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मंगलवार, 15 जून 2021

गुजरात: लव जिहाद एक्ट, धर्म परिवर्तन अपराध

हरिओम उपाध्याय   
गांधीनगर। अब गुजरात में भी शादी के लिए जबरन धर्म परिवर्तन कराना एक बड़ा अपराध होगा। गुजरात में आज से लव जिहाद एक्ट लागू हो गया है। इसे राज्यपाल की मंजूरी के बाद राज्य सरकार ने इसके क्रियान्वयन की अधिसूचना जारी कर दी है। इसका उल्लंघन करने पर सात साल तक की सजा और तीन लाख रुपये तक के जुर्माने का प्रावधान है। 
 दरअसल, गुजरात सरकार ने धर्मांतरण रोकने के लिए बजट सत्र के दौरान विधानसभा में धर्म स्वातंत्र्य (धार्मिक स्वतंत्रता) विधेयक संशोधन-2021 पारित किया था। यह संशोधन गुजरात फ्रीडम ऑफ रिलिजन एक्ट-2003 में किया गया है। इस विधेयक को राज्य के गृह राज्य मंत्री प्रदीप सिंह जडेजा ने गुजरात विधानसभा में पेश किया था। राज्यपाल आचार्य देववर्त की मंजूरी के बाद सरकार ने आज धर्म की स्वतंत्रता सुधार अधिनियम-2021के क्रियान्वयन की अधिसूचना जारी कर दी है।  
गुजरात विधानसभा ने प्रलोभन, जबरदस्ती, गलत बयानी या किसी अन्य धोखाधड़ी के माध्यम से धर्मांतरण के मामलों में दंड और दंड का प्रावधान करने के लिए धर्म की स्वतंत्रता अधिनियम 2003 में संशोधन किया। इस प्रकार यह पूरा सुधार लव जिहाद की गतिविधि को रोकने के लिए है। इस काूनन के तहत गुजरात में पांच साल तक की सजा और दो लाख रुपये तक के जुर्माने का प्रावधान किया गया है, जबकि नाबालिग के साथ अपराध करने पर सात साल तक और तीन लाख रुपये तक के जुर्माने का प्रावधान है। इसके साथ ही अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति की महिलाओं के खिलाफ होने वाले अपराधों के लिए सात साल की सजा का प्रावधान है।
लव जिहाद के मामले में कुछ लोगों को अपराध करने में मदद करने वालों के खिलाफ भी कानूनी कार्रवाई की जाएगी| कुछ मामलों में यह एक गैर-जमानती अपराध भी बन जाएगा। एक विशेष प्रावधान यह भी किया गया है कि पुलिस उपाधीक्षक के पद से नीचे का अधिकारी इसकी जांच नहीं कर सकता है। नई धारा 4 में किसी व्यक्ति की शादी कराकर उसका धर्म परिवर्तन करने या उसकी शादी कराने में मदद करने के एकमात्र उद्देश्य के संबंध में सजा का प्रावधान है। यदि अपराध विवाह की संस्था और संगठन के लिए किया गया अपराध साबित होता है तो गैर-कानूनी धर्मांतरण एक गैर-जमानती अपराध होगा। इस कानून के तहत पीड़ित का रक्त संबंधी भी पुलिस के पास शिकायत दर्ज कराने के लिए अधिकृत किया गया है।
 इस संबंध में राज्य के गृह मंत्री प्रदीपसिंह जडेजा ने कहा कि लव जिहाद के अलावा क्लीनिकल एस्टैब्लिशमेंट (रजिस्ट्रेशन एंड रेगुलेशन) बिल को भी मंजूरी मिल गई है। उल्लेखनीय है कि शादी के नाम पर धोखधड़ी कर लोगों के धर्मांतरण करने से रोकने के लिए उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश सरकारें भी इस तरह का लव जिहाद विरोधी कानून बना चुकी हैं।

रविवार, 13 जून 2021

नागिन ने 3 दिन में नाग की मौत का बदला लिया

अहमदाबाद। नागिन के द्वारा इंतकाम लेना हमने फिल्मों में देखा है। लेकिन एक ऐसा ही मामला सच में सामने आया है। यह मामला गुजरात के गांधीनगर जिले का है, जहां एक घर में सांप नजर आने पर परिवार के सदस्यों ने मार दिया था। लेकिन तीन दिनों के अंदर ही उस परिवार के 2 लोगों की सांप के डंसने से मौत हो गई।
मृत दोनों लोग के बीच चाची और भतीजी का रिश्ता है। खास बात ये है कि इन दोनों को सांप ने एक ही जगह और एक ही तरह से डंसा है। सांप के डंसने के बाद उनकी हालत इतनी बिगड़ गई थी कि समय पर अस्पताल पहुंचने के बाद भी उन्हें बचाया नहीं जा सका। डॉक्टर का कहना है कि उनकी पूरी बॉडी में जहर बहुत तेजी से फैला, जिससे उनकी मौत हो गई। मृतकों में एक छोटी बच्ची है, जिसकी उम्र मात्र 7 साल थी। ध्यान देने वाली बात है कि ये दोनों घटनाएं अलग-अलग समय और जगहों पर हुई थी। अब इस पूरी घटना को लोग नागिन का बदला लेना ही बता रहे हैं। लेकिन सच क्या है यह कोई शायद ही बता सकता है।

