रविवार, 23 मई 2021

नगर पालिका सफाई अभियान बड़ी लापरवाह बनीं

गोपीचंद                     
बागपत। जिले में बड़ौत नगरपालिका की स्थिति थी, नम्बर वन पर बनी हुई थी। परन्तु वर्तमान कार्यशैली के चलते अब शायद पिछड़ती जा रही हैं। शहर के बीचो-बीच नुक्कड़ व चौराहों पर पड़े कूड़े के ढेर इस बात का प्रमाण दे रहें है। जिसकी कोई सुनवाई करने को राजी नहीं है। नगर की इस समस्या से नगर पालिका के सम्बंधित अधिकारियों व जिम्मेदार अधिकारियों से कई बार इस विषय के प्रति अवगत कराया जा चुका है और सफाई निरीक्षक को तो कई बार शिकायतें भी स्थानीय लोगों द्वारा की गयी हैं।
नगर में जहां एक और कूड़े का ढेर लगा हुआ है। वहीं पर कुछ दूरी पर पूर्व चेयरमैन केपी मलिक और 84 खाप के चौधरी सुरेंद्र सिंह का आवास है और वहां पर 24 घण्टे गंदगी का अंबार लगा रहता है। 
कोरोना जैसी घातक बीमारी ने जहां एक ओर प्रशासन की नींद हराम कर रखी है। वहीं दूसरी और नगर पालिका सफाई अभियान की और लापरवाह बनी हुई है और अस्थानिय लोगों के शिकायत करने पर झूठ आस्वासन देकर वापस भेज दिया जाता है। 
सड़कों पर पड़ा कूड़ा कचरा हवा वह बारिश या अन्य आवारा पशुओं के द्वारा नालो में चला जाता हैं। जिसकारण नालों की सफाई के बाद भी हल्की सी बरसात में ही सड़कों पर गन्दे पानी से लबालब भर जाती हैं। सड़कों पर गंदगी के जमाव से बदलते मौसम में टाइफाइड, मलेरिया जैसे घातक बुखार फैलाने वाले मखी मच्छर पैदा होते हैं। परन्तु नगरपालिका की और से कर्मचारी सफाई अभियान के प्रति लापरवाह बने हुये हैं।  स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि यदि करोना जैसी मांहामारी और  ब्लैक फंगस से बचा के लिये साफ सफाई की अधिक आवश्यकता होती है। इस मामले में ईओ नगर पालिका ने आश्वासन दिया है कि जल्द ही कूड़े के ढेर को उठवा लिया जायेगा और आने वाले समय में लगातार कूड़े को गिरते ही उठाकर शहर के बाहर भिजवाया जाएगा।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

Thank you, for a message universal express.

मैच: केकेआर ने आरसीबी को 1 रन से हराया

मैच: केकेआर ने आरसीबी को 1 रन से हराया  मिनाक्षी लोढी कोलकाता। इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) 2024 के मैच नंबर-36 में कोलकाता नाइट राइडर्स (के...