गुरुवार, 20 फ़रवरी 2025

20 फरवरी को 9वां बजट पेश करेंगी सरकार

20 फरवरी को 9वां बजट पेश करेंगी सरकार 

संदीप मिश्र 
लखनऊ। योगी सरकार गुरुवार को अपना नौंवा बजट पेश करेगी। वित्तमंत्री सुरेश खन्ना यह बजट पेश करेंगे। इस बार के बजट के लोक लुभावन होने की संभावना है। 20 फरवरी को यूपी सरकार अपना बजट पेश करेगी। एक अनुमान के मुताबिक इस बार का बजट आठ लाख करोड़ का हो सकता है। जानकारों के अनुसार इस बार बजट में लोक-लुभावन घोषणाएं हो सकती हैं। वित्तमंत्री सुरेश खन्ना बजट पेश करेंगे। 
इस बजट में विकास के योगी मॉडल की छाप दिखेगी। मध्यवर्ग, युवा, किसान और महिलाएं बजट के फोकस में होंगी। ऐसा माना जा रहा है कि 2027 के चुनावों की छाप इस बजट में दिख सकती है। 
इस बजट में कृषि, उद्योग और बुनियादी विकास के साथ इस बजट में तकनीकी पर जोर रहेगा। स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए नई घोषणाएं हो सकती हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि महाकुंभ के आयोजन को लेकर अफवाह फैलाने वाले करोड़ों लोगों की आस्था का अपमान कर रहे हैं। अब तक महाकुंभ में 56 करोड़ से भी ज्यादा लोग स्नान कर चुके हैं। उन्होंने कहा कि संगम का जल साफ है और डुबकी लगाने योग्य है। विपक्ष के लोग इसमें मानव मल होने का दुष्प्रचार कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि महाकुंभ का आयोजन किसी सरकार का आयोजन नहीं है। यह सनातन संस्कृति का आयोजन है। महाकुंभ पर अफवाह फैलाने वाले और अनर्गल आरोप लगाने वाले सनातन आस्था का अपमान कर रहे हैं। 
सपा के लोग महाकुंभ का पहले दिन से ही विरोध कर रहे हैं। इनकी एक सहयोगी ममता बनर्जी ने महाकुंभ को मृत्युकुंभ कहा है। इसी तरह राजद नेता लालू प्रसाद यादव ने इसे फालतू की बात कहा है। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा था कि महाकुंभ की भगदड़ में हजारों लोगों की मौत हुई है। उन्होंने कहा कि अगर सनातन संस्कृति का पालन करना अपराध है, तो हम ये अपराध हजार बार करेंगे। 
उन्होंने सपा पर हमला करते हुए कहा कि संक्रमित व्यक्ति का उपचार हो सकता है संक्रमित सोच का कोई उपचार नहीं है। महाकुंभ महान आयोजन है। महान कार्य को तीन अवस्थाओं से गुजरना पड़ता है। उपहास से, विरोध से और स्वीकृति से। स्वीकृति का इससे अधिक प्रमाण क्या हो सकता है कि सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष खुद चुपचाप जाकर महाकुंभ में डुबकी लगा आएं। 

