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रविवार, 9 जनवरी 2022

अमेरिका: भविष्य की रणनीति, बदलाव की संभावना

अमेरिका: भविष्य की रणनीति, बदलाव की संभावना     

अखिलेश पांडेय           वाशिंगटन डीसी। अमेरिका में जो बाइडन प्रशासन ने रूस को नयी जोरदार चेतावनी देते हुए कहा है कि अगर रूस, यूक्रेन पर हमला करने की दिशा में आगे बढ़ता है तो उस पर प्रतिबंध लगाए जाएंगे। अमेरिकी अधिकारियों ने यूरोप में अमेरिका की भविष्य की रणनीति की स्थिति के बारे में निर्णयों में लगातार बदलाव की संभावना जताई है। लेकिन उन्होंने यह भी कहा कि अगर रूस यूक्रेन में हस्तक्षेप करता है तो उसे प्रतिबंधों का सामना करना पड़ेगा। अधिकारियों ने कहा कि प्रशासन यूक्रेन में भविष्य में मिसाइलों की संभावित तैनाती को कम करने और पूर्वी यूरोप में अमेरिका और नाटो के सैन्य अभ्यासों को सीमित करने पर रूस के साथ चर्चा के लिए तैयार है। उन्होंने कहा कि रूस को यूक्रेन में हस्तक्षेप करने पर आर्थिक प्रतिबंधों का सामना करना होगा।

इनमें रूसी संस्थाओं पर प्रत्यक्ष प्रतिबंधों के अलावा अमेरिका से रूस को निर्यात किए जाने वाले उत्पादों और विदेश निर्मित उत्पादों पर महत्वपूर्ण प्रतिबंध शामिल हो सकते हैं जो संभावित रूप से अमेरिकी क्षेत्राधिकार में आते हैं। यह टिप्पणी ऐसे समय में आई है जब यूक्रेन को लेकर बढ़ते तनाव के बीच सोमवार को स्विट्जरलैंड में वरिष्ठ अमेरिकी और रूसी अधिकारियों की बैठक होनी है। अधिकारियों ने कहा कि अमेरिका उन वार्ताओं में अपने यूरोपीय सुरक्षा रुख के कुछ सीमित पहलुओं पर चर्चा करने को तैयार है। उन्होंने कहा कि इस बात की कोई संभावना नहीं है कि रूस की मांग के अनुरूप अमेरिका पूर्वी यूरोप में अपनी सैन्य उपस्थिति या हथियारों को कम करेगा। ऊर्जा और उपभोक्ता वस्तुओं पर प्रतिबंधों के अलावा अमेरिका और उसके सहयोगी अमेरिकी उपकरणों का उपयोग करने वाले उन्नत इलेक्ट्रॉनिक पुरज़ों, सॉफ्टवेयर और संबंधित प्रौद्योगिकी के रूस को निर्यात पर प्रतिबंध लगाने पर विचार कर रहे हैं।अधिकारियों ने कहा कि निर्यात नियंत्रण उद्देश्यों के लिए रूस को क्यूबा, ​​​​ईरान, उत्तर कोरिया और सीरिया के साथ प्रतिबंधात्मक समूह में शामिल किया जा सकता है। इसका मतलब यह होगा कि इस क्षेत्र में अमेरिका का सॉफ्टवेयर, प्रौद्योगिकी और उपकरणों में वैश्विक प्रभुत्व होने के कारण, एकीकृत सर्किट और एकीकृत सर्किट वाले उत्पादों को प्राप्त करने की रूस की क्षमता गंभीर रूप से प्रभावित होगी, जिसका असर एयरक्राफ्ट एवियोनिक्स, मशीन टूल्स, स्मार्टफोन, गेम कंसोल, टैबलेट और टीवी तक हो सकता है।

इस तरह के प्रतिबंध महत्वपूर्ण रूसी उद्योग को भी लक्षित कर सकते हैं, जिसमें इसके रक्षा और नागरिक उड्डयन क्षेत्र शामिल हैं, जो रूस की कृत्रिम बुद्धि या क्वांटम कंप्यूटिंग में उच्च-तकनीकी महत्वाकांक्षाओं को प्रभावित करेगा। जिनेवा में अमेरिका और रूस के बीच सोमवार को होने वाली सामरिक और सुरक्षा वार्ता से पहले एक अधिकारी ने शनिवार को कहा, ”हमें लगता है कि हम कम से कम रूसियों के साथ प्रगति की संभावना तलाश सकते हैं। सोमवार की बैठक के बाद बुधवार को रूस और नाटो के सदस्यों के बीच और बृहस्पतिवार को यूरोपीय लोगों के साथ चर्चा होगी।


भारतीय तटरक्षकों ने पाकिस्तानियों को पकड़ा
सुनील श्रीवास्तव 
इस्लामाबाद। पाकिस्तान अपनी आदत से बाज नहीं आ रहा है। पोरबंदर में भारतीय तटरक्षकों ने रविवार को दस पाकिस्तानियों को भारतीय जल सीमा में पकड़ा है और यह सब तब हुआ जब तटरक्षक जहाज ‘अंकित’ ने शनिवार रात अरब सागर में अपने ऑपरेशन के दौरान एक पाकिस्तानी नाव ‘यासीन’ को पकड़ा है। इस नाव में चालक दल के साथ पाकिस्तानी सवार थे।
दरअसल, न्यूज एजेंसी ने बताया कि पाकिस्तानी नाव भारतीय जलक्षेत्र में प्रवेश करने की कोशिश कर रही थी। फिलहाल भारतीय तटरक्षक बल के अधिकारियों ने कहा है कि पाकिस्तानी चालक दल को पूछताछ के लिए पोरबंदर लाया जा रहा है।
अधिकारियों के मुताबिक पाकिस्तानी नाव भारतीय जल क्षेत्र के अंदर छह से सात मील की दूरी में प्रवेश कर चुकी थी। जैसे ही भारतीय तटरक्षक जहाज को पाकिस्तानी नाव ने देखा वे वापस भागने लगे, इसके बाद उनको पकड़ा गया।
बता दें कि इससे पहले शुक्रवार को ही बीएसएफ ने पंजाब के फिरोजपुर जिले में सीमा पर पाकिस्तान की नाव पकड़ी गई थी। बीएसएफ के एक अधिकारी ने बताया था कि पेट्रोलिंग के दौरान अंतरराष्ट्रीय सीमा पर नाव पकड़ी गई थी। ऐसे नाव के इस्तेमाल से ड्रग्स की खेप पहुंचाई जाती है।
ठंड के दिनों में पाकिस्तानी घने कोहरे का फायदा उठाकर ड्रग्स की सप्लाई करते हैं।पंजाब में तो हाल के दिनों में पाकिस्तान के कई सारे ड्रोन भी पकड़े गए हैं। पिछले महीने इंडियन कोस्‍ट गार्ड और गुजरात एटीएस ने एक संयुक्‍त अभियान चलाकर पाकिस्‍तानी नौका को भारतीय समुद्री सीमा में पकड़ा था। इसकी तलाशी के दौरान इसमें 77 किलो हेरोइन बरामद की गई थी। अंतरराष्‍ट्रीय बाजार में इसकी कीमत करीब 400 करोड़ रुपये आंकी गई। इस दौरान पाकिस्‍तानी नौका से 6 लोगों को भी पकड़ा गया था।

अंतरिक्ष को लेकर अमेरिका-चीन में जंग के हालात
अखिलेश पांडेय     
वाशिंगटन डीसी। अंतरिक्ष की दुनिया में अमेरिका और चीन के बीच रेस शुरू हो चुकी है। दोनों देशों के बीच अब अंतरिक्ष को लेकर जंग छिड़ती दिखाई दे रही है। चांद को लेकर अमेरिका और चीन के बीच प्रतिद्वंदिता नजर आ रही है। अमेरिका के नील आर्मस्ट्रॉन्ग अपोलो 11 मिशन के तहत 20 जुलाई 1969 को पहली बार चांद पर कदम रखा था। इसके बाद अमेरिका ने अगले तीन साल तक अंतरिक्षयात्रियों के साथ कई अपोलो यान को चांद पर भेजा। लेकिन अमेरिका को लगा कि यह मिशन खर्चीला है और उसे चांद से कुछ फायदा नहीं होने वाला है, तो उसने चंद्रयात्राओं का बंद कर दिया। 
साल 1972 में आखिरी अपोलो यान चांद पर गया था। अब एक बार फिर अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा मून मिशन की तैयारी में जुट गई है। अब आर्टेमिस प्रोग्राम के तहत मानव रहित अंतरिक्ष यान को चांद पर भेजेगा जिसे फिर वापस धरती लाने की योजना है। अमेरिका अब चांद पर स्थायी रूप से डेरा जमाने की तैयारी शुरू कर रहा है। अमेरिका के इस मिशन में दुनिया की तीन बड़ी अंतरिक्ष एजेंसियां उसके साथ हैं। इन तीनों एजेंसियों का संबंध यूरोप, कनाडा और जापान से हैं। आर्टेमिस मिशन के लिए नासा ने इस अंतरिक्ष एजेंसियों के साथ समझौता किया है।
इन तीनों स्पेस एजेंसियों के अलावा नासा ने और भी कई देशों के साथ आर्टेमिस समझौता किया है जिनमें मेक्सिको, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, न्यूजीलैंड, दक्षिण कोरिया, इटली, यूक्रेन, पोलैंड और लग्जेमबर्ग की स्पेस एजेंसियां शामिल हैं। इस समझौते के मुताबिक, वैज्ञानिक प्रयोगों और चंद्र-संसाधनों के दोहन में उनकी भी साझेदारी हो सकती है। 
हालांकि रूस ने इस समझौते से दूरी बनी ली है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, रूस ने इस अभियान के अमेरिका-केंद्रित होने की वजह से अपने हाथ पीछे खींच लिए। रूस को लगता है कि चीन के साथ मिलकर एक समानांतर चंद्र-अभियान में शामिल होना बेहतर विकल्प हो सकता है। 

चंद्रमा से जुड़े प्रयोगों में चीन दुनिया के दूसरे देशों से बहुत आगे हैं। इस सदी में चीन ने चांद पर सफलता पूर्वक अपना रोवर उतारा, लंबे समय तक ज़मीनी प्रेक्षण किया और चंद्रमा से एक किलो 731 ग्राम नमूने ले आया है। इसके अलावा चीन के दो रोवर- झूरोंग और यूटू-2 अभी भी चांद उम्मीद की जा रही है कि अमेरिका 2035 में चांद पर अपने ठिकाना बनाने का अपना लक्ष्य हासिल कर लेगा। दोनों अभियानों के प्रस्ताव के मुताबिक, अमेरिका चंद्रमा की सतह की जगह उसकी कक्षा में अपना अड्डा बनाना चाहता है, तो वहीं चीन सतह पर ही अपना बेस कैंप तैयार करना चाहता है।  अब ऐसा लगा रहा है कि चंद्रमा में चीन की बढ़ती दिलचस्पी को देखकर अमेरिका इस तरफ लौट रहा है। अमेरिका को चंद्रमा पर मिलने वाला एक खनिज हीलियम आर्थिक दृष्टि से आकर्षित कर रहा है। चंद्रमा से हीलियम को लाना इतना आसान नहीं है। इसके अलावा कई और भी चीजें हैं जो अमेरिका को चंद्रमा की तरफ आकर्षित कर रही हैं। आने वाले दिनों में चांद को लेकर चीन और अमेरिका के बीच प्रतिद्वंदिता तेज हो सकती है।

शनिवार, 8 जनवरी 2022

चीन: कैफेटेरिया में विस्फोट, 16 लोगों की मौंत

चीन: कैफेटेरिया में विस्फोट, 16 लोगों की मौंत       

सुनील श्रीवास्तव         बीजिंग। दक्षिण पश्चिम चीन में शुक्रवार को एक कार्यालय के कैफेटेरिया में दोपहर के भोजन के समय हुए विस्फोट में 16 लोगों की मौत हो गई और 10 अन्य घायल हो गए। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। चोंगकिंग शहर के प्रशासन ने एक ऑनलाइन बयान में कहा कि विस्फोट का कारण गैस रिसाव हो सकता है।विस्फोट में कैफेटेरिया ढह गया जिससे पीड़ित अंदर फंस गए। आधिकारिक शिन्हुआ समाचार एजेंसी ने बताया कि बचावकर्मियों ने पीड़ितों को तलाशने के लिए रात में मलबे को हटाने का काम किया और आधी रात तक सभी शव बरामद कर लिए गए।

