मंगलवार, 12 अक्तूबर 2021

पुलिस ने पाकिस्तानी आतंकवादी की गिरफ्तारी की

अकांशु उपाध्याय         
नई दिल्ली। पुलिस के स्पेशल सेल ने इस दीपावली सीजन में दिल्ली को दहलाने की एक बड़ी आतंकी साजिश को नाकाम करते हुए आईएसआई के आदेशों पर काम करने वाले पाकिस्तानी आतंकवादी की गिरफ्तारी की है। जो कि नाम बदल कर फर्जी आईडी के सहारे लक्ष्मी नगर इलाके में टिका हुआ था। उसके पास से काफी मात्रा में अत्याधुनिक हथियार बरामद हुए हैं।
मिली जानकारी के मुताबिक गिरफ्तार आतंकी की पहचान मोहम्मद अशरफ उर्फ अली के रूप में हुई है। यह आतंकवादी पाकिस्तान के पंजाब का रहने वाला है और आईएसआई के लोग इसके आका हैं। इसके पास से अत्याधुनिक हथियार, एके-47 और ग्रेनेड भी बरामद हुए हैं। गिरफ्तार किए गए आतंकी के खिलाफ गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम, विस्फोटक अधिनियम, शस्त्र अधिनियम और अन्य प्रावधानों के प्रासंगिक प्रावधान लगाए गए हैं।
इस बड़ी कार्रवाई को दिल्ली पुलिस कमिश्नर राकेश अस्थाना की अगुवाई में अंजाम तक पहुंचाया गया है। बताया जा रहा है कि दिल्ली पुलिस को जानकारी मिली थी ​दीपावली सीजन के दौरान पाकिस्तारी आतंकवादी राजधानी में किसी बड़ी साजिश को अंजाम दे सकते हैं। ऐसे में पुलिस हाई अलर्ट मोड पर थी। बकायदा दिल्ली पुलिस कमिश्नर राकेश आस्थाना ने सभी जिला पुलिसकर्मियों, स्पेशल सेल एवं क्राइम ब्रांच को अलर्ट रहने के निर्देश दिए थे।
इस बीच दिल्ली पुलिस ने एक गुप्त सूचना के आधार पर छापा मारकर नेपाल के रास्ते दिल्ली आये मोहम्मद अशरफ को गिरफ्तार कर लिया। स्पेशल सेल के डीसीपी प्रमोद कुशवाहा ने बताया कि अशरफ पाकिस्तान के पंजाब का रहने वाला है। उसे लक्ष्मीनगर इलाके से सोमवार रात गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने बताया कि मोहम्मद अशरफ के पास फर्जी आईडी थी। जिसने उसने अपना नाम अली अहमद नूरी लिखा था। यही नहीं उसने शास्त्री नगर की एक फर्जी आईडी भी बना ली थी। पुलिस ने फर्जी आईडी, बैग और दो मोबाइल फोन भी बरामद किए हैं। यही नहीं आरोपी के पास से एक एके-47, मैगजीन और 60 गोलियां भी बरामद हुई हैं। एक हैंड ग्रेनेड, दो पिस्तौल और 50 कारतूस भी उसकी निशानदेही पर कालिंदी कुंज घाट से बरामद हुए हैं। तुर्कमान गेट इलाके से एक भारतीय पासपोर्ट भी उसने बरामद करवाया है।
मोहम्मद अशरफ उर्फ अली की गिरफ्तारी के बाद से इससे पूछताछ का क्रम लगातार जारी है। जो जानकारी मिली है उसके अनुसार इसके कई अन्य साथी भी दिल्ली व अन्य शहरों में छिपे हो सकते हैं। यह लोग त्योहारी सीजन में किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने की फिराख में थे। पुलिस ने निश्चित रूप से दिल्ली को दहलाने की साजिश को नाकाम कर दिया है, लेकिन बड़ा सवाल अब भी यह है कि आखिर कैसे कोई पाकिस्तानी आतंकी फर्जी पहचान पत्रों के सहारे भारत में दाखिल हो रहा है। इनके स्लीपर सेल में कितने लोग हैं। जब तक इसका पता नहीं चलता तब तक यह नहीं कहा जा सकता कि ​राजधानी सहित अन्य इलाकों में आतंकी हमलों की साजिश फेल हो चुकी है।






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