शनिवार, 5 जून 2021

जज पर चप्पलें फेंकने के अपराध में 18 माह की सजा

राजकोट। गुजरात के राजकोट जिले में चाय बेचने वाले एक व्यक्ति को यहां मजिस्ट्रेट अदालत ने जज पर चप्पलें फेंकने के अपराध में 18 महीने की सजा सुनाई। आरोपी व्यक्ति ने उसके एक मामले में सुनवाई लंबित पड़े होने से नाराज होकर 2012 में हाई कोर्ट के एक जज पर चप्पलें फेंकी थी। मिर्जापुर ग्रामीण अदालत के मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट वी-ए-धधल ने गुरुवार को आरोपी भवानीदास बावाजी को आईपीसी की धारा 353 (एक सरकारी कर्मचारी को उसके कर्तव्य का निर्वहन करने से रोकने के लिए हमला) के तहत दोषी ठहराया है। पुलिस ने बताया कि बावाजी ने दावा किया था कि वह उसके मामले की सुनवाई लंबित होने से नाराज था। इसलिए उसने हताश होकर जज पर चप्पलें फेंक दी।
यह देखते हुए कि जज पर चप्पल फेंकने का मामला निदंनीय है, मजिस्ट्रेट ने बावाजी को प्रोबेशन के तहत राहत देने से इंकार कर दिया। इस प्रावधान के तहत दोषी के अच्छे आचरण को देखते हुए उसे रिहा कर दिया जाता है। मजिस्ट्रेट ने राजकोट के रहने वाले बावाजी को 18 महीने कैद की सजा सुनाई है। कोर्ट ने उसकी आर्थिक स्थिति को देखते हुए उस पर कोई जुर्माना नहीं लगाया है।
इस मामले के मुताबिक, आरोपी ने 11 अप्रैल 2012 को सुनवाई के दौरान हाई कोर्ट के जज केएस झावेरी पर अपनी चप्पलें फेंक दी थी। लेकिन वे उन्हें लगी नहीं थी। जब जज ने कारण पूछा, तो बावाजी ने कहा था कि उन्होंने हताशा में ऐसा किया था। क्योंकि उनका मामला लंबे समय से सुनवाई के लिए नहीं आया था। इसके बाद बावाजी को सोला पुलिस थाने के हवाले कर दिया गया था। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ आईपीसी की धारा 186 और 353 के तहत मामला दर्ज कर लिया था।
पुलिस की जांच में पता चला था कि बावाजी भयवदार में सड़क किनारे चाय की दुकान चलाते थे। 
जब भयवदार नगर पालिका ने उन्हें स्टाल हटाने के लिए कहा, तो बावाजी गोंडल जिला कोर्ट से नगर निकाय के खिलाफ मोहलत लेने का आदेश मिलने में सफल रहे। इसके बाद नगर पालिका ने हाई कोर्ट में अपील दायर की।
सुनवाई में जाने के लिए नहीं उठा पा रहा था खर्च
बावाजी ने पुलिस को दिए अपने बयान में बताया कि उस अपील के आधार पर नगर पालिका ने उनकी चाय की दुकान हटा दी, इससे वह बेरोजगार हो गए। आरोपी ने बताया कि कमाई का दूसरा जरिए न होने के कारण उसने अपना मानसिक संतुलन खो दिया था, क्योंकि उसे सुनवाई में भाग लेने के लिए अहमदाबाद जाने के लिए उधार लेना पड़ा था। इसके कारण उसे दूसरों से उधार पैसे मांगने पड़ते थे।

सोमवार, 31 मई 2021

19 दिनों तक मौत से लडा, स्वस्थ हुआ नवजात

गांधीनगर। सूरत के सिविल हॉस्पिटल से एक अच्छी खबर आई है। यहां कोरोना पॉजिटिव मां की कोख से जन्मा बालक क्रिटिकल कंडीशन में 19 दिनों तक मौत से लड़कर ठीक हो गया है। जन्म के समय मां को गंवाने वाले नवजात को बचाने के लिए सिविल के डॉक्टरों ने भरपूर कोशिश की। नतीजतन बिना मां के बच्चे की जान बच गई। कोरोना से 19 दिनों तक लड़ने वाले बच्चे का नाम परिजन अभय रखने पर विचार कर रहे हैं।

सिविल अस्पताल से मिली जानकारी के अनुसार मांगरोल इलाके में रहने वाली रुचि पांचाल (28) को सांस लेने में तकलीफ हो रही थी। उन्हें 6 मई को सिविल अस्पताल लाया गया था। गायनिक वार्ड में भर्ती करने के बाद रुचि की कोरोना टेस्ट रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। जब 11 मई को रुचि को ज्यादा तकलीफ होने लगी, तो डॉक्टरों ने बच्चे को बचाने के लिए सीजेरियन डिलीवरी कराई।