शिन्हुआ के अनुसार, जीवित बचे लोगों में से एक की हालत गंभीर है। वूलोंग डिस्ट्रिक्ट के एक सरकारी कार्यालय में दोपहर 12 बजकर 10 मिनट पर विस्फोट हुआ। यह डिस्ट्रिक्ट चोंगकिंग शहर के केंद्र से लगभग 75 किलोमीटर पश्चिम में है और अपनी सुंदर कार्स्ट रॉक संरचनाओं के लिए जाना जाता है।

विश्व: संक्रमितों की संख्या-30.25 करोड़ के पार 

अखिलेश पांडेय        वाशिंगटन डीसी। दुनिया इस समय कोरोना वायरस (कोविड-19) महामारी की कहीं तीसरी और कहीं चाथी लहर का सामना कर रही है। इसी क्रम में विश्व में कोरोना संक्रमितों की संख्या लगातार बढ़कर 30.25 करोड़ के पार पहुंच गई है। जॉन्स हॉपकिन्स विश्वविद्यालय द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, विश्व में कोरोना वायरस से संक्रमितों की संख्या बढ़कर 30,25,88,049 हो गई है।

वहीं इस बीमारी से अब तक 54 लाख 78 हजार 731 लोगों की मौत हो चुकी है। बीमारी की गंभीरता को देखते हुए दुनियाभर में चलाए जा रहे कोविड टीकाकरण के तहत अब तक नौ अरब 37 करोड़ 29 लाख तीन हजार 970 लोगों को टीके दिए जा चुके है। इसी क्रम में कई देशों में तीसरी डोज और बूस्टर डोज भी दी जा रही है।

स्वास्थ्य मंत्री ने 'बूस्टर' खुराक देने की सिफारिश की

सुनील श्रीवास्तव       सिंगापुर। सिंगापुर के स्वास्थ्य मंत्री ओंग ये कुंग ने कहा कि अभी यह बताना ”बहुत जल्दबाजी” होगी कि क्या कोविड-19 रोधी टीके की और खुराकों की आवश्यकता पड़ेगी ? उन्होंने शुक्रवार को कहा, ”इस सवाल का जवाब देना अभी बहुत जल्दबाजी होगी। अगर हम इंफ्लुएंजा जैसे स्थानिक रोगों को देखे तो लोग अपनी सुरक्षा के लिए हर साल टीके लगवाते हैं। क्योंकि इंफ्लुएंजा का वायरस उत्परिवर्तित होता रहता है। इसलिए हर साल टीके की एक नयी खुराक की आवश्यकता होती है।

चैनल न्यूज एशिया ने मंत्री के हवाले से कहा, ” क्या हमें भविष्य में कोविड-19 रोधी टीकों की खुराकों की आवश्यकता है तो यह इस पर निर्भर करता है कि तीन खुराकों से मिली सुरक्षा कितनी तेजी से खत्म होती है और क्या वायरस उत्परिवर्तित होता है।” ओंग ने कहा कि इजराइल ही अभी तक ऐसा देश है जहां उन लोगों को चौथी खुराक दी गयी है जिनकी प्रतिरक्षा प्रणाली कमजोर है।

देश में फाइजर-बायोएनटेक टीके की चौथी खुराक 60 साल से अधिक आयु के लोगों, स्वास्थ्य कर्मियों और कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली वाले मरीजों को दी जा रही है। मंत्री ने अपने फेसबुक पोस्ट में कई सवालों का जवाब देते हुए उन लोगों को बूस्टर खुराक देने की सिफारिश की। जो कोविड-19 से उबर चुके हैं। इस बीच, स्वास्थ्य मंत्रालय ने शुक्रवार दोपहर तक कोविड-19 के 777 नए मामलों की पुष्टि की, जिनमें से 396 मामले विदेश से आए लोगों के हैं। दो मरीजों की मौत होने देश इस महामारी से जान गंवाने वाले लोगों की संख्या 837 हो गयी है। इसके अलावा मंत्रालय ने शुक्रवार को ओमीक्रोन के 535 नए मामलों की भी पुष्टि की।

चीन: चिकित्सा देखभाल केंद्र में आग, 5 की मौंत

अखिलेश पांडेय        बीजिंग। चीन के हुनान प्रांत में शनिवार तड़के एक चिकित्सा देखभाल केंद्र में आग लगने से पांच लोगों की मौत हो गई। स्थानीय अधिकारियों ने यह जानकारी दी है। मीडिया विभाग ने बताया कि हेंगयांग के शिगू जिले में यह हादसा हुआ। हादसे के समय केंद्र में 19 लोग थे। 

उन्होंने बताया कि पांच लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया और 14 अन्य लोगों को इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया था जिनमें से पांच लोगों की मौत हो गई है। दुर्घटना के कारणों की जांच की जा रही है।

सड़क किनारे 9 शव मिलने पर संदेह जताया

सुनील श्रीवास्तव          मेक्सिको सिटी। मेक्सिको के खाड़ी तट पर स्थित राज्य वेराक्रूज में सड़क किनारे 9 शव मिले हैं। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। राज्य पुलिस के सुरक्षा विभाग ने इन हत्याओं को ‘अपराध से निपटने के लिए किए जा रहे काम के नतीजों की प्रतिक्रिया’ बताया है। वेराक्रूज के गवर्नर कुइत्लाहुएक गार्शिया ने कहा कि शुक्रवार को घटनास्थल पर 9 शव पाए गए और उन्होंने इन हत्याओं में गिरोहों के शामिल होने का संदेह जताया है। गार्शिया ने कहा कि हम आपराधिक गिरोहों के बीच बदले के किसी भी कृत्य को बर्दाश्त नहीं करेंगे।’

उन्होंने यह भी कहा कि पूर्व में वेराक्रूज प्रशासनों ने मादक पदार्थ की तस्करी करने वाले गिरोहों के साथ समझौते किए थे लेकिन ये गिरोह ‘थोड़े गुस्से’ में थे कि ऐसे समझौते लागू नहीं किए जाते। स्थानीय मीडिया ने बताया कि घटनास्थल से हाथ से लिखा एक पत्र मिला है। जिसमें प्राधिकारियों को धमकी दी गयी है और इस पर ”चार अक्षरों” में हस्ताक्षर किया गया है। जिसका आम तौर पर मतलब जैलिस्को कार्टल गिरोह से होता है।

'स्वास्थ्य' सेवाओं के लिए कुछ सप्ताह कठिन होंगे

अखिलेश पांडेय         लंदन। ब्रिटेन के स्वास्थ्य मंत्री सैय्यद जावेद ने कहा कि देश में लगातार बढ़ रहे कोरोना के मामलों को देखते हुए राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवाओं के लिए आगामी कुछ सप्ताह कठिन होंगे। दक्षिण लंदन के एक अस्पताल के दौरा करते हुए जावेद ने कहा कि ये स्वास्थ्य सेवा के लिए ‘चुनौतीपूर्ण समय” है और लोग जो “सबसे अच्छी बात” कर सकते हैं, वह है कि वे कोविड बूस्टर डोज लगवाये।

उन्होंने कहा कि हम अब जानते हैं कि ओमीक्रोन कम गंभीर है और हम निश्चित रूप से जानते हैं कि एक बार जब आप बढ़ जाते हैं, तो अस्पताल में भर्ती होने की आशंका होती है। हमारे नवीनतम विश्लेषण से पता चलता है यह वेरिएंट डेल्टा के मुकाबले 90 प्रतिशत कम घातक है।” शुक्रवार को जारी आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, ब्रिटेन में पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस के एक लाख 78 हजार 250 नये मामले सामने आए। जिसके बाद देश में कोरोना के मामलों की संख्या बढ़कर 14,193,228 हो गई।


शुक्रवार, 7 जनवरी 2022

हाइपरसोनिक मिसाइल दागने का दावा: कोरिया

हाइपरसोनिक मिसाइल दागने का दावा: कोरिया

सुनील श्रीवास्तव         बीजिंग/ प्योंगयांग। चीन और उत्‍तर कोरिया से हाइपरसोनिक मिसाइलों और अंतरिक्ष आधारित हथियारों से बढ़ते खतरे से निपटने के लिए अमेरिका और जापान एक नए रक्षा सहयोग समझौते पर हस्‍ताक्षर करने जा रहे हैं। अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकेन ने गुरुवार को इस समझौते का ऐलान किया। दोनों ही देशों के विदेश मंत्रियों ने इस पंचवर्षीय सुरक्षा समझौते को लेकर आपस में बात की है। अमेरिकी और जापानी विदेश मंत्री ने यह बातचीत ऐसे समय पर की है। जब उत्‍तर कोरिया ने हाइपरसोनिक मिसाइल दागने का दावा किया है।

एंटनी ब्लिंकन ने कहा कि अमेरिका-जापान गठबंधन को न केवल हमारे पास मौजूद तरीकों को मजबूत करना होगा, बल्कि नए तरीकों को तलाश करना होगा। उनका इशारा यूक्रेन सीमा पर रूस की सैन्‍य तैनाती, ताइवान के खिलाफ चीन के उकसावे वाली कार्रवाई और उत्‍तर कोरिया का हाइपसोनिक मिसाइल लॉन्‍च शामिल है। रूस, चीन और अमेरिका तीनों ही देश हाइपरसोनिक मिसाइलें बनाने में पूरी ताकत से जुटे हुए हैं जो अपनी तेज रफ्तार और रास्‍ता बदलने की क्षमता के कारण पकड़ में नहीं आती हैं।


यूरोपीय सुरक्षा के लिए बड़ी चुनौती पेश की: रूस

अखिलेश पांडेय       वाशिंगटन डीसी। अमेरिका और जर्मनी ने कहा है कि यूक्रेन की सीमा के पास रूस के सैन्य जमावड़े ने यूरोपीय सुरक्षा के लिए ‘तत्काल और बड़ी चुनौती पेश की’ है तथा किसी भी हस्तक्षेप के ‘गंभीर परिणाम’ होंगे। अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन और जर्मनी की विदेश मंत्री एनालेना बारबॉक ने बुधवार को वॉशिंगटन में बैठक के बाद रूस के मुद्दे पर एक राय जताने की कोशिश की। ब्लिंकन ने कहा, ‘जर्मनी और अमेरिका दोनों यूक्रेन के प्रति रूस की हरकत को यूरोप में शांति और स्थिरता के लिए तत्काल और बड़ी चुनौती के रूप में देखते हैं।’अमेरिकी विदेश मंत्री ने कहा, ‘हम यूक्रेन की सीमा पर रूस के सैन्य जमावड़े की निंदा करते हैं। रूस की तीखी बयानबाजी की भी हम निंदा करते हैं क्योंकि वह झूठी धारणा फैला रहा है कि यूक्रेन उकसावेबाजी कर रहा है।’ बारबॉक ने ब्लिंकन के बयान से सहमति जताते हुए कहा, ‘हमने संयुक्त रूप से कहा है कि रूस की कार्रवाई और गतिविधियां बिल्कुल स्पष्ट हैं और अगर रूस यूक्रेन की संप्रभुता का उल्लंघन करेगा तो उसके गंभीर परिणाम होंगे।’ ब्लिंकन-बारबॉक की इस बैठक के एक सप्ताह पहले अमेरिकी राष्ट्रपति जो बायडेन और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने फोन पर वार्ता की थी।

बाइडेन ने यूक्रेन के राष्ट्रपति व्लोदिमीर जेलेंस्की से भी रविवार को बात की थी। ब्लिंकन ने कहा, ‘मूल सवाल यह है कि क्या रूस कूटनीति को लेकर गंभीर है, क्या वह तनाव कम करना चाहता है? देखते हैं अगले कुछ सप्ताह में क्या हालात पैदा होते हैं।’ बायडेन प्रशासन रूस के खिलाफ कार्रवाई के लिए अंतरराष्ट्रीय सहमति बनाने का प्रयास कर रहा है और इसके लिए जर्मनी का साथ जरूरी है। यूरोप की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाले देश जर्मनी का साथ मिल जाने से अमेरिका को रूस के खिलाफ कदम उठाने में मदद मिलेगी।

