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बुधवार, 14 जुलाई 2021

विस्फोटक आईईडी का पता लगने पर निष्क्रिय किया

श्रीनगर। सुरक्षाबलों के सतर्क जवानों ने बड़ी घटना को विफल करते हुुए दक्षिण कश्मीर के कुलगाम जिले में शक्तिशाली विस्फोटक (आईईडी) का पता लगने पर उसे निष्क्रिय कर दिया।
पुलिस प्रवक्ता ने बुधवार को बताया कि सुरक्षा बल के गश्ती दल को मंगलवार देर रात कुलगाम के काजीगुंड क्षेत्र के दामजेन गांव के बाहरी इलाके में चिनार के पेड़ के नीचे संदिग्ध वस्तु दिखाई दी।
उन्होंने बताया कि सुरक्षाबलों ने पूरे इलाके की तुरंत घेराबंदी कर बम निरोधक दस्ते (बीडीएस) को बुलाया।
बाद में बीडीएस ने शक्तिशाली विफोटक (आईईडी) को बिना किसी नुकसान के निष्क्रिय कर दिया गया। उन्होंने कहा कि समय रहते इसे निष्क्रिय नहीं किया गया होता जान-माल का बड़ा नुकसान हो सकता था।
उन्होंने कहा कि काजीगुंड थाने में मामला दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है।

लाल रोशनी दिखी, उड़ती वस्तु पर गोलियां चलाई

श्रीनगर। सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के जवानों ने जम्मू-कश्मीर के अरनिया सेक्टर में अंतरराष्ट्रीय सीमा (आईबी) के पास एक उड़ती हुई वस्तु पर गोलियां चलाई। जिसमें लाल रंग की रोशनी चमक रही थी। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बुधवार को बताया कि 13 और 14 जुलाई की दरमियानी रात अरनिया सेक्टर में जवानों ने करीब 200 मीटर की ऊंचाई पर टिमटिमाती लाल बत्ती देखी। उन्होंने कहा, ”जवानों ने उसकी ओर गोलियां चलाई, जिससे वह लाल बत्ती वाली चीज वहां से चली गई। इलाके में तलाश अभियान जारी है। अभी तक कुछ भी बरामद नहीं हुआ है।
गौरतलब है कि दो जुलाई को पाकिस्तान के ‘क्वाडकॉप्टर’ ने अरनिया सेक्टर में अंतरराष्ट्रीय सीमा से भारतीय क्षेत्र में प्रवेश करने की कोशिश की थी, लेकिन बीएसएफ के जवानों द्वारा गोली चलाए जाने के बाद वह पीछे हट गया था।
पाकिस्तान स्थित आतंकवादियों द्वारा भारत के महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों पर हमला करने के लिए ‘ड्रोन’ का इस्तेमाल करने का पहला मामला 27 जून तड़के सामने आया था, जब जम्मू शहर के भारतीय वायुसेना अड्डे पर दो बम गिराए गए थे।
इसमें दो जवानों को मामूली चोटें आईं। अधिकारियों ने विभिन्न जिलों में ज्यादातर जम्मू-कश्मीर के सीमावर्ती जिलों में, ‘ड्रोन’ और अन्य मानव रहित हवाई यंत्रों के भंडारण, बिक्री या उसे कब्जे में रखने पर प्रतिबंध लगा दिया है।

रविवार, 11 जुलाई 2021

जम्मू: आतंकियों के साथ हुई मुठभेड़ में 3 को मारा

अनंतनाग। अनंतनाग जिले के रानीपोरा के क्वारीगाम इलाके में शनिवार को आतंकियों के साथ हुई एक मुठभेड़ में सुरक्षाबलों ने तीन आतंकियों को मार गिराया है। मारे गए आतंकियों में आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा का जिला कमांडर आरिफ अहमद हज्जाम निवासी सदूरा शामिल है जबकि दो अन्य आतंकियों की पहचान नहीं हो पाई है। मुठभेड़ स्थल से आतंकियों के शवों के साथ हथियार व गोला-बारूद बरामद किया गया है।
रानीपोरा के क्वारीगाम इलाके में आतंकियों के मौजूद होने की जानकारी मिलने पर पुलिस, सेना की 19 आरआर और सीआरपीएफ की एक संयुक्त टीम ने इलाके की घेराबंदी करके तलाशी अभियान शुरू किया। इस दौरान क्षेत्र में छिपे आतंकियों ने सुरक्षाबलों पर गोलीबारी शुरू कर दी, जिसके बाद मुठभेड़ शुरू हो गई। इस बीच सुरक्षाबलों ने आतंकियों से समर्पण करने की अपील भी की लेकिन आतंकियों ने इस अपील को नजरअंदाज कर गोलीबारी और तेज कर दी। इस मुठभेड़ में सुरक्षाबलों ने लश्कर के जिला कमांडर आरिफ अहमद हज्जाम सहित तीन आतंकियों को मार गिराया है। 
आईजीपी कश्मीर विजय कुमार ने अनंतनाग में लश्कर के तीन आतंकियों के मारे जाने की पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि इस पूरे अभियान में किसी प्रकार की नागरिक क्षति नहीं हुई है। सुरक्षाबलों को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है। मारे गए आतंकियों में लश्कर का दुर्दांत जिला कमांडर आरिफ हज्जाम भी शामिल है। वह छह जून 2019 में सेना की 162 टीए बटालियन के हवलदार मंजूर बेग की हत्या में भी शामिल था। बेग की आतंकियों ने उस समय हत्या की थी जब वह अवकाश पर अपने घर आया था।

