रविवार, 2 जनवरी 2022

6 साल के निचले स्तर पर पहुंचे सोने के दाम, वृद्धि

6 साल के निचले स्तर पर पहुंचे सोने के दाम, वृद्धि 

अकांशु उपाध्याय       नई दिल्ली। अगर आप सोना खरीदने की सोच रहे हैं तो फिर आपके लिए खुशखबरी है। दरअसल, सोने के दाम इस समय अपने 6 साल के निचले स्तर पर है। मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज यानी एमसीएक्स पर सोने का भाव इस समय 48 हजार रुपये के आसपास चल रहा है। जो कि 56,200 रुपये प्रति 10 ग्राम के इसके ऑल टाइम हाई से 8 हजार रुपये नीचे है। कमोडिटी मार्केट के एक्सपर्ट्स का कहना है कि इस समय सोने की कीमतें इसके ऑलटाइम हाई से 8000 रुपये नीचे दिख रही है और जब भी सोना 1800 डॉलर प्रति औंस के नीचे जाता है। तब हमें इसमें खरीदारी आती दिखती है। यहां तक की पिछले पखवाड़े के उतार-चढ़ाव भरे कारोबार के दौर में भी 1820-1835 डॉलर के रेंज में आई मुनाफावसूली के बाद गोल्ड के भाव में जोरदार उछाल आया था।

बाजार जानकारों का कहना है कि गोल्ड की कीमतों का रुख फिलहाल हाजिर बाजार से तय हो रहा है। जानकारों का कहना है कि हाजिर बाजार के भाव से सोने के साइडवेज लेकिन पॉजिटीव रुझान के साथ कारोबार करने के संकेत मिल रहे है। मार्केट एक्सपर्ट्स का कहना है कि निवेशकों को इस समय गिरावट में खरीद की रणनीति अपनानी चाहिए।एक्सपर्टस का कहना है कि मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज पर सोने का भाव 48,000 रुपये प्रति 10 ग्राम के ऊपर नजर आ रहा है। इसको 47,500 के ऊपर सपोर्ट है। 47,800-47,900 की रेंज शॉर्ट टर्म ट्रेडरों के लिए सोने में खरीदारी करने के लिहाज से सबसे बेहतर रेंज है। सोना जल्द ही 49,300-49,500 रुपये प्रति ग्राम तक जाता दिख सकता है।

संक्रमण: कोरोना के मामलों में लगातार बढ़ोतरी

अकांशु उपाध्याय      नई दिल्ली। देश में कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में लगातार हो रही बढ़ोतरी के बीच केंद्र सरकार ने सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को अस्थायी अस्पताल बनाने की प्रक्रिया शुरू करने और होम आइसोलेशन में रह रहे मरीजों की निगरानी के लिए स्पेशल टीम गठित करने की सलाह दी है। केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने सभी राज्यों के मुख्य सचिवों को शनिवार को एक पत्र में लिखा है कि कोरोना केस बढ़ने के साथ ही स्वास्थ्य ढांचे को अपग्रेड करने की जरूरत है। साथ ही सभी राज्यों को यह सुनिश्चित करना होगा कि जिला स्तर पर या स्थानीय स्तर पर कंट्रोल रूम सही तरीके से काम कर रहे हों।

स्वास्थ्य सचिव ने पत्र में लिखा, “कोरोना के बढ़ते मामलों से निपटने के लिए राज्यों को स्वास्थ्य सुविधाओं को बढ़ाने और अस्थायी अस्पतालों का निर्माण शुरू करने की सलाह दी जाती है। यह डीआरडीओ और CSIR के साथ-साथ निजी क्षेत्रों, एनजीओ के साथ मिलकर किया जा सकता है। बड़ी संख्या में संक्रमित हुए मरीज होम आइसोलेशन में हो सकते हैं। इसलिए इन मामलों को प्रभावी तरीके से फॉलोअप करने की जरूरत होगी। साथ ही ऐसे मरीजों की तबीयत बिगड़ने के बाद उन्हें तुरंत अस्पताल में भर्ती कराने की प्रक्रिया बनाई जाए।”

राजेश भूषण ने कहा कि सभी राज्यों को अपने होम आइसोलेशन प्रोटोकॉल और इसे लागू किए जाने को मॉनिटर करना चाहिए। उन्होंने लिखा, “होम आइसोलेशन के सभी मामलों की निगरानी के लिए स्पेशल टीम गठित की जाएं। सभी राज्यों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि जिला स्तर पर या स्थानीय स्तर पर कंट्रोल रूम सही तरीके से काम कर रहे हों।

