बुधवार, 15 दिसंबर 2021

डिविजनल इंजीनियर पदों पर भर्ती, आवेदन मांगें

डिविजनल इंजीनियर पदों पर भर्ती, आवेदन मांगें
अकांशु उपाध्याय    
नई दिल्ली। यूनियन पब्लिक सर्विस कमीशन ने सब डिविजनल इंजीनियर पदों पर भर्ती के लिए योग्य उम्मीदवारों से आवेदन मांगे हैं। सभी इच्छुक उम्मीदवार 2021 के लिए आधिकारिक वेबसाइट पर 30 दिसंबर तक या उससे पहले ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं।
उम्मीदवार के पास किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय या संस्थान से सिविल इंजीनियरिंग में बैचलर्स की डिग्री होनी चाहिए। इसके अलावा उम्मीदवार की आयु 35 साल से अधिक नहीं होनी चाहिए। हालांकि, सरकारी नियमों के अनुसार आरक्षित कैटेगरी के उम्मीदवारों को अधिकतम आयु सीमा में छूट दी जाएगी। ‌
सब डिविजनल इंजीनियर के कुल 6 पदों पर भर्ती की जाएगी। इसके लिए उम्मीदवारों को आवेदन के आधार पर शॉर्टलिस्ट किया जाएगा और फिर उन्हें इंटरव्यू के लिए बुलाया जाएगा। इन पदों पर चयनित उम्मीदवारों को 15600 रुपए से 39100 रुपए महीने तक का वेतन दिया जाएगा। वेतन के अलावा 5400 रुपए ग्रेड पे भी मिलेगा। विस्तृत जानकारी के लिए उम्मीदवार आधिकारिक नोटिफिकेशन चेक कर सकते हैं।
रिक्यूमेंट 2021 के लिए आधिकारिक वेबसाइट पर 30 दिसंबर तक या उससे पहले आधिकारिक वेबसाइट पर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। इसके लिए उम्मीदवारों को 25 रुपए आवेदन शुल्क भी जमा करना होगा। हालांकि, एससी / एसटी / पीडब्लूबीडी / महिला उम्मीदवारों को आवेदन शुल्क नहीं देना होगा।

भारत: संक्रमितों की संख्या-3,47,10,628 हुईं

अकांशु उपाध्याय       नई दिल्ली। भारत में एक दिन में कोविड-19 के 6,984 नए मामले सामने आने के बाद देश में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 3,47,10,628 हो गई। वहीं, उपचाराधीन मरीजों की संख्या घटकर 87,562 हो गई है। स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से बुधवार सुबह आठ बजे जारी किए गए अद्यतन आंकड़ों के अनुसार, देश में 247 और मरीजों की मौत के बाद मृतक संख्या बढ़कर 4,76,135 हो गई।

देश में लगातार 48 दिन से कोविड-19 के दैनिक मामले 15 हजार से कम सामने आ रहे हैं। उपचाराधीन मरीजों की संख्या घटकर 87,562 हो गयी है, जो संक्रमण के कुल मामलों का 0.25 प्रतिशत है। यह दर मार्च 2020 के बाद से सबसे कम है। पिछले 24 घंटों में कोविड-19 के उपचाराधीन मरीजों की संख्या में 1,431 की कमी दर्ज की गयी है। मरीजों के ठीक होने की राष्ट्रीय दर 98.38 प्रतिशत है, जो मार्च 2020 के बाद से सर्वाधिक है। देश में पिछले साल सात अगस्त को संक्रमितों की संख्या 20 लाख, 23 अगस्त को 30 लाख और पांच सितंबर को 40 लाख से अधिक हो गई थी।

वहीं, संक्रमण के कुल मामले 16 सितंबर को 50 लाख, 28 सितंबर को 60 लाख, 11 अक्टूबर को 70 लाख, 29 अक्टूबर को 80 लाख और 20 नवंबर को 90 लाख के पार चले गए थे। देश में 19 दिसंबर को ये मामले एक करोड़ के पार, इस साल चार मई को दो करोड़ के पार और 23 जून को तीन करोड़ के पार चले गए थे।

