सोमवार, 23 मई 2022

डब्ल्यूएचओ की ओर से जारी आंकड़ों को गलत बताया

डब्ल्यूएचओ की ओर से जारी आंकड़ों को गलत बताया  

अकांशु उपाध्याय            

नई दिल्ली। भारत में कोरोना संकट के बीच कोरोना संक्रमण से मरने वाले मरीजों की संख्या को लेकर डब्ल्यूएचओ की ओर से जारी किए गए आंकड़ों पर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने डब्ल्यूएचओ की ओर से जारी किए गए आंकड़ों को गलत बताया।  केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय स्विट्जरलैंड के दावोस में चल रहे विश्व आर्थिक मंच में डब्ल्यूएचओ के प्रतिनिधियों के साथ भारत में अतिरिक्त कोविड-19 मृत्यु दर के मामले पर अनौपचारिक चर्चा कर सकता है।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया इस समय डब्ल्यूईएफ में भाग लेने के लिए अपने कुछ कैबिनेट सहयोगियों के साथ जिनेवा में हैं। इस दौरान स्वास्थ्य मंत्री डब्ल्यूएचओ के हालिया विवादास्पद दावे का मुद्दा उठा सकते हैं। दरअसल कुछ समय पहले विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भारत में कोरोना से होने वाली मौतों के आंकड़े जारी किए थे जो भारत सरकार के आंकड़ों से काफी भिन्न थे। इसमें कहा गया था कि कोविड की वजह से भारत में 1 जनवरी, 2020 से 31 दिसंबर, 2021 के बीच 47 लाख मौतें हुई थीं। जबकि भारत सरकार के आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक यह संख्या लगभग 520,000 बताई गई है।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

Thank you, for a message universal express.

यूपी: गर्मी के चलते स्कूलों का समय बदला

यूपी: गर्मी के चलते स्कूलों का समय बदला  संदीप मिश्र  लखनऊ। यूपी में गर्मी के चलते स्कूलों का समय बदल गया है। कक्षा एक से लेकर आठ तक के स्कू...