गुरुवार, 20 जनवरी 2022

कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़ेगी: डबल्यूएचओ

कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़ेगी: डबल्यूएचओ    

अखिलेश पांडेय            जिनेवा। दुनियाभर में कोरोना के नए ओमिक्रॉन वैरिएंट से तबाही जारी है। इस बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन ने चेताया है कि जिस तेजी से संक्रमण फैल रहा है, उससे आने वाले हफ्तों में मामलों, अस्पताल में भर्ती होने वाले मरीजों और मौतों की संख्या बढ़ सकती है। अपनी वीकली रिपोर्ट में डब्ल्यूएचओ ने बताया कि दुनियाभर में कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। डब्ल्यूएचओ ने कहा कि ओमिक्रॉन वैरिएंट तेजी से फैल रहा है और ऐसे में बेकाबू होती भीड़ और खतरा बढ़ा रही है। फिर शुरू किए निगरानी केंद्र डबल्यूएचओ का कहना है कि शुरुआती स्टडी में सामने आ रहा है कि डेल्टा की तुलना में ओमिक्रॉन कम गंभीर है, लेकिन इसके बावजूद ये तेजी से फैल रहा है। इससे अस्पतालों में मरीजों की संख्या बढ़ रही है। हालांकि, डबल्यूएचओ ने ये भी कहा कि ओमिक्रॉन के चलते नवंबर और दिसंबर में जिन देशों में संक्रमण बढ़ा था, वहां अब मामलों में कमी आने लगी है। डब्ल्यूएचओ के मुताबिक, 10 से 16 जनवरी के बीच दुनियाभर में कोरोना के 1.8 करोड़ नए मामले सामने आए हैं, जो पिछले हफ्ते की तुलना में 20 फीसदी ज्यादा है। वहीं, पिछले हफ्ते 45 हजार मौतें हुईं हैं। 

उसके बाद 20.12 लाख मामले फ्रांस में और 15.94 लाख मामले भारत में सामने आए हैं। भारत में एक हफ्ते में नए मामले 150 फीसदी बढ़ गए हैं। गरीब देशों में 9% आबादी को वैक्सीन की एक ही डोज विश्व स्वास्थ्य संगठन ने ये भी कहा कि कोरोना के तेजी से बढ़ते मामलों के बीच वैक्सीन की असमानता अब भी जारी है। 29 दिसंबर तक दुनियाभर में 8.6 अरब डोज लगाई जा चुकी थीं। अभी तक दुनिया की 57 फीसदी आबादी को पहली और 47 फीसदी को दोनों डोज लग चुकी है। हालांकि, गरीब देशों की हालत अब भी खराब है। गरीब देशों की महज 9 फीसदी आबादी को ही पहली डोज लगी है, जबकि अमीर देशों की 66 फीसदी आबादी को एक डोज लग चुकी है।

दुनिया का चक्कर लगाने वाली महिला बनेंगीं जारा

सुनील श्रीवास्तव        लंदन। बेल्जियन-ब्रिटिश पायलट जारा रदरफोर्ड दुनिया का चक्कर लगाने वाली सबसे कम उम्र की महिला बनने से एक दिन दूर हैं। 19 वर्षीय जारा अपने अंतिम पड़ाव में बुधवार को जर्मनी में लैंड कीं। रिकॉर्ड बनाने से एक दिन दूर जारा ने कहा कि वो पांच महीने बाद अपने घर लौटने की उम्मीद कर रही हैं। जारा रदरफोर्ड गुरुवार को बेल्जियम के कॉर्ट्रिज्क-वेवेलगेम हवाई अड्डे में उतरने वाली हैं, जहां से उन्होंने 18 अगस्त को अपनी 51,000 किमी की यात्रा शुरू की थी। जारा की यात्रा पांच महाद्वीपों और अमेरिका, रूस और कोलंबिया समेत 52 देशों तक फैली थी।

अमेरिकी एविएटर शाएस्टा वाइस 30 वर्ष की थीं, जब उन्होंने 2017 में सबसे कम उम्र की महिला के रूप में ये रिकॉर्ड बनाया। खुलासा लड़कियों को प्रोत्साहित करने की उम्मीद जारा रदरफोर्ड ने जर्मनी में लैंड करने के बाद मीडिया से बात करते हुए कहा, "बड़े होकर मैंने कई अन्य महिला पायलटों को नहीं देखा। मैंने हमेशा सोचा था कि यह वास्तव में हतोत्साहित करने वाला है। उन्होंने कहा कि मैं एविएशन में जाने के लिए ज्यादा से ज्यादा लड़कियों को प्रोत्साहित करने की उम्मीद कर रही हूं, ताकि अगर कोई लड़की एविएशन में जाना चाहती है, तो वो मुझे देखकर सोचेगी कि वो अकेली नहीं है। जारा रदरफोर्ड को अपनी ये यात्रा सोमवार को खत्म करनी थी, लेकिन खराब मौसम के चलते देरी हुई। रदरफोर्ड ने उड़ान के दौरान कैलिफोर्निया के जंगल में आग को दूर से देखा। साथ ही उन्होंने यात्रा के दौरान रूस की कड़ाके की ठंड से निपटीं और उत्तर कोरियाई हवाई क्षेत्र से बचीं। उन्होंने कहा कि वो घर आने के लिए वास्तव में उत्साहित हैं।



कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

Thank you, for a message universal express.

यूपी: गर्मी के चलते स्कूलों का समय बदला

यूपी: गर्मी के चलते स्कूलों का समय बदला  संदीप मिश्र  लखनऊ। यूपी में गर्मी के चलते स्कूलों का समय बदल गया है। कक्षा एक से लेकर आठ तक के स्कू...