दिल्ली: 7.8 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया

अकांशु उपाध्याय     नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी में बुधवार की सुबह सर्द रही और न्यूनतम तापमान सामान्य से एक डिग्री कम 7.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। दिल्ली में सुबह नौ बजे वायु गुणवत्ता सूचकांक 366 दर्ज किया गया, जो ‘बहुत खराब’ श्रेणी में आता है। मौसम विभाग के अनुसार बुधवार को अधिकतम तापमान के 23 डिग्री सेल्सियस के आस-पास रहने का अनुमान है। मौसम विभाग के अधिकारियों के मुताबिक राष्ट्रीय राजधानी में रविवार को इस मौसम का सबसे कम न्यूनतम तापमान 6.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। वहीं सोमवार को औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 367 दर्ज किया गया था, जो ‘बहुत खराब’ श्रेणी में आता है। रविवार को एक्यूआई 331 था।

वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) शून्य और 50 के बीच ‘अच्छा’, 51 और 100 के बीच ‘संतोषजनक’, 101 और 200 के बीच ‘मध्यम’, 201 और 300 के बीच ‘खराब’, 301 और 400 के बीच ‘बहुत खराब’ और 401 और 500 के बीच ‘गंभीर’ श्रेणी में माना जाता है।

ऑफिसर प्रीलिम्स रिजल्ट की घोषणा की: एसबीआई

अकांशु उपाध्याय      नई दिल्ली। भारतीय स्टेट बैंक ने प्रोबेशनरी ऑफिसर प्रीलिम्स रिजल्ट की घोषणा कर दी है। जो कैंडिडेट्स इस एग्जाम में शामिल हुए थे वो कैंडिडेट्स एसबीआई की ऑफिशियल वेबसाइट पर जाकर अपना रिजल्ट चेक कर सकते हैं। अभ्यर्थी अपना एसबीआई पीओ प्रीलिम्स रजिस्ट्रेशन नंबर और डेड ऑफ वर्थ की डिटेल्स के साथ रिजल्ट चेक कर सकते हैं।

स्टेट बैंक ऑफ इंडिया में प्रोबेशनरी ऑफिसर के पदों पर भर्ती के लिए यह परीक्षा कंप्यूटर मोड पर 20, 21 और 27 नवंबर 2021 को आयोजित की गई थी। इस भर्ती प्रक्रिया के जरिए देशभर में एसबीआई के अलग-अलग ब्रांचों में पीओ के कुल 2056 पदों पर भर्ती की जाएगी।

कच्चे माल की कीमतों में उछाल, वृद्धि का फैसला 

अकांशु उपाध्याय       नई दिल्ली। वाहन विनिर्माता कंपनी टोयोटा किर्लोस्कर मोटर (टीकेएम) एक जनवरी, 2022 से अपने सभी वाहनों की कीमतों में वृद्धि करेगी। कच्चे माल की कीमतों में उछाल के असर को कम करने के लिए कंपनी ने यह फैसला लिया है। टोयोटा भारतीय बाजार में गलांज़ा, अर्बन क्रूसर, इन्नोवा क्रिस्टा और फॉर्चूनर जैसे वाहनों की बिक्री करती है। कंपनी ने बुधवार को एक बयान में कहा, ”कच्चे माल समेत इनपुट लागत में लगातार वृद्धि के कारण वाहनों की कीमतों में बदलाव की आवश्यकता है।

हमने हमारे ग्राहकों पर लागत वृद्धि के प्रभाव को कम से कम सुनिश्चित करने के लिए सभी प्रयास किये हैं।” गौरतलब है कि टोयोटा के अलावा मारुती सुजुकी, टाटा मोटर्स और हौंडा कार्स ने भी अगले महीने से अपने वाहनों के दाम में बढ़ोतरी की घोषणा की है। इस्पात, तांबा और अल्युमीनियम जैसे जरुरी कच्चे माल की कीमतों में वृद्धि से कंपनियों ने अपने उत्पादों की कीमतों में इजाफा करने का फैसला किया है।

