सोमवार, 24 जनवरी 2022

चुनाव में जीतने के लिए दम-खम लगाया: कांग्रेस

चुनाव में जीतने के लिए दम-खम लगाया: कांग्रेस   
संदीप मिश्र    
लखनऊ। यूपी विधानसभा चुनाव में जीत हासिल करने के लिए कांग्रेस ने पूरा दम-खम लगा दिया है। चुनाव प्रचार में भी कांग्रेस पीछे नहीं रहना चाहती। पार्टी ने स्टार प्रचारकों कि लिस्ट जारी की है। कांग्रेस ने स्टार प्रचारकों के लिए 30 लोगों के नाम पर मुहर लगाई है। इसमें कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह भी शामिल है। यूपी विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस के स्टार प्रचारकों की लिस्ट में सोनिया गांधी का नाम सबसे ऊपर है। वहीं दूसरे नंबर पर पूर्व पीएम मनमोहन सिंह का नाम मौजूद है।
वहीं तीसरे नंबर पर राहुल गांधी और चौथे नंबर पर प्रियंका गांधी वाड्रा का नाम स्टार प्रचारकों की लिस्ट में शामिल है। बहन प्रियंका गांधी के साथ अब राहुल गांधी भी यूपी की जनता के बीच पहुंचेंगे। बता दें कि यूपी चुनाव प्रचार के लिए कांग्रेस के स्टार प्रचारकों की लिस्ट में पूर्व सांसद गुलाम नबी आजाद और सलमान खुर्शीद के साथ ही राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत का नाम भी शामिल है। छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल, राज बब्बर, अजय कुमार लल्लू और हरियाणा के पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा भी यूपी में कांग्रेस का चुनाव प्रचार करेंगे।

सपा की सेंध के बीच में बड़ा विकेट गिराया: भाजपा

संदीप मिश्र       लखनऊ। उत्तर प्रदेश में बहुजन समाज पार्टी के प्रभुत्व वाले अम्बेडकरनगर जिले में समाजवादी पार्टी की सेंध के बीच में भारतीय जनता पार्टी ने समाजवादी पार्टी का बड़ा विकेट गिराया है। अम्बेडकरनगर जिले के जलालपुर से समाजवादी पार्टी के विधायक सुभाष राय ने सोमवार को भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ग्रहण कर ली। इस मौके पर सुभाष राय ने समाजवादी पार्टी पर हमला बोला। नई दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी के मुख्यालय में भाजपा उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह के साथ डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य तथा डा. दिनेश शर्मा ने समाजवादी पार्टी के विधायक सुभाष राय को भाजपा की सदस्यता दिला दी। भाजपा युवा मोर्चा के नेता रहे सुभाष राय की यह घर वापसी हुई है। भाजपा मुख्यालय में उत्तर प्रदेश के दोनों उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य व डा. दिनेश शर्मा के साथ भाजपा प्रदेश भाजपा अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह और भाजपा मीडिया विभाग के प्रभारी अनिल बलूनी की मौजूदगी में सुभाष राय ने भाजपा की सदस्यता ग्रहण की। सुभाष राय ने अम्बेडकरनगर के जलालपुर विधानसभा उप चुनाव में जीत दर्ज की थी। यहां से 2017 में बहुजन समाज पार्टी के रीतेश पाण्डेय ने विधानसभा का चुनाव जीता था। इसके बाद रीतेश पाण्डेय 2019 में बसपा से ही लोकसभा का चुनाव जीते। इसके बाद जलालापुर सीट पर हुए उपचुनाव में सुभाष राय सपा के टिकट पर विधायक निर्वाचित हुए थे।