'एटीसी' की मंजूरी के बिना राजकोट से उड़ान भरीं

अकांशु उपाध्याय           नई दिल्ली। निजी विमानन कंपनी स्पाइसजेट के यात्री विमान ने 30 दिसंबर को हवाई यातायात नियंत्रक (एटीसी) की मंजूरी के बिना राजकोट हवाई अड्डे से उड़ान भरी। जिसके बाद उड्डयन नियामक डीजीसीए ने घटना की जांच के आदेश दिए हैं। अधिकारियों ने रविवार को यह जानकारी दी। स्पाइसजेट के प्रवक्ता ने बताया कि नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) की जांच लंबित रहने के दौरान राजकोट-दिल्ली उड़ान में सवार चालकों को ड्यूटी से हटा दिया गया है।

अधिकारियों ने बताया कि राजकोट-दिल्ली उड़ान ने 30 दिसंबर को सुबह करीब साढ़े नौ बजे उड़ान भरी और पूर्वाह्न 11 बजकर 15 मिनट पर दिल्ली हवाई अड्डे पर विमान उतरा। उन्होंने बताया कि विमान को उड़ान भरने से पहले एटीसी से कई बार अनुमति लेनी होती है।

2,36,530 'मकानों' की बिक्री: 71 फिसदी बढ़त

अकांशु उपाध्याय        नई दिल्ली। देश के शीर्ष सात शहरों में घरों की बिक्री 2021 में इससे पिछले साल की तुलना में 71 प्रतिशत बढ़कर 2,36,530 इकाई हो गई। हालांकि, घरों की मांग अब भी कोविड-पूर्व के स्तर से 10 प्रतिशत कम है। संपत्ति संबंधी परामर्श देने वाली कंपनी एनारॉक ने यह जानकारी दी। इसके मुताबिक, वर्ष 2020 में 1,38,350 आवासीय इकाइयां बिकीं थीं और 2019 में कुल 2,61,358 इकाइयों की बिक्री हुई थी। मुंबई स्थित कंपनी एनारॉक ने बताया कि गृह ऋण पर निचली ब्याज दरों, मजबूत मांग, घर के स्वामित्व की आकांक्षा में वृद्धि और महाराष्ट्र सहित कुछ राज्यों द्वारा स्टाम्प शुल्क में कटौती के साथ बिल्डरों द्वारा दी जा रही छूट के कारण आवास बिक्री में वृद्धि हो रही है। एनारॉक के चेयरमैन अनुज पुरी ने कहा कि कोरोना वायरस महामारी काबू में रहती है, तो 2021 के प्रदर्शन के आधार पर कहा जा सकता है कि 2022 में वृद्धि संतोषजनक रहेगी।

त्योहारों के मद्देनजर बढ़ी मांग और अन्य सकारात्मक कारकों के कारण, पिछले वर्ष के दौरान कुल बिक्री में चौथी तिमाही का लगभग 39 प्रतिशत का योगदान रहा। एनारॉक के वार्षिक आंकड़ों के मुताबिक, मुंबई महानगर क्षेत्र में आवासीय बिक्री 2021 में 72 फीसदी बढ़कर 76,400 इकाई रहीं, जो इससे पिछले वर्ष में 44,320 इकाई रही थी। हैदराबाद में पिछले वर्ष घरों की बिक्री तीन गुना बढ़कर 25,410 इकाई रही।

2020 में यह आंकड़ा 8,560 था। दिल्ली-एनसीआर में 2021 में 73 प्रतिशत वृद्धि के साथ 40,050 इकाइयां बिकीं, 2020 में यह आंकड़ा 23,210 इकाई का था। पुणे में 2021 में 53 फीसदी वृद्धि के साथ 35,980 इकाइयां बिकीं। 2020 में यह आंकड़ा 23,460 इकाइयां था। बेंगलुरु में 2021 में 33 प्रतिशत वृद्धि के साथ 33,080 घर बेचे गए। 2020 में 24,910 घर बिके थे। चेन्नई में 2021 में 86 प्रतिशत वृद्धि के साथ 12,530 इकाइयों की बिक्री हुई।

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