रविवार, 13 जून 2021

शुक्र ग्रह 22 जून को कर्क राशि में गोचर करेंगे

शुुक्र ग्रह को सुख, सौंदर्य, कला, प्रेम, वाहन समेत अन्य भौतिक सुखों का कारक माना जाता है। शुक्र ग्रह की स्थिति से पता चलता है कि हम दोस्ती में कैसे रहेंगे और प्रेम संबंध में हमारी भावनाएं कैसी होंगी। शुक्र एक राशि से दूसरी राशि में गोचर करने के लिए लगभग 23 दिनों का समय लेता है। वैदिक ज्योतिष में भी शुक्र की गिनती शुभ ग्रहों में की जाती है। शुक्र के राशि परिवर्तन का भी सभी राशियों पर प्रभाव पड़ता है। शुक्र 22 जून को कर्क राशि में गोचर करेंगे। इससे पहले 29 मई के दिन शुक्र ने अपनी राशि बदली थी। शुक्र के कर्क राशि में गोचर करने से कुछ राशियों को लाभ होगा तो कुछ राशियों को नुकसान पहुंचेगा।
22 जून को मेष राशि के चतुर्थ भाव में शुक्र का गोचर हो रहा है। चतुर्थ भाव आराम, माता और सुख-सुविधाओं का कारक है। शुक्र गोचर से आपकी आर्थिक स्थिति बेहतर होगी। करियर में भी आपको सफलता की नई ऊंचाइयां मिलेंगी। कार्यक्षेत्र में बदलाव भी संभव है। मिथुन राशि के दूसरे भाव में शुक्र का गोचर हो रहा है। यह भाव वाणी, धन और परिवार का कारक माना जाता है। आपकी राशि में शुक्र के गोचर के दौरान आप परिवार के साथ अच्छा समय बिताएंगे। निवेश में मुनाफा हो सकता है। आमदनी में बढ़ोतरी होने के प्रबल योग हैं। यात्राओं का योग भी बन सकता है। शुक्र का गोचर वृश्चिक राशि वालों के लिए शुभ परिणाम लेकर आएगा। व्यापारियों को फायदा होगा। शुक्र गोचर के दौरान नए कार्य की शुरुआत करना उत्तम रहेगा। इस दौरान आपको करियर के क्षेत्र में अच्छे अवसर मिलेगें। अपनी सेहत का ध्यान रखें। साथ ही कार्य क्षेत्र में अनावश्यक बातों में उलझने से बचें। मकर राशि के सातवें भाव में शुक्र का गोचर हो रहा है। यह भाव विवाह और भागीदारी का कारक माना जाता है। इस वजह से मकर राशि में शुक्र के गोचर के दौरान नौकरी पेशा लोगों के जीवन में अनुकूल बदलाव हो सकते हैं। प्रमोशन मिलने की उम्मीद है। शुक्र के असर से आर्थिक स्थिति में सुधार होगा। छात्रों का मन पढ़ाई से हट सकता है।

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