शमी ने बांग्लादेश के खिलाफ दमदार गेंदबाजी की

शमी ने बांग्लादेश के खिलाफ दमदार गेंदबाजी की 

अकांशु उपाध्याय 
नई दिल्ली। भारतीय तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी ने बांग्लादेश के खिलाफ चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के मैच में दमदार गेंदबाजी की। इस मुकाबले में जैसे ही उनको तीसरी सफलता मिली, वैसे ही एक वर्ल्ड रिकॉर्ड उन्होंने अपने नाम कर लिया। वनडे इंटरनेशनल क्रिकेट में सबसे कम गेंदों में 200 विकेट लेने का कीर्तिमान उन्होंने अपने नाम कर लिया है। इस मामले में उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के दिग्गज गेंदबाज मिचेल स्टार्क को पीछे छोड़ दिया है। हालांकि, मैचों के हिसाब से देखें, तो मिचेल स्टार्क भारतीय पेसर शमी से आगे हैं। शमी भारत के पहले ऐसे गेंदबाज हैं, जिन्होंने सबसे कम मैचों में 200 विकेट वनडे इंटरनेशनल क्रिकेट में निकाले हैं। 
मोहम्मद शमी ने जैसे ही बांग्लादेश के खिलाफ 43वें ओवर की चौथी और अपने कोटे के 8वें ओवर में अपनी तीसरी सफलता मैच की हासिल की तो इसी के साथ उन्होंने विकेट की डबल सेंचुरी वनडे इंटरनेशनल क्रिकेट में पूरी कर ली। वे भारत के लिए सबसे कम मैचों में ऐसा करने वाले पहले गेंदबाज बन गए हैं, जबकि दुनिया के दूसरे गेंदबाज वे सबसे कम मैचों में 200 ओडीआई विकेट चटकाने वाले बन गए हैं। गेंदों के हिसाब से मोहम्मद शमी ने वर्ल्ड रिकॉर्ड बना दिया है। वे मिचेल स्टार्क से भी आगे निकल गए हैं। 
वनडे इंटरनेशनल क्रिकेट में मोहम्मद शमी ने 5126 गेंदों में 200 विकेट पूरे किए हैं, जबकि मिचेल स्टार्क ने 5240 गेंदों में ये उपलब्धि हासिल की थी। सकलैन मुश्ताक पाकिस्तान के लिए 5451 गेंदों में ये कारनामा कर चुके हैं। वहीं, मैचों के हिसाब से मिचेल स्टार्क ने 102 मैचों में 200 ओडीआई विकेट हासिल किए थे, जबकि शमी ने इस मामले में सकलैन मुश्ताक की बराबरी की है। दोनों ने 104-104 मैचों में 200 विकेट वनडे क्रिकेट में चटकाए थे। 

सबसे कम गेंदों में 200 वनडे विकेट लेने वाले खिलाड़ी 

5126 मोहम्मद शमी 
5240 मिशेल स्टार्क 
5451 सकलैन मुश्ताक 
5640 ब्रेट ली 
5783 ट्रेंट बोल्ट 
5883 वकार यूनिस 

सबसे कम मैचों में 200 विकेट लेने वाले खिलाड़ी 

102 मिशेल स्टार्क 
104 मोहम्मद शमी/ सकलैन मुश्ताक 
107 ट्रेंट बोल्ट 
112 ब्रेट ली 
117 एलन डोनाल्ड। 

परमाणु, जैविक और रासायनिक युद्धाभ्यास किया

परमाणु, जैविक और रासायनिक युद्धाभ्यास किया 

अखिलेश पांडेय 
बीजिंग। चीन की सेना ने यूएवी, रोबोट कुत्तों और विस्फोटक आयुध निपटान रोबोट का उपयोग करके परमाणु, जैविक और रासायनिक (एनबीसी) युद्धाभ्यास किया, जिससे ताइवान सहित पूरे क्षेत्र में हलचल मच गई। इस शक्तिशाली सैन्य अभ्यास ने अमेरिका तक में चिंता बढ़ा दी है। 
खास बात यह है कि चीन ने यह कदम ऐसे समय में उठाया है जब अमेरिका में डोनाल्ड ट्रंप को राष्ट्रपति पद संभाले सिर्फ एक महीना हुआ है और वह पहले ही चीन के खिलाफ आक्रामक रुख दिखा चुके हैं, जिसमें पनामा नहर से जुड़े मुद्दे भी शामिल हैं। 

UAV और रोबोट कुत्तों का प्रयोग 

चीन की सरकारी मीडिया ने बृहस्पतिवार को जानकारी दी कि पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) की 73वीं ग्रुप आर्मी से संबंधित एक ब्रिगेड ने हाल ही में अपने प्रशिक्षण क्षेत्र में परमाणु, जैविक और रासायनिक (NBC) सुरक्षा तथा आपातकालीन बचाव से जुड़ा अभ्यास किया। सरकारी चैनल ने अभ्यास के स्थान का खुलासा किए बिना बताया कि इस ड्रिल में मानव रहित हवाई यान (UAV), रोबोट कुत्तों और विस्फोटक आयुध निपटान रोबोट का इस्तेमाल किया गया। 

