पंजाब लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं
पंजाब लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं

बुधवार, 22 सितंबर 2021

किसी दलित नेता को मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठाया

अमित शाह          
चडींगढ। पंजाब में कांग्रेस के प्रभारी मंत्री हरीश रावत ने ठीक उसी समय यह बयान क्यों दिया ? जब चरणजीत सिंह चन्नी ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। पंजाब में पहली बार किसी दलित नेता को मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठाया गया है। कांग्रेस ने कैप्टन अमरिंदर सिंह को मुख्यमंत्री के पद से हटाकर गलती की, ऐसा सभी लोग मानते हैं लेकिन वहां के नेताओं ने ऐसे हालात ही पैदा कर दिये थे जिससे कैप्टन को कुर्सी से उतारना ही पड़ा। कांग्रेस के पास कैप्टन के कद का कोई नेता नहीं है और 6 महीने बाद ही विधानसभा के चुनाव होने हैं। इस सब के बाद भी दलित मुख्यमंत्री का कार्ड भारी पड़ रहा था। हरीश रावत ने बयान दिया कि विधानसभा के चुनाव नवजोत सिद्धू के चेहरे पर लड़े जाएंगे। इसका सीधा मतलब कि दलित नेता को सिर्फ दिखाने के लिए सीएम बनाया गया है। अकाली दल और पंजाब में उसकी सहयोगी बसपा प्रमुख मायावती ने इस मामले को तुरंत उठाया। इस प्रकार पंजाब में हरीश रावत ने कांग्रेस का सारा गुड़ गोबर कर दिया है। हरीश रावत के बयान को हाईकमान का मंतव्य समझा जा रहा है। यदि हाईकमान ने नवजोत सिद्धू को है। साधारण राजनीति भी यही बताती है कि दलित मुख्यमंत्री बनाते ही सवर्ण जाट का चेहरा आगे करने से पूरी रणनीति बिखर गयी है। सिद्धू के मन का ही तो सब कुछ हो रहा था, फिर बयान देने की हरीश रावत को इतनी जल्दी क्यों हुई।
इसमें कोई संदेह नहीं कि पंजाब के नए सीएम ने अच्छी छाप छोड़ी। पंजाब के सीएम चरणजीत सिंह चन्नी ने पदभार संभालने के बाद किसानों और आम लोगों को बड़ा तोहफा दिया है। चन्नी ने शपथ ग्रहण करने के बाद अपने पहले संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘हम किसानों के पानी और बिजली के बिल माफ करेंगे।’ पंजाब के सीएम ने कहा, ‘पंजाब सरकार किसानों के साथ खड़ी है। हम केंद्र से तीन कृषि कानूनों को वापस लेने की अपील करते हैं। अगर ये तीनों कानून वापस नहीं लिए गए तो किसानी खत्म हो जाएगी और पंजाब के हर परिवार पर फर्क पड़ेगा।’  उन्होंने इसके साथ ही कहा किसानों पर अगर किसी तरह की आंच आई तो वह अपनी गर्दन पेश कर देंगे। उन्होंने अपने को आम आदमी (कामन मैन) बताया।
चंडीगढ़ में अपनी पहली प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए चन्नी भावुक हो गए। उन्होंने खुद के गरीब परिवार में पैदा होने का जिक्र करते हुए कहा कि वह इस बड़ी जिम्मेदारी देने के लिए कांग्रेस नेतृत्व का धन्यवाद करते हैं। उन्होंने कहा कि ‘कांग्रेस ने एक आम आदमी को मुख्यमंत्री बना दिया है।’ उन्होंने कहा कि पार्टी सुप्रीम है। सीएम या एमएलए सुप्रीम नहीं है।’ उन्होंने कहा कि सरकार कांग्रेस की विचारधारा पर चलेगी, जो सबको साथ लेकर चलने की है। उन्होंने कहा कि जाति या संप्रदाय के नाम पर कोई तोड़ नहीं सकता। उन्होंने कहा, ‘पंजाब की एकता, अखंडता और भाईचारा को कायम रखना है। हम सबको मिलकर रहना है। पंजाब को आगे बढ़ाना है। चन्नी ने यह भी कहा कि रेत माफिया के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी और सभी मुद्दों का समाधान होगा। उन्होंने कांग्रेस नेतृत्व की ओर से तय 18 सूत्री कार्यक्रम का उल्लेख करते हुए कहा कि वह राज्य के लोगों का भरोसा दिलाते हैं कि आने वाले दिनों में सभी मसलों का हल होगा। नवनियुक्त सीएम ने कहा, ‘मैं पंजाब के आम लोगों की आवाज बनूंगा। कैप्टन अमरिंदर सिंह पर चन्नी ने कहा ‘वह हमारे नेता हैं। उन्होंने कहा कि कैप्टन सरकार के अधूरे काम हम पूरे करेंगे।’ चन्नी ने कहा, ‘राहुल गांधी एक क्रांतिकारी नेता हैं। मैं पंजाब प्रदेश कांग्रेस, कैप्टन अमरिंदर सिंह और पंजाब के लोगों का शुक्रगुजार हूं।’ चन्नी ने कहा, ‘मैं खुद एक रिक्शा चालक रहा हूं? मैं किसी को भी कृषि क्षेत्र को चोट नहीं पहुंचाने दूंगा। मैं केंद्र से काले कानूनों को निरस्त करने की अपील करूंगा। मैं किसानों के संघर्ष का पूरा समर्थन करता हूं।’ चन्नी ने इतना अच्छा माहौल बनाया था लेकिन हरीश रावत के बयान ने किये धरे पर पानी फेर दिया। अभी कुछ दिन पहले ही पंज प्यारे कहकर वे कांग्रेस की फजीहत करवा चुके हैं।