शनिवार, 10 जुलाई 2021

जम्मू: श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर यातायात बंद किया

श्रीनगर। जम्मू कश्मीर के रामबन जिले में भारी बारिश के चलते हुए भूस्खलन के कारण शनिवार को जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर यातायात बंद कर दिया गया। जिसके कारण 500 से ज़्यादा वाहन फंसे हुए हैं। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि रामसू इलाके में मगरकोट क्षेत्र में भूस्खलन के कारण राजमार्ग बंद किया गया है। 270 किलोमीटर लंबा यह मार्ग कश्मीर को देश के शेष हिस्से से जोड़ने वाली एकमात्र सड़क है। अधिकारियों ने बताया कि इसके कारण राजमार्ग के विभिन्न बिंदुओं पर 500 से अधिक भारी और हल्के वाहन फंसे हुए हैं। उन्होंने बताया कि रास्ता साफ करने के काम में कर्मी और मशीन जुटे हुए हैं। 
अधिकारियों ने बताया कि मगरकोट में भूस्खलन के चलते फंसे हल्के वाहनों के यात्रियों से अन्य तरफ से बनिहाल या रामबन लौटने का अनुरोध किया गया है। वहीं एक अधिकारी ने बताया, ”श्रीनगर की ओर नाशरी और रामबन की ओर बनिहाल से किसी भी नए वाहन को राजमार्ग से जाने की इजाजत नहीं होगी।”पुलिस ने इस संबंध में लोगों से सहयोग करने और मार्ग खुलने के बाद ही यात्रा की कोई योजना बनाने का अनुरोध किया है। उन्होंने बताया कि भूस्खलन के कारण मलबा हटाने में 10-12 घंटे का वक्त लगेगा।

बुधवार, 7 जुलाई 2021

ईडी ने 14 को बयान दर्ज करने के लिए समन भेजा

श्रीनगर। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मंगलवार को जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती की मां को ईडी ने धन शोधन मामले में 14 जुलाई को पेश होकर अपना बयान दर्ज करने के लिए नया समन भेजा है।
समन के अनुसार गुलशन नज़ीर को श्रीनगर स्थित केंद्रीय जांच एजेंसी के कार्यालय में सहायक निदेशक सुनील कुमार मीणा जो कि मामले में जांच अधिकारी (आईओ) हैं के सामने पेश होने के लिए कहा गया है।महबूबा मुफ्ती ने आज ट्वीट कर कहा, "ईडी ने मेरी मां को अज्ञात आरोपों के लिए व्यक्तिगत रूप से पेश होने के लिए समन भेजा है। 
भारत सरकार राजनीतिक विरोधियों को डराने-धमकाने के अपने प्रयासों में वरिष्ठ नागरिकों को भी नहीं बख्शती। अब राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) और ईडी जैसी एजेंसियां उनको फायदा पहुंचाने का उपकरण है।

सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में 1 आतंकी मारा गया

श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा जिले में बुधवार को सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में हिज्बुल मुजाहिदीन का एक कुख्यात आतंकवादी मारा गया। पुलिस ने यह जानकारी दी। 
कश्मीर क्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक विजय कुमार ने ट्वीट किया, ‘‘आतंकवादी संगठन हिज्बुल मुजाहिदीन के सबसे पुराने और कुख्यात आतंकवादियों में से एक मेहराजुद्दीन हलवाई उर्फ उबैद को हंदवारा में हुई मुठभेड़ में मार गिराया। वह आतंकवाद से जुड़े अनेक अपराधों में शामिल था।
पुलिस ने बताया कि जिले के हंदवारा में पाजीपोरा-रेनान इलाके में आतंकवादियों की मौजूदगी की जानकारी मिलने के बाद सुरक्षा बलों ने बुधवार सुबह वहां घेराबंदी कर तलाश अभियान चलाया था। इस दौरान आतंकवादियों ने सुरक्षा बलों पर गोलीबारी की और अभियान मुठभेड़ में तब्दील हो गया। अधिकारियों ने बताया कि सुरक्षा बलों की जवाबी कार्रवाई में हलवाई मारा गया।