41वें दिन पेट्रोल-डीजल की कीमतों में स्थिरता बनीं

अकांशु उपाध्याय     नई दिल्ली। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल में नरमी के बावजूद आज लगातार 41 वें दिन देश में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में स्थिरता बनी रही। दिल्ली में गत दो दिसंबर को वैट में कमी किये जाने के कारण पेट्रोल की कीमतें करीब आठ रुपये प्रति लीटर कम हुआ था और उसके बाद से दिल्ली में पेट्रोल 95.41 रुपये प्रति लीटर पर और डीजल 86.67 रुपये प्रति लीटर पर स्थिर है। 1.32 प्रतिशत की गिरावट के साथ 72.75 डॉलर प्रति बैरल पर और अमेरिकी क्रूड 1.46 प्रतिशत उतरकर 69.70 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा। केन्द्र सरकार द्वारा पेट्रोल और डीजल पर उत्पाद शुल्क में क्रमश: पांच रुपये तथा 10 रुपये प्रति लीटर की कमी करने से देश में इसकी कीमतों में कमी आयी थी। 

इसके बाद उत्तर प्रदेश, कर्नाटक सहित देश के 22 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों ने इन दोनों उत्पादों पर मूल्य वर्धित कर (वैट) में कमी की थी। राजधानी दिल्ली में वैट कम किये जाने के कारण इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (आईओसीएल) के पंप पर पेट्रोल की कीमत 95.41 रुपये प्रति लीटर पर और डीजल के दाम 86.67 रुपये प्रति लीटर पर टिके रहे। पेट्रोल-डीजल के मूल्यों की रोजाना समीक्षा होती है और उसके आधार पर हर दिन सुबह छह बजे से नयी कीमतें लागू की जाती हैं। देश के चार बड़े महानगरों में आज पेट्रोल और डीजल के दाम इस प्रकार रहे।

'एमपीलैड्स' निधि को बहाल किया, मंजूरी दीं

अकांशु उपाध्याय      नई दिल्ली। सरकार ने बुधवार के बताया कि सांसद स्थानीय क्षेत्र विकास योजना (एमपीलैड्स) निधि को बहाल करने और उसे वित्त वर्ष 2025-26 तक जारी रखने को मंजूरी दे दी गई है। लोकसभा में भर्तृहरि महताब के प्रश्न के लिखित उत्तर में सांख्यिकी एवं कार्यक्रम कार्यान्वय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह ने यह जानकारी दी।महताब ने सांसद स्थानीय क्षेत्र विकास योजना (एमपीलैड्स) को बहाल करने के फैसले के बारे में सवाल पूछा था। सिंह ने बताया कि सरकार ने मौजूदा सांसद निधि (एमपीलैड) के दिशानिर्देश के अनुसार, एक किस्त में 2 करोड़ रुपए प्रति सांसद की दर से सांसद निधि की राशि निर्मुक्त करने के साथ वित्त वर्ष 2021-22 की शेष अवधि के दौरान सांसद सदस्य स्थानीय क्षेत्र विकास योजना (एमपीलैड) को पुनः बहाल करने का फैसला किया है।

उन्होंने बताया कि इसके साथ ही, 5 करोड़ रुपए प्रति सांसद की वार्षिक हकदारी के साथ वित्त वर्ष 2022-23 से वित्त वर्ष 2025-26 तक सांसद निधि को जारी रखने का अनुमोदन किया है। मंत्री ने बताया कि इस पर वर्ष 2021-22 से वर्ष 2025-26 तक कुल वित्तीय परिव्यय 17,417 करोड़ रुपए आयेगा। उल्लेखनीय है कि सांसद निधि के तहत हर सांसद के लिए पांच करोड़ रुपये की वार्षिक राशि निर्धारित है। केंद्र सरकार ने कोरोना वायरस महामारी के चलते साल 2020 में सांसद निधि को निलंबित कर दिया था जिसे अब बहाल कर दिया गया है।

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