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शनिवार, 28 अगस्त 2021

अमरिंदर और सिद्धू के बीच सियासी खींचतान जारी

राणा ओबराय              
चंडीगढ़। पंजाब में कैप्टन अमरिंदर सिंह और नवजोत सिंह सिद्धू के बीच सियासी खींचतान जारी है। ऐसे में उत्तराखंड में पूरि ध्यान केंद्रित करने के राष्ट्रीय महासचिव हरीश रावत की मंशा अभी पूरी होती नहीं दिख रही है। अब राहुल गांधी के निर्देश पर वह फिर पंजाब जाएंगे।
कांग्रेस मान रही थी कि सिद्धू को पंजाब कांग्रेस का कैप्टन बनाने पर कांग्रेस की सलह खत्म हो जाएगी, मगर ऐसा दिख नहीं रहा है। हर दिन की बयानबाजी और पंजाब की सियासी लड़ाई से आलकमान भी परेशान हो गई है। पंजाब की उलझन को सुलझाने की कोशिशों में जुटे राज्य के कांग्रेस प्रभारी हरीश रावत ने राहुल गांधी से मुलाकात की। मुलाकात के बाद हरीश रावत ने कहा कि राहुल गांधी के साथ मेरी बहुत छोटी मुलाकात हुई। पंजाब में जो भी स्थिति है, मैंने उन्हें उससे अवगत कराया है। मैं कांग्रेस अध्यक्ष को पहले ही बता चुका हूं। इससे ज्यादा कुछ नहीं। उन्होंने आगे कहा कि मैं एक-दो दिन में पंजाब जाऊंगा। मैं मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह और पंजाब कांग्रेस प्रदेश प्रमुख नवजोत सिंह सिद्धू से जरूर मिलूंगा।
पंजाब कांग्रेस प्रभारी हरीश रावत से जब पूछा गया कि क्या वह प्रभारी के रूप में अपने पद पर बने रहेंग तो इस पर उनका जवाब था कि कांग्रेस में पार्टी नेतृत्व जो भी निर्णय लेता है, वही अंतिम निर्णय होता है। जब तक वे मुझसे कहेंगे, तब तक मैं काम करता रहूंगा। बता दें कि शुक्रवार को पंजाब की सियासी खींचतान के बीच उन्होंने सोनिया गांधी से मिलकर कहा था कि उन्हें पंजाब प्रभारी की जिम्मेदारी से मुक्ति दे दी जाए।
उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी की चुनाव अभियान समिति के प्रमुख रावत ने गुरुवार को कहा था कि उनके मन में यह है कि राज्य विधानसभा चुनाव पर पूरा ध्यान लगाने के लिए वह नेतृत्व से पंजाब प्रदेश कांग्रेस की जिम्मेदारी से मुक्त किए जाने का आग्रह करेंगे। रावत यह भी कहा था, ”अगर मेरी पार्टी कहती है, आप इसे (पंजाब प्रभारी की जिम्मेदारी) जारी रखें तो मैं इस जिम्मेदारी का निवर्हन करता रहूंगा।” गौरतलब है कि पंजाब और उत्तराखंड में अगले साल फरवरी-मार्च में विधानसभा चुनाव होना है। पंजाब में मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह और प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू के बीच रिश्तों में कड़वाहट के कारण पिछले कुछ महीनों में कई बार विवाद खड़ा हुआ है।

बुधवार, 25 अगस्त 2021

पार्टी अमरिंदर सिंह के नेतृत्व में ही लड़ेगी चुनाव

राणा ओबराय              
चंडीगढ़। पंजाब कांग्रेस में मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह तथा प्रदेश अध्यक्ष नवजोतसिंह सिद्धू में जारी घमासान के बीच पार्टी के प्रदेश प्रभारी हरीश रावत ने कहा है कि पार्टी आगामी विधानसभा चुनाव कैप्टन अमरिंदर सिंह के नेतृत्व में ही लडेगी। रावत ने कहा कि पंजाब कांग्रेस में सिद्धू तथा कैप्टन अमरिंदर सिंह के बीच चल रही तनातनी को जल्द ही सुलझा लिया जाएगा और इस बारे में वह कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी तथा पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी से मिलकर उन्हें स्थिति की जानकारी देंगे।
कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी ने कहा कि पार्टी के सभी नेताओं का सोनिया गांधी और पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी पर पूरा विश्वास है और पार्टी नेतृत्व जो भी कहेगा उसका सभी पालन करेंगे इसलिए उन्हें पूरा भरोसा है कि पार्टी नेता परस्पर मतभेद भुला देंगे और अगले विधानसभा चुनाव में एकजुट होकर कांग्रेस को फिर सत्ता में लाएंगे।
इस बीच सूत्रों ने बताया कि पार्टी के असंतुष्ट गुट के पांच बड़े नेता मंगलवार को दिल्ली पहुंचे हैं और वे सोनिया गांधी से मिलने का समय मांग रहे हैं। बताया जा रहा है कि सिद्धू गुट के ये सभी नेता कैप्टन के खिलाफ मोर्चाबंदी करने के लिए दिल्ली मे डटे हैं।


मंगलवार, 24 अगस्त 2021

मांगों के अनुरूप गन्ने की कीमतें बढ़ाई जानी चाहिए

अमित शर्मा       

चंडीगढ़। गन्ने की कीमतों पर पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह के साथ किसानों की बैठक से पहले कांग्रेस की राज्य इकाई के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने मंगलवार को कहा कि गन्ना किसानों की मांगों के अनुरूप गन्ने की कीमतें तत्काल बढ़ाई जानी चाहिए। सिद्धू ने यह भी कहा कि गन्ने का राज्य समर्थन मूल्य (एसएपी) वर्ष 2018 से नहीं बढ़ाया गया है। जबकि इसका लागत मूल्य 30 प्रतिशत तक बढ़ गया है।मुख्यमंत्री गन्ने की कीमतों और बकाए के भुगतान पर किसान नेताओं से मंगलवार को मुलाकात करने वाले हैं। अपनी मांगों को ले कर किसानों का प्रदर्शन मंगलवार को पांचवे दिन भी जारी है और इन प्रदर्शनों से रेल सेवाएं तथा सड़क यातायात प्रभावित हुआ है। सिद्धू ने ट्वीट किया कि गन्ना किसानों के लिए एसएपी 2018 के बाद से नहीं बढ़ा है। जबकि लागत मूल्य में 30 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि हुई है।