मंगलवार, 6 जुलाई 2021

हितधारकों से मुलाकात करेगा परिसीमन का दल

श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर के चार दिवसीय दौरे पर परिसीमन आयोग का दल मंगलवार को यहां पहुंचा। यह दल उपायुक्तों (डीसी), राजनीतिक दलों और अन्य हितधारकों से मुलाकात करेगा तथा उनसे केंद्र शासित प्रदेश में विधानसभा क्षेत्रों के पुनर्निधारण को लेकर उनकी राय जानेगा। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि परिसीमन आयोग मंगलवार को अपराह्न में यहां पहुंचा।
आयोग में न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) रंजना प्रकाश देसाई, मुख्य चुनाव आयुक्त (सीईसी) सुशील चंद्रा और उप चुनाव आयुक्त चंद्र भूषण शामिल हैं। सूत्रों ने बताया कि आयोग राजनीतिक दलों, राज्य चुनाव आयोग (एसईसी) के अधिकारियों, उपायुक्तों, विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं, जिला विकास परिषद (डीडीसी) के सदस्यों और नागरिक समाज समूहों से मुलाकात करेगा और विधानसभा क्षेत्रों के पुनर्निर्धारण की प्रक्रिया पर उनकी राय जानेगा।
परिसीमन आयोग के साथ होने वाली बैठकों के लिए जम्मू-कश्मीर के मुख्य चुनाव अधिकारी ने नेशनल कॉन्फ्रेंस, अपनी पार्टी, पीपुल्स कॉन्फ्रेंस, कांग्रेस, अवामी नेशनल कॉन्फ्रेंस , मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी, भारतीय जनता पार्टी और नेशनल पैंथर्स पार्टी सहित विभिन्न राजनीतिक दलों को आमंत्रित किया है। मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के वरिष्ठ नेता मोहम्मद यूसुफ तारिगामी ने यूनीवार्ता को बताया कि पार्टी का पांच सदस्यीय दल परिसीमन आयोग से मुलाकात करेगा।

सोमवार, 5 जुलाई 2021

पीएम की अध्यक्षता में बैठक के नतीजे पर निराशा

श्रीनगर। पीपल्स एलायंस फॉर गुपकार डिक्लेरेशन (पीएजीडी या गुपकार गठबंधन) ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में जम्मू-कश्मीर को लेकर हाल में हुई सर्वदलीय बैठक के नतीजे पर निराशा जताते हुए सोमवार को कहा कि इसमें राजनीतिक कैदियों तथा अन्य कैदियों की रिहाई जैसे विश्वास बहाली के ठोस कदमों का अभाव है। 
पीएजीडी के प्रवक्ता एवं माकपा नेता एमवाई तारिगामी ने कहा कि विश्वास बहाली के कदमों (सीबीएम) से जम्मू-कश्मीर के लोगों तक पहुंच बनाने की अत्यंत आवश्यक प्रक्रिया शुरू होती ”जो जम्मू कश्मीर की समस्या में सबसे बड़े पक्ष और सबसे ज्यादा पीड़ित हैं।कोविड-19 नियमों का उल्लंघनअगले आदेश तक दिन
तारिगामी की ओर से जारी बयान में कहा गया कि गुपकार गठबंधन के सभी सदस्यों ने दिल्ली में हुई बैठक के निष्कर्ष पर निराशा जताई है। खासकर जेलों से राजनीतिक कैदियों एवं अन्य कैदियों की रिहाई और जम्मू कश्मीर में 2019 से बने कथित ‘दबाव के माहौल’ को समाप्त करने जैसे विश्वास बहाली के कोई ठोस कदम के अभाव पर।
रविवार शाम को नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला की अध्यक्षता में उनके आवास पर गुपकार गठबंधन की बैठक हुई थी। इसमें बताया गया कि बैठक में गठबंधन की उपाध्यक्ष एवं पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती, तारिगामी, नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता हसनैन मसूदी, पीपल्स मूवमेंट के प्रमुख जावेद मुस्तफा मीर और अवामी नेशनल कॉन्फ्रेंस के वरिष्ठ उपाध्यक्ष मुजफ्फर अहमद शाह शामिल हुए।
प्रवक्ता ने बताया कि 24 जून को दिल्ली में प्रधानमंत्री मोदी की अध्यक्षता में हुई सर्वदलीय बैठक के बारे में चर्चा करने के लिए यह बैठक बुलाई गई थी। गुपकार गठबंधन जम्मू-कश्मीर के विशेष राज्य के दर्जे को बहाल करने की मांग करता रहा है। तारिगामी ने कहा, ”पीएजीडी पांच अगस्त 2019 को जम्मू-कश्मीर के लोगों पर थोपे गए असंवैधानिक एवं अस्वीकार्य परिवर्तनों को पलटने की खातिर एकजुट होकर संवैधानिक, कानूनी और सियासी संसाधनों के जरिए लड़ने का अपना संकल्प दोहराता है।