मानव रहित उपकरणों पर फोकस 

एक सरकारी रिपोर्ट के मुताबिक, ब्रिगेड ने ऐसी प्रशिक्षण विधियों को अपनाया है, जो प्रौद्योगिकी और नेटवर्क प्रणालियों के समन्वय पर आधारित हैं। ब्रिगेड के सदस्य क्वी हुआली ने आधिकारिक मीडिया को बताया कि सिमुलेशन प्रशिक्षण में प्रगति और मानव रहित उपकरणों की व्यापक तैनाती ने नए प्रतिस्पर्धी अवसरों को जन्म दिया है। उन्होंने कहा कि सिमुलेशन प्रशिक्षण विभिन्न युद्ध कारकों के बीच तालमेल को बेहतर बनाता है। इसके अलावा, ब्रिगेड ने मानवयुक्त और मानवरहित रणनीतियों के एकीकरण को उन्नत किया है और अभ्यास के दौरान सर्वोत्तम युद्ध रणनीतियों को लागू कर उनकी प्रभावशीलता की पुष्टि की है। 

चीनी सैन्य विशेषज्ञों ने दिया बयान 

चीनी सैन्य विशेषज्ञ सोंग झोंगपिंग ने बताया कि आधुनिक युद्ध में मानव रहित उपकरणों की भूमिका तेजी से बढ़ रही है। उन्होंने कहा कि अभ्यासों में इस्तेमाल किए गए ये उपकरण सहायक मिशनों में अहम भूमिका निभा रहे हैं। 
सोंग के अनुसार, ड्रोन जैसी तकनीकों से न केवल सैनिकों की जान बचाई जा सकती है, बल्कि युद्धक क्षमताओं में भी वृद्धि होती है। उन्होंने यह भी बताया कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और बुद्धिमान तकनीकों का सैन्य उपकरणों में समावेश एक महत्वपूर्ण प्रवृत्ति बन रहा है। भविष्य में, एआई और अन्य उन्नत तकनीकों को रक्षा प्रणाली का अभिन्न हिस्सा बनाया जाएगा। 

अमेरिका को तोपों की सप्लाई करेगा 'भारत'

अमेरिका को तोपों की सप्लाई करेगा 'भारत' 

इकबाल अंसारी 
नई दिल्ली। भारत की रक्षा उत्पादन क्षमता लगातार नए आयाम छू रही है। फिलिपींस को ब्रह्मोस मिसाइल निर्यात करने के बाद अब भारत ने अमेरिका के साथ एक ऐतिहासिक समझौता किया है। इस डील के तहत भारत अब अमेरिका को एडवांस आर्टिलरी तोपों की सप्लाई करेगा। भारत फोर्ज की सहायक कंपनी कल्याणी स्ट्रैटेजिक सिस्टम्स लिमिटेड (KSSL) ने अमेरिका की एएम जनरल के साथ लेटर ऑफ इंटेंट (LoI) पर हस्ताक्षर किए हैं। यह समझौता संयुक्त अरब अमीरात की राजधानी अबू धाबी में संपन्न हुआ, जो भारत की रक्षा क्षमताओं के लिए एक बड़ी उपलब्धि मानी जा रही हैं। पहली बार भारत, अमेरिका को अपनी स्वदेशी तोपें निर्यात करेगा, जिससे वैश्विक रक्षा बाजार में भारत की स्थिति और मजबूत होगी। 
यह समझौता अबू धाबी में आयोजित IDEX 2025 के दौरान हुआ, जिसमें दोनों कंपनियों ने भारत में निर्मित एडवांस आर्टिलरी तोपों की आपूर्ति को लेकर समझौते पर हस्ताक्षर किए। भारत फोर्ज के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर बाबा कल्याणी ने इस मौके पर कहा, "यह हमारी तकनीकी क्षमता का प्रमाण है और आर्टिलरी समाधानों में वैश्विक नेता बनने के हमारे लक्ष्य की दिशा में एक बड़ा कदम है।" उन्होंने आगे कहा कि "यह समझौता एएम जनरल जैसी लीडिंग ग्लोबल डिफेंस फर्मों के हमारे ऊपर विश्वास और भरोसे को दर्शाता है।" 

