हास‍िल की। ये मजेदार इत्तेफाक ही है, जब चुनावी दांव खेल रहे दो राजनीत‍िक शख्स‍ियत की चोट भी एक जैसी और जीत भी एक समान रही। इसी पर सिमी ग्रेवाल ने अपने अंदाज में ममता बनर्जी को जीत की बधाई दी है।
सिमी ग्रेवाल ने लिखा- ‘उन्होंने कैंपेन के दौरान अपना एंकल (टखना) फ्रैक्चर कर लिया था. जो बाइडेन को भी कैंपेन के समय टखने में चोट लगी थी- दोनों जीत गए! सोचें इसपर… ‘लाठी और पत्थर मेरी हड्डी तोड़ सकती है पर मेरी लड़ाई जारी रहेगी…और मैं जीतूंगा..’ सिमी ने एक ट्वीट की फोटो भी साथ में शेयर की है। इस फोटो में फुटबॉल के ऊपर प्लास्टर लगे पैर की फोटो है, जो कि प्रतीकात्मक तौर पर ममता बनर्जी के लिए है।

रविवार, 2 मई 2021

जश्न मनाएं जाने की घटना पर सख्त रुख अख्तियार

कोलकाता। चुनाव आयोग ने पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के नतीजे निकलने से पहले ही कुछ पार्टी समर्थकों के गलियों में निकलकर जश्न मनाये जाने की घटना पर कड़ा रुख अख्तियार किया है और कोरोना प्रोटोकॉल के उल्लंघन को लेकर कड़े निर्देश जारी किये हैं। आयोग ने पश्चिम बंगाल, असम, केरल, तमिलनाडु और केन्द्रशासित प्रदेश पुड्डुचेरी की सरकारों को इस तरह के मामलों में प्राथमिकी दर्ज करने और संबंधित क्षेत्रों के थाना प्रभारियों को निलंबित किये जाने का निर्देश दिया है।

शनिवार, 1 मई 2021

8 बजे से कड़ी सुरक्षा के बीच मतगणना शुरू होगीं

कोलकाता। पश्चिम बंगाल में कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते प्रकोप के बीच रविवार सुबह आठ बजे से कड़ी सुरक्षा के बीच मतगणना शुरू हो जाएगी। राज्य में 292 सीटों के लिए 2116 उम्मीदवारों ने चुनाव लड़ा था जिनके चुनावी किस्मत का फैसला कल होगा। राज्य की कुल 294 विधानसभा सीटों में से 292 सीटों पर आठ चरणों में मतदान कराये गए थे।
राज्य के शमशेरजंग और जंगीपुर विधानसभा क्षेत्र के दो उम्मीदवारों के निधन होने के कारण वहां चुनाव स्थगित कर दिए गए। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के नेतृत्व में तृणमूल कांग्रेस पिछले 10 साल से राज्य में सत्तारूढ़ है। इस बार के चुनाव में तृणमूल कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी के बीच कड़ा मुकाबला है। कांग्रेस और वामपंथी पार्टियों ने भी एड़ी चोटी का जोर लगाया है। चुनाव आयोग ने मतगणना की तैयारी पूरी कर ली है।आयोग के अनुसार मतगणना केंद्र के 100 मीटर के दायरे में किसी भी वाहन को जाने की अनुमति नहीं होगी। राज्य के सभी मतगणना केंद्रों पर कोविड-19 प्रोटोकॉल के पालन को लेकर के चुनाव आयोग प्रतिबद्ध है। साथ ही इसके लिए विशेष प्रबंध चुनाव आयोग की ओर से किया गया है। मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) आरिज आफताब ने साफ-साफ कहा है कि कोरोना वायरस की गाइडलाइन का पालन करना अनिवार्य होगा।
मतगणना की पूरी प्रक्रिया संचालित करने के लिए आयोग की ओर से ठोस इंतजाम मतगणना केंद्रों पर किए गए हैं। मतगणना केंद्र के अंदर टेबल की संख्या भी इस बार बढ़ाई जा रही है, ताकि सामाजिक दूरी का पूरा पालन किया जा सके। एक अधिकारी ने बताया कि 108 मतगणना केंद्रों पर सुरक्षा की त्रि-स्तरीय व्यवस्था की गई है, जहां बने स्ट्रांग रूम में ईवीएम मशीन और वीवीपैट को कड़ी सुरक्षा में रखा गया है।
उन्होंने बताया कि 23 जिलों के मतगणना केंद्रों पर कम से कम 292 पर्यवेक्षकों और केंद्रीय सुरक्षा बलों की 256 कंपनियों को तैनात किया गया है। इस बार राज्य में 27 मार्च से 29 अप्रैल के बीच आठ चरणों में मतदान कराया गया। इस दौरान हिंसा की कुछ छिटपुट घटनाएं भी हुई थी। नंदीग्राम में सुश्री बनर्जी या फिर कभी उनके दाहिने हाथ माने-जाने वाले शुभेन्दु अधिकारी जो अब भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए है इनमें से कौन जीतेंगे, इस पर भी सब की नजर रहेंगी।
चुनाव आयोग ने आज एक बयान में कहा कि पश्चिम बंगाल विधानसभा के लिए चुनाव रुझान और परिणाम सभी मतगणना केंद्रों से कल सुबह 8.05 बजे के बाद से आने शुरू हो जाएंगे। इस बीच, मुख्यमंत्री ने शुक्रवार को राज्य भर के उम्मीदवारों और पार्टी के मतगणना एजेंटों को मतगणना प्रक्रिया पूरी होने तक केन्द्रों पर डटे रहने का निर्देश दिया है। मुख्यमंत्री ने दावा किया कि तृणमूल कांग्रेस तीसरी बार दो तिहाई बहुमत से जीतेगी। राज्य विधानसभा की कुल 294 सीटें जिनमें से दो तिहाई बहुमत के लिए किसी भी पार्टी को 148 सीटों पर जीतना जरूरी है।

