रविवार, 24 अक्तूबर 2021

'मन की बात' ऊर्जा-सफलता की राष्ट्र को बधाई

'मन की बात' ऊर्जा-सफलता की राष्ट्र को बधाई 

अकांशु उपाध्याय   

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात‘ के 82वें संस्करण पर राष्ट्र को संबोधित कर रहे हैं। इस दौरान पीएम मोदी ने 100 करोड़ टीकाकरण के लिए देशवासियों को बधाई दी। पीएम ने कहा कि 100 करोड़ वैक्सीन के लक्ष्य को पार करने के बाद आज देश नए उत्साह, नई ऊर्जा से आगे बढ़ रहा है। हमारे टीकाकरण कार्यक्रम की सफलता, भारत के सामर्थ्य को दिखाती है। 

भारत, दुनिया के उन पहले देशों में से है, जो ड्रोन की मदद से अपने गांव में जमीन के डिजिटल रिकार्ड तैयार कर रहा है। अपातकाल में मदद पहुंचाने से लेकर कानून व्यवस्था की निगरानी तक ड्रोन से की जा रही है। हमें ड्रोन टेक्नोलाजी (क्तवदम ज्मबीदवसवहल) में अग्रणी देश बनना है। इसके लिए सरकार हर संभव कदम उठा रही है। आप लोकल खरीदेंगे तो आपका त्योहार भी रोशन होगा और किसी गरीब भाई-बहन, किसी कारीगर, किसी बुनकर के घर में भी रोशनी आएगी। मुझे पूरा भरोसा है जो मुहिम हम सबने मिलकर शुरू की है, इस बार त्योहारों में और भी मजबूत होगी। इतने त्योहार एक साथ होते हैं तो उनकी तैयारियां भी काफी पहले से शुरू हो जाती हैं। आप सब भी अभी से खरीदारी का प्लान करने लगे होंगे, लेकिन आपको याद है, खरीदारी मतलब ‘वोकल फार लोकल। 

केंद्र ने राज्यों को अब तक दीं कोरोना वैक्सीन की 106.79 करोड़ से ज्यादा डोज, 12 करोड़ डोज अभी भी मौजूद पहले ये धारणा बन गई थी कि सेना और पुलिस जैसी सेवा केवल पुरुषों के लिए ही होती है लेकिन आज ऐसा नहीं है। स्वच्छता के प्रयास तभी पूरी तरह सफल होते हैं जब हर नागरिक स्वच्छता को अपनी जिम्मेदारी समझे। अभी दीपावली पर हम सब अपनी घर की साफ सफाई में तो जुटने ही वाले हैं, लेकिन इस दौरान हमें ध्यान रखना है कि हमारे घर के साथ हमारा आस-पड़ोस भी साफ रहे। भारत ने सदैव विश्व शांति के लिए काम किया है। हमें इस बात का गर्व है कि भारत 1950 के दशक से लगातार संयुक्त राष्ट्र शांति मिशन का हिस्सा रहा है। गरीबी हटाने, जलवायु परिवर्तन और श्रमिकों से संबंधित मुद्दों के समाधान में भी भारत अग्रणी भूमिका निभा रहा है।


संसदः वित्तीय क्षेत्र के दो विधेयक लाने की उम्मीद  

अकांशु उपाध्याय  

नई दिल्ली। सरकार संसद के शीतकालीन सत्र में वित्तीय क्षेत्र से जुड़े दो महत्वपूर्ण विधेयक ला सकती है। इनकी घोषणा बजट में हुई थी। इनमें से एक विधेयक सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के निजीकरण को सुगमता से पूरा करने से संबंधित है। इसके अलावा सरकार राष्ट्रीय पेंशन प्रणाली न्यास (एनपीएस) को पेंशन कोष नियामक एवं विकास प्राधिकरण (पीएफआरडीए) से अलग करने के लिए पीएफआरडीए, अधिनियम, 2013 में संशोधन का विधेयक भी ला सकती है। इससे पेंशन का दायरा व्यापक हो सकेगा। सूत्रों ने बताया कि संसद के आगामी शीतकालीन सत्र में सरकार बैंकिंग नियमन अधिनियम, 1949 में संशोधन संबंधी विधेयक ला सकती है। इसके अलावा बैंकों के निजीकरण के लिए बैंकिंग कंपनीज (अधिग्रहण और उपक्रमों का स्थानांतरण) अधिनियम, 1970 और बैंकिंग कंपनीज (अधिग्रहण एवं उपक्रमों का स्थानांतरण) अधिनियम, 1980 में संशोधन करने की जरूरत होगी। सूत्रों ने बताया कि इन कानूनों के जरिये दो चरणों में बैंकों का राष्ट्रीयकरण किया गया था।

अब बैंकों के निजीकरण के लिए इन कानूनों के प्रावधानों में बदलाव करने की जरूरत होगी। संसद का एक माह का शीतकालीन सत्र अगले महीने के आखिर में शुरू होने की उम्मीद है। इस सत्र में अनुदान की अनुपूरक मांगों की दूसरी किस्त को भी रखा जाएगा। वित्त विधेयक के अलावा सरकार इसके जरिये अतिरिक्त खर्च कर सकती है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 2021-22 का बजट पेश करते समय सरकार के 1.75 लाख करोड़ रुपये के विनिवेश लक्ष्य के लिए सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के निजीकरण की घोषणा की थी।

