अंतरराष्ट्रीय लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं
अंतरराष्ट्रीय लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं

रविवार, 19 जून 2022

3 दिवसीय जैविक विज्ञान में अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन कराया

3 दिवसीय जैविक विज्ञान में अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन कराया

अकांशु उपाध्याय/सुनील श्रीवास्तव/अमित शर्मा   

नई दिल्ली/वाशिंगटन डीसी/गुरुग्राम। सोसाइटी ऑफ एकेडमिक रिसर्च फॉर रूरल डवेलपमेन्ट, एस.जी.टी. विश्वविद्यालय, गुरुग्राम एवं आ.सी.ए.आर. सेन्ट्रल सोईल सैलिनीटी रिसर्च इन्स्टीयूट द्वारा संयुक्त रूप से 3 दिवसीय जैविक विज्ञान में हालिया प्रगति पर अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन कराया गया। तीन दिनों तक चलने वाले इस सम्मेलन में देश एवं विदेशों से छात्रों, शोधकर्ताओं, वैज्ञानिकों एवं विभिन्न संस्थानों के प्रमुखों ने भाग लिया। 
उद्घाटन समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में आई.सी.ए.आर. के अतिरिक्त महानिदेशक (बीज) डॉ. डी. के. यादव एवं अन्तराष्ट्रीय अतिथि के रूप में अमेरिका के अंतरराष्ट्रीय खरपतवार संस्था के अध्यक्ष डॉ. समुन्दर सिंह, डीन फैक्लटी आफ एग्रीकल्चर सांईसेस एस.जी.टी. विश्वविद्यालय, गुरूग्राम के डॉ. अशोक कुमार, तथा सोसाईटी के अध्यक्ष डॉ. नितिन तनवर एवं मुख्य कार्यकर्ता डॉ. हिना, डॉ. नितिन गोयल, डॉ. मनीष वर्मा, डॉ. वी. रवि, डॉ. कैलाश कुमार, डॉ. ललित कुमार, डॉ. प्रवीन, डॉ. दीपांकर, सहित भारत के विभिन्न शैक्षिणिक एवं शोध संस्थानों से आये प्रसिद्ध विद्वानों ने सिरकत की एवं अपने-अपने विचार रखें। सी.सी.एस.एच.ए.यू. विश्वविद्यालय के सेवानिवृत्त डा. बी. के. हूड्डा ने बायोलॉजिकल रिसर्च में सांख्यिकी के महत्व पर व्याख्यान दिया। सम्मेलन में कृषि विज्ञान में उत्कृष्ट कार्यों के लिए डॉ. सौरव शर्मा युवा वैज्ञानिक के रूप में एवं भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान के शोध छात्र डॉ. नीरज को यंग रिर्सचर अवार्ड से सम्मानित किया गया। डॉ. नीरज ने नैनो सिल्वर के दुष्प्रभाव पर शोध किया है। कार्यक्रम समापन के दौरान मुख्य आयोजक डॉ. नितिन तनवर ने कार्यक्रम में आये सभी अतिथियों का आभार व्यक्त कर धन्यवाद दिया।

शनिवार, 18 जून 2022

काबुल: गुरुद्वारे के पास व्यस्त सड़क पर 2 धमाके हुए

काबुल: गुरुद्वारे के पास व्यस्त सड़क पर 2 धमाके हुए

अखिलेश पांडेय

काबुल। विदेश मंत्रालय ने शनिवार को कहा कि वह अफगानिस्तान की राजधानी में एक गुरुद्वारे पर हुए हमले के बाद काबुल में स्थिति पर नजर रखे हुए हैं। मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची के हवाले से एक बयान में कहा गया है, हम काबुल से शहर के एक पवित्र गुरुद्वारे पर हमले की खबरों से बेहद चिंतित हैं।
उन्होंने कहा, हम स्थिति की बारीकी से निगरानी कर रहे हैं और सामने आने वाले घटनाक्रम पर और विवरण की प्रतीक्षा कर रहे हैं।
शनिवार की सुबह काबुल के कार्त-ए-परवान इलाके में गुरुद्वारे के पास एक व्यस्त सड़क पर दो धमाके हुए।
सुरक्षा बलों ने एहतियात के तौर पर इलाके की घेराबंदी कर दी है।
विस्फोट के बाद आसमान में घने धुएं का एक गुबार छा गया और राजधानी शहर के निवासियों की बीच दहशत फैल गई। काबुल में एक गुरुद्वारे में शनिवार को हुए तीन विस्फोटों में कम से कम दो नागरिक मारे गए और तीन सुरक्षाकर्मी घायल हो गए। कई स्रोतों के अनुसार यह जानकारी दी गई है। गृह मंत्रालय ने विस्फोटों की पुष्टि की है और कहा है कि सशस्त्र विद्रोहियों के एक समूह ने कार्त-ए-परवान इलाके में गुरुद्वारे में प्रवेश किया।

मंत्रालय ने एक बयान में कहा, "प्रवेश करने से पहले, दुश्मन ने एक ग्रेनेड से गार्ड पर हमला किया, जिससे आग लग गई और हमारे दो हिंदू देशवासी जो हमले में घायल हो गए थे उन्हें निकाला गया और इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया।"
बयान के अनुसार, अपने लक्ष्य तक पहुंचने से पहले ही विद्रोहियों ने एक कार बम विस्फोट भी किया था।
"सौभाग्य से, वे अपने लक्ष्य तक नहीं पहुंचे और लक्ष्य तक पहुंचने से पहले एक कार बम विस्फोट कर दिया।"
इस बीच, एक चश्मदीद ने समाचार एजेंसी शिन्हुआ को बताया, "हमने सुबह करीब छह बजे गुरुद्वारे के गेट पर एक बड़ा धमाका सुना। इसके बाद गुरुद्वारे के अंदर दो और विस्फोट हुए।"
उन्होंने कहा कि सुरक्षा बलों ने एहतियाती उपायों के लिए इलाके की घेराबंदी कर दी है और चेतावनी के लिए गोलियां भी चलाई गई हैं। एक सुरक्षा सूत्र ने बताया कि पहले विस्फोट के दौरान दो लोगों की मौत हो गई।
सोशल मीडिया पर वीडियो में विस्फोट की दीवारों से घिरे दो मंजिला गुरुद्वारे से धुआं निकलता दिख रहा है।
मीडियाकर्मियों और आम जनता को साइट में प्रवेश करने की अनुमति नहीं है और किसी को नहीं पता कि परिसर के अंदर वास्तव में क्या चल रहा है। इससे पहले दिन में, भारत के विदेश मंत्रालय ने कहा कि वह स्थिति की बारीकी से निगरानी कर रहा है।
मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची के हवाले से एक बयान में कहा गया है कि हम काबुल से उस शहर के एक पवित्र गुरुद्वारे पर हमले की खबरों से बेहद चिंतित हैं।
उन्होंने कहा, "हम स्थिति की बारीकी से निगरानी कर रहे हैं और सामने आने वाले घटनाक्रम पर और विवरण की प्रतीक्षा कर रहे हैं।" मार्च 2020 में, काबुल शहर में एक गुरुद्वारे पर हुए हमले में दो दर्जन उपासक मारे गए थे। हाल के महीनों में, तालिबान के नेतृत्व वाली सरकार का विरोध करने वाले इस्लामिक स्टेट (आईएस) आतंकवादी समूह द्वारा कथित तौर पर किए गए आतंकवादी हमलों की एक श्रृंखला से युद्धग्रस्त देश प्रभावित हुआ है। शुक्रवार को उत्तरी प्रांत कुंदुज में एक मस्जिद में हुए विस्फोट में एक व्यक्ति की मौत हो गई और सात अन्य घायल हो गए थे।