वरिष्ठ सैन्य जनरल को अमेरिकी कमांडर नामित किया

अखिलेश पांडेय        वाशिंगटन डीसी। इराक और अफगानिस्तान युद्ध के दौरान अहम भूमिका निभा चुके एक वरिष्ठ सैन्य जनरल को पश्चिम एशिया के लिए शीर्ष अमेरिकी कमांडर नामित किया गया है। अधिकारियों ने बताया कि राष्ट्रपति जो बाइडन ने लेफ्टिनेंट जनरल एरिक कुरिला को अमेरिकी मध्य कमान का प्रमुख नामित किया है और उन्हें प्रोन्नत करके चार स्टार जनरल बनाया जाएगा। वर्तमान में कुरिला तीन स्टार जनरल हैं। संसद की सशस्त्र सेवा समिति के एक नोटिस में कहा गया है कि कुरिला को जनरल नामित किया गया है। इसमें यह जानकारी नहीं दी गई कि यदि उन्हें नियुक्ति मिल जाती है तो उन्हें क्या काम करना होगा, लेकिन इस पद पर उनके नामांकन की चर्चा काफी वक्त से थी।

संसद ने यदि कुरिला के नाम को मंजूरी दे दी तो वह मरीन जनरल फ्रैंक मैकेंजी का स्थान लेंगे। मैकेंजी पिछले तीन वर्षों से इस पद पर हैं और सेवानिवृत्त होने वाले हैं। कुरिला ऐसे वक्त में यह अहम पद संभालेंगे जब अमेरिका हिंद प्रशांत क्षेत्र और चीन की बढ़ती आक्रामकता को रोकने पर ध्यान केन्द्रित कर रहा है। इसके साथ ही यूक्रेन की सीमा पर रूस के बढ़ते सैन्य दखल को लेकर दोनों देशों के बीच संबंध तल्ख हैं। कुरिला वर्तमान में नॉर्थ कैरोलिना के फोर्ट ब्रैग में 18वें एयरबोर्न कॉप के कमांडर हैं।

गुरुवार, 6 जनवरी 2022

ओमिक्रोन के बीच 'ग्रैमी अवार्ड्स' समारोह स्थगित

ओमिक्रोन के बीच 'ग्रैमी अवार्ड्स' समारोह स्थगित 

सुनील श्रीवास्तव       सैक्रामेंटो। कैलिफोर्निया ने कोरोना वायरस के नए स्वरूप ‘ओमिक्रोन’ के बढ़ते मामलों के बीच लॉस एंजिलिस में आयोजित होने वाले ‘ग्रैमी अवार्ड्स’ समारोह को बुधवार को स्थगित कर दिया गया। यह समारोह 31 जनवरी को लॉस एंजिलिस के ‘क्रिप्टो डॉट कॉम एरिना’ में आयोजित किया जाना था। समारोह के लिए नई तारीख की घोषणा अभी नहीं की गई है। ‘रिकॉर्डिंग एकेडमी’ ने कहा कि ” शहर और राज्य के अधिकारियों, स्वास्थ्य एवं सुरक्षा विशेषज्ञों, कलाकार समुदाय और हमारे कई सहयोगियों के साथ गहन विचार-विमर्श के बाद” कार्यक्रम स्थगित करने का निर्णय किया गया। ‘रिकॉर्डिंग एकेडमी’ ने एक बयान में कहा, ” ‘ओमीक्रोन’ के कारण, 31 जनवरी को कार्यक्रम आयोजित करने में बहुत अधिक खतरा था।”

पिछले साल भी कोविड-19 संबंधी चिंताओं के कारण इस कार्यक्रम को स्थगित कर दिया गया था। 2021 में, जनवरी में इसे स्थगित कर मध्य मार्च में लॉस एंजिलिस के ‘कन्वेंशन सेंटर’ में आयोजित किया गया था। ग्रैमी के अलावा पिछले वर्ष कई बड़े पुरस्कार समारोह भी स्थगित किए गए थे।

चीन के साथ विवाद में लिथुआनिया का समर्थन किया

अखिलेश पांडेय        वाशिंगटन डीसी। अमेरिका और जर्मनी ने चीन के साथ विवाद में लिथुआनिया का समर्थन किया और कहा कि बीजिंग द्वारा इस छोटे से बाल्टिक देश पर दबाव डालना अनुचित है। दरअसल लिथुआनिया ने पिछले साल विलनियस में ताइवान को ताइपे नाम के बजाए अपने ही नाम पर कार्यालय खोलने की मंजूरी दी थी। यह एक ऐसा कदम है, जिसे उठाने से दुनिया के ज्यादातर देश बचते हैं क्योंकि इससे उन्हें चीन की नाराजगी मोल लेनी पड़ सकती है। चीन ताइवान को अपना हिस्सा मानता है और उसे कोई राजनयिक पहचान नहीं देता है। लिथुआनिया के इस कदम से चीन नाराज हो गया और उसने विलनियस से अपने राजदूत को बुला लिया और बीजिंग से लिथुआनिया के राजदूत को देश से जाने के लिए कह दिया।

अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने जर्मनी की अपनी समकक्ष के साथ हुई बैठक के बाद बुधवार को कहा कि लिथुआनिया पर दबाव डालने के चीन की सरकार के कदम से वे चिंतिंत हैं। इस देश की आबादी 30 लाख से भी कम है। जर्मनी की विदेश मंत्री एनालेना बेरबोक ने कहा,” यूरोपीय होने के नाते हम लुथिआनिया के प्रति एकजुटता व्यक्त करते हैं।” ब्लिंकन ने कहा कि चीन यूरोपीय और अमेरिकी कंपनियों पर दबाव डाल रहा है कि वे लिथुआनिया में बने घटकों से उत्पाद बनाना बंद करें या चीनी बाजार में पहुंच समाप्त होने के खतरे का सामना करें।

संयुक्त राष्ट्र शांतिरक्षकों के समूह पर हमला: लेबनान

अखिलेश पांडेय            बेरूत। अज्ञात हमलावरों ने दक्षिणी लेबनान में संयुक्त राष्ट्र शांतिरक्षकों के एक समूह पर हमला किया, उनके वाहनों में तोड़-फोड़ की और उनके सामान छीन लिए। संयुक्त राष्ट्र के एक अधिकारी ने बुधवार को यह जानकारी दी। यूनान में संयुक्त राष्ट्र के अंतरिम बल (यूएनआईएफआईएल) ने लेबनान के अधिकारियों से मामले की त्वरित जांच करने और हमले के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है।

यह जानकारी यूएनआईएफआईएल की प्रेस अधिकारी कनडाइस आर्डिल ने दी। उन्होंने बताया कि घटना मंगलवार रात की है। वहीं स्थानीय मीडिया ने अपनी खबर में कहा कि दक्षिणी कस्बे बिंट जबील के लोग आयरलैंड के शांतिरक्षकों से भिड़ गए क्योंकि वे घरों की तस्वीरें ले रहे थे। खबर में कहा गया कि संयुक्त राष्ट्र बल के साथ लेबनान के सैनिक नहीं थे। संयुक्त राष्ट्र ने इन खबरों से इनकार किया कि शांतिरक्षक घरों की तस्वीरें ले रहे थे। संयुक्त राष्ट्र के प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक ने न्यूयॉर्क में कहा कि वे नियमित गश्त के लिए लेबनान सशस्त्र बलों के अपने सहयोगियों के पास जा रहे थे। दुजारिक ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र शांतिरक्षकों की आवाजाही की स्वतंत्रता का सम्मान करने की मांग करता है, जो संयुक्त राष्ट्र और लेबनान की सरकार के बीच बलों के समझौते के तहत अनिवार्य है और जो 2006 के संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद प्रस्ताव के तहत भी आता है।

गौरतलब है कि बिंट जबील हिजबुल्ला का गढ़ है और 2006के युद्ध के दौरान इसका अधिकतर हिस्सा तबाह हो गया था। आर्डिल ने कहा कि जो अफवाह फैलाई जा रही है उससे ठीक विपरीत शांतिरक्षक नियमित गश्त के लिए लेबनान के सैनिकों के पास जा रहे थे। उन्होंने कहा कि यूएनआईएफआईएल हमले की निंदा करता है। यूएनआईएफआईएल का गठन 1978 के हमले के बाद इजराइली सैनिकों की वापसी की प्रक्रिया पर नजर रखने के लिए किया गया था। इजराइल और हिजबुल्ला के बीच 2006 में एक माह तक चले युद्ध के बाद मिशन को बढ़ा दिया गया था।

श्रीलंका ने 12 'भारतीय' मछुआरों को रिहा किया

कोलंबो। श्रीलंका की एक अदालत ने 12 भारतीय मछुआरों को रिहा कर दिया है। जिन्हें देश के जलक्षेत्र में मछली पकड़ने के आरोप में हिरासत में लिया गया था। यहां भारतीय उच्चायोग इन मछुआरों को तमिलनाडु भेजने के लिए कदम उठा रहा है। मन्नार की अदालत द्वारा रिहा किए गए मछुआरों को श्रीलंका की नौसेना ने 19 दिसंबर, 2021 को मन्नार में हिरासत में लिया था। जाफना में भारत के वाणिज्य दूतावास ने ट्विटर पर कहा कि हिरासत में लिए गए इन 12 मछुआरों को बृहस्पतिवार को मन्नार अदालत ने रिहा कर दिया। जाफना में महावाणिज्य दूतावास (सीजी जाफना) ने अदालत में मछुआरों के मामलों का प्रतिनिधित्व कर उन्हें कानूनी सहायता प्रदान की और उनकी शीघ्र रिहाई में मदद की।

इससे पहले, यहां भारतीय उच्चायोग ने ट्विटर पर कहा कि मन्नार में अपने वकील से यह जानकर खुशी हुई कि तमिलनाडु के 13 भारतीय मछुआरों को रिहा किया जा रहा है। भारतीय उच्चायोग ने कहा कि अदालत के फैसले के तुरंत बाद हमारे अधिकारी ने भारतीय मछुआरों से मुलाकात की और उन्हें मिठाई दी। हम उनकी जल्द वापसी के लिए कदम उठा रहे हैं। पिछले महीने भारत ने श्रीलंका के अधिकारियों द्वारा तमिलनाडु के 68 मछुआरों को हिरासत में लिए जाने पर चिंता व्यक्त की थी और कहा था कि मछुआरों की ‘जल्द रिहाई’ का मुद्दा श्रीलंका के समक्ष उठाया गया है। मछुआरों का मुद्दा भारत और श्रीलंका के संबंधों में अड़चनों में से एक बना हुआ है।

