नई दिल्ली/ मास्को। भारत को एक विश्वसनीय सहयोगी बताते हुए रूस ने बुधवार को कहा, कि दोनों देशों के बीच कोई मत भिन्नता या गलतफहमी नहीं है और स्वतंत्र संबंधों के आधार पर उसका पाकिस्तान के साथ सीमित सहयोग है। रूसी मिशन के उप प्रमुख रोमन बाबुश्किन ने हाल ही में भारत और पाकिस्तान की नियंत्रण रेखा पर 2003 के संघर्ष विराम समझौते का सख्ती से पालन करने की प्रतिबद्धता का स्वागत किया और कहा कि यह क्षेत्रीय स्थिरता के लिये बेहद महत्वपूर्ण कदम है। बाबुश्किन के साथ संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में रूसी राजदूत निकोलाई कुदाशेव ने पश्चिमी देशों की हिन्द प्रशांत रणनीति की आलोचना करते हुए इसे खतरनाक और शीत युद्ध की मानसिकता को उभारने का प्रयास बताया। वहीं, बाबुश्किन ने कहा कि अफगानिस्तान के मुद्दे पर क्षेत्रीय आम सहमति बनाने की प्रक्रिया में भारत को हिस्सा होना चाहिए तथा अफगान शांति प्रक्रिया को लेकर नई दिल्ली और मास्को का रूख समान है।
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