गौरतलब है कि राज्य में विपक्षी दल आम आदमी पार्टी ने ऐलान किया था कि अगर वह आगामी चुनावों के बाद सरकार में आई तो फ्री बिजली और पानी का इंतजाम करेगी। ऐसे में कांग्रेस सरकार की कोशिश है कि वह अपने विपक्षियों को जनता के बीच कोई खास मौका न दे इसीलिए पंजाब में कांग्रेस पार्टी ने एक दलित चरनजीत सिंह चन्नी को सीएम की कुर्सी पर बैठाया और इधर यूपी में मायावती ने कांग्रेस पार्टी पर हमला बोल दिया। कांग्रेस और बसपा का दलित वोट बैंक से रिश्ता ही ऐसा है। एक का प्लस दूसरे का माइनस बन जाता है। दलित पहले कांग्रेस के साथ थे। जैसे जैसे उसका साथ छोड़ते गये, बसपा के साथ जुड़ते गये। इसीलिए कांग्रेस खत्म होती गयी और बसपा खिलती गयी। अब मायावती सशंकित रहती हैं कि कहीं दलित फिर से न कांग्रेस की ओर रूख कर लें। कांग्रेस की यही लालसा है कि उसका घर फिर से दलित बसा दें। झगड़ा इसी का है। पंजाब और यूपी में अगले साल एक साथ विधानसभा के चुनाव होने हैं। पंजाब में तो कांग्रेस ने दलित कार्ड चल दिया है लेकिन, इसे यूपी में भी खूब प्रचारित किया जायेगा। दलित वोट बैंक की गोलबंदी के लिए कांग्रेस पार्टी यूपी की अपनी रैलियों और सभाओं में भी इसे जोर जोर से बताएगी कि उसने एक दलित को सीएम बनाया।
दलित वोट बैंक से कांग्रेस और बसपा का क्या रिश्ता रहा है। आंकड़े बताते हैं कि 1985 के बाद से कांग्रेस का ग्राफ गिरता चला गया। 1985 में यूपी में कांग्रेस का वोट शेयर 39 फीसदी था। 1989 में ये गिरकर 29 फीसदी रह गया। 1991 में तो मात्र 18 फीसदी ही बचा। 1993 में और गिरकर 15 फीसदी पर आ टिका। यही वो चुनाव था जिसमें दलित वोटबैंक पूरी तरह कांग्रेस से टूटकर बसपा के खेमे में जा खड़ा हुआ। बसपा के आंकड़े देखिए। 1989 और 1991 के चुनाव में बसपा को मात्र 10 फीसदी वोट मिले थे लेकिन, 1993 में उसका वोट शेयर बढ़ गया। पार्टी को 28 फीसदी से ज्यादा वोट मिले। बसपा के लिए यही चुनाव टर्निंग प्वाइंट था। इस चुनाव में दलित वोट बैंक कांग्रेस से पूरी तरह टूटकर बसपा के खेमें में आ चुका था। तब से लेकर आजतक बसपा गिरती हालत में भी 20 फीसदी से ज्यादा वोट हासिल करती रही है और कांग्रेस 10 फीसदी से कम (2012 के चुनाव को छोड़कर)। बता दें कि इसी के बाद बसपा को सत्ता में आने का मौका हासिल हुआ। मायावती इसी वोट बैंक के सहारे चार बार सीएम बनीं। भले ही ये कहा जाए कि मायावती को सीएम बनाने में और भी कई समुदायों का वोट बैंक शामिल रहा है लेकिन, कोर वोट बैंक तो दलित समुदाय ही माना जाता है। 
अब कांग्रेस बसपा से इस वोट बैंक की छीनाझपटी में लगी है। ऐसा होते देख मायावती भला चुप कैसे रह सकती हैं। उन्हें भी तो अपना घर बचाना है। लिहाजा वे भाजपा पर हमला बोलते-बोलते कांग्रेस को लपेटे में लेना नहीं भूलतीं। चरणजीत सिंह चन्नी के राज्य का सीएम चुने जाने के बाद हरीश रावत ने सिद्धू के चेहरे पर चुनाव लड़ने की बात कह दी। पंजाब राज्य कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने पार्टी के पंजाब के प्रभारी हरीश रावत के उस बयान को लेकर असहमति जताई है। जिसमें उन्होंने (रावत) ने कहा था कि अगले वर्ष होने वाले राज्य के विधानसभा चुनाव नवजोत सिंह सिद्धू की अगुवाई में लड़े जाएंगे। 

सोमवार, 20 सितंबर 2021

पंजाब में नेता चन्नी ने मुख्यमंत्री पद की शपथ लीं

अमित शर्मा          
चंडीगढ़। पंजाब में कांग्रेस विधायक दल के नेता चरणजीत सिंह चन्नी ने सोमवार को मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। चन्नी पंजाब में मुख्यमंत्री बनने वाले दलित समुदाय के पहले व्यक्ति हैं। उनके साथ सुखजिंदर सिंह रंधावा और ओम प्रकाश सोनी ने मंत्री पद की शपथ ली जो राज्य के उप मुख्यमंत्री हो सकते हैं। रंधावा जट सिख और सोनी हिंदू समुदाय से आते हैं।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी शपथ ग्रहण होने के कुछ मिनटों के बाद राजभवन पहुंचे और तीनों नेताओं को बधाई दी। 
कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि राहुल गांधी को पहुंचने में कुछ मिनटों का विलंब हो गया था। चन्नी दलित सिख (रामदासिया सिख) समुदाय से आते हैं और अमरिंदर सरकार में तकनीकी शिक्षा मंत्री थे। वह रूपनगर जिले के चमकौर साहिब विधानसभा क्षेत्र से विधायक हैं। वह इस क्षेत्र से साल 2007 में पहली बार विधायक बने और इसके बाद लगातार जीत दर्ज की।
वह शिरोमणि अकाली दल-भाजपा गठबंधन के शासनकाल के दौरान साल 2015-16 में विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष भी थे। रंधावा गुरुदासपुर जिले के डेरा बाबा नानक विधानसभा क्षेत्र से विधायक हैं। वह अमरिंदर सिंह के नेतृत्व वाली सरकार में कारागार मंत्री थे। सोनी अमृतसर (मध्य) विधानसभा क्षेत्र से विधायक हैं और पिछली सरकार में स्कूली शिक्षा मंत्री थे। रंधावा और सोनी को इस सरकार में महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपकर कांग्रेस ने सामाजिक समीकरण को साधने की कोशिश की है।
अमरिंदर सिंह के इस्तीफा देने के बाद चन्नी को कांग्रेस विधायक दल का नया नेता चुना गया। कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि चन्नी मुख्यमंत्री पद के लिए राहुल गांधी की पसंद हैं। सूत्रों का कहना है कि मुख्यमंत्री चन्नी आज दिन में पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह से मुलाकात कर उन्हें मनाने की कोशिश कर सकते हैं।
अमरिंदर सिंह ने शनिवार को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था और कहा था कि विधायकों की बार-बार बैठक बुलाए जाने से उन्होंने अपमानित महसूस किया, जिसके बाद उन्होंने यह कदम उठाया। इस्तीफा देने से पहले अमरिंदर सिंह ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र लिखकर हालिया राजनीतिक घटनाक्रम को लेकर पीड़ा व्यक्त की और इस बात को लेकर चिंता जताई कि इन घटनाक्रम से राज्य में अस्थिरता आ सकती है।