उन्होंने कहा था कि हमारा आईडीबीआई बैंक के अलावा दो अन्य सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के निजीकरण का प्रस्ताव है। साधारण बीमा कंपनी के निजीकरण के लिए सरकार को अगस्त, 2021 में समाप्त हुए मानसून सत्र में साधारण बीमा कारोबार (राष्ट्रीयकरण) संशोधन विधेयक, 2021 के जरिये संसद की मंजूरी मिल चुकी है। सूत्रों ने बताया कि पीएफआरडीए कानून में संशोधन के बाद एनपीएस ट्रस्ट के अधिकार, कामकाज और दायित्व संभवत: परमार्थ न्यास या कंपनी कानून के तहत आ जाएंगे।


आईटीबीपी के 90,000 जवानों को दी बधाई
अकांशु उपाध्याय       नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भारत तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) के स्थापना दिवस पर रविवार को बल के कर्मियों को बधाई दी और कहा कि जब भी देश को उनकी जरूरत पड़ी उन्होंने अदम्य साहस व समर्पण के साथ जवाब दिया। आईटीबीपी की स्थापना चीन के साथ 1962 के युद्ध के बाद की गई थी और इसमें करीब 90,000 जवान हैं।

मोदी ने आईटीबीपी के 60वें स्थापना दिवस पर एक ट्वीट में कहा, ”अरूणाचल प्रदेश के घने जंगलों से लेकर हिमालय की बफीर्ली चोटियों तक हमारे आईटीबीपी के हिमवीरों ने देश के आह्वान पर अदम्य साहस व समर्पण दिखाया है।” बल के कर्मियों को बधाई देते हुए उन्होंने कहा,”आपदा के समय बल की ओर से किए गए मानवीय कार्य सराहनीय हैं।

 
बर्फबारी में फंसे 2 की मौत, 2 को सुरक्षित बचाया   
अकाांशु उपाध्याय  
श्रीनगर। जम्मू कश्मीर के अनंतनाग जिले में बर्फबारी में फंसे दो लोगों की मौत हो गई जिससे खराब मौसम के चलते जान गंवाने वालों की संख्या बढ़कर पांच हो गई है जबकि दो लोगों को सुरक्षित निकाला गया है। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि बीती रात को दक्षिण कश्मीर के इस जिले में सिनथान दर्रा में फंसे लोगों को सुरक्षित निकाला गया।

अधिकारियों ने बताया कि नागरिक, पुलिस, सेना और राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) के अधिकारियों की बचाव टीम ने मशीनरी की मदद से बर्फ से ढंके और कोहरे वाले इलाकों को पार कर 30 किलोमीटर की दूरी तय की और घटनास्थल तक पहुंचने के लिए आठ किलोमीटर का सफर तय किया। उन्होंने बताया कि 24 अक्टूबर को सुबह साढ़े पांच बजे मौके पर एक शव मिला, जबकि एक अन्य व्यक्ति की वापसी के दौरान मौत हो गई।अधिकारियों ने बताया कि दो लोग सुरक्षित हैं और उनका हाइपोथर्मिया और सदमे का इलाज चल रहा है। घाटी के कुछ हिस्सों, खासकर दक्षिण कश्मीर के ऊंचाई वाले इलाकों में शनिवार को मध्यम से भारी हिमपात हुआ। उन्होंने बताया कि शुक्रवार देर रात से शुरू हुई बर्फबारी और बारिश के कारण पुलवामा जिले के त्राल इलाके के नूरपोरा में खानाबदोशों द्वारा बनाए गया एक तंबू भूस्खलन की चपेट में आ गया, जिसमें दो महिलाओं सहित तीन लोगों की मौत हो गई और एक व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हो गया। अधिकारियों ने बताया कि खानाबदोश जम्मू संभाग के रियासी जिले के थे।


जम्मू में एक जनसभा को संबोधित करेंगे गृहमंत्री

श्रीनगर। केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह जम्मू-कश्मीर के तीन दिसवीय दौरे पर आज जम्मू में एक जनसभा को संबोधित करेंगे। अमित शाह इस दौरान कई प्रतिनिधिमंडलों से मुलाकात करेंगे और नगरोटा में भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी), जम्मू के परिसर में एक बहु-विषयक अनुसंधान केंद्र भी समर्पित करेंगे।

अमित शाह जम्मू-कश्मीर के तीन दिवसीय दौरे पर शनिवार को श्रीनगर पहुंचे थे। केंद्रीय मंत्री के जम्मू पहुंचने से पहले सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए गए हैं।पहले खराब मौसम को देखते हुए जनसभा का स्थान बदल दिया गया था, लेकिन रविवार की सुबह एक अधिकारी ने बताया कि जनसभा के स्थान में कोई बदलाव नहीं होगा और अमित शाह भगवती नगर में रैली को संबोधित करेंगे है।

पांच अगस्त 2019 को अनुच्छेद 370 हटाये जाने और राज्य को दो केन्द्र शासित प्रदेशाें में विभाजित जाने बाद अमित शाह का यह पहला जम्मू-कश्मीर दौरा है।

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