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सोमवार, 27 जून 2022

अधिकारियों के साथ अभद्र भाषा का प्रयोग, सफाई

अधिकारियों के साथ अभद्र भाषा का प्रयोग, सफाई

भानु प्रताप उपाध्याय 
शामली। एक तरफ नगर निगम स्वच्छता अभियान को लेकर बड़े-बड़े दावे करता है तो दूसरी तरफ इस ओर लापरवाही बरत रहा है। नाले-नालियों की नियमित रुप से सफाई न होने पर इनमें गंदगी जमा हो रही है। इस वजह से लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। गंदगी की वजह से आमजन को गंभीर बीमारी जैसे कि डेंगू, मलेरिया का खतरा भी सता रहा है। उत्तर प्रदेश के शामली जिले में इन दिनों भाजपा नेता का एक वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। जिसमें भाजपा नेता नाले में हुई गंदगी को देख भड़क गए और अधिकारियों को फोन कर जमकर खरी खोटी सुनाई। इतना ही नहीं भाजपा नेता ने भाषा की मर्यादा भूलते हुए अधिकारियों के साथ अभद्र भाषा का प्रयोग किया।
कि वर्तमान में भाजपा के एमएलसी के पुत्र व पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष मनीष चौहान अपने क्षेत्र के गांव गंगेरू पहुंचे थे। यहां पर वह नाले में जमा हुई गंदगी को देख तिलमिला उठे और आनन-फानन में अधिकारियों को फोन कर दिया। फोन पर अधिकारियों को खरी-खोटी सुनाने लगे। वह बोले कि यहां पर नाले में गंदगी भरी हुई है और आप लोग ए.सी. में बैठकर मजे ले रहे हो। इतना ही नहीं उन्होंने कहा कि आप लोग मुख्यमंत्री जी और प्रधानमंत्री जी की योजनाओं पर पलीता लगा रहे हैं। सफाई के लिए इतनी योजनाएं हैं, सभी मंत्री खुद सड़कों पर उतरे हुए हैं। देश की पूरी सरकार सड़कों पर उतरी हुई है और आप लोग ऑफिस में एसी में बैठे हुए हैं।
भाजपा नेता के फोन पर खरी खोटी सुनाने के बाद अधिकारी आनन-फानन में गांव पहुंचे, लेकिन भाजपा नेता का गुस्सा शांत नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि पर्चे बनाकर तुम दो दो-तीन लाख रुपए निकलवा लेते हो और यहां पर 10 हज़ार का भी काम नहीं कर रहे। हम लोग जानते हैं कि काम कैसा होता है। इतना ही नहीं साहब ने ग्राम प्रधान को भी नहीं बख्शा और उनको भी खरी-खोटी सुना डाली।ऐसे में सवाल उठना लाजमी है कि माना कि भाजपा नेता शहर के बड़े नेता हैं और नेता होने के नाते जनता का ध्यान रखने की उनकी जिम्मेदारी भी बनती है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि आप इतना तिलमिला जाएं कि अपनी सब मर्यादा ही भूल जाएं और वोट बैंक के चक्कर में अधिकारियों को खरी-खोटी सुना कर उनको अपशब्द बोलें।

मेरठ: पत्नी की हत्या कर खुद थाने पहुंचा युवक

मेरठ: पत्नी की हत्या कर खुद थाने पहुंचा युवक
सत्येंद्र पंवार 
मेरठ। मेरठ में सोमवार की सुबह एक युवक अपनी पत्‍नी की हत्‍या करके खुद ही थाने पहुंच गया। यहां सिविल लाइन के मोहनपुरी में पत्नी की हत्या कर थाने युवक पहुंच गया।
युवक की निशानदेही पर पुलिस की टीम मोहनपुरी पहुंच गई। यहां पर घर की भीतर से ही उसकी पत्‍नी लाश की मिली है। पुलिस पूरे मामले की पड़ताल कर रही है। पुलिस पत्‍नी की हत्‍या करके थाने पहुंचे युवक से गहनता से पूछताछ कर रही है। मौके पर एक्‍सपर्ट की टीम भी पहुंच गई है। महिला की हत्‍या की खबर से आस पड़ोस के लोगों में दहशत है।

