मंगलवार, 8 दिसंबर 2020

सपा, कांग्रेस व रालोद के नेता नजरबंद किए

गाजियाबाद में सपा, कांग्रेस और रालोद के सारे नेता हाउस अरेस्ट, शहर में चप्पे-चप्पे पर पुलिस 


अश्वनी उपाध्याय


गाजियाबाद। किसान आंदोलन के मद्देनजर पश्चिमी उत्तर प्रदेश में गाजियाबाद सबसे संवेदनशील है। पिछले 2 सप्ताह से भारतीय किसान यूनियन (Bhartiya Kisan Union) के सैकड़ों कार्यकर्ता गाजियाबाद में दिल्ली-यूपी बॉर्डर पर डेरा डालकर पड़े हुए हैं। दूसरी और मंगलवार को किसान संगठनों ने भारत बंद (Bharat Band) का आह्वान किया है। जिसके मद्देनजर पुलिस ने पहले से ही तैयारियां पूरी कर ली थीं। किसानों के इस बंद को समर्थन देने वाले समाजवादी पार्टी, कांग्रेस और राष्ट्रीय लोक दल के तमाम नेताओं को सोमवार की रात ही हाउस अरेस्ट कर लिया था। गाजियाबाद शहर में चप्पे-चप्पे पर भारी फोर्स तैनात किया गया है। पुलिस और पीएसी के साथ रैपिड एक्शन फोर्स को भी लगाया गया है। जबरन बंद करवाने वालों और असामाजिक तत्वों से निपटने के लिए पुलिस ने कारगर उपाय किए हैं।


भारत बंद के मद्देनजर पुलिस-प्रशासन ने पूरी तैयारी कर रखी हैं। सोमवार की देर रात का गाजियाबाद पुलिस ने सबसे पहले समाजवादी पार्टी के नेताओं को हिरासत में लिया। सभी के घरों और दफ्तरों के बाहर फोर्स तैनात कर दिया गया है। सपा नेताओं को बताया गया है कि उन्हें कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए घरों में रेस्ट करके रखा जा रहा है। किसी को भी घर से बाहर निकलने की इजाजत नहीं दी जाएगी। जिले में धारा 144 लागू है। महामारी अधिनियम भी लागू है। लिहाजा, ऐसे में भीड़ एकत्र करना और आंदोलन करना गैरकानूनी है। सपा नेताओं के बाद देर रात पुलिस ने कांग्रेस के जिलाध्यक्ष बिजेंद्र यादव को भी उनके घर में नजरबंद कर रखा है। उनके घर के बाहर देर रात से काफी संख्या में पुलिसकर्मी तैनात हैं। उन्हें भारत बंद के समर्थन में प्रदर्शन नहीं करने दिया गया। 


 कांग्रेस के जिलाध्यक्ष बिजेंद्र यादव ने बताया कि रात करीब 12.30 बजे से पुलिस कर्मी घर के बाहर तैनात हैं। पुलिस अधिकारियों से फोन पर बात हुई। कोई कुछ साफ बताने को तैयार नहीं है। जिला कांग्रेस कमेटी ने पहले साहिबाबाद सब्जी मंडी पर कार्यकर्ताओं को एकत्रित होने के लिए कहा था। जब इस बारे में पुलिस को जानकारी मिली तो वहां भारी फ़ोर्स भेज दिया गया। इसके बाद कांग्रेस ने 10.30 बजे सभी को जिला कार्यालय पर एकत्रित होने को कहा। उन्होंने कहा कि पुलिस-प्रशासन कुछ भी कर ले, कांग्रेस इस काले कानून के विरोध में प्रदर्शन जरूर करेगी।


 रालोद नेताओं को पुलिस ने घर से बाहर नहीं निकलने दिया
 भारत बंद के लिए धरना-प्रदर्शन करने जा रहे राष्ट्रीय लोकदल के नेताओं को पुलिस ने घर से बाहर नहीं निकलने दिया। रालोद नेताओं के घर के बाहर पुलिस का पहरा है। रालोद के जिला अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी बॉबी के गोविंदपुरम आवास पर सुबह से ही पुलिसकर्मी तैनात हैं। सुबह बॉबी धरने में शामिल होने के लिए घर से निकले तो बाहर पुलिस ने उन्हें रोक दिया। पार्टी के महानगर अध्यक्ष रविंद्र चौहान को शास्त्री नगर स्थित उनके आवास पर रहने के लिए कहा गया है। उनके भी घर से बाहर निकलने पर पाबंदी लगाई है। उन्होंने पुलिस से सिर्फ शांतिपूर्वक धरना देने की बात कही, लेकिन पुलिसक अफसरों ने साफ इंकार कर दिया।


राष्ट्रीय लोकदल के राष्ट्रीय प्रवक्ता इंदरजीत सिंह टीटू के घर के बाहर भी काफी संख्या में पुलिस तैनात है। रालोद नेताओं में पुलिस के खिलाफ नाराजगी है। जिला अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी का कहना है कि वह शांतिपूर्वक तरीके से कार्यकर्ताओं के साथ धरना-प्रदर्शन करने जा रहे थे। पुलिस ने जबरदस्ती करके घर के अंदर बंद कर दिया है। बाहर खुद बैठ गए हैं। यह पूरी तरह हमारे लोकतान्त्रिक अधिकारों का हनन है। केंद्र सरकार  करना चाहती है। उनकी आवाज नहीं सुनना चाहती है। जो विरोध कर रहे हैं, उन्हें कुचला जा रहा है।                                    


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