शुक्रवार, 2 जुलाई 2021

जम्मू: 1 क्वाडकॉप्टर नजर आने के बाद गोलाबारी की

श्रीनगर। सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के जवानों ने शुक्रवार को जम्मू के अरनिया सेक्टर में अंतरराष्ट्रीय सीमा (आईबी) के पास पाकिस्तान से संबंधित एक क्वाडकॉप्टर (एक प्रकार का ड्रोन) नजर आने के बाद उस पर गोलाबारी की।
बीएसएफ के एक अधिकारी ने बताया कि जवानों ने आज सुबह करीब 04.25 बजे पाकिस्तान से संबंधित एक छोटे क्वाडकॉप्टर पर गोलाबारी की। गोलीबारी के तुरंत बाद क्वाडकॉप्टर वापस लौट गया।
उन्होंने कहा, “अरनिया सेक्टर में उड़ती हुई वस्तु आईबी को पार करने की कोशिश कर रही थी।” अधिकारी ने कहा, “गोलाबारी करने पर यह तुरंत वापस चली गई।” उन्होंने कहा कि ऐसा लगता है कि क्वाडकॉप्टर क्षेत्र की निगरानी कर रहा था।

जम्मू: मुठभेड़ के दौरान 1 जवान शहीद, 3 आतंकी मरें

श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले में शुक्रवार को मुठभेड़ के दौरान सुरक्षा बल का एक जवान शहीद हो गया और तीन आतंकवादी मारे गए। आधिकारिक सूत्रों ने यहां यह जानकारी दी। सूत्रों के अनुसार पुलवामा के हंजिन राजपोरा गांव में आतंकवादियों की मौजूदगी की खुफिया जानकारी के आधार पर राष्ट्रीय राइफल्स (आरआर), केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) और जम्मू-कश्मीर पुलिस के विशेष अभियान समूह (एसओजी) ने गुरुवार देर रात घेराबंदी एवं तलाश अभियान शुरू किया। सुरक्षा बल के जवान जब सभी निकास बिंदुओं को सील करने के बाद एक लक्षित क्षेत्र की ओर बढ़ रहे थे तब आतंकवादियों ने उन पर गोलीबारी शुरू कर दी। 
इसके बाद सुरक्षाबलों ने भी जवाबी कार्रवाई की और मुठभेड़ शुरू हो गई।सूत्रों ने बताया कि आतंकवादियों की गोलीबारी में 44आरआर के दो जवान घायल हो गये जिसके बाद उनमें से एक की अस्पताल में मौत हो गई। मुठभेड़ के दौरान तीन आतंकवादी भी मारे गए। मुठभेड़ जारी रहने के कारण आतंकवादी का शव बरामद नहीं किया जा सका है। सूत्रों के अनुसार क्षेत्र के निवासियों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। उन्होंने बताया कि क्षेत्र में तीन से चार आतंकवादियों के मौजूद होने की आशंका जताई जा रही है। इस बीच, एहतियात के तौर पर पुलवामा में इंटरनेट बंद कर दिया गया है। कानून-व्यवस्था को बिगड़ने से रोकने के लिये नजदीक के क्षेत्र में अतिरिक्त सुरक्षा बलों को तैनात किया गया है।

बुधवार, 30 जून 2021

सेना ने अपने शिविर के बाहर ‘दया की दीवार’ खड़ी की

श्रीनगर। जम्मू कश्मीर में जरूरतमंदों तक मदद पहुंचाने की अनोखी पहल करते हुए सेना ने राजौरी जिले में एडवांस लैंडिंग ग्राउंड (एएलजी) से लगे अपने शिविर के बाहर ‘दया की दीवार’ खड़ी की है। इस पहल के तहत सेना के शिविर के बाहर रखीं स्टील की दो खुली अलमारियों में खाने के सामान, कपड़े और जूते रखे गए हैं। यह न केवल जरूरतमंदों की मदद के सेना के मिशन को दिखाता है। बल्कि स्थानीय लोगों के दिलों को भी जीत रहा है। 
जम्मू स्थित सेना के जनसंपर्क अधिकारी लेफ्टिनेंट कर्नल देवेंद्र आनंद ने कहा, ”यह एस ऑफ स्पेड्स डिवीजन की पहल है और ‘दया की दीवार’ का मकसद समाज के कमजोर तबकों को जरूरत के सामान चुनने की आजादी देकर उनकी मदद करना है।” उन्होंने कहा कि लोगों ने इसे अच्छी भावना के साथ लिया है और दानदाताओं तथा जरूरतमंदों दोनों की ओर से सकारात्मक प्रतिक्रिया देखी जा सकती है। लेफ्टिनेंट कर्नल आनंद के मुताबिक रोटरी क्लब तथा राजौरी पुलिस इस अनोखी पहल में मदद दे रहे हैं।
सेना ने इस पहल में मदद के लिए लोगों से अंग्रेजी, हिंदी और उर्दू समेत विभिन्न भाषाओं में अपील की है। ऐसे ही एक संदेश में लिखा है। ”आपके लिए जो सामान उपयोगी नहीं है। 
वो दूसरों के काम का हो सकता है। आपसे अनुरोध है कि हाथ बढ़ाएं तथा सामान दान करें जिससे जरूरतमंदों की मदद हो सके। लेफ्टिनेंट कर्नल आनंद ने कहा कि सेना इन अलमारियों के खाली होते ही उन्हें भर देती है। उन्होंने कहा, ”इस कदम से कई लोगों के चेहरे पर मुस्कान आई है और लोग दान देने के लिए भी प्रोत्साहित हुए हैं। लोग आगे आ रहे हैं तथा दान कर रहे हैं, वहीं जरूरतमंद लोग बिना किसी से मांगे यहां से सामान ले रहे हैं। स्थानीय नागरिक मोहम्मद फारूक ने कहा, ”कुछ दिन पहले दया की दीवार बनाई गई और जरूरतमंदों को वहां से सामान लेते हुए देखा जा सकता है। सेना की अपील पर लोग अपना सामान दान भी कर रहे हैं।