शुक्रवार, 20 अगस्त 2021

किसानों ने यातायात को ठप करने की चेतावनी दी

जालंधर। चीनी मिलों द्वारा खरीदे गये गन्ने के पैसे अदा नहीं करने और गन्ने का समर्थन मूल्य घोषित करने की मांग को लेकर पंजाब गन्ना संघर्ष कमेटी के आह्वान पर किसान शुक्रवार को जालंधर-दिल्ली राष्ट्रीय मार्ग पर स्थित धन्नोवाली फाटक के सामने धरने पर बैठ गए जिससे यातायात पूरी तरह से ठप हो गया।

किसानों ने रेलवे यातायात को भी ठप करने की चेतावनी दी है। धरने के कारण कई किलोमीटर लंबा जाम लगा हुआ है। पुलिस उपायुक्त (यातायात) नरेश डोगरा के अनुसार यातायात को सुचारु रूप से चलाने के लिए कई स्थानों पर वाहनों के मार्ग में परिवर्तन किए गए हैं।

डीजीपी सुमेध को ब्यूरो की हिरासत से रिहा किया

अमित शर्मा           

चंडीगढ़। पंजाब के पूर्व पुलिस महानिदेशक सुमेध सिंह सैनी को पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय के निर्देश पर शुक्रवार को तड़के सतर्कता ब्यूरो की हिरासत से रिहा कर दिया गया। उच्च न्यायालय ने धोखाधड़ी और जालसाजी मामले में उनकी गिरफ्तारी को गैरकानूनी बताया। न्यायमूर्ति अरुण कुमार त्यागी की अदालत ने बृहस्पतिवार रात को सैनी को रिहा करने का आदेश दिया। 

राज्य के सतर्कता ब्यूरो ने धोखाधड़ी, जालसाजी और अन्य अपराधों के लिए सितंबर 2020 में दर्ज एक मामले के संबंध में बुधवार रात को सैनी को गिरफ्तार किया था। उच्च न्यायालय के आदेश के बाद मोहाली अदालत परिसर में मौजूद सैनी को रिहा कर दिया गया। सैनी देर रात करीब दो बजे मोहाली अदालत परिसर से रवाना हुए।

सोमवार, 16 अगस्त 2021

शांति भंग करने की कोशिश, बख्शा नहीं जायेगा

राणा ओबराय            
चडींगढ। पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने दो टूक शब्दों में पाकिस्तान को नसीहत देते हुये कहा कि यदि किसी ने हमारी शांति भंग करने की कोशिश की तो उसे बख्शा नहीं जायेगा। उन्होंने कल स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर ऐतिहासिक एवं धार्मिक नगरी में ध्वजारोहण के बाद वहां उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुये कहा कि सीमावर्ती राज्य की रक्षा करने में कोई चूक नहीं होगी। पड़ोसी देश हमेशा मुश्किलें खड़ी करने की ताक में रहता है ।‘हम शांति चाहते हैं और भारतीय क्षेत्र में किसी भी हमलावर कार्रवाई या हमले को बर्दाश्त नहीं करेंगे। पाकिस्तान कोई मुसीबत खड़ी करता है तो हम उनको ऐसा सबक सिखाएंगे जो वह जि़ंदगी भर याद रखेगा।’ पड़ोसी मुल्कों द्वारा राज्य में हथियारों और नशीले पदार्थों की तस्करी के लिए ड्रोन का प्रयोग का जि़क्र करते हुए सीएम कैप्टन सिंह ने चेतावनी दी कि पाकिस्तान पंजाब में किसी भी स्थिति का लाभ लेने का कोई मौका नहीं छोड़ेगा।
इसलिये हमें खुद सतर्क रहना होगा ताकि हमारा कोई नाजायज फायदा न उठा सके । उद्योग के विकास को प्रोत्साहित करने और प्रदेश के विकास और अमन शांति की ज़रूरत पर बल देते हुए उन्होंने कहा कि उनकी सरकार गैंगस्टरों और आतंकवादियों समेत किसी भी खतरे को बर्दाश्त नहीं करेगी और हम ऐसी किसी भी कोशिश के विरुद्ध सख़्ती से पेश आएंगे।
पंजाब के लिए कोई भी ख़तरा हमारे समूचे मुल्क के लिए ख़तरा होगा। उन्होंने बताया कि सरकार के सत्ता संभालने से लेकर 47 पाकिस्तानी आतंकवादी मॉड्यूलों और 347 गैंग्स्टरों के मॉड्यूलों को निष्प्रभावी किया गया है, जिनमें से कुछ बड़े गैंगस्टरों को अर्मेनिया, यूएई और अन्य देशों से डिपोर्ट करवाया गया और कई अन्य को डिपोर्ट करवाने की कार्यवाही जारी है।

