मंगलवार, 9 फ़रवरी 2021

पृथ्वी के करीब से गुजरेगा सबसे बड़ा एस्ट्रॉयड

अकांशु उपाध्याय  

नई दिल्‍ली। चमोली में प्रकृति ने काफी तबाही मचाई हुई हैं। चमोली में ग्लेशियर फटने से जबरदस्‍त बाढ़ आई और सैकड़ों लोगों जान-माल का नुकसान हुआ है। वहीं अब वैज्ञानिकों ने इस साल के सबसे बड़े क्षुद्रग्रह यानी कि एस्‍टेरॉयड को लेकर चेतावनी दी है। ये एस्‍टेरॉयड पृथ्‍वी के बिलकुल करीब आने के लिए तैयार है। नासा के अनुसार ये एस्‍टेरॉयड अब तक का सबसे बड़ा एस्‍टेरॉयड है। 21 मार्च को ये बेहद विशालकाय एस्‍ट्रेनाइट पृथ्‍वी के सबसे करीब गुजरेगा ।

बता दें अमेरिका की अंतरिक्ष एजेंसी नासा के वैज्ञानिकों ने चेताया है कि यह स्‍पेस रॉक करीब 34.4 किलोमीटर प्रति सेकंड या 123,000 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से सोलर सिस्टम से गुजरने वाला है। यह एस्टेरॉयड 5.3 लुनार डिस्टेंस से हमारी पृथ्वी के पास होकर जाएगा। नासा ने कहा है कि अब तक के सबसे बड़े क्षुद्रग्रह 2001 F032 को 23 मार्च, 2001 में खोज की गई थी। इसके साथ ही 2001 एफओ 32 संभावित खतरनाक क्षुद्रग्रहों की श्रेणी में आता है, क्योंकि इसका व्यास 2,526 फीट और 57777 फीट था। क्षुद्रग्रह पृथ्वी के 1.3 मिलियन मील की दूरी के भीतर आएगा। ये 2 संभावित खतरनाक क्षुद्रग्रह (PHAs) वर्तमान में उन मापदंडों के आधार पर परिभाषित किए गए हैं जो क्षुद्रग्रह की क्षमता को मापते हैं ताकि पृथ्वी के करीब आने का खतरा हो।

जानकारी के मुताबिक नासा ने अपनी जेट प्रोपल्शन लेबोरेटरी (जेपीएल) वेबसाइट पर कहा “NEO धूमकेतु और क्षुद्रग्रह हैं जिन्हें पास के ग्रहों के गुरुत्वाकर्षण आकर्षण द्वारा कक्षाओं में रखा गया है जो उन्हें पृथ्वी के पड़ोस में प्रवेश करने की अनुमति देते हैं। धूमकेतु और क्षुद्रग्रहों में वैज्ञानिक रुचि कुछ हद तक सौर प्रणाली निर्माण प्रक्रिया से अपेक्षाकृत अपरिवर्तित अवशेष मलबे के रूप में लगभग 4.6 बिलियन साल पहले है।अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी सक्रिय रूप से क्षुद्रग्रहों पर नज़र रख रही है जो पृथ्वी के करीब मौजूद हैं और ऐसे कई कार्यक्रम रोज़ाना आकाश को स्कैन करते हैं। वही 020 XU6 नाम का एक क्षुद्रग्रह पृथ्वी के पिछले हिस्से के लिए तैयार है और 22 फरवरी को हमारे ग्रह के सबसे करीब होने की उम्मीद है। इस एस्टेरॉयड को देखने के इच्‍छुक लोग 8″ या उससे ज्यादा बड़े डायमीटर वाला टेलीस्कोप इस्तेमाल कर सुबह 8 बजे से 8:30 के बीच देख सकते हैं। इस एस्टेरॉयड को नासा द्वारा अपोलो एस्टेरॉयड ग्रुप के तहत क्लासिफाई किया गया। अपनी गति का एहसास करवाने के लिए, क्षुद्रग्रह एक घंटे में पृथ्वी के चारों ओर यात्रा कर सकता है। नासा ने कहा कि क्षुद्रग्रह पृथ्वी से नहीं टकराएगा, लेकिन इसे “संभावित खतरनाक” के रूप में वर्गीकृत किया गया है। प्रमुख अंतरिक्ष संगठन ने क्षुद्रग्रह को ‘नियर अर्थ ऑब्जेक्ट’ के रूप में वर्णित किया है।

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