शुक्रवार, 13 नवंबर 2020

बीजेपी सरकार से राहुल के तीखे सवाल

असम में टीवी पत्रकार पराग भुइयां की संदिग्ध मौत, बीजेपी सरकार से राहुल गांधी के तीखे सवाल


गुवाहाटी। असम में स्थानीय टेलीविजन चैनल के पत्रकार पराग भुइयां की संदिग्ध मौत पर राजनीति गरमाने लगी है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी ने ट्वीट कर असम की बीजेपी सरकार पर सवाल उठाए हैं। राहुल ने कहा कि असम मध्य प्रदेश या फिर उत्तर प्रदेश बीजेपी शासित राज्यों में सच्ची पत्रकारिता का गला घोटा जा रहा है।
राहुल ने ट्वीट कर कहा भाजपा नेताओं के भ्रष्टाचार का पर्दाफाश करने वाले असम के पत्रकार पराग भुइयां की संदिग्ध परिस्थिति में हत्या हो गई। उनके परिवार को मेरी संवेदनाएं। असम, मध्य प्रदेश या यूपी, बीजेपी शासित राज्यों में सच्ची पत्रकारिता का गला घोटा जा रहा है। और तमाशा करने वालों को सुरक्षा मिल रही है।
बता दें कि पराग भुइंया की सड़क हादसे में गुरुवार को मौत हो गई। राज्य के तिनसुकिया जिले में बुधवार रात एक गाड़ी ने उन्हें टक्कर मार दी थी। पराग के परिजन ने आरोप लगाया कि पत्रकार की इसलिए हत्या की गई, क्योंकि उसने अपने इलाके में भ्रष्टाचार और अवैध गतिविधियों को उजागर किया था।
इलाज के दौरान ही मौत
पुलिस ने बताया कि प्रतिदिन टाइम चैनल के काकोपथार के वरिष्ठ संवाददाता पराग भुइयां को बुधवार रात एक वाहन ने उनके घर के पास राष्ट्रीय राजमार्ग-15 पर टक्कर मार दी थी। पराग भुइयां की डिब्रूगढ़ के एक नर्सिंग होम में गुरुवार सुबह मौत हो गई, जहां उन्हें एक स्थानीय चिकित्सकीय इकाई ने रेफर किया था।
पुलिस के एक प्रवक्ता ने बताया कि वाहन की सीसीटीवी फुटेज से पहचान कर ली गई है। उसके चालक को गिरफ्तार कर लिया गया है। जो हादसे के बाद फरार हो गया था। साथ ही इस मामले में एक अन्य व्यक्ति को भी गिरफ्तार किया गया है। ये गिरफ्तारी असम पुलिस की ओर से अरुणाचल पुलिस को इस संबंध में अलर्ट किए जाने के बाद हुई।
पुलिस की दलील
पुलिस ने बताया कि इस मामले में दोनों व्यक्तियों से पूछताछ की जा रही है। और घटना की जांच की जा रही है। वाहन अरुणाचल प्रदेश की एक महिला का है। और इसका इस्तेमाल उसके बेटे की ओर से चाय पत्ती के परिवहन के लिए किया जाता है।
टीवी चैनल के प्रधान संपादक नितुमोनी सैकिया ने एक बयान जारी करके आरोप लगाया पुलिस का प्रारंभिक दृष्टिकोण संदेह का कारण था। हमें संदेह है। कि पत्रकार की हत्या कर दी गई क्योंकि वह काकोपथार के आसपास अवैध गतिविधियों और भ्रष्टाचार को उजागर करने वाली रिपोर्टिंग की एक श्रृंखला चला रहे थे।
पहले भी मिली थी। धमकी
सैकिया ने कहा इन रिपोर्टों के लिए उन्हें धमकी मिली थी। हम प्रतिदिन टाइम में इसे एक संदिग्ध सुनियोजित हत्या के तौर पर देखते हैं। और पूरी घटना की विस्तृत जांच और भुइयां के परिवार और ‘प्रतिदिन टाइम’ को न्याय की मांग करते हैं।
53 वर्षीय पत्रकार असम गण परिषद के नेता जगदीश भुइयां के छोटे भाई और तिनसुकिया प्रेस क्लब के उपाध्यक्ष थे। असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने भुइयां के निधन पर शोक व्यक्त किया और पुलिस को इसमें शामिल व्यक्तियों को जल्द से जल्द सभी को न्याय के कटघरे में लाने का निर्देश दिया। मौत की जांच की मांग
असम प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष रिपुन बोरा ने भी भुइयां की मौत की जांच की मांग की। उन्होंने कहा हमें इस मामले में षड्यंत्र का संदेह है। क्योंकि पत्रकार को उसके घर के पास टक्कर मारी गई और वाहन का चालक मौके से फरार हो गया।              


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