बुधवार, 28 अप्रैल 2021

बंगाल में महसूस किएं गए भूकंप के झटके, नुकसान

कोलकाता। पश्चिम बंगाल में बुधवार सुबह 6.4 तीव्रता के भूकंप के झटके महसूस किए गए। जिससे पूर्वोत्तर राज्य में बड़े पैमाने पर नुकसान हुआ। अधिकारियों ने बताया कि भूकंप के झटके पड़ोसी राज्य मेघालय और पश्चिम बंगाल के उत्तरी हिस्सों समेत पूरे क्षेत्र में महसूस किए गए। उन्होंने बताया कि भूकंप सुबह सात बजकर 51 मिनट पर सोनितपुर जिले में आया। इसके बाद सात बजकर 58 मिनट और आठ बजकर एक मिनट पर भूकंप के दो और झटके महसूस किए गए। ये भूकंप के झटके क्रमश: 4.3 और 4.4 तीव्रता के दर्ज किए गए।क्षेत्र के ज्यादातर हिस्सों में भूकंप के झटके महसूस किए गए और लोग घबराहट में अपने घरों तथा अन्य स्थानों से बाहर निकल आए। सोनितपुर के जिला मुख्यालय तेजपुर, गुवाहाटी और कई अन्य स्थानों में कई इमारतों में दरारें आ गई। हताहतों के संबंध में विस्तृत जानकारी की प्रतीक्षा है।
प्रधानमंत्री ने असम के मुख्यमंत्री से की बात...
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल से बात की भूंकप से हुए जान और माल के नुकसान का जायजा लिया तथा पूर्वोत्तर के इस राज्य को हरसंभव केंद्रीय मदद का आश्वासन भी दिया।
मोदी ने ट्वीट कर कहा कि असम के विभिन्न हिस्सों में आए भूकंप के सिलसिले में मुख्यमत्री सर्बानंद सोनोवाल से बात की। हरसंभव केंद्रीय मदद का उन्हें आश्वासन दिया। असम के लोगों के कुशल-क्षेम की कामना करता हूं।