रीतेश पाण्डेय के पिता अम्बेडकरनगर से पूर्व सांसद राकेश पाण्डेय के समाजवादी पार्टी में शामिल होने के बाद से ही सुभाष राय ने घर वापसी का मन बना लिया था। राकेश पाण्डेय 2002 में जलालपुर से बसपा से विधायक थे और माना जा रहा है कि इस बार सपा उनको जलालपुर से चुनाव लड़ाएगी। भाजपा में शामिल होने के बाद सुभाष राय ने कहा कि मैंने भाजपा की नीतियों ने प्रभावित होकर पार्टी की सदस्यता ली है। समाजवादी पार्टी में तो नेता तथा कार्यकर्ता का सम्मान नहीं होता है। सपा को अपने कार्यकाल का रिपोर्ट कार्ड देना चाहिए। विधायक सुभाष राय के भाजपा में शामिल होने पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह ने कहा कि भाजपा में विधायक सुभाष राय का स्वागत है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में में आज कानून का राज है। राष्ट्रवाद और विकास की बयार चल रही है। आज उत्तर प्रदेश में जो वातावरण निर्मित हुआ है, उसे देखते हुए सुभाष राय भाजपा में शामिल हुए हैं। यह उनकी घर वापसी है। उनके आने से भाजपा अंबेडकरनगर जनपद में और मजबूत होगी। भाजपा ने हमेशा से ही दलित, वंचित तथा शोषित वर्ग को समाज की मुख्यधारा में लाने का काम किया है। अब सुभाष राय भी इसमें लगेंगे।

2019 में हुए मध्यावधि चुनाव में जलालपुर से सपा के टिकट पर पहली बार विधायक बने सुभाष राय ने राजनीति की शुरुआत नब्बे के दशक में भाजपा से की थी। राज्य स्तरीय पहलवान सुभाष शुरुआत में भाजपा से दो बार जिला पंचायत सदस्य रहे। इसके बाद 2002 के विधानसभा चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस में शामिल हो गए और जलालपुर से विधायकी का चुनाव लड़ा, लेकिन सफलता नहीं मिली। कुछ सालों तक कांग्रेस में रहने के बाद 2007 के विधानसभा चुनाव से पहले सपा में शामिल हो गए। सन 2017 में हुए विधानसभा चुनाव में जलालपुर सीट से विधायक बने रितेश पांडेय के 2019 में सांसद बनने से खाली हुई सीट पर इसी साल हुए मध्यावधि चुनाव में सुभाष राय ने सपा के टिकट पर चुनाव लड़ा और बसपा से पूर्व मंत्री लालजी वर्मा की बेटी छाया वर्मा को शिकस्त दी।


उत्तराखंड दौरे पर रवाना सीएम भूपेश, बातचीत की
दुष्यंत टीकम         
रायपुर। सीएम भूपेश बघेल सोमवार को उत्तराखंड दौरे पर रवाना हुए। रवाना होने से पहले सीएम भूपेश बघेल ने पत्रकारों से बातचीत की। और कहा - सोमवार को हम उत्तराखंड में कांग्रेस का कैंपेन सांग लॉन्च करेंगे और वहां हमारी बहुत अच्छी स्थिति है। भाजपा लोगों को धर्म के आधार पर बांटती है। उन्होंने इसे उत्तर प्रदेश में किया है और अब भी कर रहे हैं। धर्म का इस्तेमाल करके बीजेपी को सत्ता मिली लेकिन वोट देकर लोगों को क्या मिला।
बता दें कि उत्तराखंड चुनाव के लिए कांग्रेस ने अपने उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर दी है। पहली लिस्ट में पार्टी की तरफ से 53 उम्मीदवारों के नामों की घोषणा की गई है। पार्टी ने सीएम पुष्कर सिंह धामी के खिलाफ भुवन चंद्र कापड़ी को मैदान में उतारा है। वहीं बीजेपी से वापस कांग्रेस में आए यशपाल आर्य को बाजपुर से टिकट दिया गया है। उत्तराखंड चुनाव की बात करें तो वहां पर 14 फरवरी को एक ही चरण में वोटिंग होने जा रही है। वहीं 10 मार्च को बाकी राज्यों संग ही उत्तराखंड के नतीजे भी सामने आएंगे। इस बार चुनाव में एक तरफ बीजेपी सत्ता परिवर्तन वाले ट्रेंड को तोड़ना चाहती है तो वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस फिर उसी ट्रेंड से उम्मीद लगाए सत्ता में वापस आना चाहती है।