शुक्रवार, 21 मई 2021

वैज्ञानिकों ने उगाया दुनिया का सबसे महंगा मशरूम

श्रीराम मौर्य          

गांधीनगर। गुजरात के वैज्ञानिकों ने दुनिया का सबसे महंगा मशरूम उगा लिया है। कोर्डीकेप्स मिलिटर्स के इस मशरूम में एंटी ऑक्सीडेंट, एंटी डायबिटिक, सूजन रोधी, कैंसर रोधी, मलेरिया रोधी, थकान रोधी, एचआईवी रोधी और एंटी वायरल गुण हैं। सेहत के लिए बेहद गुणकारी यह मशरूम शरीर में ट्यूमर के आकार को कम करने में मदद भी करता है। इस मशरूम की 1 किलो मात्रा की कीमत करीब 1.50 लाख रुपए है। कच्छ के गुजरात इंस्टीट्यूट ऑफ डिजर्ट इकोलोजी के वैज्ञानिकों ने कोर्डीकेप्स मिलिटर्स को 90 दिनों के अंदर लैब के नियंत्रित वातारण में उगाया। उन्‍होंने 35 जार में इस मशरूम को उगाया है। पता चला है कि मशरूम की इस प्रजाति का इस्‍तेमाल चीन और तिब्बत की प्राकृतिक दवाइयों में लंबे समय से होता रहा है। एक रिपोर्ट के मुताबिक संस्थान के डायरेक्टर वी.विजय कुमार ने बताया, ‘मशरूम की कोर्डीकेप्स मिलिटर्स प्रजाति को हिमालयीन सोना कहा जाता है। इसका सेवन करने से सेहत को कई लाभ होते हैं। साथ ही यह कई बीमारियों को रोकने में बहुत मददगार है।’ यह मशरूम शरीर में ट्यूमर को होने से रोकता है और यदि ट्यूमर हो जाए तो उसके आकार को कम करने में मदद करता है। शुरुआती अध्ययन में पता चला है कि इस मशरूम का अर्क महत्वपूर्ण नतीजे दे सकता है। संस्थान के वरिष्ठ वैज्ञानिक कार्तिकेयन ने बताते हैं, ‘लोगों पर मेडिकल ट्रायल करने के लिए नियामक मंजूरी मांगी गई है। हम इस मशरूम का अतिरिक्त प्रभाव प्रोस्टेट कैंसर पर भी खोज रहे हैं। हालांकि, कोविड-19 महामारी के चलते इसमें देरी हो गई है।’ वैज्ञानिकों की योजना है कि वे भारतीय परिस्थिति में इस प्रजाति के कैंसर रोधी और एंटी वायरल गुणों की जांच करें। ब्रेस्ट कैंसर के इलाज में इसे उपयोगी पाने के बाद संस्थान ने अब कारोबारियों को इसका प्रशिक्षण देने का फैसला किया है। ताकि इस मशरूम की खेती की जा सके। वैसे तो लैब में इस मशरूम की खेती के एक हफ्ते के प्रशिक्षण का शुल्‍क एक लाख रुपये है। लेकिन संस्थान सामान्य शुल्क पर प्रशिक्षण देगा। बता दें कि इस रिसर्च टीम में निरमा यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर जिगना शाह और गाइड वैज्ञानिक जी जयंती भी शामिल थे।

बुधवार, 19 मई 2021

गुजरात: चक्रवाती तूफान के कारण 45 लोगों की मौत

इकबाल अंसारी                 

अहमदाबाद। गुजरात के 12 जिलों में चक्रवाती तूफान ‘ताऊ ते’ के कारण करीब 45 लोगों की मौत हो गई। अधिकारियों ने बुधवार को बताया कि चक्रवात से सबसे बुरी तरह प्रभावित सौराष्ट्र क्षेत्र में 15 लोगों की मौत हो गई। यह तूफान सोमवार रात को अत्यधिक भीषण चक्रवाती तूफान के रूप में राज्य के तट से गुजरा और देर रात डेढ़ बजे के आस-पास इसने राज्य में दस्तक दी।

राज्य आपदा अभियान केंद्र के एक अधिकारी ने बताया कि भावनगर और गिर सोमनाथ तटीय जिलों में आठ-आठ लोगों की मौत हुई। अधिकारी ने बताया कि अहमदाबाद में पांच, खेड़ा में दो, आनंद, वडोदरा, सूरत, वलसाड, राजकोट, नवसारी और पंचमहल जिलों में एक-एक व्यक्ति की मौत हुई।

पीएम ने 'तूफान' से हुए नुकसान का जायजा लिया

इकबाल अंसारी             

अहमदाबाद। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने गृह राज्य गुजरात और निकटवर्ती केंद्रशासित क्षेत्र दीव में चक्रवाती तूफ़ान ‘ताऊ ते’ के कारण हुए नुक़सान का जायज़ा लेने के लिए आज कई प्रभावित इलाक़ों का हवाई निरीक्षण किया। मोदी वायु सेना के विमान से भावनगर पहुंचे और वहां से हेलिकॉप्टर में बैठ कर हवाई निरीक्षण किया। उन्होंने सर्वाधिक प्रभावित जिलों अमरेली और गिर सोमनाथ और अन्य प्रभावित क्षेत्रों का भी हवाई दौरा किया।

इसके बाद उन्होंने अहमदाबाद में मुख्यमंत्री विजय रूपाणी और राज्य के वरिष्ठ सचिवों के साथ एक समीक्षा बैठक भी की। ज्ञातव्य है कि 17 मई की रात दीव के निकट गुजरात तट से टकराने के बाद कल देर रात तक राज्य में सक्रिय रहे इस तूफ़ान के असर से कम से कम 13 लोगों की मौत भी हुई है। इससे फ़सलों, मकानों, सड़कों, बिजली के खंभों आदि को भी व्यापक नुक़सान पहुंचा है।