मंगलवार, 10 अगस्त 2021

इकाई ने ‘भारतीय आर्थिक पार्टी’ का गठन किया

राणा ओबराय                 
लुधियाना। पंजाब में उद्योगपतियों की एक इकाई ने यहां ‘भारतीय आर्थिक पार्टी’ का गठन कर भारतीय किसान यूनियन (चढूनी) के प्रमुख गुरनाम सिंह चढूनी को 2022 में विधानसभा चुनाव में पार्टी का मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित किया है।
‘भारतीय आर्थिक पार्टी’ नाम की इस नई पार्टी ने किसानों, व्यापारियों और श्रमिकों का प्रतिनिधित्व करने का दावा किया है। हरियाणा के किसान नेता चढूनी की अध्यक्षता में विभिन्न व्यापारिक संगठनों के प्रतिनिधियों ने मुलाकात कर नई पार्टी की शुरुआत की।
एक व्यापारिक संगठन का नेतृत्व करने वाले तरुण बावा को नवगठित पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया गया। वहीं चढूनी को राज्य में 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री पद का चेहरा घोषित किया। चढूनी इस पार्टी में शामिल तो नहीं हुए लेकिन मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार के तौर पर उनके नाम की घोषणा के दौरान वह मंच पर मौजूद थे।
पिछले महीने चढूनी ने ‘मिशन पंजाब’ की बात करते हुए कहा था कि पंजाब में केंद्र के कृषि क़ानूनों के विरोध में प्रदर्शन करनेवाले संगठनों को पंजाब विधानसभा का चुनाव लड़ना चाहिए क्योंकि इससे  एक मॉडल पेश होगा कि तंत्र को कैसे बदला जाता है।
यहां सभा को संबोधित करते हुए चढूनी ने कहा कि ‘भारतीय आर्थिक पार्टी’ उनके ‘मिशन पंजाब-2022’ को सफल बनाने की दिशा में काम करेगी। उन्होंने कहा कि हमने पंजाब विधानसभा चुनाव-2022 में सभी 117 सीटों पर चुनाव लड़ने का फैसला किया है। उन्होंने दावा किया कि किसान, व्यापारी और श्रमिकों को कांग्रेस और भाजपा दोनों के हाथों लगातार उपेक्षा का सामना करना पड़ा है।
चढूनी ने आशा व्यक्त की कि ‘भारतीय आर्थिक पार्टी’ समाज के इन उपेक्षित वर्गों के लिए काम करेंगी। उन्होंने कहा कि किसी राजनीतिक पार्टी ने अब तक एमएसपी (न्यूनतम समर्थन मूल्य) के मुद्दे पर न तो कोई घोषणा की है और न किसानों को आश्वासन दिया है।
किसान नेता ने दावा किया कि नई पार्टी सदन में बहुमत हासिल करेगी और किसानों, व्यापारियों और श्रमिकों के हितों वाले क़ानून लाए जाएंगे। चढूनी ने शनिवार को संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) की सभी बैठकों से अलग रहने की घोषणा करते हुए आरोप लगाया कि इस आंदोलन का नेतृत्व कर रहे संयुक्त मोर्चे के कुछ नेता उनके और उनके समर्थकों के साथ भेदभाव कर रहे हैं।
हालांकि उन्होंने कहा कि वह इस संगठन के सभी फैसलों का पालन करेंगे क्योंकि वह नहीं चाहते हैं कि किसानों का आंदोलन कमजोर हो। पिछले महीने संयुक्त किसान मोर्चे ने चढूनी को यह कहने के बाद सात दिन के लिए निलंबित कर दिया था कि कृषि कानूनों का विरोध कर रहे पंजाब के किसान संगठनों को अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में मैदान में उतरना चाहिए।

रविवार, 8 अगस्त 2021

सीएम भूपेंद्र के वकील ने कोर्ट में पेशी से छूट मांगी

राणा ओबराय          
पंचकूला। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की विशेष अदालत में पंचकूला प्लॉट आवंटन मामले में शुक्रवार को सुनवाई हुई। मामले की सुनवाई के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के वकील ने कोर्ट में नियमित पेशी से छूट मांगी। वकील ने कहा कि डॉक्टर ने हुड्डा को चार हफ्ते तक सार्वजनिक स्थल में जाने और यात्रा नहीं करने की सलाह दी है। इस पर ईडी की विशेष अदालत ने सुनवाई के दौरान कहा कि यह छूट आज के लिए मानी जा सकती है। लेकिन अदालत आने से उन्हें नियमित छूट नहीं दी जा सकती है। इस मामले में ईडी कोर्ट ने उनकी नियमित कोर्ट में नहीं आने की अर्जी खारिज कर दी है। मामले की अगली सुनवाई नौ अगस्त को होगी।

निर्माण हटाने के आदेश को लेकर दुविधा बरकरार

राणा ओबराय                       
चंडीगढ। अरावली वन क्षेत्र व पंजाब भू संरक्षण अधिनियम 1900 के एरिया से अवैध निर्माण हटाए जाने के आदेश को लेकर दुविधा बरकरार है। स्थानीय नगर निगम प्रशासन के पास अरावली में बने निर्माणकर्ताओं ने सीएलयू (चेंज लैड यूज)और एनओसी के लिए आवेदन किया हुआ है। वहीं कुछ निर्माणकर्ताओं ने एनओसी व सीएलयू ली हुई है। लेकिन वे फॉरेस्ट एरिया में हैं, ऐसे निर्माण को कैसे तोड़ा जाए।
इस मामले में सुप्रीम कोर्ट में शुक्रवार को सुनवाई के दौरान हरियाणा सरकार की तरफ से वकील ने कहा कि फॉरेस्ट एरिया से अवैध निर्माण हटाए जाने के मामले में अभी कुछ वक्त और चाहिए। जिस पर सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि 20 अगस्त को अगली सुनवाई की जाएगी। अब देखने वाली बात ये है कि 20 अगस्त को हरियाणा सरकार इन अवैध बैंक्विट हॉल, फॉर्महाउस के बारे में सुप्रीम कोर्ट में क्या कहती है। क्योंकि अभी भी हरियाणा सरकार का रुख साफ नहीं हो पाया है। सूत्रों की मानें तो सरकार पंजाब भू संरक्षण अधिनियम 1900 की धारा 4 और 5 में संशोधन बिल को फिर से ला सकती है। अगर ये बिल फिर से आ गया तो सभी निर्माण फॉरेस्ट एरिया से बच जाएंगे।
सुप्रीम कोर्ट ने खोरी मामले को लेकर आदेश जारी किया था कि अरावली वन क्षेत्र से हर तरह का निर्माण हटाया जाए। निर्माण हटाने के लिए 23 अगस्त तक का समय दिया गया था। लेकिन जिला प्रशासन, नगर निगम व वन विभाग अभी तक नोटिस देने व ड्रोन सर्वे कराने का ही काम कर रहा है क्योंकि अरावली में 150 से ज्यादा फॉर्महाउस, बैंक्विट हॉल बने हुए है। इनमें से कई ने एनओसी व सीएलयू ली हुई है या सीएलयू व एनओसी के लिए आवेदन किया हुआ है। अब प्रशासन इस कैटेगरी को लेकर असमंजस में है कि इनका क्या करना है। इसका लेकर सरकार को अपना पक्ष शुक्रवार को रखना था।
वहीं वन विभाग ने अवैध रूप से निर्माण करने वाले 130 फॉर्म हाउस,बैंक्विट हॉल, शिक्षण संस्थान, गोशाला आदि को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है लेकिन अभी तक सभी के जवाब नहीं आए हैं। शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट में हरियाणा सरकार के वकील ने 10 दिन का वक्त और मांगा है ताकि वह फैसला ले सकें कि इनका करना क्या है। इस पर सुप्रीम कोर्ट ने 20 अगस्त को अगली सुनवाई की तारीख तय की है। हरियाणा सरकार ने साल 2019 में पंजाब भू संरक्षण अधिनियम 1900 में संशोधन का बिल विधानसभा में पास किया था। उस वक्त लोगों ने इसका विरोध किया था। सदन में भी काफी विरोध हुआ, लेकिन पास कर दिया गया। इस बिल में अरावली वन क्षेत्र को वन के दायरे से बाहर निकालने का प्रावधान है। जिसका लोगों ने विरोध किया। लेकिन ये बिल अभी भी पूरी तरह से पास नहीं हुआ। सूत्रों की मानें तो इन 10 दिनों में सरकार इस बिल को फिर से लागू करवाने पर विचार कर सकती है। अगर ये बिल पास हुआ तो फिर अरावली के सभी निर्माण बच सकते हैं।

