मंगलवार, 19 अक्तूबर 2021

केरल: बांध खोलने से नदियों का जल स्तर बढ़ा

केरल: बांध खोलने से नदियों का जल स्तर बढ़ा 

कोच्चि। अभी भी उत्तर से दक्षिण तक मौसम का कहर जारी है। मौसम विभाग द्वारा उत्तराखंड में आज लगतार तीसरे दिन भारी बारिश का अलर्ट की घोषणा की है। केरल में आज बांध खोले जाने से नदियों का जल स्तर बढ़ सकता है। केरल में जलस्तर में वृद्धि तथा आने वाले दिनों में और बारिश के अनुमान के मद्देनजर इदामलयार और पम्पा बांधों के द्वार मंगलवार को तड़के खोल दिए गए।
राज्य सरकार के कक्की और शोलेयार बांध के द्वार खोलने के एक दिन बाद यह कदम उठाया गया है। एर्नाकुलम जिला प्रशासन ने इदामलयार बांध के दो और तीन नंबर के द्वार को 50 सेंटीमीटर तक खोलने की पुष्टि की है। अभी तक केरल में बाढ़ और बारिश से मरने वालों की संख्या 41 हो गई है।
वहीं, पतनमतिट्टा जिला प्रशासन ने पम्पा बांध के तीन और चार नंबर के द्वार को 45 सेंटीमीटर तक खोलने की पुष्टि की। राज्य सरकार ने सोमवार को घोषणा की थी कि पेरियार नदी के इर्द-गिर्द बने इडुक्की बांध, एर्नाकुलम में इदामलयार बांध और पतनमतिट्टा में पम्पा बांध के द्वारों को मंगलवार को खोला जाएगा।

केरल में पिछले सप्ताह भारी बारिश के बाद अब कई हिस्सों में हालांकि वर्षा धीमी हुई है, लेकिन इन बांधों में पानी का स्तर खतरे के निशान से ऊपर होने तथा बुधवार से और बारिश के अनुमान के मद्देनजर बांधों के द्वार खोलने का निर्णय किया गया है। मौजूदा स्थिति तथा मौसम के और खराब होने के अनुमान के कारण सोमवार को सबरीमला में भगवान अयप्पा मंदिर में थुला मासम पूजा के लिए तीर्थयात्रा को भी रोक दिया गया था।
लश्कर-ए-तैयबा के 6 आतंकियों को ढेर किया

श्रीनगर। सेना ने मंगलवार को राजौरी के जंगलों में पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के 6 आतंकियों को मुठभेड़ में ढेर किया। कश्मीर में कई दिनों से नागरिकों और सैनिकों की हत्याएं कर रहे आतंकियों को सेना जवाब देने को तैयार है और जवाब दे रही है। सेना और आतंकियों के बीच अब भी एनकाउंटर जारी है।
मुठभेड़ में सेना के 16 कॉर्प्स के जवान फिलहाल 3 से 4 आंतंकियों से मोर्चा ले रहे हैं। राजौरी-पुंछ में आतंकियों से मुठभेड़ में 9 सैनिकों की शहादत के बाद 16 अक्टूबर को सीडीएस जनरल बिपिन रावत इलाके का दौरा करने पहुंचे थे। जानकारी के अनुसार जनरल बिपिन रावत ने आर्मी कमांडर्स से कहा था कि वे खुद आतंकियों का पीछा करने की बजाय उनका इंतजार करें और मौका पाने पर ढेर करें।
प्रदेश में बारिश से हुए नुकसान की जानकारी ली

पंकज कपूर      
देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मंगलवार को सचिवालय स्थित राज्य आपदा कंट्रोल रूम जाकर प्रदेश में बारिश से हुए नुकसान की जानकारी ली। मुख्यमंत्री कल से सभी जिलाधिकारियों से हर पल की अपडेट ले रहे हैं। मुख्यमंत्री अतिवृष्टि से प्रभावित क्षेत्रों के हवाई निरीक्षण के लिए जा चुके हैं, प्रभावित क्षेत्रों का स्थलीय निरीक्षण भी करेंगे।

मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि अतिवृष्टि से जानमाल का जो नुकसान हुआ है। प्रभावितों को मानकों के अनुसार जल्द अनुमन्य सहायता राशि उपलब्ध कराया जाय। मुख्यमंत्री ने सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिये कि अतिवृष्टि से किसानों का जो नुकसान हुआ है, उसका आकलन कर जल्द रिपोर्ट भेजी जाय।