मंगलवार, 18 मई 2021

गुजरात में चक्रवात की तबाही, 5 लोगों की मौत

सत्येंद्र पंवार   
अहमदाबाद। गुजरात में चक्रवातीय तूफान ‘ताऊ ते’ के कारण हुई घटनाओं में पांच लोगों की मौत हो गई और राज्य के पश्चिमी तट पर इससे भारी तबाही मची है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने बताया कि चक्रवात ‘ताऊ ते’ सोमवार की मध्यरात्रि में सौराष्ट्र क्षेत्र के दीव और ऊना के बीच गुजरात तट से टकराने के बाद कमजोर पड़ गया है। अब तक मिले आधिकारिक आंकड़ो के अनुसार तूफ़ान के चलते एक बच्चे और एक महिला समेत कम से कम तीन लोगों की मौत हुई है। अनाधिकारिक सूचनाओं के अनुसार यह संख्या कम से कम पांच है।यह गुजरात तट से ‘अत्यंत तीव्र चक्रवाती तूफान’ के रूप में गुजरा और धीरे-धीरे कमजोर पड़ गया। 
आईएमडी ने बताया कि अमरेली के पास सौराष्ट्र क्षेत्र में सौराष्ट्र क्षेत्र में मंगलवार सुबह यह ‘काफी गंभीर चक्रवाती तूफान’ बना हुआ था। अधिकारियों ने बताया कि चक्रवाती तूफान के कमजोर पड़ने के बावजूद इससे भारी तबाही मची है। वहीं भावनगर, राजकोट, पाटण और वलसाड में एक-एक व्यक्ति की जान तूफान के दौरान हुए हादसों में गई।विभाग ने सुबह के बुलेटिन में बताया कि चक्रवाती तूफान के अमरेली से 10 किमी दक्षिण में और दीव से लगभग 95 किमी उत्तर-उत्तर-पूर्व में स्थित होने के कारण हवा की रफ्तार 150 से 175 किमी प्रति घंटे से कम हो गई और हवा 135 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने लगी। आईएमडी ने कहा कि इसके उत्तर-उत्तर पूर्व की ओर आगे बढ़ने और अगले तीन घंटों के दौरान धीरे-धीरे कमजोर होने का अनुमान है।

विभाग ने कहा, ‘‘ चक्रवाती तूफान की वजह से, गुजरात और सौराष्ट्र में मंगलवार को हल्की से मध्यम बारिश होने का अनुमान है। साथ ही कुछ दूर-दराज इलाकों में भारी से बेहद भारी तथा भीषण बारिश हो सकती है।’’ उसके अनुसार, दिन में हवा की गति भी कम होने का अनुमान है। राज्य में अभी तक चार लोगों की मौत की पुष्टि हुई है।

राज्य आपात अभियान केन्द्र (एसईओसी) के एक अधिकारी ने बताया कि भीषण बारिश और तेज हवाओं के कारण अलग-अलग स्थानों पर दीवारें गिरने से तीन लोगों की मौत हुई। मृतकों में राजकोट, वलसाड और भावनगर का एक-एक व्यक्ति शामिल है। तीनों जिले राज्य में चक्रवती तूफान से सर्वाधिक प्रभावित जिलों में से हैं।

पाटण ए-संभाग पुलिस थाने के एक अधिकारी ने बताया कि सोमवार रात तेज हवाएं चलने से, पाटण में सो रही एक महिला पर बिजली का खंभा गिर गया जिससे उसकी मौत हो गई। गुजरात में कई तटीय इलाकों में बिजली नदारद रही। वहीं, तेज हवाएं चलने के कारण कई पेड़, बिजली के खंभे और मोबाइल टावर भी गिर गए।