रविवार, 19 सितंबर 2021

सिद्धु को सीएम बनाने की कोशिश का विरोध: कैप्टन

अमित शर्मा     
चंडीगढ़। कैप्टन अमरिंदर सिंह के इस्तीफे के बाद पंजाब का नया सीएम कौन होगा ये सवाल सबके मन में चल रहा है। सीएम पद की रेस में वरिष्ठ कांग्रेसी नेता सुनील जाखड़, सोनिया गांधी की विश्वासपात्र अंबिका सोनी, राज्यसभा सांसद प्रताप सिंह बाजवा का नाम आगे चल रहा है। हालांकि ये सब अभी कयास ही है। 
आज कांग्रेस ने विधायक दल की बैठक बुलाई है। इस बैठक में नए सीएम के नाम का अंतिम रूप से चयन होगा। इस बीच पूर्व सीएम कैप्टन अमरिंदर ने कहा है कि वे नवजोत सिंह सिद्धू को सीएम बनाने की किसी भी कोशिश का विरोध करेंगे। अब सबकी नजरें विधायक दल के बैठक पर हैं।

शनिवार, 18 सितंबर 2021

पंजाब के सीएम अमरिंदर ने पद से इस्तीफा दिया

राणा ओबरॉय       

चंडीगढ़। पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। शाम 5 बजे कांग्रेस विधायक दल की बैठक से पहले उन्होंने अपने करीबी विधायकों के साथ बैठक भी की और इसके बाद राजभवन जाकर राज्यपाल को इस्तीफा सौंप दिया। कैप्टन अमरिंदर सिंह ठीक 4:30 बजे राजभवन पहुंचे और इस्तीफा दिया। इस वक्त उनके साथ पत्नी परनीत कौर भी मौजूद थीं।

कांग्रेस पार्टी में यह भूचाल ऐसे समय पर आया है जब कुछ ही महीनों बाद राज्य में विधानसभा चुनाव होने जा रहा है। अकाली दल और आम आदमी पार्टी ने कांग्रेस से सत्ता छीनने की पूरी कोशिश में जुटी हैं। राज्य में विधानसभा चुनावों के ऐन पहले पार्टी में मचा यह घमासान उसे भारी पड़ सकता है। राज्य सरकार के नेतृत्व में परिवर्तन का जनता के बीच गलत संकेत भी जा सकता है। 

गौरतलब है कि कैप्टन अमरिंदर की कार्यशैली से नाराज होकर 40 विधायकों ने और मंत्रियों ने पार्टी हाईकमान से शिकायत की थी। विधायकों और मंत्रियों ने कहा कि जरूरी काम के लिए भी मुख्यमंत्री से मिलना बेहद मुश्किल है। इससे पहले हरीश रावत ने ट्वीट कर कहा था कि प्रदेश के पार्टी विधायकों ने पार्टी हाईकमान को पत्र लिख कर विधायक दल की तत्काल बैठक बुलाने की मांग की है जिसे देखते हुए 18 सितंबर को शाम 5 बजे यह बैठक बुलाने का फैसला लिया गया है। 

कैप्टन अमरिंदर ने प्रताप सिंह बाजवा, गुरप्रीत औजला समेत अनेक सांसदों और समर्थक विधायकों से बातचीत की। उन्होंने सोनिया गांधी समेत पार्टी के शीर्ष नेताओं से भी बातचीत की और अपनी नाराजगी जाहिर की। सूत्रों ने बताया कि मुख्यमंत्री को इस्तीफा देने को कह दिया गया था। कैप्टन ने सोनिया गांधी से कह दिया था कि उन्हें पद हटाया जाना अपमान होगा जिसे वह बदार्श्त नहीं करेंगे। वह पार्टी तक छोड़ सकते हैं। 

गुत्थी के संस्करण के समाधान का रास्ता निकाला

राणा ओबराय               
चंडीगढ़। पंजाब में कांग्रेस विधायक दल की महत्वपूर्ण बैठक से पहले पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने शनिवार को कहा कि राहुल गांधी ने पार्टी की राज्य इकाई में उलझी हुई गुत्थी को सुलझाने का जो रास्ता अपनाया है। उसने न सिर्फ कांग्रेस कार्यकर्ताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया है, बल्कि अकाली दल की बुनियाद हिल गई है।
उन्होंने ट्वीट किया, ”वाह राहुल गांधी, आपने बेहद उलझी हुई गुत्थी के पंजाबी संस्करण के समाधान का रास्ता निकाला है। आश्चर्यजनक ढंग से नेतृत्व के इस साहसिक फैसले ने न सिर्फ पंजाब कांग्रेस के झंझट को खत्म किया है, बल्कि इसने कार्यकर्ताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया है और अकालियों की बुनियाद हिला दी है।”
गौरतलब है कि कांग्रेस की पंजाब इकाई में जारी तनातनी के बीच अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) के निर्देश पर शनिवार शाम राज्य के कांग्रेस विधायक दल की बैठक बुलाई गई है। कांग्रेस महासचिव एवं पंजाब मामलों के प्रभारी हरीश रावत ने शुक्रवार रात को इस बारे में घोषणा की।
मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह और प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू के बीच पिछले कई महीनों से चल रही तनातनी की पृष्ठभूमि में हो रही विधायक दल की इस बैठक की वजह से नेतृत्व परिवर्तन की भी अटकलें लग रही हैं, हालांकि अभी पार्टी की तरफ से कुछ नहीं कहा गया है।