रविवार, 26 जून 2022

तंत्र विद्या का चक्कर, युटेरस-आंत बाहर निकाली

तंत्र विद्या का चक्कर, युटेरस-आंत बाहर निकाली
विमलेश यादव   
गढ़वा। मानवत को शर्मसार कर देने वाला मामला झारखंड के गढ़वा जिले का है। श्रीबंशीधर नगर थाना क्षेत्र के जंगीपुर उरांव टोला टोला निवासी मुन्ना उरांव की 26 वर्षीय पत्नी गुड़िया देवी को भूत-प्रेत के चक्कर में उसकी सगी बहन ललिता देवी और बहनोई दिनेश उरांव ने पति, सास, देवर और देवरानी के सामने बलि चढ़ा दी। तंत्र-मंत्र के दौरान गुड़िया देवी की सबसे पहले जीभ काटी गई। इसके बाद प्राइवेट पार्ट के जरिए उसकी यूटेरस और आंत भी बाहर निकाल ली गई। तड़प-तड़पकर गुड़िया ने दम तोड़ दिया। घटना पिछले मंगलवार की है। मृतका गुड़िया की बहन ललिता देवी और बहनोई दिनेश उरांव मेराल थाना क्षेत्र के दलेली गांव के रहने वाले हैं। घटना के बाद से सभी आरोपित फरार हैं। 
अपनी सगी बहन की बलि चढ़ाने वाली ललिता ने हत्या का विरोध करने पर मृतका गुड़िया की देवरानी उषा देवी पर भी जानलेवा हमला किया। उषा देवी की नजरों के सामने घटित हत्या की घटना से वह काफी डरी सहमी हुई है। उषा ने बताया कि सब कुछ मेरी आंखों के सामने घटित हुआ है। उषा ने बताया कि ‘मैं रामशरण उरांव के घर नहीं जा रही थी, पर जेठानी गुड़िया उसे व उसके पति शंभू उरांव और सास को भी ले गई। वहां जाने पर उसकी जेठानी गुड़िया खेलने-दरशने लगी और उस पर भी खेलने का दबाव बनाया गया। जब उसने कहा कि उसे कोई भूत-प्रेत नहीं लगा है, तो उसे उसकी जेठानी ने बांस के डंडे से मारा। जिससे वह बेहोश हो गई। थोड़ी देर बाद जब होश में आई तो देखा कि उसकी जेठानी के मुंह में हाथ डालकर उसकी बहन ने जीभ बाहर निकाली और काट दी। यूटेरस और आंत भी बाहर निकाल ली। गुड़िया के बहन, बहनोई व अन्य लोग उसे इलाज के बहाने रंका ले गए और वहीं शव को जला दिया।’
पुलिस ने मृतिका के पति मुन्ना उरांव, रामशरण उरांव उर्फ गोटा के दो पुत्र व दो बहू, रंका थाने के खूरा गांव निवासी मृतका के पिता त्रिवेणी उरांव व भाई धनंजय उरांव को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। पुलिस ने बताया कि इस मामले में अवैध महुआ शराब कारोबारी रामशरण उरांव की भूमिका संदिग्ध है। हत्या के बाद रामशरण भी अपने घर से फरार है।

शनिवार, 25 जून 2022

जावेद को अगले 48 घंटे के लिए रिमांड पर लिया

जावेद को अगले 48 घंटे के लिए रिमांड पर लिया 

बृजेश केसरवानी/हरिशंकर त्रिपाठी     
प्रयागराज/देवरिया। अटाला हिंसा में साजिश रचने वाले मुख्य आरोपी मो. जावेद पंप को कोर्ट के आदेश पर प्रयागराज पुलिस ने अगले 48 घंटे के लिए पुलिस कस्टडी रिमांड पर ले लिया है। शनिवार सुबह ही खुल्दाबाद पुलिस देवरिया जेल पहुंच गई थी। वहां पर कोर्ट का आदेश दिखाकर जावेद को पुलिस कस्टडी में ले लिया। प्रिजन वैन से जावेद को लेकर पुलिस लौट रहीं थीं, और रास्ते में ही उससे पूछताछ शुरू हो गई है। जावेद को प्रयागराज लाने के बाद कई सवाल पूछे जाने हैं। अटाला हिंसा से जुड़े अन्य आरोपियों के बारे में पूछताछ होनी है। 
पुलिस को शक है कि अटाला हिंसा के पीछे कोई नया चेहरा भी हो सकता है। जावेद पर आरोप है कि वह कानपुर में हुई हिंसा के बाद से ही सोशल मीडिया पर भड़काऊ बयान जारी करने लगा था, आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। जिसके बाद पुलिस ने पांच जून को उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था। उसी बयान से अटाला में भी भीड़ एकत्र हुई और बाद में आगजनी शुरू हो गई।

शुक्रवार, 24 जून 2022

गैंगस्टर एक्ट में अभियुक्तों ने किया आत्मसमर्पण

गैंगस्टर एक्ट में अभियुक्तों ने किया आत्मसमर्पण

दीपक राणा
लोनी। थाना लोनी बॉर्डर क्षेत्र में गैंगस्टर दो अभियुक्तों ने स्वयं को पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया और कहा कि मुझे पैर में गोली लगवाने से डर लगता है। हालांकि पुलिस इनकी पहले से ही तलाश में जुटी हुई थी। 
उपरोक्त जानकारी के अनुसार अभियुक्तों से पुलिस की पूछताछ करने पर पुलिस को बताया कि हमारे विरुद्ध थाना लोनी मे गैंगस्टर एक्ट का मुकदमा पंजीकृत है। वही थाना लोनी बॉर्डर की पुलिस पीछे पड़ी थी हम आए दिन अखबारों में एवं न्यूज़ के जरिए देखते थे कि यूपी पुलिस शासन व प्रशासन द्वारा समाज में भयमुक्त माहौल बनाने बनाने हेतु चलाए जा रहे अपराधियों के विरुद्ध की कार्यवाही की दृष्टिगत अपराधियों पर सख्त कार्रवाई कर रही है। इसलिए हम दोनों लोग डरे थे प्रकार की कार्रवाई से बचने हेतू हम दोनों लोगों ने गले में तखती डालकर पुलिस के सामने आकर थाना लोनी बॉर्डर में मैंने आकर अपने आप को पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया। पकड़े गए अभियुक्त कपिल पुत्र जयपाल उर्फ जगत सिंह गांव निवासी रिस्तल  थाना टीला मोढ गाजियाबाद। दूसरा सागर पुत्र तेजपाल और निवासी डांवर रिस्तल जो लगभग 1 से डेढ़ से वंचित चल रहा थे। इन दोनों ने पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया है।