वाल्मीकि प्रकट उत्सव बडे धूमधाम से मनाया

भानु प्रताप उपाध्याय        
शामली। मंगलवार को प्रातः 11:00 बजे शामली नगर पालिका परिषद के ऊपरी हॉलमें भगवान वाल्मीकि प्रकट उत्सव राष्ट्रीय वाल्मीकि समाज प्रतिनिधि मंच के तत्वधान में बड़े हर्ष उल्लास के साथ मनाया गया। एक विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। जिसमें मुख्य अतिथि माननीय अरविंद संगल पूर्व चेयरमैन नगर पालिका परिषद शामली एवं माननीय चौधरी राजवीर सिंह मुंडेट कला राष्ट्रीय अध्यक्ष भारतीय किसान मजदूर संयुक्त यूनियन एवं माननीय दीपक सैनी जिलाध्यक्ष अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी एवं नंदू प्रसाद वाल्मीकि संस्थापक संयोजक राष्ट्रीय वाल्मीकि समाज प्रतिनिधि मंच रहे सभा की अध्यक्षता रामस्वरूप बाल्मीकि पूर्व सभासद थानाभवन ने की संचालन डॉक्टर ओमपाल शाहपुर ने किया। 
मुख्य अतिथि पूर्व चेयरमैन अरविंद संगल ने अपने संबोधन में कहा कि भगवान वाल्मीकि आदिकाल के प्रथम कवि हैं और वाल्मीकि ने विश्व के कल्याण के लिए श्री राम के जन्म से पूर्व महाकाव्य महारामायण हजारों वर्ष पूर्व लिख दी थी रामायण ऐसा पवित्र ग्रंथ है। जिसे जितनी बार पढ़ते है, उतना ही ज्ञान मिलता है। जैसे दूध को म थने से मक्खन निकल आता है। उसी प्रकार से रामायण को बार-बार पढ़ने से अत्यधिक ज्ञान प्राप्त होता है। भगवान वाल्मीकि जी ने संसार को अक्षर ज्ञान दिया है और अध्यात्मिक ज्ञान दिया है। हम सभी लोगों को वाल्मीकि के बताए मार्ग पर चलें और अपना जीवन सफल करें और भगवान वाल्मीकि सभी के लिए पूजनीय हैं। चौधरी राजबीर सिंह ने कहा कि भगवान वाल्मीकि ने रामायण लिख कर संसार संसार का कल्याण किया है और संसार का मार्गदर्शन किया है। सत मार्ग दिखाया है और दीपक सैनी ने अपने संबोधन में कहा कि महर्षि वाल्मीकि आदिकाल में कवियों में श्रेष्ठ कवि हुए हैं और उन्होंने यह महारामायण सुंदर कविता एवं पवित्र ग्रंथ रामायण संसार के कल्याण के लिए रचा है। भगवान वाल्मीकि के बताएंं मार्ग पर चलने के लिए कहा राष्ट्रीय वाल्मीकि समाज प्रतिनिधि मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष अरविंद झंझोट ने अपने संबोधन में कहा कि भगवान वाल्मीकि ने महा रामायण पवित्र ग्रंथ संसार के कल्याण के लिए लिखा है और भगवान वाल्मीकि प्रकट उत्सव ऐसा पर्व है। जो पूरे भारतवर्ष में पूरे अक्टूबर माह में मनाया जाता है। इस पर्व को सभी सामाजिक संगठन एवं राजनीतिक संगठन मिलजुल कर मनाते हैं। भगवान वाल्मीकि ने शिक्षा का महत्व और आध्यात्मिक महत्व जो संसार को बताया है। उनके बताए मार्ग पर चलकर अपना जीवन सफल करें मुख्य अतिथि अरविंद संगल चौधरी, राजबीर सिंह, दीपक सैनी एवं अरविंद झंझोट, नंदू प्रसाद आदि ने संगठन के लोगों के साथ संयुक्त रुप से भगवान वाल्मीकि को माल्यार्पण की और पुष्प अर्पित किए और दीप प्रज्वलित किया और भगवान वाल्मीकि का गुणगान किया और भगवान वाल्मीकि के जयकारे लगाए कार्यक्रम में अनुज गौतम, सोनू चावला, पूर्व सभासद डॉक्टर राजीव कुमार, वशिष्ठ विनोद सेन, लोकेश कटारिया, डॉक्टर श्रीपाल राजीव कुमार, बिंड ला प्रमोद कश्यप, अरुण झंझोट, विशाल कुमार, देवानंद वाल्मीकि, पं रविंदर कुमार, टिंकू गोस्वामी, मुकेश झंझोट, गोविंद चंद्र साहिल चंद्रा शामिल रहे और डॉक्टर ओमपाल शाहपुर ने कार्यक्रम एवं विचार गोष्ठी का का संचालन किया। कार्यक्रम पश्चात सभी को भगवान वाल्मीकि प्रकट उत्सव के अवसर पर मिष्ठान प्रसाद वितरण किया गया।
निजी डिफेंस एकेडमी का रीबन काटकर उद्घाटन 