मॉरेचिनानू के 140वें जन्मदिन पर याद किया: गूगल

मॉरेचिनानू के 140वें जन्मदिन पर याद किया: गूगल

अकांशु उपाध्याय/सुनील श्रीवास्तव 
नई दिल्ली/वाशिंगटन डीसी। गूगल द्वारा श्तेफ़ानिया मॉरेचिनानू के 140वें जन्मदिन पर उन्हें गूगल डूडल के जरिए, याद किया जा रहा है।
लेकिन, क्या आप जानते है कि श्तेफ़ानिया मॉरेचिनानू कौन थी ? 
जिनको गूगल ने इतने सालों बाद भी श्रद्धांजलि दी, तो चलिए आज हम आपको बताते है। बता दें, श्तेफ़ानिया मॉरेचिनानू उन महिलाओं में से एक हैं। जिन्होंने अपने दम पर अपनी पहचान हासिल की। आज उनका 140वां जन्मदिन है। 
दरअसल, श्तेफ़ानिया मॉरेचिनानू रेडियोधर्मिता की खोज और अनुसंधान में अग्रणी महिलाओं में से एक थी। केमिस्ट्री और भूतिकी की महान वैज्ञानिक थी। आपको बता दें, यह कोई आम महिला नहीं थी। भूकंप और बरसात के बीच की कड़ी का इन्होंने ही गहन अध्ययन किया था। उस दौरान यह पहली बार नोटिस किया गया कि भूकंप के लिए उपरिकेंद्र पर रेडियोधर्मिता में अक्सर उल्लेखनीय वृद्धि होती है। 
गौरतलब है कि श्तेफ़ानिया मॉरेचिनानू का जन्म 18 जून 1882 को बुखारेस्ट हुआ था। उन्होंने, 1907 में  बुखारेस्ट विश्वविद्यालय में दाखिला के बाद 1910 में भौतिक और रासायनिक विज्ञान में उन्होंने डिग्री प्राप्त की, जिसके बाद उन्होंने बुखारेस्ट, प्लोएस्टी, इयासी और कैम्पुलुंग के उच्च विद्यालयों में पढ़ाया भी। 1919 में उन्होंने मैरी क्यूरी के साथ सोरबोन में मॉरेचिनानू ने रेडियोएक्टिविटी पर एक कोर्स किया। इनके सफर की शुरुआत यही से शुरू हुई। उसके बाद 1926 तक रेडियम संस्थान में  मैरी क्यूरी के साथ उन्होंने शोध किया।  श्तेफ़ानिया मॉरेचिनानू ने पोलोनियम के आधे जीवन पर भी शोध किया। 
बता दें, 1936 श्तेफ़ानिया मॉरेचिनानू  के काम को में रोमानिया की विज्ञान अकादमी द्वारा मान्यता प्राप्त हुआ था। जहां, उन्हें अनुसंधान निदेशक के रूप में सेवा देने के लिए चुना गया था।

शुक्रवार, 17 जून 2022

14 साल के उच्च स्तर पर पहुंचीं, भारतीय जमा पूंजी

14 साल के उच्च स्तर पर पहुंचीं, भारतीय जमा पूंजी

सुनील श्रीवास्तव  
नई दिल्ली/बर्न। स्विटजरलैंड देश के बाहर पैसा जमा करने के लिए हमेशा से दुनिया के कुबेरों के लिए पसंदीदा रहे स्विट्जरलैंड के बैंकों में एक बार फिर भारतीय पैसों की बारिश हो रही है। स्विट्जरलैंड के सेंट्रल बैंक में भारतीय जमा पूंजी 14 साल के उच्च स्तर पर पहुंच गई है।
स्विट्जरलैंड के सेंट्रल बैंक ने सालाना रिपोर्ट जारी की है। इसमें बताया गया कि साल 2021 में स्विस बैंकों में भारतीय नागरिकों और कंपनियों का डिपॉजिट बढ़कर 3.83 बिलियन स्विस फ्रैंक यानी 30,500 करोड़ रुपए से भी ज्यादा हो गया। एक साल पहले 2020 के अंत में महज 2.55 बिलियन स्विस फ्रैंक यानी करीब 20,700 करोड़ रुपए था।इस तरह से पिछले साल स्विस बैंकों में भारतीयों का पैसा करीब 50 फीसदी बढ़ गया।
आंकड़ों के अनुसार, स्विस बैंकों में भारतीय लोगों के सेविंग और डिपॉजिट अकाउंट में जमा राशि करीब 4,800 करोड़ रुपए पर पहुंच गई। यह सात साल का सबसे उच्च स्तर है। लगातार दो साल इसमें गिरावट आने के बाद 2021 में तेजी देखने को मिली है। भारतीय लोग और कंपनियां कई माध्यमों से स्विस बैंकों में पैसे जमा करते हैं, इनमें कस्टमर डिपॉजिट, बैंक, ट्रस्ट, सिक्योरिटी जैसे माध्यम प्रमुख हैं।

गुरुवार, 16 जून 2022

बाजवा ने चीन के प्रस्‍ताव पर विचार के लिए समय मांगा

बाजवा ने चीन के प्रस्‍ताव पर विचार के लिए समय मांगा

सुनील श्रीवास्तव  
कराची/बीजिंग। चीन के राष्‍ट्रपति शी जिनपिंग के बुलावे पर पहली बार ड्रैगन की सरजमीं पर पहुंचे पाकिस्‍तानी सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा के इस दौरे की असल वजह सामने आने लगी। बलूचिस्‍तान पोस्‍ट ने रिपोर्ट्स के हवाले से दावा किया है कि बलूच विद्रोहियों के भीषण हमलों से डरा चीन, अब ग्‍वादर समेत बलूचिस्‍तान के कई हिस्‍सों में अपनी ‘सुरक्षा एजेंसियों’ को तैनात करना चाहता है। जनरल बाजवा ने चीन के इस प्रस्‍ताव पर विचार के लिए समय मांगा है।
जनरल बाजवा के नेतृत्‍व में पाकिस्‍तान के तीनों सेनाओं का एक दल अहम बैठक के लिए पिछले दिनों चीन गया था। इस बैठक के दौरानी चीनी सेना के शीर्ष अधिकारियों ने पाकिस्‍तानी सेना प्रमुख को जमकर सुनाया था। चीन ने कहा कि सीपीईसी परियोजना में काम कर रहे और पाकिस्‍तान में रहे रहे चीनी नागरिकों की हत्‍या की जा रही है।
 बताया जा रहा है कि पाकिस्‍तानी सेना की विफलता के बाद अब चीन ने अपनी बदनाम सुरक्षा एजेंसियों को ग्‍वादर समेत बलूचिस्‍तान में तैनात करने का प्रस्‍ताव दिया।
चीन की ओर से मिली झाड़ के बाद जनरल बाजवा ने चीन के प्रस्‍ताव पर विचार करने के लिए समय मांगा है। यही नहीं पश्चिमी देशों के साथ बढ़ रहे तनाव को देखते हुए अब चीन ने जनरल बाजवा से खुलकर रणनीतिक भागीदारी बढ़ाने के लिए कहा है। इससे अब चीन के लिए अमेरिका के साथ संतुलन बनाए रखने में बहुत मुश्किल होने जा रही है। इससे पहले चीनी नागरिकों पर बढ़ते हमले को रोकने के लिए पाकिस्‍तान की शहबाज सरकार ने सीपीईसी में काम कर रहे चीनी नागरिकों की सुरक्षा को बढ़ाने का आदेश दिया था।
चीन की बढ़ती नाराजगी के बीच शहबाज शरीफ ने कहा कि चीनी नागरिकों की सुरक्षा के साथ कोई समझौता नहीं होगा। उन्‍होंने गृह मंत्रालय और सुरक्षा एजेंसियों को पूरी सुरक्षा मुहैया कराने का आदेश दिया। इससे पहले चीनी शिक्षक की एक आत्‍मघाती हमले में हत्‍या के बाद चीन के सभी शिक्षक पाकिस्‍तान छोड़कर चले गए थे। इससे दोनों ही देशों को बड़ा झटका लगा था। पाकिस्‍तान की पुलिस ने एक चीनी दल को निशाना बनाने जा रहे आत्‍मघाती हमलावर को अरेस्‍ट किया था।
इस पूरे मामले में चीन के प्रधानमंत्री ली केकिआंग ने भी शहबाज शरीफ से बात की थी। चीन अगर अपने सुरक्षा एजेंसियों को पाकिस्‍तान में तैनात करता है तो यह पाकिस्‍तान के लिए बड़ा झटका होगा। वहीं विश्‍लेषकों का कहना है कि इससे पाकिस्‍तान की संप्रभुता कमजोर होगी और चीनी सुरक्षा एजेंसियों के नाम पर अगर सैनिक आते हैं तो पाकिस्‍तान का यह इलाका चीनी ‘उपनिवेश’ में बदल जाएगा।