गणेश को यौन उत्पीड़न मामलें में जमानत मिलीं

गणेश को यौन उत्पीड़न मामलें में जमानत मिलीं

कविता गर्ग
मुंबई। बॉलीवुड एक्टर्स को अपने इशारों पर नचाने वाले कोरियोग्राफर गणेश आचार्य को यौन उत्पीड़न मामले में जमानत मिल गई है। मुंबई की एक मजिस्ट्रेट अदालत ने उन्हें जमानत दी‌। मामला साल फरवरी 2020 का है।‌ एक महिला डांसर द्वारा कोरियोग्राफर गणेश आचार्य के खिलाफ यौन उत्पीड़न मामले में एफआईआर दर्ज कराई गई थी, जिसके बाद पुलिस ने कोरियोग्राफर के खिलाफ चार्जशीट दायर की थी‌।
कोरियोग्राफर गणेश आचार्य को अदालत के समक्ष पेश हुए, जिसके बाद उन्हें इस मामले में जमानत देते हुए कोर्ट ने राहत दी। गणेश आचार्य पर महिला ने फरवरी साल 2020 में यौन उत्पीड़न मामले (Sexual का केस दर्ज कराया था।
महिला डांसर का क्या है आरोप
महिला ने यह भी आरोप लगाया था कि साल 2009-10 में जब भी वह गणेश आचार्य के ऑफिस में उनसे मिलने गई तो उन्हें अश्लील वीडियो देखने के लिए मजबूर किया और इसके विरोध पर उसे परेशान करना शुरू कर दिया गया। इसके साथ ही महिला ने बताया कि इसी वजह से छह माह के बाद ही भारतीय फिल्म और टेलीविजन कोरियोग्राफर एसोसिएशन के द्वारा उसकी सदस्यता भी समाप्त कर दी गई।महिला का ये भी आरोप है कि आचार्य ने अन्य महिलाओं का भी यौन शोषण किया है।
महिला ने मारपीट का भी लगाया था आरोप
शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया था कि 26 जनवरी, 2020 को अंधेरी में इंडियन फिल्म एंड टेलीविजन कोरियोग्राफर्स एसोसिएशन के एक समारोह के दौरान उसने दो अन्य लोगों के साथ मिलकर उसके साथ मारपीट भी की गई थी।
मामले में कभी नहीं हुए गणेश आचार्य गिरफ्तार
इस साल अप्रैल में, मुंबई पुलिस ने गणेश पर अन्य आरोपों के साथ यौन उत्पीड़न और दृश्यरतिकता का आरोप लगाया था। इस मामले में गणेश आचार्य को कभी गिरफ्तार नहीं किया गया है। गुरुवार (23 जून) को मजिस्ट्रेट की अदालत में पेश होने के बाद उन्हें जमानत दे दी गई।
इन धाराओं में पुलिस ने दर्ज किया था केस
शिकायत के आधार पर, पुलिस ने धारा 354-A, 354-C, 354-D और धारा 506 और 509 के तहत मामला दर्ज किया था।हालांकि कोरियोग्राफर ने अपने ऊपर लगे इस सभी आरोपों से इनकार किया है।
कोरियोग्राफर कमलजी के असिस्टेंट के रूप में शुरू किया था करियर
51 साल के गणेश आचार्य ने 90 के दशक की शुरुआत में कोरियोग्राफर कमलजी के असिस्टेंट के रूप में शुरू किया था। उन्होंने 1992 में अपनी पहली फिल्म ‘अनाम’ में काम किया, लेकिन 2001 में फिल्म ‘लज्जा’ के गाने ‘बड़ी मुश्किल’ को कोरियोग्राफ करने के बाद उन्हें फेम मिला। कोरियोग्राफी के साथ उन्होंने कई फिल्मों में अभिनय भी किया है।

गुरुवार, 23 जून 2022

प्रयागराज: हार्डवेयर की दुकान में चोरी, भय व्याप्त

प्रयागराज: हार्डवेयर की दुकान में चोरी, भय व्याप्त 

बृजेश केसरवानी 
प्रयागराज। जानकारी के अनुसार, जमुना पार रीवा रोड डांडी डभाव में 23/6/2022 को रात्रि 2:00 बजे के लगभग अल्ताफ खान की हार्डवेयर की दुकान की शटर का ताला तोड़कर दुकान के अंदर रखें, नगद 55,000 एवं भारी मात्रा में पीतल एवं एलमुनियम चोर उड़ा ले गए। इस इलाके में अक्सर आए दिन चोरी की घटना घटित होती रहती है। 
पीड़ित दुकानदार ने डभाव के पसियाना के गिरोह पर शक जाहिर किया है। गिरोह का सरगना का नाम पुदीना बताया जा रहा है। दुकानदारों के मुताबिक, यह गिरोह जमुना पार डांडी में बहुत ज्यादा ही चोरी को अंजाम दे रही है। जिससे वहां के सभी दुकानदारों में भय व्याप्त है।

