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रविवार, 13 जून 2021

चीन से वायरस के लीक होने की आशंका पर चर्चा

लंदन। ब्रिटेन के कॉर्नवाल में आयोजित जी-7 सम्मेलन में शामिल होने आए विश्व नेताओं ने कोविड-19 महामारी शुरू होने के पीछे मध्य चीन के वुहान स्थित प्रयोगशाला से वायरस के लीक होने की आशंका पर चर्चा की। वहीं, विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के प्रमुख का कहना है कि प्राणघातक वायरस के उद्गम को लेकर सामने आ रही सभी परिकल्पनाएं जांच के लिए खुली हैं। ब्रिटेन के विदेश मंत्री डोमिनिक राब ने कहा कि महामारी के वुहान की प्रयोगशाला से लीक वायरस से फैलने की आशंका को लेकर अधिकारियों के ‘तुलनात्मक नोट’ और अधिक जांच की मांग करते हैं। हालांकि, उन्होंने जोर दिया कि ब्रिटेन को प्राप्त ‘सबसे विश्वसनीय’ सूचना के मुताबिक, यह जानवरों से इनसान में फैला लेकिन साथ ही स्वीकार किया कि उनके पास अब भी ‘सभी सवालों के जवाब नहीं हैं।” 

रविवार को जब इस मामले में राब से सवाल किया तो उन्होंने कहा, ”इसलिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हम चाहतें है कि मामले की समीक्षा हो और विशेषज्ञ सभी सवालों के जवाब के लिए चीन जाएं, ताकि हमारे पास पूरी तस्वीर हो, बजाय कि इन संभव, संभावित, मुमकिन विकल्प के।” राब ने कहा, ”लेकिन संतुलन के लिए, हम यह नहीं मानते कि यह प्रयोगशाला से आया। हमारा मानना है कि बहुत संभव है कि यह जानवरों की प्रजाति से इनसानों तक पहुंचा।” उल्लेखनीय है कि डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक डॉ. टेड्रोस अदनोम गेब्रेयसस ने शनिवार को पत्रकारों से कहा था कि कॉर्नवाल में आयोजित जी-7 सम्मेलन के दौरान स्वास्थ्य मामलों और महामारी के स्रोत का पता लगाने को लेकर आयोजित औपचारिक सत्र में इस आशंका को उठाया गया था।

उन्होंने कहा कि सत्र का मुख्य हिस्सा महामारी से दुनिया भर में प्राण गंवाने वाले लाखों लोगों के प्रति सम्मान प्रकट करना था। उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा, ”हां, वायरस के उद्गम का मुद्दा उठा और हमने उसपर चर्चा की। उन्होंने कहा, ” उद्गम के अध्ययन का पहला चरण निर्णायक नहीं था और वहां पर चार सिद्धांत थे। लेकिन उनपर अबतक कोई निष्कर्ष नहीं निकला है। इसलिए हमारा मानना है कि सभी चारों सिद्धांत खुले होने चाहिए और हमें दूसरे चरण की ओर बढ़ना चाहिए ताकि वायरस के उद्गम का पता चल सके।”

चीन: भीषण गैस विस्फोट में 12 की मौत, 100 घायल

बीजिंग। मध्य चीन के रिहायशी इलाके में रविवार सुबह भीषण गैस विस्फोट में कम से कम 12 लोगों की मौत हो गई और 100 से अधिक लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। आधिकारिक मीडिया ने यह खबर दी। यह विस्फोट हुबेई प्रांत के झांगवान जिले के शियान शहर में सुबह करीब छह बजकर 30 मिनट पर हुआ।खबरों के मुताबिक जिले में एक बाजार सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ है। सरकारी समाचार एजेंसी शिन्हुआ ने अपनी खबर में बताया कि विस्फोट में 12 लोगों की मौत हो गई। अधिकारियों ने इलाके से 150 लोगों को निकाला है जिनमें से 39 गंभीर रूप से घायल हैं। उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘वीबो’ पर प्रसारित तस्वीरों और वीडियो फुटेज में कई घर जमींदोज दिखे और बचाव कर्मी इन तबाह हुए घरों से बड़े पैमाने पर मलबा हटाते दिखे। खबर में बताया गया कि हताहत हुए लोगों की ठीक-ठीक संख्या अब भी प्रमाणित की जा रही है क्योंकि तलाश एवं बचाव कार्य जारी है।

नाइजीरिया में मवेशी चोरों ने 53 लोगों की हत्या की

अबूजा। नाइजीरिया के उत्तर-पश्चिमी राज्य जम्फारा में सशस्त्र मवेशी चोरों ने कम से कम 53 लोगों की हत्या कर दी। ‘द कुवैत टाइम्स’ अखबार ने जम्फारा पुलिस के प्रवक्ता मोहम्मद शेहू के हवाले से शनिवार को बताया कि बंदूकधारी मोटरसाइकिल पर सवार थे और जुरमी जिले के कम से कम छह अलग-अलग गांवों के किसानों पर हमला किया। उन्होंने बताया कि जिन किसानों ने हमले से बच कर भागने की कोशिश की। उनका पीछा कर उनकी हत्या कर दी गयी। मोहम्मद शेहू ने बताया कि यह हमले गुरुवार और शुक्रवार को किए गए। शुक्रवार को कम से कम 14 शवों को राजधानी गुसाउ ले जाया गया। इस बीच स्थानीय निवासियों ने कुवैत टाइम्स को बताया कि उन्होंने 39 और शव बरामद किए और उन्हें दौरान शहर में दफना दिया है। 
जुरमी जिले के निवासियों ने स्थानीय अधिकारियों का ध्यान गांवों पर जारी सशस्त्र हमलों, अपहरण और छापे की समस्या की ओर आकर्षित करने के लिए पिछले सप्ताह एक प्रमुख राजमार्ग को अवरुद्ध कर दिया था।

