रविवार, 9 जनवरी 2022

टीएमसी को आड़े हाथ लिया, कडा रुख अख्तियार

टीएमसी को आड़े हाथ लिया, रुख अख्तियार किया   
कविता गर्ग    
मुंबई। शिवसेना सांसद संजय राउत ने गोवा विधानसभा चुनाव से पहले ‘कांग्रेस विरोधी’ रुख अख्तियार करने के लिए तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) को आड़े हाथों लेते हुए रविवार को दावा किया कि तटीय राज्य में ममता बनर्जी नीत पार्टी की मौजूदगी से सबसे ज्यादा लाभ भाजपा को होगा। शिवसेना के मुखपत्र ‘सामना’ में अपने साप्ताहिक स्तंभ ‘रोखठोक’ में राउत ने कहा कि टीएमसी कांग्रेस समेत अन्य दलों से ‘अविश्वनसीय नेताओं’ को शामिल कर रही है और ऐसा रवैया भाजपा से लड़ने वाली पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री बनर्जी को शोभा नहीं देता।
उन्होंने दावा किया कि टीएमसी गोवा विधानसभा चुनावों के लिए अत्यधिक खर्च कर रही है और कई लोग कहते हैं कि पार्टी की ओर से खर्च किए गए धन का स्रोत “कहीं और” है। गोवा की मौजूदा स्थिति का जिक्र करते हुए राउत ने कहा कि सभी दलों ने राज्य को ‘राजनीतिक प्रयोगशाला’ बना दिया है भारत निर्वाचन आयोग ने शनिवार को घोषणा की कि गोवा में सभी 40 विधानसभा सीटों पर 14 फरवरी को चुनाव होंगे।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा), कांग्रेस, गोवा फॉरवर्ड पार्टी (जीएफपी), महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी (एमजीपी), आम आदमी पार्टी (आप), टीएमसी और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) चुनाव मैदान में हैं। राउत ने दावा किया कि टीएमसी की गोवा में मौजूदगी से भाजपा को सबसे ज्यादा लाभ होगा।
राज्यसभा सदस्य ने कहा कि बनर्जी अन्य दलों के ‘अविश्वसनीय नेताओं” को अपने दल में शामिल करा रही हैं। यह उनकी छवि के अनुकूल नहीं है। राउत ने कहा कि अगर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा का उद्देश्य कांग्रेस के अस्तित्व का सफाया करना है तो यह समझ में आता है, लेकिन बनर्जी का भी यही उद्देश्य है, तो यह उनकी छवि के अनुकूल नहीं है।
उन्होंने कहा कि गोवा के पिछले विधानसभा चुनावों में, कांग्रेस ने 17 सीटें जीतीं थी और सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी थी और अब यह केवल दो सीटों पर सिमट गई है। राउत ने कहा कि इसकी वजह गोवा में कांग्रेस के पास मजबूत नेतृत्व नहीं होना है। उन्होंने दावा किया कि गोवा का चुनाव जीतना भाजपा के लिए आसान नहीं है, लेकिन आप और टीएमसी जैसे दल भाजपा की मदद करने के लिए कांग्रेस की राह में रोड़े अटका रहे हैं।

शेयर बाजार में एफपीआई का निवेश प्रवाह सुधरा

कविता गर्ग       मुबंई। लगातार तीन महीने की बिकवाली के बाद विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) ने जनवरी के पहले सप्ताह में भारतीय शेयर बाजारों में 3,202 करोड़ रुपये डाले हैं। बाजार में आए ‘करेक्शन’ की वजह से एफपीआई का निवेश प्रवाह सुधरा है। विशेषज्ञों का कहना है कि आगे चलकर अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में बढ़ोतरी की संभावना व ओमीक्रोन को लेकर बढ़ती चिंता तथा मुद्रास्फीति के ऊंचे स्तर की वजह से भारतीय बाजारों को लेकर एफपीआई का प्रवाह उतार-चढ़ाव वाला रहेगा।एफपीआई का ताजा निवेश अक्टूबर-दिसंबर, 2021 के दौरान भारतीय बाजारों से उनकी 38,521 करोड़ रुपये की शुद्ध निकासी के बाद आया है। इससे पहले पिछले साल सितंबर में एफपीआई ने भारतीय बाजारों में 13,154 करोड़ रुपये का शुद्ध निवेश किया था। डिपॉजिटरी के आंकड़ों के मुताबिक, एफपीआई ने 3-7 जनवरी के दौरान भारतीय शेयर बाजारों में शुद्ध रूप से 3,202 करोड़ रुपये डाले हैं।

