रविवार, 13 मार्च 2022

14 को दिल्ली में पहली बैठक करेगा 'किसान मोर्चा'

14 को दिल्ली में पहली बैठक करेगा 'किसान मोर्चा'      

अकांशु उपाध्याय        
नई दिल्ली। किसान एक बार फिर दिल्ली के बॉर्डरों पर लौट सकते हैं। संयुक्त किसान मोर्चा विशेष रूप से अपने आंदोलन को फिर से शुरू करने और अपनी भविष्य की योजनाओं पर चर्चा करने के लिए 14 मार्च को दिल्ली में अपनी पहली बैठक करने जा रहा है। हाल ही में संपन्न हुए विधानसभा चुनावों में भारतीय जनता पार्टी  की बड़ी जीत से किसान मोर्चा को एक बड़ा झटका लगा है। दरअसल, किसान मोर्चा ने चुनावों में  का कड़ा विरोध किया था, लेकिन चुनावी नतीजों में किसानों के विरोध का कोई खास असर देखने को नहीं मिला। जबकि विश्लेषकों का कहना है कि एसकेएम के सामने अब एक कठिन चुनौती है। संगठन के निर्णय लेने वाले पैनल के एक सदस्य ने कहा कि किसानों के लक्ष्य केवल एक चुनाव के बारे में नहीं थे, हालांकि किसान मोर्चा ने उत्तर प्रदेश में भाजपा को हराने के लिए व्यापक रूप से प्रचार किया।
उत्तर प्रदेश में भाजपा ने बड़े पैमाने पर किसानों के विरोध को कुंद करते हुए आसानी से एक बार फिर चुनाव जीत लिया। हालांकि, इस बार सीटों में थोड़ी कमी जरूर आई है, लेकिन फिर भी पार्टी पूर्ण बहुमत हासिल करने में कामयाब रही है। भारत के सबसे अधिक आबादी वाले राज्य के रूप में उत्तर प्रदेश के चुनावों पर सबकी नजर थी, क्योंकि यह राष्ट्रीय राजनीति को प्रभावित करता है। भारतीय किसान यूनियन के नेता और किसान आंदोलन का एक प्रमुख चेहरा रहे राकेश टिकैत ने रविवार को कहा कि जो भी दल सत्ता में है, हमारी मांगें पूरी होने तक हमारा आंदोलन जारी रहेगा। मैं यूपी चुनाव के बारे में बात नहीं करना चाहता। 
टिकैत ने कुछ हलकों में इन अफवाहों का भी खंडन किया कि वह अब आंदोलन में अपनी भागीदारी को समाप्त कर सकते हैं।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

Thank you, for a message universal express.

कुएं में मिला नवजात शिशु का शव, मचा हड़कंप

कुएं में मिला नवजात शिशु का शव, मचा हड़कंप  दुष्यंत टीकम  जशपुर/पत्थलगांव। जशपुर जिले के एक गांव में कुएं में नवजात शिशु का शव मिला है। इससे...