विश्व: संक्रमित संख्या 17.55 करोड़ से अधिक हुईं

वाशिंगटन डीसी/ नई दिल्ली। विश्वभर में कोरोना वायरस (कोविड-19) का प्रकोप जारी है और इससे अब तक 17.55 करोड़ अधिक लोग संक्रमित हो चुके है। अमेरिका की जॉन हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी के विज्ञान एवं इंजीनियरिंग केंद्र (सीएसएसई) की ओर से जारी ताजा आंकड़ों के अनुसार दुनिया के 192 देशों एवं क्षेत्रों में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 17 करोड़ 55 लाख 76 हजार 119 हो गयी है। जबकि 37 लाख 91 हजार 676 लोगों की इससे मौत हो चुकी है। विश्व में महाशक्ति माने जाने वाले अमेरिका में कोरोना वायरस की रफ्तार थोड़ी धीमी पड़ी है। यहां संक्रमितों की संख्या तीन करोड़ 34 लाख 57 हजार 378 हो गई है और 5,99,664 लाख से अधिक लोगों की इस संक्रमण से मौत हो गई है। 
दुनिया में कोरोना संक्रमितों के मामले में भारत दूसरे और मृतकों के मामले में तीसरे स्थान पर है।पिछले 24 घंटों में 80,834 नए मामले आने के साथ ही संक्रमितों का आंकड़ा बढ़कर दो करोड़ 94 लाख 39 हजार 989 हो गया। इस दौरान एक लाख 32 हजार 62 मरीज स्वस्थ हुए हैं। जिसे मिलाकर देश में अब तक दो करोड़ 80 लाख 43 हजार 446 लोग इस महामारी को मात दे चुके हैं। सक्रिय मामले 54,531 और घटकर अब 10 लाख 26 हजार 159 रह गए हैं। इस दौरान 3303 मरीजों की मौत हो गयी। देश में इस बीमारी से मरने वालों की कुल संख्या बढ़कर तीन लाख 70 हजार 384 हो गयी है। ब्राजील संक्रमितों के मामले में अब तीसरे स्थान पर है। इस देश में कोरोना संक्रमण के मामले फिर से बढ़ रहे हैं और अभी तक इससे 1.73 करोड़ से ज्यादा लोग प्रभावित हुए हैं जबकि करीब 4.86 लाख से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। ब्राजील कोरोना से मौतों के मामले में विश्व में दूसरे स्थान पर है। संक्रमण के मामले में फ्रांस चौथे स्थान पर है जहां कोरोना वायरस से अब तक 57.99 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं जबकि 1.10 लाख से अधिक मरीजों की मौत हो चुकी है। 
कोरोना प्रभावितों के मामले में तुर्की रूस से आगे निकल गया है और यहां कोरोना वायरस से संक्रमितों की संख्या 53.25 लाख हो गयी है और 48,668 मरीजों की मौत हो चुकी है। रूस में कोरोना संक्रमितों की संख्या 51.33 लाख से अधिक हो गई है और इसके संक्रमण से 1.23 लाख से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। ब्रिटेन में कोरोना वायरस प्रभावितों की कुल संख्या 45.74 लाख से अधिक हो गयी है और 1.28 लाख से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। मृतकों के मामले में ब्रिटेन पांचवें स्थान पर है। इटली में कोरोना प्रभावितों की संख्या 42.43 लाख से अधिक हो गयी है और 1.26 लाख से अधिक लाेगों की जान जा चुकी है। कोरोना से प्रभावित होने के मामले में अर्जेंटीना ने जर्मनी को पीछे छोड़ दिया है। अर्जेंटीना में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 41.11 लाख से अधिक हो गयी है तथा मृतकों की संख्या 85,075 है। स्पेन में इस महामारी से 37.33 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं और 80,501 लोगों की मौत हो चुकी है।
कोलंबिया में कोरोना वायरस से 37.24 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं और 95,192 लोगों ने जान गंवाई है। जर्मनी में वायरस की चपेट में आने वालों की संख्या 37.22 लाख से अधिक हो गई है और 89,841 लोगों की मौत हो चुकी है। इस बीच ईरान ने पोलैंड को पीछे छोड़ दिया है और वहां संक्रमितों की संख्या बढ़कर 30.20 लाख से ज्यादा हो गयी है तथा मृतकों का आंकड़ा 81,911 पहुंच गया है। पोलैंड में कोरोना से 28.77 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं और इस महामारी से 74,562 लोग जान गंवा चुके हैं।
मैक्सिको में कोरोना से 24.52 लाख से अधिक लोग संक्रमित हुए हैं और यह देश मृतकों के मामले विश्व में चौथे स्थान पर है जहां अभी तक इस वायरस के संक्रमण से करीब 230,097 लाख से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। यूक्रेन में संक्रमितों की संख्या 22.82 लाख से अधिक है और 53,758 लोग अपनी जान गंवा बैठे हैं। पेरू में संक्रमितों की संख्या 19.98 लाख पहुंच गयी है, जबकि 1.88 लाख से अधिक लोगों की जान जा चुकी है।
इंडोनेशिया में भी कोरोना संक्रमण के मामले 19.01 लाख के पार पहुंच गये हैं। जबकि 52,730 लोगों की मौत हो चुकी है। दक्षिण अफ्रीका में कोरोना वायरस से 17.39 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं और 57,706 लोगों की मौत हो चुकी है। नीदरलैंड में कोरोना से अब तक 16.99 लाख से अधिक लोग संक्रमित हुए हैं और यहां इस महामारी से 17,987 लोगों की मौत हो चुकी है। चेक गणराज्य में कोरोना से अब तक 16.65 लाख से अधिक लोग प्रभावित हो चुके हैं और यहां इस महामारी से 30,224 लोग जान गंवा चुके हैं।
महामारी के उद्गम स्थल वाले देश चीन में 10.33 लाख कोरोना से संक्रमित है तथा 4,846 लोगों की मौत हो
चुकी है। पड़ोसी देश पाकिस्तान में अब तक कोरोना से 9.39 लाख से अधिक लोग संक्रमित हुए हैं और 21,633 मरीजों की मौत हो चुकी है। अन्य पड़ोसी देश बंगलादेश में भी कोरोना वायरस का प्रकोप जारी है जहां 8.24 लाख लोग संक्रमित हुए हैं और 13,071 मरीजों की मौत हो चुकी है। इसके अलावा दुनिया के अन्य देशों में भी कोरोना वायरस के संक्रमण से स्थिति खराब है।

शनिवार, 12 जून 2021

अभियान, सैकड़ों अरब डॉलर की परियोजनाएं: मंजूर

वाशिंगटन डीसी। दुनिया के सबसे संपन्न सात देशों (जी 7) के शिखर सम्मेलन में शनिवार को चीन मुख्य मुद्दा रहा। चीन की विस्तारवादी नीतियों के खिलाफ अमेरिका की अगुआई में जी 7 देशों ने पहली बार इतने आक्रामक ढंग से फैसले किए। चीन के वन बेल्ट-वन रोड (ओबीओआर) अभियान के जवाब में अमेरिका और पश्चिमी देश मिलकर बुनियादी सुविधाओं के विकास का नया अभियान शुरू करेंगे। इस अभियान में सैकड़ों अरब डॉलर (सैकड़ों लाख करोड़ रुपये) की परियोजनाएं होंगी।

अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन और जी 7 देशों के अन्य नेताओं के अनुसार इस परियोजना का नाम बिल्ड बैक बेटर व‌र्ल्ड (बी3डब्ल्यू) होगा। अमेरिकी राष्ट्रपति के व्हाइट हाउस कार्यालय के अनुसार इस अभियान के तहत पारदर्शी तरीके और आपसी साझेदारी से आधारभूत ढांचे का विकास किया जाएगा। इसके तहत विकासशील देशों में 2035 तक 40 ट्रिलियन डॉलर की रकम खर्च की जाएगी।

इंवेस्टिगेटिव पत्रकारिता के लिए 'पुलित्जर' पुरस्कार

अखिलेश पाण्डेय              
न्यूयॉर्क। अशांत शिंजियांग प्रांत में लाखों मुसलमानों को हिरासत में रखने के लक्ष्य से चीन द्वारा गोपनीय तरीके से बनाए गए जेल और अन्य भवनों के बारे में जानकारी सार्वजनिक करने वाली खबरें लिखने वाली भारतीय मूल की पत्रकार मेघा राजगोपालन और दो अन्य पत्रकारों को इनोवेटिव इंवेस्टिगेटिव पत्रकारिता के लिए पुलित्जर पुरस्कार दिया गया है। बजफीड न्यूज की पत्रकार राजगोपालन भारतीय मूल की उन दो पत्रकारों में से एक हैं। जिन्हें शुक्रवार को अमेरिका का शीर्ष पत्रकारिता पुरस्कार दिया गया। टम्पा बे टाइम्स के नील बेदी को स्थानीय रिपोर्टिंग के लिए यह पुरस्कार दिया गया। बेदी और कैथलीन मैकग्रॉरी ने भविष्य के संदिग्ध अपराधियों की पहचान करने के लिए कंप्यूटर मॉडलिंग का उपयोग करने के शेरीफ कार्यालय के कदम के संबंध में खबर लिखने के लिए पुरस्कृत किया गया है। शेरीफ कार्यालय इस योजना के तहत बच्चों सहित करीब 1,000 लोगों की निगरानी कर रहा था। 
बेदी टम्पा बे टाइम्स में इंवेस्टिगेटिव रिपोर्टर हैं। टाइम्स के कार्यकारी संपादक मार्क कैचेस ने कहा, ”कैथलीन और नील ने पास्को काउंटी में जिस सूचना को सार्वजनिक किया उसका समुदाय पर विस्तृत प्रभाव पड़ा है।” उन्होंने कहा, ”कोई भी अच्छा इंवेस्टिगेटिव पत्रकार यही कर सकता है और इसलिए यह जरूरी है।” राजगोपालन के शिंजियांग सीरीज को अंतरराष्ट्रीय रिपोर्टिंग श्रेणी में पुलित्जर पुरस्कार मिला है। पुरस्कार पाने के कुछ ही मिनट बाद राजगोपालन ने बजफीड न्यूज से कहा कि वह पुरस्कार समारोह का सीधा प्रसारण नहीं देख रही थीं क्योंकि जीतने की आशा नहीं थी। उन्होंने कहा कि एक दोस्त ने जब फोन करके उन्हें बधाई दी, तब उन्हें पुलित्जर जीतने का पता चला। उन्होंने लंदन से फोन पर कहा, ”मैं आश्चर्यचकित हूं, मुझे इसकी आशा नहीं थी।

आखिरी थ्रो में भाला फेंककर स्वर्ण पदक जीता: नीरज

लिस्बन। स्टार भाला फेंक एथलीट नीरज चोपड़ा ने अपने अंतर्राष्ट्रीय सत्र की शुरुआत सिटी ऑफ लिस्बन एथलेटिक्स मीट में गुरूवार को 83.18 मीटर की थ्रो के साथ स्वर्ण पदक जीतते हुए की। नीरज ने लिस्बन यूनिवर्सिटी स्टेडियम में 80.17 मीटर के साथ शुरुआत की और अपनी छठी एवं आखिरी थ्रो में 83.18 मीटर तक भाला फेंककर स्वर्ण पदक जीत लिया। एशियाई खेलों के चैंपियन चोपड़ा का इस वर्ष मार्च में पटियाला में इंडियन ग्रां प्री में 88.07 मीटर का राष्ट्रीय रिकॉर्ड है। उन्होंने छह राउंड में से तीन फ़ाउल किये। उनकी एक अन्य वैध थ्रो चौथी थी जिसमें उन्होंने 78.50 मीटर तक भाला फेंका था। 
23 वर्षीय नीरज ने अपनी जीत के बाद कहा कि उनका यह स्वर्ण जीतने का प्रयास ट्रेनिंग मोड में था और वह आगामी अंतर्राष्ट्रीय मीट में अपना प्रदर्शन और आगे बढ़ा सकते हैं। यह मीट एक वर्ष से ज्यादा समय में नीरज की पहली अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिता थी।नीरज ने कहा,”हम पहले से जानते थे कि लिस्बन में कौन-कौन भाग लेंगे और मेरे कोच ने कहा था ट्रेनिंग मोड में प्रतिस्पर्धा करना और अपना 100 फीसदी नहीं करना।” उनका आखिरी प्रयास पहले 78.15 मीटर दिखाया गया जिसका मतलब था कि वह 80.71.मीटर की पहली थ्रो के साथ स्वर्ण जीत सकते थे। उनके टीम प्रबंधन ने आयोजकों से फ़ाइनल थ्रो की मैनुअल नाप का आग्रह किया और फिर यह थ्रो 83.18 मीटर आयी।

शुक्रवार, 11 जून 2021

चीन के व्यवहार से हिंद-प्रशांत में हो सकता हैं संकट

वाशिंगटन डीसी। अमेरिका के रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन ने चीन को एक बढ़ती हुई चुनौती बताते हुए अमेरिकी सांसदों से कहा, कि चीन के ''आक्रामक व्यवहार से रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण हिंद-प्रशांत क्षेत्र में संकट पैदा हो सकता है। पेंटागन के वार्षिक बजट पर कांग्रेस की सुनवाई के दौरान सीनेट की सशस्त्र सेवा समिति के सदस्यों के सवालों के जवाब में उन्होंने जोर देकर कहा कि दोनों देशों की सेनाओं और सरकारी अधिकारियों के बीच संवाद की सीधी लाइन होनी चाहिए। ऑस्टिन ने बृहस्पतिवार को कहा, ''हिंद-प्रशांत क्षेत्र में चीन के आक्रामक बर्ताव को देखते हुए मुझे आशंका है कि कुछ ऐसा हो सकता है जिसके कारण वहां संकट पैदा हो जाए। हम चाहते हैं कि अपने सहयोगियों और साझेदारों तथा शत्रुओं या संभावित शत्रुओं से बात करने की क्षमता हमारे पास हो। इसलिए मुझे लगता है कि सेना बल्कि सरकारी अधिकारियों के बीच भी संवाद की सीधी लाइन होनी चाहिए। 

