गुरुवार, 8 अप्रैल 2021

चुनाव में भागीदारी निभाते हुए ग्राम प्रधान चुनेंगे लोग

हरिओम उपाध्याय
गोरखपुर। आजादी के 70 वर्षों बाद वनटांगिया गांवों के लोग पहली बार पंचायत चुनाव में सक्रिय भागीदारी निभाते हुए ग्राम प्रधान चुनेंगे और अपने गांव की सरकार बनाएंगे  साल 2017 से पहले वनटांगिया गांव राजस्व ग्राम के रूप में अभिलेखों में दर्ज नहीं थे। 

सरकार की योजनाओं का भी लाभ इन्हे नहीं मिल पा रहा था मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वनटांगिया गांवों को राजस्व ग्राम घोषित कर उन्हें आजाद देश में मिलने वाली सभी बुनियादी सुविधाएं मुहैया कराकर विकास की मुख्यधारा से जोड़ा राजस्व ग्राम घोषित होने के बाद गोरखपुर और महराजगंज के 23 वनटांगिया गांव पहली बार पंचायत चुनाव में सक्रिय भागीदारी निभाकर गांव की सरकार चुनने जा रहे हैं। 

इनमें गोरखपुर के पांच और महराजगंज के 18 वनटांगिया गांव हैं। पिछले चुनाव में इन्हें वोट डालने को भले मिला हो। लेकिन खुद का गांव राजस्व ग्राम न होने से गांव की सरकार से इनको कोई फायदा नहीं मिल पा रहा था। मुख्यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ ने साल 2017 में जब इन गांवों को राजस्व ग्राम का दर्जा दिलाया तो उसके बाद से इन्‍हें मूलभूत सुविधाएं भी मिलने लगीं। गांव में स्कूल बना तो राशन कार्ड से राशन मिलने लगा। बिजली, सड़क, पानी, आवास जैसी सुविधाएं इन लोगों को मिलने लगीं. साथ ही पात्रों को वृद्धा, विधवा, दिव्यांग पेंशन योजनाओं का लाभ भी मिलने लगा। 

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