'टिकटॉक' पर बैन लगाने का फैसला सुनाया: एससी
अखिलेश पांडेय
वाशिंगटन डीसी। अमेरिका की सुप्रीम कोर्ट ने टिकटॉक पर बैन लगाने का ऐतिहासिक फैसला सुनाया है। यह फैसला राष्ट्रीय सुरक्षा और डेटा प्राइवेसी के मद्देनजर लिया गया है। सुप्रीम कोर्ट ने इस निर्णय के तहत चीनी कंपनी बाइटडांस के स्वामित्व वाले टिकटॉक को तत्काल प्रभाव से प्रतिबंधित करने का आदेश दिया है। अमेरिकी सरकार और कई विशेषज्ञों का मानना है कि TikTok के जरिए संवेदनशील डाटा चीन के हाथों में जा सकता है। इस मामले पर चर्चा करते हुए न्यायालय ने कहा कि “देश की सुरक्षा से समझौता नहीं किया जा सकता। यदि किसी एप्लिकेशन से राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरा है, तो उसे तुरंत प्रतिबंधित किया जाना चाहिए।”
TikTok के खिलाफ यह मामला कई महीनों से चल रहा था। अमेरिकी सरकार ने पहले ही इस एप को लेकर अपनी चिंताएं जाहिर की थीं और इसे प्रतिबंधित करने की प्रक्रिया शुरू की थी। TikTok ने इस फैसले को चुनौती दी थी, लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने सरकार के पक्ष में अपना अंतिम फैसला सुनाया। TikTok ने इस फैसले पर गहरा दुःख व्यक्त किया है और कहा है कि वे इस निर्णय से असहमत हैं। कंपनी के प्रवक्ता ने कहा, “हम अमेरिकी कानून का पालन करते हैं और यूजर्स की प्राइवेसी और डेटा सुरक्षा को प्राथमिकता देते हैं।” कंपनी ने यह भी कहा कि वे अपनी कानूनी विकल्पों पर विचार कर रहे हैं।
TikTok के प्रतिबंध से लाखों अमेरिकी यूजर्स और कंटेंट क्रिएटर्स प्रभावित होंगे। कई क्रिएटर्स ने इस प्लेटफॉर्म के जरिए अपनी पहचान बनाई है और इसका उपयोग अपनी रोजी-रोटी के लिए करते हैं। सोशल मीडिया पर यूजर्स इस फैसले को लेकर मिले-जुले रिएक्शन दे रहे हैं।