सोमवार, 26 अप्रैल 2021

अगले चरण के मतदान में बलों को हटाने की मांग

कोलकाता। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने अगले चरण के मतदान में केंद्रीय बलों को हटाने की मांग की। ताकि राज्य में कोविड-19 के प्रसार को रोका जा सके। इसके साथ ही उन्होंने मद्रास उच्च न्यायालय की उस टिप्पणी का स्वागत किया गया। जिसमें कहा गया था कि संक्रमण के प्रसार के आरोप से निर्वाचन आयोग बच नहीं सकता।उत्तर कोलकाता में पार्टी कार्यकर्ताओं और प्रत्याशियों की बैठक में बनर्जी ने कहा, ” मैं मद्रास उच्च न्यायालय के फैसले का स्वागत करती हूं जिसमें साफ तौर पर कहा गया कि निर्वाचन आयोग अपनी जिम्मेदारी से नहीं बच सकता। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और निर्वाचन आयोग दोनों ही इस स्थिति (राज्य में संक्रमण के प्रसार) के लिए जिम्मेदार हैं।” इससे पहले सोमवार को मद्रास उच्च न्यायालय ने कोविड-19 महामारी के बीच विधानसभा चुनाव कराने पर निर्वाचन आयोग को फटकार लगाई थी।

शनिवार, 24 अप्रैल 2021

भाजपा 70 सीटों से ज्यादा नहीं जीत पाएंगीं: ममता

बोलपुर। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शनिवार को आरोप लगाया कि निर्वाचन आयोग के तीन विशेष पर्यवेक्षक मतदान के दौरान तृणमूल कांग्रेस (तृकां) के कार्यकर्ताओं को हिरासत में लेने के आदेश पुलिस अधिकारियों को दे रहे थे। उन्होंने कहा कि इस तरह की “साजिशों” के खिलाफ चुनाव के बाद वह उच्चतम न्यायालय जाएंगी।  बीरभूम के बोलपुर स्थित गीतांजलि सभागार में पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए बनर्जी ने कहा कि वह चुप नहीं बैठ सकतीं, भले ही उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया जाए। मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया, “बहुत हुआ। अगर वे (निर्वाचन आयोग के पर्यवेक्षक) स्वतंत्र एवं निष्पक्ष चुनाव के लिए काम कर रहे हैं तो मुझे कोई आपत्ति नहीं है। लेकिन वे तो सिर्फ भाजपा की मदद के लिये काम कर रहे हैं। वे तृणमूल को खत्म करना चाहते हैं। उन्होंने जिलाधिकारियों और पुलिस अधीक्षकों के साथ विशेष पर्यवेक्षकों की कथित चैट का विवरण दिखाते हुए कहा, “ये अधिकारी हमारे लोगों को चुनाव से पहले की रात को हिरासत में लेने और उन्हें चुनाव के दिन शाम चार बजे तक कब्जे में रखने के आदेश दे रहे हैं। व्हाट्सऐप पर हुई इस बातचीत का विवरण भाजपा के लोगों ने मुझे दिया है।” बनर्जी ने कहा कि उनकी पार्टी, तृणमूल कांग्रेस, इसे बर्दाश्त नहीं करेगी और चुनाव के बाद ऐसी “साजिश और पक्षपातपूर्ण रुख” के खिलाफ उच्चतम न्यायालय जाएगी।
उन्होंने दावा किया, “हालांकि, ये तीन सेवानिवृत्त लोग चुनावों को प्रभावित नहीं कर पाएंगे। उनके पक्षपातपूर्ण आचरण से भाजपा को सिर्फ सात-आठ सीटें जीतने में मदद मिलेगी। मैं व्यक्तिगत रूप से मानती हूं कि भाजपा 70 सीटों से ज्यादा नहीं जीत पाएगी।” बनर्जी ने राज्य में कोविड-19 के मामलों में वृद्धि को लेकर भी निर्वाचन आयोग को आड़े हाथों लिया और कहा कि इसकी वजह चुनाव संबंधी कार्यों के लिये लाखों लोगों की एक जिले से दूसरे जिले आवाजाही है।