आतंकियों के साथ मुठभेड़ में 1 जवान घायल हुआ

श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले में नियंत्रण रेखा के पास संदिग्ध आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में एक जवान घायल हो गया। अधिकारियों ने बताया कि घटना मंगलवार और बुधवार की दरमियानी रात को दादल गांव में एक तलाशी अभियान के दौरान हुई। कुछ हथियारबंद लोगों की मौजूदगी की जानकारी मिलने के बाद मंगलवार शाम नियंत्रण रेखा के पास इस गांव और उसके आसपास के इलाकों में तलाशी अभियान शुरू किया गया था। उन्होंने बताया कि इसी दौरान मुठभेड़ शुरू हो गई जिसमें एक जवान घायल हो गया है। अतिरिक्त बल को मौके पर भेजा गया है और आंतकवादियों को मार गिराने की कोशिश जारी है।

मंगलवार, 29 जून 2021

आतंकी कनेक्शन पुख्ता, एनआईए को जांच सौंपी

श्रीनगर। जम्मू कश्मीर में ​​वायु सेना स्टेशन पर ड्रोन हमले का ​​सीमा पार से आतंकी कनेक्शन पुख्ता ​होने पर इस मामले की जांच ​​गृह मंत्रालय ने राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) को सौंप​ दी है​। ​इस हमले के बाद से जम्मू के सैन्य क्षेत्रों में लगातार ड्रोन देखे जा रहे हैं​। हमले के अगले ही दिन सोमवार तड़के करीब तीन बजे जम्मू के कालूचक मिलिट्री स्टेशन के पास दो ड्रोन दिखे। हाई अलर्ट पर सुरक्षा बलों ने करीब 25 राउंड फायरिंग करके खदेड़ा​।इसी तरह बीती रात कुंजवानी, सुंजवां और रत्नूचक इलाके में संदिग्ध ड्रोन देखे गए। सैनिकों के फायरिंग करने पर यह ड्रोन भी आसमान में गायब हो गए।​​​​
इस मामले की शुरू से ही आतंकी एंगल से जांच कर रही सुरक्षा एजेंसियों को भी आतंकवादी समूह लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) की भूमिका होने का संदेह है। प्रारम्भिक जांच में पता चला है कि देश में पहली बार 'ड्रोन अटैक' को अंजाम देने के लिए जम्मू हवाई अड्डे से मात्र 14.5 किलोमीटर दूर सीमा पार से दो ड्रोन ने उड़ान भरी और पेलोड गिराकर वापस लौट गए। ड्रोन के 1.2 किलोमीटर की ऊंचाई पर उड़ने का संदेह है। जो लंबी दूरी की बैटरी से संचालित किये गए थे।​ 
खुफिया और जांच एजेंसियों की जांच में इस बात का खुलासा हुआ है कि पाकिस्तान की आर्मी और आईएसआई कश्मीर घाटी में ऐसे छोटे ड्रोन को लाने की कोशिश में जुटी हुई है। जिनका इस्तेमाल लश्कर और हिज्बुल के आतंकी जम्मू-कश्मीर में सुरक्षाबलों पर आईईडी हमले के लिए कर सकते हैं​​। 
यही वजह है कि बीते ​48​ घंटे में जम्मू के सैन्य क्षेत्रों के आसपास ​ड्रोन की गतिविधियां बढ़ती दिख रही हैं​।​ जम्मू एयरफोर्स स्टेशन पर रविवार की रात हुए ड्रोन हमले के अगले ही दिन सोमवार तड़के करीब तीन बजे जम्मू के कालूचक मिलिट्री स्टेशन के पास दो ड्रोन दिखे। हाई अलर्ट पर सुरक्षा बलों ने करीब 25 राउंड फायरिंग की, जिसके बाद दोनों ड्रोन रात के अंधेरे में गायब हो​ गए। ​अब बीती रात ​फिर तीन जगहों ​कुंजवानी, ​​सुंजवां और ​​रत्नूचक इलाके में​​ ​संदिग्ध ड्रोन देखे गए। ​​​सुंजवां और ​​रत्नूचक​ इलाके में रात ​​1.08 बजे​, ​​कुंजवानी सैन्य इलाके में​​ सुबह तीन से साढ़े चार बजे के बीच संदिग्ध ड्रोन देखा गया​​।​ सैनिकों की फायरिंग ​के बाद यह ड्रोन वापस लौट गए​ लेकिन ​लगातार ड्रोन गतिविधियां बढ़ने पर जम्मू ही नहीं बल्कि देश के सभी सैन्य स्टेशनों के आसपास सुरक्षा बढ़ा दी गई है​​।​​
 ​जम्मू-कश्मीर में वायु सेना स्टेशन, मिलिट्री स्टेशन और अन्य सैन्य क्षेत्रों के आसपास एनएसजी कमांडो को एंटी-ड्रोन तोपों से लैस किया गया है। जांच एजेंसियों को इन धमाकों में 'इम्पैक्ट आईईडी' का इस्तेमाल किये जाने की आशंका है।इम्पैक्ट आईईडी ऐसा विस्फोटक होता है जो जमीन या सतह पर आते ही फट जाता है। हालांकि घटनास्थल पर मिले अवशेषों की अभी फोरेंसिक लैब में जांच की जा रही है, जिसकी रिपोर्ट आने में 48 घंटे तक का वक्त लग सकता है। उसके बाद ही इस बात की पुष्टि हो सकेगी कि धमाकों के लिए आतंकियों ने किस विस्फोटक का इस्तेमाल किया था।
 इस मामले की शुरू से ही आतंकी एंगल से जांच कर रही राष्ट्रीय जांच एजेंसी की टीम को ​सीमा पार से आतंकी कनेक्शन होने के सबूत हाथ लगे हैं, इसीलिए अब ​गृह मंत्रालय ने एनआईए को जांच सौंप​ दी है​। स्थानीय टीम की सहायता के लिए एनआईए की एक टीम शीघ्र ही जम्मू पहुंचेगी। वायुसेना की स्पेशल टीम और राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (एनएसजी) की टीम भी अलग-अलग एंगल से जांच कर रही है। 