बुधवार, 5 जनवरी 2022

चीन ने अपनी सैन्‍य ताकत में इजाफा किया, बदलाव

चीन ने अपनी सैन्‍य ताकत में इजाफा किया, बदलाव
सुनील श्रीवास्तव      
बीजिंग। चीन के राष्‍ट्रपति शी चिनफ‍िंग के सत्ता में रहते हुए चीनी सेना के अंदर बड़ा बदलाव आया है। यह दुनिया की अधिक सक्षम और विश्व स्तरीय आधुनिक सेना बनी है। चीन ने अपनी सैन्‍य ताकत में इतना इजाफा कर लिशया है कि वह अमेरिका की भी नहीं सुन रहा है। वह अमेरिका को एक तरह से खुली चुनौती दे रहा है। ऐसे में सवाल उठता है कि आखिर अपने किन हथियारों के बल पर चीन इतराता है। क्‍या उसकी सैन्‍य क्षमता इतनी बढ़ गई है कि वह अमेरिका जैसे महाशक्तिशाली देश को चुनौती दे सके। आइए जानते हैं कि आखिर चीन के पास कौन-कौन से खतरनाक हथियार हैं, ज‍िससे अमेरिका भी घबड़ाता है।हाल में चीनी राष्‍ट्रपति चिनफ‍िंग ने कहा था कि उन्‍होंने सेना को आधुनिक बनाया है। चीनी राष्‍ट्रपति ने कहा कि युद्ध लड़ने और जीतने के लिए उन्‍होंने एक ताकतवर सेना तैयार की है। सात वर्ष पूर्व चीनी सेना में पीएलए राकेट फोर्स की स्‍थापना हुई थी। इस सेना ने पहली बार वर्ष 2015 सैन्‍य परेड में प्रदर्शन किया था। इस सेना ने पांच माडल प्रदर्शित किए थे, जिनमें नए और पुराने दोनों तरह के माडल थे। 
इसमें परंपरागत राकेट से लेकर परमाणु मिसाइल तक शामिल थे।इसमें नई जनरेशन की डागफेंग डीएफ-31एजी इंटरकांटिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल शामिल है। इसकी मारक क्षमता 10,000 किलोमीटर तक है। इसके अलावा मध्‍यम दूरी की मार करने वाली बैलिस्टिक मिसाइल डीएफ-21डी भी है। इस मिसाइल को कैरियर किलर भी कहा जाता है। गत वर्ष चीनी सेना की परेड के दौरान करीब 16 डीएफ-31एजी मिसाइल को दिखाया था। इस मिसाइल को डीएफ-31ए का विकसित रूप माना जाता है।इस दौरान चीन ने अपने नए डिफेंस मिसाइल का भी प्रदर्शन किया था। इसमें एचक्‍यू-9बी और एक्‍यू-22 मिसाइल शामिल थीं। एचक्‍यू-9बी जमीन से हवा में मार करने में सक्षम है। एचक्‍यू-22 विमान और क्रूज मिसाइलों को रोकने में काम आता है। एचक्‍यू-9बी मोबाइल एयर डिफेंस सिस्‍टम एचक्‍यू-9 का विकसित रूप है। चीन ने इसे विवादित दक्षिण चीन सागर में तैनात किया गया है।
 चीन अपने जे-16 विमान पर भी इतराता है। पिछले वर्ष जे-16 फाइटर जेट को पहली बार पेश किया था। यह जे-11बी तकनीक पर विकसित किया गया है। यह कहा जाता है कि यह सुखोई-30 एमकेके का ही संशोधित रूप है। जे-16 दो सीटों वाला फाइटर विमान है। इस विमान में दो इंजन हैं। यह हवा से हवा में और हवा से पानी पर भी मार करने में सक्षम हैं। इस विमान को नौसेना के लिए तैयार किया गया है। जंग के दौरान जे-16 की जबरदस्‍त क्षमता है। इसमें लगा रडार दुनिया का सबसे बेहतरीन रडार है। चीन का फाइटर जेट जे-20 चौथी जेनरेशन का फाइटर है। जे-20 फाइटर विमान लंबी दूरी तक मार करने में सक्षम है।पिछले वर्ष चीन ने अपने अत्याधुनिक इलैक्ट्रानिक युद्ध उपकरणों को दुनिया के सामने दिखाया था। चीन ने पहली बार अपनी सूचना तंत्र की क्षमता को सार्वजनिक तौर पर प्रदर्शित किया। इस दौरान जंग के मैदान में दुश्मनों के रडार को नकाम करने वाले 16 इलेक्ट्रानिक उपकरणों को प्रदर्शित किया गया था। इसके अलावा दो इलेक्ट्रानिक टोही वाहन भी प्रदर्शित किए गए थे। ये दोनों ही दुश्मनों के सिस्टम को पहले ही रोकने और उसे अक्षम बनाने की क्षमता रखते हैं।
चीनी सेना के आधुनिकीकरण के साथ ही ड्रैगन इस मामले में अमरीका के करीब पहुंचता जा रहा है। इन हथियारों को देखकर लगता है कि पीएलए ने 1927 में नानचांग में अपने उदय से लेकर अब तक में काफी दूरी तय कर ली है। हालांकि यह सत्‍य है कि ज्‍यादातर हथियारों की वास्तविक लड़ाई में आजमाया जाना बाकी है।

जनरल मोटर्स का 90 साल से चला रहा दबदबा खत्म
अखिलेश पांडेय        
वाशिंगटन डीसी। अमेरिकी की दिग्गज ऑटो कंपनी जनरल मोटर्स का 90 साल से चला आ रहा दबदबा अब खत्म हो गया है। जनरल मोटर्स अब अमेरिका की सबसे ज्यादा कारें बेचने वाली कंपनी नहीं रह गई है। जापान की कंपनी टोयोटा ने उससे यह ताज छीन लिया है। टोयोटा ने पिछले साल अमेरिकी बाजार में 23 लाख से ज्यादा गाड़ियां बेची। उसने पिछले साल जनरल मोटर्स से पांच फीसदी यानी 114,000 ज्यादा गाड़ियां बेची।जनरल मोटर्स ने पिछले साल करीब 22 लाख गाड़ियां बेची जबकि 2020 में कंपनी ने 25 लाख गाड़ियां बेची थी। कंपनी का कहना है कि उसकी बिक्री में 13 फीसदी कमी आई है। 
सेमीकंडक्टर चिप की कमी से उसका उत्पादन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। जनरल मोटर्स का मुख्यालय डेट्रायट में है और अमेरिकी बाजार में सबसे ज्यादा कारें बेचना का तमगा 1931 से इसी कंपनी के पास था। हालांकि कंपनी का कहना है कि वह अपना ताज वापस पाने के लिए हरसंभव कोशिश करेगी।
एनालिस्ट्स का कहना है कि 2020 की तुलना में 2021 में अमेरिकी बाजार में नई कारों की बिक्री में दो फीसदी की बढ़ोतरी हुई। लेकिन यह प्री-कोविड लेवल से काफी कम है। कंपनियों को सप्लाई चेन की समस्याओं से गुजरना पड़ा रहा है। इससे कीमतों में भी तेजी आई है। लेकिन दूसरी ऑटो कंपनियों की तुलना में टोयोटा पर चिप की कमी का ज्यादा असर नहीं हुआ। इसकी वजह यह थी कि कंपनी ने 2011 में आए भूकंप और सूनामी के बाद चिप का भंडार बनाने का फैसला किया था।लेकिन महामारी शुरू होने से पहले ही अमेरिकी की टॉप कार कंपनियां बिक्री के मामले में इंटरनेशनल कंपनियों से पिछड़ने लगी थीं। कभी अमेरिकी में कारों की कुल बिक्री में फोर्ड, जनरल मोटर्स और क्रिसलर की 90 फीसदी हिस्सेदारी थी। 2008 तक देश में बिकने वाली आधी कारें इन्हीं कंपनियों की होती थी लेकिन अब यह स्थिति बदल गई है। टोयोटा की कैमरी पिछले 20 साल से अमेरिका में सबसे ज्यादा बिकने वाली पैसेंजर कार बनी हुई है जबकि बेस्ट सेलिंग एसयूवी का तमगा पिछले पांच साल से उसकी गाड़ी Rav4 के पास है। 2005 तक टोयोटा अमेरिकी बाजार में चौथे नंबर पर थी। लेकिन 2021 आते-आते यह स्थिति बदल गई। अब जीएम, फोर्ड और क्रिसलर की हिस्सेदारी घटकर 38 फीसदी रह गई है। अगर इसमें टेस्ला को भी शामिल कर लिया जाए तो यह 40 फीसदी पहुंचती है।

मंगलवार, 4 जनवरी 2022

एलिजाबेथ के निवेशकों से धोखाधड़ी, दोषी करार

एलिजाबेथ के निवेशकों से धोखाधड़ी, दोषी करार
अखिलेश पांंडेय        वाशिंगटन डीसी। थेरानोस के संस्थापक एलिजाबेथ होम्स के निवेशकों से धोखाधड़ी करने के मामले में दोषी करार दिए गए हैं। बीबीसी ने मंगलवार को अपनी रिपोर्ट में बताया कि थेरानोस के संस्थापक एलिजाबेथ होम्स को कैलिफोर्निया में एक महीने तक चली ऐतिहासिक सुनवाई के बाद निवेशकों को धोखा देने का दोषी ठहराया गया। अभियोजकों ने होम्स पर एक ऐसी तकनीक के बारे में जानबूझकर झूठ बोलने का आरोप लगाया, जिसके बारे में कहा गया था कि वह रक्त की कुछ बूंदों से ही विभिन्न बीमारियों का पता लगा सकती है। होम्स को चार आरोपों में दोषी पाया गया, जिसमें निवेशकों के खिलाफ धोखाधड़ी करने की साजिश और वायर धोखाधड़ी के तीन मामले शामिल थे। सैंतीस वर्षीय को अब 20 साल तक की जेल में रहना पड़ेगा। होम्स कुल 11 आरोपों का सामना करना कर रहे हैं और जनता को धोखा देने से संबंधित चार आरोपों का दोषी नहीं पाया गया।

लैटिन अमेरिका व कैरिबियाई के साथ समझौते किए
सुनील श्रीवास्तव     
बीजिंग। चीन अब अमेरिका को चारों ओर से घेरने की कोशिश करता नजर आ रहा है। ड्रैगन अमेरिका के पड़ोस में स्थित लैटिन अमेरिकी देशों में जबरदस्त निवेश कर रहा है। ऐसा लग रहा है। जैसे लैटिन अमेरिका को चीन 'अधिग्रहण' कर लेगा। हाल में चीन ने लैटिन अमेरिका और कैरिबियाई देशों के साथ संबंधों को गहरा करने के लिए कर्ज समेत कई बड़े सौदों पर हस्ताक्षर कर दिए हैं। इन देशों के साथ समझौते कर रहा चीन।
समझौतों में ब्राजील, अर्जेंटीना जैसे बड़े देशों सहित क्षेत्र के लगभग सभी देशों को शामिल किया गया है, जैसे- कोलंबिया, क्यूबा, बोलविया, इक्वेडोर, बाहमास, जमैका, वेनेजुएला, उरुग्वे और चिली। बीजिंग ने इन देशों के साथ परमाणु तकनीक साझा करने, 5जी नेटवर्क बनाने, अंतरिक्ष कार्यक्रम विकसित करने और सस्ते कर्ज जैसे समझौते कर रहा है। दशकों से जारी है इस इलाके में चीनी निवेश
इस क्षेत्र में चीनी निवेश और व्यापार ने अमेरिकी शक्ति को कम कर दिया है। चीन ने कई दशक से इस क्षेत्र में बंदरगाहों, सड़कों और बिजली संयंत्रों जैसे महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे के निर्माण के लिए सैकड़ों अरबों डॉलर डाले हैं।विश्लेषकों ने चेतावनी दी है कि बीजिंग ने अमेरिका के पड़ोसी देशों को 'अधिग्रहण' करने की योजना बनाई है और यह अमेरिका के लिए 'बढ़ता खतरा' है। चीन ने चीनी भाषा और 'संस्कृति' सिखाने वाले स्कूलों और फंड कक्षाओं का निर्माण करने का भी वादा किया है, हालांकि इस तरह के संस्थानों की आलोचना कहीं और चीनी राज्य के प्रचार को बढ़ावा देने और अकादमिक स्वतंत्रता को सीमित करने के लिए की गई है।
हेरिटेज फाउंडेशन के एक शोधकर्ता माटेओ हैदर ने कहा, 'लैटिन अमेरिका में चीन के प्रमुख प्रभाव बनने की महत्वाकांक्षाएं हैं।
अमेरिका के लिए यह चुनौती व्यापक है, और वहां पूरी तरह से एक सुरक्षा और सैन्य हित है। वह खतरा बढ़ रहा है, और यह सोवियत संघ के साथ हमने जो देखा, उससे अलग तरह का खतरा है।
यूएस आर्मी वॉर कॉलेज के प्रोफेसर इवान एलिस ने कहा। 'चीनी यह नहीं कहते हैं। हम लैटिन अमेरिका पर कब्जा करना चाहते हैं।  लेकिन उन्होंने स्पष्ट रूप से एक बहुआयामी रणनीति निर्धारित की, जो सफल होने पर, उनके महत्वपूर्ण रूप से विस्तार करेगी।