पुलिस की सजगता से इंस्पेक्टर की जान बच गई

पुलिस की सजगता से इंस्पेक्टर की जान बच गई
संदीप मिश्र  
गौतमबुद्ध नगर। ग्रेटर नोएडा के आईटी सेल में पोस्टेड एक इंस्पेक्टर ने आत्महत्या का प्रयास किया है। इंस्पेक्टर ने घरेलू कलह से तंग आकर एक सुसाइड नोट लिखा और उसको सोशल मीडिया पर डाल दिया। उन्होंने उसे अपने व्हाट्सएप स्टेटस पर लगा दिया था। यह सुसाइड नोट इंस्पेक्टर के जान पहचान वाले एक शख्स ने देखा और तुरंत इसकी सूचना पुलिस को दे दी।सूचना मिलते हो पुलिस सजग हो गई और बीटा-2 थाने की पुलिस ने इंस्पेक्टर कि जान बचा ली।
पुलिस इंस्पेक्टर का सुसाइड नोट मिलने के बाद बीटा-2 थाना प्रभारी अनिल कुमार ने मौके पर पहुंच कर इंस्पेक्टर कि जान बचा ली थी। बीटा-2 थाना प्रभारी ने बताया कि फिलहाल इंस्पेक्टर ध्रूव भूषण दूबे ग्रेटर नोएडा के आईटी सेल में पोस्टेड हैं। अपने परिवार के साथ ग्रेटर नोएडा के डेल्टा-3 में रहते हैं। घरेलू कलह से तंग आ कर उन्होंने 21 जून कि शाम एक सुसाइड नोट लिखा था और उसे अपने व्हाट्सएप स्टेटस पर लगा दिया था।
b लेकिन उनके किसी परिचित ने वो स्टेटस देखा और तुरंत पुलिस को इसकी सूचना दे दी थी। इसके बाद पुलिस ने इंस्पेक्टर के नंबर को सर्विलांस पर लगाया और मौके पर पहुंच गई। इसके बाद उन्हें समझा बुझा कर दोस्तों के साथ भेज दिया। वहीं थाना प्रभारी अनिल कुमार ने बताया कि इंस्पेक्टर ध्रुव कि ओर से इस मामले में कोई शिकायत दर्ज नहीं करवाई गई है। वो फिलहाल काफी परेशान थे, इसलिए पुलिस ने भी उनसे ज्यादा सवाल जवाब नहीं किए।
बता दें इंस्पेक्टर ने अपने सुसाइड नोट में अपनी पत्नी का जिक्र किया था। उन्होंने अपनी पत्नी और ससुराल पक्ष के लोगों पर आरोप लगाए कि उन्हें वो सब मिल कर प्रताड़ित कर रहे हैं।सुसाइड नोट के शुरुआत में उन्होंने अपनी पत्नी के लिय लिखा कि तुमको मकान, जमीन, पैसा मुबारक हो। उन्होंने अपनी आत्महत्या कि वजह भी ससुराल वालों को बताया।
इसके अलावा अपनी सारी संपत्ति का मालिकाना हक अपनी बेटियों के नाम करने कि बात भी लिखी थी। हालांकि पुलिस ने इंस्पेक्टर कि जान बचा ली। लेकिन सुसाइड नोट में उन्होंने लिखा कि उनका अंतिम संस्कार उनकी बेटियां करें और पत्नी को उनके शव को हाथ न लगाने दिया जाए।

विधवा महिला से निकाह करने का झांसा, दुष्कर्म

विधवा महिला से निकाह करने का झांसा, दुष्कर्म 
भानु प्रताप उपाध्याय 
मुजफ्फरनगर। एक विधवा महिला ने एक युवक पर निकाह करने का झांसा देकर दुष्कर्म करने का आरोप लगाते हुए एसएसपी से कार्रवाई की गुहार लगाई है। मीरापुर थाना क्षेत्र के गांव निवासी महिला ने एसएसपी कार्यालय में प्रार्थनापत्र देते हुए बताया कि उसके पति की काफी समय पूर्व मौत हो चुकी है।
आरोप है कि कुछ समय पूर्व पड़ोस में रहने वाला एक युवक उसके घर आया और हमदर्दी जताते हुए उससे निकाह करने की बात कही। पीड़िता का आरोप है कि इसके बाद युवक लगातार उसके घर आने-जाने लगा। युवक ने उसे निकाह का झांसा देकर उसके साथ दुष्कर्म किया। आरोप है कि गर्भवती होने पर आरोपित तीन बार महिला का गर्भपात भी करा चुका है।
महिला का आरोप है कि युवक ने उससे ढाई लाख रुपये भी ले लिए। अब युवक दो लाख रुपये देने का दबाव बना रहा है। रुपये न देने पर युवक ने उसके साथ मारपीट करते हुए निकाह से इन्कार कर दिया। एसएसपी ने मीरापुर पुलिस को जांच के आदेश दिए हैं।

सोमवार, 20 जून 2022

प्रदर्शन पर अंकुश, 20 जिलों में इंटरनेट सेवा बंद

प्रदर्शन पर अंकुश, 20 जिलों में इंटरनेट सेवा बंद

अविनाश श्रीवास्तव
पटना। बिहार में अग्निपथ योजना के विरोध में हो रहे प्रदर्शन पर अंकुश लगाने के लिए 20 जिलों में इंटरनेट सेवा को बंद कर दिया गया है। वहीं प्रदर्शन के नाम पर सरकारी और निजी संपत्तियों को नुकसान पहुंचाने और तोड़फोड़ के आरोप में अब तक 800 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। राज्य में हो रहे हंगामे को लेकर अफवाहों को फैलने से रोकने के लिए हले 15 जिलों में इंटरनेट पर रोक लगाई गई थी। अब इनमें 5 और जिले जोड़ दिए गए हैं।
प्रशासन द्वारा सोमवार को कैमूर, भोजपुर, औरंगाबाद, रोहतास, बक्सर, नवादा, पश्चिम चंपारण, समस्तीपुर, लखीसराय, बेगूसराय, वैशाली, सारण, मुजफ्फरपुर, मोतिहारी, दरभंगा, गया, मधुबनी, जहानाबाद, खगड़िया और शेखपुरा जिले में इंटरनेट सुविधा पर रोक लगा दी गई है। इस बीच, 16 जून से लेकर 18 जून तक प्रदर्शन के नाम पर सरकारी सम्पत्ति को विनष्ट करने, आगजनी करने तथा तोड़-फोड़ के विरुद्ध राज्य भर में कुल 145 प्राथमिकियां दर्ज की गई हैं तथा 804 अराजक तत्वों की गिरफ्तारी की गई है।
पुलिस मुख्यालय द्वारा जारी एक बयान में कहा गया है कि हिंसा, आगजनी, सरकारी सम्पत्ति को नष्ट करने, तोड़-फोड़ करने, अफवाह फैलाने तथा लोगों को हिंसा करने के लिए उत्प्रेरित करने वालों की अनुसंधान के क्रम में विभिन्न माध्यमों से पहचान की जा रही है। राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति बनाए रखने के लिए पुलिस मुख्यालय द्वारा बिहार पुलिस बल के अतिरिक्त अर्ध-सैनिक बलों की विभिन्न जिलों में तैनाती की गई है।