विधायक दल की बैठक तत्काल बुलाने का अनुरोध

राणा ओबराय          
चंडीगढ़। कांग्रेस की पंजाब इकाई में जारी तनातनी के बीच अखिल भारतीय कांग्रेस समिति (एआईसीसी) ने शनिवार को राज्य के कांग्रेस विधायक दल की बैठक बुलाई है। एआईसीसी के महासचिव एवं पंजाब मामलों के प्रभारी हरीश रावत ने शुक्रवार रात को इस बारे में घोषणा की।
रावत ने ट्वीट किया, ”कांग्रेस के अनेक विधायकों ने एआईसीसी से पंजाब कांग्रेस विधायक दल की बैठक तत्काल बुलाने का अनुरोध किया। इसी क्रम में पंजाब प्रदेश कांग्रेस समिति के कार्यालय में 18 सितंबर को शाम पांच बजे विधायक दल की बैठक बुलाई गई है।
पंजाब कांग्रेस के सभी विधायकों से बैठक में शामिल होने का अनुरोध किया जाता है” इस ट्वीट में उन्होंने कांग्रेस नेता राहुल गांधी, मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह और पंजाब कांग्रेस प्रमुख नवजोत सिंह सिद्धू को भी टैग किया।
सिद्धू ने शुक्रवार रात को ट्विटर पर लिखा, ”एआईसीसी के निर्देश पर कांग्रेस विधायक दल की बैठक पंजाब प्रदेश कांग्रेस समिति के कार्यालय में 18 सितंबर 2021 को शाम पांच बजे बुलाई गई है।” पिछले महीने, राज्य के चार मंत्रियों और अनेक विधायकों ने मुख्यमंत्री के खिलाफ असंतोष के स्वर उठाए थे और कहा था कि उन्हें अब इस बात का भरोसा नहीं है कि अमरिंदर सिंह में अधूरे वादों को पूरा करने की क्षमता है।

शुक्रवार, 17 सितंबर 2021

किसानों से संवाद, संकट का हल ढूंढने की कोशिश

राणा ओबराय        
चंडीगढ़। पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कृषि कानूनों के एक साल पूरा होने पर आज केंद्र सरकार से मांग की कि तीनों ‘काले‘ कृषि कानून रद्द किये जाएं और किसानों से संवाद कर संकट का हल ढूंढने की कोशिश की जाए। यहां पंजाब कृषि विश्वविद्यालय, लुधियाना की तरफ से आयोजित तीसरे प्रदेश स्तरीय ‘किसान मेला‘ का उद्घाटन करते हुए कैप्टन ने कहा कि किसान आंदोलन में कई किसानों की मौत हुई है और समय आ गया है कि केंद्र अपनी गलती महसूस करे और किसान व राष्ट्रहित में कानून वापस ले।
वह कमीज पर ‘नो फार्मर्स, नो फूड‘ (‘किसान नहीं, भोजन नहीं‘) का बैज लगाये हुए थे। किसान मेला की थीम ‘करें पराली की संभाल, धरती माता हो खुशहाल‘ है और उद्देश्य किसानों को पराली जलाने से हतोत्साहित करना है।उन्होंने कहा कि संविधान में 127 बार संशोधन किया गया है, तो एक बार और क्यों नहीं किया जा सकता कि कृषि कानून निरस्त किये जाएं और किसान आंदोलन का हल निकाला जा सके। उन्होंने दावा किया कि केंद्र ने पिछले नवंबर में उन्हें पंजाब के किसानों को दिल्ली जाने से हतोत्साहित करने को कहा था लेकिन उन्होंने कह दिया कि वह किसानों को नहीं रोकेंगे क्योंकि विरोध करने का लोगों का लोकतांत्रिक अधिकार है।

गुरुवार, 16 सितंबर 2021

ईंधन टैंक में विस्फोट होने से एक व्यक्ति की मौंत

राणा ओबराय           
चंडीगढ़। पंजाब के फाजिल्का जिले में मोटरसाइकिल के ईंधन टैंक में विस्फोट होने से गंभीर रूप से घायल हुए 22 वर्षीय एक व्यक्ति की मौत हो गई है। पुलिस ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) की एक टीम उस स्थान पर पहुंचेगी जहां विस्फोट हुआ था। 
पुलिस ने बताया कि घटना बुधवार शाम की है जब फिरोजपुर निवासी बलविंदर सिंह अपने एक रिश्तेदार से मिलने जलालाबाद की पुरानी सब्जी मंडी से बैंक रोड की ओर जा रहा था। 
उन्होंने बुधवार को बताया कि जब वह एक बैंक के पास पहुंचा, तो मोटरसाइकिल के ईंधन टैंक में विस्फोट हो गया, जिससे वह घायल हो गया।
उन्होंने बताया कि उसे फरीदकोट मेडिकल कॉलेज और अस्पताल रेफर किया गया, जहां उसने दम तोड़ दिया। पंजाब के पुलिस महानिरीक्षक (फिरोजपुर रेंज) जतिंदर सिंह औलख ने बृहस्पतिवार को बताया कि एनआईए की एक टीम जांच के लिए घटनास्थल का दौरा करेगी, जबकि चंडीगढ़ की एक फोरेंसिक टीम पहले से ही इसका विश्लेषण करने और नमूने एकत्र करने के लिए वहां मौजूद है। उन्होंने बताया कि इलाके की घेराबंदी कर दी गई है और वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों का एक दल घटनास्थल पर मौजूद है।