भारत अमेरिका को देगा हाई-टेक तोपें 

अब तक भारत मुख्य रूप से हथियार आयात करने वाला देश रहा है। लेकिन, इस समझौते के बाद यह स्पष्ट हो गया है कि भारत अब रक्षा क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण निर्यातक बनने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है। एएम जनरल के कार्यकारी उपाध्यक्ष जॉन चैडबोर्न ने भी इस डील को लेकर अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, "KSSL की युद्ध में साबित आर्टिलरी विशेषज्ञता और टेक्नोलॉजिकल इनोवेशन के लिए हमारी साझा प्रतिबद्धता अमेरिकी रक्षा बलों को एडवांस आर्टिलरी समाधान देने की जबरदस्त क्षमता पैदा करती है।" 

भारत फोर्ज: रक्षा क्षेत्र में स्वदेशी ताकत 

भारत फोर्ज की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी KSSL स्वदेशी रक्षा निर्माण में अग्रणी रही है। कंपनी ने कई आधुनिक हथियार प्लेटफॉर्म, ऑफ-रोड संरक्षित गतिशीलता समाधान और अत्याधुनिक सैन्य उत्पाद विकसित किए हैं। पहले भी कंपनी अपने इन-हाउस डिजाइन और विकसित आर्टिलरी सिस्टम को विभिन्न देशों में निर्यात कर चुकी है। 

एएम जनरल और भारत फोर्ज का रणनीतिक सहयोग 

एएम जनरल, जो मिलिट्री व्हीकल प्लेटफॉर्म में वैश्विक अग्रणी है। अब अगली पीढ़ी की आर्टिलरी सिस्टम पर काम कर रही है। भारतीय कंपनी के साथ यह नया समझौता आर्टिलरी प्लेटफॉर्म पर उनके पिछले सहयोग को और मजबूत करता है। इससे भारत और अमेरिका के रक्षा संबंधों में और अधिक मजबूती आएगी। बाबा कल्याणी ने इस उपलब्धि पर गर्व व्यक्त करते हुए कहा, "KSSL में हम इस मील के पत्थर को हासिल करने वाली पहली भारतीय कंपनी होने पर गर्व करते हैं। यह आधुनिक युद्ध के लिए युद्ध-सिद्ध, अत्याधुनिक आर्टिलरी समाधान देने की हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाता है।" 

भारत-निर्मित तोपों की ताकत 

भारत फोर्ज की उन्नत तोपें पूरी तरह इलेक्ट्रिक ड्राइव सिस्टम से संचालित होती हैं, जिससे उनकी विश्वसनीयता और मारक क्षमता में जबरदस्त इजाफा हुआ है। इन तोपों को इस तरह से डिजाइन किया गया है कि इनके रखरखाव की लागत काफी कम हो, जिससे ये आधुनिक युद्ध के लिए उपयुक्त बन जाती हैं। 
भारत-52: यह एक 155 मिमी, 52 कैलिबर टोड हॉवित्जर तोप है, जिसे पूरी तरह भारत में डिजाइन और विकसित किया गया है। 
एडवांस्ड टोड आर्टिलरी गन सिस्टम (ATAGS): यह भी 155 मिमी, 52 कैलिबर हॉवित्जर तोप है, जिसे भारत फोर्ज, टाटा पावर एसईडी और डीआरडीओ के सहयोग से विकसित किया गया है। 

भारत की रक्षा निर्यात यात्रा को मिलेगी नई रफ्तार 

यह समझौता भारत की मेक इन इंडिया और आत्मनिर्भर भारत योजनाओं को और मजबूती देगा। इससे भारतीय रक्षा कंपनियों को अंतरराष्ट्रीय बाजार में अपनी पहचान बनाने का अवसर मिलेगा। अमेरिका जैसी सुपरपावर के साथ यह करार भारत के रक्षा निर्माण क्षेत्र के लिए एक गेमचेंजर साबित हो सकता है। 