कार में विस्फोट होने की वजह से 'पत्रकार' की मौंत

कार में विस्फोट होने की वजह से 'पत्रकार' की मौंत

अखिलेश पांडेय     
साना/अदन। यमन के सबसे महत्वपूर्ण आर्थिक केंद्र और बंदरगाह शहर अदन में गुरुवार को एक कार में विस्फोट होने की वजह से एक स्थानीय पत्रकार की मौंत हो गई है। एक सरकारी अधिकारी ने यह जानकारी दी। नाम न जाहिर करने की शर्त पर एक स्थानीय सरकारी अधिकारी ने कहा, 'पत्रकार सबर नोमान अल-हैदरी जिस कार से जा रहे थे उसमें आईईडी फिट किया गया था। कार जब अदन के मंसूर से गुजर रही थी तब उसमें धमाका हो गया।'अधिकारी ने कहा, रात को हुई इस घटना में पत्रकार की मौत सहित कुछ राहगीर भी घायल हुए हैं।
बुलडोजर की कार्रवाई एक पक्षीय नहीं होनी चाहिए,किसान बड़े आंदोलन के लिए रहें तैयार
पत्रकार सबर नोमान अल-हैदरी एक जापानी न्यूज आउटलेट के लिए काम करते थे। फिलहाल यह स्पष्ट नहीं है कि उन्हें क्यों निशाना बनाया गया है। अधिकारी ने इस पर जांच होने की जानकारी दी है।
अभी तक किसी भी आतंकवादी समूह ने हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है, हालांकि इस युद्धग्रस्त अरब देश में हाल के दिनों में पत्रकारों को निशाना बनाए जाने की ऐसी कुछ घटनाएं सामने आई हैं।
यमन साल 2014 के अंत से गृह युद्ध की चपेट में है। देश के उत्तरी हिस्से के कुछ प्रांतों को हुती विद्रोहियों ने अपने कब्जे में ले लिया है और सऊदी समर्थित यमनी सरकार को भी जबरदस्ती राजधानी सना से बाहर कर दिया है।

बुधवार, 15 जून 2022

चीन की चाल को मात देने के लिए प्रयास तेज किए

चीन की चाल को मात देने के लिए प्रयास तेज किए

सुनील श्रीवास्तव     
वाशिंगटन डीसी/बीजिंग। अमेरिकी खुफिया एजेंसियों ने चीन की चाल को मात देने के लिए अपने प्रयासों को तेज कर दिया है। शीर्ष अधिकारियों ने स्वीकार किया कि उन्हें चीन पर शक है कि वह अमेरिका में रह रहे चीनियों से अधिक फोन काल करा व ईमेल एकत्र कर गोपनीय सूचनाएं जुटा रहा है। इससे नागरिक स्वतंत्रता प्रभावित हो सकती है, जो कि अमेरिका के लिए चिंताजनक है।
दरअसल, परमाणु हथियारों, भू-राजनीति और कोरोना महामारी की उत्पत्ति सहित विभिन्न मुद्दों पर चीन के निर्णय को बेहतर ढंग से समझने के लिए अमेरिकी खुफिया एजेंसियों पर लगातार दबाव है। इसके लिए बीजिंग के खिलाफ सख्त निगरानी के लिए अमेरिका में दोनों दलों का समर्थन है। दूसरी ओर, नागरिक अधिकार समूह और अधिवक्ता चीनी मूल के लोगों पर बढ़ी हुई निगरानी के प्रभाव से चिंतित हैं।
राष्ट्रीय सुरक्षा के नाम पर नागरिकों के समूहों के खिलाफ अमेरिकी सरकार के भेदभाव का एक लंबा इतिहास रहा है। द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान जापानी अमेरिकियों को नजरबंदी शिविरों में मजबूर किया गया था, 1960 के नागरिक अधिकारों के आंदोलन के दौरान अश्वेत नेताओं की जासूसी की गई थी। वहीं, राष्ट्रीय खुफिया निदेशक के कार्यालय की एक नई रिपोर्ट में कई सिफारिशें की गई हैं।

मंगलवार, 14 जून 2022

आतंकी संगठन तहरीक-ए-तालिबान के सामने घुटने टेके

आतंकी संगठन तहरीक-ए-तालिबान के सामने घुटने टेके

सुनील श्रीवास्तव 
इस्‍लामाबाद। पाकिस्‍तान के 100 से ज्‍यादा सैनिकों की हत्‍या करने वाले आतंकी संगठन तहरीक-ए-तालिबान के सामने सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा ने घुटने टेक दिए हैं। चीन के दबाव में पाकिस्‍तानी सेना टीटीपी के साथ एक समझौता करने जा रही है। जिससे पाकिस्‍तान के अंदर एक ‘अलग’ इस्‍लामिक देश का रास्‍ता साफ होगा। टीटीपी आतंकियों के शासन वाले इस इलाके में शरिया कानून लागू होगा। वहीं, विश्‍लेषकों ने चेतावनी दी है कि पाकिस्‍तान और टीटीपी के बीच यह शांति समझौता आतंकियों के लिए एक बड़ी जीत की तरह से होगा।टीटीपी आतंकी पाकिस्‍तान की लोकतांत्रिक सरकार की जगह पर अपनी सत्‍ता चाहते हैं।
जो शरिया कानून पर आधारित होगी। टीटीपी आतंकी अगस्‍त 2021 से लेकर मार्च 2022 के बीच में अब तक कम से कम 119 पाकिस्‍तानी सैनिकों की हत्‍या कर चुके हैं। टीटीपी ने शांति समझौते को लेकर हो रही बातचीत को देखते हुए ‘अनिश्चित काल के लिए सीजफायर’ का ऐलान किया था। पाकिस्‍तान की सरकार टीटीपी के शीर्ष नेताओं और कमांडरों को जेल से रिहा करने पर सहमत हो गई है।पाकिस्‍तानी सेना और टीटीपी के बीच इस समझौते को तालिबानी गृहमंत्री सिराजुद्दीन हक्‍कानी ने कराया है। सिराजुद्दीन हक्‍कानी एक कुख्‍यात आतंकी है जिसका अलकायदा के साथ मजबूत रिश्‍ता है। अब हक्‍कानी टीटीपी को संरक्षण दे रहा है। संयुक्‍त राष्‍ट्र का अनुमान है कि अफगानिस्‍तान में 3 हजार से लेकर 5 हजार आतंकी मौजूद हैं। टीटीपी के साथ शांति समझौता होने पर इनमें से बड़ी संख्‍या में आतंकी पाकिस्‍तान आ सकते हैं। इससे पाकिस्‍तान का कबायली इलाका फाटा टीटीपी आतंकियों का गढ़ बन जाएगा।टीटीपी की प्रमुख मांग है कि उसके नियंत्रण वाले इलाकों में शरिया कानून लागू किया जाए। इसमें पाकिस्‍तान के खैबर पख्‍तूनख्‍वा कबायली इलाका जिसे फाटा कहा जाता था, शामिल है। यही नहीं टीटीपी फाटा को फिर से खैबर पख्‍तूनख्‍वा से अलग करना चाहता है। इस डील का विरोध कर रहे पाकिस्‍तानी नेताओं का मानना है कि टीटीपी फाटा को ठीक उसी तरह से ‘मिनी इस्‍लामिक अमीरात’ बनाना चाहता है, जैसे तालिबान ने सत्‍ता पर कब्‍जा करने के बाद अफगानिस्‍तान में बनाया है। उन्‍होंने चेतावनी दी कि अगर टीटीपी खुद को विघटित करने की पाकिस्‍तानी सेना की मांग को स्‍वीकार भी कर लेता है तो भी वह अफगान तालिबान की तरह से फाटा में शरिया कानून लागू करने वाला मुख्‍य संगठन होगा।