कौशाम्बी। समर्थ किसान पार्टी के नेता एवं जिला पंचायत सदस्य अजय सोनी ने मंगलवार को उदहिन बुजुर्ग चौराहे पर युवाओं के रक्षा क्षेत्र में नौकरी के लिए प्रशिक्षण देने वाले एक निजी संस्थान नवनीत डिफेंस एकेडमी का फीता काटकर उद्घाटन किया। इस मौके पर मां सरस्वती के प्रतिमा के सामने धूप दीप एवं पुष्प चढ़ाकर उनकी पूजा की और मौजूद रहे लोगों का मुंह मीठा कराया गया।
इस अवसर पर उद्घाटन कार्यक्रम में उपस्थित रहे लोगों से वार्ता करते हुए अजय सोनी ने कहा कि इस पिछड़े इलाके में ऐसे प्रशिक्षण संस्थान खुलने से बेरोजगार युवाओं को निश्चित रूप से फायदा होगा और युवाओं को रक्षा क्षेत्र में नौकरी करने का अवसर प्राप्त होगा। उन्होंने आगे कहा कि समुचित प्रशिक्षण के अभाव में आजकल युवाओं को रोजगार मिलने में काफी दिक्कत हो रही है। ऐसे में नवनीत डिफेंस एकेडमी खुलने से स्थानीय युवाओं को प्रशिक्षण प्राप्त करने में मदद मिलेगी और प्रशिक्षण के बाद उन्हें आसानी से रोजगार मिल सकेगा। 
संस्थान के निदेशक एडवोकेट नवनीत यादव ने कहा कि कम शुल्क में ग्रामीण इलाकों के बेरोजगार युवाओं के लिए यह संस्थान खोला गया है। इस संस्थान के खुलने से युवाओं को अब प्रशिक्षण प्राप्त करने के लिए दूर नगरों या शहरों की ओर नहीं भागना पड़ेगा। इसी के साथ नवनीत यादव ने आए हुए अतिथियों का स्वागत एवं अभिनंदन किया और उनके संस्थान के उद्घाटन समारोह में शामिल होने पर आभार जताया। संस्थान के प्रभारी राम बदन यादव ने आए हुए अतिथियों को माल्यार्पण कर उनका उनको संस्थान के तमाम कार्यों एवं प्रशिक्षण के बारे में अवगत कराया। इस अवसर पर भानू प्रताप यादव, सुरजीत वर्मा, रामा शंकर यादव, सुशील सोनी, राम मनोहर सरोज सहित तमाम लोग मौजूद रहे।
फ़ैज़ अहमद

मौंत के आकड़ों को 95 फीसदी तक नियंत्रित किया

हरिओम उपाध्याय       
बस्ती। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को कहा कि उनकी सरकार ने तीन साल में दिमागी बुखार (जापानी इंसेफ्लाइटिस) को करीब 75 फीसदी और मौत के आंकड़ों को 95 फीसदी तक नियंत्रित करने में सफलता प्राप्त की है। बस्ती में संचारी रोग पखवाड़े का शुभारंभ करते हुये उन्होने कहा कि दिमागी बुखार पूर्वी उत्तर प्रदेश के लिए अभिशाप बन चुका था, वह आज पूरी तरह से उन्मूलन के अंतिम दौर में है। उन्होंने अपील की कि संचारी रोग नियंत्रण सभी प्रकार के विषाणु जनित बीमारियों से हर नागरिक के जीवन को बचाने के साथ कोरोना जैसी महामारी से बचाव के लिए भी एक बेहतर प्लेटफॉर्म बनना चाहिए। इसे व्यापक जागरूकता के साथ हम जोड़ सकते हैं। योगी ने वैश्विक महामारी कोरोना और इंसेफ्लाइटिस की तुलना करते हुए कहा कि कोरोना से प्रदेश में मृत्यु दर 1.3 फीसदी रही है। जबकि इंसेफ्लाइटिस में यह मृत्यु दर 20-25 फीसदी थी, यानि एक हजार लोगों को दुर्भाग्य से अगर कोरोना हुआ होगा, तो उस समय करीब 13 लोगों की मौत हुई है, लेकिन याद करिए कि अगर एक हजार लोग इंसेफ्लाइटिस की चपेट में आते, तो उससे मरने वालों की संख्या करीब 260 होती थी, यह तब था जब पूर्वी उत्तर प्रदेश में इंसेफ्लाइटिस का कहर देखने को मिलता था। 13 और 260 में बहुत अंतर है और उस इंसेफ्लाइटिस को पूरी तरह से नियंत्रित करने में हमें सफलता मिली है, लेकिन हमें सावधानी बरतनी पड़ेगी। इस दौरान भाजपा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह, स्वास्थ्य एवं चिकित्सा मंत्री जय प्रताप सिंह, उद्यान राज्य मंत्री श्रीराम चौहान, जिला पंचायत अध्यक्ष संजय चौधरी, विधायक दयाराम चौधरी, संजय प्रसाद जायसवाल, चंद्र प्रकाश शुक्ला, अजय सिंह, रवि सोनकर, अध्यक्ष नगर पालिका परिषद रूपम मिश्रा, भाजपा जिलाध्यक्ष महेश शुक्ल आदि मौजूद थे।