नए साल की संध्‍या पर जुड़वा बच्‍चों का जन्‍म: अमेरिका
अखिलेश पांडेय    
वाशिंगटन डीसी। अमेरिका के कैलिफोर्निया राज्‍य में अपनी तरह के दुर्लभ मामले में नए साल की पूर्व संध्‍या पर जुड़वा बच्‍चों का जन्‍म हुआ है। इनमें से एक बच्‍चे का साल 2021 और दूसरे बच्‍चे का साल 2022 में जन्‍म हुआ है। बताया जा रहा है कि इन बच्‍चों की मां का नाम फातिमा मद्रीगाल है और वह शुक्रवार रात को हुई इस अद्भुत घटना से पूरी तरह से हैरान हैं। कैलिफोर्निया के अस्‍पताल में पहले बच्‍चे का जन्‍म 31 दिसंबर को रात 11.45 बजे हुआ और दूसरे बच्‍चे का जन्‍म करीब 15 मिनट बाद एक जनवरी साल 2022 को हुआ।
डॉक्‍टरों ने शनिवार को जारी अपने एक बयान में कहा क‍ि ये जुड़वा बच्‍चे दो अलग-अलग सालों में हुए हैं, ऐसा 20 लाख मामलों में एक ही होता है। नटिविदाद मेडिकल सेंटर के एक फैमिली डॉक्‍टर ने कहा, 'यह निश्चित रूप से मेरे कैरियर के सबसे यादगार बच्‍चों के जन्‍म में से एक है।' उन्‍होंने कहा, 'इन मासूम बच्‍चों को साल 2021 और साल 2022 में जन्‍म लेने में मदद करके मैं बहुत सुखद महसूस कर रहा हूं। नए साल को शुरू करने का क्‍या शानदार तरीका है।'अस्‍पताल ने भी ट्वीट करके बताया कि यह 20 लाख में एक ही होता है जब दो जुड़वा बच्‍चों के जन्‍म का दिन, महीना और साल अलग-अलग हो। अमेरिका में हर साल 120,000 जुड़वां बच्‍चों का जन्‍म होता है। इन बच्‍चों के जन्‍मदिन, महीना और साल अलग-अलग होना अपने आप में दुर्लभ होता है। इस दुर्लभ घटना पर बच्‍चों की मां ने कहा, 'यह मेरे लिए बावली होने जैसा मामला है। क्‍योंकि दोनों बच्‍चों का जन्‍मदिन अलग-अलग है।'
मां फातिमा मद्रीगाल ने कहा, 'मैं आश्‍चर्य में हूं और खुश हूं कि मेरी बेटी मध्‍यरात्रि को आई।' नटिविवाद मेडिकल सेंटर ने कहा कि साल 2022 में जन्‍मी अयलिन इस इलाके में जन्‍मी पहली बच्‍ची है। अमेरिका में जन्‍म लेने वाले कुल बच्‍चों में 3 प्रतिशत जुड़वा बच्‍चे होते हैं। इससे पहले अमेरिका के इंडियाना इलाके में एक महिला ने अलग-अलग दिन, महीने और दशक में जुड़वां बच्‍चों को जन्‍म‍ दिया था। उनके एक बच्‍चे का जन्‍म 31 दिसंबर 2019 और दूसरे बच्‍चे का जन्‍म 1 जनवरी, 2020 को हुआ था।

सोमवार, 3 जनवरी 2022

'क्रूज पोत' पर सवार 28 लोग संक्रमित मिलें: ब्राजील

'क्रूज पोत' पर सवार 28 लोग संक्रमित मिलें: ब्राजील

अखिलेश पांडेय        ब्रासीलिया। ब्राजील के स्वास्थ्य प्राधिकारियों ने क्रूज पोत ‘एमएससी प्रेजिओसा’ पर सवार 28 लोगों के कोरोना वायरस से संक्रमित पाए जाने की पुष्टि की है। जिसके कारण इस पोत के यात्रियों को रियो डी जनेरियो पर उतरने के लिए छह घंटे से अधिक इंतजार करना पड़ा। संक्रमित पाए गए 28 लोगों में से 26 यात्री और दो चालक दल के सदस्य हैं। रियो के स्वास्थ्य प्राधिकारियों ने एक बयान में कहा कि जो लोग संक्रमित पाए गए हैं, उनमें से रियो या निकटवर्ती क्षेत्र में रह रहे लोग घर में पृथक-वास में रह सकते हैं। अन्य लोगों को पहले होटल में पृथक-वास में रहना होगा। प्राधिकारियों ने यह नहीं बताया कि होटल का खर्च कौन वहन करेगा।

संघीय स्वास्थ्य नियामक अनविसा ने निरीक्षण के बाद एमएससी प्रेजिओसा को संचालन की अनुमति दे दी। अन्य लोग बाहिया में उतरने का इंतजार कर रहे है। यह पोत ब्राजीलियाई रिसॉर्ट बुजिओस से रवाना हुआ था। महामारी वैज्ञानिक और ब्राजील के साबिन वैक्सीन इंस्टीट्यूट की उपाध्यक्ष डेनिस गैरेट ने कहा कि क्रूज पोतों पर वातावरण संक्रमण फैलने के लिए बहुत अनुकूल होता है। उन्होंने कहा कि हजारों लोग भीतर साथ रहते हैं और ऐसी यात्राओं से ”हर कीमत पर बचा जाना” चाहिए।


'बीएसएफ' के जवानों ने 1 घुसपैठी को मारा: सुरक्षा

सुनील श्रीवास्तव       इस्लामाबाद। सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के सतर्क जवानों ने सोमवार को तड़के जम्मू-कश्मीर के अर्निया सेक्टर में एक पाकिस्तानी घुसपैठी को मार गिराया। बीएसएफ के सूत्रों ने बताया कि जवानों ने पाकिस्तान की ओर से एक व्यक्ति आज सुबह अर्निया में भूले चाक पोस्ट के नजदीक बाड़ की ओर आ रहा है। सूत्रों ने कहा कि उसे कई बार चेतावनी दी गयी, लेकिन वह बाड़ के नजदी आ गया और भारतीय सीमा में प्रवेश करने की कोशिश की। सूत्रों ने बताया कि इसके बाद जवानों ने घुसपैठिए को मार गिराया।

उल्लेखनीय है कि बीएसएफ के जवानों ने गत महीने रणबीर सिंह पुरा सेक्टर में अल्ला मय के कोठे सीमा चौकी के पास एक महिला घुसपैठिए को मार गिराया था। सीमा के पास जम्मू के मैदानी इलाकों में घने कोहरे के बीच सीमा पार से सभी तरह के नापाक मंसूबों को विफल करने के लिए बीएसएफ के जवान अलर्ट पर हैं।

यूक्रेन से लगती सीमा पर मौजूदगी बढ़ाने की चर्चा

अखिलेश पांडेय         वाशिंगटन डीसी। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने यूक्रेन से लगती सीमा पर रूसी बलों की मौजूदगी बढ़ाए जाने को लेकर यूक्रेन के नेता के साथ सोमवार को बातचीत की और वादा किया कि यदि रूस यूक्रेन पर हमला करता है, तो अमेरिका तथा उसके सहयोगी ”निर्णायक” कार्रवाई करेंगे। बाइडन और यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने ऐसे समय में फोन पर बातचीत की है, जब अमेरिका और उसके पश्चिमी सहयोगी संकट को कम करने के लिए कई राजनयिक बैठकों की तैयारी कर रहे हैं।

वहीं, रूस ने कहा है कि यह संकट अमेरिका के साथ संबंधों को पूरी तरह समाप्त कर सकता है। बाइडन और जेलेंस्की के बीच बातचीत के बाद व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव जेन साकी ने एक बयान में कहा, ”राष्ट्रपति बाइडन ने यह स्पष्ट किया कि यदि रूस, यूक्रेन पर हमला करता है तो अमेरिका और उसके सहयोगी एवं साझेदार निर्णायक कार्रवाई करेंगे।

साकी ने कहा कि बाइडन ने अपने इस सिद्धांत को रेखांकित किया कि ‘आपके बिना आपके लिए कोई कदम नहीं’ उठाया जाएगा, यानी वह यूरोप को प्रभावित करने वाली किसी भी नीति पर उसके सहयोगियों की सलाह के बिना चर्चा नहीं करेगा। बाइडन ने कहा कि यदि रूस यूक्रेन पर हमला करता है, तो उस पर आर्थिक प्रतिबंध लगाए जाएंगे, हालांकि उन्होंने पिछले महीने कहा था कि अमेरिकी सैन्य कार्रवाई पर विचार नहीं किया गया है।

राजनीतिक संकट के बीच पीएम का पद से इस्तीफा 
अखिलेश पांडेय     खार्तूम। सूडान के प्रधानमंत्री अब्दुल्ला हमदोक ने देश में जारी राजनैतिक संकट के बीच अपने पद से इस्तीफा देने की घोषणा की है। हमदोक ने रविवार को कहा, "मैं इस उदार देश की बेटियों या बेटों में से किसी अन्य व्यक्ति के लिए जगह बनाने के लिए प्रधानमंत्री पद से अपने इस्तीफे की घोषणा करता हूं।" 
सरकारी चैनल सूडान टीवी पर प्रसारित देश में अपने संबोधन में उन्होंने कहा,"आपने मुझे इस नाजुक और आशावादी परिस्थिति में प्रधानमंत्री बनने का सम्मान दिया है और मैंने अपने देश को आपदा में फिसलने के खतरे से बचाने की पूरी कोशिश की है। "
उन्होंने कहा, "राजनैतिक ताकतों में मतभेदों के बावजूद हमने सुरक्षा, शांति, न्याय और रक्तपात को रोकने का जो वादा किया थारोक के साथ हमने नागरिकों से जो वादा किया है, उसे पूरा करने के लिए वांछित और आवश्यक सहमति बनाने की कोशिश की।

धरती से टकरा सकते हैं 5 एस्टेरॉयड, खतरा बढ़ा
सुनील श्रीवास्तव    
वाशिंगटन डीसी। अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने कहा है कि, इस साल 5 एस्टेरॉयड के धरती से 'टकराने' का खतरा है और जिनमें से एक एस्टेरॉयड 11 जनवरी को पृथ्वी के बेहद करीब से निकलेगा। नासा ने इस एस्टेरॉयड को पृथ्वी के लिए संभावित खतरे के तौर पर सूचिबद्ध किया है। नासा के मुताबिक, इस एस्टेरॉयड का आकार 100 मीटर से ज्यादा है और ये पृथ्वी के लिए 'संभावित खतरा' है। इस एस्टेरॉयड यानि क्षुद्रग्रह के अलावा, अंतरिक्ष एजेंसी ने यह भी कहा कि, एक ही महीने में दो क्षुद्रग्रह पृथ्वी के पास से गुजरने वाले हैं। हैरानी की बात यह है कि इनमें से एक का आकार एक बड़ी इमारत से ज्यादा बड़ा है।
जैसे ही वर्ष 2021 खत्म हुआ है और नया साल शुरू हुआ है, कई लोग उत्सुकता से नए साल के लिएऔर ज्यादा सरप्राइजेज का इंतजार कर रहे हैं और सबसे बड़ा सरप्राइज जनवरी महीने के दूसरे हफ्ते में ही मिल रहा है, जब एक क्षुद्रग्रह पृथ्वी के बेहद पास से गुजरेगा। इस एस्टेरॉयड का आकार करीब 100 मीटर का है और ये विशालकाय पत्थर का टुकड़ा है और नासा ने कहा है कि, इस एस्टेरॉयड कोधरती के कई हिस्सों से देखा भी जा सकता है। नासा ने इस एस्टेरॉयड का नाम 2013 YD48 रखा है। रिपोर्ट के मुताबिक, ये एस्टेरॉयड पृथ्वी से करीब 30 लाख मील के दायरे से गुजरेगा,लिहाजा नासा ने इसे पृथ्वी के लिए 'संभावित खतरा' करार दिया है।

रविवार, 2 जनवरी 2022

अमेरिका-चीन के बीच टकराव, युद्ध के हालात बनें

अमेरिका-चीन के बीच टकराव, युद्ध के हालात बनें
वाशिंगटन डीसी/ बीजिंग। नए साल में ताइवान और तिब्‍बत को लेकर अमेरिका और चीन के बीच टकराव बढ़ सकता है। ताइवान और तिब्‍बत को लेकर एक शीत युद्ध जैसे हालात बन सकते हैं। 
नए वर्ष के ठीक पहले अमेरिकी राष्‍ट्रपति जो बाइडन ने तिब्बत मामले के लिए भारतीय मूल की राजनयिक अजरा जिया को अपना स्पेशल को-आर्डिनेटर नियुक्त करके चीन को उकसा दिया है। अमेरिका के इस कदम से चीन पूरी तरह से तिलमिलाया है। एक तो मामला त‍िब्‍बत में अमेरिकी हस्‍तक्षेप और दूसरा भारतीय मूल के राजनयिक की नियुक्ति से चीन पूरी तरह से बौखला गया है। 
बाइडन प्रशासन के इस कदम से यह आशंका प्रबल हो गई है कि नए साल में भी अमेरिका और चीन के बीच तनाव बढ़ना तय है।