खैबर पख्‍तूनख्‍वा में सक्रिय अवामी नैशनल पार्टी के एक प्रमुख नेता ने कहा कि इस बातचीत से साफ हो गया है कि टीटीपी को हराया नहीं जा सकता है जिसे तालिबान का समर्थन हासिल है। उन्‍होंने कहा कि तालिबान के साथ पाकिस्‍तानी सेना के अच्‍छे संबंध हैं, इसलिए यह सेना की सीधे हार की तरह से है। इस बीच तालिबान के पिछलग्‍गू टीटीपी की बढ़ती क्षमता के पीछे चीन का भी समर्थन है। चीन बार-बार कह रहा है कि वह तालिबान के अपने इस्‍लामिक परंपरा के हिसाब से शासन करने के अधिकार का समर्थन करता है।

खैबर पख्‍तूनख्‍वा में सक्रिय अवामी नैशनल पार्टी के एक प्रमुख नेता ने कहा कि इस बातचीत से साफ हो गया है कि टीटीपी को हराया नहीं जा सकता है जिसे तालिबान का समर्थन हासिल है। उन्‍होंने कहा कि तालिबान के साथ पाकिस्‍तानी सेना के अच्‍छे संबंध हैं, इसलिए यह सेना की सीधे हार की तरह से है। इस बीच तालिबान के पिछलग्‍गू टीटीपी की बढ़ती क्षमता के पीछे चीन का भी समर्थन है। चीन बार-बार कह रहा है कि वह तालिबान के अपने इस्‍लामिक परंपरा के हिसाब से शासन करने के अधिकार का समर्थन करता है।

पाकिस्‍तान के एक नेता ने खुलासा किया कि चीन टीटीपी के साथ समझौता करने के लिए पाकिस्‍तान पर दबाव डाल रहा है। टीटीपी के आतंकियों ने हाल के दिनों में चीन के हितों, प्रॉजेक्‍ट और उनके लोगों पर कई हमले किए हैं। चीन के लिए यह जरूरी है कि पाकिस्‍तान टीटीपी की कुछ मांगों को मान ले ताकि सीपीईसी के खिलाफ हो रहे हमले ताकि बंद हो जाएं। टीटीपी ने इस डील के बाद चीन के खिलाफ हमले नहीं करने का वादा किया है।खैबर पख्‍तूनख्‍वा में सक्रिय अवामी नैशनल पार्टी के एक प्रमुख नेता ने कहा कि इस बातचीत से साफ हो गया है कि टीटीपी को हराया नहीं जा सकता है जिसे तालिबान का समर्थन हासिल है। उन्‍होंने कहा कि तालिबान के साथ पाकिस्‍तानी सेना के अच्‍छे संबंध हैं, इसलिए यह सेना की सीधे हार की तरह से है। इस बीच तालिबान के पिछलग्‍गू टीटीपी की बढ़ती क्षमता के पीछे चीन का भी समर्थन है। चीन बार-बार कह रहा है कि वह तालिबान के अपने इस्‍लामिक परंपरा के हिसाब से शासन करने के अधिकार का समर्थन करता है। पाकिस्‍तान के एक नेता ने खुलासा किया कि चीन टीटीपी के साथ समझौता करने के लिए पाकिस्‍तान पर दबाव डाल रहा है। टीटीपी के आतंकियों ने हाल के दिनों में चीन के हितों, प्रॉजेक्‍ट और उनके लोगों पर कई हमले किए हैं। चीन के लिए यह जरूरी है कि पाकिस्‍तान टीटीपी की कुछ मांगों को मान ले ताकि सीपीईसी के खिलाफ हो रहे हमले ताकि बंद हो जाएं। टीटीपी ने इस डील के बाद चीन के खिलाफ हमले नहीं करने का वादा किया है।

सोमवार, 13 जून 2022

लापता हुआ 26 वर्षीय इजराइली ट्रैकर, मिला

लापता हुआ 26 वर्षीय इजराइली ट्रैकर, मिला

अखिलेश पांडेय/श्रीराम मौर्य          
जेरूसलम/शिमला। हिमाचल प्रदेश के कुल्लू और लाहौल-स्पीति जिलों के बीच हम्प्टा दर्रा ट्रैक से अचानक लापता हुआ 26 वर्षीय इजराइली ट्रैकर (पैदल लंबी यात्रा करने वाला) अब मिल गया है। कुल्लू के पुलिस अधीक्षक गुरदेव शर्मा ने बताया कि ट्रैकर का पता लगा लिया गया है और वह एक कैंप में ठहरा हुआ है। राज्य आपदा प्रबंधन के निदेशक सुदेश मोख्ता ने सोमवार को यहां बताया कि लाहौल-स्पीति जिला आपात अभियान केंद्र ने सूचित किया कि दो इजराइली ट्रैकर युवान कोहन और रैन हम्प्टा दर्रा पार कर रहे थे। कोहन रविवार देर रात कोक्सर इलाके में पहुंचा, जबकि रैन नहीं पहुंचा।
दोनों ने नौ जून को कुल्लू जिले के मनाली से हम्प्टा के रास्ते लाहौल-स्पीति जिले में कोकसर की ओर अपनी यात्रा आरंभ की थी।
पुलिस अधीक्षक गुरदेव शर्मा ने बताया कि मनाली के उपमंडलीय मजिस्ट्रेट ने एक बचाव दल तैनात किया, जिसमें एडवेंचर टूर्स ऑपरेटर्स एसोसिएशन मनाली के दो सदस्य शामिल थे। उन्होंने बताया कि बचाव दल ने तलाश के लिए एक निजी हेलीकॉप्टर का इस्तेमाल किया और लापता ट्रैकर का पता लगा लिया। मोख्ता ने बताया कि लापता ट्रैकर का पता लगाने के लिए स्थानीय लोगों के साथ पुलिस दल को मौके पर भेजा गया था। वह पूरी तरह सकुशल है।

सेहत का ध्यान व आवश्यकताएं पूरी करतें हैं, बॉडीगार्ड

सेहत का ध्यान व आवश्यकताएं पूरी करतें हैं, बॉडीगार्ड

अखिलेश पांडेय  
मॉस्को। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन जब किसी विदेशी दौरे पर जाते हैं, तो उनके साथ स्पेशल बॉडीगार्ड भी जाते हैं। जिनका काम जानकर आपको हैरानी हो सकती है। रिपोर्ट के मुताबिक, ये स्पेशल बॉडी गार्ड पुतिन का मल-मूत्र इकट्ठा करते हैं और सूटकेस में वापस मॉस्को भेज देते हैं। उनकी ड्यूटी यह भी होती है कि वह राष्ट्रपति की सेहत का ध्यान रखें और उनकी आवश्यकताएं पूरी करें। इसी में उन्होंने इस बात का भी खुलासा किया है। उन्होंने लिखा कि पुतिन का मल-मूत्र इकट्ठा करने के लिए फेडरल प्रोटेक्टिव सर्विस के एजेंट होते हैं और वे ही मल-मूत्र इकट्ठा करके स्पेशल बैग में वापस रूस को भेज देते हैं।
 उनके स्टूल की जांच होती है और पता लगाया जाता है कि कोई बीमारी तो नहीं पनप रही है। इसके अलावा इस बात का भी ध्यान रखा जाता है कि किसी और देश को उनकी बीमारी के बारे में पता न चले। पत्रकार ने दावा किया कि उसे इस बात के बारे में 2019 में पता चला था जब पुतिन सऊदी अरब के दौरे पर गए थे। इसके अलावा जब वह फ्रांस गए थे तो उनके बॉडीगार्ड उनके साथ बाथरूम में भी जाते थे।