सोमवार, 28 जून 2021

2 धमाकों के बाद सांबा सेक्टर में 2 और ड्रोन मिलें

श्रीनगर। एयरफोर्स स्टेशन में ड्रोन से किए गए दो धमाकों के बाद जम्मू-कश्मीर के सांबा सेक्टर में दो और ड्रोन मिले हैं। कालूचक-रतनूचक मिलिट्री स्टेशन के पास दिखाई दिए ड्रोन के बाद सेना के जवानों ने 20 राउंड फायरिंग की। दिन निकलते ही सेना की ओर से इलाके में तलाशी अभियान शुरू कर दिया गया है।
जम्मू स्थित एयरफोर्स स्टेशन में ड्रोन के माध्यम से किए गए दो धमाकों के बाद रविवार की देर रात जम्मू-कश्मीर के सांबा सेक्टर में दो और ड्रोन उडते हुए मिले हैं। दोनों ही ड्रोन सांबा जनपद के कालूचक-रतनूचक मिलिट्री स्टेशन के पास जैसे ही सेना के जवानों को दिखाई दिए। उन्होंने तुरंत ही मोर्चा संभालते हुए फायरिंग करनी शुरू कर दी। 
इस दौरान लगभग 20 राउंड फायरिंग की गई।सोमवार को दिन निकलने पर सेना ने सवेरे से ही तलाशी अभियान शुरू कर दिया है। सेना की ओर से जारी किए गए बयान के मुताबिक पहला ड्रोन रविवार की देर रात 11.45 पर दिखाई दिया था। दूसरा ड्रोन सोमवार की तडके 2.40 पर देखा गया। सेना की ओर से जारी किए गए बयान के मुताबिक जवानों की सतर्कता के कारण दोनों ही ड्रोन तुरंत उड़ गए। इसके बाद से ही सुरक्षाबलों को हाई अलर्ट पर रखा गया है। गौरतलब है कि इससे पहले जम्मू स्थित एयरफोर्स स्टेशन में ड्रोन के माध्यम से किए गए दो धमाकों की चपेट में आकर वायु सेना के 2 जवान घायल हो गए थे।

