रविवार, 7 मार्च 2021

पीएम ने राष्ट्र को समर्पित किए 7,500 औषधि केंद्र

अकांंशु उपाध्याय 
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को शिलॉन्ग के पूर्वोत्तर इंदिरा गांधी क्षेत्रीय स्वास्थ्य एवं चिकित्सा संस्थान (एनईआईजीआरआईएचएमएस) में 7,500 जन औषधि केंद्र राष्ट्र को समर्पित किए। मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये यह नया केंद्र राष्ट्र को समर्पित किया।
इस केंद्र पर गुणवत्ता वाली दवाइयां उचित मूल्य पर उपलब्ध होती हैं। इसके अलावा प्रधानमंत्री ने इस दौरान देश के विभिन्न हिस्सों के लोगों के साथ बातचीत भी की।प्रधानमंत्री भारतीय जन औषधि परियोजना का उद्देश्य सस्ते दाम पर अच्छी दवाइयां उपलब्ध कराना है। वर्ष 2014 में इन केंद्रों की संख्या 86 थी। इस योजना के तहत आज इन स्टोर की संख्या 7,500 पर पहुंच गई है। मोदी ने जन औषधि दिवस समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि लोगों को बीमारियों से बचने को लेकर स्वच्छता पर ध्यान देना चाहिए और उत्तम आहार तथा योग करना चाहिए। उन्होंने कहा कि सरकार ने स्वास्थ्य विभाग का बजट बढ़ा दिया है। और जिले जिले में मेडिकल कॉलेज खोले जा रहे हैं। एमबीबीएस के 30 हजार सीट और पीजी के 24 हजार सीट बढ़ा दिए गए हैं। देश भर में डेढ़ लाख हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर खोले जा रहे हैं। ताकि लोगों को अपने गांव के निकट ही स्वास्थ्य सुविधा मिल सके। इन स्थानों पर पर्याप्त संख्या में कर्मचारियों को नियुक्त किया जा रहा है।
देश के सभी जिलों में इस तरह के स्टोर हैं। वित्त वर्ष 2020-21 में चार मार्च तक इन केंद्रों द्वारा दवाओं की बिक्री से नागरिकों को करीब 3,600 करोड़ रुपये की बचत हुई है। इन केंद्रों पर दवाएं बाजार मूल्य से 50 से 90 प्रतिशत सस्ती मिलती हैं। जन औषधि के बारे में जागरूकता के प्रसार के लिए एक से सात मार्च तक देशभर में जन औषधि सप्ताह मनाया जा रहा है। इसका विषय ‘जन औषधि-सेवा भी रोजगार भी’ रखा गया है।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

Thank you, for a message universal express.

कुएं में मिला नवजात शिशु का शव, मचा हड़कंप

कुएं में मिला नवजात शिशु का शव, मचा हड़कंप  दुष्यंत टीकम  जशपुर/पत्थलगांव। जशपुर जिले के एक गांव में कुएं में नवजात शिशु का शव मिला है। इससे...