गुरुवार, 22 अप्रैल 2021

कोलकाता एचसी ने चुनाव आयोग को लगाईं फटकार

कोलकाता। पश्चिम बंगाल में कोरोना प्रकोप के बावजूद नेताओं की जनसभा और रोड शो पर पाबंदी लगाने में विफल चुनाव आयोग को कोलकाता हाई कोर्ट ने जमकर फटकार लगाई है।
गुरुवार को मुख्य न्यायाधीश टीवीएन राधाकृष्णन की अध्यक्षता वाली खंडपीठ ने पूर्व चुनाव आयुक्त टीएन शेषन का जिक्र करते हुए कहा कि वर्तमान चुनाव आयोग शेषन द्वारा किए गए कार्यों का एक हिस्सा भी करके दिखाएं। कोर्ट ने यह भी कहा कि अब हमें ही टीएन शेषन का काम करना होगा। 
 दरअसल, पश्चिम बंगाल में भी कोरोना लगभग बेकाबू हाे रहा है। राज्य में कोराेना के रोजाना लगभग 10 हजार के करीब मामले सामने आ रहे हैं। इस पर हाई कोर्ट ने आयोग से कड़े कदम उठाने को कहा था, लेकिन 16 अप्रैल को सर्वदलीय बैठक के बाद चुनाव आयोग ने केवल एक गाइडलाइन जारी कर कोरोना का पालन करने को कहा था। इसी मामले में सुनवाई करते हुए उच्च न्यायालय ने कहा कि केवल सर्कुलर जारी कर चुनाव आयोग अपनी भूमिका से पल्ला नहीं झाड़ सकता। उनके पास पूरे अधिकार हैं और क्षमता भी लेकिन उसका इस्तेमाल नहीं कर पा रहे हैं। चुनाव आयोग के पास क्विक रिस्पांस टीम है और पूरे अधिकार भी। कोर्ट ने कहा कि राजनीतिक पार्टियों के प्रतिनिधि मौजूद नहीं हैं। इसीलिए कोई आदेश नहीं दिया जा रहा लेकिन राज्यभर के सभी अधिकारियों को महामारी रोकथाम के प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन कराना होगा।

मेडिकल कॉलेज में कोविड वार्ड को पोलिंग बूथ में बदला

कोलकाता। पश्चिम बंगाल में कोरोना की दूसरी लहर के बीच जारी विधानसभा चुनाव पर पहले ही सवाल उठ रहे हैं। राज्य से एक बड़ी ही लापरवाही भरी खबर सामने आई है। राज्य में आज छठे चरण का मतदान हो रहा है और इसके लिए रायगंज के एक मेडिकल कॉलेज में कोविड वॉर्ड को पोलिंग बूथ में बदल दिया गया। इससे गुस्सा इंदिरा कॉलोनी के स्थानीय लोगों ने बुधवार को विरोध प्रदर्शन भी किया। प्रदर्शनकारी स्थानीय लोगों का कहना है कि कोविड वॉर्ड को पोलिंग बूथ बनाए जाने से उनके कोरोना संक्रमित होने का खतरा है।
दैनिक हिंदुस्तान में छपी खबर के अनुसार एक प्रदर्शनकारी ने कहा, ‘हम अपना वोट नहीं डाल सकते क्योंकि यह असुरक्षित है। हमें नहीं पता कि उस जगह को सैनेटाइज किया भी गया या नहीं, हम अंदर नहीं जाएंगे। हमारे ऊपर भी परिवार की जिम्मेदारी है। सरकार कोविड-19 के नियमों को लेकर भाषण दे रही है और फिर हमसे ऐसी जगहों पर मतदान करवा रही है। हमें नया बूथ चाहिए।’ स्थानीय निवासियों ने विरोध में कई घंटे तक सड़क को ब्लॉक कर के रखा। प्रदर्शन बढ़ता देख प्रशासन ने बूथ को सैनेटाइज किया।
बता दें कि पश्चिम बंगाल में पिछले 24 घंटों के अंदर कोरोना वायरस के 10 हजार 784 नए मामले आए हैं। वहीं, 5 हजार 616 मरीज ठीक हो गए हैं। कोरोना के कारण इस दौरान 58 मरीजों ने दम तोड़ा है। राज्य में अभी कोरोना के 63 हजार 496 ऐक्टिव मामले हैं। 