अपनी 'आजादी' व लोकतंत्र की रक्षा का संकल्प
सुनील श्रीवास्तव    
ताइपे/ बीजिंग। ताइवान की राष्ट्रपति साइ इंग-वेन ने शनिवार को नए साल पर चीन को चेताया कि वह सैन्य संघर्ष के दुस्साहस की न सोचे। उन्होंने चीन की ओर से लगातार बढ़ते सैन्य व कूटनीतिक दबाव के बीच अपने आजादी व लोकतंत्र बनाए रखने की चुनौतियों का जवाब इस चेतावनी के साथ दिया कि यदि ताइवान पर चीन ने किसी भी लाल रेखा को पार किया तो यह गंभीर तबाही का कारण बनेगा। 
चीन लोकतांत्रिक रूप से शासित ताइवान को अपने क्षेत्र के रूप में दावा करता है और नए साल की पूर्व संध्या पर चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने एक बार फिर ताइवान के एकीकरण की बात कही। इस पर साइ ने कहा, ताइवान एक स्वतंत्र देश है और उसने अपनी आजादी व लोकतंत्र की रक्षा का संकल्प लिया है। उन्होंने कहा, लोकतंत्र और स्वतंत्रता कोई अपराध नहीं है। हांगकांग के समर्थन में भी ताइवान की स्थिति नहीं बदलेगी। 
साइ ने कहा, हम ताइवान को और भी बेहतर बनाएंगे और दुनिया को दिखाएंगे कि लोकतांत्रिक ताइवान में सत्तावादी चीन की छाया से बाहर निकलने का साहस है और हम दबाव में नहीं झुकेंगे। साइ के भाषण के बाद बीजिंग में ताइवान मामलों के कार्यालयीन प्रवक्ता झू फेंग्लियन ने कहा, हम शांतिपूर्ण एकीकरण के लिए तैयार हैं। लेकिन यदि उसे अलगाववादी ताकतें उकसाती हैं तो हमें निर्णायक कदम उठाने होंगे।
एक मीडिया सूत्र के अनुसार, ताइवान में हांगकांग से आव्रजन में वृद्धि देखी जा रही है, जहां चीन ने विवादित राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत अपनी कार्रवाई कड़ी कर दी है। जैसे-जैसे चीन विपक्ष पर अपना हमला तेज करता है, ताइवान हांगकांग से प्रवासियों की संख्या में वृद्धि देखता है। रेडियो फ्री एशिया के अनुसार, ताइवान में प्रवास करने वाले हांगकांग वासियों की संख्या 2021 में एक नई ऊंचाई पर पहुंच गई है।
चीन ने वर्ष 1990 के बाद से पहली बार निकारागुआ में दूतावास खोला है। चीन ने यह कदम निकारागुआ के राष्ट्रपति डेनियल ओर्टेगा की सरकार के ताइवान से संबंध समाप्त करने के बाद उठाया है। विदेश मंत्री डेनिस मोनकाडा ने कहा कि दोनों देशों के बीच एक प्रकार की वैचारिक आत्मीयता है। मोनकाडा ने कोरोना रोधी टीके सिनोफार्म की दस लाख खुराक देने के लिए चीन का आभार भी जताया।
दरअसल ओर्टेगा की सरकार ने चीन के साथ 1985 में संबंध स्थापित किए थे, लेकिन 1990 में राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव हार जाने के बाद देश के नए राष्ट्रपति विलेटा कामारो की सरकार ने ताइवान को मान्यता दे दी। निकारागुआ की सरकार ने ताइवान के साथ नौ दिसंबर को संबंध समाप्त कर लिए थे और पिछले सप्ताह उसने ताइवान के दूतावास कार्यालय बंद कर दिया था।

शनिवार, 1 जनवरी 2022

निकारागुआ के ताइवान से संबंध समाप्त किए: चीन

निकारागुआ के ताइवान से संबंध समाप्त किए: चीन

अखिलेश पांडेय       बीजिंग। चीन ने वर्ष 1990 के बाद से पहली बार निकारागुआ में दूतावास खोला है। चीन ने यह कदम निकारागुआ के राष्ट्रपति डेनियल ओर्टेगा की सरकार के ताइवान से संबंध समाप्त करने के बाद उठाया है। विदेश मंत्री डेनिस मोनकाडा ने कहा कि दोनों देशों के बीच एक प्रकार की ” वैचारिक आत्मीयता” है। मोनकाडा ने कोरोना वायरस संक्रमण रोधी टीके सिनोफार्म की दस लाख खुराक देने के लिए चीन का आभार भी व्यक्त किया। दरअसल ओर्टेगा की सरकार ने चीन के साथ 1985 में संबंध स्थापित किए थे, लेकिन 1990 में राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव हार जाने के बाद देश के नए राष्ट्रपति विलेटा कामारो की सरकार ने ताइवान को मान्यता दे दी।

निकारागुआ की सरकार ने ताइवान के साथ नौ दिसंबर को संबंध समाप्त कर लिए थे और पिछले सप्ताह उसने ताइवान के दूतावास कार्यालय बंद कर दिए तथा कहा कि वे चीन के हैं। हालांकि चीन का नया दूतावास किसी और स्थान पर है तथा फिलहाल यह स्पष्ट नहीं है कि वह ताइवान की इमारत का क्या करेगा। ताइवान के राजनयिकों ने एक सप्ताह पहले प्रस्थान करने से पहले यह संपत्ति मनागुआ के रोमन कैथोलिक आर्चडीओसीज को दान करने का प्रयास किया था, लेकिन ओर्टेगा की सरकार ने कहा कि इस तरह का कोई भी दान अवैध होगा। ताइवान के विदेश मंत्रालय ने ”ओर्टेगा शासन की गंभीर अवैध कार्रवाइयों” की निंदा करते हुए कहा कि निकारागुआ सरकार ने ताइवान के राजनयिकों को देश से बाहर जाने के लिए केवल दो सप्ताह का वक्त देकर मानक प्रक्रियाओं का उल्लंघन किया है।

अमेरिका में गोलाबारी के कारण 2 लोग घायल: हादसा

सुनील श्रीवास्तव      वाशिंगटन डीसी। अमेरिका के मिनेसोटा राज्य के मिनियापोलिस में एक मॉल में आपसी झगड़े के बाद गोलीबारी में दो लोग घायल हो गए। इस घटना से नव वर्ष से पहले खरीदारी के लिए जुटे लोगों में दहशत फैल गई। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। स्थानीय समयानुसार शुक्रवार अपराह्न साढ़े चार बजे गोलीबारी की घटना में एक व्यक्ति के पैर में गोली लगी और एक व्यक्ति मामूली रूप से घायल हुआ।

इस घटना के बाद लोगों को ‘मॉल ऑफ अमेरिका’ से बाहर निकाला गया और मॉल को बंद कर दिया गया। ब्लूमिंगटन के पुलिस उप प्रमुख किम क्लौसन ने बताया कि गोलीबारी की घटना की सूचना मिलने के कुछ मिनट के भीतर पुलिस और मॉल के सुरक्षा कर्मी वहां पहुंच गए। क्लौसन ने बताया कि एक व्यक्ति को उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस ने बताया कि मामले में किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है और आशंका है कि गोलीबारी करने वाला मॉल से भाग निकला। क्लौसन ने बताया कि ऐसा लगता है कि दो लोगों के बीच झगड़े के बाद गोलीबारी की घटना हुई। मीडिया की खबरों में कहा गया है कि घटना के कारण नव वर्ष से पहले खरीदारी के लिए जुटे लोगों में अफरातफरी मच गई। बाद में मॉल को खोल दिया गया।

सम्राट नारुहितो ने नववर्ष '2022' की शुभकामनाएं दी

अखिलेश पांडेय     टोक्यो। जापान के सम्राट नारुहितो ने शनिवार को लोगों को नव वर्ष 2022 की शुभकामनाएं दीं और कोरोना वायरस वैश्विक महामारी में जान गंवाने वाले लोगों के लिए प्रार्थना की। यह लगातार दूसरा वर्ष है, जब महामारी के कारण नव वर्ष के उपलब्ध पर सम्राट के भवन में कोई सार्वजनिक कार्यक्रम आयोजित नहीं किया गया है और उन्होंने छह मिनट के एक वीडियो के जरिए लोगों को नव वर्ष की शुभकामनाएं दीं। बोनसाई पेड़ के सामने अपनी पत्नी मासाको के सामने बैठे नारुहितो ने चिकित्सकों और अन्य स्वास्थ्य कर्मियों की प्रशंसा की और उन्हें धन्यवाद दिया।

उन्होंने उन देशों के प्रति चिंता व्यक्त की, जिनकी टीकों तक पहुंच नहीं है और जहां उचित अस्पताल प्रणालियों का अभाव है। जापान में कोविड-19 के कारण 18,000 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है, लेकिन हालिया महीनों में मृत्यु दर में कमी आई है। नारुहितो ने तेजी से फैल रहे ओमीक्रोन संक्रमण को लेकर भी चिंता व्यक्त की। नारुहितो ने अपने संदेश में पूर्वोत्तर जापान में परमाणु आपदा, भूकंप और सुनामी का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि वैश्विक महामारी के कारण देरी से आयोजित हुए तोक्यो ओलंपिक खेल ”साहस और उम्मीद” का प्रतीक हैं।

फ्लोरिडा: शेरिफ अधिकारी ने बाघ को गोली मारीं

सुनील श्रीवास्तव      वाशिंगटन डीसी। एक जनवरी को फ्लोरिडा के एक चिड़ियाघर में बाघ के एक व्यक्ति की बांह अपने जबड़ों से पकड़ लेने और दर्द से कराहते व्यक्ति द्वारा मदद की गुहार लगाए जाने पर एक शेरिफ अधिकारी ने मलायन प्रजाति के बाघ को गोली मार दी। अधिकारियों की ओर से वीडियो जारी किए जाने के बाद यह जानकारी सामने आई।

कोलियर काउंटी के शेरिफ कार्यालय ने कहा कि पीड़ित व्यक्ति बुधवार की शाम उस समय गंभीर रूप से घायल हो गया जब वह कैरिबियन गार्डन्स स्थित नेपल्स जू में बाघ के बाड़े के पास अनधिकृत क्षेत्र में प्रवेश कर गया। इसने कहा कि व्यक्ति को बचाने के लिए चलाई गई गोली से आठ वर्ष के बाघ ‘एको’ की मौत हो गई। शेरिफ कार्यालय और चिड़ियाघर ने कहा कि संबंधित व्यक्ति साफ-सफाई का काम करता है जिसे घटना के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया।

शुक्रवार, 31 दिसंबर 2021

सीएसएक्स केंद्र में विस्फोट, कोईं हताहत नहीं

सीएसएक्स केंद्र में विस्फोट, कोईं हताहत नहीं

अखिलेश पांंडेय       वाशिंगटन डीसी। अमेरिका बाल्टीमोर में सीएसएक्स केंद्र में बृहस्पतिवार को विस्फोट हुआ। लेकिन इसमें किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है। बाल्टीमोर दमकल विभाग की प्रवक्ता ब्लेयर एडम्स ने कहा कि जब विस्फोट हुआ। तब बेनहिल एवेन्यू के पास सुरंगों के जरिए कोयला आगे ले जाया जा रहा था। एडम्स ने कहा कि जिन सुरंगों से कोयला गुजर रहा था। वहां कोई कर्मचारी नहीं था। 

सीएसएक्स की प्रवक्ता सिंडी शिल्ड ने एक ईमेल में पुष्टि की कि सीएसएक्स कर्टिस बे कोल टर्मिनल में विस्फोट हुआ, लेकिन इस बारे में उन्होंने विस्तार से जानकारी नहीं दी। उन्होंने कहा कि विस्फोट के कारणों की अभी जांच की जा रही है। सभी कर्मचारियों का पता लगाया गया और कोई हताहत नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि विस्फोट के बाद आग नहीं लगी, लेकिन एहतियात के तौर पर दमकलकर्मी घटनास्थल पर मौजूद हैं।