लोकेश ने 72, अर्जुन ने 76 फीसदी अंक हासिल किए

लोकेश ने 72, अर्जुन ने 76 फीसदी अंक हासिल किए

अश्वनी उपाध्याय/भानु प्रताप उपाध्याय      
गाजियाबाद/सहारनपुर। उत्तर-प्रदेश के सहारनपुर के लोकेश ने 12वीं कक्षा में 72 फीसदी और गाजियाबाद के अर्जुन ने 10वीं में 76 फीसदी अंक हासिल किए हैं। जो बात इन दोनों को अन्य छात्रों से अलग करती है, वह यह है कि दोनों जेल में बंद हैं और अपनी परीक्षा सलाखों के पीछे से दिए। जेल अधिकारियों के मुताबिक, लोकेश सहारनपुर जेल में बंद है और उसे अपहरण और एक महिला को शादी के लिए मजबूर करने के मामले में दोषी ठहराया गया है।
लोकेश पर मई 2018 में अपने ही रिश्तेदार की नाबालिग बेटी का अपहरण करने और उसे बस से करनाल जिले ले जाने का आरोप था।
बाद में नाबालिग के अपहरण और शादी के लिए मजबूर करने के आरोप में उसके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई।
उसे 30 सितंबर, 2021 को 10 साल की सजा के साथ आरोपों में दोषी ठहराया गया था।
हालांकि, जेल में बंद रहने के बाद से लोकेश हमेशा से पढ़ना और खुद को सुधारना चाहता था।
अधिकारी ने कहा, "उसकी अंग्रेजी और इतिहास में गहरी दिलचस्पी थी, जिसके लिए हमने जेल में ही सारी किताबें उपलब्ध करा दी थीं।" वह 12वीं की परीक्षा में बैठने वाले कैदियों में टॉपर है।
हत्या का आरोपी अर्जुन सिंह गाजियाबाद जेल में बंद है। उन्होंने कक्षा 10 में 76 प्रतिशत अंक प्राप्त किए और गणित और विज्ञान में असाधारण रूप से अच्छा प्रदर्शन किया।
जेल के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि अर्जुन का मामला विचाराधीन है, इसलिए वे टिप्पणी करने में सक्षम नहीं होंगे, लेकिन उन्होंने कहा कि वह आगे पढ़ना चाहते हैं और पढ़ाई में अपनी रुचि को आगे बढ़ाना चाहते हैं।
उत्तर प्रदेश की विभिन्न जेलों में बंद 200 से अधिक कैदी न केवल यूपी बोर्ड की हाई स्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षाओं में शामिल हुए।
शनिवार को घोषित परिणामों में उत्तर प्रदेश में जेल के कैदियों ने इस साल हाईस्कूल में 90 फीसदी और इंटरमीडिएट की बोर्ड परीक्षा में 70 फीसदी सफलता हासिल की है।
जेल अधिकारियों ने कहा कि 2022 में 14 जिलों के कैदियों ने परीक्षा दी थी। कक्षा 12 की परीक्षा देने वाले 99 कैदियों में से 67 ने इसे पास किया, जबकि हाई स्कूल की परीक्षा में शामिल हुए 119 कैदियों में से 104 ने परीक्षा पास की।
जेल महानिदेशक आनंद कुमार ने कहा कि प्रदेश की जेलों में काफी बदलाव आया है। "हमारे पास लगभग सभी जेलों में पुस्तकालय और अध्ययन की सुविधाएं हैं।"
अधिकारी ने आगे कहा, "अगर किसी कैदी को पढ़ाई में मदद या सहायता की जरूरत है, या यहां तक कि अपने शौक को भी पूरा करना है तो जेल कर्मचारी पूरी सहायता प्रदान करते हैं। हम उन कैदियों को प्रोत्साहित करते हैं जो अपने किसी भी शौक का अध्ययन या पीछा करने के इच्छुक हैं।

रविवार, 19 जून 2022

अवैध खनन करने के आरोप में 4 गिरफ्तार किए

अवैध खनन करने के आरोप में 4 गिरफ्तार किए 

भानु प्रताप उपाध्याय
मुजफ्फरनगर। मुजफ्फरनगर पुलिस ने सरकारी जमीन से अवैध खनन करने के आरोप में 4 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस को उनके कब्जे से 1.32 लाख कैश भी बरामद हुए। पुलिस ने अवैध खनन करने में प्रयोग किए जा रहे जेसीबी मशीन तथा ट्रैक्टर-ट्राली आदि सीज कर दी। शहर कोतवाली प्रभारी निरीक्षक आनंद देव मिश्रा ने बताया कि एसएसपी ने क्षेत्र में अवैध खनन करने वालों के खिलाफ कार्रवाई का आदेश दिया था। 
बताया कि एसएसपी के आदेश पर उन्होंने क्षेत्र में ऐसे व्यक्तियों के खिलाफ अभियान चलाया। बताया कि मुखबिर से मिली जानकारी पर गांव बामनहेड़ी में छापेमारी की गई ताे वहां सरकारी भूमि पर अवैध खनन करते 4 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया। जिनसे एक जेसीबी मशीन तथा ट्रैक्टर-ट्राली भी बरामद की गई।
आरोपियों के पास से 1.32 लाख कैश भी बरामद किया। गिरफ्तार आरोपियों की पहचान अहसान पुत्र युनुस निवासी ग्राम शेरपुर, खालिद पुत्र रहीस निवासी सरवट तथा कल्लू पुत्र जमील निवासी मिमलाना और इनाम पुत्र युनुस निवासी शेरपुर जिला मुजफ्फरनगर के रूप में हुई है।