बंगाल को दिल्ली के 'दो गुंडों' के हाथों में नहीं जाने देंगें

कोलकाता। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गुरुवार को कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) हर समय एक राष्ट्र, एक पार्टी, एक नेता चिल्लाती रहती है, लेकिन लोगों की जान बचाने के लिए टीके की एक कीमत तय नहीं कर सकती। बनर्जी ने ट्विटर पर कहा कि भाजपा हर समय एक राष्ट्र, एक पार्टी और एक नेता चिल्लाती रहती है लेकिन लोगों की जिंदगी बचाने के लिए टीके की एक कीमत तय नहीं कर सकती। हर भारतीय को उम्र, जाति, पंथ, स्थान की परवाह किए बिना मुफ्त वैक्सीन की आवश्यकता होती है। भारत सरकार को कोविड-19 वैक्सीन के लिए एक मूल्य तय करना चाहिए, चाहे केन्द्र या राज्य कोई भी इसके लिए भुगतान करे। मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार की राज्य में एक बार फिर से लॉकडाउन लगाने की अभी कोई योजना नहीं है। उन्होंने कहा कि अभी लॉकडाउन लगाने का कोई सवाल ही नहीं उठता। ऐसा करने से लोग अपनी आजीविका कैसे चलायेंगे। रात्रि कर्फ्यू भी इसका कोई समाधान नहीं है।
बनर्जी ने दक्षिण दिनाजपुर में एक रैली को संबोधित करते हुए कहा कि उन्हें राजनीति का अच्छा खासा अनुभव है और वह बंगाल को दिल्ली के “दो गुंडों” के हाथों में नहीं जाने देंगें। मैं कोई खिलाड़ी नहीं हूँ, लेकिन मैं यह अच्छी तरह से जानती हूँ कि कैसे खेलना चाहिए। मैं इससे पहले लोकसभा में सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी थी। हम दिल्ली के दो गुंडों के समक्ष बंगाल का आत्मसमर्पण नहीं करा सकते। इस बीच तृणमूल कांग्रेस महासचिव और राज्य के शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी ने ट्वीट कर कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी क्या आप परेशान लोगों का राेना नहीं सुन सकते। यह वही भारत है, जिसने आपको वोट दिया था और अब वह सांस लेने के लिए तड़प रहा है।

चुनाव: मतदाताओं ने मताधिकार का इस्तेमाल किया

कोलकाता। पश्चिम बंगाल में कोविड-19 के रिकॉर्ड मामले सामने आने के बीच विधानसभा चुनाव में छठे चरण के तहत राज्य की 43 सीटों पर बृहस्पतिवार सुबह सात बजे से मतदान आरंभ हो गया। कई मतदान केंद्रों पर मतदान आरंभ होने से पहले ही मतदाताओं की लंबी कतार देखी गई। पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के छठे चरण में 43 सीटों के लिए जारी मतदान में दोपहर 1 बजे तक 57.30 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया। पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के छठे चरण में 43 सीटों के लिए जारी मतदान में 11 बजे तक 37.27 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया।पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के छठे चरण में 43 सीटों के लिए जारी मतदान में सुबह नौ बजे तक 17.19 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया।  
इस चरण में उत्तर 24 परगना जिले की 17 सीटों के अलावा नादिया और उत्तर दिनाजपुर की नौ-नौ तथा पूर्वी वर्द्धमान की आठ सीटों पर मतदान होना है। इस चरण में एक करोड़ से अधिक मतदाता 306 उम्मीदवारों के राजनीतिक भाग्य का फैसला करेंगे। मतदाताओं में 53.21 लाख पुरुष और 50.65 लाख महिला मतदाता हैं, जबकि 256 उभयलिंगी मतदाता हैं। स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव के लिए छठे चरण में केंद्रीय बलों की कम से कम 1,071 कंपनियों को तैनात किया गया है।

बुधवार, 21 अप्रैल 2021

कोरोना की दूसरी लहर देश में 'मोदी-निर्मित त्रासदी'

बालुरघाट। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर हमला करते हुए आरोप लगाया कि देश में कोविड-19 की दूसरी लहर और इसका प्रबंधन ‘‘मोदी-निर्मित त्रासदी’’ है। यहां एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए तृणमूल कांग्रेस की अध्यक्ष ने दावा किया कि पश्चिम बंगाल का नेतृत्व ‘‘बंगाल इंजन’’ सरकार ही करेगी ना कि मोदी की ‘‘डबल इंजन’’ सरकार। उन्होंने कहा कि कोरोना की दूसरी लहर बहुत तेज है। मैं इसे मोदी निर्मित त्रासदी कहूंगी। ना तो इंजेक्शन उपलब्ध हैं और ना ही ऑक्सीजन। टीके और दवाइयां बाहर भेजी जा रही हैं जबकि देश में इनकी कमी है। उन्होंने दावा किया कि यह चुनाव पश्चिम बंगाल को बचाने और बंगाली माता के सम्मान बचाने की लड़ाई है।