अफगान छोड़ने के फैसले पर स्पष्टीकरण दिया: गनी

अखिलेश पांंडेय         इस्लामाबाद। अफगानिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति अशरफ गनी ने तालिबान के काबुल की ओर बढ़ते कदमों के बीच उनके देश अफगानिस्तान छोड़ने के फैसले पर स्पष्टीकरण देते हुए कहा है कि उस समय तालिबान सत्ता के आसानी से हस्तांतरण को लेकर किसी समझौते के लिए तैयार नहीं था और ऐसे में उनके पास काबुल छोड़ने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा था। गनी में बीबीसी को दिये एक साक्षात्कार में 15 अगस्त 2021 को अचानक से उनके काबुल छोड़ने के फैसले पर अपनी सफाई देतेे हुए कहा कि तालिबान को राजधानी काबुल की ओर तेजी से बढ़ते हुए देख उनके एक सलाहकार ने उन्हें कुछ ही पलों में काबुल छोड़ने की सलाह दी। उन्होंने खुद पर बड़ी मात्रा में पैसा लेकर भागने के आरोपों का पूरी तरह से खंडन किया।

 गनी ने बीबीसी को बताया कि उस दिन सुबह तक उनका ऐसा कोई इरादा नहीं था कि वह दोपहर बाद देश छोड़कर चले जायेंगे। इससे पहले इसी माह पूर्व राष्ट्रपति हामिद करजई ने  गनी पर देश को मंझधार में छोड़कर भागने का आरोप लगाते हुए कहा कि  गनी के इस तरह से भाग जाने से उनके सरकार के वार्ताकारों और पीस काउंसिल के चेयरमैन अब्दुल्ला अब्दुल्ला के तालिबान के साथ किसी तरह के समझौते पर पहुंचने का अवसर खत्म हो गया था। इस पर गनी ने कहा कि काबुल को विनाश से बचाने के लिए उन्होंने देश छोड़ने का फैसला किया था।


2 वर्ष पहले लगाया गया रात्रिकर्फ्यू हटाया: अफ्रीका

अखिलेश पांडेय         प्रिटोरिया। दक्षिण अफ्रीका ने कोरोना वायरस संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए सबसे पहली बार दो वर्ष पहले लगाया गया रात का कर्फ्यू हटा दिया है। राष्ट्रपति कार्यालय ने राष्ट्रीय कोरोना वायरस कमांड काउंसिल(एनसीसीसी) और राष्ट्रपति समन्वय परिषद (पीसीसी) की बृहस्पतिवार को बैठकों के बाद इस आश्य की घोषणा की। कार्यालय ने देश में वर्तमान में चल रही संक्रमण की चौथी लहर के प्रबंधन के बारे में जानकारी ली।

देश में चौथी लहर में अधिकतर मामले कोरोना वायरस संक्रमण के नए स्वरूप ओमीक्रोन के सामने आ रहे हैं। ओमीक्रोन का पहला मामला दक्षिण अफ्रीका में ही सामने आया था। राष्ट्रपति कार्यालय ने एक बयान में कहा, ‘‘कर्फ्यू हटाया जाएगा। लोगों की आवाजाही के समय पर अब कोई पाबंदी नहीं रहेगी।’’ सार्वजनिक कार्यक्रमों में शामिल होने वाले लोगों की संख्या भी बढ़ा दी गई है।

बयान में कहा गया, ‘‘बंद स्थानों पर एक हजार और खुले स्थानों पर दो हजार से ज्यादा लोगों को इकट्ठा होने की अनुमति नहीं दी जाएगी। जहां समारोह स्थल छोटे हैं और जहां उचित सामाजिक दूरी का पालन करते हुए इतने लोग शामिल नहीं हो सकते, वहां समारोह स्थल की क्षमता से आधे लोग ही आमंत्रित किए जाएंगे। अन्य पाबंदिया पहले की ही तरह जारी रहेंगी।’’ बयान में कहा गया, ‘‘सभी संकेतक इस ओर इशारा करते हैं कि देश राष्ट्रीय स्तर पर चौथी लहर के चरम को पार कर गया है।’’ इसमें यह भी कहा गया कि पिछले हफ्तों में देश के नौ प्रांतों में से दो को छोड़ कर शेष स्थानों पर मामलों की संख्या कम हुई है।’’

पाकिस्तान में हुआ बम विस्फोट, 4 की मौंत

सुनील श्रीवास्तव      इस्लामाबाद पाकिस्तान के क्वेटा प्रांत में बृहस्पतिवार की रात एक बम विस्फोट में कम से कम चार लोगों की मौत हो गई और 15 अन्य घायल हो गए। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। अधिकारियों ने बताया कि बम धमाका जिन्ना रोड पर साइंस कॉलेज के पास खड़ी एक कार के पास हुआ। जिन्ना रोड क्वेटा के प्रमुख मार्गों में से एक है और खरीदारी के लिए काफी लोकप्रिय एवं सबसे व्यस्त स्थान है। अधिकारी इस घटना की जांच कर रहे हैं।

अधिकारियों के मुताबिक घायलों को क्वेटा सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया है। अधिकारियों ने कहा कि विस्फोट से आस-पास की इमारतों के शीशे टूट गए। पाकिस्तान के इस इलाके में इस्लामिक स्टेट काफी सक्रिय है।

परमाणु संधि सम्मेलन आयोजित, योजना आगे बढ़ाईं

वाशिंगटन डीसी। कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में वृद्धि के कारण संयुक्त राष्ट्र में एक प्रमुख परमाणु संधि सम्मेलन आयोजित करने की योजना आगे नहीं बढ़ पा रही है। सम्मेलन में शामिल होने वाले प्रतिभागियों ने बैठक शुरू होने से कुछ दिन पहले इसे स्थगित करने पर बृहस्पतिवार को सहमति जतायी। महामारी के कारण लगभग दो साल की देरी के बाद, दुनिया भर के प्रतिनिधिमंडलों को परमाणु हथियार नियंत्रण से संबंधित 1970 अप्रसार संधि पर चर्चा के लिए मंगलवार को संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में बुलाया गया था। लेकिन संयुक्त राष्ट्र निरस्त्रीकरण कार्यालय से बृहस्पतिवार को संधि में शामिल पक्षों को भेजे गए ईमेल के अनुसार आयोजक अब पहले से ही लंबित सम्मेलन को एक अगस्त से शुरू करने पर विचार कर रहे हैं। सम्मेलन के नेता गुस्तावो ज्लौविनेन को इस संबंध में जांच की जानकारी भेजी गई थी।

यह संधि दुनिया का सबसे व्यापक रूप से समर्थित परमाणु हथियार नियंत्रण समझौता है, जिसमें भाग लेने वाले 191 देश शामिल हैं। इसके अनुसार राष्ट्र इस बात के लिए प्रतिबद्ध हैं कि परमाणु ऊर्जा कार्यक्रम का इस्तेमाल हथियार में रूपांतरित करने के लिए नहीं हो। संधि पर हस्ताक्षर किए जाने के समय परमाणु हथियार से संपन्न देश अमेरिका, रूस, ब्रिटेन, फ्रांस और चीन, उन्हें खत्म करने की दिशा में आगे बढ़ने के लिए सहमत हुए। अर्जेंटीना के एक राजनयिक और अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी के पूर्व अधिकारी ज्लौविनेन ने कहा, ”यह एक खेदजनक निर्णय है, लेकिन वर्तमान परिस्थितियों ने हमारे सामने कोई अन्य विकल्प नहीं छोड़ा है।” बैठक के समय और प्रारूप के बारे में बृहस्पतिवार को और विचार-विमर्श हुआ।

गुरुवार, 30 दिसंबर 2021

खतरनाक सुनामी ला सकता हैं ओमिक्रोन, अलर्ट

खतरनाक सुनामी ला सकता हैं ओमिक्रोन, अलर्ट
सुनील श्रीवास्तव    
पेरिस। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा है कि कोरोना वायरस के डेल्टा और ओमिक्रॉन वेरिएंट को खतरनाक सुनामी लाने वाला बताया है। डब्ल्यूएचओ प्रमुख टेड्रोस एडनॉम गेब्रियेसस ने यह बात अमेरिका और यूरोप में कोरोना संक्रमण के रिकॉर्ड केस दर्ज किए जाने के बाद कही।
फ्रांस में लगातार दूसरे दिन 208,000 मामले दर्ज किए गए हैं। 
अमेरिका में एक दिन में औसतन 265,427 मामले दर्ज किए जा रहे हैं। पोलैंड में बुधवार को कोविड से 794 मौत हुईं जो महामारी की चौथी लहर में सबसे अधिक है। मरने वालों में से तीन-चौथाई से अधिक लोगों ने वैक्सीन नहीं लगवाई थी।

कोविड केसों में रिकॉर्ड बढ़ोत्तरी दर्ज की: अमेरिका
सुनील श्रीवास्तव      
वाशिंगटन डीसी। अमेरिका में ओमिक्रोन वेरिएंट के कारण कोविड केसों में रिकॉर्ड बढ़ोत्तरी दर्ज की गई है। पिछल सात दिनों में अमेरिका में लगभग 258,312 केस दर्ज किए गए हैं। अमेरिका में कोविड-19 टीकाकरण की शुरुआत के एक साल से अधिक समय बाद संक्रमण के नए मामलों में भारी वृद्धि देखी जा रही है। अमेरिका में प्रतिदिन औसतन 2,65,000 नए मामले सामने आ रहे हैं। कोरोना वायरस के ओमिक्रोन वेरिएंट के कारण नए मामलों की संख्या में अप्रत्याशित इजाफा देखा जा रहा है।
अमेरिका के जॉन हॉपकिंस विश्वविद्यालय के मुताबिक इस साल की शुरुआत में मध्य जनवरी में कोविड-19 के दैनिक नए मामलों की संख्या 2,50,000 थी। कोरोना संक्रमण के मामलों में वृद्धि के कारण क्रिसमस और नये साल के अवसर पर आयोजित होने वाले अधिकतर कार्यक्रमों को रद्द किया जा रहा है। वहीं विमानन सेवा में कार्यरत कर्मचारियों की कमी के कारण हजारों उड़ानों को भी रद्द कर दिया गया है।