रविवार, 27 जून 2021

धमाके के बाद 'यूएपीए' के तहत प्राथमिकी दर्ज हुई

श्रीनगर। जम्मू हवाई अड्डा परिसर में स्थित वायुसेना स्टेशन पर विस्फोटकों से लदे दो ड्रोनों के गिरने के बाद हुए धमाके के बाद रविवार को गैर कानूनी गतिविधि रोकथाम अधिनियम (यूएपीए) के तहत प्राथमिकी दर्ज की गयी है। अधिकारियों ने इसकी जानकारी देते हुए संकेत दिया कि यह मामला आतंकवाद से संबंधित मामलों की जांच करने वाली एजेंसी एनआईए द्वारा अपने हाथों में लिये जाने की संभावना है। अधिकारियों ने बताया कि बीती रात को जम्मू हवाई अड्डा परिसर में स्थित वायुसेना स्टेशन पर ड्रोन गिरे है। उन्होंने बताया कि ऐसा शायद पहली बार हुआ है कि पाकिस्तान के संदिग्ध आतंकवादियों ने हमले में मानवरहित यान का इस्तेमाल किया है।

अधिकारियों ने कहा, ” एनआईए द्वारा इस मामले को अपने हाथ में लिये जाने की संभावना है। जांच से जुड़ने के बाद वह (एनआईए) विस्फोट स्थल पर जांच की पहले से निगरानी कर रही है।” अधिकारी ने बताया कि वायुसेना के कनिष्ठ वारंट अधिकारी के आवेदन पर सतवारी थाने में विस्फोटक सामग्री अधिनियम, गैर कानूनी गतिविधि रोकथाम अधिनियम और भादंसं की संबंधित धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज की गयी है।

विस्फोटक के साथ 1 आतंकी को गिरफ्तार किया

श्रीनगर। जम्मू पुलिस ने शहर के बाहरी नरवाल इलाके से पांच किलोग्राम शक्तिशाली विस्फोटक (आईईडी) के साथ द रेजिस्टेंस फ्रंट (टीआरएफ) के एक आतंकवादी को गिरफ्तार किया है। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि विशेष अभियान समूह ने शनिवार शाम को विस्फोटक के साथ एक आतंकी को गिरफ्तार किया है।उन्होंने बताया कि आतंकवादी को प्रमुख शॉपिंग मॉल के पास से हथियार, गोला-बारूद और पांच किलो आईईडी के साथ गिरफ्तार किया गया। उन्होंने कहा कि समय पर आतंकवादी की गिरफ्तारी होने से जम्मू शहर में एक बड़ी आतंकी साजिश को नाकाम हो गई है। आतंकवादी को तत्काल पूछताछ के लिए एक सुरक्षित स्थान पर ले जाया गया। ताकि, यह पता लगाया जा सके कि उनके अन्य साथी भी जम्मू में घुसने में सफल रहे हैं या नहीं।

शुक्रवार, 25 जून 2021

10 तक 20 लाख वैक्सीन उपलब्ध कराने अपील की

श्रीनगर। जम्मू कश्मीर प्रशासन ने केंद्रशासित प्रदेश के लिए आगामी 10 जुलाई तक 20 लाख कोविड वैक्सीन उपलब्ध कराने की केंद्र से अपील की है। आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक, कैबिनेट सचिव राजीव गौबा की अध्यक्षता में गुरुवार को यहां एक उच्चस्तरीय बैठक के दौरान मुख्य सचिव डॉ. अरुण कुमार मेहता ने केंद्र से यह अपील की।

डॉ. मेहता ने कहा कि जम्मू कश्मीर में 85 प्रतिशत स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं, 84 प्रतिशत अग्रिम मोर्चा कार्यकर्ताओं और 80 प्रतिशत 45 वर्ष से अधिक आयु वाले लोगों का टीकाकरण किया जा चुका है। जबकि 18-45 आयु वर्ग में केवल 10 प्रतिशत आबादी को ही टीका लगाया जा सका है।

आतंकवादियों के बीच मुठभेड़ में 1 आतंकी मारा गया

श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर के शोपियां जिले में शुक्रवार को सुरक्षा बलों और आतंकवादियों के बीच मुठभेड़ में एक आतंकवादी मारा गया। पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि आतंकवादियों की मौजूदगी की खुफिया जानकारी मिलने पर सुरक्षा बल ने शोपियां जिले के हंजीपोरा इलाके में घेराबंदी कर तलाश अभियान शुरू किया था। इलाके में अभी दो और आतंकियों के छिपे होने की खबर है। दोनों तरफ से फायरिंग जारी है। 

सुरक्षाबलों को हंजीपोरा इलाके में कुछ आतंकियों के होने की खुफिया जानकारी मिली थी। अभियान के तहत यहां घर-घर तलाशी ली जा रही थी। इसी दौरान सेब के बगीचे से सटे एक मकान में तलाशी के लिए जब सुरक्षाबल पहुंचे तो अंदर छिपे हुए आतंकियों ने फायरिंग शुरू कर दी। आतंकवादियों के सुरक्षा बल पर गोलियां चलाने से अभियान मुठभेड़ में तब्दील हो गया। जिसके बाद बल ने भी जवाबी कार्रवाई की। पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि मुठभेड़ में एक आतंकवादी मारा गया। उसकी और उसके संगठन की पहचान अभी नहीं हुई है।