फीडर की मरम्मत पर इलाकों में बिजली बंद रहेगी

राणा ओबराय                     
जालंधर। जालंधर में फोकल प्वाइंट के अधीन चलते 66 केवी फीडर की मरम्मत को लेकर रविवार विभिन्न इलाकों में बिजली बंद रहेगी। बिजली सुबह दस बजे से लेकर शाम पांच बजे तक बंद रहेगी। बिजली इन इलाकों में बाबा मोहन दास नगर, कालिया कॉलोनी, फाजिलपुर इंडस्ट्री, ग्लोब कॉलोनी, सैनिक कॉलोनी, विवेकानंद पार्क, न्यू फोकल प्वाइंट एक्सटेंशन, करनाल दो, गदाईपुर, शीतल नगर में बंद रहेगी। पावर कॉम के डिप्टी चीफ इंजीनियर हरजिंदर सिंह बंसल ने कहा है कि फीडर की मरम्मत को लेकर विभिन्न इलाकों में बिजली 7 घंटे तक बंद रहेगी। उन्होंने कहा है कि फीडर की मेंटेनेंस को लेकर बिजली बंद की जा रही है। बिजली के फीडर के साथ-साथ लगते इलाकों में बिजली बंद रहेगी।

शनिवार, 7 अगस्त 2021

अजैब सिंह भट्टी में राष्ट्रीय ध्वज फहराएंगे अमरिंदर

राणा ओबराय                
चंडीगढ। पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर 15 अगस्त को अमृतसर में राष्ट्रीय ध्वज फहराएंगे। जबकि पंजाब विधानसभा के अध्यक्ष राणा केपी सिंह रूपनगर में और पंजाब विधानसभा के उपाध्यक्ष अजैब सिंह भट्टी फरीदकोट में राष्ट्रीय ध्वज फहराएंगे। पंजाब सरकार के सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा जारी कार्यक्रम के अनुसार स्थानीय निकाय मंत्री ब्रह्म महिंद्रा एस.ए.एस. नगर (मोहाली), वित्त मंत्री मनप्रीत सिंह बादल बठिंडा, सामाजिक न्याय, अधिकारिता एवं अल्पसंख्यक मंत्री साधु सिंह धर्मसोत फिरोजपुर में, ग्रामीण विकास एवं पंचायत मंत्री त्रिपत राजिंदर सिंह बाजवा गुरदासपुर और तकनीकी शिक्षा मंत्री चरणजीत सिंह चन्नी एस.बी.एस. नगर में राष्ट्रीय ध्वज लहरायेगे
।इसी प्रकार सामाजिक सुरक्षा, महिला एवं बाल विकास मंत्री अरुणा चौधरी पठानकोट, जलपूर्ति एवं स्वच्छता मंत्री रजिया सुल्ताना मलेरकोटला, चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान मंत्री ओम प्रकाश सोनी जालंधर और खेल एवं युवा मामलों के मंत्री राणा गुरमीत सिंह सोढ़ी मुक्तसर साहिब में, सहकारिता मंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा फहतेगढ़ साहिब में, राजस्व मंत्री गुरप्रीत सिंह कांगड़ मानसा में, जल संसाधन मंत्री सुखबिंदर सिंह सरकारिया तरनतारन में, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री बलबीर सिंह सिद्धू पटियाला में, पीडब्ल्यूडी मंत्री विजय इंदर सिंगला संगरूर में, उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री सुंदर शाम अरोड़ा होशियारपुर में और खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री भारत भूषण आशु लुधियाना में राष्ट्रीय ध्वज लहरायेगे।