शुक्रवार, 14 मई 2021

13.5 लाख छात्रों को पदोन्नति करने का निर्णय लिया

गांधीनगर। मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने वैश्विक महामारी कोरोना के मौजूदा संक्रमण में राज्य में छात्रों को सुरक्षित रखने के स्वास्थ्य संरक्षण मूल्य के साथ इस वर्ष गुजरात माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के कक्षा 10 (एसएससी) के 13.5 लाख नियमित छात्रों को पर्याप्त सामूहिक पदोन्नति करने का निर्णय लिया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस वर्ग के छात्रों का टीकाकरण भी फिलहाल नहीं कराया गया है। राज्य सरकार ने छात्रों के व्यापक स्वास्थ्य हित में परीक्षा को रद्द करने का निर्णय लिया है। मुख्यमंत्री द्वारा कोर कमेटी की बैठक में लिए गए निर्णय का विवरण देते हुए शिक्षा मंत्री भूपेंद्र सिंहजी चुडासमा ने गुरुवार को कहा कि राज्य में 1276 सरकारी, 5325 अनुदान-सहायता, 4331 स्व-वित्त और 45 अन्य स्कूल मिला कर 10977 स्कूलों में  सामूहिक पदोन्नति देने का निर्णय लिया है|
राज्य सरकार ने गुजरात में कक्षा 10 और कक्षा 12 बोर्ड परीक्षाएं जो 10 मई से 18 मई तक आयोजित की थी। कोरोना संक्रमण को स्थगित करने का निर्णय, 15 अप्रैल को लिया गया था। जब राज्य सरकार ने 15 अप्रैल को परीक्षा स्थगित करने का फैसला किया, तो यह घोषणा की गई थी कि कोरोना की संक्रमण स्थिति का आकलन करने और छात्रों को समीक्षा के बाद तैयार होने के लिए कम से कम 15 दिन देने के बाद परीक्षा की नई तारीखों की घोषणा 15 मई को की जाएगी।
इतना ही नहीं, राज्य सरकार ने इससे पहले कोरोना की स्थिति पर निर्भर करते हुए, इस साल कक्षा1 से 8 और कक्षा11 में पढ़ने वाले छात्रों को सामूहिक पदोन्नति देने की घोषणा की है।
शिक्षा मंत्री ने कहा कि पिछले दो हफ्तों में राज्य में कोरोना मामलों की संख्या में लगातार गिरावट आई है और अस्पताल से घर लौटने वाले कोरोना रोगियों की संख्या बढ़ रही है। हालांकि, देशभर में संक्रमण की स्थिति को देखते हुए, राज्य सरकार, मुख्यमंत्री विजय रूपानी के नेतृत्व में, राज्य के छात्रों के भविष्य को कोरोना से बचाने के लिए दृढ़ संकल्प है। अब, मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने कोर कमेटी की बैठक में कोरोना के संक्रमण की स्थिति पर व्यापक समीक्षा और विचार-विमर्श के बाद इस वर्ष कक्षा 10 के नियमित छात्रों को पर्याप्त सामूहिक पदोन्नति देने का फैसला किया है। राज्य सरकार के इस छात्र हितैषी निर्णय के परिणामस्वरूप, कक्षा 10 (एसएससी) के नियमित छात्र सामूहिक पदोन्नति के लाभ के लिए पात्र होंगे।

गुरुवार, 13 मई 2021

मौसम विभाग ने चक्रवाती तूफान का खतरा बताया

अहमदाबाद। मौसम विभाग ने गुजरात में चक्रवाती तूफान का खतरा बताया है। बताया जा रहा है कि यह तूफान भारी तबाही मचा सकता है। मौसम विभाग के मुताबिक 17 और 18 मई को पश्चिमी तट की ओर से चक्रवाती तूफान आएगा। हालांकि इस चक्रवात के पाकिस्तान में कराची के तट से टकराने की संभावना है।लेकिन गुजरात के समुद्री किनारे भी इसकी चपेट में आ सकते हैं। इस चक्रवात का नाम तौकाते रखा गया है। यह साल 2021 का पहला चक्रवाती तूफान होगा और इसका नाम 'तौकाते' रखा गया है। इस बार चक्रवाती तूफान का नाम म्यांमार की तरफ से दिया गया है।जिसका अर्थ होता है, अत्यधिक आवाज करने वाली छिपकली।

बुधवार, 12 मई 2021

सरकार ने प्रतिबंधों को एक सप्ताह के लिए बढ़ाया

अहमदाबाद। गुजरात सरकार ने राज्य के 36 शहरों में कोरोना के चलते रात्रि कर्फ्यू और अतिरिक्त सीमित प्रतिबंधों को एक सप्ताह तक के लिए बढ़ा दिया है। मुख्यमंत्री ने कर्फ्यू के दौरान सहयोग करने के लिए छोटे-बड़े व्यापारियों और आमजनता को धन्यवाद दिया है।
मंगलवार को मुख्यमंत्री विजय रूपाणी की अध्यक्षता में कोर कमेटी की बैठक में राज्य में कोरोना को नियंत्रित करने और लोगों को राहत पहुंचाने पर विस्तृत चर्चा हुई। बैठक में राज्य के 36 शहरों में रात्रि कर्फ्यू और सीमित प्रतिबंधों को एक सप्ताह के लिए बढ़ाने का भी निर्णय लिया गया। राज्य के 8 महानगरों सहित 36 शहरों में रात्रि का कर्फ्यू अब 18 मई तक रात 8 बजे से सुबह 6 बजे तक लागू रहेगा।

मंगलवार, 11 मई 2021

राजस्थान और गुजरात की सीमा 24 तक सील की

अहमदाबाद। कोरोना के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए अधिकांश राज्य सरकारें लॉकडाउन की ओर बढ़ रही हैं। राजस्थान सरकार में 14 दिन की तालाबंदी को देखते हुए राजस्थान और गुजरात की सीमा को 10 मई से 24 मई तक पूरी तरह से सील कर दिया गया है।
राजस्थान जाने वाले लोगों को आरटी-पीसीआर निगेटिव रिपोर्ट नकारात्मक होने पर ही प्रवेश दिया जा रहा है।
दरअसल, राजस्थान की गहलोत सरकार ने राज्य में 14 दिन के लिए तालाबंदी कर दी है। बनासकांठा के तीर्थ स्थल अंबाजी के पास केवल छह किमी दूरी पर राजस्थान की सीमा है। राजस्थान सीमा चेक पोस्ट पर आज से सीमा सील कर दी गई है। सभी वाहनों को अंबाजी के पास छपरी चेकपोस्ट पर रोक दिया गया था। गुजरात एसटी कॉर्पोरेशन की बसों को भी राजस्थान में प्रवेश नहीं दिया जा रहा है। हालांकि, आवश्यक माल वाहनों और निजी वाहनों के यात्रियों को राजस्थान में प्रवेश करने से पहले अपने कोरोना आरटी-पीसीआर की निगेटिव रिपोर्ट दिखाना अनिवार्य कर दिया गया है। ऐसा न करने पर उन्हें 15 दिन के लिए राजस्थान में एकांतवास में रहना होगा।