मॉर्निंगस्टार इंडिया के एसोसिएट निदेशक- प्रबंधक शोध हिमांशु श्रीवास्तव ने कहा कि एफपीआई द्वारा रुक-रुक कर की जा रही खरीदारी की वजह बाजार में अंतरिम ‘करेक्शन’ है। इसकी वजह से उनको खरीदारी का अच्छा अवसर मिला है। उन्होंने कहा कि भारत सहित दुनियाभर में कोरोनो वायरस संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ने के बीच एफपीआई अपने निवेश में रुख में सतर्कता बरतेंगे।

जनवरी के पहले सप्ताह में एफपीआई ने भारतीय ऋण या बांड बाजार में 183 करोड़ रुपये का शुद्ध निवेश किया है। बीते साल उन्होंने 1.04 लाख करोड़ रुपये की बिकवाली की थी। जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य निवेश रणनीतिकार वी के विजय कुमार ने कहा कि एफपीआई की मुख्य चिंता अमेरिका में मौद्रिक रुख को सख्त किए जाने को लेकर है। अमेरिका में बांड पर प्रतिफल बढ़ने की वजह से वे उभरते बाजारों में बिकवाली कर सकते हैं।

दिल्ली सीएम में संक्रमण की पुष्टि, हल्के लक्षण दिखे

अकांशु उपाध्याय      नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने रविवार को कहा कि वह कोरोना वायरस के संक्रमण से उबर गए हैं और लोगों की सेवा में लौट आए हैं। मुख्यमंत्री के चार जनवरी को कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई थी और उन्होंने घर पर खुद को पृथक कर लिया था। उनमें बीमारी के हल्के लक्षण थे।

केजरीवाल ने रविवार सुबह ट्वीट किया कि करोना से ठीक होकर मैं वापिस आपकी सेवा में हाज़िर हूं। केजरीवाल ने तीन जनवरी को उत्तराखंड के देहरादून में एक रैली की थी जिसके अगले दिन उनके संक्रमित होने की पुष्टि हुई थी। पिछले साल अप्रैल में केजरीवाल की पत्नी सुनीता कोविड-19 से पीड़ित हो गई थीं।

गुरु गोबिंद का 350वां प्रकाश उत्सव मनाया: पीएम

अकांशु उपाध्याय      नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सिखों के 10वें गुरु गोबिंद सिंह के प्रकाश पर्व पर उन्हें श्रद्धांजलि देते हुए रविवार को कहा कि उनका जीवन और संदेश लाखों लोगों को ताकत देता है। मोदी ने कहा कि उन्हें हमेशा इस बात की खुशी रहेगी कि उनकी सरकार को गुरु गोबिंद सिंह का 350वां प्रकाश उत्सव (जयंती) मनाने का अवसर मिला। उन्होंने 2017 में मनाए गए गुरु गोबिंद सिंह के 350वें प्रकाश उत्सव के अवसर पर अपने पटना दौरे की कुछ तस्वीरें ट्विटर पर साझा कीं। जिनमें वह पटना साहिब गुरुद्वारे में मत्था टेकते दिखाई दे रहे हैं। 

मोदी ने ट्वीट किया, ”श्री गुरु गोबिंद सिंह जी के प्रकाश पर्व की शुभकामनाएं। उनका जीवन और संदेश लाखों लोगों को ताकत देता है। मुझे हमेशा इस बात की खुशी रहेगी कि हमारी सरकार को उनका 350वां प्रकाश उत्सव मनाने का अवसर मिला। मैं उस समय पटना के अपने दौरे की कुछ झलकियां साझा कर रहा हूं।

ऑनलाइन परीक्षाएं लेने का निर्णय, निर्देश जारी किया

दुष्यंत टीकम      रायपुर। इंजीनियरिंग छात्रों के लिए बड़ी खबर सामने आई है। कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच स्वामी विवेकानंद तकनीकी विश्वविद्यालय ने ऑनलाइन परीक्षाएं लेने का फैसला लिया है। इसे लेकर विश्वविद्यालय से एफिलिएटेड सभी कॉलेजों के लिए निर्देश जारी किया गया है। आपको बता दें कि कोरोना के तीसरी लहर के दस्तक देने के बाद से लगातार छात्रों की ओर से मांग हो रही थी। कॉलेज के एग्जाम ऑनलाइन लिए जाए। 

इसे लेकर तमाम संगठनों ने मांग की थी इसके साथ ही विश्वविद्यालय का घेराव भी किया गया थ। अब इसे लेकर नॉटिफिकेशन जारी हो गया है।आपको बता दें ​कि छत्तीसगढ़ में कोरोना के मामले पहले के मुकाबले काफी तेजी से बढ़ रहे हैं। इस बीच राज्य सरकार ने कई सेवाओं में पाबंदी लगाई है।

