बुधवार, 3 नवंबर 2021

हिंदू धर्म में 'दिपावली' पर्व बहुत महत्वपूर्ण

हिंदू धर्म में 'दिपावली' पर्व बहुत महत्वपूर्ण
अकांशु उपाध्याय                
हिन्दू धर्म में दिपावली बहुत ही महत्वपूर्ण पर्व माना गया है। यह दिवाली एक दिन का त्योहार नहीं है, इस त्योहार के साथ पांच त्योहार मनाए जाते हैं तब दीवाली पूरी होती है। धनतेरस दिपावली का पहला दिन माना जाता है। इसके बाद नरक चतुर्दशी फिर दिपावली, गोवर्धन पूजा और आखिरी में भैयादूज का त्योहार मनाया जाता है। हर त्योहार की अलग-अलग मान्यता है और इससे जुड़ी विशेषताएं और लाभ भी अलग हैं।
धनतेरस 2 नवंबर, मंगलवार को मनाई जाएंगी। मान्यता है इस इस दिन आयुर्वेद के जनक भगवान धन्वंतरि समुद्र मंथन से अमृत कलश लेकर प्रगट हो हुए थे। इसी कारण से हर वर्ष धनतेरस पर बर्तन खरीदने की परंपरा निभाई जाती है। कहा जाता है जो भी व्यक्ति धनतेरस के दिन सोने-चांदी, बर्तन, जमीन-जायजाद की शुभ खरीदारी करता है उसमें तेरह गुना की बढ़ोत्तरी होती है।
इस साल नरक चतुर्दशी का त्योहार 3 नवंबर बुधवार को मनाया जाएगा है। यह धनतेरस के बाद मनाया जाता है। नरक चतुर्दशी कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मनाया जाता है। नरक चतुर्दशी को नरक चौदस, रूप चौदस और रूप चतुर्दशी के नाम से भी जाना जाता है। दिवाली से पहले मनाए जाने के कारण इसे छोटी दिवाली भी कहा जाता है। इस दिन मृत्यु के देवता यमराज की पूजा होती है। घर के कोनों में दीपक जलाकर अकाल मृत्यु से मुक्ति की कामना की जाती है।
अभयंगा स्नान मुहूर्त 05.40 सुबह से 06.03 सुबह तक
प्रकाशोत्सव का पर्व दिवाली इस साल 4 नवंबर को मनाया जाएगा। हिंदू पंचांग के अनुसार कार्तिक महीने की अमावस्या तिथि के दिन प्रदोष काल होने पर दिवाली पर महालक्ष्मी पूजन करने का विधान है। दिवाली पर घरों को रोशनी से सजाया जाता है। दिपावली की शाम को शुभ मुहूर्त में माता लक्ष्मी, भगवान गणेश, मां सरस्वती और धन के देवता कुबेर की पूजा-आराधना होती है। मान्यता के मुताबिक दिवाली की रात माता लक्ष्मी पृथ्वी पर आती हैं और घर-घर जाकर ये देखती हैं किसका घर साफ है और किसके यहां पर विधिविधान से पूजा हो रही है।

फुटबॉल टूर्नामेंट के नॉकआउट में जगह बनाईं
मोहम्मद रियाज       
बर्लिन। बायर्न म्यूनिख और युवेंटस ने बड़ी जीत दर्ज करके मंगलवार को यूएफा चैंपियन्स लीग फुटबॉल टूर्नामेंट के नॉकआउट चरण में जगह बनायी। रॉबर्ट लेवानडोवस्की की हैट्रिक की मदद से बायर्न म्यूनिख ने बेनफिका को 5-2 से हराकर अंतिम 16 में प्रवेश किया। पोलैंड के स्टार लेवानडोवस्की एक पेनल्टी चूक भी गये थे लेकिन इसके बावजूद वह चैंपियन्स लीग में अपने 100वें मैच में हैट्रिक बनाने में सफल रहे।
युवेंटस ने जेनिट सेंट पीटर्सबर्ग को 4-2 से हराकर नॉकआउट चरण में अपनी जगह सुरक्षित की। बायर्न और म्यूनिख अंतिम 16 में जगह बनाने वाली पहली टीमें हैं। क्रिस्टियानो रोनाल्डो के दो गोल की मदद से मैनचेस्टर यूनाईटेड ने अटलांटा के खिलाफ मैच 2-2 से ड्रा खेला। उन्होंने अब तक प्रत्येक मैच में गोल किया है।

