अकांशु उपाध्याय
नई दिल्ली। अगर वैश्विक तापमान में वृद्धि को 1.5 डिग्री सेल्सियस पर सीमित कर दिया जाता है तो भी भारत सहित दक्षिण एशियाई देशों में प्राणघातक लू का प्रकोप आम हो जाएगा। अमेरिका स्थित ओक रिज नेशनल लेबोरेटरी सहित विभिन्न संस्थानों के वैज्ञानिकों ने अपने नए अध्ययन में दावा किया कि है भीषण गर्मी की वजह से भारत के खाद्यान्न उत्पादन करने वाले बड़े क्षेत्र में काम करने की स्थिति असुरक्षित हो सकती है जैसे उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल। इसके अलावा तटीय इलाकों एव कोलकाता, मुंबई एवं हैदराबाद जैसे शहरी केंद्रों में भी मुश्किल बढ़ सकती है।
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
कुएं में मिला नवजात शिशु का शव, मचा हड़कंप
कुएं में मिला नवजात शिशु का शव, मचा हड़कंप दुष्यंत टीकम जशपुर/पत्थलगांव। जशपुर जिले के एक गांव में कुएं में नवजात शिशु का शव मिला है। इससे...
-
यूपी में ग्रीष्मकालीन अवकाश की घोषणा: परिषद संदीप मिश्र/बृजेश केसरवानी लखनऊ/प्रयागराज। उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा परिषद की ओ...
-
55 साल की उम्र में भी बरकरार है खूबसूरती कविता गर्ग मुंबई। 55 की उम्र में भी यह हसीना बेहद खूबसूरत दिखती है, और मलाइका की हॉटनेस उसकी ...
-
महर्षि कश्यप के पुत्र पक्षीराज गरुड़ को भगवान विष्णु का वाहन कहा गया है। एक बार गरुड़ ने भगवान विष्णु से मृत्यु के बाद प्राणियों की स्थिति, ...
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
Thank you, for a message universal express.