महाराष्ट्र: 1 से 12वीं तक की ऑफलाइन कक्षाएं बहाल 
कविता गर्ग    
मुंबई। महाराष्ट्र में कक्षा एक से बारहवीं तक के छात्रों के लिए ऑफलाइन कक्षाएं सोमवार को बहाल कर दी गईं। राज्य सरकार ने उम्मीद जताई कि छात्र सुरक्षित माहौल में स्कूलों में वापसी कर खुशी महसूस करेंगे।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने बीते हफ्ते शिक्षा विभाग की ओर से भेजे गए उस प्रस्ताव को मंजूरी दे दी थी, जिसके तहत स्कूलों को 24 जनवरी से खोलने की सिफारिश की गई थी। 
राज्य में कोरोना वायरस के बेहद संक्रामक स्वरूप ‘ओमीक्रोन’ की दस्तक और मरीजों की संख्या में जबरदस्त वृद्धि के चलते सभी स्कूल जनवरी के पहले सप्ताह में बंद कर दिए गए थे।
बड़ी संख्या में अभिभावकों, शिक्षा कार्यकर्ताओं और शिक्षकों ने छात्रों पर विपरीत प्रभाव पड़ने का हवाला देते हुए इस कदम का विरोध किया था। मुंबई में प्रशासन ने कक्षा एक से नौवीं तक के स्कूलों को 31 जनवरी तक बंद रखने की घोषणा की थी। लेकिन, बाद में बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) ने अपने विश्लेषण में पाया कि राज्य में ओमीक्रोन के मामले नहीं बढ़ रहे हैं और संक्रमितों की संख्या में भी गिरावट आ रही है। 
बीएमसी ने अधिकारियों को स्कूलों में ऑफलाइन कक्षाओं की बहाली की सिफारिश करने का सुझाव भी दिया था। महाराष्ट्र की स्कूली शिक्षा मंत्री वर्षा गायकवाड़ ने सोमवार को ऑफलाइन कक्षाओं की बहाली पर छात्रों और अभिभावकों का अभिवादन किया।

वीडियो वैन के इस्तेमाल से जुड़े दिशा-निर्देश जारी 
अकांशु उपाध्याय    
नई दिल्ली। निर्वाचन आयोग ने पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों में प्रचार के लिए वीडियो वैन के इस्तेमाल से जुड़े दिशा-निर्देश जारी कर दिए हैं। इसके तहत वीडियो वैन के किसी भी स्थल पर 30 मिनट से ज्यादा समय तक रुकने पर पाबंदी लगाई गई है। कोरोना संक्रमण का प्रसार रोकने के लिए निर्वाचन आयोग ने रैलियों के आयोजन पर लगा प्रतिबंध 31 जनवरी तक बढ़ा दिया था।
हालांकि, आयोग ने शनिवार को खुली जगहों पर कोविड प्रोटोकॉल के पालन के साथ अधिकतम 500 दर्शकों की मौजूदगी में वीडियो वैन के जरिये प्रचार करने की इजाजत दी थी। आयोग ने सभी मुख्य निर्वाचन अधिकारियों को एक पत्र जारी कर राजनीतिक दलों द्वारा वीडियो वैन के इस्तेमाल से जुड़े दिशा-निर्देश भी जारी किए थे। पत्र में कहा गया है, ‘राजनीतिक दलों द्वारा वीडियो वैन का इस्तेमाल उनकी योजनाओं और घोषणाओं के प्रचार के लिए किया जा सकता है।
इनके जरिये किसी प्रत्याशी विशेष के लिए वोट या समर्थन नहीं मांगा जा सकेगा।’ पत्र में स्पष्ट किया गया है कि अगर वीडियो वैन का प्रयोग किसी उम्मीदवार के प्रचार के लिए किया जाता है तो उसका खर्च संबंधित उम्मीदवार के खाते में दर्ज किया जाएगा। चुनाव पर्यवेक्षकों को ऐसे खर्चों पर करीबी नजर रखने का निर्देश दिया गया है। निर्वाचन आयोग ने कहा है कि वीडियो वैन से सुबह आठ से रात आठ बजे के बीच ही प्रचार किया जा सकेगा।
रैलियों और रोड शो के आयोजन में इन वाहनों के इस्तेमाल की अनुमति नहीं होगी। आयोग के मुताबिक, राजनीतिक दलों के बाजारों और भीड़भाड़ वाले इलाकों में वीडियो वैन के जरिये अपनी प्रचार सामग्री का प्रदर्शन करने पर भी रोक रहेगी। निर्वाचन आयोग ने स्पष्ट किया है कि वीडियो वैन किसी भी प्रचार स्थल पर 30 मिनट से अधिक समय तक नहीं रुके, यह सुनिश्चित करना संबंधित राजनीतिक दल की जिम्मेदारी होगी। पंजाब, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, मणिपुर और गोवा में फरवरी-मार्च में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं।

