बुधवार, 21 सितंबर 2022

75 आईएएस कलेक्टर के रूप में काम कर रहे है

75 आईएएस कलेक्टर के रूप में काम कर रहे है

संदीप मिश्र 

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में 75 जिले हैं, 75 जिलों में 75 ही आईएएस अफसर कलेक्टर के रूप में काम कर रहे हैं मगर यूपी की योगी सरकार ने 15 जिलों के कलेक्टर की कमान महिला अफसरों के हाथ में सौंपी हुई है। 2008 से 2014 के बैच तक की यह महिला आईएएस अफसर अपनी कार्यशैली से जनता के बीच में, जिस भी जिले में पोस्टिंग हैं, वहां अपनी पहचान बना रही हैं। आप भी जानिए कौन-कौन है यह महिला आईएएस अफसर जो 15 जिलों में कलेक्टर के रूप में काम कर रही हैं।

आईएएस सौम्या अग्रवाल 2008 बैच की आईएएस अफसर हैं। बलिया की जिला कलेक्टर के रूप में 7 जून 2022 को चार्ज सँभालने वाली सौम्या अग्रवाल को सबसे पहले 2 मार्च 2021 को बस्ती जिले का डीएम बनाया गया था। इसके साथ ही रायबरेली के जिलाधिकारी के रूप में काम कर रही माला श्रीवास्तव 2009 बैच की आईएएस अफसर हैं। माला श्रीवास्तव अब तक औरैया , बहराइच, बस्ती के कलेक्टर के रूप में काम कर चुकी हैं। 14 अप्रैल 2022 को उत्तर प्रदेश सरकार ने उन्हें रायबरेली के जिला अधिकारी के रूप में जिम्मेदारी दी थी, तब से वे डीएम रायबरेली के रूप में काम कर रही हैं। इसके अलावा 2011 बैच की आईएएस अफसर श्रुति फतेहपुर जनपद की जिलाधिकारी हैं। 31 जुलाई 2022 को फतेहपुर के डीएम का ज़िम्मा संभालने वाली श्रुति की कलेक्टर के रूप में यह दूसरी पोस्टिंग है। इससे पहले 31 दिसंबर 2020 को उन्हें बलरामपुर का डीएम बनाया गया था, जहां वे लगभग डेढ़ साल से अधिक तैनात रही। बलरामपुर के बाद अब श्रुति फतेहपुर की डीएम हैमूल रूप से रांची ( झारखंड) की रहने वाली नेहा प्रकाश 2012 बैच की आईएएस अफसर है।

नेहा प्रकाश को उत्तर प्रदेश सरकार ने विभिन्न पदों के बाद पहली बार कलेक्टर बनाया है। यूपी सरकार ने 23 अक्टूबर 2021 को नेहा प्रकाश को श्रावस्ती जनपद का डीएम बनाया गया था, लगभग 11 महीने से वह श्रावस्ती के डीएम के रूप में काम कर रही हैं। मिर्जापुर के कलेक्टर के रूप में 17 सितंबर 2022 को चार्ज सँभालने वाली दिव्या मित्तल मूल रूप से दिल्ली की रहने वाली हैं। साल 2013 बैच की आईएएस दिव्या मित्तल को यूपी सरकार ने पहली बार 11 सितंबर 2020 को संतकबीर नगर जिले का डीएम बनाया था। 1 साल के कार्यकाल के बाद अब सरकार ने उन्हें मिर्जापुर के डीएम की जिम्मेदारी दे रखी है। 2013 बैच की ही आईएएस अफसर प्रियंका निरंजन मूल रूप से लखनऊ की रहने वाली हैं। ट्रेनिंग के बाद उनको सबसे पहली पोस्टिंग मुजफ्फरनगर में ज्वाइंट मजिस्ट्रेट के रूप में दी गई थी। उसके बाद कई पोस्ट पर प्रियंका निरंजन तैनात रही। सबसे पहली बार सरकार ने उन्हें 11 फरवरी 2021 को जालौन का डीएम बनाया था। डेढ़ साल के लगभग जालौन के डीएम के रूप में काम कर चुकी प्रियंका निरंजन को 7 जून 2022 को सरकार ने बस्ती के डीएम की जिम्मेदारी दे दी थी, तब से वह बस्ती के डीएम के रूप में काम कर रही हैं।

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