ऑस्टिन ने कहा कि वर्तमान में चीन के साथ अमेरिका के संबंध प्रतिस्पर्धा वाले हैं। उन्होंने कहा, ''वे इस ग्रह का सबसे प्रभावशाली देश बनना चाहते हैं। उनका दीर्घकालिक लक्ष्य यही है। वे सेना समेत अनेक गतिविधियों में हमारे साथ प्रतिस्पर्धा करना चाहते हैं। हम जो कुछ भी करते हैं। सेना या सरकार के अन्य क्षेत्रों में, इसलिए करते हैं। ताकि हम आर्थिक रूप से प्रतिस्पर्धी बने रह सकें, दुनिया के सर्वश्रेष्ठ वैज्ञानिक तैयार कर सकें और सबसे विस्तृत शोध कर सकें। यह व्यापक गतिविधियों की प्रतिस्पर्धा है।     

चीन ने अमेरिका से अनुरोध किया है कि वह उसके साथ एक ''काल्पनिक शत्रु की तरह बर्ताव न करे। चीन के विदेश मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने इस हफ्ते बीजिंग में कहा कि चीन अमेरिका के साथ अविवादित, बिना मुकाबले वाले, परस्पर सम्मान के तथा दोनों के लिए लाभदायक संबंध विकसित करना चाहता है।हालांकि, इसके साथ ही वह अपनी संप्रभुता, सुरक्षा और विकास संबंधी हितों की भी मजबूती से रक्षा करेगा।उल्लेखनीय है कि चीन 10.3 लाख वर्गमील के लगभग पूरे दक्षिण चीन सागर को अपना संप्रभु क्षेत्र बताता है। हालांकि अमेरिकी नौसेना के पोत अक्सर इस विवादित क्षेत्र से गुजरते हैं। जिनके जरिए अमेरिका क्षेत्र में नौवहन की स्वतंत्रता पर जोर देता है। बुधवार को ऑस्टिन ने रक्षा विभाग को निर्देश जारी किए। जिनमें कहा गया कि वह अमेरिका के लिए सबसे बड़ी चुनौती बने चीन की ओर से उठने वाली सुरक्षा चुनौतियों से और बेहतर तरीके से निबटें। ये निर्देश विभाग की चाइना टास्क फोर्स की अंतिम अनुशंसाओं के आधार पर दिए गए।

दुनिया को टीके की 10 करोड़ खुराकें दान करेंगा ब्रिटेन

लंदन। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने शुक्रवार को कॉर्नवाल में जी7 शिखर सम्मेलन की शुरुआत में घोषणा की, उनका देश अगले साल तक दुनिया को कोविड टीके की 10 करोड़ खुराकें दान करेगा। शिखर सम्मेलन के औपचारिक सत्रों के शुरू होने से पहले मेजबान के तौर पर जॉनसन ने कोरोना वायरस महामारी पर काबू के लिए एक बड़ा कदम उठाने का संकल्प लिया। इस समूह के सदस्य देशों में ब्रिटेन, अमेरिका, कनाडा, फ्रांस, जर्मनी, इटली और जापान शामिल हैं।इन देशों के नेताओं के साथ ही यूरोपीय संघ और अतिथि देशों के रूप में भारत, दक्षिण अफ्रीका, ऑस्ट्रेलिया तथा दक्षिण कोरिया के नेता भी शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बैठक को डिजिटल तरीके से संबोधित करेंगे। उम्मीद की जा रही है कि शिखर सम्मेलन में दुनिया को कोविड टीकों की कम से कम एक अरब खुराकें देने की घोषणा की जाएगी।
जॉनसन ने कहा कि इस महामारी की शुरुआत से ही ब्रिटेन ने इस घातक बीमारी से मानवता की रक्षा करने के प्रयासों का नेतृत्व किया है। एक साल पहले हमने ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका टीका के विकास के लिए वित्तपोषण इस आधार पर किया कि इसे दुनिया में कीमत के आधार पर वितरित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस अभूतपूर्व मॉडल में लोगों को लाभ से ऊपर रखा गया है और इसका मतलब है कि अब तक 160 देशों में आधा अरब से अधिक खुराकें दी जा चुकी हैं। उन्होंने कहा कि ब्रिटेन के टीका कार्यक्रम की सफलता के फलस्वरूप अब हम अपनी कुछ अतिरिक्त खुराकें उन लोगों के साथ साझा करने की स्थिति में हैं जिन्हें इसकी आवश्यकता है।
जॉनसन ने कहा, “मुझे उम्मीद है कि जी-7 शिखर सम्मेलन में मेरे सहयोगी नेता भी इसी तरह का संकल्प लेंगे ताकि हम अगले साल के अंत तक दुनिया का टीकाकरण कर सकें और कोरोना वायरस से बेहतर तरीके से मुकाबला कर सकें।” ब्रिटेन सितंबर के अंत तक 50 लाख खुराकें दान करेगा और इसकी शुरुआत आने वाले हफ्तों में होगी और यह मुख्य रूप से दुनिया के सबसे गरीब देशों के लिए होगी।

कोवैक्सीन को अमेरिकी मंजूरी मिलने में वक्त लगेगा

हैदराबाद। भारत बायोटेक की कोविड-19 वैक्सीन कोवैक्सीन को झटका देते हुए अमेरिकी खाद्य एवं दवा नियामक ने इसके अमेरिकी साझेदार ओक्यूजेन इंक को सलाह दी है कि वह भारतीय वैक्सीन के इस्तेमाल की मंजूरी हासिल करने के लिए अतिरिक्त आंकड़ों के साथ जैविक लाइसेंस आवेदन (बीएलए) मार्ग से अनुरोध करे।ओक्यूजेन ने गुरुवार को एक बयान में कहा था कि वह एफडीए की सलाह के अनुसार कोवैक्सीन के लिए बीएलए दाखिल करेगी। बीएलए, एफडीए की ”पूर्ण अनुमोदन” व्यवस्था है, जिसके तहत दवाओं और टीकों की मंजूरी दी जाती है। ऐसे में कोवैक्सीन को अमेरिकी मंजूरी मिलने में थोड़ा और वक्त लग सकता है।ओक्यूजेन ने कहा, ”कंपनी अब कोवैक्सीन के लिए आपातकालीन उपयोग की अनुमति (ईयूए) पाने की कोशिश नहीं करेगी। एफडीए ने मास्टर फाइल के बारे में ओक्यूजेन को प्रतिक्रिया दी है। यह सलाह दी गई है कि ओक्यूजेन को अपनी वैक्सीन के लिए ईयूए आवेदन के बजाय बीएलए अनुरोध दाखिल करना चाहिए।