शनिवार, 18 जून 2022

असामाजिक तत्वों ने शिव मंदिर में तोड़फोड़ की

असामाजिक तत्वों ने शिव मंदिर में तोड़फोड़ की

दुष्यंत टीकम  
सरगुजा। जिले के बतौली ब्लॉक के शांतिपारा में शनिवार सुबह शिव मंदिर में असामाजिक तत्वों ने तोड़फोड़ कर दी। मंदिर में शिव और नंदी की प्रतिमा को खंडित पाया गया। जिसके चलते हिंदू संगठन के लोग भड़क उठे और इलाके में अपनी दुकाने बंद कर एनएच 43 को जाम किया और नारेबाजी की।
संगठन का कहना है कि तोड़फोड़ साजिश के तहत की गई है। मौके पर पहुंची पुलिस ने भड़के हुए हिंदू संगठन के लोगों को किसी तरह समझा बुझाकर चक्काजाम बंद कराया।
हिंदू संगठन का कहना है कि पुलिस अगर एक हफ्ते में अपराधी को नहीं पकड़ पाई, तो उर्ग आंदोलन किया जाएगा। फिलहाल, पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।

मनी लॉन्ड्रिंग केस, जैन की जमानत अर्जी खारिज

मनी लॉन्ड्रिंग केस, जैन की जमानत अर्जी खारिज 

अकांशु उपाध्याय  

नई दिल्ली। मनी लॉन्ड्रिंग केस में दिल्ली के मंत्री और आम आदमी के नेता सत्येंद्र जैन की जमानत अर्जी शनिवार को सीबीआई की विशेष अदालत ने खारिज कर दी। विशेष न्यायाधीश गीतांजलि गोयल ने सत्येंद्र जैन की जमानत याचिका खारिज कर दी। अभी विस्तृत आदेश का इंतजार है।सत्येंद्र जैन को 30 मई को मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ईडी ने गिरफ्तार किया था। इसी सोमवार को उन्हें 14 दिनों की जेल भेज दिया गया था।इससे पहले शुक्रवार को ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग के एक मामले में सत्येंद्र जैन और उनके सहयोगियों के खिलाफ राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में कई स्थानों पर छापेमारी की थी। 

जांच एजेंसी के अधिकारियों ने कम से कम 10 आवासीय तथा व्यावसायिक स्थानों पर छापेमारी की।  सत्येंद्र जैन की गिरफ्तारी के बाद उनके परिवार तथा अन्य के खिलाफ इसी तरह की छापेमारी में 2.85 करोड़ रुपए की बेहिसाब नकदी और 133 सोने के सिक्के जब्त किए गए हैं।2015-16 में कोलकाता स्थित एक फर्म के साथ कथित हवाला लेनदेन पर ईडी ने सत्येंद्र जैन को गिरफ्तार किया था। दिल्ली सरकार के मंत्री जैन के पास फिलहाल दिल्ली का कोई विभाग नहीं है।सत्येंद्र जैन की गिरफ्तारी ने दिल्ली की सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी और बीजेपी शासित केंद्र सरकार के बीच एक राजनीतिक गतिरोध को जन्म दिया और आरोप लगाया कि मामला पूरी तरह से झूठा है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सत्येंद्र जैन को कट्टर ईमानदार देशभक्त के रूप में बचाव किया और कहा कि उन्हें झूठे मामले में फंसाया जा रहा है। उन्होंने ये भी उम्मीद जताई कि ईडी की जांच के बाद सत्येंद्र जैन निर्दोष निकलेंगे।

शुक्रवार, 17 जून 2022

रहीम सिंह को सरकार द्वारा 1 महीने के लिए पैरोल

रहीम सिंह को सरकार द्वारा 1 महीने के लिए पैरोल 

अमित शर्मा 

चंडीगढ़। स्वयंभू बाबा और डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह को शुक्रवार को भाजपा के नेतृत्व वाली हरियाणा सरकार द्वारा एक महीने के लिए पैरोल दी गई। वह वर्तमान में 2002 में अपने प्रबंधक की हत्या के लिए आजीवन कारावास की सजा काट रहे हैं और 2017 में दो महिलाओं के बलात्कार के लिए भी दोषी ठहराए गए थे। वह बलात्कार और हत्या के मामलों में दोषी ठहराए जाने के बाद 2017 से हरियाणा की सुनारिया जेल में बंद है। पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश और उत्तर प्रदेश में उनके बड़ी संख्या में फॉलोअर्स हैं।

इससे पहले वह बीमार मां से मिलने की उसकी अर्जी समेत विभिन्न कारणों से चार बार जेल से रिहा हो चुके हैं। उनकी सजा के बाद पहली बार पैरोल दी गई है। एक अधिकारी ने फैसले को सही ठहराते हुए कहा कि राम रहीम को जेल नियमावली के अनुसार पैरोल दी गई है। वह पैरोल के दौरान उत्तर प्रदेश में 1980 में स्थापित पहला आश्रम बागपत के बरनावा में रहेंगे। एक अधिकारी के अनुसार, डेरा प्रमुख को पैरोल के दौरान 'खालिस्तान समर्थक' समूहों से अपने जीवन के लिए 'उच्च खतरे की धारणा' के कारण जेड प्लस सुरक्षा कवर प्रदान किया गया था।इससे पहले पंजाब चुनाव से ठीक पहले, राज्य की राजधानी चंडीगढ़ से 250 किलोमीटर दूर रोहतक में उच्च सुरक्षा वाली सुनारिया जेल में बंद राम रहीम को गुरुग्राम में अपने परिवार से मिलने के लिए 7 फरवरी को छुट्टी दे दी गई थी।