अपने 3 रील्स या पोस्ट को पिन कर सकते हैं, यूजर्स

अपने 3 रील्स या पोस्ट को पिन कर सकते हैं, यूजर्स

अकांशु उपाध्याय/सुनील श्रीवास्तव   
नई दिल्ली/वाशिंगटन डीसी। इंस्टाग्राम ने एक नया फीचर लॉन्च किया है। यूजर्स अब अपने किसी 3 रील्स या पोस्ट को पिन कर सकते हैं। रील्स या पोस्ट पिन करने के बाद वह तीनों पोस्ट हमेशा उनके टाइमलाइन पर सबसे ऊपर दिखेंगी। ये फीचर्स ट्विटर, टिक-टॉक और फेसबुक पर पहले से मौजूद है। किसी भी पोस्ट को पिन करने के लिए उस पोस्ट पर क्लिक करें। क्लिक करने के बाद पोस्ट के ऊपर राईट साइड पर दिए गए तीन डॉट पर क्लिक करें। उसके बाद ‘पिन टू योर प्रोफाइल’ पर क्लिक करें। इसके बाद आपका पोस्ट पिन हो जाएगा और टाइमलाइन पर सबसे ऊपर दिखेगा।

न्यूड और वायोलेंट कंटेंट को फिल्टर करने वाला फीचर...

यदि आप न्यूड और वायोलेंट कंटेंट से परेशान हैं, तो इंस्टग्राम पर इसे फिल्टर करने का फीचर भी मिलता है। इस फिल्टर को इनेबल करने के लिए सबसे पहले अपको प्रोफाइल पर जाना होगा। ऊपर राइट कार्नर पर दिए तीन लाइन वाले टैब पर क्लिक करना होगा। इसके बाद सेटिंग्स पर क्लिक करके अकाउंट पर जाना होगा। और ‘सेंसेटीव कंटेंट कंट्रोल’ पर क्लिक करके आप सेंसेटीव कंटेंट को फिल्टर कर पाएंगे।
अगर आपका अकाउंट पब्लिक है तो आपको तीन ऑप्शन मिलेंगे, अलाउ (Allow), लिमिट (Limit) और लिमिट इवेन मोर (Limit Even More)। अगर आपका अकाउंट प्राइवेट है तो लास्ट के दो ही ऑप्शन दिखेंगे। अगर आप अलाउ (Allow) पर क्लिक करते हैं तो आपको सभी तरह के सेंसेटीव कंटेंट इंस्टाग्राम सजेस्ट करेगा। लिमिट (Limit) पर क्लिक करने के बाद लिमिटेड कंटेंट सजेस्ट किया जाएगा। वहीं लिमिट इवेन मोर (Limit Even More) को सिलेक्ट करने के बाद इंस्टाग्राम आपको सेंसेटीव कंटेंट सजेस्ट नहीं करेगा।इंस्टाग्राम ने एक नया फीचर लॉन्च किया है। यूजर्स अब अपने किसी 3 रील्स या पोस्ट को पिन कर सकते हैं। रील्स या पोस्ट पिन करने के बाद वह तीनों पोस्ट हमेशा उनके टाइमलाइन पर सबसे ऊपर दिखेंगी। ये फीचर्स ट्विटर, टिक-टॉक और फेसबुक पर पहले से मौजूद है।

इंस्टाग्राम पोस्ट को पिन करने की प्रोसेस...

किसी भी पोस्ट को पिन करने के लिए उस पोस्ट पर क्लिक करें। क्लिक करने के बाद पोस्ट के ऊपर राईट साइड पर दिए गए तीन डॉट पर क्लिक करें। उसके बाद ‘पिन टू योर प्रोफाइल’ पर क्लिक करें। इसके बाद आपका पोस्ट पिन हो जाएगा और टाइमलाइन पर सबसे ऊपर दिखेगा।
न्यूड और वायोलेंट कंटेंट को फिल्टर करने वाला फीचर
यदि आप न्यूड और वायोलेंट कंटेंट से परेशान हैं, तो इंस्टग्राम पर इसे फिल्टर करने का फीचर भी मिलता है। इस फिल्टर को इनेबल करने के लिए सबसे पहले अपको प्रोफाइल पर जाना होगा। ऊपर राइट कार्नर पर दिए तीन लाइन वाले टैब पर क्लिक करना होगा। इसके बाद सेटिंग्स पर क्लिक करके अकाउंट पर जाना होगा। और ‘सेंसेटीव कंटेंट कंट्रोल’ पर क्लिक करके आप सेंसेटीव कंटेंट को फिल्टर कर पाएंगे।
अगर आपका अकाउंट पब्लिक है तो आपको तीन ऑप्शन मिलेंगे, अलाउ लिमिट और लिमिट इवेन मोर  अगर आपका अकाउंट प्राइवेट है तो लास्ट के दो ही ऑप्शन दिखेंगे। अगर आप अलाउ  पर क्लिक करते हैं तो आपको सभी तरह के सेंसेटीव कंटेंट इंस्टाग्राम सजेस्ट करेगा। लिमिट (Limit) पर क्लिक करने के बाद लिमिटेड कंटेंट सजेस्ट किया जाएगा। वहीं लिमिट इवेन मोर  को सिलेक्ट करने के बाद इंस्टाग्राम आपको सेंसेटीव कंटेंट सजेस्ट नहीं करेगा।

रविवार, 12 जून 2022

चीन की सीमा पर तैनात 2 जवान लापता, सुराग नहीं

चीन की सीमा पर तैनात 2 जवान लापता, सुराग नहीं

अखिलेश पांडेय/ इकबाल अंसारी
बीजिंग/ईटानगर। अरुणाचल प्रदेश में चीन की सीमा पर तैनात 2 जवान पिछले 14 दिनों से लापता है। 29 मई से लेकर अभी तक लापता हुए जवानों का कोई सुराग तक हाथ नहीं लग सका है। सेना और स्थानीय लोग लापता हुए दोनों जवानों की खोज-बीन करने में लगे हुए हैं। अरुणाचल प्रदेश में चीन की सीमा पर तैनात उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले के उखीमठ के चिलौना के रहने वाले नायक प्रकाश राणा तथा एक अन्य जवान पिछले 14 दिनों से लापता होना बताए जा रहे हैं।
29 मई से लापता हुए जवानों का अभी तक कोई सुराग हाथ नहीं लग पाया है। सेना की ओर से जवानों के परिजनों को उनके लापता होने की सूचना दे दी गई है। लापता होने की खबर मिलने के बाद दोनों जवानों के परिजन बुरी तरह से परेशान हैं। मूल रूप से रुद्रप्रयाग जिले के चिलौना गांव के रहने वाले 34 वर्षीय नायक प्रकाश राणा का परिवार फ़िलहाल देहरादून के अम्बी वाला के सैनिक कालोनी में रह रहा है। गढ़वाल राइफल्स में तैनात नायक राणा इन दिनों अरुणाचल प्रदेश में चीन सीमा से लगी हुई चाकला पोस्ट पर तैनात हैं।