वायरस: गृहमंत्री शाह का बंगाल दौरा स्थगित हुआ

मिनाक्षी लोढी           कोलकाता। बंगाल में कोरोना के बढ़ते मामले के मद्देनजर बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के बाद अब केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का बंगाल दौरा भी स्थगित हो गया है। इससे पहले बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा व केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के बंगाल आने की बात थी, लेकिन कोरोना के कारण फिलहाल उनका बंगाल दौरा स्थगित हो गया है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार नगर निगम के चुनाव से पहले गृह मंत्री अमित शाह के उत्तर बंगाल में आने की बात थी। हालांकि इस बीच, कोविड के बढ़ते ग्राफ के कारण फिलहाल अमित शाह का दौरा भी स्थगित किया गया है। अमित शाह इसी महीने बंगाल के दौरे पर आने वाले थे।

राज्य के चार नगर निगमों सिलीगुड़ी, आसनसोल, चंदननगर व बिधाननगर के लिए 22 जनवरी को चुनाव होने वाले हैं। बता दें कि जेपी नड्डा नौ जनवरी, रविवार को बंगाल के दो दिवसीय दौरे पर आने वाले थे, लेकिन उनका दौरा पहले ही स्थगित कर दिया गया था। राज्य स्वास्थ्य विभाग के बयान के अनुसार नियमित तौर पर कोरोना संक्रमित होने वालों की संख्या लगातार दूसरे दिन 18 हजार से अधिक रही है। पिछले 24 घंटे के दौरान 63 हजार 518 लोगों के सैंपल जांचे गए हैं जिनमें से 18 हजार 802 लोग पॉजिटिव पाए गए हैं। इसके अलावा 19 लोगों की मौत हुई है।

पिछले साल की शुरुआत में हुए बंगाल विधानसभा चुनाव के बाद दिसंबर में कोलकाता नगर निगम चुनाव में बीजेपी की हुई करारी हार की वजह से पार्टी के भीतर यहां घमासान मचा है। कोलकाता निगम चुनाव में हार के बाद हाल में प्रदेश व जिला इकाई में बड़े स्तर पर सांगठनिक फेरबदल भी किया गया जिसके बाद कई नेता नाराज बताए जा रहे हैं। वहीं, चुनाव में हार के बाद से कार्यकर्ताओं का मनोबल भी गिरा है। ऐसे में पार्टी नेताओं को एकजुट करने और कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ाने के लिए नड्डा और अमित शाह का दौरा तय किया गया था, लेकिन कोरोना की वजह से दोनों दिग्गज नेताओं का दौरा रद्द हो गया है। गौरतलब है कि आगामी 22 जनवरी को बंगाल के चार नगर निगमों आसनसोल, सिलीगुड़ी, चंदननगर व बिधाननगर के चुनाव होने हैं। आयोग चुनाव प्रचार को लेकर पहले ही सख्त दिशानिर्देश जारी कर चुका है। आयोग ने राजनीतिक दलों को वर्चुअल प्रचार पर जोर देने को कहा है। चुनावी सभाओं में पहले अधिकतम 500 लोगों को एकत्र होने की अनुमति दी गई थी, जिसे बाद में घटाकर 250 कर दिया गया। आयोग अब चाहता है कि चुनाव सभाएं न हो क्योंकि इससे कोरोना और तेजी से फैलने की आशंका पैदा हो सकती है।

एमपी में ओलावृष्टि पर सीएम ने चिंता ज़ाहिर की

मनोज सिंह ठाकुर        भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कई ज़िलों में हुई ओलावृष्टि पर चिंता ज़ाहिर की है। इस दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के कई ज़िलों में और ओलावृष्टि के कारण फसलों को नुक़सान हुआ है. सीएम ने बताया कि बीते 3 दिन से प्रदेश में कई स्थानों पर ओलावृष्टि होने की सूचना मिली है। इससे गेहूं, चना, अरहर और सब्जियों की फसलें प्रभावित हुई हैं। इस दौरान प्राकृतिक आपदा से प्रभावित किसानों को सहायता पहुंचाने में सरकार कोई कसर नहीं छोड़ेगी। उन्होंने कहा है कि नुकसान के आकलन के आधार पर फसल बीमा के अनुसार सहायता उपलब्ध कराई जाएगी।क्षइन सबके लिए सभी अधिकारी को निर्देश दिए गए हैं। संकट की इस घड़ी में सरकार किसानों के साथ खड़ी हुई है। ऐसे में किसानों के नुक़सान की क्षतिपूर्ति के लिए नुक़सान की भरपाई की जाएगी। 