बुधवार, 15 सितंबर 2021

23 से पंजाब के तीन दिवसीय दौरा करेंगे टिकैत

जालंधर। दिल्ली मोर्चा और मुजफ्फरनगर किसान महापंचायत को सफल बनाने के लिए पंजाब के लोगों का धन्यवाद करने और हरमंदिर साहब में माथा टेकने के लिए किसान नेता राकेश टिकैत 23 सितंबर से पंजाब के तीन दिवसीय दौरा करेंगे।

भारतीय किसान यूनियन लक्खोवाल के महा सचिव हरिन्दर सिंह लक्खोवाल ने बुधवार को बताया कि महाकिसान पंचायत की सफलता पर गुरू साहिबान का शुक्राना अदा करने के लिए राकेश टिकैत 23 सितंबर को गाजीपुर बार्डर से सुबह दस बजे रवाना होंगे और राजपुरा, डेहलों से होते हुए रात को लक्खोवाल में रूकेंगे। वह 24 सितंबर को जालंधर और रईया होते हुए शाम को अमृतसर पहुंचेगे तथा 25 सितंबर को पट्टी, जीरा, मोगा, चोकीमान टोल प्लाजा होते हुए वापस गाजीपुर बार्डर पहुंचेंगे। इस दौरान वह प्रेस सम्मेलन तथा किसानों को भी संबोधित कर 27 सितंबर के भारत बंद की अपील करेंगे।

बुधवार, 8 सितंबर 2021

मोहाली फार्महाउस में होगा रात्रिभोज का आयोजन

राणा ओबराय                   
चंडीगढ़। पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह टोक्यो ओलंपिक में पदक जीतने वाले राज्य के खिलाड़ियों और स्वर्ण पदक विजेता नीरज चोपड़ा के लिए बुधवार को रात्रिभोज का आयोजन कर रहे हैं और उनके लिए वह खुद लजीज़ व्यंजन तैयार करेंगे। रात्रिभोज का आयोजन मोहाली के सिसवां में सिंह के फार्महाउस में होगा। 
मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार रवीन ठकराल ने मंगलवार को ट्वीट कर कहा, ”पंजाब के ओलंपिक पदक विजेताओं और नीरज चोपड़ा से किए गए अपने वादे को पूरा करने के लिए मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह उनके वास्ते खुद भोजन तैयार करेंगे। भोज में पटियाला के पुलाव, गोश्त, चिकन, आलू और जरदा राइस जैसे लजीज व्यंजन परोसे जाएंगे।” मुख्यमंत्री ने पिछले महीने ओलंपिक पदक विजेताओं के लिए आयोजित समारोह में उनसे, उन्हें अपने हाथ का बना भोजन कराने का वादा किया था।


शनिवार, 28 अगस्त 2021

अमरिंदर और सिद्धू के बीच सियासी खींचतान जारी

राणा ओबराय              
चंडीगढ़। पंजाब में कैप्टन अमरिंदर सिंह और नवजोत सिंह सिद्धू के बीच सियासी खींचतान जारी है। ऐसे में उत्तराखंड में पूरि ध्यान केंद्रित करने के राष्ट्रीय महासचिव हरीश रावत की मंशा अभी पूरी होती नहीं दिख रही है। अब राहुल गांधी के निर्देश पर वह फिर पंजाब जाएंगे।
कांग्रेस मान रही थी कि सिद्धू को पंजाब कांग्रेस का कैप्टन बनाने पर कांग्रेस की सलह खत्म हो जाएगी, मगर ऐसा दिख नहीं रहा है। हर दिन की बयानबाजी और पंजाब की सियासी लड़ाई से आलकमान भी परेशान हो गई है। पंजाब की उलझन को सुलझाने की कोशिशों में जुटे राज्य के कांग्रेस प्रभारी हरीश रावत ने राहुल गांधी से मुलाकात की। मुलाकात के बाद हरीश रावत ने कहा कि राहुल गांधी के साथ मेरी बहुत छोटी मुलाकात हुई। पंजाब में जो भी स्थिति है, मैंने उन्हें उससे अवगत कराया है। मैं कांग्रेस अध्यक्ष को पहले ही बता चुका हूं। इससे ज्यादा कुछ नहीं। उन्होंने आगे कहा कि मैं एक-दो दिन में पंजाब जाऊंगा। मैं मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह और पंजाब कांग्रेस प्रदेश प्रमुख नवजोत सिंह सिद्धू से जरूर मिलूंगा।
पंजाब कांग्रेस प्रभारी हरीश रावत से जब पूछा गया कि क्या वह प्रभारी के रूप में अपने पद पर बने रहेंग तो इस पर उनका जवाब था कि कांग्रेस में पार्टी नेतृत्व जो भी निर्णय लेता है, वही अंतिम निर्णय होता है। जब तक वे मुझसे कहेंगे, तब तक मैं काम करता रहूंगा। बता दें कि शुक्रवार को पंजाब की सियासी खींचतान के बीच उन्होंने सोनिया गांधी से मिलकर कहा था कि उन्हें पंजाब प्रभारी की जिम्मेदारी से मुक्ति दे दी जाए।
उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी की चुनाव अभियान समिति के प्रमुख रावत ने गुरुवार को कहा था कि उनके मन में यह है कि राज्य विधानसभा चुनाव पर पूरा ध्यान लगाने के लिए वह नेतृत्व से पंजाब प्रदेश कांग्रेस की जिम्मेदारी से मुक्त किए जाने का आग्रह करेंगे। रावत यह भी कहा था, ”अगर मेरी पार्टी कहती है, आप इसे (पंजाब प्रभारी की जिम्मेदारी) जारी रखें तो मैं इस जिम्मेदारी का निवर्हन करता रहूंगा।” गौरतलब है कि पंजाब और उत्तराखंड में अगले साल फरवरी-मार्च में विधानसभा चुनाव होना है। पंजाब में मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह और प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू के बीच रिश्तों में कड़वाहट के कारण पिछले कुछ महीनों में कई बार विवाद खड़ा हुआ है।