'डब्लयूटीओ' की 12वीं मंत्रिस्तरीय बैठक प्रारंभ

'डब्लयूटीओ' की 12वीं मंत्रिस्तरीय बैठक प्रारंभ 

अकांशु उपाध्याय/सुनील श्रीवास्तव      
नई दिल्ली‌/जिनेवा। विश्व व्यापार संगठन (डब्लयूटीओ) की 12वीं मंत्रिस्तरीय बैठक जिनेवा में रविवार से शुरू हो रहीं है। चार दिवसीय इस बैठक में भारत खाद्य सुरक्षा कार्यक्रमों के लिए अनाज के सार्वजनिक भंडारण के मुद्दे का स्थायी समाधान तलाशने के लिए डब्ल्यूटीओ पर दबाव बनाएगा‌। और किसानों और मछुआरों के हितों की दृढ़ता से रक्षा करेगा। भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल कर रहे हैं।
यह बैठक 4 साल के अंतराल के बाद यूक्रेन-रूस युद्ध और अनिश्चित वैश्विक आर्थिक स्थिति की पृष्ठभूमि में आयोजित हो रही है‌। पिछली बार यह 2017 में अर्जेंटीना में आयोजित किया गया था। एमसी (मिनिस्टीरियल कॉन्फ्रेंस) 164 सदस्यीय विश्व व्यापार संगठन (डब्ल्यूटीओ) का सर्वोच्च निर्णय लेने वाला निकाय है। बैठक में कोविड-19 महामारी पर डब्लयूटीओ की प्रतिक्रिया सहित पेटेंट छूट कृषि और खाद्य सुरक्षा विश्व व्यापार संगठन में सुधार प्रस्तावित मात्स्यिकी सब्सिडी समझौता और इलेक्ट्रॉनिक ट्रांसमिशन पर मोरेटोरियम का विस्तार जैसे मुख्य मुद्दों पर चर्चा होगी।
इस श्रेणी के अंतर्गत आने वाले मुख्य मुद्दों में खाद्य सुरक्षा उद्देश्यों के लिए पब्लिक स्टॉक होल्डिंग, व्यापार-विकृत घरेलू सब्सिडी, बाजार की पहुंच, विशेष सुरक्षा तंत्र, निर्यात प्रतिबंध और निषेध, और पारदर्शिता शामिल हैं। नई दिल्ली का जोर खाद्य सुरक्षा कार्यक्रमों के लिए पब्लिक स्टॉक होल्डिंग (PSH) के मुद्दे का स्थायी समाधान खोजने पर होगा। सार्वजनिक भंडारण नीति के तहत सरकार न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर किसानों से चावल और गेहूं जैसी फसलें खरीदती है, भंडारण करती है और गरीबों को खाद्यान्न का वितरण करती है।
एमएसपी आम तौर पर प्रचलित बाजार दरों से अधिक होता है और इसके तहत खरीदे गए अन्न को 800 मिलियन से अधिक गरीबों की खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कम कीमत पर उपलब्ध कराया जाता है।हालांकि, कृषि पर विश्व व्यापार संगठन का समझौता सरकार की एमएसपी पर अन्न खरीदने की क्षमता को सीमित करता है। वैश्विक व्यापार मानदंडों के तहत, विश्व व्यापार संगठन के सदस्य देश के खाद्य सब्सिडी बिल को 1986-88 के संदर्भ मूल्य के आधार पर उत्पादन मूल्य के 10 प्रतिशत की सीमा का उल्लंघन नहीं करना चाहिए।
विशेषज्ञों के अनुसार, ‘इसलिए, भारत को पब्लिक स्टॉक होल्डिंग को लेकर डब्ल्यूटीओ से स्थायी समाधान की तलाश अत्यंत महत्वपूर्ण है। भारत ने घरेलू समर्थन के साथ कोई संबंध नहीं होने की बात कहकर इस मुद्दे का तेजी से समाधान करने की मांग की है। इस मुद्दे के स्थायी समाधान के लिए, भारत ने डब्ल्यूटीओ से खाद्य सब्सिडी कैप की गणना के फॉर्मूले में संशोधन करने और पीस क्लॉज के दायरे में 2013 के बाद लागू कार्यक्रमों को शामिल करने जैसे उपायों पर विचार करने के लिए कहा है‌।
पीस क्लॉज के तहत, विश्व व्यापार संगठन के सदस्य देश डब्ल्यूटीओ के विवाद निपटान मंच पर एक विकासशील राष्ट्र द्वारा निर्धारित सीमा के किसी भी उल्लंघन को चुनौती देने से बचने के लिए सहमत हैं। यह क्लॉज तब तक रहेगा जब तक खाद्य भंडारण के मुद्दे का स्थायी समाधान नहीं मिल जाता। भारत यह भी चाहता है कि विश्व व्यापार संगठन अंतरराष्ट्रीय खाद्य सहायता और मानवीय उद्देश्यों के लिए पब्लिक स्टॉक से खाद्यान्न के निर्यात की अनुमति दे, विशेष रूप से गवर्नमेंट टू गवर्नमेंट एग्रीमेंट के आधार पर। डब्ल्यूटीओ के वर्तमान नियमों के मुताबिक कोई भी सदस्य देश पब्लिक स्टॉक होल्डिंग्स के तहत खरीदे गए अनाज का निर्यात नहीं कर सकता, क्योंकि ये सब्सिडी पर खरीदे गए खाद्यान्न होते हैं।
एक शीर्ष सरकारी अधिकारी ने कहा कि भारत विश्व व्यापार संगठन के कामकाज में सुधार के प्रयासों का समर्थन करेगा। लेकिन इसके प्रमुख स्तंभों जैसे कम विकसित और विकासशील देशों के प्रति विशेष रियायत, सबके लिए एक समान विवाद निपटान तंत्र, सुधारों के बाद भी अपने मूल रूप में रहें। विश्व व्यापार संगठन एक बहुपक्षीय निकाय है, जो वैश्विक निर्यात और आयात के लिए नियम तैयार करता है और व्यापार से संबंधित मुद्दों पर दो या दो से अधिक देशों के बीच विवादों का निर्णय करता है। भारत सरकार के अधिकारी ने कहा कि हमारा मानना ​​है कि विश्व व्यापार संगठन एक महत्वपूर्ण संगठन है। इसकी बहुपक्षीय प्रकृति कभी प्रभावित नहीं होनी चाहिए और इसलिए, हम इसके कामकाज में सुधार के किसी भी प्रयास का समर्थन करते हैं।