शनिवार, 31 जुलाई 2021

भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए ऐलान किया

राणा ओबराय                   
चंडीगढ। पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने शहीद ऊधम सिंह के शहीदी दिवस पर आज उन्हें नमन कर भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए ऐलान किया कि आजादी की लड़ाई में अंडमान की सेलुलर जेल में प्राण न्योछावर करने वाले गुमनाम नायकों के सम्मान में एक स्मारक का निर्माण जल्द किया जाएगा। यह स्मारक वतन पर फिदा होने वाले परवानों को समर्पित होगा जिनको काले पानी की सज़ा भुगतनी पड़ी। कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने आज यहां राज्य स्तरीय समागम के दौरान शहीद ऊधम सिंह स्मारक को लोकार्पित करते हुए कहा कि देश के स्वतंत्रता आंदोलन में बेमिसाल योगदान देने वाले ऐसे देशभक्तों और स्वतंत्रता सेनानियों, विशेषकर पंजाब के महान सपूतों की शिनाख़्त प्रसिद्ध इतिहासकार और विद्वान पहले ही कर चुके हैं।
मुख्यमंत्री ने अपने पिछले कार्यकाल के दौरान सुनामी से तबाह हुए इलाके का दौरा करने के मौके पर अंडमान टापू में सेलुलर जेल के दौरे को याद करते हुए कहा कि उनको यह जान कर बहुत हैरानी हुई कि वहां दीवारों पर शहीदों के खुदे हुए नामों में से वह किसी को भी नहीं जानते थे। ये शहीद काले पानी की सज़ा भुगतते हुए गुमनामी में ही इस जहां को छोड़ गए और उनकी यादें भी जेल तक ही सीमित होकर रह गई। भारत माता के जांबाज सपूतों के बलिदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता।
ज्ञातव्य है कि शहीद ऊधम सिंह के तांबे की आदमकद प्रतिमा वाला स्मारक बनाया गया है जिसके साथ दोनों तरफ़ स्थापित चार -चार पत्थरों पर शहीद ऊधम सिंह के जीवन, इतिहास और मिसाली योगदान को अंग्रेज़ी और पंजाबी में उकेरा गया है। एक अजायबघर भी बनाया गया है। जहां निशानियां, विलक्षण तस्वीरों, दस्तावेज़ और महान शहीद की अस्थियां कलश में रखी गई हैं। इस स्मारक पर 6.40 करोड़ रुपए की लागत आई है जिसमें से ज़मीन की कीमत पर 3.40 करोड़ जबकि बाकी 3 करोड़ रुपए इसके निर्माण पर ख़र्च किये गए हैं।
महान क्रांतिकारी के 82वें शहीदी दिवस के मौके पर श्रद्धा-सुमन भेंट करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि महान शहीद का बलिदान हमारी नौजवान पीढ़ी में राष्ट्रीयता और देशप्रेम का जज़्बा पैदा करता रहेगा। उन्होंने लोगों से इस स्मारक का सही ढंग से रख-रखाव करने की अपील की।
इस दौरान मुख्यमंत्री शहीद ऊधम सिंह के वारिसों को भी मिले और सम्मान के तौर पर उनको शॉल से सम्मानित किया जिनमें जीत सिंह, ग्यान सिंह, रणजीत कौर, जीत सिंह पुत्र बचन सिंह, मोहन सिंह, श्याम सिंह, गुरमीत सिंह और मलकीत सिंह (सभी सुनाम निवासी) शामिल थे। इस मौके पर शिक्षा मंत्री विजय इंदर सिंगला, अतिरिक्त मुख्य सचिव पर्यटन संजय कुमार, मुख्यमंत्री के विशेष प्रमुख सचिव गुरकिरत कृपाल सिंह, पर्यटन और सांस्कृतिक विभाग के निदेशक कंवल प्रीत बराड़, डिप्टी कमिश्नर रामवीर, डी.आई.जी. विक्रमजीत दुग्गल और एस.एस.पी. विवेक शील सोनी उपस्थित थे।

शुक्रवार, 23 जुलाई 2021

सिद्धू ने कांग्रेस के अध्यक्ष पद की कमान संभाली

अमित शर्मा                                 
चंडीगढ़। नवजोत सिंह सिद्धू ने पंजाब कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष पद की कमान संभाली ली है। ताजपोशी के दौरान मंच पर मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह भी मौजूद रहे। दोनों नेताओं ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं को संबोधित भी किया। अमरिंदर सिंह ने मंच से सिद्धू को बधाई दी लेकिन सिद्धू ने एक बार भी कैप्टन का जिक्र नहीं किया। पद संभालते ही सिद्धू ने हुंकार भरी और कहा कि उनका मिशन पंजाब को जिताना है।
किसानों के मुद्दे से लेकर ड्रग्स के मुद्दे पर बात रखी। सिद्धू ने कहा, ‘मैं सबका आशीर्वाद लेकर सभी को साथ लेकर चलूंगा। मुझे सिर्फ एक ही चीज का जुनून है कि पंजाब कैसे ऊपर उठेगा।’
वहीं सुबह प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष का पदभार संभालने के पहले नवजोत सिंह सिद्धू ने शुक्रवार को पंजाब भवन में मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह से मुलाकात की। कांग्रेस के एक नेता के अनुसार, सिद्धू और सिंह के बीच ”सौहार्दपूर्ण” मुलाकात हुई। सिद्धू और सिंह के बीच पिछले कुछ समय से टकराव की खबरें आ रही थीं।
पंजाब भवन के बाहर पत्रकारों से कांग्रेस विधायक परगट सिंह ने कहा कि सिद्धू ने अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) के पंजाब मामलों के प्रभारी हरीश रावत की उपस्थिति में चाय पर बुलाई गई बैठक में मुख्यमंत्री से मुलाकात की। उन्होंने कहा कि दोनों नेता एक-दूसरे के बगल में बैठे और उनके बीच मुलाकात सौहार्दपूर्ण रही।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मनीष तिवारी, प्रताप सिंह बाजवा और लाल सिंह भी मौजूद थे। पिछले करीब चार महीनों में पहली बार सिद्धू और सिंह एक-दूसरे से मिले। मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार ने दोनों नेताओं के बीच बातचीत के दौरान की तस्वीरें ट्वीट कीं। कांग्रेस नेता उस स्थान पर जाएंगे जहां सिद्धू पार्टी की प्रदेश इकाई के प्रमुख के रूप में कार्यभार संभालेंगे।
यहां पार्टी के प्रदेश मुख्यालय में आयोजित समारोह में पंजाब कांग्रेस के चार कार्यकारी अध्यक्ष भी कार्यभार संभालेंगे। सिसवां स्थित अपने फार्महाउस से यहां पहुंचे अमरिंदर सिंह ने पार्टी नेताओं को पंजाब भवन में चाय पर आमंत्रित किया था। सिद्धू पटियाला से आए और सिंह के आने से कुछ देर पहले पंजाब भवन गए।
मीडिया को पंजाब भवन के अंदर प्रवेश की अनुमति नहीं थी। पंजाब भवन में मंत्री, कांग्रेस विधायक और पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेता भी मौजूद थे। पार्टी की प्रदेश इकाई के नवनियुक्त चार कार्यकारी अध्यक्षों में से कुलजीत सिंह नागरा और संगत सिंह गिलजियान ने बृहस्पतिवार को मुख्यमंत्री को पदभार संभालने के कार्यक्रम के लिए औपचारिक निमंत्रण दिया।
निमंत्रण पत्र पर 55 से ज्यादा विधायकों ने हस्ताक्षर किए। मुख्यमंत्री के साथ अपने मतभेदों को दूर करने का प्रयास करते हुए सिद्धू ने भी एक पत्र लिखकर अमरिंदर सिंह से कार्यक्रम में आने का आग्रह किया और कहा कि उनका ”कोई निजी एजेंडा नहीं है।” पिछले कुछ समय से सिद्धू और अमरिंदर का टकराव चलता रहा है।
अमृतसर (पूर्व) के विधायक सिद्धू ने पवित्र ग्रंथ की बेअदबी के मामले के लिए मुख्यमंत्री पर निशाना साधा था। मुख्यमंत्री ने सिद्धू को प्रदेश अध्यक्ष बनाए जाने का भी विरोध किया था और कहा था कि जब तक सिद्धू उनके खिलाफ अपमानजनक ट्वीट के लिए माफी नहीं मांगेंगे वह उनसे नहीं मिलेंगे।
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने रविवार को सिद्धू को पार्टी की पंजाब इकाई का नया अध्यक्ष नियुक्त किया था। कांग्रेस अध्यक्ष ने अगले साल राज्य में विधानसभा चुनाव की तैयारी को लेकर सिद्धू की सहायता के लिए संगत सिंह गिलजियान, सुखविंदर सिंह डैनी, पवन गोयल और कुलजीत सिंह नागरा को प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त किया। बुधवार को सिद्धू का समर्थन करने वाले कई विधायकों ने कहा था कि उन्हें अमरिंदर सिंह से माफी मांगने की कोई जरूरत नहीं है।