 इकबाल अंसारी

सोमवार, 19 अप्रैल 2021

सरकार ने स्कूलों को बंद करने का आदेश जारी किया

कोलकाता। पश्चिम बंगाल में भी कोरोना का प्रकोप तेजी से बढ़ते देखकर राज्य सरकार ने सभी स्कूलों को बंद करने का आदेश जारी कर दिया है। माना जा रहा है कि जानलेवा कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए बंगाल एक बार फिर लॉकडाउन की ओर बढ़ रहा है। 
 सोमवार को राज्य सरकार ने प्रदेश के सभी स्कूलों को बंद करने का आदेश जारी कर दिया है। इस दौरान शिक्षकों को भी स्कूल नहीं आना होगा। राज्य शिक्षा विभाग ने इससे संबंधित गाइडलाइन में कहा गया है कि फिलहाल अनिश्चितकाल के लिए स्कूलों को बंद रखा जाएगा। हालांकि इसमें इस बात का जिक्र है कि गर्मी की छुट्टी कोविड-19 को देखते हुए पहले दी जा रही है। 
उल्लेखनीय है कि करीब एक साल बाद नवमी से 12वीं तक की पढ़ाई शुरू हो गई थीं। लेकिन तेजी से बढ़ते कोरोना के बीच एक बार फिर स्कूलों को बंद करने का निर्णय लंबे लॉकडाउन का संकेत हो सकता है। हालांकि पहले जिस तरह से ऑनलाइन क्लास चलती थीं, वैसे चलेंगी।

बंगाल: आज से स्कूलों में ग्रीष्मकालीन अवकाश

इकबाल अंसारी  
कोलकाता। पश्चिम बंगाल सरकार की ओर से सोमवार को कहा गया कि कोविड-19 के बढ़ते मामलों के मद्देनजर स्कूलों में ग्रीष्मकालीन अवकाश 20 अप्रैल से शुरू हो जाएंगे। आमतौर पर ग्रीष्मकालीन अवकाश मई के पहले हफ्ते से शुरू होते हैं।राज्य सरकार के एक मंत्री ने कहा, ”(सरकारी और वित्तपोषित स्कूलों में) नौवीं, दसवीं, ग्यारहवीं और बारहवीं की कक्षाएं मध्य फरवरी से आरंभ हुईं थी। लेकिन कोविड-19 संबंधी हालात को देखते हुए हम समय पूर्व ग्रीष्मकालीन अवकाश करने पर मजबूर हैं। शिक्षा विभाग इस बाबत आवश्यक अधिसूचना आज जारी करेगा।” उन्होंने कहा कि निजी स्कूलों से भी यही करने का अनुरोध किया जाएगा।

रविवार, 18 अप्रैल 2021

कोरोना की दूसरी लहर, इस्तीफा दें मोदी सरकार

बैरकपुर। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने रविवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को कोविड-19 की दूसरी लहर को संभाल नहीं पाने के कारण इस्तीफा दे देना चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री संक्रमण के मामलों की संख्या रोकने के लिए योजना बनाने में विफल रहे। ममता बनर्जी ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने पिछले पांच-छह महीने में मेडिकल ऑक्सीजन और टीकों की आपूर्ति के संभावित संकट पर ध्यान देने के लिए कुछ नहीं किया। उन्होंने आरोप लगाया कि अपने देश में टीकों की कमी के बावजूद प्रधानमंत्री ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी छवि चमकाने के लिए दूसरे देशों को टीकों का निर्यात किया।

