मंगलवार, 4 जनवरी 2022

टेस्ट में टॉस जीतकर बल्लेबाजी करने का फैसला

टेस्ट में टॉस जीतकर बल्लेबाजी करने का फैसला        

मोमीन मलिक          नई दिल्ली। टीम इंडिया ने दूसरे टेस्ट में टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया। एक बार फिर से चेतेश्वर पुजारा और रहाणे फ्लाप रहे हैं। जोहान्सबर्ग टेस्ट के पहले दिन मीडिल ऑडर के बल्लेबाज पुजार 33 गेंद में मात्र 3 रन बनाकर चलते बने तो वहीं रहाणे गोलडेन डक लेकर पवेलियन लौटे। लगातार बल्ले से फ्लाप चल रहे दोनों खिलाड़ी की टीम में जगह को लेकर सवाल उठने लगे हैं। 

भारत के महान बल्लेबाज सुनील गावस्कर दोनों ही बल्लेबाजों से निराश नजर आए। गावस्कर ने कहा कि मुझे लगता है कि पुजार और रहाणे के पास अब सिर्फ एक मौका है। श्रेयस अय्यर टीम में आने के लिए तैयार वो न्यूजीलैंड के खिलाफ अपने पहले टेस्ट में शतक लगा चुके हैं। गावस्कर को लगता है कि जोहान्सबर्ग में भारत की दूसरी पारी में स्कोर नहीं करने पर पुजारा और रहाणे अपने टेस्ट करियर के अंतिम मौके गंवा रहे होंगे। 


इलायची का सेवन करना बेहद फायदेमंद, जानिए 

सरस्वती उपाध्याय              इलायची का सेवन सिर्फ खाने के फ्लेवर को नहीं बढ़ाता, सेहत के लिए भी इलायची बेहद फायदेमंद है। ये इंफेक्शन से लड़ने में मददगार है और इम्यु​निटी बूस्टर की तरह काम करती है। इलायची का इस्तेमाल आप चाय से लेकर कई तरह के व्यंजन बनाने में करते हैं। इसके अलावा माउथ फ्रेशनर के रूप में भी इसका इस्तेमाल किया जाता है।

इंफैक्शन से लड़ने में मददगार: नैचुरल फ्लेवरिंग एजेंट इलायची के सेवन से आपको कई फायदे मिलेंगे  इसमें मौजूद नैचुरल कम्पाउंड और एंटीऑक्सीडेंट प्रॉपर्टीज बीमारियों, इंफेक्शन से लड़ने में मददगार होती है  आयुर्वेद के अनुसार, इलायची ​एक त्रिदोषिक है, जो सभी तीन दोषों को बैलेंस करती है. ये आपके डाइजेस्टिव सिस्टम को ठीक रखती है  साथ ही ब्लड प्रेशर, अस्थमा और कार्डियक हेल्थ के लिए भी फायदेमंद है।

ब्लोटिंग और गैस की समस्या में: ब्लोटिंग और गैस की समस्या में इलायची का सेवन बेहद कारगर होगा। ये कफ दोष को बैलेंस करती है। खास करके फेफड़ों और पेट में। वात दोष में भी इसका सेवन लाभकारी होता हैै। इलायची सबसे अच्छे एन्टीओएक्सआईडीएएनटी के रूप में काम करती है और ब्लड प्रेशर, अस्थमा, अपच और डाईसुरिया सहित कई तरह के डिसऑर्डर्स में इसका सेवन फायदा पहुंचाता है। इलायची का सेवन उल्टी, पेट से जुड़ी बीमारियों, गले में इरिटेशन, सांसों की बदबू, हिचकी आने, अपच और हद से ज्यादा प्यास लगने की समस्या में फायदेमंद है।

खाने का सही तरीका: आयुर्वेद के अनुसार इलायची में वॉर्मिंग और डिटॉक्सीफाइंग इफेक्ट होता है। इसे खाने का सबसे अच्छा तरीका है कि आप इसे कच्चा चबाकर खाएं या इसे चाय में मिलाकर पिएं। इसके पाउडर को घी और शहद में मिलाकर भी खा सकते हैं। सांसों की बदबू और डायरिया की समस्या में इलायची को चबाकर या ऐसे ही मुंह में कुछ देर रखकर खा सकते हैं। इस तरीके से खाने से इलायची का जूस धीरे-धीरे गले के अंदर जाता है।

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