हादसा: 2 बसों के बीच टक्कर में 2 लोगों की मौंत

राणा ओबराय                           
चंडीगढ़। पंजाब के मोगा जिले में शुक्रवार को दो बसों के बीच टक्कर में दो लोगों की मौत हो गई और 20 से अधिक लोग घायल हुए हैं। पुलिस ने बताया कि एक बस राज्य परिवहन विभाग की थी और एक निजी मिनी बस थी।पंजाब के मोगा के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक हरमनबीर सिंह गिल ने बताया कि घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। 
ऐसा बताया जा रहा है कि निजी मिनी बस में सवार जो लोग घायल हुए, वे यहां कांग्रेस पार्टी के एक समारोह में शामिल होने आए थे, जिसमें नवजोत सिंह सिद्धू राज्य कांग्रेस इकाई के प्रमुख के तौर पर कार्यभार संभालेंगे।प्रदेश इकाई के चार कार्यकारी अध्यक्ष भी शुक्रवार को औपचारिक रूप से पदभार ग्रहण करेंगे।

गुरुवार, 22 जुलाई 2021

प्रदेश कांग्रेस प्रमुख के रूप में पदभार संभालेंगे सिद्धू

अमित शर्मा            

चंडीगढ़। पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह शुक्रवार को उस कार्यक्रम में शामिल होंंगे। जहां नवजोत सिंह सिद्धू औपचारिक रूप से प्रदेश कांग्रेस प्रमुख के रूप में पदभार संभालेंगे। नवनियुक्त चार कार्यकारी अध्यक्षों में से एक कुलजीत सिंह नागरा ने इसकी पुष्टि की और कहा कि उन्होंने मुख्यमंत्री को पदभार संभालने के कार्यक्रम के लिए औपचारिक निमंत्रण दिया है। पिछले कुछ समय से सिद्धू और अमरिंदर का टकराव चल रहा है। अमृतसर (पूर्व) के विधायक सिद्धू ने पवित्र ग्रंथ की बेअदबी के मामले के लिए मुख्यमंत्री पर निशाना साधा था। मुख्यमंत्री ने सिद्धू को प्रदेश अध्यक्ष बनाए जाने का भी विरोध किया था और कहा था कि जब तक सिद्धू उनके खिलाफ अपमानजनक ट्वीट के लिए माफी नहीं मांगेंगे वह उनसे नहीं मिलेंगे।

मंगलवार, 20 जुलाई 2021

हरियाणा: 12वीं कक्षा के स्कूल खोलने की अनुमति

राणा ओबराय                 
चंडीगढ़। कोविड रिव्यू बैठक में मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कार्यक्रमों के दौरान इनडोर में 150 व आउटडोर में 300 लोग एकत्र सकेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि दसवीं से बारहवीं कक्षा के लिए स्कूल खोलने की अनुमति होगी। लेकिन केवल उन शिक्षकों और कर्मचारियों को शारीरिक रूप से उपस्थित होने की अनुमति होगी, जिन्होंने टीका लगा हो। 
समारोहों के दौरान लोगों के इकट्ठा होने की क्षमता बढ़ा दी गई है। सामाजिक समारोहों के संबंध में मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी क्षेत्रों में कलाकारों/संगीतकारों को उचित कोविड प्रोटोकाल का पालन करते हुए अनुमति दी जाएगी। 
बता दें, राज्य में टीके के अनुपालन के साथ 50% क्षमता पर बार, सिनेमा हाल, रेस्तरां, स्पा, स्विमिंग पूल, कोचिंग सेंटर, स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स, जिम, मॉल, संग्रहालय, चिड़ियाघर आदि खोलने का आदेश पहले ही दिया जा चुका है। कोविड प्रोटोकाल के तहत कोचिंग सेंटर व उच्च शिक्षा संस्थान भी खुल रहे हैं।
सीएम ने कहा कि छूटों का अर्थ यह नहीं है कि लोग अनावश्य रूप से भीड़ इकट्ठी करें। हमें टीकाकरण के साथ-साथ मास्क, सेनिटाइजिंग व शारीरिक दूरी का पालन करना होगा। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने के लिए यह जरूरी हथियार है।
पंजाब में टीकाकरण की अकेली दूसरी ख़ुराक के लिए 2 लाख से अधिक ख़ुराकों की मौजूदा मांग का हवाला देते हुए मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने राज्य की योग्य जनसंख्या के टीकाकरण के लिए मंगलवार को केंद्र सरकार के समक्ष तुरंत 40 लाख टीकों की मांग रखी है। कोविड की समीक्षा के लिए बुलाई वर्चुअल मीटिंग में बताया गया कि राज्य को आज 2.46 लाख खुराक मिलने की संभावना है, लेकिन मुख्यमंत्री ने कहा कि टीकों की सप्लाई कम है। कोवीशील्ड ख़त्म हो गई है और कोवैक्सीन की सोमवार को सिर्फ 3500 ख़ुराकें बचीं थी।

