राणा ओबराय
चंडीगढ। सभी राजनीतिक पार्टीयां अपना फैसला लेने के लिए स्वतंत्र है। यदि, कोई पार्टी हास्यप्रद फैसला लेती है, तो उस प्रदेश की जनता, राजनीतिक लोग और नेता उस पर चर्चा और टिप्पणी करना नहीं भूलते। ऐसा ही एक मामला सामने आया है, कि जिसमें हरियाणा भाजपा पार्टी ने अपने विजयी विधायको और नेताओं को असम विधानसभा चुनाव में प्रचार के लिए न भेजकर पराजित और असफल नेताओ के असम विधानसभा चुनाव में जीत हासिल करने के लिए भेजा है। अभी कुछ समय पहले हाल ही में सोनीपत से मेयर का चुनाव हारे एक नेता ने फेसबुक पर अपने ग्रुप फोटो डाली। जिस पर विपक्षी दलों को नेता औऱ राजनीतिक पंडित खूब चटकारे लेते हुए कह रहे हैं, कि यदि इन्होंने असम विधानसभा चुनाव में भाजपा पार्टी को जीत दिला दी, तो अवश्य ही इनके ऊपर लगे असफल और हार के दाग धूल जाएंगे।
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