पांच चरणों में 180 सीटों पर मतदान हुआ: गृहमंत्री

कोलकाता। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को जोर देकर कहा कि पश्चिम बंगाल में पांच चरणों में जिन 180 सीटों पर मतदान हुआ है। उनमें से 122 से अधिक सीटें भाजपा जीतेगी। पूर्व बर्द्धमान जिले में एक रैली को संबोधित करते हुए शाह ने दावा किया कि मुख्यमंत्री एवं तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी नंदीग्राम में भाजपा उम्मीदवार से हार जाएंगी और उसके बाद उन्हें यहां से जाना होगा। उन्होंने कहा, ‘‘पश्चिम बंगाल में पांच चरण के चुनाव के बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी हतोत्साहित हैं क्योंकि भाजपा 122 से अधिक सीटों पर उनसे आगे है। शाह ने कहा, ‘‘शुभेंदु अधिकारी (भाजपा उम्मीदवार) नंदीग्राम से चुनाव जीतेंगे। गृह मंत्री ने आगे कहा कि बनर्जी को उनके कद के मुताबिक बड़ी हार के साथ विदा किया जाना चाहिए। शाह ने दावा किया कि देश के नागरिकों को प्रदत्त लाभ अवैध प्रवासी ले रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘‘आपके और मेरे जैसे लोग तो दीदी के लिए लिए दोयम दर्जे के नागरिक हैं जो उनके वोट बैंक के लिहाज से कोई मायने नहीं रखते हैं।

शनिवार, 17 अप्रैल 2021

भाजपा के सत्ता में आने से घुसपैठ खत्म हो जाएंगी

चपरा। केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शनिवार को आश्वासन दिया कि यदि भाजपा बंगाल में सत्ता में आती है तो घुसपैठ की समस्या खत्म हो जाएगी। शाह ने जोर देकर कहा, ”न केवल लोग बल्कि परिंदे भी (भारत-बांग्लादेश) सीमा से देश में दाखिल नहीं हो सकेंगे।” बांग्लादेश सीमा से लगने वाले नदिया जिले में एक रैली को संबोधित करते हुए शाह ने दावा किया कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी नहीं चाहतीं कि भारत में रह रहे शरणार्थियों को नागरिकता मिले। लिहाजा वह नए कानून का विरोध कर रही हैं। शाह ने दावा किया कि मुख्यमंत्री की नजरें उनके वोटबैंक पर हैं और वह ”फर्जी धर्मनिरपेक्षता” का पालन करती हैं। उन्होंने कहा, ”इस इलाके में घुसपैठ बड़ी समस्या है। कई जगहों पर फर्जी नोट मिलते रहते है। केवल भाजपा ही घुसपैठ को रोक पाएगी। मैं आपको आश्वासन देता हूं कि यदि भाजपा दो मई को सत्ता में आएगी, तो केवल लोग ही नहीं बल्कि एक परिंदा भी उड़कर सीमा के उस पार से इस पार नहीं आ सकेगा।”

भाजपा के 1 एजेंट की मतदान केंद्र के अंदर हुई मौत

कोलकाता। पश्चिम बंगाल में पांचवें चरण के मतदान  के दौरान भी चुनाव आयोग की सारी व्यवस्थाएं धरी की धरी रह गई हैं। राजधानी कोलकाता से सटे उत्तर 24 परगना के कमरहटी विधानसभा क्षेत्र में भारतीय जनता पार्टी के एक पोलिंग एजेंट की मतदान केंद्र के अंदर ही मौत हुई। आरोप है कि बार-बार शिकायत और मदद मांगने के बावजूद चुनाव आयोग ने उसे अस्पताल तक पहुंचाने में सहयोग नहीं किया। 
सूत्रों ने बताया है कि मतदान केंद्र के अंदर पोलिंग एजेंट की तबीयत बिगड़ गई। वहां मौजूद पीठासीन अधिकारी और अन्य जिम्मेवार अधिकारियों को इस बारे में तत्काल जानकारी दी गई  लेकिन किसी ने भी मदद नहीं की। इस बीच उसकी तबीयत लगातार बिगड़ती रही। जब वह अचेत होकर गिर पड़ा। तब वहां से बाहर निकाला गया और अस्पताल ले जाने पर चिकित्सकों ने  उसे मृत घोषित कर दिया। भाजपा ने इस पर चुनाव आयोग के पास शिकायत दर्ज कराने का मन बनाया है। 