इसके साथ ही कुछ अतिरिक्त जानकारी और डेटा के लिए अनुरोध भी किया गया है।” ओक्यूजेन ने कहा कि इसके चलते अमेरिका में कोवैक्सीन की पेशकश में देरी हो सकती है। बीएलए अनुरोध के लिए जरूरी अतिरिक्त जानकारी को समझने के लिए ओक्यूजेन एफडीए के साथ चर्चा कर रही है। कंपनी का अनुमान है कि आवेदन की स्वीकृति के लिए एक अतिरिक्त नैदानिक ​​परीक्षण के आंकड़ों की जरूरत होगी। ओक्यूजेन के मुख्य कार्यकारी अधिकारी और सह-संस्थापक शंकर मुसुनुरी ने कहा, ”हालांकि, हम अपने ईयूए आवेदन को अंतिम रूप देने के बेहद करीब थे, लेकिन एफडीए ने हमें बीएलए के जरिए अनुरोध करने की सलाह दी है। इससे ज्यादा वक्त लगेगा, लेकिन हम कोवैक्सीन को अमेरिका में लाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।”

नमाजियों की हत्या पर बनने वाली फिल्म पर विवाद

वेलिंगटन। न्यूजीलैंड की मस्जिदों पर एक बंदूकधारी के हमले और बड़ी संख्या में नमाजियों की हत्या पर प्रधानमंत्री जेसिंडा आर्डर्न की प्रतिक्रिया पर बनने वाली एक फिल्म पर विवाद पैदा हो गया है और कहा जा रहा है कि इस फिल्म में उनका पक्ष नहीं दिखाया गया जो हमले में मारे गए थे।

हॉलीवुड पर समाचार देने वाली ऑनलाइन पत्रिका ‘डेडलाइन’ की खबर के अनुसार ऑस्ट्रेलियाई अभिनेत्री रोज बायर्न “दे आर अस” नाम से बनने वाली फिल्म में आर्डर्न का किरदार निभाने वाली हैं। फिल्म में, क्राइस्टचर्च स्थित दो मस्जिदों में 2019 में हुए हमलों के बाद के दिनों की परिस्थिति को दर्शाया जाएगा। डेडलाइन के अनुसार, फिल्म में यह दिखाया जाएगा कि आर्डर्न ने उन हमलों पर किस प्रकार प्रतिक्रिया दी थी और कैसे उनके आह्वान पर लोगों ने सहानुभूति तथा एकता का प्रदर्शन करते हुए रैलियां निकाली थीं। फिल्म में यह भी दिखाया जाएगा कि प्रधानमंत्री ने कैसे ‘सेमी आटोमेटिक’ हथियारों पर प्रतिबंध लगाने में सफलता पाई।

मंगल की धूल भरी चट्टानी सतह पर चीन का झंडा

बीजिंग। चीन राष्ट्रीय अंतरिक्ष प्रशासन (सीएनएसए) ने शुक्रवार को तस्वीरें जारी की जिनमें मंगल ग्रह की धूल भरी चट्टानी सतह और चीन का राष्ट्रीय झंडा लगा चीनी रोवर और लैंडर नजर आ रहे हैं। सीएनएसए ने मंगल ग्रह की चार तस्वीरें जारी की हैं जिनमें झूरोंग रोवर का ऊपरी हिस्सा नजर आ रहा है और अपने प्लेटफॉर्म से बाहर निकलने से पहले के रोवर के दृश्य नजर आ रहे हैं।सीएनएसए ने एक बयान में कहा कि झूरोंग जिस जगह सतह पर उतरा था, वहां से करीब 10 मीटर की दूरी पर उसने एक रिमोट कैमरा लगाया था और फिर उसने कई तस्वीरें लीं। चीन ने पिछले महीने मंगल की सतह पर रोवर के साथ तियानवेन-1 अंतरिक्ष यान को उतारा था। इससे पहले यान करीब तीन महीने मंगल की कक्षा में था।
मंगल में अंतरिक्ष यान भेजने वाला दूसरा देश
अमेरिका के बाद मंगल की सतह पर अंतरिक्ष यान भेजने वाला चीन दूसरा देश है। यान के ऑर्बिटर और लैंडर दोनों पर छोटे चीनी झंडे लगे हैं। लैंडर पर 2022 बीजिंग शीतकालीन ओलंपिक एवं पैराओलंपिक के शुभंकर की आकृति भी है। छह पहियों वाला रोवर उस स्थान का सर्वेक्षण कर रहा है जिसे यूटोपिया प्लानिशिया कहा जाता है।
पानी या वर्फ की कर रहा तलाश

रोवर मंगल की सतह पर विशेषकर पानी या बर्फ के संकेतों की तलाश कर रहा है जिससे कि ग्रह पर जीवन की संभावनाओं का पता लगाया जा सके। झूरोंग की ऊंचाई 1.85 मीटर (छह फुट) है और यह अमेरिका के परसेवियरेंस रोवर से छोटा है। परसेवियरेंस रोवर एक छोटे हेलीकॉप्टर के साथ ग्रह का अवलोकन कर रहा है।

2031 से पहले वापस आने की उम्मीद
नासा को उम्मीद है कि उसका रोवर जुलाई में ग्रह से नमूने एकत्रित कर 2031 से पहले जल्द से जल्द धरती पर वापस आ जायेगा। चीन अपनी महात्वाकांक्षी अंतरिक्ष कार्यक्रम योजनाओं के तहत अगले सप्ताह अपने नए अंतरिक्ष स्टेशन में पहले चालक दल को भेजेगा।

चालक दल तीन महीने ठहरेगा

चालक दल के तीन सदस्यों की तियान्हे (हेवेनली हारमनी) स्टेशन पर करीब तीन महीने ठहरने की योजना है जो पूर्व के किसी भी चीनी अभियान से अधिक समय वाला है। इस दौरान ये सदस्य अंतरिक्ष में चहलकदमी, निर्माण, रखरखाव का काम और वैज्ञानिक प्रयोग करेंगे। एजेंसी.

