बुधवार, 14 जुलाई 2021

अन्तरराष्ट्रीय रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर की भव्यता, उद्घाटन

हरिओम उपाध्याय              
वाराणसी। बाबा विश्वनाथ की नगरी काशी में जापान सरकार के सहयोग से 186 करोड़ की लागत में शिवलिंग के आकार में निर्मित अन्तरराष्ट्रीय रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर की भव्यता अब लोगों को अपनी ओर खींचने लगी है। सोशल मीडिया में भी इसका क्रेज दिखने लगा है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 15 जुलाई को इसका उद्घाटन करेंगे। प्रदेश सरकार के एक प्रवक्ता ने बताया कि भारत-जापान के दोस्ती के प्रतीक सेंटर में प्रधानमंत्री रूद्राक्ष के पौधे का रोपण भी करेंगे। पूरे परिसर को जापानी शैली में सजाया जा रहा है। परिसर में जापानी बांस के साथ ही रंग बिरंगे कंकड़, बोन्साई पौधे, रंग बिरंंगी चटाई, रंगीन लालटेन, चीनी मिट्टी के बर्तन, चावल का पेपर, पुआल का प्रयोग कर खासतौर कला तैयार किया गया है। जापानी और भारतीय वास्तु शैलियों का भी मेल इसमें देखने को मिलेगा।
उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री के कार्यक्रम के दौरान इन्डो जापान कला और संस्कृति की झलक भी दिखेगी। सेण्टर पर बने 3 मिनट के ऑडियो विज़ुअल को भी "रुद्राक्ष" में प्रधानमंत्री मेहमानों के साथ देखने की संभावना है। 
प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में बदलते बनारस की तस्वीर दुनियां के सामने आयेगी। दुनिया के सबसे प्राचीन और जीवंत शहर काशी को जापान ने भारत से दोस्ती का एक ऐसा नायाब तोहफ़ा दिया है, जहां लोग बड़े म्यूजिक कंसर्न, कांफ्रेंस,नाटक और प्रदर्शनी दुनिया के बेहतरीन उपकरणों और सुविधाओं के साथ देख सकेंगे।
रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर की विशेषता...
अन्तरराष्ट्रीय सेंटर में लगभग 1200 लोगों के बैठने की व्यवस्था की गई है। हॉल को दो भागों में विभाजित करने की व्यवस्था की गई है। सेंटर पूर्णत: वातानुकूलित है। बड़े हॉल के अलावा 150 लोगों की क्षमता वाला एक मीटिंग हॉल है। 
इसके अतिरिक्त यहां एक वीआईपी कक्ष, चार ग्रीन रूम का निर्माण कराया गया है। दिव्यांगों की सुविधा का भी इसमें खास खयाल रखा गया है। सेंटर में छोटा जापानी बाग बनाया गया है। 110 किलोवाट की ऊर्जा के लिए सोलर प्लांट लगा है। वीआईपी रूप और उनके आने-जाने का रास्ता भी अलग से है। सेंटर को वातानुकूलित रखने के लिए इटली के उपकरण लगे है। दीवारों पर लगे ईंट भी ताप को रोकते है। आग से बचाव के लिए सुरक्षा के खास उपकरणों को लगाया गया है। रुद्राक्ष सेंटर को जापान इंटरनेशनल कोऑपरेशन एजेंसी ने फंडिंग किया है। इसकी डिजाइन जापान की कंपनी ओरिएण्टल कंसल्टेंट ग्लोबल ने की है और निर्माण का काम जापान की फुजिता कॉरपोरेशन नाम की कंपनी ने किया है। गौरतलब हो कि वर्ष 2015 में जब जापान के तत्कालीन प्रधानमंत्री शिंजो अबे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ वाराणसी आये थे। उनके यहां आने के पहले ही सेंटर का खाका बना था। दो वर्ष पूर्व ओसाका में आयोजित जी-20 सम्मेलन में भी जापान के तत्कालीन पीएम शिंजाे अबे और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के बीच इसको लेकर चर्चा हुई थी। अब सजधज कर तैयार सेंटर की वीडियो क्लिप जापान सरकार को भेजी गई है। 
रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर का प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को निरीक्षण किया। प्रधानमंत्री की यहां मौजूदगी को देख मुख्यमंत्री ने अफसरों से सुरक्षा व्यवस्था और अन्य बिन्दुओं की जानकारी लेने के बाद कमिश्नर एवं जिलाधिकारी को आवश्यक दिशा निर्देश भी दिया। इस दौरान नगर विकास मंत्री आशुतोष टंडन, पर्यटन राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ. नीलकंठ तिवारी, स्टांप एवं न्यायालय पंजीयन शुल्क राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) रविंद्र जायसवाल, विधायक सौरभ श्रीवास्तव, विधायक डॉ. अवधेश सिंह भी मौजूद रहे।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

Thank you, for a message universal express.

डीएम ने विभागीय अधिकारियों के साथ बैठक की

डीएम ने विभागीय अधिकारियों के साथ बैठक की पंकज कपूर  नैनीताल/हल्द्वानी। उच्च न्यायालय उत्तराखंड द्वारा दिए गए निर्देशों के क्रम में नैनीताल ...