शुक्ल-पक्ष की तिथि को मनाया जाता है भैया दूज
मोमिन मलिक      भैया दूज दीपावली के दूसरे दिन कार्तिक मास के शुक्ल-पक्ष की द्वितीय तिथि को मनाया जाता है। पौराणिक कथाओं के अनुसार इस दिन भाई की लंबी उम्र के लिए यमराज की पूजा अर्चना का भी विशेष महत्व है। हिंदु पंचांग के अनुसार इस साल भाईदूज का पावन पर्व 6 नवंबर 2021 दिन शनिवार को है। ज्योतिषशास्त्र के अनुसार इस साल भाई को तिलक करने का शुभ मुहूर्त दोपहर 1:10 से 3:21 बजे तक है। यानि शुभ मुहूर्त की कुल अवधि 2 घंटे 11 मिनट तक है।
भाई दूज का भी विशेष महत्व होता है। इस दिन बहनें अपने भाई को तिलक लगाती हैं। इस दिन भाई की लंबी उम्र और उज्जवल भविष्य के लिए पहले पूजा की थाली, फल, फूल, दीपक, अक्षत, मिठाई, सुपारी आदि चीजों से सजाना लें। इसके बाद घी का दीपक जलाकर भाई की आरती करें और शुभ मुहूर्त देखकर तिलक लगाएं। तिलक लगाने के बाद भाई को पान, मिठाई आदि चीज खिलाएं।
तिलक और आरती के बाद भाई को अपनी बहन की रक्षा का संकल्प लेना चाहिए और उन्हें उपहार गिफ्ट करें। पौराणिक कथाओं के अनुसार भाईदूज के अवसर पर जब बहनें भाई को तिलक लगाती हैं तो भाई के जीवन पर आने वाले हर प्रकार के संकट का नाश हो जाता है और उसके जीवन में सुख समृद्धि की प्राप्ति होती है। तथा इस दिन बहन के घर भोजन करने से विशेष फल की प्राप्ति होती है। भाईदूज को लेकर एक पौराणिक कथा काफी प्रचलित है। पौराणिक कथाओं के अनुसार सूर्य देव और उनकी पत्नी संज्ञा को संतान की प्राप्ति हुई, पुत्र का नाम यम और पुत्री का नाम यमुना था। संज्ञा भगवान सूर्यदेव का तप सहन नहीं कर पाती थी, ऐसे में वह अपनी छाया उत्पन्न कर पुत्र और पुत्री को उसे सौंपकर मायके चली गई। छाया को अपनी संतानों से कोई मोह नहीं था, लेकिन भाई-बहन में आपस में बहुत प्रेम था। यमुना शादी के बाद हमेशा भाई को भोजन पर अपने घर बुलाया करती थी, लेकिन व्यस्तता के कारण यमराज यमुना की बात को टाल दिया करते थे। क्योंकि उन्हें अपने कार्य से इतना समय नहीं मिल पाता था कि वह अपनी बहन के यहां भोजन के लिए जा सकें। लेकिन बहन के काफी जिद के बाद वह कार्तिक शुक्ल पक्ष की द्वितीया को यमुना से मिलने उनके घर पहुंचे।

खेल: जीत के लिये तीन सेट तक जूझना पड़ा
पेरिस। एक साल में चारों ग्रैंडस्लैम जीतने का रिकार्ड बनाने से चूकने के बाद पहली बार किसी प्रतियोगिता में खेल रहे नोवाक जोकोविच को पेरिस मास्टर्स टेनिस टूर्नामेंट के दूसरे दौर में जीत के लिये तीन सेट तक जूझना पड़ा। विश्व के नंबर एक खिलाड़ी जोकोविच ने शुरू में कुछ गलतियां की लेकिन आखिर में वह हंगरी के मार्टन फुकसोविच को 6-2, 4-6, 6-3 से हराने में सफल रहे। इस मैच में किसी भी समय जोकोविच अपनी लय में नजर नहीं आये। जोकोविच को दूसरा सेट गंवाने के बाद तीसरे सेट के शुरू में भी संघर्ष करना पड़ा लेकिन फुकसोविच का बैकहैंड शॉट बाहर मार देने से वह 4-2 से बढ़त हासिल करने में सफल रहे। उन्होंने दूसरे मैच प्वाइंट पर फोरहैंड विनर पर मैच अपने नाम किया। शीर्ष वरीयता प्राप्त सर्बियाई खिलाड़ी ने रिकार्ड पांच बार पेरिस मास्टर्स का खिताब जीता है। उन्होंने और राफेल नडाल ने रिकार्ड 36 मास्टर्स 1000 खिताब जीते हैं जो रोजर फेडरर से आठ अधिक हैं। जोकोविच के पास यहां खिताब जीतकर यह रिकार्ड अकेले अपने नाम पर करने का मौका है। जोकोविच सितंबर में यूएस ओपन के फाइनल में दानिल मेदवेदेव से हारने के कारण कैलेंडर ग्रैंडस्लैम पूरा नहीं कर पाये थे। इस बीच फेलिक्स ऑगर अलियासिमे ने पहले दौर में इटली के क्वालीफायर जियानलुका मैगर को 4-6, 6-4, 6-1 से हराकर एटीपी फाइनल्स में जगह बनाने की अपनी उम्मीद बरकरार रखी। जोकोविच, मेदवेदेव, स्टेफनोस सिटसिपास, अलेक्सांद्र जेवरेव, आंद्रे रुबलेव और माटेओ बेरेटिनी पहले ही एटीपी फाइनल्स के लिये क्वालीफाई कर चुके हैं। ऑगर अलियासिम, कैस्पर रुड, यानिक सिनर, ह्यूबर्ट हर्काज़ और कैमरन नोरी शीर्ष आठ खिलाड़ियों के इस टूर्नामेंट में जगह बनाने की दौड़ की बने हुए हैं। अमेरिकी खिलाड़ी रीली ओपेल्का, टॉमी पॉल और टेलर फ्रिट्ज तथा रूस के करेन खाचानोव, स्पेन के कार्लोस अल्काराज़ और आस्ट्रेलिया के जेम्स डकवर्थ ने भी दूसरे दौर में प्रवेश कर लिया है।

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