टिकटॉक स्‍टार नोरिगिया का 19 साल की उम्र में निधन

टिकटॉक स्‍टार नोरिगिया का 19 साल की उम्र में निधन

अकांशु उपाध्याय/अखिलेश पांडेय 
नई दिल्ली/वाशिंगटन डीसी/लंदन। मशहूर टिकटॉक स्‍टार कूपर नोरिगिया का महज 19 साल की उम्र में निधन हो गया है। उनकी मौत की खबर से फैंस सदमे में हैं। 9 जून को उन्‍हें लॉस एंजिलिस के एक मॉल के पार्किंग एरिया में मृत पाया गया था। कपूर की मौत का कारण अभी तक सामने नहीं आया है। पुलिस इस पूरे मामले की जांच कर रही हैं।
टिक टॉक स्‍टार कूपर नोरिगिया की मौत
बता दें कि कूपर के मौत की जानकारी लॉस एंजिलिस मेडिकल एग्‍जामि‍नर ने दी है। गौर करने वाली ये है कि कूपर की मौत से कुछ घंटे पहले ही उन्‍होंने सोशल मीडिया पर अपना एक वीडियो पोस्‍ट किया था, जिसमें उन्‍होंने लिखा था, ‘ऐसा कौन सोचता है कि वो लोग जवानी में मर जाएंगे। वीडियो में वह बेड पर लेटे नजर आ रहे थे। 
इस वीडियो के पोस्‍ट करने के कुछ घंटे बाद ही कूपर मृत पाए गए। कूपर की मौत की खबर से उनके फैंस को गहरे सदमा लगा है। रिपोर्ट्स के अनुसार कूपर की बॉडी पर किसी भी तरह के निशान या हिंसा के सबूत नहीं मिले हैं।
फिलहाल पूरे मामले की जांच की जा रही है। कूपर के लिए मेंटल हेल्‍थ बहुत अहम था। हाल ही में उन्‍होंने एक डिस्‍कार्ड ग्रुप बनाया था, जहां वह अपने फॉलोवर्स के साथ मेंटल हेल्‍थ पर बात किया करते थे।
कूपर के टिक टॉक पर 1.77 मिलियन फॉलोअर्स थे। वह टिक टॉक पर अक्सर फैशन के बारे में मजेदार वीडियो पोस्ट किया करते थे। वहीं इंस्टाग्राम पर भी उनके 4,27,000 फॉलोअर्स थे। उन्‍होंने कई टिक टॉक स्‍टार के साथ काम किया है‌। कई शो में हिस्‍सा लेते भी नजर आए थे।

शनिवार, 11 जून 2022

डब्ल्यूडब्ल्यूई चैंपियन पेज ने संन्यास लेने की घोषणा की

डब्ल्यूडब्ल्यूई चैंपियन पेज ने संन्यास लेने की घोषणा की

अकांशु उपाध्याय/सुनील श्रीवास्तव
नई दिल्ली/लंदन/वाशिंगटन डीसी। भारत समेत पूरी दुनिया में मौजूद डब्ल्यूडब्ल्यूई फैन्स के लिए बेहद निराशाजनक खबर सामने आई है‌। दो बार की डब्ल्यूडब्ल्यूई चैंपियन पेज ने संन्यास लेने की घोषणा की है। पेज 7 जुलाई को अनुबंध समाप्त होने पर डब्ल्यूडब्ल्यूई छोड़ देंगी। 29 साल की पेज ने ट्विटर के जरिए इस बात की जानकारी दी है। पेज ने ट्वीट किया, '7 जुलाई डब्ल्यूडब्ल्यूई के साथ मेरा आखिरी दिन होगा। कंपनी ने मुझे जो अवसर दिए हैं, उसके लिए मैं बहुत आभारी हूं और उसकी सराहना करती हूं। मैं हमेशा उस कंपनी की सराहना करूंगी। जिसने एक 18 वर्षीय ब्रिटिश पीली इमो लड़की को मौका दिया।
वह आपकी औसत डिवा की तरह नहीं दिखती। मुझे जीवन भर का मौका दिया और मुझे एक सुपरस्टार की तरह महसूस कराया।
उन्होंने आगे लिखा, 'मुझे पता है कि मेरी गर्दन की चोट ने मुझे रिंग से बाहर कर दिया था। ऐसे में आगे का सफर जारी रखना काफी कठिन था। डब्ल्यूडब्ल्यूई यूनिवर्स को धन्यवाद। मैंने अब तक आप लोग जैसे इमोशनल फैंस को कभी नही देखा। आशा है कि आप मेरे साथ इस जर्नी में बने रहेंगे। मैं यह नहीं कह रही हूं कि मैं कभी रिंग में नहीं रहूंगी। वह दिन निश्चित रूप से फिर आएगा।
वापसी कहीं भी हो सकती है।
पेज ने आखिरी बार 27 दिसंबर 2017 को एक लाइव इवेंट में डब्ल्यूडब्ल्यूई रिंग के अंदर प्रतिस्पर्धा की थी, जहां उन्हें सिक्स-वुमन टैग मैच में चोट लग गई थी। पेज लंबे समय से एक्टिव रेसलर नहीं रही, लेकिन वह सोशल मीडिया पर काफी ज्यादा एक्टिव रहती हैं।
पेज को प्रोफेशनल और निजी जीवन में काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा।
पेज जहां चोटों से जूझती दिखीं, वहीं डब्ल्यूडब्ल्यूई की वेलनेस पॉलिसी को तोड़ने के चक्कर में दो बार सस्पेंड भी हो चुकी थी‌। इस दौरान एक बार मादक पदार्थ का सेवन करने की दोषी पायी गईं। इसके बावजूद फैन फॉलोइंग के चलते उनकी डब्ल्यूडब्ल्यूई में वापसी हो जाती थी।

महासचिव गुटेरेस ने गिल को अपना दूत नियुक्त किया

महासचिव गुटेरेस ने गिल को अपना दूत नियुक्त किया

सुनील श्रीवास्तव
जिनेवा। संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने अमनदीप सिंह गिल को प्रौद्योगिकी के लिए अपना दूत नियुक्त किया है। गिल इंटरनेशनल डिजिटल हेल्थ एंड आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस रिसर्च कोलैबोरेटिव प्रोजेक्ट के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) हैं। उन्होंने पहले जिनेवा (2016-2018) में निरस्त्रीकरण सम्मेलन में भारत के राजदूत एवं स्थायी प्रतिनिधि के रूप में कार्य किया है।
गुटेरेस के मुख्य प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक ने कहा, "गिल डिजिटल प्रौद्योगिकी के एक विचारशील नेता है।उन्हें डिजिटल प्रौद्योगिकी का गहन ज्ञान है।"इससे पहले गिल डिजिटल सहयोग (2018-2019) पर संयुक्त राष्ट्र महासचिव के उच्च स्तरीय पैनल के कार्यकारी निदेशक एवं सह-प्रमुख के तौर पर काम कर चुके हैं। वह 1992 में भारत की राजनयिक सेवा में शामिल हुए और तेहरान तथा कोलंबो में अपनी सेवा देने के साथ-साथ निरस्त्रीकरण और रणनीतिक प्रौद्योगिकियों तथा अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा मामलों में विभिन्न पदों पर सेवा दी है।

17 देशों को 'ईसीओएसओसी' के लिए चुना

17 देशों को 'ईसीओएसओसी' के लिए चुना 

अखिलेश पांडेय         
वाशिंगटन डीसी।‌‌ 17 देशों को संयुक्त राष्ट्र के आर्थिक एवं सामाजिक परिषद (ईसीओएसओसी) के लिए चुना गया है। शनिवार को चुने गए इन देशों का कार्यकाल तीन साल होगा। ईसीओएसओसी संरा एजेंसियों के आर्थिक और सामाजिक कार्यों तथा फंड्स समन्वयक निकाय है। इन देशों को संरा महासभा में उपस्थित और मतदान करने वाले सदस्य देशों के दो-तिहाई बहुमत के साथ गुप्त मतदान द्वारा चुनाव किया गया।
जिन देशों को ईसीओएसओसी के लिए चुना गया है, उनमें अफ्रीकी देशों से बोत्सवाना, केप वर्डे, कैमरून, इक्वेटोरियल गिनी, एशिया-प्रशांत देशों से चीन, लाओस, कतर, दक्षिण कोरिया, लैटिन अमेरिका और कैरिबियाई देशों से ब्राजील, कोलंबिया, कोस्टा रिका, पश्चिमी यूरोपीय और अन्य देशों से डेनमार्क, यूनान, न्यूजीलैंड, स्वीडन, पूर्वी यूरोपीय देशों से स्लोवाकिया और स्लोवेनिया शामिल हैं। इन देशों का कार्यकाल 01 जनवरी, 2023 से शुरू होगा और तीन साल तक रहेगा।