सोमवार, 10 मई 2021

हेमंत बिस्वा की असम के 15वें सीएम के रूप में शपथ

गुवाहाटी। भाजपा नेता और पूर्वोत्तर प्रजातांत्रिक गठबंधन के संयोजक हेमंत बिस्वा सरमा ने असम के 15वें मुख्यमंत्री के रूप में सोमवार को शपथ ली। राज्यपाल जगदीश मुखी ने उन्हें यहां श्रीमंत शंकरदेव कलाक्षेत्र में पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। सरमा ने पारंपरिक ‘पट रेशम’ की धोती और कुर्ता धारण किया हुआ था तथा अपने गले में मुगा ‘गमोसा’ डाला हुआ था। उन्होंने असमी भाषा में पद एवं गोपनीयता की शपथ ली। 
कोविड-19 के सख्त प्रोटोकॉल के बीच उनके साथ 14 और विधायकों ने शपथ ली। असम की 126 सदस्यीय विधानसभा में सत्तारूढ़ गठबंधन को 75 सीटें मिली हैं। भाजपा को 60 सीटें मिली हैं जबकि उसके गठबंधन साझेदार असम गण परिषद (एजीपी) व यूनाइटेड पीपल्स पार्टी लिबरल (यूपीपीएल) को क्रमश: नौ और छह सीटें मिली हैं।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने असम के 15वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने पर भाजपा नेता हिमंत बिस्व सरमा को बधाई दी और उम्मीद जताई कि उनके नेतृत्व में पूर्वोतर के इस प्रवेश द्वार के विकास को गति मिलेगी और लोगों की आकांक्षाओं की पूर्ति होगी।
प्रधानमंत्री ने ट्वीट कर कहा, ‘‘हिमंत बिस्व सरमा और मंत्री पद की शपथ लेने वालों को बहुत बधाई। मुझे पूरा विश्वास है कि यह टीम असम की विकास यात्रा को और गति देगी तथा लोगों की आकांक्षाओं की पूर्ति करेगी।’’ उन्होंने एक अन्य ट्वीट में कहा, ‘‘मेरे सहयोगी सोनोवाल ने पिछले पांच सालों में राज्य में जनहितकारी और विकासपरक शासन दिया। असम की प्रगति और पार्टी की मजबूती में उनका बहुत योगदान है।

रविवार, 9 मई 2021

ठीक हुए व्यक्तियों में ‘ब्लैक फंगस’ संक्रमण मिला

अहमदाबाद। कोविड-19 से ठीक हुए व्यक्तियों में म्यूकरमाइकोसिस या ‘ब्लैक फंगस’ के संक्रमण के मामलों में वृद्धि के बीच गुजरात सरकार ने ऐसे रोगियों के लिए अस्पतालों में अलग वार्ड स्थापित करना शुरू कर दिया है और इसके उपचार में इस्तेमाल होने वाली दवा की 5,000 शीशियों की खरीद की है। गुजरात में म्यूकरमाइकोसिस के अब तक 100 से अधिक मामले सामने आये हैं। यह एक गंभीर लेकिन दुर्लभ कवक संक्रमण है, जिसके चलते कई रोगी दृष्टहीन हो गए हैं और इससे अन्य गंभीर दिक्कतें भी उत्पन्न हो रही हैं। राज्य सरकार के अनुसार वर्तमान में अहमदाबाद सिविल अस्पताल में 19 रोगियों का इसके लिए इलाज किया जा रहा है।

शुक्रवार, 7 मई 2021

कोरोना की दूसरी लहर के बाद नई बिमारी, शिकार

गांधीनगर। कोरोना की दूसरी लहर में संक्रमित मरीज ठीक होने के बाद एक नई बिमारी का तेजी से शिकार हो रहे हैं। जिसके चलते समय पर इलाज न होने पर मरीजों की आंख निकालनी पड़ रही है या फिर उनकी मौत हो रही हैं। इस बीमारी का नाम मिकोर माइकोसिस है। सूरत में 15 दिन के भीतर ऐसे 40 से अधिक केस सामने आए हैं, जिनमें 8 मरीजों की आंखें निकालनी पड़ी हैं।
एक तरफ गुजरात के सूरत में कोरोना की दूसरी लहर ने कहर मचा रखा है और मरीज बेड-वेंटिलेटर और ऑक्सीजन की कमी के चलते दम तोड़ रहे थे। अब लोगों को एक नई बीमारी का भी शिकार होना पड़ रह है। यह बीमारी इतनी खतरनाक है कि समय पर इसका इलाज न होने पर मरीज की आंख निकालनी पड़ती या उसकी मौत हो जाती है। इस नई बीमारी का नाम मिकोर माइकोसिस बताया जा रहा है।