साथ ही, उच्च न्यायालय ने अपनी दत्तक बेटी के विवाह समारोह में शामिल होने के लिए उसकी पैरोल याचिका को खारिज कर दिया था। अगस्त 2017 में दो महिलाओं से रेप के आरोप में राम रहीम को 20 साल जेल की सजा सुनाई गई थी। इस जनवरी 2019 में पंचकूला में सीबीआई की एक विशेष अदालत ने भी राम रहीम और तीन अन्य को 16 साल पहले पत्रकार राम चंदर छत्रपति की हत्या के लिए आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी। 25 अगस्त, 2017 को उनकी सजा के कारण पंचकुला और सिरसा में हिंसा हुई थी, जिसमें 41 लोग मारे गए थे और 260 से अधिक घायल हो गए थे। राम रहीम को अपने फॉलोअर्स के वोटों को प्रभावित करने की उनकी क्षमता के कारण लगभग दो दशकों तक पंजाब और हरियाणा में राजनीतिक नेताओं और पार्टियों द्वारा संरक्षण दिया गया था।


बुधवार, 15 जून 2022

पुलिस को यात्री बस से विस्फोटक सामान मिला

पुलिस को यात्री बस से विस्फोटक सामान मिला 

इकबाल अंसारी  
श्रीनगर। जम्मू के बाहरी इलाके झज्जर कोटली में बुधवार को एक यात्री बस से पुलिस को विस्फोटक सामान मिला। पुलिस के सूत्रों ने कहा कि यहां झज्जर कोटली के पास नाकेबंदी पर नियमित सुरक्षा जांच के दौरान यात्री बस से विस्फोटक के रूप में जिलेटिन की छड़ें मिली। उन्होंने कहा, “बम निरोधक दस्ते को तुरंत कार्य पर लगाया गया और विस्फोटक को निष्क्रिय किया गया।” पुलिस सूत्रों ने बताया कि डोडा से जम्मू आ रही बस में विस्फोटक से भरा बैग पाया गया था।
उन्होंने कहा कि बस को नाके पर रोका गया और तलाशी के दौरान बस में एक बैग से जिलेटिन की छड़ें, विस्फोट उपकरण और तार जब्त किया गया। उन्होंने बताया कि इस मामले में कई संबंधित धाराओं के तहत दर्ज किया गया है और जांच शुरू की गयी है।

'कूलिंग पीरियड' की समाप्ति से पहले कोई गिरफ्तारी नहीं

'कूलिंग पीरियड' की समाप्ति से पहले कोई गिरफ्तारी नहीं  

बृजेश केसरवानी  

प्रयागराज। इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिया है कि आईपीसी की धारा 498ए के तहत दर्ज वैवाहिक कलह के मामलों में दो महीने की 'कूलिंग पीरियड' की समाप्ति से पहले कोई गिरफ्तारी नहीं की जानी चाहिए। इसके अलावा, इस पीरियड के दौरान, मामले को तुरंत परिवार कल्याण समिति (एफडब्ल्यूसी) को भेजा जाएगा जो वैवाहिक विवाद को सुलझाने का प्रयास करेगी। अईपीसी की धारा 498 ए में किसी महिला के पति या उसके रिश्तेदारों को क्रूरता के अधीन करने पर सजा का प्रावधान है।

न्यायमूर्ति राहुल चतुवेर्दी ने मुकेश बंसल (ससुर), मंजू बंसल (सास) और साहिब बंसल (पति) द्वारा दायर पुनरीक्षण याचिका में आदेश पारित किया, जिसमें निचली अदालत द्वारा उनके निर्वहन आवेदन को खारिज करने को चुनौती दी गई थी।
अदालत ने ससुराल वालों की आरोपमुक्त करने की अर्जी मंजूर कर ली, लेकिन पति की याचिका खारिज करते हुए निचली अदालत में पेश होने का निर्देश दिया। आईपीसी की धारा 498ए के दुरुपयोग के बारे में कोर्ट ने कहा, "आजकल हर वैवाहिक मामले को कई गुना बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया जाता है। जिसमें पति और परिवार के सभी सदस्यों पर दहेज संबंधी अत्याचार के आरोप लगे होते हैं।"
अदालत ने 'मानव अधिकार बनाम सामाजिक कार्रवाई मंच' में सुप्रीम कोर्ट के फैसले से मार्गदर्शन लेने के बाद सुरक्षा उपायों का प्रस्ताव रखा। अदालत ने पति और ससुराल वालों द्वारा कथित यौन उत्पीड़न और दहेज की मांग के आरोप की भी निंदा की।
कोर्ट ने अपने फैसले में साफ किया कि एफडब्ल्यूसी को आईपीसी की धारा 498-ए और आईपीसी की अन्य धाराओं में केवल उन्हीं मामलों को भेजा जाएगा जिनमें 10 साल से कम की सजा हो लेकिन महिला को कोई शारीरिक चोट न हो।