बुधवार, 25 अगस्त 2021

पार्टी अमरिंदर सिंह के नेतृत्व में ही लड़ेगी चुनाव

राणा ओबराय              
चंडीगढ़। पंजाब कांग्रेस में मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह तथा प्रदेश अध्यक्ष नवजोतसिंह सिद्धू में जारी घमासान के बीच पार्टी के प्रदेश प्रभारी हरीश रावत ने कहा है कि पार्टी आगामी विधानसभा चुनाव कैप्टन अमरिंदर सिंह के नेतृत्व में ही लडेगी। रावत ने कहा कि पंजाब कांग्रेस में सिद्धू तथा कैप्टन अमरिंदर सिंह के बीच चल रही तनातनी को जल्द ही सुलझा लिया जाएगा और इस बारे में वह कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी तथा पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी से मिलकर उन्हें स्थिति की जानकारी देंगे।
कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी ने कहा कि पार्टी के सभी नेताओं का सोनिया गांधी और पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी पर पूरा विश्वास है और पार्टी नेतृत्व जो भी कहेगा उसका सभी पालन करेंगे इसलिए उन्हें पूरा भरोसा है कि पार्टी नेता परस्पर मतभेद भुला देंगे और अगले विधानसभा चुनाव में एकजुट होकर कांग्रेस को फिर सत्ता में लाएंगे।
इस बीच सूत्रों ने बताया कि पार्टी के असंतुष्ट गुट के पांच बड़े नेता मंगलवार को दिल्ली पहुंचे हैं और वे सोनिया गांधी से मिलने का समय मांग रहे हैं। बताया जा रहा है कि सिद्धू गुट के ये सभी नेता कैप्टन के खिलाफ मोर्चाबंदी करने के लिए दिल्ली मे डटे हैं।


मंगलवार, 24 अगस्त 2021

मांगों के अनुरूप गन्ने की कीमतें बढ़ाई जानी चाहिए

अमित शर्मा       

चंडीगढ़। गन्ने की कीमतों पर पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह के साथ किसानों की बैठक से पहले कांग्रेस की राज्य इकाई के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने मंगलवार को कहा कि गन्ना किसानों की मांगों के अनुरूप गन्ने की कीमतें तत्काल बढ़ाई जानी चाहिए। सिद्धू ने यह भी कहा कि गन्ने का राज्य समर्थन मूल्य (एसएपी) वर्ष 2018 से नहीं बढ़ाया गया है। जबकि इसका लागत मूल्य 30 प्रतिशत तक बढ़ गया है।मुख्यमंत्री गन्ने की कीमतों और बकाए के भुगतान पर किसान नेताओं से मंगलवार को मुलाकात करने वाले हैं। अपनी मांगों को ले कर किसानों का प्रदर्शन मंगलवार को पांचवे दिन भी जारी है और इन प्रदर्शनों से रेल सेवाएं तथा सड़क यातायात प्रभावित हुआ है। सिद्धू ने ट्वीट किया कि गन्ना किसानों के लिए एसएपी 2018 के बाद से नहीं बढ़ा है। जबकि लागत मूल्य में 30 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि हुई है।

शुक्रवार, 20 अगस्त 2021

किसानों ने यातायात को ठप करने की चेतावनी दी

जालंधर। चीनी मिलों द्वारा खरीदे गये गन्ने के पैसे अदा नहीं करने और गन्ने का समर्थन मूल्य घोषित करने की मांग को लेकर पंजाब गन्ना संघर्ष कमेटी के आह्वान पर किसान शुक्रवार को जालंधर-दिल्ली राष्ट्रीय मार्ग पर स्थित धन्नोवाली फाटक के सामने धरने पर बैठ गए जिससे यातायात पूरी तरह से ठप हो गया।

किसानों ने रेलवे यातायात को भी ठप करने की चेतावनी दी है। धरने के कारण कई किलोमीटर लंबा जाम लगा हुआ है। पुलिस उपायुक्त (यातायात) नरेश डोगरा के अनुसार यातायात को सुचारु रूप से चलाने के लिए कई स्थानों पर वाहनों के मार्ग में परिवर्तन किए गए हैं।

डीजीपी सुमेध को ब्यूरो की हिरासत से रिहा किया

अमित शर्मा           

चंडीगढ़। पंजाब के पूर्व पुलिस महानिदेशक सुमेध सिंह सैनी को पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय के निर्देश पर शुक्रवार को तड़के सतर्कता ब्यूरो की हिरासत से रिहा कर दिया गया। उच्च न्यायालय ने धोखाधड़ी और जालसाजी मामले में उनकी गिरफ्तारी को गैरकानूनी बताया। न्यायमूर्ति अरुण कुमार त्यागी की अदालत ने बृहस्पतिवार रात को सैनी को रिहा करने का आदेश दिया। 

राज्य के सतर्कता ब्यूरो ने धोखाधड़ी, जालसाजी और अन्य अपराधों के लिए सितंबर 2020 में दर्ज एक मामले के संबंध में बुधवार रात को सैनी को गिरफ्तार किया था। उच्च न्यायालय के आदेश के बाद मोहाली अदालत परिसर में मौजूद सैनी को रिहा कर दिया गया। सैनी देर रात करीब दो बजे मोहाली अदालत परिसर से रवाना हुए।