जनहित याचिका पर 30 अप्रैल को सुनवाई: एचसी
अकांशु उपाध्याय    
नई दिल्ली। दिल्ली उच्च न्यायालय प्रधानमंत्री की सुरक्षा से संबंधित एक जनहित याचिका पर 30 अप्रैल को सुनवाई करेगा। अदालत ने उच्चतम न्यायालय में इससे जुड़े मुद्दों के लंबित होने के मद्देनजर सोमवार को यह फैसला लिया। याचिका में मांग की गई थी कि प्रधानमंत्री और उनके परिवार के सदस्यों की सुरक्षा के मामले में असैन्य, सैन्य समेत सभी प्राधिकार विशेष सुरक्षा समूह (एसपीजी) की निगरानी में काम करें।
मुख्य न्यायाधीश डी एन पटेल और न्यायमूर्ति ज्योति सिंह की पीठ ने कहा कि वह केंद्र से इस जनहित याचिका को एक अभिवेदन के तौर पर मानने के लिए कहेगी। याचिकाकर्ता आशीष कुमार की ओर से पेश अधिवक्ता वी गोविंद रमणन ने कहा कि यह विशेषकर कानून से जुड़ा सवाल है कि प्रधानमंत्री की सुरक्षा के मामले में जिम्मेदारी एसपीजी के पास होनी चाहिए और वह गृह मंत्रालय के समक्ष इस बाबत पहले ही अभिवेदन दे चुके हैं।
केंद्र सरकार के अधिवक्ता अमित महाजन ने अदालत को सूचित किया कि उच्चतम न्यायालय इस विषय से जुड़े मुद्दों पर पहले ही विचार कर रहा है। इस पर पीठ ने पीआईएल पर सुनवाई स्थगित कर दी और कहा कि शीर्ष अदालत निर्देश दे चुका है और उसके द्वारा गठित समिति की रिपोर्ट का इंतजार कर रहा है।
गत पांच जनवरी को प्रधानमंत्री का काफिला पंजाब के फिरोजपुर में प्रदर्शनकारियों के अवरोध उत्पन्न करने पर एक फ्लाईओवर पर फंस गया था। 12 जनवरी को न्यायालय ने इस मामले की गहन जांच की मांग करने वाली याचिका पर शीर्ष अदालत की एक पूर्व न्यायाधीश की अध्यक्षता में पांच सदस्यीय समिति का गठन किया था।
उच्च न्यायालय में दायर याचिका में कहा गया कि प्रधानमंत्री की सुरक्षा का विषय राज्यों के विवेक पर नहीं छोड़ा जा सकता है और उनकी सुरक्षा के मामलों की पूरी जिम्मेदारी एसपीजी की होनी चाहिए।

'राकांपा' के प्रमुख शरद की जांच रिपोर्ट पॉजिटिव

कविता गर्ग          मुंबई। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के प्रमुख शरद पंवार ने सोमवार को बताया कि वह कोरोना वायरस से संक्रमित हो गए हैं। उनकी कोरोना जांच रिपोर्ट पॉजिटिव पाईं गई हैं। लेकिन चिंता की कोई बात नहीं है। पूर्व केन्द्रीय मंत्री ने ट्वीट किया कि, मैं कोरोना वायरस से संक्रमित हो गया हूं, लेकिन चिंता की कोई बात नहीं है। मैं, मेरे चिकित्सक की सलाह का पालन कर रहा हूं।

शरद पवार (81) ने कहा कि, मैं, पिछले कुछ दिनों में मेरे सम्पर्क में आए, सभी लोगों से जांच कराने और पूरी एहतियात बरतने की अपील करता हूं। महाराष्ट्र की शिवसेना नीत महा विकास आघाड़ी (एमवीए) सरकार का हिस्सा राकांपा और कांग्रेस भी हैं।

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