गुरुवार, 10 जून 2021

भारत को 8 करोड़ कोरोना टीके मिलेगें: अमेरिका

वाशिंगटन डीसी। दुनियाभर में जारी कोरोना महामारी के बीच अमेरिका वैक्सीन को लेकर मदद करने के लिए सामने आया है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के हाल ही में ऐलान करने के बाद विदेश विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया है, कि कोवैक्स के जरिए भारत को 8 करोड़ कोरोना वैक्सीन दी जाएंगी। 2 जून को अमेरिकी राष्ट्रपति ने घोषणा की थी, कि अमेरिका समर्थित कोवैक्स ग्लोबल वैक्सीन शेयरिंग प्रोग्राम के तहत अपने भंडार से कोविड के 75 फीसदी- 2.5 करोड़ डोज की पहली किश्त में से तकरीबन 1.9 करोड़ आवंटित करेगा। यह दक्षिण और दक्षिण-पूर्व एशिया के साथ-साथ अफ्रीका के लिए भी होंगी। 

बाइडन का यह कदम जून के आखिरी तक वैश्विक स्तर पर आठ करोड़ वैक्सीन्स को शेयर करने के लिए उनके प्रशासन के फ्रेमवर्क का एक हिस्सा है। व्हाइट हाउस की फैक्ट शीट के मुताबिक, कोवैक्स के जरिए से लगभग 1.9 टीकों को शेयर किया जाएगा। अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता नेड प्राइस ने बुधवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा, ''भारत में वैक्सीन्स की शिपमेंट कब तक पहुंचेगी। इसके बारे में मेरे पास कोई विशेष जानकारी नहीं है। बेशक, भारत को उन आठ करोड़ टीकों का एक हिस्सा मिलेगा, जोकि कोवैक्स के जरिए से दिया जाएगा। मेरा मानना है कि उस क्षेत्र के लिए लगभग 60 लाख टीके होंगे।

इंग्लैंड के खिलाफ दूसरे टेस्ट में नहीं खेल पायेंगे बीजे

वेलिंग्टन। न्यूजीलैंड के विकेटकीपर बल्लेबाज बीजे वाटलिंग पीठ की चोट के कारण इंग्लैंड के खिलाफ दूसरे टेस्ट में नहीं खेल पायेंगे। वाटलिंग की पीठ का दर्द ठीक नहीं हुआ जिससे गुरूवार को विकेटकीपर बल्लेबाज टॉम ब्लंडेल को उनकी जगह टीम में शामिल किया। न्यूजीलैंड क्रिकेट ने बयान में कहा कि यह चोट पहले भी वाटलिंग को परेशान करती रही है। हालांकि पिछले 24 घंटों में इसमें सुधार हुआ है। लेकिन यह इतनी ठीक नहीं है कि वह पूरे टेस्ट के दौरान विकेटो के पीछे खड़े हो पायेंगे। न्यूजीलैंड के लिये 74 टेस्ट, 28 वनडे और पांच टी20 अंतरराष्ट्रीय खेल चुके 35 वर्षीय वाटलिंग ने इस महीने के शुरू में घोषणा की थी कि वह भारत के खिलाफ विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप फाइनल के बाद क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास ले लेंगे।
न्यूजीलैंड की टीम इंग्लैंड के खिलाफ दूसरे टेस्ट में अपने नियमित कप्तान केन विलियम्सन के बिना ही खेलेगी क्योंकि वह विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप फाइनल से पहले कोहनी की दर्द से पूरी तरह उबरना चाहते हैं। दो टेस्ट की श्रृंखला का पहला मैच ड्रा रहा था। दूसरे टेस्ट के बाद टीम 18 जून से होने वाले विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप फाइनल के लिये साउथम्पटन रवाना होगी।

सिकाडा ने अमेरिकी राष्ट्रपति की यात्रा में खलल डाला

वाशिंगटन डीसी। कुछ दिनों पहले ही खबर आई थी कि एक खास तरह के कीट अमेरिका में 17 सालों बाद जमीन के नीचे से निकल रहे हैं। अब ये कीड़े एक बार फिर चर्चा में हैं क्योंकि इन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन की पहली विदेश यात्रा में खलल डालने का काम किया है। बाइडेन जब बुधवार को अपनी पहली विदेश यात्रा के लिए ज्वाइंट बेस एंड्रयूज पहुंचे तो वायुसेना के अधिकारियों के साथ बातचीत के दौरान एक सिकाडा उनकी गर्दन के पीछे आकर बैठ गया था। सभी सुरक्षा के घेरे को तोड़ते हुए ये कीड़ा बाइडेन के पास पहुंचा जिसके बाद अमेरिकी राष्ट्रपति ने इसे हटाया। जो बाइडेन ने इसके बाद वहां मौजूद पत्रकारों से ये भी कहा कि आप लोग सिकाडा से सावधान रहें। अभी मेरे ऊपर एक बैठ गया है। अमेरिकी राष्ट्रपति का ये वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल भी हो रहा है।

बाइडेन की पहली विदेश यात्रा के लिए दर्जनों पत्रकार उनके साथ यूनाइटेड किंगडम जा रहे थे। हालांकि इन पत्रकारों के चार्टर्ड प्लेन को भी सिकाडा कीड़ों ने अपना शिकार बनाया और इसके चलते इस प्लेन को 7 घंटों बाद चलाया जा सका था। ये कीड़े प्लेन के इंजन में भी घुस गए थे जिसके चलते इस फ्लाइट के टाइम को काफी आगे बढ़ाना पड़ा। ये प्लेन रात 9 बजे उड़ान भरने वाला था लेकिन आखिरकार ये रात 2.15 मिनट पर टेकऑफ के लिए तैयार हो पाया था।
गौरतलब है कि वाशिंगटन डीसी क्षेत्र अमेरिका के उन कई हिस्सों में से एक है, जो सिकाडा के झुंड से प्रभावित है। ये कीड़े धीरे-धीरे अमेरिका के 15 राज्यों में उभर रहे हैं। सिकाडा इससे पहले साल 2004 में बाहर आए थे और और कहा जा रहा है कि अब 2038 तक नजर नहीं आएंगे। वैज्ञानिकों का कहना है कि सिकाडा कीट से कोई खतरा नहीं है क्योंकि ना तो ये इंसानों को ढूंढते हैं और ना ही उन्हें काटते हैं। सिकाडा कीड़ों की लंबाई 2 इंच तक हो सकती है। ये आमतौर पर दिखने में काले होते हैं और इनके पंख नारंगी होते हैं। लाल आंखों वाले इन कीड़ों के छह पैर होते हैं।

बुधवार, 9 जून 2021

प्रोडक्‍शन को बढ़ावा, अमेरिका ने बिल पास किया

वाशिंगटन डीसी। अमेरिकी सीनेट ने टेक्‍नोलॉजी रिसर्च एंड प्रोडक्‍शन को बढ़ावा देने के मकसद से एक बिल पास किया है। इसको अमेरिकी इतिहास में दर्ज कुछ बड़े प्रस्‍तावों में से एक बताया जा रहा है। इस बिल को पास करने के लिए डेमोक्रेट और रिपब्लिकन सांसद एक हुए हैं। आपको बता दें कि कई मुद्दों पर इन दोनों का रुख एक-दूसरे के बिल्‍कुल विप‍रीत होता है। कहा जा रहा है, कि इस नए प्रस्‍ताव के पास होने के बाद अंतरराष्‍ट्रीय स्‍तर पर प्रतियोगिता बढ़ेगी खासतौर पर चीन के साथ। हालांकि, इस बिल को अभी हाउस ऑफ रिप्रजेंटेटिव में पारित होना जरूरी है। इसके बाद ही ये कानून की शक्‍ल ले सकेगा।