अजमल की मस्जिद में तबर्रुक़ात की जि़यारत की 

बृजेश केसरवानी          
प्रयागराज। खानकाहे अजमली की रिवायात के मुताबिक़ बारह रबीउलअव्वल को ख़ानका़हे अजमली दायरा शाह अजमल की मस्जिद में तबर्रुक़ात की जि़यारत कराई गई। ख़ानक़ाह के मौजूदा सज्जादानशीन सैयद ज़र्रार फ़ाख़री ने तमाम तबर्रुक़ात की तफ़सील बताई और अक़ीदतमंदो ने दरूद् और सलाम पढ़ कर अपनी आस्था का मुज़ाहिरा किया और दुआएँ माँगी। तबर्रुक़ात में ख़ास तौर से पैग़मबर हज़रत मुहम्मदे मुस्तफा का मूए मुबारक (पलक का बाल) जिसकी ज़ियारत करने के लिये अक़ीदतमंद रात भर के जागने की थकावट को दरकिनार करके हाज़िर रहे, सच्चे आशिक़ होने का सबूत दिया।
इसके अलावा एक शर्मा जो बाबे जिबरील पे जला करती थी। हज़रत बहाउद्दीन नक़शबंदी के हाथों तिनके से लिखी हुई किताब जिसमें मुजर्रब दुवाएँ और नक़श हैं।एक तसबीह और उस अमामे के हिस्से, जिसको जंगें ख़ैबर की फ़तह के मौक़े पर हज़रत अली के सर पे हुज़ूर ने ख़ुद पहनाया। इसके अलावा दो तलवारें भी इसमें शामिल हैं जिनमें से एक माना जाता है कि ख़िज़्र अलैहिस्सलाम की दी हुई है। इन सब की ज़ियारत कराई गई। कोरोना गाइडलाइन के मद्देनज़र इस बार मस्जिद में प्रोग्राम मुक़तसर रखा गया। बाद में खा़नकाह के अन्दर अक़ीदतमंद महिलाओं को भी ज़ियारत कराई गई।
इस प्रोग्राम में नायब सज्जादानशीन सैयद अरशद ज़की फ़ाख़री, अनस निज़ामी, अदीब फ़ाख़री, नूर सफ़ी फ़ाख़री, मतलूब निज़ामी , मनसूब निज़ामी, ज़फ़र , मज़हर निज़ामी, अख़्तर अज़ीज़, डॉ मक़सूद, नूरुल ऐन तथा मस्जिद के पेश इमाम मौलाना शमशेर आज़म व मौलाना नौशाद आलम भी शामिल हुए।
ओलमाओं द्वारा मुल्क में अमनो अमान व ख़ैरोबरकत की दुआएं माँगी गई ! माहे रबी उल अव्वल की बारह तारीख़ को ज़ियारत का ये प्रोग्राम ख़ानका़हे अजमली दायरा शाह अजमल में पिछले सौ सालों से ज़्यादा से लगातार क़ायम है। ग़ुन्चा ए क़ासिमया के प्रवक्ता सै.मो.अस्करी के मुताबिक़ बाराह रबीउल अव्वल को दिन भर खानकाहों ,इबादतगाहों व घरों मे मीठे व्यन्जन पर नज़्रो नियाज़ व फातेहाख्वानी भी कराई गई। आज की बा बरकत दिन मे बड़ी संख्या मे लोगों ने रोज़ा भी रखा। जिसकी फज़ीलत नमाज़-ए-फजिर मे ओलमाओं ने बयान की। मग़रिब की अज़ान सुनते ही लोगों ने रोज़ा खोला और देश से जल्द से जल्द कोरोना महामारी के खात्मे के साथ आईन्दा साल ईद मिलादुन्नबी की सभी रुसूमात को अपनी पुरानी परम्परा के मुताबिक़ हो। इस के लिए खास दूआ भी की गई।

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