दुर्लभ वायरस के कारण लकवा से ग्रसित हुए, बीबर

दुर्लभ वायरस के कारण लकवा से ग्रसित हुए, बीबर

सुनील श्रीवास्तव  
ओटावा/वाशिंगटन डीसी। जाने माने सिंगर 'जस्टिन बीबर' अपना आधा चेहरा महसूस नहीं कर पा रहे हैं। क्योंकि, एक दुर्लभ वायरस के कारण वह लकवा से ग्रसित हो गए हैं। इस बात की मांग जानकारी खुद सिंगर ने भी सोशल मीडिया से दी है। सिंगर की इस हालत के बाद उन्हें 'टोरंटो और वाशिंगटन डीसी' में अपने शो रद्द करने पड़े। सोशल मीडिया पर ढाई मिनट के पोस्ट में सिंगर ने समझाया और दिखाया कि, वह रामसे हंट सिंड्रोम से पीड़ित हैं, एक दुर्लभ वायरस जो चेहरे की नसों को प्रभावित करता है और चेहरे के पक्षाघात का कारण बन सकता है। 
सिगर ने कहा है, "जैसा कि आप देख सकते हैं, मैं आंख नहीं झपका पा रहा हूं। मैं अपने चेहरे के इस तरफ मुस्कुरा नहीं सकता, "तो उन लोगों के लिए जो अगले शो के मेरे रद्द होने से निराश हैं, उनसे बस इतना कहना चाहता हूं कि मैं सक्षम नहीं हूं। यह बहुत गंभीर है। जैसा कि आप देख सकते हैं। उन्होंने कहा, "यह वापस सामान्य हो जाएगा। हां थोड़ा समय लगेगा और हम नहीं जानते कि यह कितना समय होने वाला है, लेकिन यह ठीक होने वाला है। और मुझे आशा है, और मुझे भगवान पर भरोसा है । मुझे पता नहीं है कि अभी क्या होने वाला है। लेकिन इस बीच, मैं आराम करने वाला हूं।

शुक्रवार, 10 जून 2022

पाकिस्तान के पूर्व 'राष्ट्रपति' मुशर्रफ की हालत गंभीर

पाकिस्तान के पूर्व 'राष्ट्रपति' मुशर्रफ की हालत गंभीर

अखिलेश पांडेय/ अकांशु उपाध्याय
इस्लामाबाद/नई दिल्ली/आबुधाबी। पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति जनरल परवेज मुशर्रफ की हालत गंभीर बनी हुईं है। उनके परिवार से शुक्रवार को बताया कि उन्हें अब वेंटिलेटर सपोर्ट से हटा दिया गया है। उनका रिकवरी करना अब मुश्किल है। परवेज मुशर्रफ के ऑफिशियल ट्विटर हैंडल से उनके परिवार ने जानकारी दी कि वह अब वेंटिलेटर पर नहीं हैं। अपनी बीमारी एमाइलॉयडोसिस के कारण पिछले 3 हफ्ते से अस्पताल में भर्ती हैं। उनकी हालत गंभीर है। उनका रिकवरी कर पाना मुश्किल है। उनके अंग खराब हो रहे हैं, उनके लिए दुआ करें।

देश के आर्मी चीफ का भी संभाला पद...
वह 2001 से 2008 तक पाकिस्तान के राष्ट्रपति रहे थे। इसके अलावा वह देश के आर्मी चीफ भी रहे। भारत के साथ कारगिल की जंग के लिए मुशर्रफ को ही जिम्मेदार ठहराया जाता है। उस समय परवेज मुशर्रफ को लग रहा था कि कारगिल में घुसपैठ करके पाकिस्तान को भारत पर रणनीतिक बढ़त मिल जाएगी, लेकिन ऐसा नहीं हो पाया था।
इसके उलट युद्ध में सैकड़ों पाकिस्तानी सैनिकों को अपनी जान गंवानी पड़ी थी। वह इस फैसले के बाद भी लगातार भारत की छवि खराब करने की कोशिश करते रहे। बता दें कि परवेज मुशर्रफ छह साल पहले इलाज के लिए दुबई चले गए थे और उसके बाद कभी अपने देश पाकिस्तान नहीं लौटे। मुशर्रफ को हमेशा यह डर सताता रहा कि अगर वो अपने देश लौटते हैं तो उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

पॉप सिंगर स्पीयर्स ने 28 साल के मंगेतर सैम से शादी की

पॉप सिंगर स्पीयर्स ने 28 साल के मंगेतर सैम से शादी की

डॉक्टर सुभाषचंद्र गहलोत 
लंदन। हॉलीवुड की पॉप सिंगर ब्रिटनी स्पीयर्स ने अपने 28 साल के मंगेतर सैम असगारी से शादी कर ली है। कपल ने कैलिफोर्निया के लॉस एंजलिस में एक इंटिमेट सेरेमनी में शादी की। अभी इस सेरेमनी के फोटोज सोशल मीडिया पर नहीं आए हैं, लेकिन शादी से जुड़ा ड्रामा जरूर लोगों का ध्यान अपनी ओर खींच रहा है। बताया जा रहा है कि ब्रिटनी स्पीयर्स के एक्स हसबैंड जेसन एलेग्जेंडर ने उनकी शादी में जबरदस्ती घुसने की कोशिश की थी। महफिल, किसी ने कहा हॉट तो कोई बोला- उफ रिपोर्ट्स के मुताबिक, जेसन एलेग्जेंडर ने ब्रिटनी और सैम की शादी में जबरदस्ती घुसने की थी। वह शादी की प्रॉपर्टी में घुस में आए थे और एक सिक्योरिटी गार्ड से बचकर निकल गए थे। बताया यह भी जा रहा है कि ब्रिटनी की शादी में अपनी घुसपैठ को जेसन ने इंस्टाग्राम पर लाइव स्ट्रीम किया था। वीडियो में उन्हें कहते सुना जा सकता है कि 'ब्रिटनी कहां है।' इसके अलावा उन्होंने कहा था, 'मैं बताता हूं इस वाहियात शादी में क्या हो रहा है। बतौर गेस्ट किया आमंत्रित एंटरटेनमेंट वेबसाइट टीएमजेड के मुताबिक, पुलिस को मौके पर बुलाया गया था। इस मामले में वेंतूरा काउंटी शेरिफ के ऑफिस ने बताया है कि अफसरों को किसी के घुसपैठ करने की खबरें मिली थीं। इसके बाद उन्हें पता चला कि जेसन एलेग्जेंडर के खिलाफ किसी और मामले में एक वारंट भी निकला हुआ है।ऐसे में उन्हें अरेस्ट कर लिया गया
 ब्रिटनी स्पीयर्स लंबे समय से अपनी कंजर्वेटरशिप को लेकर चर्चा में बनी हुई थीं। लगभग सात महीने पहले ही उनकी कंजर्वेटरशिप का अंत हुआ है।ब्रिटनी और उनके मंगेतर सैम ने सोशल मीडिया पर सितम्बर 2021 में अपनी सगाई का ऐलान किया था। हालांकि दोनों ने शादी की डेट नहीं बताई थी। अप्रैल 2022 में ब्रिटनी ने ऐलान किया था कि वह प्रेग्नेंट हैं। हालांकि एक महीने बाद ही उनका मिसकैरिज हो गया था। सैम असगारी से पहले ब्रिटनी स्पीयर्स ने दो बार शादी की थी। ब्रिटनी ने 2004 में अमेरिकन सिंगर Kevin Federline से शादी की थी। यह शादी साल 2007 में खत्म हो गई थी। इस शादी से उनके दो बेटे  हैं। 2004 में ही कुछ समय के लिए ब्रिटनी और जेसन एलेग्जेंडर की भी शादी हुई थी, जो ज्यादा समय नहीं चली थी।

कुएं में मिला नवजात शिशु का शव, मचा हड़कंप

कुएं में मिला नवजात शिशु का शव, मचा हड़कंप  दुष्यंत टीकम  जशपुर/पत्थलगांव। जशपुर जिले के एक गांव में कुएं में नवजात शिशु का शव मिला है। इससे...