शुक्रवार, 28 अप्रैल 2023

78 लोगों को ले जा रही 'स्पीडबोट' समुंद्र में डूबी

78 लोगों को ले जा रही 'स्पीडबोट' समुंद्र में डूबी

अखिलेश पांडेय 

जकार्ता। दक्षिण पूर्व एशियाई देश इंडोनेशिया में एक बड़ा हादसा हो गया है। यहां समुंद्र में कम से कम 78 लोगों को ले जा रही एक स्पीडबोट डूब गई। हादसे के तुरंत बाद बचावकर्मियों ने वहां मौजूद लोगों को बचाना शुरू किया। रिपोर्ट के मुताबिक, यह घटना शुक्रवार तड़के पश्चिमी इंडोनेशिया के द्वीप समूहों के पास हुई। स्पीडबोट के डूबने के दौरान लोगों के चीखने की आवाजें सुनाई दी।

हादसे के बाद पेकनबारू सर्च एंड रेस्क्यू एजेंसी के बचावकर्मियों ने रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया। एजेंसी के प्रमुख न्योमन सिद्धकार्य ने बताया कि 11 लोगों के शव बरामद कर लिए गए हैं। उन्होंने बताया कि हादसे का शिकार होने वालों में ज्यादातर महिलाएं और बच्चे हैं।

58 लोगों को रेस्क्यू किया गया...

रिपोर्ट के मुताबिक, हादसे के बाद अब तक 58 लोगों को बचाया जा चुका है। उनके अलावा कई लोग घंटों पानी में बहकर बेहोश हो गए थे। अभी भी कई लोगों की तलाश जारी है।

फिशिंग बोट भी रेस्क्यू कर रही...

स्थानीय टेलीविजन फुटेज में लोगों को मछली पकड़ने वाली नौकाओं में डूबे लोगों तक पहुंचने की कोशिश करते दिखाया गया है। मौके पर कई गोताखोर लोगों को बचाने के लिए पानी में सर्च ऑपरेशन चला रहे हैं।

लोग ईद-उल-फितर की छुट्टी मनाकर लौट रहे थे...

डूबने वाली स्पीडबोट का नाम एवलिन कैलिस्टा 01 बताया जा रहा है, जिसमें ज्यादातर यात्री अपने परिवार के साथ ईद-उल-फितर मनाकर घर लौट रहे थे। स्थानीय पुलिस प्रमुख नोरहायत ने कहा कि स्पीडबोट के डूबने के कारणों की अभी भी जांच की जा रही है, लेकिन बचे कुछ लोगों ने अधिकारियों को बताया कि स्पीडबोट तेज हवाओं के कारण एक बड़े लॉग से टकराने के बाद अचानक पलट गई।

यहां अक्सर ऐसे हादसे होते रहते हैं...

बता दें कि इंडोनेशिया में नाव दुर्घटनाएं अक्सर होती रहती हैं। इसका कारण यह है कि यह देश 17,000 से अधिक द्वीपों पर बसा हुआ है। यहाँ फेरी सेवा, नाव और जहाज का उपयोग आमतौर पर परिवहन के रूप में किया जाता है।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

Thank you, for a message universal express.

यूपी: गर्मी के चलते स्कूलों का समय बदला

यूपी: गर्मी के चलते स्कूलों का समय बदला  संदीप मिश्र  लखनऊ। यूपी में गर्मी के चलते स्कूलों का समय बदल गया है। कक्षा एक से लेकर आठ तक के स्कू...