दरअसल, जानकारी के अनुसार सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि प्रदेश के अनेकों गांव और कुछ जिलों में वर्षा के साथ- साथ ओलावृष्टि भी हुई है। ऐसे में बारिश के कारण फसलों को लाभ भी है। लेकिन, ओलावृष्टि के कारण किसानों की फसलों को कई स्थानों पर नुकसान पहुंचा है, इस दौरान उन्होंने कहा कि फिलहाल मैंने निर्देश दिए हैं। जहां ओलावृष्टि के कारण जहां-जहां हमारे किसान भाइयों बहनों की फसलें बर्बाद हुई हैं वहां, तत्काल सर्वे किया जाए। वहीं, सर्वे कराने के दौरान क्षति का आकलन किया जाएगा और क्षति के आकलन के बाद किसान को राहत राशि देने की व्यवस्था की जाएगी। प्रदेश के कई जिलों के गांवों में ओलावृष्टि से फसलों को नुकसान हुआ है। मैंने निर्देश दिए हैं कि ओलावृष्टि से जहां-जहां किसान भाई-बहनों की फसलें बर्बाद हुई हैं, उनका तत्काल सर्वे व क्षति का आकलन करें, इसके बाद राहत राशि दी जाएगी। फसल बीमा योजना का लाभ भी मिले इसके निर्देश दिए हैं।

बता दें कि प्रदेश की राजधानी भोपाल समेत उज्जैन, सागर और ग्वालियर संभाग के कुछ जिलों में ओलावृष्टि से फसलों को नुकसान होने की जानकारी है। इससे मूंग, मसूर, चना, सरसों, आलू, टमाटर समेत अन्य बागवानी फसलों को नुकसान पहुंचा है। हालांकि नुकसान का आंकलन करने के बाद रिपोर्ट के आधार पर किसानों को मुआवजा दिया जाएगा। वहीं, भोपाल, ग्वालिर,उज्जैन मंदसौर, रतलाम, उज्जैन, गुना, राजगढ़, दतिया सहित कुछ अन्य जिलों में ओलावृष्टि और अतिवृष्टि की वजह से किसान को काफी नुकसान हुआ है। इस दौरान मंदसौर में नाराज किसानों ने चक्काजाम किया तो राजस्व के अमले ने सर्वे का काम शुरू कर दिया है। लेकिन कुछ जगहों पर अभी भी सर्वे का किसान इंतजार कर रहे हैं। गौरतलब हैं कि प्रदेश की सरकार हमेशा संकट की घड़ी में अपने किसानों के साथ खड़ी है। इस दौरान सीएम कहा कि मैं आश्वस्त कर रहा हूं तकलीफ है, परेशानी है, नुकसान हुआ है, कष्ट, संकट है लेकिन, इस संकट के पार निकालकर हम अपने किसान भाइयों और बहनों को, जिनका नुकसान हुआ है। उन्हें ले जाएंगे चिंता करने की जरूरत नहीं है। वहीं, कृषि मंत्री कमल पटेल ने कहा कि ओलावृष्टि के दूसरे ही दिन राजगढ़ प्रशासन ने फसल बीमा के लिए अधिसूचना जारी कर दी है।

तमिलनाडु में संपूर्ण लॉकडाउन लगाने का आदेश 

चेन्नई। तमिलनाडु में ओमिक्रोन और डेल्टा वैरिएंट के चलते तमिलनाडु में बेकाबू होते कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर की चेन तोड़ने के लिए रविवार को पूर्ण रूप से लॉकडाउन लगा दिया गया है। रविवार को वीकेंड लॉकडाउन इस साल का पहला लॉकडाउन रहेगा। कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए तमिलनाडु सरकार ने पहले ही नाइट कर्फ्यू राज्य में घोषित कर दिया है। कई पाबंदियों के साथ इस रविवार को संपूर्ण लॉकडाउन रखने का आदेश दिया गया है। यह निर्णय मुख्यमंत्री एमके स्टालिन की अध्यक्षता में हुई बैठक में लिया गया। 

संपूर्ण लाकडाउन के तहत रविवार को सिर्फ जरूरी सेवाएं जैसे मेडिकल, किराना आदि खुले रहेंगे। इसके अलावा सभी दुकानें व सेवाएं स्थगित रहेंगी। पुलिस विभाग कई टीमों का गठनकर स्थितियों पर नजर रखेगी। वहीं अन्य विभाग लॉकडाउन को सफल बनाने के लिए सभी तैयारी कर रही है। नियमों का उल्लंघन करने वालों पर कार्रवाई की जाएगी। मास्क न लगाने पर जुर्माना देना होगा। रेस्त्रां खुले रहेंगे, लेकिन केवल होम डिलीवरी होगी। मॉल, जिम, स्पा और ऑडिटोरियम बंद रहेंगे। साप्ताहिक बंदी के साथ ही नाइट कर्फ्यू जारी रहेगा। इस दौरान नाइट कर्फ्यू के नियम भी लागू रहेंगे।

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