बिल का समर्थन करने वाले सदस्‍यों का कहना है कि ये अमेरिकी इतिहास और साइंटिफिक रिसर्च के क्षेत्र में अब तक के कुछ बड़े बिलों में से एक है। सीनेट मेजोरिटी लीडर चक स्‍कमर ने इस बिल के पारित होने पर कहा कि उन्‍हें पूरा विश्‍वास है कि इस बिल के पारित होने के बाद अमेरिका न सिर्फ रिसर्च में काफी आगे जाएगा।बल्कि उत्‍पादन के मामले में भी काफी आगे जाएगा। इसके जरिए भविष्‍य में विश्‍व में औद्योगिक क्षेत्र में प्रतियोगिता काफी बढ़ जाएगा।

फ्रांस के राष्ट्रपति के गाल पर जोरदार तमाचा जड़ा

पेरिस। वाॅक अबाउट सेशन के दौरान हुई भीड़ में शामिल एक व्यक्ति ने अचानक से फ्रांस के राष्ट्रपति के गाल पर जोरदार तमाचा जड़ दिया। जिससे लोगों में सन्नाटा पसर गया। राष्ट्रपति की सुरक्षा में तैनात सुरक्षाकर्मियों ने तत्परता दिखाते हुए युवक को पकड़कर जमीन पर बैठा दिया और उसे वहां से दूर ले गए। इस मामले में अभी तक 2 लोगों को गिरफ्तार किया।दरअसल साउथ ईस्टर्न फ्रांस के ड्रोन क्षेत्र में वाॅक अबाउट सेशन का आयोजन किया गया था। कार्यक्रम में राष्ट्रपति एमैनुएल मैक्रोन भी शामिल हुए थे। आयोजन में अनेक लोगों की भीड़ थी। इसी दौरान कार्यक्रम में शामिल एक व्यक्ति ने भीड़ में से निकलकर तत्परता दिखाते हुए राष्ट्रपति के गाल पर तमाचा जड़ दिया। अचानक हुए इस समूचे घटनाक्रम से आयोजन में सनसनी सी दौड़ गई और कार्यक्रम में बुरी तरह से सन्नाटा पसर गया।

इसी बीच राष्ट्रपति की सुरक्षा में तैनात सुरक्षाकर्मियों ने तुरंत ही थप्पड़ मारने वाले युवक को पकड़कर जमीन पर बैठा दिया और एमैनुएल मैक्रों को वहां से दूर ले गए। बताया गया है कि इस मामले में अभी तक 2 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। सीसीटीवी फुटेज के मुताबिक कार्यक्रम में जमा हुई भीड़ में एक व्यक्ति हरे रंग की टी-शर्ट में वहां मौजूद था और चेहरे पर मास्क लगा रखा था और उसने चश्मा भी पहन रखा था। जैसे ही राष्ट्रपति इस व्यक्ति के करीब पहुंचे यह शख्स डाउन विद मैक्रोनिया कह कर चिल्लाने लगा और उसने राष्ट्रपति के चेहरे पर थप्पड़ मार दी। उसी वक्त 2 सुरक्षाकर्मियों ने इस शख्स को पकड़ लिया। वीडियो में नजर आ रहा है कि सुरक्षाकर्मी तुरंत राष्ट्रपति को वहां से हटाते हैं और दूर ले जाते हैं।

रूस: आईसीयू में आग लगने से 3 की मौत, 11 झुलसे

रियाजान। रूस के मध्यवर्ती शहर रियाजान में सेमाशको अस्पताल की गहन चिकित्सा इकाई (आईसीयू) में बुधवार तड़के आग लगने से तीन लोगों की मौत हो गयी और 11 अन्य झुलस गये। क्षेत्रीय प्रशासन ने बयान जारी कर कहा कि रियाजान क्षेत्रीय आपात स्थिति मंत्रालय के अनुसार तड़के 3:36 बजे सेमाशको अस्पताल में आग लग गयी। इस भीषण आग की चपेट में आकर दो लोग अस्पताल के अंदर और एक व्यक्ति की एंबुलेंस में मौत हो गयी। हादसे में 11 लोग झुलस गये हैं। जिनमें से कुछ की हालत नाजुक है।

अजब: महिला ने 10 बच्चों को जन्म दिया, स्वास्थ्य

प्रिटोरिया। महिला ने एक साथ 10 बच्चों को जन्म दिया है, यह खबर चमत्कार से कम नहीं है। बताया जा रहा है कि महिला पहले से जुड़वा बच्ची की मां है। दुनिया भर में ऐसा पहली बार हुआ है। एक साथ 10 बच्चे का जन्म थोड़ी अजीब जरूर लग रही है, लेकिन ऐसा सच में हुआ है। दक्षिण अफ्रीका के प्रिटोरिया में 37 वर्षीय गोसियामे थमारा सिथोल नामक एक महिला ने एक साथ 10 बच्चों को जन्म दिया है। गोसियामे थमारा सिथोल ने 7 लड़कों और 3 लड़कियों को जन्म दिया है। हालांकि ये सब देखकर थमारा सिथोल खुद हैरान रह गई। जांच में डॉटर्स ने 6 बच्चों की उम्मीद जताई थी। गोसियामे थमारा सिथोल को इस बात की चिंता थी कि उनके बच्चे शायद जीवित न रह पाएं। हालांकि सभी बच्चे स्वस्थ हैं और अगले कुछ महीने इन्क्यूबेटरों में रखे जाएंगे।

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, गोसियामे थमारा सिथोल का दावा है कि उन्होंने प्राकृतिक तरीके से ही गर्भधारण किया था, लेकिन बच्चों को जन्म देना उनके लिए आसान नहीं था। क्योंकि प्रेग्नेंसी के दौरान उनके पैरों में काफी दर्द और हार्टबर्न की समस्या का करना पड़ा।गोसियामे थमारा सिथोल के दावे की पुष्टि अभी तक किसी स्वास्थ्य विशेषज्ञ या गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स द्वारा नहीं की गई है। अगर ये दावा सही साबित होता है, तो एक ही प्रेग्नेंसी में 10 बच्चों को जन्म देना वर्ल्ड रिकॉर्ड बन सकता है। बता दें कि सबसे ज्यादा बच्चों को जन्म देने का रिकॉर्ड माली की हलीमा सिस्से के नाम है। हलीमा सिस्से ने मई महीने में मोरक्को के एक अस्पताल में 9 बच्चों को जन्म दिया था।