पार्टी नेतृत्व को आंख दिखाने की कोशिश, संदेश दिया

राणा ओबराय                 
चंडीगढ़। नवजोत  सिंह सिद्धू को पंजाब कांग्रेस का अध्यक्ष बनाकर गांधी परिवार ने एक ऐसा संदेश दे दिया है कि वे पार्टी के असली बॉस हैं। वैसे देखा जाय तो सिद्धू को लेकर गांधी परिवार ने पहले ही फैसला कर लिया था, लेकिन कैंप्टन अमरिंदर सिंह के कड़े तेवर देख कर वो नए अध्यक्ष के नाम के ऐलान से हिचक रहे थे। कैप्टन इस बात पर अड़े थे कि वो सिद्धू से तब तक नहीं मिलेंगे जब तक कि वो उनसे माफी न मांग लें। सूत्रों का कहना है कि सोनिया गांधी परेशान थीं और सोच रही थीं कि क्या उन्हें अपना फैसला स्थगित कर देना चाहिए। लेकिन जब प्रताप सिंह बाजवा ने पंजाब के सांसदों के साथ बैठक कर पार्टी नेतृत्व को आंख दिखाने की कोशिश की तो सोनिया ने कड़ा संदेश दे दिया। देर रात उन्होंने सिद्धू को आखिरकार पीसीसी प्रमुख नियुक्त करने की घोषणा कर दी।
सोनिया गांधी को लगा कि अगर वो अपने फैसले से पीछे हटती हैं तो फिर पार्टी पर उनकी पकड़ कमज़ोर हो जाएगी। कैप्टन अमरिंदर सिंह हार मानने के लिए तैयार नहीं थे। उन्होंने पंजाब प्रभारी हरीश रावत को अपनी इच्छा ज़ाहिर पर पार्टी को संदेश दे दिया। बता दें कि सिद्धू के साथ चारों कार्यकारी अध्यक्षों का चुनाव सोच-समझकर किया गया है. इससे न केवल पार्टी को क्षेत्रीय संतुलन मिलेगी बल्कि उनमें से ज्यादातर राहुल गांधी के करीबी हैं।
पंजाब के बाद अब हर किसी की निगाहें राजस्थान पर टिकी हैं। सवाल उठता है कि क्या गांधी परिवार यहां भी बदलाव कर प्रदेश की कमान किसी युवा नेता को देंगे। सबसे पहले बता दें कि पंजाब के घटनाक्रम पर सचिन पायलट के समर्थकों की नज़रें टिकी थीं। कहा जा रहा है कि जिन वजहों से पंजाब में अमरिंदर सिंह की बातों को नजरअंदाज कर पार्टी ने सिद्धू को कमान दी, अब यहीं मांग राजस्थान में पायलट के समर्थक भी रखेंगे। वो गांधी परिवार से पूछेंगे कि आखिर क्यों वो अशोक गहलोत से डरते हैं।

कोविड संबंधी प्रतिबंधों में ढील देने का ऐलान किया

राणा ओबराय                
चंडीगढ़। पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने कोविड संबंधी प्रतिबंधों में कुछ और ढील देने का ऐलान कर दिया है। इस ऐलान के साथ अब 26 जुलाई से दसवीं, ग्यारहवीं और बारहवीं क्लासों के साथ स्कूल खोले जा सकेंगे। इसके साथ ही इनडोर जमावड़ों (भीड़) के लिए लोगों की अधिकतम संख्या बढ़ाकर 150 व्यक्ति जबकि आउटडोर जमावड़ों (भीड़) के लिए 300 व्यक्ति कर दी गई है लेकिन क्षमता की ऊपरी सीमा 50 प्रतिशत तक रखने की शर्त होगी।
पंजाब के लिए कोविड19 पॉजिटिविटी दर घटकर 0.3 प्रतिशत तक हो जाने और पुनरुत्पादन संख्या 0.75 प्रतिशत रहने (राष्ट्रीय औसत की अपेक्षा कम) पर गौर करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि स्कूलों को दसवीं से बारहवीं तक की क्लासें लगाने की इजाज़त होगी लेकिन सिर्फ़ वही अध्यापक और स्टाफ को फिजिकली उपस्थित होने की आज्ञा होगी, जिनका पूरी तरह टीकाकरण हुआ हो। उन्होंने आदेश दिया कि इस सम्बन्ध में संबंधित डिप्टी कमिश्नरों को लिखित तौर पर सूचित करना होगा।
मुख्यमंत्री ने ऐलान किया कि यदि स्थिति काबू में रही तो बाकी क्लासें भी इसी तरह 2 अगस्त, 2021 से खोलने की आज्ञा होगी। उन्होंने आगे कहा कि कैंब्रिज यूनिवर्सिटी ने भविष्यवाणी की है कि आने वाले हफ़्तों में मामलों में और कमी आएगी।
सामाजिक जमावड़ों के सम्बन्ध में मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी क्षेत्रों में कलाकारों/ गायकों को ऐसे समारोहों/मौकों के लिए इजाज़त होगी। लेकिन इसके लिए कोविड19 प्रोटोकॉल के पालन को यकीनी बनाना होगा।
मुख्यमंत्री द्वारा बार, सिनेमा हॉल, रेस्टोरेंट, स्पा, स्विमिंग पूल, कोचिंग सेंटर, स्पोर्ट्स कांप्लेक्स, जिम, मॉल़, म्यूज़ीयम, चिड़ियाघर आदि को कोविड टीकाकरण के पालन को यकीनी बनाकर 50 प्रतिशत सामर्थ्य के साथ खोलने के दिए गए हुक्मों के कुछ दिनों बाद आज यह राहत दी गई है। इससे पहले मुख्यमंत्री ने कॉलेजों, कोचिंग सैंटरों और उच्च शिक्षा के अन्य सभी संस्थानों को भी ऐसे ही पालन के साथ खोलने की इजाज़त दी थी।
कोविड19 की स्थिति के बारे में वर्चुअल मीटिंग दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड के स्वरूप में आए बदलाव संबंधी मासिक आंकड़ों ने दिखाया है कि 90 प्रतिशत से अधिक वायरस की किस्म चिंताजनक है क्योंकि मूल वायरस व्यावहारिक तौर पर अन्य किस्मों में बदल चुका है और जून महीने में भी डेल्टा ने जाेर पकड़ा हुआ था। उन्होंने कहा कि अब डेल्टा प्लस का कोई नया केस नहीं है।