ममता के ऑडियो क्लिप पर मचा घमासान, मांग की

कोलकाता। भाजपा के एक प्रतिनिधिमंडल ने शनिवार को बंगाल के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) आरिज आफताब से अनुरोध किया कि वो उस कथित ऑडियो क्लिप पर संज्ञान लें। ममता के ऑडियो क्लिप पर घमासान मचा और भाजपा ने जांच की मांग की।
जिसमें मुख्यमंत्री ममता बनर्जी कूच बिहार गोलीबारी के पीड़ितों के शवों के साथ रैली का प्रस्ताव देते सुनी जा रही हैं। क्योंकि राज्य में जारी चुनावों के बीच ऐसे किसी कदम से तनाव और बढ़ भाजपा के वरिष्ठ नेता स्वपन दासगुप्ता ने यहां सीईओ कार्यालय पहुंचे पार्टी प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व किया। दासगुप्ता ने संवाददाताओं को बताया कि उन्होंने आफताब को उस बातचीत से अवगत कराया जो संभवत: ममता बनर्जी और सीतलकूची से तृणमूल कांग्रेस के उम्मीदवार के बीच हुई और बताया कि इसकी वजह से विधानसभा चुनाव के अगले तीन चरणों में अप्रिय स्थिति बन सकती है।

विधानसभा चुनाव के पांचवें चरण का मतदान शुरू

कोलकाता। पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के पांचवें चरण का मतदान शुरू हो गया है। आज उत्तर बंगाल और दक्षिण बंगाल के छह जिलों की 45 सीटों पर मतदान किया जा रहा है। पोलिंग बूथ पर लंबी-लंबी कतारे लगी है। अधिकतर बूथ पर वोटर्स कोरोना गाइडलाइंस का उल्लंघन करते नजर आए कोरोना का कहर पश्चिम बंगाल में भी दिख रहा है। इसके बावजूद मतदान केंद्रों पर कोरोना से बचाव की गाइडलाइंस का पालन नहीं हो रहा है। मतदाता एक-दूसरे के एकदम करीब खड़े होकर वोट डालने का इंतजार कर रहे पांचवें चरण में राज्य में जलपाईगुड़ी, कलिम्पोंग दार्जिलिंग, नदिया, उत्तर 24 परगना और पुर्बा बर्धमान जिलों की 45 सीटों पर मतदान हो रहा है पांचवें चरण में उत्तर बंगाल की 13 सीटें भाजपा का मजबूत गढ़ मानी जाती हैं। वहीं इसके विपरीत दक्षिण बंगाल में तृणमूल की स्थिति अच्छी है। हालांकि दक्षिण बंगाल से अपना दबदबा खो चुका वामदल भी यहां कुछ सीटों पर आश्चर्यचकित कर सकता है।

खुद को देश के संविधान से ऊपर समझती है ममता

आसनसोल। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर आरोप लगाया कि वह खुद को देश के संविधान से ऊपर समझती हैं और दावा किया कि तृणमूल कांग्रेस की अध्यक्ष ने केंद्रीय बलों और सेना तक को ‘‘बदनाम’’ किया और राजनीति के लिए झूठे आरोप लगाए। यहां एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने दावा किया दो मई को पश्चिम बंगाल की जनता उन्हें भूतपूर्व मुख्यमंत्री का प्रमाणपत्र देने वाली है। 
केंद्र सरकार द्वारा कोरोना संक्रमण सहित अन्य मुद्दों पर बुलाई गई बैठकों में ममता बनर्जी की अनुपस्थिति को मुद्दा बनाते हुए मोदी ने आरोप लगाया कि ‘‘दीदी’’ अपने अहंकार में इतनी बड़ी हो गई है की हर कोई उन्हें अपने आगे छोटा दिखता है। उन्होंने कहा, ‘‘केंद्र सरकार ने अनेक बार अनेक विषयों पर बात करने के लिए बैठकें बुलाई है लेकिन दीदी कोई न कोई कारण बताकर इन बैठकों में नहीं आती हैं। कोरोना वायरस को लेकर बुलाई गई पिछली दो बैठकों में बाकी मुख्यमंत्री आए, लेकिन दीदी नहीं आई।

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