सोमवार, 16 अगस्त 2021

शांति भंग करने की कोशिश, बख्शा नहीं जायेगा

राणा ओबराय            
चडींगढ। पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने दो टूक शब्दों में पाकिस्तान को नसीहत देते हुये कहा कि यदि किसी ने हमारी शांति भंग करने की कोशिश की तो उसे बख्शा नहीं जायेगा। उन्होंने कल स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर ऐतिहासिक एवं धार्मिक नगरी में ध्वजारोहण के बाद वहां उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुये कहा कि सीमावर्ती राज्य की रक्षा करने में कोई चूक नहीं होगी। पड़ोसी देश हमेशा मुश्किलें खड़ी करने की ताक में रहता है ।‘हम शांति चाहते हैं और भारतीय क्षेत्र में किसी भी हमलावर कार्रवाई या हमले को बर्दाश्त नहीं करेंगे। पाकिस्तान कोई मुसीबत खड़ी करता है तो हम उनको ऐसा सबक सिखाएंगे जो वह जि़ंदगी भर याद रखेगा।’ पड़ोसी मुल्कों द्वारा राज्य में हथियारों और नशीले पदार्थों की तस्करी के लिए ड्रोन का प्रयोग का जि़क्र करते हुए सीएम कैप्टन सिंह ने चेतावनी दी कि पाकिस्तान पंजाब में किसी भी स्थिति का लाभ लेने का कोई मौका नहीं छोड़ेगा।
इसलिये हमें खुद सतर्क रहना होगा ताकि हमारा कोई नाजायज फायदा न उठा सके । उद्योग के विकास को प्रोत्साहित करने और प्रदेश के विकास और अमन शांति की ज़रूरत पर बल देते हुए उन्होंने कहा कि उनकी सरकार गैंगस्टरों और आतंकवादियों समेत किसी भी खतरे को बर्दाश्त नहीं करेगी और हम ऐसी किसी भी कोशिश के विरुद्ध सख़्ती से पेश आएंगे।
पंजाब के लिए कोई भी ख़तरा हमारे समूचे मुल्क के लिए ख़तरा होगा। उन्होंने बताया कि सरकार के सत्ता संभालने से लेकर 47 पाकिस्तानी आतंकवादी मॉड्यूलों और 347 गैंग्स्टरों के मॉड्यूलों को निष्प्रभावी किया गया है, जिनमें से कुछ बड़े गैंगस्टरों को अर्मेनिया, यूएई और अन्य देशों से डिपोर्ट करवाया गया और कई अन्य को डिपोर्ट करवाने की कार्यवाही जारी है।

मंगलवार, 10 अगस्त 2021

इकाई ने ‘भारतीय आर्थिक पार्टी’ का गठन किया

राणा ओबराय                 
लुधियाना। पंजाब में उद्योगपतियों की एक इकाई ने यहां ‘भारतीय आर्थिक पार्टी’ का गठन कर भारतीय किसान यूनियन (चढूनी) के प्रमुख गुरनाम सिंह चढूनी को 2022 में विधानसभा चुनाव में पार्टी का मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित किया है।
‘भारतीय आर्थिक पार्टी’ नाम की इस नई पार्टी ने किसानों, व्यापारियों और श्रमिकों का प्रतिनिधित्व करने का दावा किया है। हरियाणा के किसान नेता चढूनी की अध्यक्षता में विभिन्न व्यापारिक संगठनों के प्रतिनिधियों ने मुलाकात कर नई पार्टी की शुरुआत की।
एक व्यापारिक संगठन का नेतृत्व करने वाले तरुण बावा को नवगठित पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया गया। वहीं चढूनी को राज्य में 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री पद का चेहरा घोषित किया। चढूनी इस पार्टी में शामिल तो नहीं हुए लेकिन मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार के तौर पर उनके नाम की घोषणा के दौरान वह मंच पर मौजूद थे।
पिछले महीने चढूनी ने ‘मिशन पंजाब’ की बात करते हुए कहा था कि पंजाब में केंद्र के कृषि क़ानूनों के विरोध में प्रदर्शन करनेवाले संगठनों को पंजाब विधानसभा का चुनाव लड़ना चाहिए क्योंकि इससे  एक मॉडल पेश होगा कि तंत्र को कैसे बदला जाता है।
यहां सभा को संबोधित करते हुए चढूनी ने कहा कि ‘भारतीय आर्थिक पार्टी’ उनके ‘मिशन पंजाब-2022’ को सफल बनाने की दिशा में काम करेगी। उन्होंने कहा कि हमने पंजाब विधानसभा चुनाव-2022 में सभी 117 सीटों पर चुनाव लड़ने का फैसला किया है। उन्होंने दावा किया कि किसान, व्यापारी और श्रमिकों को कांग्रेस और भाजपा दोनों के हाथों लगातार उपेक्षा का सामना करना पड़ा है।
चढूनी ने आशा व्यक्त की कि ‘भारतीय आर्थिक पार्टी’ समाज के इन उपेक्षित वर्गों के लिए काम करेंगी। उन्होंने कहा कि किसी राजनीतिक पार्टी ने अब तक एमएसपी (न्यूनतम समर्थन मूल्य) के मुद्दे पर न तो कोई घोषणा की है और न किसानों को आश्वासन दिया है।
किसान नेता ने दावा किया कि नई पार्टी सदन में बहुमत हासिल करेगी और किसानों, व्यापारियों और श्रमिकों के हितों वाले क़ानून लाए जाएंगे। चढूनी ने शनिवार को संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) की सभी बैठकों से अलग रहने की घोषणा करते हुए आरोप लगाया कि इस आंदोलन का नेतृत्व कर रहे संयुक्त मोर्चे के कुछ नेता उनके और उनके समर्थकों के साथ भेदभाव कर रहे हैं।
हालांकि उन्होंने कहा कि वह इस संगठन के सभी फैसलों का पालन करेंगे क्योंकि वह नहीं चाहते हैं कि किसानों का आंदोलन कमजोर हो। पिछले महीने संयुक्त किसान मोर्चे ने चढूनी को यह कहने के बाद सात दिन के लिए निलंबित कर दिया था कि कृषि कानूनों का विरोध कर रहे पंजाब के किसान संगठनों को अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में मैदान में उतरना चाहिए।

रविवार, 8 अगस्त 2021

सीएम भूपेंद्र के वकील ने कोर्ट में पेशी से छूट मांगी

राणा ओबराय          
पंचकूला। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की विशेष अदालत में पंचकूला प्लॉट आवंटन मामले में शुक्रवार को सुनवाई हुई। मामले की सुनवाई के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के वकील ने कोर्ट में नियमित पेशी से छूट मांगी। वकील ने कहा कि डॉक्टर ने हुड्डा को चार हफ्ते तक सार्वजनिक स्थल में जाने और यात्रा नहीं करने की सलाह दी है। इस पर ईडी की विशेष अदालत ने सुनवाई के दौरान कहा कि यह छूट आज के लिए मानी जा सकती है। लेकिन अदालत आने से उन्हें नियमित छूट नहीं दी जा सकती है। इस मामले में ईडी कोर्ट ने उनकी नियमित कोर्ट में नहीं आने की अर्जी खारिज कर दी है। मामले की अगली सुनवाई नौ अगस्त को होगी।