शनिवार, 10 जुलाई 2021

वाहनों की स्पीड लिमिट को लेकर नए नियम लागू किएं

राणा ओबराय          

चंडीगढ़। पंजाब व हरियाणा की राजधानी चंडीगढ़ में वाहन चलाने वालों के लिए यह जरूरी खबर है। दरअसल, सिटी ब्युटीफुल चंडीगढ़ में ड्राइविंग संबंधी कई नियम बदल गए हैं। अब यहां वाहनों स्पीड लिमिट को लेकर नए नियम लागू किए गए हैं। अब ट्रैफिक पुलिस नए नियमों के तहत ही चालान कर रही है। नए नियमों के मुताबिक 8 लोगों तक की क्षमता वाले वाहनों को डिवाइडर वाली सड़क पर अधिकतम 60 किमी प्रति घंटा, एकल सड़क पर 50 किमी और सेक्टर के अंदर की सड़कों पर 40 किमी की रफ्तार तय की गई है। 

नौ लोगों से अधिक की क्षमता वाले वाहन डिवाइडर वाली सड़क पर 50 किमी और एकल व सेक्टर के अंदर की सड़क पर 40 किमी की रफ्तार से चल सकते हैं।दोपहिया और तीन पहिया वाहन डिवाइडर वाली सड़क पर 45 किमी, एकल व सेक्टरों के अंदर वाली सड़क पर 40 किमी की रफ्तार से चल सकते हैं। इसके अलावा व्यावसायिक वाहन डिवाइडर वाली सड़क पर 50 किमी, एकल व सेक्टरों के अंदर वाली सड़क पर 40 किमी की रफ्तार से चल सकते हैं।

पंजाब: सीएम ने कर्फ्यू को हटाने के आदेश दिए

अमित शर्मा           

चंडीगढ़। पंजाब में कोरोना की पाज़िटिविटी दर घटकर 0.4 प्रतिशत आने पर पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने शुक्रवार को सप्ताहांत (वीकैंड) और रात का कर्फ़्यू हटाने के आदेश दिए हैं। 
इसके साथ ही सोमवार से इनडोर हाल में 100 व्यक्तियों और आउटडोर हाल में आयोजित समारोहों में 200 व्यक्तियों के इकट्ठा होने की इजाज़त दी गई है। डीजीपी को कोरोना नियमों का उल्लंघन कर रैलियां और मीटिंग करने वाले सभी राजनीतक दलों के चालान करने के निर्देश दिए गए हैं। 

मुख्यमंत्री ने बार, सिनेमा हाल, रैस्टोरेंट, स्पा, तैराकी पुल, जिम, माल, स्पोर्ट्स कांपलेक्स, म्युजियम, चिड़ियाघर आदि खोलने के भी आदेश दिए हैं, बशर्ते सभी स्टाफ मेंबर और आगंतुकों को टीके की कम से कम एक खुराक जरूर लगी हो।
स्कूल चाहे निरंतर बंद रहेंगे परन्तु कालेजों, कोचिंग सेंटर और सभी अन्य उच्च शिक्षण संस्थाओं को सम्बन्धित उपायुक्तों की तरफ से खोलने की आज्ञा लेनीहोगी बशर्ते कि सभी टीचिंग, नान-टीचिंग स्टाफ और विद्यार्थियों को दो हफ्ते पहले टीकाकरण की कम से कम एक खुराक जरूर लगी हो। इस आशय के सर्टिफिकेट भी देने होंगे।
कोरोना की स्थिति की वर्चुअल समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि 20 जुलाई को कोरोना के हालात की दोबारा समीक्षा की जायेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रतिबंधों में छूट देते हुए हर हाल में मास्क का प्रयोग सख्ती से किया जाए।

स्वास्थ्य सचिव हुसन लाल ने कहा कि चार जिलों में पाजिटिवटी दर एक प्रतिशत या इससे कम है परन्तु अभी भी लुधियाना, अमृतसर, गुरदासपुर, फिरोजपुर और रूपनगर जिलों में चौकसी बरतने की जरूरत है।ब्लैक फंगस के मामलों का हवाला देते हुए मुख्यमंत्री ने स्वास्थ्य विभाग को कहा कि ऐसे मरीजों के इलाज के लिए सहयोग और मदद के लिए प्रस्ताव तैयार किया जाये। स्वास्थ्य सचिव ने मीटिंग में बताया कि 623 मामलों में से 67 केस राज्य से बाहर के हैं, 337 केस उपचाराधीन है और 154 को छुट्टी मिल गई है जबकि 51 मरीजों की मौत हुई है। एक दिन में सबसे अधिक 34 केस 27 मई को रिपोर्ट हुए। जुलाई के पहले हफ्ते में रोजमर्रा औसतन 5 केस आ रहे हैं।

कुएं में मिला नवजात शिशु का शव, मचा हड़कंप

कुएं में मिला नवजात शिशु का शव, मचा हड़कंप  दुष्यंत टीकम  जशपुर/पत्थलगांव। जशपुर जिले के एक गांव में कुएं में नवजात शिशु का शव मिला है। इससे...