खुलासा: मोदी और ट्रंप के बीच तीखी बहस हुई

खुलासा: मोदी और ट्रंप के बीच तीखी बहस हुई 

सुनील श्रीवास्तव 
वाशिंगटन डीसी। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के सत्ता संभालने के बाद पीएम मोदी 13 फरवरी को उनसे मिलने पहुंचे थे। दोनों के बीच एक लंबी बैठक चली और इसके बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस हुई। इस बैठक में ट्रंप के कई नए और कड़े फैसलों पर बात हुई, जिनका असर भारत पर भी पड़ने वाला था। इस बातचीत के दौरान पीएम मोदी और ट्रंप के बीच तीखी बहस हुई थी, जिसके बारे में खुद अमेरिकी प्रेसिडेंट ने खुलासा किया है। उन्होंने अपने दोस्त के साथ हुई इस गर्मा-गर्मी की पूरी डिटेल शेयर की है। दरअसल, पीएम मोदी और डोनाल्ड ट्रंप मीटिंग के दौरान रेसिप्रोकल टैरिफ पर बात कर रहे थे और इस पर दोनों की बहस हुई। 
ट्रंप ने फॉक्‍स न्यूज को दिए इंटरव्यू में बताया है कि किस तरह दो ताकतवर देशों के नेता अपनी जिद पर अड़ गए थे। ट्रंप ने पीएम मोदी संग बातचीत के दौरान कहा था कि अमेरिकी सामानों पर भारत जितना टैक्स लगाता है, उतना ही अमेरिका भी भारतीय सामानों पर लगाएगा। अमेरिकी-रूस वार्ता के बाद आग बबूला हुए Zelensky, Putin को छोड़ Trump की लगा दी जमकर क्लास, अब क्या करेगा US ट्रंप, उस मीटिंग के बारे में बताते हुए इस इंटरव्यू में बोले, 'मैंने कल प्रधानमंत्री मोदी से कहा, आप जो भी टैरिफ वसूलेंगे, हम भी उतना ही वसूलेंगे'। ट्रंप के मुताबिक पीएम मोदी को ये बात पसंद नहीं आई और उन्होंने कहा कि 'नहीं, नहीं, मुझे यह पसंद नहीं है'। 
हालांकि, दोनों ही अपनी जिद पर अड़े रहे और आखिर में ट्रंप ने कहा कि वो बर देश के साथ ही ऐसा कर रहे हैं और टैरिफ को लेकर वो नियम बना चुके हैं। US में फिर हुआ Covid-19 जैसा हाल, अस्पतालों का हुआ हाल बेहाल, मौत का आंकड़ा जान Trump के फूले हाथ पैर बता दें कि अमेरिका भारत का सबसे बड़ा ट्रेड पार्टनर है और ट्रंप के इस कदम से भारत-अमेरिका के व्यापारिक रिश्तों पर असर पड़ सकता है। हालांकि, दोनों देशों के नेताओं ने 2030 तक का बिजनेस रोड़मैप तैयार कर लिया है। 

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण 

1. अंक-52, (वर्ष-11)

पंजीकरण संख्या:- UPHIN/2014/57254

2. शुक्रवार, फरवरी 21, 2024

3. शक-1945, माघ, शुक्ल-पक्ष, तिथि-नवमी, विक्रमी सवंत-2079‌‌। 

4. सूर्योदय प्रातः 05:39, सूर्यास्त: 06:58।

5. न्‍यूनतम तापमान- 23 डी.सै., अधिकतम- 17 डी.सै.। गर्जना के साथ बूंदाबांदी होने की संभावना।

6. समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है।

7. स्वामी, मुद्रक, प्रकाशक, संपादक राधेश्याम व शिवांशु (विशेष संपादक) श्रीराम व सरस्वती (सहायक संपादक) संरक्षण-अखिलेश पांडेय (डिजीटल सस्‍ंकरण)। प्रकाशित समाचार, विज्ञापन एवं लेखोंं से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं हैं। पीआरबी एक्ट के अंतर्गत उत्तरदायी।

8. संपर्क व व्यवसायिक कार्यालय- चैंबर नं. 27, प्रथम तल, रामेश्वर पार्क, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102।

9. पंजीकृत कार्यालयः 263, सरस्वती विहार लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102

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संपर्क सूत्र :- +919350302745--केवल व्हाट्सएप पर संपर्क करें, 9718339011 फोन करें।

(सर्वाधिकार सुरक्षित) 

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