रविवार, 26 दिसंबर 2021

नूडल्स फैक्ट्री में फटा बॉयलर, 4 की मौंत: हादसा

नूडल्स फैक्ट्री में फटा बॉयलर, 4 की मौंत: हादसा

अविनाश श्रीवास्तव          पटना। बिहार के मुजफ्फरपुर में रविवार सुबह एक बड़ा हादसा हो गया। बेला औद्योगिक इलाके में मोदी कुरकुरे और नूडल्स फैक्ट्री में अचानक से बॉयलर फट गया। जिसकी वजह से 4 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। वहीं, 10 लोगों से अधिक लोग गंभीर रूप से घायल भी बताए जा रहे है। हालात यह है कि आस-पास में मौजूद फैक्ट्रियों के लोगों के भी घायल होने की सूचना है। मौके पर डीएम-एसएसपी समेत तमाम अधिकारी मौजूद है। अभी बताया यह भी जा रहा है कि मरने वालों की संख्या बढ़ सकती है।

बिहार के मुजफ्फरपुर के स्थानीय लोगों की माने तो रविवार सुबह अचानक से बॉयलर फटा। उसके फटने की आवाज इतनी तेज की थी। आस-पास ही नहीं, करीब 5 किलोमीटर दूरी तक सुनाई दी। आस-पास के लोगों को तो लगा मानों किसी ने बम फोड़ दिया। धमका इतनी तेज था कि उसकी आवाज से आस पास में मौजूद फैक्ट्रियां भी क्षतिग्रस्त हो गए। उन फैक्ट्रियों में भी काम करने वाले लोगों को चोट आई है।

यूके: 24 घंटों में कोरोना के 13 नए मामलें मिलें

पंकज कपूर       देहरादून। राज्य में रविवार को कोरोना के कुल 13 नए मामले सामने आए है। इसी के साथ राज्य में कोरोना का आंकड़ा 344779 पहुंच गया है। जबकि राज्य में आज 18 मरीज स्वस्थ होकर डिस्चार्ज हुए इस तरह अब तक 330938 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं। रविवार की सांय 6:00 बजे स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी हेल्थ बुलेटिन के अनुसार राज्य में 13 नए लोगों में कोरोना पॉजिटिव की पुष्टि हुई। 

जिनमें देहरादून जिले से 06 ,हरिद्वार से 01 , नैनीताल जिले से 02, उधमसिंह नगर से 02 , पौडी से 01, टिहरी से 0, चंपावत से 0 , पिथौरागढ़ से 01 , अल्मोड़ा 0, बागेश्वर से 0, चमोली से 0, रुद्रप्रयाग से 0, उत्तरकाशी से 0 सैंपल पॉजिटिव मिले हैं। राज्य में कोरोना से संक्रमित अब तक कुल 344779 मरीजों में से 3,30,938 मरीज ठीक होकर अस्पताल से डिस्चार्ज हो चुके हैं। 6,193 संक्रमित राज्य से बाहर जा चुके, हैं। 7,416 संक्रमित की मौत हो चुकी है। राज्य में वर्तमान में कोविड-19 के एक्टिव केस 231 है। इधर रिकवरी रेट 96.0 प्रतिशत पहुंच गया है।

विदेश से ओडिशा लौटे 4 व्यक्ति संक्रमित, ओमिक्रोन

भुवनेश्वर। विदेश से ओडिशा लौटे चार व्यक्ति कोरोना वायरस के ओमीक्रोन स्वरूप से संक्रमित पाए गए। एक वरिष्ठ स्वास्थ्य अधिकारी ने रविवार को यह जानकारी दी। स्वास्थ्य सेवा निदेशक (डीएचएस) विजय महापात्र ने बताया कि मरीजों में से दो नाइजीरिया से लौटे हैं। जबकि अन्य दो संयुक्त अरब अमीरात से आए हैं। उन्होंने बताया कि इसके साथ ही राज्य में ओमीक्रोन के मामलों की संख्या बढ़कर आठ हो गई।