मंगलवार, 22 जून 2021

असंवैधानिक कदम को वापस बगैर शांति बहाल नहीं

श्रीनगर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सर्वदलीय बैठक से पहले पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने मंगलवार को कहा कि पूर्ववर्ती जम्मू कश्मीर राज्य का विशेष दर्जा रद्द करने के ‘अवैध’ और ‘असंवैधानिक’ कदम को वापस लिए बगैर क्षेत्र में शांति बहाल नहीं हो सकती। गुपकर गठबंधन (पीएजीडी) की एक बैठक के बाद उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि बृहस्पतिवार को प्रधानमंत्री के साथ बैठक के दौरान वह जम्मू कश्मीर का विशेष दर्जा बहाल करने के लिए जोर देंगी। जिसे‘ ”हमसे छीन लिया गया है।

पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी प्रमुख ने कहा, ”गठबंधन का एजेंडा यह है कि जो कुछ हमसे छीन लिया गया है। हम उस पर यह बातचीत करेंगे। यह एक गलती थी। यह अवैध तथा असंवैधानिक था। जम्मू कश्मीर के मुद्दे का हल किये बगैर जम्मू कश्मीर और पूरे क्षेत्र में शांति बहाल नहीं हो सकती।” महबूबा के साथ गठबंधन के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला सहित इसके अन्य नेता भी थे।

पीएम द्वारा बुलाई गई बैठक में शामिल होगें अब्दुल्ला

श्रीनगर। गुपकर जन घोषणापत्र गठबंधन (पीएजीडी) के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने मंगलवार को बताया कि गठबंधन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में शामिल होगें। यह घोषणा यहां अब्दुल्ला के गुपकर रोड स्थित आवास पर केंद्र के निमंत्रण को लेकर चर्चा करने के लिए बुलाई गई पीएजीडी नेताओं की बैठक के बाद की गई। गठबंधन के अन्य नेताओं के साथ मौजूद अब्दुल्ला ने बैठक के बाद संवाददाताओं से कहा, ”हमें प्रधानमंत्री का निमंत्रण मिला है और हम (बैठक में) शामिल होंगे।” पीएजीडी अध्यक्ष ने कहा कि गठबंधन को विश्वास है कि वह बैठक के दौरान प्रधानमंत्री और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के सामने अपना पक्ष रखने में सक्षम होगा। जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री एवं नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष अब्दुल्ला ने कहा, ”बैठक समाप्त होने के बाद हम आपको यहां और दिल्ली में बताएंगे कि हमने वहां क्या किया, हमने क्या कहा और उनकी प्रतिक्रिया क्या थी।”

यह पूछे जाने पर कि गठबंधन का क्या रुख होगा, अब्दुल्ला ने कहा, ”आप सभी हमारे रुख के बारे में जानते हैं और इसे दोहराने की जरूरत नहीं है। हमारा पहले जो रुख था, वह अब भी है और आगे भी वही रहेगा।” पीएजीडी के विभिन्न घटकों ने उच्चतम न्यायालय में एक याचिका दायर कर जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा फिर से बहाल किए जाने और इसे फिर से राज्य बनाए जाने का अनुरोध किया है। अब्दुल्ला ने कहा कि जिन्हें आमंत्रित किया गया है, वे सभी बैठक में शामिल होंगे। उन्होंने कहा, ”मैं, (पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की अध्यक्ष) महबूबा (मुफ्ती) जी, (मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी नेता एम वाई) तारिगामी साहब और हमारे (गठबंधन के) वे सभी लोग जाएंगे, जिन्हें आमंत्रित किया गया है।” उन्होंने कहा कि निमंत्रण विभिन्न दलों के नेताओं को भेजा गया है और ”वे सभी जाएंगे और वहां अपनी बात रखेंगे”। बैठक के एजेंडे के बारे में पूछे जाने पर अब्दुल्ला ने कहा, ”उनकी तरफ से (केंद्र की तरफ से) कोई एजेंडा नहीं बताया गया है।” 

उन्होंने कहा, ”हम वहां किसी भी मुद्दे पर बात कर सकते हैं।” केंद्र शासित प्रदेश के लिए भविष्य में उठाए जाने वाले कदमों पर चर्चा के मकसद से प्रधानमंत्री मोदी की अध्यक्षता में होने वाली बैठक में जम्मू-कश्मीर के 14 नेताओं को आमंत्रित किया गया है। केंद्र ने जम्मू-कश्मीर के विशेष दर्जे को निरस्त करने और इसे दो केंद्रशासित प्रदेशों में विभाजित करने की अगस्त 2019 में घोषणा की थी, जिसके बाद से पहली बार इस प्रकार की कोई बैठक हो रही है। पीएजीडी मुख्यधारा की छह पार्टियों का गठबंधन है जो जम्मू-कश्मीर के विशेष दर्जे को रद्द करने के बाद अस्तित्व में आया था।

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