शनिवार, 1 मई 2021

अस्पताल के आईसीयू में आग लगने से 18 की मौंत

भरूच। गुजरात के भरूच में कल देर रात एक निजी अस्पताल के आईसीयू में आग लग जाने से कम से कम 18 लोगों की मौत हो गयी। मरने वालों में कम से कम दो अस्पताल कर्मी भी शामिल बताए गए हैं। मृतकों की संख्या और बढ़ने की आशंका है। पुलिस ने बताया कि भरूच- जंबुसर बायपास रोड पर स्थित पटेल वेल्फ़ेयर हॉस्पिटल में यह घटना हुई। मध्यरात्रि के बाद लगभग साढ़े 12 बजे इसके दो में से एक आईसीयू में आग की सूचना मिलते ही स्थानीय फ़ायर ब्रिगेड की टीम तुरंत हरकत में आ गयी। कई मरीज़ों को अन्य अस्पतालों में स्थांतरित किया गया। उनमें से कई की हालत नाज़ुक बताई जाती है। आग लगने का कारण पूरी तरह स्पष्ट नहीं है पर समझा जाता है कि सम्भवतः शॉर्ट सर्किट के चलते ऐसा हुआ होगा। सूत्रों ने बताया कि कुछ मरीज़ों की मौत स्थानांतरण के दौरान हुई हो सकती है। इससे पहले भी कोरोना संकट के दौरान गुजरात के अहमदाबाद, राजकोट में ऐसी घटनाओं में कई मरीज़ों की मौत हो गयी थी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुजरात के भरूच स्थित एक अस्पताल में आग लगने की घटना में लोगों की मौत पर शनिवार को दुख व्यक्त किया और उनके परिजनों के प्रति संवेदना प्रकट की। मोदी ने ट्वीट कर कहा कि भरूच के एक अस्पताल में आग लगने से हुई मौतों से दुखी हूं। मेरी संवेदनाएं शोकसंतप्त परिवारों के साथ हैं। गुजरात सरकार ने आग लगने की घटना की जांच और मृतकों के परिजनों को चार-चार लाख रुपए की सहायता देने की घोषणा की है। मुख्यमंत्री विजय रूपानी ने राज्य सरकार के अतिरिक्त मुख्य सचिव स्तर के अधिकारी विपुल मित्र समेत दो आईएएस अधिकारियों से इस घटना की जांच करने के आदेश दिए हैं।

शुक्रवार, 23 अप्रैल 2021

900 बेड: कोविड अस्पताल का निर्माण शुरू किया

गांधीनगर। अहमदाबाद में कोरोना के बढ़ते मामले और कोविड रोगियों के लिए बिस्तरों की कमी के बीच महसूस की जा रही है। इस कमी को दूर करने के लिए रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ) ने देश के सबसे बड़े नौ सौ बेड का कोविड अस्पताल का निर्माण शुरू कर दिया है। जो जल्द ही पूरा हो जायेगा। 
बताया गया कि गुजरात विश्वविद्यालय के कन्वेंशन हॉल में डीआरडीओ ने देश के सबसे बड़े नौ सौ बेड का कोविड अस्पताल का निर्माण कर रहा है। इसका काम अब 80 प्रतिशत पूरा हो गया है। उम्मीद है कि इस अस्पताल का 24 अप्रैल को केंद्रीय मंत्री अमित शाह उद्घाटन करेंगे। शुरू किया जाएगा। डीआरडीओ के अनुसार इस अस्पताल में नौ सौ बेड होंगे लेकिन जरूरत पड़ने पर पांच सौ बेड और बढ़ाए जा सकते हैं। यानि इस अस्पताल की क्षमता 1400 बेड है। इस अस्पताल के निर्माण में डीआरडीओ के अलावा राज्य सरकार का स्वास्थ्य विभाग और गुजरात विश्वविद्यालय के संयुक्त प्रयासों से हो रहा है। अहमदाबाद शहर में कोरोना संकट में वेंटिलेटर और ऑक्सीजन बेड की कमी के चलते यह नवनिर्मित अस्पताल एक वरदान साबित होगा। इस अस्पताल में 130 वेंटिलेटर प्रधानमंत्री कोष से यहां लाए गए हैं और इन्हें स्थापित किया जा रहा है। इसके लिए 35 हजार लीटर ऑक्सीजन की क्षमता वाला एक टैंक लगाया गया है। इसके अलावा एहतियात के तौर पर एक और 25,000 लीटर क्षमता की ऑक्सीजन टैंक भी स्थापित किया गया है ताकि मरीज को उचित उपचार मिल सके।
इस विशेष अस्पताल के लिए सेना, बीएसएफ, सीआईएसएफ विशेषज्ञ डॉक्टर और पैरा मेडिकल स्टाफ सहित 150 स्वास्थ्य कर्मचारियों का एक स्टाफ डिफेंस से मिलना है, जिसमें से 10 डॉक्टर आ चुके हैं और भर्ती हुए कर्मचारियों को प्रशिक्षित करेंगे और किए गए कार्यों की निगरानी शुरू करेंगे। पूरे अस्पताल के प्रबंधन के लिए लगभग 600 कर्मचारी तीन अलग-अलग शिफ्टों में काम करेंगे।