निर्माण हटाने के आदेश को लेकर दुविधा बरकरार

राणा ओबराय                       
चंडीगढ। अरावली वन क्षेत्र व पंजाब भू संरक्षण अधिनियम 1900 के एरिया से अवैध निर्माण हटाए जाने के आदेश को लेकर दुविधा बरकरार है। स्थानीय नगर निगम प्रशासन के पास अरावली में बने निर्माणकर्ताओं ने सीएलयू (चेंज लैड यूज)और एनओसी के लिए आवेदन किया हुआ है। वहीं कुछ निर्माणकर्ताओं ने एनओसी व सीएलयू ली हुई है। लेकिन वे फॉरेस्ट एरिया में हैं, ऐसे निर्माण को कैसे तोड़ा जाए।
इस मामले में सुप्रीम कोर्ट में शुक्रवार को सुनवाई के दौरान हरियाणा सरकार की तरफ से वकील ने कहा कि फॉरेस्ट एरिया से अवैध निर्माण हटाए जाने के मामले में अभी कुछ वक्त और चाहिए। जिस पर सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि 20 अगस्त को अगली सुनवाई की जाएगी। अब देखने वाली बात ये है कि 20 अगस्त को हरियाणा सरकार इन अवैध बैंक्विट हॉल, फॉर्महाउस के बारे में सुप्रीम कोर्ट में क्या कहती है। क्योंकि अभी भी हरियाणा सरकार का रुख साफ नहीं हो पाया है। सूत्रों की मानें तो सरकार पंजाब भू संरक्षण अधिनियम 1900 की धारा 4 और 5 में संशोधन बिल को फिर से ला सकती है। अगर ये बिल फिर से आ गया तो सभी निर्माण फॉरेस्ट एरिया से बच जाएंगे।
सुप्रीम कोर्ट ने खोरी मामले को लेकर आदेश जारी किया था कि अरावली वन क्षेत्र से हर तरह का निर्माण हटाया जाए। निर्माण हटाने के लिए 23 अगस्त तक का समय दिया गया था। लेकिन जिला प्रशासन, नगर निगम व वन विभाग अभी तक नोटिस देने व ड्रोन सर्वे कराने का ही काम कर रहा है क्योंकि अरावली में 150 से ज्यादा फॉर्महाउस, बैंक्विट हॉल बने हुए है। इनमें से कई ने एनओसी व सीएलयू ली हुई है या सीएलयू व एनओसी के लिए आवेदन किया हुआ है। अब प्रशासन इस कैटेगरी को लेकर असमंजस में है कि इनका क्या करना है। इसका लेकर सरकार को अपना पक्ष शुक्रवार को रखना था।
वहीं वन विभाग ने अवैध रूप से निर्माण करने वाले 130 फॉर्म हाउस,बैंक्विट हॉल, शिक्षण संस्थान, गोशाला आदि को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है लेकिन अभी तक सभी के जवाब नहीं आए हैं। शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट में हरियाणा सरकार के वकील ने 10 दिन का वक्त और मांगा है ताकि वह फैसला ले सकें कि इनका करना क्या है। इस पर सुप्रीम कोर्ट ने 20 अगस्त को अगली सुनवाई की तारीख तय की है। हरियाणा सरकार ने साल 2019 में पंजाब भू संरक्षण अधिनियम 1900 में संशोधन का बिल विधानसभा में पास किया था। उस वक्त लोगों ने इसका विरोध किया था। सदन में भी काफी विरोध हुआ, लेकिन पास कर दिया गया। इस बिल में अरावली वन क्षेत्र को वन के दायरे से बाहर निकालने का प्रावधान है। जिसका लोगों ने विरोध किया। लेकिन ये बिल अभी भी पूरी तरह से पास नहीं हुआ। सूत्रों की मानें तो इन 10 दिनों में सरकार इस बिल को फिर से लागू करवाने पर विचार कर सकती है। अगर ये बिल पास हुआ तो फिर अरावली के सभी निर्माण बच सकते हैं।

फीडर की मरम्मत पर इलाकों में बिजली बंद रहेगी

राणा ओबराय                     
जालंधर। जालंधर में फोकल प्वाइंट के अधीन चलते 66 केवी फीडर की मरम्मत को लेकर रविवार विभिन्न इलाकों में बिजली बंद रहेगी। बिजली सुबह दस बजे से लेकर शाम पांच बजे तक बंद रहेगी। बिजली इन इलाकों में बाबा मोहन दास नगर, कालिया कॉलोनी, फाजिलपुर इंडस्ट्री, ग्लोब कॉलोनी, सैनिक कॉलोनी, विवेकानंद पार्क, न्यू फोकल प्वाइंट एक्सटेंशन, करनाल दो, गदाईपुर, शीतल नगर में बंद रहेगी। पावर कॉम के डिप्टी चीफ इंजीनियर हरजिंदर सिंह बंसल ने कहा है कि फीडर की मरम्मत को लेकर विभिन्न इलाकों में बिजली 7 घंटे तक बंद रहेगी। उन्होंने कहा है कि फीडर की मेंटेनेंस को लेकर बिजली बंद की जा रही है। बिजली के फीडर के साथ-साथ लगते इलाकों में बिजली बंद रहेगी।

चेन्नई सुपर किंग्स ने ग्लीसन को टीम में शामिल किया

चेन्नई सुपर किंग्स ने ग्लीसन को टीम में शामिल किया  इकबाल अंसारी  चेन्नई। देश में इन दिनों आईपीएल की धूम मची हुई है। गत चैम्पियन चेन्नई सुपर...