ओडिशा में सबसे पहले 21 दिसंबर को नाइजीरिया और कतर से लौटे दो व्यक्ति नए स्वरूप से संक्रमित पाए गए थे। अधिकारी ने बताया कि नए मरीजों में से एक व्यक्ति की रिपोर्ट निगेटिव आ गई है।राज्य सरकार के निर्देश के अनुसार ‘जोखिम वाले’ देशों से लौटे सभी यात्रियों और अन्य देशों से लौटे यात्रियों की जांच की जा रही है और उनके नमूने को आनुवंशिकी अनुक्रमण के लिए भेजा जा रहा है।


पर्वतीय इलाकों में भारी हिमपात होने की संभावना
राणा ओबरॉय        चंडीगढ़। देश के उत्तरी मैदानी राज्यों हरियाणा, पंजाब, राजस्थान और एनसीआर-दिल्ली के इलाको में मौसम एक बार फिर करवट लेने वाला है। 26 से 29 दिसम्बर तक इन मैदानी राज्यों में बारिश होने और सीमित स्थानों पर ओलावृष्टि तथा उत्तरी पर्वतीय इलाकों में भारी मात्रा में हिमपात होने की संभावनाएं बन रही हैं। राजकीय महाविद्यालय नारनौल के पर्यावरण क्लब के नोडल अधिकारी डॉ. चंद्रमोहन ने बताया कि उत्तरी पर्वतीय इलाकों से लगातार एक के बाद एक सक्रिय मौसम प्रणाली वैस्टर्न डिस्टरबेंस का प्रभाव जारी है, जिनका उत्तरी पर्वतीय क्षेत्रों में प्रवेश हो रहा है। जिसकी वजह से पंजाब और राजस्थान व उत्तर पश्चिमी हरियाणा पर चक्रवातीय सरकुलेशन बन गया है और पवनों की दिशा में बदलाव हो गया है। 
पवने दक्षिणी पूर्वी हो गई है और उनकी गति 10 से 15 किलोमीटर प्रति घंटा हो गई है। दक्षिणी पूर्वी नमी वाली पवनों और पछुआ पवनों (वैस्टर्न डिस्टरबेंस) के मिलन से मैदानी राज्यों में विस्तृत इलाकों में 26 से 29 दिसम्बर तक विशेषकर हरियाणा, एनसीआर-दिल्ली, राजस्थान, पंजाब में हल्की से सामान्य बारिश, सीमित स्थानों पर ओलावृष्टि और पर्वतीय क्षेत्रों में भारी मात्रा में हिमपात होने का दौर शुरू होने की संभावनाएं बन रही है। 
26 दिसम्बर की सुबह से हरियाणा में विशेषकर सिरसा, हिसार, फतेहाबाद भिवानी, कैथल, कुरुक्षेत्र, रोहतक, करनाल, पानीपत, सोनीपत, और दोपहर तक महेंद्रगढ़ नारनौल, रेवाड़ी, पलवल, फरीदाबाद आदि जिलों और एनसीआर दिल्ली आदि पर हल्की से मध्यम बारिश की संभावना बन रही है। 
यह हल्की बारिश फसलों के लिए सोना साबित होगी। पुरानी कहावत है “माह पौह को झारों चाहे फागून बरसो सारो” यानि दिसंबर और जनवरी में हल्की बारिश फसलों के लिए वरदान साबित होती है और सोना उगलती है और मार्च (फागून) माह में पूरे महीने बारिश हो उसका कोई फायदा नहीं होता। 30 दिसंबर से आसमान साफ हो जाएगा। पवनों की दिशा उत्तरी हो जाएगी। जिसकी वजह से मैदानी राज्यों में न्यूनतम और अधिकतम तापमान में गिरावट दर्ज होगी और नमी बढ़ने की वजह से कोहरा की मात्रा में बढ़ोतरी होगी और नया वर्ष का आगाज कड़ाके की ठंड से होगा।

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