सिख विरोधी दंगे मामलें में कार्यवाही, 4 गिरफ्तार

सिख विरोधी दंगे मामलें में कार्यवाही, 4 गिरफ्तार 

अकांशु उपाध्याय      
नई दिल्ली। 1984 के सिख विरोधी दंगे मामलें में एसआईटी ने बड़ी कार्यवाही करते हुए 38 साल बाद 4 आरोपी गिरफ्तार किए है। इन चारों आरोपियों को उत्तर प्रदेश के कानपुर नगर जिले के घाटमपुर इलाके से गिरफ्तार किया गया। एसआईटी और कानपुर बाहरी पुलिस की संयुक्त टीम ने संयुक्त कार्यवाही की।
गौरतलब है कि पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या के बाद देश में सिखों के खिलाफ दंगे हुए थे। इसमें कई लोगों की जान चली गई थी। एसआईटी का गठन तीन साल पहले 2019 में किया गया था। केंद्र सरकार ने 1984 के सिख विरोधी दंगों के सात मामलों को फिर से खोलने का फैसला किया था। इनमें आरोपी या तो बरी हो गए थे या मुकदमा बंद कर दिया गया था। विशेष रूप से एसआईटी ने अपनी जांच में 1984 के सिख दंगों में 94 आरोपियों की पहचान की है, जिनमें से 74 आरोपी जीवित हैं।
गिरफ्तार चार लोगों की पहचान सैफुल्ला खान, योगेंद्र सिंह उर्फ बबन बाबा, विजय नारायण सिंह उर्फ बचन सिंह और अब्दुल रहमान उर्फ लांबू के रूप में हुई है। गिरफ्तार किए गए सभी की उम्र 60 वर्ष से अधिक है और कानपुर के घाटमपुर इलाके से हैं।
क्या है 1984 का सिख विरोधी दंगा।
1984 के सिख विरोधी दंगे, जिसे 1984 के सिख नरसंहार के रूप में भी जाना जाता है, भारत में सिखों के खिलाफ उनके सिख अंगरक्षकों द्वारा इंदिरा गांधी की हत्या के बाद हुई हिंसा की श्रृंखला थी। 1984 के सिख विरोधी दंगे कई दिनों तक जारी रहे। नई दिल्ली में हजारों सिख मारे गए। इतना ही नहीं इन दंगों के कारण सिख समुदाय के 50,000 से अधिक लोग विस्थापित हुए थे। राष्ट्रीय राजधानी में दंगों के कारण सबसे बुरी तरह प्रभावित क्षेत्रों में से कुछ सुल्तानपुरी, मंगोलपुरिम और त्रिलोकपुरी थे।

मंगलवार, 14 जून 2022

पुलिस की गोली लगने से 1 बदमाश घायल, दूसरा फरार

पुलिस की गोली लगने से 1 बदमाश घायल, दूसरा फरार

अश्वनी उपाध्याय     
गाजियाबाद। थाना लोनी बॉर्डर पुलिस ने मोटरसाईकिल सवार दो व्यक्तियों को बेहटा रेल अंडर पास के पास चैकिंग के दौरान रोका, तो वह दोनों व्यक्ति अपनी मोटरसाइकिल को तेज गति से पीछे मोड़कर पुलिस पर फायर करते हुए भागने लगें। जिस पर थाना लोनी बॉर्डर पुलिस टीम द्वारा अपने साहस का परिचय देते बदमाश की घेराबंदी की गई। बदमाशों के द्वारा पुलिस को लक्ष्य करके जान से मारने की नीयत से फायर किया गया।
वहीं, थाना लोनी बॉर्डर पुलिस टीम ने आत्मरक्षार्थ जवाबी कार्यवाही में एक बदमाश को पुलिस की गोली लगने से घायल हो गया, तथा दूसरा बदमाश मौके से फरार हो गया।
पूछताछ में पकड़े गए बदमाश ने अपना नाम शहजाद पुत्र इंतजार निवासी राम पार्क ट्रोनिका सिटी गाजियाबाद 30 वर्ष बताया, तथा भागे हुए अपने साथी का नाम राजू बताया है। अग्रिम विधिक कार्यवाही की जा रही है।

अभियुक्त का नाम व पता...
शहजाद पुत्र इंतजार निवासी राम पार्क ट्रोनिका सिटी गाजियाबाद 30 वर्ष

बरामदगी का विवरण...
1- एक अदद टी वी एस मोटरसाइकल चोरी की 
2- 01 तमंचा 315 बोर
3- 04 कारतूस- (02 खोखा 02 जिंदा अभियुक्त का अपराधिक इतिहास पकड़े गए। बदमाश शहजाद पर एक दर्जन से भी ज्यादा अभियोग पंजीकृत है। अभियुक्त को गिरफ्तार करने मैं थाना लोनी बॉर्डर की टीम मौजूद रही।

सोमवार, 13 जून 2022

यूपी: महिला की रेप के बाद हत्या, आशंका व्यक्त

यूपी: महिला की रेप के बाद हत्या, आशंका व्यक्त

संदीप मिश्र
शाहजहांपुर। यूपी के शाहजहांपुर में एक महिला की गला काटकर निर्मम हत्या कर देने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। महिला की धारदार हथियार से हत्या की गई है। आशंका व्यक्त की जा रही है कि महिला की रेप के बाद हत्या की गई है। फिलहाल, पुलिस पूरी घटना की तफ्तीश में जुट गई है। घटना थाना कांट क्षेत्र के नबीपुर गांव के पास की है।
जहां देर रात ओमवती नाम की एक महिला की गला रेतकर हत्या की गई है। बताया जा रहा है कि सास बहू गांव के पास एक आम के बाग में बनी झोपड़ी में रहकर रखवाली कर रही थी। सास के ना होने पर अज्ञात लोगों ने महिला ओमवती की झोपड़ी के अन्दर बेहरमी से गला काटकर हत्या कर दी। आशंका व्यक्त की जा रही है कि महिला की जीत के बाद हत्या की गई है।
वहीं सूचना के बाद मौके पहुंची पुलिस ने डॉग स्कॉट की मदद से मौके पर जांच की लेकिन कोई सुराग नहीं मिला। महिला की हत्या क्यों और किसने की है इस बात का पता लगाने की पुलिस पूरी कोशिश कर रही है। फिलहाल पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है।

यूपी: गर्मी के चलते स्कूलों का समय बदला

यूपी: गर्मी के चलते स्कूलों का समय बदला  संदीप मिश्र  लखनऊ। यूपी में गर्मी के चलते स्कूलों का समय बदल गया है। कक्षा एक से लेकर आठ तक के स्कू...