विश्व में कोरोना से 37.45 लाख लोगों की मौंत हुईं

वाशिंगटन डीसी। विश्वभर में कोरोना वायरस (कोविड-19) का प्रकोप जारी है और अब तक इससे करीब 17.39 करोड़ लोग संक्रमित हो चुके हैं जबकि करीब 37.45 लाख लोगों की मौत हो गई है। अमेरिका की जॉन हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी के विज्ञान एवं इंजीनियरिंग केंद्र (सीएसएसई) की ओर से जारी ताजा आंकड़ों के अनुसार दुनिया के 192 देशों एवं क्षेत्रों में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 17 करोड़ 38 लाख 96 हजार 270 हो गयी है। जबकि 37 लाख 44 हजार 795 लोगों की इसके कारण मौत हो चुकी है।विश्व में महाशक्ति माने जाने वाले अमेरिका में कोरोना वायरस की रफ्तार थोड़ी धीमी पड़ी है। यहां संक्रमितों की संख्या तीन करोड़ 33 लाख 90 हजार 694 हो गयी है और 5,98,323 लाख से अधिक लोगों की इस संक्रमण से मौत हो गयी है। 
दुनिया में कोरोना संक्रमितों के मामले में भारत दूसरे स्थान पर और मृतकों के मामले में तीसरे स्थान पर है। पिछले 24 घंटों में 92,596 नये मामले आने के साथ ही संक्रमितों का आंकड़ा बढ़कर दो करोड़ 90 लाख 89 हजार 069 हो गया। इस दौरान एक लाख 62 हजार 664 मरीज स्वस्थ हुए हैं जिसे मिलाकर देश में अब तक दो करोड़ 75 लाख 04 हजार 126 लोग इस महामारी को मात दे चुके हैं। सक्रिय मामले 72,287 और घट कर अब 12 लाख 31 हजार 415 रह गये हैं। इस दौरान 2219 और मरीज अपनी जान गंवा बैठे और इस बीमारी से मरने वालों की कुल संख्या बढ़कर तीन लाख 53 हजार 528 हो गयी है। ब्राजील संक्रमितों के मामले में अब तीसरे स्थान पर है। इस देश में कोरोना संक्रमण के मामले फिर से बढ़ रहे हैं और अभी तक इससे 1.70 करोड़ से ज्यादा लोग प्रभावित हुए हैं जबकि करीब 4.77 लाख से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। ब्राजील कोरोना से मौतों के मामले में विश्व में दूसरे स्थान पर है। संक्रमण के मामले में फ्रांस चौथे स्थान पर है जहां कोरोना वायरस से अब तक 57.81 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं जबकि 1.10 लाख से अधिक मरीजों की मौत हो चुकी है।
कोरोना प्रभावितों के मामले में तुर्की रूस से आगे निकल गया है और यहां कोरोना वायरस से संक्रमितों की संख्या 53 लाख हो गयी है और 48,341 मरीजों की मौत हो चुकी है। रूस में कोरोना संक्रमितों की संख्या 50.86 लाख से अधिक हो गई है और इसके संक्रमण से 1.22 लाख से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। ब्रिटेन में कोरोना वायरस प्रभावितों की कुल संख्या 45.44 लाख से अधिक हो गयी है और 1.28 लाख से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। मृतकों के मामले में ब्रिटेन पांचवें स्थान पर है। इटली में कोरोना प्रभावितों की संख्या 42.35 लाख से अधिक हो गयी है और 1.26 लाख से अधिक लाेगों की जान जा चुकी है। कोरोना से प्रभावित होने के मामले में अर्जेंटीना ने जर्मनी को पीछे छोड़ दिया है। अर्जेंटीना में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 40.08 लाख से अधिक हो गयी है तथा मृतकों की संख्या 82,667 है।
जर्मनी में वायरस की चपेट में आने वालों की संख्या 37.12 लाख से अधिक हो गई है और 89,434 लोगों की मौत हो चुकी है। स्पेन में इस महामारी से 37.11 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं और 80,309 लोगों की मौत हो चुकी है। कोलंबिया में कोरोना वायरस से 36.11 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं और 92,923 लोगों ने जान गंवाई है। इस बीच ईरान ने पोलैंड को पीछे छोड़ते हुए आगे निकल गया है। ईरान में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 29.80 लाख से ज्यादा हो गयी है तथा मृतकों का आंकड़ा 81,362 पहुंच गया है। पोलैंड में कोरोना से 28.75 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं और इस महामारी से 74,255 लोग जान गंवा चुके हैं।
मैक्सिको में कोरोना से 24.38 लाख से अधिक लोग संक्रमित हुए हैं और यह देश मृतकों के मामले विश्व में चौथे स्थान पर है जहां अभी तक इस वायरस के संक्रमण से करीब 2.289 लाख से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। यूक्रेन में संक्रमितों की संख्या 22.76 लाख से अधिक है और 53,420 लोग अपनी जान गंवा बैठे हैं। पेरू में संक्रमितों की संख्या 19.85 लाख पहुंच गयी है, जबकि 1.86 लाख से अधिक लोगों की जान जा चुकी है। इंडोनेशिया में भी कोरोना संक्रमण के मामले 18.69 लाख के पार पहुंच गये हैं जबकि 51,999 लोगों की मौत हो चुकी है। दक्षिण अफ्रीका में कोरोना वायरस से 17.04 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुये हैं और 57,183 लोगों की मौत हो चुकी है। नीदरलैंड में कोरोना से अब तक 16.93 लाख से अधिक लोग संक्रमित हुए हैं और यहां इस महामारी से 17,972 लोगों की मौत हो चुकी है।
चेक गणराज्य में कोरोना से अब तक 16.64 लाख से अधिक लोग प्रभावित हो चुके हैं और यहां इस महामारी से 30,193 लोग जान गंवा चुके हैं। पड़ोसी देश पाकिस्तान में अब तक कोरोना से 9.35 लाख से अधिक लोग संक्रमित हुए हैं और 21,453 मरीजों की मौत हो चुकी है। अन्य पड़ोसी देश बंगलादेश में भी कोरोना वायरस का प्रकोप जारी है जहां 8.15 लाख लोग संक्रमित हुए हैं और 12,913 मरीजों की मौत हो चुकी है। इसके अलावा दुनिया के अन्य देशों में भी कोरोना वायरस के संक्रमण से स्थिति खराब है।

कप्तान तेंदुलकर ने सोलर प्लांट का शुभारंभ किया

कप्तान तेंदुलकर ने सोलर प्लांट का शुभारंभ किया पंकज कपूर  रुद्रपुर। भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान और भारत रत्न से सम्मानित सचिन तेंदुलक...