यौन शोषण मामलें में 40 साल तक कैद, प्रावधान
अखिलेश पांडेय       
लंदन। ब्रिटिश महिला गिलेन मैक्सवेल को किशोरावस्था की लड़कियों को बहला-फुसलाकर उनका यौन शोषण करवाने के मामले में 40 साल तक की कैद की सजा दी जा सकती है। मैक्सवेल नाबालिग बच्चियों को अमेरिकी अरबपति जेफ्री एपिस्टीन के पास भेजा करती थी। एक महीने की सुनवाई में अमेरिकी अदालत ने मैक्सवेल को यौन अपराध का दोषी पाया। एपस्टीन ने 2019 में खुदकुशी कर ली थी। मैक्सवेल कभी उसकी गर्लफ्रेंड हुआ करती थी जो बाद में एक एंप्लॉयी की भूमिका में आ गई।
बहरहाल, अदालत में चार पीड़ित महिलाओं ने 1990 और 2000 के शुरुआती दशक में अपने शारीरिक शोषण की दास्तां बताई। उन्होंने बताया कि मैक्सवेल किस तरह 14 साल की लड़कियों को भी बहलाकर एपस्टीन के फ्लोरिडा, न्यूयॉर्क और न्यू मैक्सिको वाले महलों में भेजा करती थी। छह में से पांच मामलों में मैक्सवेल को दोषी ठहराने से पहले न्यायाधीशों ने पूरे पांच दिनों तक विचार-विमर्श किया। फैसला पढ़े जाते वक्त काले रंग का मास्क पहने मैक्सवेल अपने भाई-बहनों के साथ अदालत में मौजूद थी।
अदालत को इस बात के पक्के सबूत सौंपे गए कि मैक्सवेल न केवल कम उम्र की लड़कियों को बहला-फुसलाकर सेक्स के लिए तैयार करती थी बल्कि कई बार उनके यौन शोषण के वक्त एपस्टीन का साथ भी देती थी। अदालत में उसके खिलाफ एक नाबालिग को अवैध संभोग के लिए एपस्टीन के पास जाने को राजी करने, उसे आपराधिक यौन क्रिया में शामिल होने और नाबालिग बच्चियों की सेक्स ट्रैफिकिंग समेत अन्य आरोपों के लिए मुकदमा चला। नाबालिग बच्चियों की सेक्स ट्रैफिकिंग के अपराध के लिए अधिकतम 40 वर्ष की कैद की सजा का प्रावधान है।
बचाव में मैक्सवेल के वकीलों ने कहा कि उनके मुवक्किल को सिर्फ इसलिए निशाना बनाया जा रहा है क्योंकि इस केस का असली विलेन जिंदा नहीं है। केस सुनवाई के दौरान अभियोजन पक्ष के वकीलों ने 24 गवाहों को कोर्ट में पेश किया ताकि अदालत को पता चल सके कि एपस्टीन के महलों में क्या चल रहा था। एपस्टीन को 2006 में फ्लोरिडा से एक चाइल्ड सेक्स केस में गिरफ्तार किया गया था। तब से आम लोगों की इस केस में खूब दिलचस्पी रही है।
एपस्टीन के एक घरेलू नौकर ने अदालत को बताया कि उसे महल के अंदर क्या चल रहा है, उस पर बिल्कुल भी ध्यान नहीं देने को कहा गया था। एपस्टीन एक फाइनैंसर था जिसने बड़े-बड़े नेताओं और उद्योगपतियों से दोस्ती गांठ रखी थी। वहीं, मैक्सवेल मीडिया जगत की दिग्गज हस्तियों की चहेती बन गई थी। वो काफी शानो-शौकत की जिदंगी जी रही थी। एपस्टीन के प्राइवेट जेट्स के पायलटों ने अदालत के सामने गवाही देते वक्त ब्रिटेन के प्रिंस एंड्र्यू, अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपतियों बिल क्लिंटन और डोनाल्ड ट्रंप जैसी हस्तियों के नाम लिए। पायलटों ने बताया कि एपस्टीन के जेट्स से इन हस्तियों ने उड़ान भरी थी। अदालत को एपस्टीन की डायरी भी सौंपी गई जिसमें मैक्सवेल को 30.7 मिलियन डॉलर ट्रांसफर किए जाने की बात लिखी है।

बुधवार, 29 दिसंबर 2021

ब्राजील में भारी बारिश, आपात स्थिति पैदा हुईं

ब्राजील में भारी बारिश, आपात स्थिति पैदा हुईं    

अखिलेश पांंडेय              ब्रासीलिया। ब्राजील के पूर्वोत्तर राज्य बाहिया के कुल 116 शहरों में भारी बारिश के कारण मंगलवार को आई बाढ़ से आपात स्थिति पैदा हो गई है। नवंबर के अंत से क्षेत्र में बाढ़ जैसे हालात बने हुए हैं। ब्राजील के उत्तर और दक्षिणपूर्व में कम से कम पांच अन्य राज्यों के शहर भी हाल के दिनों में बाढ़ग्रस्त रहे है। बाहिया में बाढ़ से 470,000 से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं। कम से कम 50 शहरों में घरों और कारोबारी प्रतिष्ठानों में पानी भर गया और लोगों को अपना सामान छोड़ने के लिए मजबूर होना पड़ा। राज्य सरकार के आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार 34,163 लोग बेघर हो गए हैं और लगभग 43,000 लोग विस्थापित हो गए हैं।

बाढ़ की वजह से महीने की शुरुआत से अब तक कुल 21 लोगों की मौत हुई है और 358 लोग घायल हुए हैं। सरकारी एजेंसी ‘नेशनल सेंटर फॉर मॉनिटरिंग एंड अलर्ट्स ऑफ नेचुरल डिजास्टर्स’ की वेबसाइट के अनुसार, पिछले 32 वर्षों में बाहिया में सबसे अधिक बारिश दर्ज की गई है। दक्षिणी बाहिया में वर्ष के इस समय सामान्य मात्रा से पांच गुना अधिक बारिश हुई। बाहिया के गवर्नर रुई कोस्टा ने मंगलवार सुबह स्थानीय रेडियो स्टेशनों पर एक साक्षात्कार में स्थिति की तुलना ”बमबारी” से की।

उन्होंने कहा कि कुछ शहरों में बाढ़ में कोरोना वायरस के टीके नष्ट हो गए, ”कुछ नगरपालिका स्वास्थ्य कार्यालय और दवा डिपो पूरी तरह से पानी में डूब गए हैं।” बाहिया के नागरिक सुरक्षा अधीक्षक कर्नल मिगुएल फिल्हो ने बताया कि अब भी बाढ़ जैसे हालात हैं और शहर अलग-थलग पड़ गए हैं तथा बारिश अब भी जारी है। उन्होंने कहा, ”हमारी पहली प्रतिक्रिया लोगों की मदद करना है, फिर आश्रय देना, आश्रय स्थलों में लोगों की देखभाल के लिए मानवीय सहायता, चादरें, कंबल, भोजन उपलब्ध कराना है।” उन्होंने कहा कि बाहिया में कम से कम पांच बांधों के टूटने का खतरा है। सरकार के विज्ञान मंत्रालय ने पिछले सप्ताह एक बयान में कहा कि औसत से अधिक वर्षा वायुमंडलीय घटना ला नीना के कारण होती है, जिससे बाहिया सहित ब्राजील के कुछ क्षेत्रों में वर्षा बढ़ जाती है। एक प्रमुख जलवायु विज्ञानी कार्लोस नोब्रे ने बताया कि बाहिया में वर्तमान हालात ग्लोबल वार्मिंग के कारण हैं।

पीएम मॉरिसन ने मंत्रिमंडल की बैठक बुलाई

सुनील श्रीवास्तव       सिडनी। कोरोना वायरस के नए स्वरूप ‘ओमीक्रोन’ के कारण ऑस्ट्रेलिया में संक्रमण का प्रकोप थमने का नाम नहीं ले रहा है। जिसके मद्देनजर प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन ने मंत्रिमंडल की एक आपात बैठक बुलाई है। सिडनी और न्यू साउथ वेल्स के आसपास के क्षेत्रों में 11,000 से अधिक नए मामले सामने आए, जो एक दिन पहले सामने आए मामलों से 6000 अधिक हैं। वहीं, विक्टोरिया में भी रिकॉर्ड 3,700 नए मामले सामने आए, जो वहां एक दिन पहले आए मामलों से एक हजार अधिक हैं। देश के प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन ने कहा कि सरकार अब बृहस्पतिवार को निर्धारित समय से पहले बैठक करेगी। मॉरिसन ने पत्रकारों से कहा, ” ओमीक्रोन के फैलने के साथ ही हम पर दबाव बढ़ता रहेगा।

राज्य तथा क्षेत्र उन चुनौतियों से निपटने के लिए अपनी योजनाओं पर काम कर रहे हैं।” उन्होंने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि बैठक में यह स्पष्ट हो पाएगा कि संक्रमितों का करीबी सम्पर्क किसे माना जाए और मामलों के अत्यधिक बढ़ने पर किस तरह से जांच की जाए। अन्य राज्यों में भी मामले लगातार बढ़ रहे हैं। क्वींसलैंड में 1,500 से अधिक, साउथ ऑस्ट्रेलिया में 1,400, राजधानी क्षेत्र में 138 और तस्मानिया में 55 नए मामले सामने आए हैं। क्वींसलैंड के स्वास्थ्य अधिकारियों ने बताया कि इन मामलों में लगभग 80 प्रतिशत मरीज ‘ओमीक्रोन’ से संक्रमित हैं।

वहीं, साउथ ऑस्ट्रेलिया ने घोषणा की कि वह अग्रिम मोर्च पर तैनात स्वास्थ्य देखभाल कर्मियों के लिए ‘बूस्टर’ खुराक लेना अनिवार्य करेगा। राज्य के प्रमुख स्टीवन मार्शल ने कहा कि साउथ ऑस्ट्रेलिया अब अंतरराज्यीय यात्रा के लिए ‘स्क्रीनिंग टेस्ट’ नहीं करेगा, क्योंकि अब उसके पास इतनी सुविधाएं नहीं हैं। मार्शल ने कहा, ” ओमीक्रोन बहुत तेजी से फैल रहा है।” ऑस्ट्रेलिया के तीन-चौथाई से अधिक लोगों का पूर्ण टीकाकरण हो चुका है। ऐसे में यह नया स्वरूप कितना घातक साबित होगा, यह कहा नहीं जा सकता।

संक्रमण के मामलें 50 लाख के पार: कैलिफोर्निया

अखिलेश पांडेय       वाशिंगटन डीसी। अमेरिका के कैलिफोर्निया राज्य में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले 50 लाख के आंकड़े को पार कर गए हैं। संक्रमण के ज्ञात सर्वाधिक मामलों वाला यह पहला राज्य बन गया है। सरकारी आंकड़ों में मंगलवार को यह जानकारी दी गई। कैलिफोर्निया जन स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट के अनुसार राज्य में संक्रमण का पहला मामला 25 जनवरी 2020 को सामने आया था। इसके ठीक 292 दिन बाद उसी वर्ष 11 नवंबर को संक्रमण के मामले बढ़कर दस लाख हो गए थे। इसके बाद 44 दिन में राज्य में संक्रमण के मामले बीस लाख से अधिक हो गए थे। राज्य में संक्रमण से 75,500 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है।

अमेरिकी रोग नियंत्रण एवं रोकथाम केन्द्र ने कैलिफोर्निया को देश के अधिकतर स्थानों के साथ वायरस के ”उच्च” प्रसार वाले क्षेत्र की सूची में डाला है। इस बीच, राज्य में संक्रमितों के अस्पतालों में भर्ती होने के मामले धीरे-धीरे बढ़ रहे हैं। पिछले सात दिनों में अस्पतालों में भर्ती होने के मामले 12 प्रतिशत तक बढ़ गए हैं। इस दौरान 4,401 लोग अस्पाल में भर्ती हुए है। इन मामलों में अभी यह स्पष्ट नहीं हैं कि इनमें नए स्वरूप ओमीक्रोन के कितने मामले हैं।

'ओमिक्रोन' के मामलों के बीच 2,969 उड़ानें रद्द

सुनील श्रीवास्तव          वाशिंगटन डीसी। विश्व में कोरोना वायरस के ओमिक्रोन वेरिएंट के तेजी से बढ़ते मामलों के बीच मंगलवार को 2,969 उड़ानें रद्द कर दी गईं और 11,500 से अधिक उड़ानों में देरी हुई है। फ़्लाइट ट्रैकिंग वेबसाइट फ़्लाइटअवेयर ने यह जानकारी दी है। 

फ़्लाइटअवेयर की तरफ से जारी आंकड़ों के अनुसार मंगलवार को केवल अमेरिका से संबंधित 1,172 उड़ानें रद्द कर दी गईं और 5,458 उड़ानों में देरी हुई। इसे मिलाकर विश्व में मंगलवार को 2,969 उड़ानें रद्द हो गईं और 11,512 उड़ानों में देरी हुई।

राष्ट्रपति के साथ बैठक की संभावना स्वीकार की

सुनील श्रीवास्तव       वाशिंगटन डीसी। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ बैठक होने की संभावना को स्वीकार किया है। व्हाइट हाउस ने एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी है। बाइडेन से मंगलवार को जब 10 जनवरी को रूसी राष्ट्रपति के साथ बैठक होने की संभावना को लेकर प्रश्न किया गया तब उन्होंने कहा, “हम देखेंगे।” 

यह बैठक 12 जनवरी को होने जा रही रूस-नाटो की बैठक से पहले होगी। अमेरिका और रूस के 10 जनवरी को बैठक के दौरान यूक्रेन में हथियार नियंत्रण और मौजूदा स्थिति पर बातचीत करने की संभावना है।

कुएं में मिला नवजात शिशु का शव, मचा हड़कंप

कुएं में मिला नवजात शिशु का शव, मचा हड़कंप  दुष्यंत टीकम  जशपुर/पत्थलगांव। जशपुर जिले के एक गांव में कुएं में नवजात शिशु का शव मिला है। इससे...