शुक्रवार, 16 अप्रैल 2021

छह साल की उम्र में 6 फ़ीट 3 इंच लंबे बाल हुए

अहमदाबाद। सबसे लम्बे बालों वाली किशोरी के तौर पर दो-दो बार गिनीज़ वर्ल्ड रिकार्ड में दर्ज रह चुकी। गुजरात निवासी भारतीय युवती नीलांशी पटेल ने देश दुनिया में उसे मशहूर बनाने वाले बालों को आख़िरकार काट दिया है और इसे अजूबी चीज़ों को रखने ले लिए प्रसिद्ध अमेरिकी संग्रहालय शृंखला ‘ रिप्लिज बिलीव इट ऑर नॉट’ को सौंपने का फ़ैसला किया है। उत्तर गुजरात के अरवल्ली ज़िले के मुख्यालय मोडासा के शिक्षक दंपति ब्रिजेश और कामिनीबेन पटेल की बेटी नीलांशी का जन्म 16 अगस्त 2002 को हुआ था। छह साल की उम्र में एक बार नाई के ख़राब तरीक़े से बाल काटने के बाद उसने बाल कटवाना ही बंद कर दिया था। नवंबर 2018 में जब उसके बाल 5 फ़ीट 7 इंच लम्बे हो गए तो उसने अर्जेंटीना की एक किशोरी को पीछे छोड़ गिनीज़ बुक में अपना नाम दर्ज करा लिया। गिनीज़ बुक ने उसके नाम को दोबारा अगले साल सितंबर में एक बार फिर दर्ज किया। जब उसके बाल 6 फ़ीट 3 इंच लम्बे हो गए थे। बेहद लम्बे और ख़ूबसूरत बालों के लिए उसे इटली के मशहूर टीवी 8 चैनल ने अपने प्रतिष्ठित कार्यक्रम नाइट ऑफ़ रिकार्ड्स में भी शामिल किया था।

गुरुवार, 15 अप्रैल 2021

हेरोइन की तस्करी की साजिश का पर्दाफाश किया

अहमदाबाद। इंडियन कोस्ट गार्ड और गुजरात एटीएस ने गुजरात में हेरोइन की तस्करी की एक बड़ी साजिश का पर्दाफाश किया है। एटीएस और इंडियन कोस्ट गार्ड के संयुक्त अभियान में आठ पाकिस्तानी नागरिक को 150 करोड़ रुपये की 30 किलोग्राम हेरोइन के साथ गिरफ्तार किया है। 
बताया गया है कि गुजरात एटीएस के डिप्टी एसपी भावेश रोजिया और द्वारका स्पेशल ऑपरेशंस ग्रुप को खुफिया जानकारी मिली थी कि कुछ पाकिस्तान के नागरिक समुद्री रास्ते से ड्रग्स लेकर आ रहे हैं। कोस्ट गार्ड की मदद से एटीएस ने देर रात इस ऑपरेशन को सफलतापूर्वक अंजाम दिया। सतर्क टीम ने नूह नाम की एक पाकिस्तानी नाव को भारतीय सीमा क्षेत्र में प्रवेश करते ही रोक लिया। नाव से टीम ने आठ पाकिस्तान के नागरिकों को गिरफ्तार किया है। इनकी नाव से 30 किलोग्राम हेरोइन बरामद की गई। जब्त की गई हेरोइन की कीमत अंतरराष्ट्रीय बाजार में 150 करोड़ रुपये बताई जा रही है।
एटीएस के डिप्टी एसपी भावेश रोजिया ने बताया कि गिरफ्तार घुसपैठियों को कच्छ के नलिया तहसील के जखाउ बंदरगाह भेजा गया है। गिरफ्तार घुसपैठियों ने पूछताछ में बताया कि इस ड्रग्स को कच्छ के जखाउ बंदरगाह तक पहुंचाई जानी थी। 

मंगलवार, 13 अप्रैल 2021

लाश जलानें वाली गैस भट्टियों की ग्रिल तक पिघली

गांधीनगर। गुजरात में कोरोना का कहर जारी है। कुछ राज्यों में हालात बहुत खराब है। डायमंड सिटी के तौर पर विख्यात गुजरात की सूरत शहर में आलम यह है कि चिता जलाने वाली भट्टियों की लोहे भी अब पिघल रहे हैं। क्योंकि, कोरोना से मरने वालों की तादाद इतनी ज्यादा है। श्मशान घाट भी ओवरलोडेड हो चुका है। डायमंड सिटी के तौर पर विख्यात गुजरात का सूरत शहर कोरोना वायरस के संक्रमण इतनी प्रभावित है कि जिले-भर के श्मशान-घाटों पर लाशों के अंबार लग चूका हैं। पिछले दो सप्ताह कि स्तिथति भयावह है। इतनी लाशें श्मशान पहुंची कि दाह-संस्कार करने के लिए कई आधुनिक तौर-तरीके अपनाने पड़ गए। चौबीसों घंटे श्मशान चालू रहने की वजह से लाश जलाने वाली गैस भट्टियों की ग्रिल तक पिघल गई। सूरत के सभी तीन श्मशान-स्थलों पर गैस की भट्टियां पिघलने की समस्या का सामना कर रही हैं।

नवरात्रि का आठवां दिन मां 'महागौरी' को समर्पित

नवरात्रि का आठवां दिन मां 'महागौरी' को समर्पित  सरस्वती उपाध्याय  नवरात्रि का आठवां दिन, यानी कि महा अष्टमी बहुत महत्वपूर्ण मानी जात...