शनिवार, 13 नवंबर 2021

कोरोना संबंधी नियम पर रोक हटाने से इंकार

कोरोना संबंधी नियम पर रोक हटाने से इंंकार
अखिलेश पांडेय         
वाशिंगटन डीसी। एक संघीय अदालत ने शुक्रवार को 100 या अधिक कर्मचारियों वाले व्यवसायों के लिए बाइडन प्रशासन द्वारा लागू टीका अनिवार्यता संबंधी नियम पर रोक हटाने से इनकार कर दिया।
न्यू ऑरलियन्स स्थित पांचवीं ‘यूएस सर्किट कोर्ट ऑफ अपील्स’ ने संघीय व्यावसायिक सुरक्षा और स्वास्थ्य प्रशासन (ओएसएचए) द्वारा पारित अनिवार्यता आदेश पर पिछले शनिवार को एक आपातकालीन रोक लगा दी थी। जिसमें ऐसे कर्मचारियों को चार जनवरी तक टीका लगाए जाने को या मास्क आवश्यकताओं और साप्ताहिक जांचों को जरूरी बनाया गया था।
न्याय और श्रम विभागों के वकीलों ने सोमवार को एक जवाब दाखिल की। 
जिसमें उन्होंने कहा कि टीका अनिवार्यता को प्रभावी होने से रोकना केवल कोविड-19 महामारी को लंबा खींचेगा और “प्रति दिन दर्जनों या सैकड़ों लोगों की जान लेगा।” लेकिन अपीलीय अदालत ने इस दलील को शुक्रवार को खारिज कर दिया।
न्यायाधीश कर्ट डी इंजलहार्ड्ट ने आदेश दिया कि यह रोक ‘पूरी तरह जनहित में है।’ इंजलहार्ड्ट ने कहा कि आर्थिक अनिश्चितता से लेकर कार्यस्थल संघर्ष तक, अनिवार्यता आदेश के नाम मात्र ने हाल के महीनों में अनकही आर्थिक उथल-पुथल मचा दी है। ओएसएचओ द्वारा चार नवंबर को अपने नियम जारी करने के बाद कम से कम 27 राज्यों ने छह संघीय अपील अदालतों में इसके खिलाफ वाद दायर किया है।

ब्रिटनी स्पीयर्स को 'कंजरवेटरशिप' से आजाद किया
सुनील श्रीवास्तव          
वाशिंगटन डीसी। अमेरिका में लॉस एंजिलिस काउंटी सुपीरियर कोर्ट ने पॉप सिंगर ब्रिटनी स्पीयर्स को उनके पिता जेम्स स्पीयर्स के संरक्षण (कंजरवेटरशिप) से आजाद कर दिया है। एक रिपोर्ट के अनुसार लॉस एंजिलिस काउंटी सुपीरियर कोर्ट के न्यायाधीश ब्रेंडा पेनी ने शुक्रवार को सुनवाई के दौरान यह फैसला सुनाया है।
कोर्ट ने ब्रिटनी स्पीयर्स पर उनके पिता जेम्स स्पीयर्स के 13 साल के संरक्षण को समाप्त कर दिया है। इस फैसले के बाद अब ब्रिटनी स्पीयर्स अपने पेशेवर, सामाजिक और वित्तीय निर्णय स्वयं ले सकेंगी। वर्ष 2008 में जेम्स स्पीयर्स को ब्रिटनी स्पीयर्स की संपत्ति का अस्थायी संरक्षक घोषित किया गया था। ब्रिटनी स्पीयर्स ने इस वर्ष जून में अपने ऊपर से पिता के संरक्षण को समाप्त करने का अनुरोध करते हुये कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था।

सुधारों का समर्थन करने के लिए तैयार इटली
अखिलेश पांडेय    
रोम। इटली दिसंबर में होने जा रहे चुनावों के बाद लीबिया की सुरक्षा व्यवस्था में सुधारों का समर्थन करने के लिए तैयार है। इटली के प्रधानमंत्री मारियो ड्रैगी ने शुक्रवार को लीबिया की अर्थव्यवस्था के ‘सामान्यीकरण’ का आह्वान करते हुये यह बात कही। 
ड्रैगी ने लीबिया पर एक विशेष सम्मेलन के दौरान कहा कि उन्होंने लीबिया में यूरोपीय संघ की मजबूत भूमिका का समर्थन किया है। लीबिया में 24 दिसंबर को राष्ट्रपति और संसदीय चुनाव होने वाले हैं। शुक्रवार को सम्मेलन के बाद  ड्रैगी ने कहा, “लीबिया के लोगों को स्वतंत्र, पारदर्शी और विश्वसनीय चुनावों के जरिये खुद को अभिव्यक्त करने में सक्षम होना चाहिए।
अफ्रीका में संकट की स्थिति, नहीं मिल रही सेवाएं
प्रिटोरिया। संयुक्त राष्ट्र शांतिरक्षण प्रमुख ने शुक्रवार को चेतावनी दी कि अफ्रीका के साहेल क्षेत्र में संकट के हालात हैं। जहां असुरक्षा और अस्थिरता की वजह से विकास की संभावनाएं गंभीर रूप से कम हो रही हैं तथा आतंकवादी हमलों में रोजाना कई लोग मारे गये। ज्यां-पियरे लैक्रोइक्स ने कहा, ”लाखों लोग विस्थापित हुए हैं। बच्चे स्कूल नहीं जा सकते और प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाएं कई लोगों तक पहुंच नहीं पा रहीं।
कोविड-19 महामारी का खतरा अब भी बना हुआ है।” वह जी5 साहेल बल पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बैठक में बोल रहे थे। इस बल का गठन पांच अफ्रीकी देशों-चाड, माली, बुर्किना फासो, नाइजर और मॉरिटानिया द्वारा विशाल साहेल क्षेत्र में बढ़ते आतंकवादी खतरे से निपटने के लिए 2017 में किया था। लैक्रोइक्स ने कहा कि संयुक्त बल लगातार अपना दायरा बढ़ा रहे हैं लेकिन उनके सामने अनेक चुनौतियां हैं जिनमें पड़ोस के लीबिया में संघर्ष से विदेशी लड़ाकों की वापसी शामिल है। इसके साथ ही घरेलू चुनौतियां भी हैं।

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